पटना, 28 अक्टूबर (हि.स.)। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में आज संपन्न हुई बिहार राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की बैठक में 2025 के विधानसभा चुनाव का एजेंडा तय किया गया है। बैठक में सर्वसम्मति से तय हुआ कि राजग आगामी विधानसभा चुनाव मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही लड़ेगी। साथ ही विधानसभा चुनाव में 220 से अधिक सीटों पर जीत का लक्ष्य निर्धारित किया गया।

बैठक में यह भी तय किया गया कि राज्य से लेकर पंचायत स्तर तक राजग नेताओं और कार्यकर्ताओं की बैठक आयोजित की जाएगी। बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कार्यकर्ताओं का मार्गदर्शन किया और उन्हें चुनाव जीतने के लिए जरूरी दिशा-निर्देश दिए। पार्टी ने विश्वास जताया कि सभी जाति-धर्म के लोगों के विकास के लिए किए गए कार्यों के आधार पर जनता फिर से राजग को चुनेगी।

बैठक खत्म होने के बाद भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ दिलीप जायसवाल ने कहा कि राजग अगला विधानसभा चुनाव नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही लड़ेगा। आगामी चुनाव में 2010 वाले चुनाव से अधिक सीटों पर जीत का लक्ष्य तय किया गया है। जायसवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री ने बैठक में कहा है कि विपक्ष अफवाह उड़ाकर मतदाताओं को भ्रमित करता है, उसका मुकाबला पूरी मजबूती से करना होगा। महागठबंधन ने बिहार के लोगों को ठगने का काम किया है। हर विधानसभा में राजग का सम्मेलन होगा और आगे से जो भी कार्यक्रम होगा, साझा होगा।

उल्लेखनीय है कि बिहार में साल 2025 में होने वाले चुनाव को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यह पहली बैठक की है और विपक्ष को साधने के लिए गठबंधन के नेताओं को तमाम तरह के निर्देश दिए हैं। हालांकि, इससे पहले राज्य में चार विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं। इस उपचुनाव को विधानसभा चुनाव के सेमीफाइनल के रूप में देखा जा रहा है। ऐसे में राजग की इस बैठक को काफी अहम माना जा रहा है।

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पटना, 27 अक्टूबर (हि.स.)। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के पूर्व सांसद शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा ने रविवार सुबह राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव से मिलने पहुंचे। 

राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव के साथ बैठक के बाद राजद में शामिल हो गए हैं।

ओसामा शहाब के साथ उनकी माँ हिना शहाब भी राजद में शामिल हुई हैं।

उल्लेखनीय है कि लोकसभा चुनाव के दौरान राजद ने ओसामा की माता हिना शहाब को सीवान से चुनाव लड़ने का ऑफर दिया था लेकिन उन्होंने इसे ठुकरा दिया था। हिना शहाब ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला लिया था लेकिन अब राजद का दामन थामा हैं।

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मुंबई, 25 अक्टूबर (हि.स.)। पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी के बेटे जीशान सिद्दीकी और पूर्व मंत्री नवाब मलिक की बेटी सना मलिक आज सुबह उप मुख्यमंत्री अजीत पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए। इसके बाद राकांपा एपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अजीत पवार ने इन दोनों सहित सात उम्मीदवारों की घोषणा की। इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष सुनील तटकरे भी उपस्थित रहे।

बाबा सिद्दीकी के बेटे जीशान बांद्रा पूर्व से कांगेस के वर्तमान विधायक हैं। जीशान सिद्दीकी ने कहा कि उनकी पिता की हालही में हत्या कर दी गई । ऐसे दुख के समय में भी कांग्रेस ने उनके साथ निम्न स्तर की राजनीति की।

इसी वजह से उन्होंने राकांपा का दामन थामा है। नबाब मलिक को हाल ही में प्रवर्तन निदेशालय ने गिरफ्तार किया था। इसलिए भाजपा नवाब मलिक की मुंबई के अनुशक्तिनगर विधानसभा सीट से विरोध कर रही थी। राकांपा एपी ने बीच का रास्ता निकालते हुए नवाब मलिक की जगह उनकी बेटी को पार्टी में शामिल किया और उन्हें अनुशक्तिनगर सीट से उम्मीदवार घोषित किया।

