Chhapra: छपरा जंक्शन से यात्रा करने वाले यात्रियों को इस बार आम बजट से काफी उम्मीदें हैं. प्रत्येक दिन छपरा जंक्शन से औसतन 14 हज़ार यात्री ट्रेनों से सफ़र करते हैं. जिससे छपरा जंक्शन के माध्यम रेलवे को साल में लगभग 50 करोड़ से अधिक की आमदनी होती है. इसी आधार पर छपरा जंक्शन को वाराणसी मंडल के A1 श्रेणी स्टेशनों में शामिल किया गया है. जंक्शन से होकर प्रत्येक दिन लगभग 50 से अधिक जोड़ियाँ ट्रेनें गुजरती हैं. जो छपरा को देश की राजधानी के साथ देश के अन्य भागों से जोड़ती हैं. छपरा जंक्शन से वाणिज्य अधीक्षक पी एन मिश्रा ने बताया कि पिछले साल के मुकाबले इस वित्तीय वर्ष रेलवे को छपरा जंक्शन से आमदनी में  5 प्रतिशत की वृद्धि हुई है.

कई यात्रिओं का मानना है कि रेलवे को बुनियादी ज़रूरतों पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए. यात्रियों का कहना है कि जंक्शन पर सिर्फ 1 नंबर प्लेटफार्म पर शौचालय की सुविधा उपलब्ध है. अन्य सभी प्लेटफ़ॉर्मों पर भी शौचालय का निर्माण कराया जाना चाहिए. पेय जल पर भी ध्यान देना चाहिए. रेलवे को यात्रिओं की सुरक्षा पर ज्यादा जोर देना देना चाहिए. एक प्लेटफार्म से दुसरे प्लेटफार्म पर जाने के लिए अंडर पास का निर्माण होना चाहिए.

इन सब से परे रेलवे अब भी ट्रेनों में बढती भीड़ को रोकने में नाकामयाब रहा है. अमूमन ट्रेनें लेट-लतीफ़ ही चलती हैं. साथ ही साथ टिकट की कालाबाजारी को रोकने में भी कहीं न कहीं रेलवे पूरी तरह से बेबस रहा है. देखने वाली बात यह है कि इस बजट में यात्रिओं के लिए वित्त मंत्री के पिटारे से क्या निकल के सामने आता है और उस पर कितना कार्य होता है यह तो आने वाला वक़्त ही बताएगा.

हालाँकि बीते वित्तीय वर्ष जंक्शन पर यात्री सुविधा में इजाफा ज़रूर हुआ है. जिसके तहत यात्रिओं के लिए जंक्शन पर वाई-फाई की सुविधा मुहैया कराई गयी हैं. इसके साथ ही कई सेवाओं में सुधार भी हुआ है. जंक्शन परिसर में साफ़-सफाई पर रेलवे ने बीते दिनों विशेष ध्यान दिया है. इस दौरान बीते वर्ष स्टेशन पर एस्केलेटर की भी सुविधा शुरू कर दी गयी. हालाँकि जंक्शन पर 4 एस्केलेटर का निर्माण किया जाना था. लेकिन अन्य एस्केलेटरों का निर्माण कार्य अभी लंबित है. वहीं दूसरी ओर जंक्शन के उत्तर दिशा की ओर प्रवेश द्वार बनाने का कार्य भी अभी लंबित है.

नई दिल्ली: वित्त मंत्री अरुण जेटली इस बार भी आम बजट एक फरवरी को पेश करेंगे. ये उनका पांचवा आम बजट है. साथ ही 2019 के आम चुनाव के पहले का आखिरी पूर्ण बजट होगा. आपको बता दें कि पिछले साल 2016 में केंद्र की मोदी सरकार ने आम बजट की तारीख को फरवरी महीने के आखिरी से बदलकर महीने के पहले दिन कर दिया था.

साल 2018-19 का बजट सत्र 29 जनवरी 2018 से शुरु होगा और 9 फरवरी तक चलेगा. बजट का दूसरा भाग 5 मार्च से 6 अप्रैल तक चलेगा. आम बजट 1 फरवरी को पेश किया जाएगा. संसदीय कार्यमंत्री अनंत कुमार ने इसकी जानकारी दी. माल एवं सेवा कर (जी.एस.टी.) लागू होने के बाद यह देश का पहला बजट है.