रक्सौल: भारत-पाक सीमा पर फायरिंग के दौरान शहीद हुए जवान जितेन्द्र कुमार का पार्थिव शरीर रक्सौल लाया गया है. यहां से उनके पार्थिव शरीर को अंतिम संस्कार के लिए उनके पैतृक गांव लाया गया है. शहीद पति का पार्थिव शरीर देखकर पत्नी बेहोश हो गयी. वहीं शहीद की बेटी बोली पापा आँखे खोलो. शहीद जितेन्द्र कुमार के अंतिम यात्रा में जन सैलाब उमड़ा है.

जितेन्द्र कुमार बीएसएफ में हेड कांस्टेबल के पद पर कश्मीर के आरएसपुरा सेक्टर में तैनात थे. आरएसपुरा सेक्टर में बीएसएफ चौकियों पर कल पाक ने निशाना बनाकर जबर्दस्त गोलीबारी की थी.

उधर पाकिस्‍तान की ओर से सीजफायर का उल्‍लंघन लगातार जारी है. आज अहले सुबह से जारी पाकिस्‍तानी गोलीबारी में बीएसएफ का एक जवान शहीद हो गया. शुक्रवार को बीएसएफ ने पाकिस्‍तान की ओर से की जा रही गोलीबारी का मुंहतोड़ जवाब दिया. इसमें कई पाकिस्‍तानी सैनिकों के मारे जाने की भी खबर है. आज भी पाकिस्‍तानी गोलीबारी का बीएसएफ पूरी ताकत से जवाब दे रही है.

कुरुक्षेत्र: जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा सेक्टर के माछिल में पाकिस्तानी सेना की फायरिंग 17 सिख रेजिमेंट के जवान मंदीप सिंह शहीद हो गए. शहादत के बाद जवान मंदीप सिंह के पार्थिव शरीर के साथ आतंकियों ने बर्बरता की.

दिवाली से ठीक पहले बेटे की शहादत की खबर मिलते ही पूरे परिवार में मातम पसर गया. शहादत पर जवान मंदीप सिंह पत्नी बोली लड़ाई बन्द करो ताकि कोई और विधवा ना हो, या फिर आर-पार की करो.

बताते चलें कि शहीद मंदीप सिंह हरियाणा के कुरुक्षेत्र के रहनेवाले थे. साल 2008 में शहीद मंदीप सिंह सेना में भर्ती हुए थे. महज 27 साल की उम्र में मंदीप देश पर कुर्बान हो गए. मंदीप सिंह तकरीबन छह महीने पहले छुट्टी बिता कर गए थे और दीवाली पर उन्हें फिर से छुट्टियों पर आना था लेकिन सरहद पर तनाव के चलते उसकी छुट्टियां रद्द हो गईं थी.