बुधवार को अजित पवार ने 38 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की थी। आज राकांपा एपी ने सात उम्मीदवारों की सूची की घोषणा की। इनमें वडगांव शेरी से सुनील टिंगरे, बांद्रा पूर्व से जीशान सिद्दीकी, अणुशक्तिनगर से सना मलिक, तासगांव से संजय काका पाटिल, इस्लामपुर से निशिकांत पाटिल, शिरूर से माउली कटके और लोहा-कंधार – प्रताप पाटिल चिखलीकर शामिल हैं।

इन सात उम्मीदवारों को लेकर अजित पवार की पार्टी राकांपा की ओर से अब तक कुल 45 उम्मीदवारों की घोषणा की जा चुकी है।

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मुंबई, 24 अक्टूबर (हि.स.)। महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने 48 उम्मीदवारों की पहली सूची गुरुवार रात को जारी की है। इस सूची में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले, पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण, कांग्रेस नेता बालासाहेब थोरात, विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष विजय बडेट्टीवार के नाम शामिल हैं।

कांग्रेस की ओर से जारी सूची में कराड दक्षिण से पृथ्वीराज चव्हाण, साकोली से नाना पटोले, धामनगांव से वीरेंद्र जगताप, तिवसा से यशोमति ठाकुर, ब्रम्हपुरी से विजय वडेट्टीवार, रिसोड़ से अमित जनक, नागपुर उत्तर से नितिन राउत, नागपुर पश्चिम से विकास ठाकरे, देवली (वर्धा) से रंजीत कांबले, राजुरा (चंद्रपुर) निर्वाचन क्षेत्र से सुभाष धोटे, अमरावती शहर से डॉ. सुनील देशमुख, अचलपुर से बबलू देशमुख और कोल्हापुर दक्षिण से ऋतुराज पाटिल को उम्मीदवार बनाया गया है। इसी तरह मलाड पश्चिम से असलम शेख, मुंबादेवी से अमीन पटेल, मीरा -भाईंदर से मुजफ्फर हुसैन को उम्मीदवार बनाया गया है।

महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि बहुत जल्द कांग्रेस पार्टी दूसरी सूची जारी करेगी।

उल्लेखनीय है कि कांग्रेस पार्टी महाविकास के सहयोगी दल के बतौर सूबे में विधानसभा चुनाव लड़ रही है। इस चुनाव में सीटों के बटवारे में कांग्रेस को 85 सीटें मिली हैं। इसके तहत कांग्रेस पार्टी बहुत जल्द दूसरी सूची जारी करने वाली है।

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नई दिल्ली, 23 अक्टूबर (हि.स.)। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने आज केरल की वायनाड सीट से लोकसभा उपचुनाव के लिए नामांकन दाखिल किया।उन्हाेंने अपनी मां व सांसद (राज्यसभा) सोनिया गांधी, अपने भाई और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, पति रावर्ट वाड्रा, पुत्र रेहान वाड्रा और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की उपस्थिति में नामांकन दाखिल किया। नामांकन दाखिल करने से पहले ये सभी नेता एक रोड शो में शामिल हुए।

रोड शो के दौरान लोगों को संबोधित करते हुए प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा, ‘‘पिछले 35 सालों से मैं विभिन्न चुनावों में पार्टी के लिए और किसी न किसी उम्मीदवार के लिए प्रचार करती रही हूं। यह पहली बार है जब मैं अपने लिए समर्थन की मांग कर रही हूं।’ उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे का भी आभार जताया कि उन्होंने उन्हें वायनाड से उम्मीदवार बनने का सौभाग्य दिया।

प्रियंका गांधी 22 अक्टूबर की रात को ही अपनी माता सोनिया गांधी मैसूर पहुंची थीं, जहां एयरपोर्ट पर कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने उनका स्वागत किया था। इसके बाद वे दोनों सड़क के रास्ते से वायनाड (केरल) पहुंचीं। जहां आज उन्होंने नामांकन दाखिल किया। लंबे समय से राजनीतिक क्षेत्र में सक्रिय प्रियंका गांधी वाड्रा पहली बार चुनावी राजनीति में भाग ले रही हैं।

