Chhapra: कार्यपालक सहायकों का आन्दोलन सातवें दिन भी जारी रहा. शहर के नगरपालिका चौक पर रविवार से आमरण अनशन पर चले गये.

अपनी पांच सूत्री मांगों के समर्थन में कार्यपालक सहायक लगातार आन्दोलन कर रहे है. आमरण अनशन के पहले दिन रविवार को भी कई संगठनों और संघों ने उनके आंदोलन को अपना नैतिक समर्थन दिया और उनके साथ नजर आये. आमरण अनशन करने वाले कार्यपालक सहायकों में जिलाध्यक्ष निलेश कुमार, अमर कुमार, विश्वजीत कुमार, उपेंद्र राम, नवीन गिरि शामिल है.

धरना को पंचायत सचिव सेवक संघ के प्रदेश महासचिव सुरेश सिंह, पर्यवेक्षिका हीना परवीन, जिला पंचायत सचिव संघ के अध्यक्ष प्रभुनाथ यादव, जिला सचिव बीरबल अंसारी, संघ्र के मीडिया प्रभारी हिमांशु राज उर्फ गेशू आदि ने संबोधित किया.

Chhapra: जिले के विभिन्न सरकारों विभागों में कार्यरत कार्यपालक सहायक सोमवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गये. बिहार राज्य कार्यपालक सहायक संघ के आह्वान पर सारण जिला इकाई के तत्वाधान में हड़ताली कार्यपालक सहायकों ने मांगों के समर्थन में शहर के नगरपालिका चौक पर धरना दिया.

इस मौके पर संघ के जिलाध्यक्ष नीलेश कुमार ने कहा कि सरकार के दमनकारी एवं संविदा कर्मियों की शोषण के विरुद्ध बिगुल फूंक दिया गया है. उन्होंने कहा कि इस बार सरकार हमारी मांगों की पूर्ति सुनिश्चित करे अन्यथा हम तब तक आंदोलन पर डटे रहेंगे, जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं हो जाती है. उन्होंने कार्यपालक सहायकों की सेवा स्थायी करने व छटनीग्रस्त कार्यपालक सहायकों का समायोजन करने, उच्च न्यायालय में वाद दायर करने, बकाये वेतन का अविलंब भुगतान करने पर विस्तार से चर्चा की.

उन्होंने कहा कि कार्यपालक सहायकों के हड़ताल पर चले जाने से जिले के सभी प्रखंडों में जाति, आवासीय, आय, दाखिल खारिज, राशन कार्ड का निर्गमन, लोक शिकायत निवारण अधिनियम, प्रधानमंत्री आवास योजना, मनरेगा, इंदिरा आवास योजना, बाल विकास परियोजना कार्यालय, निबंधन कार्यालय, जिला आपूर्ति कार्यालय, नगर पंचायतों से संबंधित कार्य, इसके अतिरिक्त प्रखंडों से लेकर समाहरणालय तक कंप्यूटरराइजेशन से संबंधित सभी कार्य ठप हो गया है. इसके लिए राज्य सरकार जिम्मेवार है. उन्होंने कहा कि सरकार की गलत नीतियों के कारण संघ को हड़ताल पर जाना पड़ा है. इस वजह से आमजनों को परेशानी हो रही है. जिससे आमजनों में सरकार के प्रति आक्रोश उत्पन्न हो रहा है.

बिहार राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ (गोपजुट) के जिला सचिव सैयद मोहमद नजमी, संयुक्त सचिव अर्जुन सिंह उपस्थित रहे और आंदोलनकारी साथियों को संबोधित कर हड़ताल को नैतिक समर्थन प्रदान किया. धरना में महिला कार्यपालक सहायको में भी काफी आक्रोश देखा गया. धरना को संबोधित करने वालों में मुख्य रूप से मुख्य रूप से विजय कुमार, पप्पू पासवान, हिमांशु गेशू, प्रकाश कुमार आदि शामिल थे. मौके पर सैकड़ों की संख्या में कार्यपालक सहायक मौजूद थे.