उल्लेखनीय है कि लोकसभा चुनाव 2024 में वायनाड से राहुल गांधी को दूसरी बार जीत मिली थी। इस बार राहुल को वायनाड के साथ-साथ उत्तर प्रदेश की रायबरेली सीट पर भी जीत मिली, जोकि उनकी माता सोनिया गांधी की पारिवारिक सीट कही जाती है। उत्तर प्रदेश के महत्व देखते हुए राहुल गांधी ने वायनाड सीट छोड़ थी और तभी साफ कर दिया था कि उनके परिवार का ही कोई सदस्य यहां से प्रतिनिधित्व करेगा। इसी के चलते वायनाड सीट पर अब उप चुनाव हाे रहे हैं। पिछली बार यहां से राहुल गांधी ने कम्युनिष्ट पार्टी आफ इंडिया की एनी राजा और भारतीय जनता पार्टी के के सुरेंद्रन को हराया था। राहुल को कुल 6,47,445 वोट मिले थे। उन्हें 3 लाख से अधिक वोटों के अंतर से जीत मिली थी। दूसरे स्थान पर एनी राजा रही थीं।

वायनाड में 13 नवंबर को मतदान होना है और परिणाम 23 नवंबर को आएंगे। भाजपा ने यहां प्रियंका गांधी के खिलाफ नव्या हरिदास को टिकट दिया है। नाव्या कोझिकोड नगर निगम में दो बार की पार्षद और म्युनिसिपल हाउस में भाजपा पार्षद दल की नेता हैं। वे भाजपा महिला मोर्चा की राज्य महासचिव भी हैं। नव्या हरिदास अपना नामांकन दाखिल कर चुकी हैं। वहीं सीपीआई के वरिष्ठ नेता सत्यन मोकेरी को यहां से लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट का उम्मीदवार घोषित किया गया है।

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मुंबई, 22 अक्टूबर (हि.स.)। महाराष्ट्र में भाजपा नीत एनडीए गठबंधन के सहयोगी दलों में सीटों का बंटवारे को अंतिम रूप दे दिया गया है। सूबे में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को 156 सीटें, शिवसेना (शिंदे समूह) को 78 सीटें और अजित पवार की राकांपा को 54 सीट दिए जाने का निर्णय लिया गया है। हालांकि, इस फार्मूले की अभी तक औपचारिक तौर पर घोषणा नहीं की गई है।

विश्वस्त सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि महाराष्ट्र में एनडीए गठबंधन के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर केंद्रीय भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने नई दिल्ली में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के आवास पर करीब करीब तीन घंटे तक विचार विमर्श किया। इसके बाद महाराष्ट्र में भाजपा अपने सहयोगी दलों के साथ विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी शुरू कर दी है। भाजपा ने महाराष्ट्र की कुल 288 सीटों में से 99 सीटों पर उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है। भाजपा अपने हिस्से की 57 सीटों पर संभावित उम्मीदवारों के नाम पर विचार कर रही है।

महाराष्ट्र में उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के सागर बंगले पर इच्छुक उम्मीदवारों की भीड़ लगी हुई है। प्रदेश भाजपा की ओर से भेजी गई इच्छुक उम्मीदवारों के नाम पर अंतिम निर्णय केंद्रीय नेतृत्व लेगा। सूत्रों ने बताया कि एनडीए गठबंधन में जीत की प्रबल संभावना को ही टिकट देने का प्रमुख मापदंड बनाया गया है। देवेंद्र फडणवीस ने पत्रकारों से अनौपचारिक चर्चा में कहा कि एनडीए गठबंधन में सीटों का बंटवारे को लगभग अंतिम रूप दिया जा चुका है। बहुत जल्द इसकी घोषणा सहयोगी दल अलग-अलग अपने तरीके से करेंगे।

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Chhapra: भारतीय जनता पार्टी के छपरा विधानसभा के सक्रिय सदस्यता अभियान का विधिवत शुभारंभ नगर मण्डल अध्यक्ष राजेश फैशन के अध्यक्षता में किया गया।

जिलाध्यक्ष रणजीत कुमार सिंह द्वारा छपरा विधायक डॉ सी एन गुप्ता को सक्रिय सदस्य बनाकर सदस्यता अभियान कर शुभारंभ किया।

इस अवसर पर जिला मुख्य प्रवक्ता धर्मेंद्र सिंह चौहान, मंडल महामंत्री सुधीर कुमार, छोटन महतो आदि उपस्थित थें। एक दर्जन भाजपा कार्यकर्ताओं को ऑन लाइन प्राथमिक सदस्य बनाने वाले कार्यकर्ता सक्रिय सदस्य बन रहे है।

इस अवसर पर भाजपा जिलाध्यक्ष रंजीत सिंह में कहा कि सदस्यता अभियान का तीसरा चरण का महाअभियान 23, 24, 25 हर बूथ पर 50 नये प्राथमिक सदस्य एवं वरिष्ठ कार्यकर्ता जो 100 अपने कोड पर प्राथमिक सदस्य बनाय है वे सक्रिय सदस्य बनाया जाएगा। पूरे देश मे महाअभियान चलाया जा रहा है। सभी कार्यकर्ता इस अभियान में लगना है।

छपरा विधायक डॉ सी एन गुप्ता ने कहा कि केवल भाजपा ही ऐसी पार्टी है जो कार्यकर्ता आधारित पार्टी है बात बाकी पार्टी परिवारवाद है। पार्टी द्वारा लक्ष्य को हम सभी कार्यकर्ता मिलकर हर हाल में पूरा करेंगे।

बैठक में मुख्य रूप से राष्ट्रीय परिषद के सदस्य एवं पूर्व जिलाध्यक्ष अशोक कु सिंह, पूर्व जिला अध्यक्ष सह सक्रिय सदस्यता प्रभारी रमेश प्रसाद, महामंत्री शत्रुध्न भगत, विवेक कु सिंह, जिला मंत्री सत्यानन्द सिंह, ओबीसी मोर्चा के प्रदेश मंत्री विकाश गुप्ता, मण्डल अध्यक्ष सतेन्द्र शर्मा, संजय तिवारी वारसी, महिला मोर्चा मण्डल अध्यक्ष ममता मिश्रा, मनीष मिश्रा,अनुरंजन प्रसाद,अनूप यादव,सहित विधानसभा के सभी वरिष्ठ कार्यकर्ता शामिल हुए।

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– हरियाणा विधानसभा चुनाव की हार पर मंथन के लिए दिल्ली में हुई पहली बैठक

चंडीगढ़, 10 अक्टूबर (हि.स.)। हरियाणा में मिली करारी हार को लेकर कांग्रेस में मंथन शुरू हो गया है। कांग्रेस हाईकमान ने टिकट आवंटन से लेकर चुनाव लड़ने तक की समीक्षा करने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष उदयभान समेत पार्टी प्रभारी दीपक बाबरिया को दिल्ली में तलब किया लेकिन तीनाें ही इस बैठक में शामिल नहीं हुए। नई दिल्ली में गुरुवार को हुई बैठक की खास बात यह रही कि इसमें कुमारी सैलजा, रणदीप सुरजेवाला तथा कैप्टन अजय सिंह यादव को नहीं बुलाया गया।

कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणगुगोपाल, राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, अजय माकन विशेष रूप से मौजूद रहे। बैठक में कुमारी सैलजा, रणदीप सुरजेवाला तथा कैप्टन अजय सिंह यादव को नहीं बुलाया गया था लेकिन पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा, कांग्रेस अध्यक्ष उदयभान तथा प्रभारी दीपक बाबरिया बुलाने के बावजूद इस बैठक में शामिल नहीं हुए। दीपक बाबरिया स्वास्थ्य ठीक नहीं हाेने के कारण वीसी से शामिल हुए, जबकि हुड्डा व उदयभान पूर्व निर्धारित कार्यक्रमाें के चलते बैठक में नहीं गये।

हाईकमान ने इस चुनाव में भूपेंद्र सिंह हुड्डा को फ्री हैंड दिया था, जिसके चलते 90 में 73 सीटों पर हुड्डा की पसंद के उम्मीदवार उतारे गए। चुनाव प्रचार के दौरान भी भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने ही कमान संभाली। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने इस बैठक में कहा है कि चुनाव के दौरान हमारे नेताओं के निजी हित पार्टी के हितों से ऊपर रहे। बैठक में तय किया गया कि हार के कारणों को जानने के लिए फैक्ट फाइंडिंग कमेटी बनाई जा रही है, जो हरियाणा में जाकर नेताओं से चर्चा करके रिपोर्ट हाईकमान को सौपेंगी। कमेटी में कौन-कौन चेहरे शामिल किए जाएंगे, अभी उनके नामों पर चर्चा नहीं हो पाई है।

करीब आधे घंटे चली मीटिंग के बाद कांग्रेस नेता अजय माकन ने हुड्डा-सैलजा के मतभेदों पर कहा कि हार के बहुत सारे कारण हैं, जो चुनाव आयोग से लेकर नेताओं के मतभेद तक हैं। इन्हीं सब कारणों पर चर्चा हुई और आगे भी चर्चा करेंगे। आधे घंटे की मीटिंग में इस मामले में किसी निष्कर्ष तक नहीं पहुंचा जा सका। आज की मीटिंग में हमने आगे की रणनीति पर चर्चा की है। आगे जो भी होगा, उसकी जानकारी केसी वेणुगोपाल देंगे।

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Patna: जन सुराज अभियान के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने 2 अक्टूबर को दल बनने से पहले पटना स्थित जन सुराज कैंप के एक महत्वपूर्ण प्रेस वार्ता को संबोधित किया। प्रेस से बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि जन सुराज अभियान 2 अक्टूबर को एक राजनीतिक दल बनने जा रहा है। दल का स्थापना कार्यक्रम पटना के वेटनरी कॉलेज मैदान में दोपहर 2 बजे होगा।

इस कार्यक्रम में जन सुराज से जुड़े बिहार भर के लोग आ रहे हैं। प्रशांत ने बताया कि 2 अक्टूबर को पार्टी की स्थापना के दिन जन सुराज के नेता यानी अध्यक्ष, नेतृत्व परिषद और पार्टी के संविधान की घोषणा भी की जाएगी। उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि वो न तो इस दल के नेता होंगे और नहीं नेतृत्व परिषद में शामिल होंगे। प्रशांत के मुताबिक वो पहले की तरह ही दल बनने के बाद भी बिहार की पदयात्रा करते रहेंगे।

उन्होंने ये भी बताया कि दल बनने के बाद अगले साल की शुरुआत में फरवरी-मार्च के महीने में पटना के गांधी मैदान से जन सुराज बिहार के समग्र विकास के लिए अपना ब्लूप्रिंट जारी करेगा और बिहार के लोगों को बताया जाएगा कैसे बिहार भी देश के अग्रणी राज्यों में शामिल हो सकता है। बिहार के हर एक पंचायत का अलग-अलग घोषणापत्र भी जारी किया जाएगा।

बिहार भाजपा के अध्यक्ष को गांव के 10 लोग नहीं जानते, ऐसे लोगों के सहारे भाजपा बिहार को कैसे जीत सकती है: प्रशांत किशोर

प्रशांत किशोर ने बीजेपी पर सीधा निशाना साधते हुए कहा कि अगर बिहार बीजेपी अध्यक्ष दिलीप जायसवाल को किसी गांव में खड़ा कर दिया जाए, तो उन्हें 10 लोग भी नहीं पहचान पाएंगे। यह वही बीजेपी है, जो खुद को दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी होने का दावा करती है, लेकिन बिहार में उसकी स्थिति दयनीय है। उन्होंने कहा कि बिहार में बीजेपी के पास खुद का कोई मजबूत चेहरा नहीं है। नीतीश कुमार के साथ सरकार बनाकर बीजेपी खुद को डुबो रही है। आज बीजेपी के पास बिहार में कोई स्पष्ट नेतृत्व नहीं है, और इसीलिए उन्होंने 43 विधायकों के साथ नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनाए रखा है। प्रशांत किशोर ने इसे बीजेपी की बड़ी रणनीतिक गलती बताया और दावा किया कि इसका खामियाजा पार्टी को अगले चुनावों में भुगतना पड़ेगा।

ट्रिपल S – शराबबंदी, सर्वे और स्मार्ट मीटर, नीतीश कुमार के राजनीतिक जीवन के आखिरी कील साबित होंगे: प्रशांत किशोर

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि ट्रिपल S यानी – शराबबंदी, सर्वे (जमीन) और स्मार्ट मीटर नीतीश कुमार के राजनीतिक जीवन का “आखिरी कील” है। उन्होंने कहा, शराबबंदी सिर्फ कागजों में है। ज़मीनी हकीकत यह है कि शराब की दुकानों को बंद कर दिया गया है, लेकिन होम डिलीवरी धड़ल्ले से चल रही है। जन सुराज शुरू से ही शराबबंदी के खिलाफ रहा है और हम मानते हैं कि इससे आने वाला राजस्व राज्य की शिक्षा व्यवस्था को सुधारने में लगाया जा सकता है।

उन्होंने जमीन सर्वे के मुद्दे पर कहा कि यह सर्वे गांवों में झगड़े और संघर्ष की वजह बन रहा है। नीतीश सरकार द्वारा किया गया जमीन सर्वे अगले छह महीने में हर घर और गांव में झगड़े का कारण बनेगा, और हाल की घटनाओं ने यह साबित भी कर दिया है।

स्मार्ट मीटर पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने बताया कि जिन उपभोक्ताओं ने स्मार्ट मीटर का उपयोग शुरू किया है, वे अब इसके खिलाफ हो गए हैं, क्योंकि उनके बिजली बिल में भारी बढ़ोतरी हो रही है। उन्होंने कहा, लोगों के मन में यह धारणा बन गई है कि स्मार्ट मीटर के जरिए उनके बिलों में छेड़छाड़ की जा रही है।

RJD पर PK का हमला, बोले – राजद बिहार में लगातार कमजोर हो रहा है, 1995 के बाद लालू जी कभी बिहार नहीं जीत पाए हैं

प्रशांत किशोर ने राजद पर भी कटाक्ष करते हुए कहा कि 2005 के बाद से आरजेडी की कोई ताकत नहीं बची है। RJD और उनके गठबंधन को पिछले कई चुनावों में सफलता नहीं मिली है। महागठबंधन की एकमात्र जीत भी नीतीश कुमार के चेहरे पर हुई थी, न कि आरजेडी के नाम पर।” उन्होंने कहा कि इस बार के लोकसभा चुनाव में बीजेपी और एनडीए ने 176 विधानसभा क्षेत्रों में बढ़त बना रखी है, जबकि आरजेडी के पास मात्र 50 सीटों पर प्रभाव है। हमारा मुकाबला 176 सीटों वाले एनडीए से है, न कि कमजोर हो चुकी आरजेडी से हैं। उन्होंने यह भी बताया कि लालू यादव अपने दम पर सिर्फ एक बार चुनाव जीत पाए थे।

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पटना, 27 सितम्बर (हि.स.)। जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने शुक्रवार को बिहार के युवाओं के साथ दूसरे राज्यों में हो रहे दुर्व्यवहार पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि आज पूरे देश में बिहार के लोगों का अपमान हो रहा है।

बिहारी व्यक्ति को मूर्ख, अनपढ़ और मजदूर समझा जाता है। आज बिहारी शब्द गाली बन गया है। आज पूरे देश में बिहार के बच्चों का जो अपमान हो रहा है, उसके लिए बिहार के नेता जिम्मेदार हैं।

प्रशांत किशोर ने बिहार के गौरवशाली इतिहास की चर्चा करते हुए कहा कि बिहार ज्ञान की धरती रही है। दुनिया भर से लोग शिक्षा और ज्ञान प्राप्त करने के लिए बिहार आते थे। बिहार के नालंदा और विक्रमशिला विश्वविद्यालय पूरी दुनिया में प्रसिद्ध थे।

उन्होंने कहा कि बिहार वह धरती है, जहां देवताओं ने भी ज्ञान प्राप्त किया। एक समय था जब पूरे देश पर बिहार से शासन होता था लेकिन बिहार के नेताओं के जंगलराज और अफसर राज का नतीजा है कि आज बिहार के बच्चे और युवा महज दस से बारह हजार रुपये के लिए पूरे देश में जाकर मजदूरी करने को मजबूर हैं।

उन्हें अपना घर-परिवार छोड़कर दूसरे राज्यों में मजदूरी करनी पड़ती है। साथ ही अपमान और दुर्व्यवहार सहना पड़ता है। इसलिए जन सुराज का संकल्प है कि इस व्यवस्था को बदला जाए। बिहार के बच्चों को अच्छी शिक्षा मिले, ताकि कोई उन्हें अनपढ़ और मूर्ख कहकर अपमानित न करे।

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पटना, 27 सितम्बर (हि.स.)। बिहार विधानसभा चुनाव में भले ही अभी एक साल का समय बाकी हो लेकिन सियासी बिसात अभी से ही बिछाई जाने लगी है। बिहार में अगले वर्ष यानी 2025 में विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं। ऐसे में प्रदेश में यात्राओं और समागम का दौर चल पड़ा है।

आभार यात्रा के जवाब में जदयू का समागम

राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) प्रमुख लालू प्रसाद यादव के राजनीतिक वारिस माने जाने वाले पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव आभार यात्रा के जरिए पहले चरण में 4 जिलों का दौरा पूरा कर चुके है। राजद की आभार यात्रा’ के जवाब में जनता दल यूनाइटेड (जदयू) ‘कार्यकर्ता समागम’ शुरू करने जा रहे हैं।

कार्यकर्ता समागम’ का नेतृत्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नौकरशाह से नेता बने पार्टी के महासचिव मनीष वर्मा को सौंपी है। इस बहाने मनीष वर्मा चुनाव से पहले बिहार मथने के साथ-साथ जदयू कार्यकर्ताओं को जीत का मंत्र भी देंगे। जदयू ‘कार्यकर्ता समागम’ की शुरुआत शुक्रवार को मुजफ्फरपुर से हो रही है, जो चार महीने तक चलेगी। अगले साल 20 जनवरी 2025 को नालंदा में इसका समापन होगा। बीते साल 2023 से ही बिहार के हरेक गांव-गांव की खाक छान रहे जनसुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर दो अक्टूबर को अपने संगठन को पार्टी में बदलने वाले हैं, जिसकी घोषणा उन्होंने पहले ही कर दी है। उन्हीं की राह को अपनाते हुए राजद नेता और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने आभार यात्रा पूरी की है।

दस से 17 सितम्बर तक आभार यात्रा का पहला चरण हुआ पूर्ण

बीते 10 सितम्बर से लेकर 17 सितम्बर के मध्य निकाली आभार यात्रा का पहला चरण पूरा हो गया है। जिसके पहले दिन 10 सितम्बर को तेजस्वी यादव ने समस्तीपुर जिले के 5 विधानसभा क्षेत्र मोरवा, सरायरंजन, मोइनुद्दीन नगर, उजियारपुर और बिभूतिपुर के कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर उनका फिडबैक लिया था।

तेजस्वी ने 11 सितम्बर को समस्तीपुर, रोसड़ा, कल्याणपुर, वारिसनगर और हसनपुर के कार्यकर्ताओं से मुलाकात की। 12 सितम्बर को तेजस्वी ने दरभंगा जिले के बहादुरपुर, दरभंगा, हायाघाट, केवटी, और जाले विधानसभा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं से मुलाकत की। तेजस्वी 13 सितम्बर को दरभंगा ग्रामीण, गौराबौराम, बेनीपुर, अलीनगर एवं कुशेश्वरस्थान का दौरा किया।

इसी तरह 14 सितम्बर को तेजस्वी यादव ने मधुबनी जिले में मधुबनी, राजनगर, बेनीपट्टी, बिस्फी और हरलाखी विधानसभा के कार्यकर्ताओं से मुलाकात की। इसके बाद 15 सितम्बर को तेजस्वी यादव मधुबनी जिले के लोकहा फुलपरास, झंझारपुर, और खजौली विधानसभा क्षेत्र का दौरा किया। 16 सितम्बर को तेजस्वी यादव मुजफ्फरपुर में गायघाट औराई मीनापुर बोचहा सकरा और कुढ़नी विधानसभा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं से मिले। 17 सितम्बर तेजस्वी यादव ने अपनी आभार यात्रा का समापन मुजफ्फरपुर जिले में किया। तेजस्वी यादव ने मुजफ्फरपुर जिले के मुजफ्फरपुर, कांटी, बारूराज, पारू और साहिबगंज के कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर उनका फीडबैक लिया।

आरएलएम के राष्ट्रीय अध्यक्ष बिहार यात्रा के प्रथम चरण में शाहाबाद रेंज का कर रहे हैं दौरा

तेजस्वी की आभार यात्रा के संपन्न होते ही राष्ट्रीय लोक मोर्चा (आरएलएम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और राज्यसभा सदस्य उपेंद्र कुशवाहा अपनी बिहार यात्रा पर हैं। उपेंद्र कुशवाहा बिहार यात्रा के पहले चरण में 25 सितम्बर को अरवल व औरंगाबाद, 26 को औरंगाबाद व रोहतास, 27 को रोहतास व भोजपुर और 29 को सारण में अपने पहले चरण की यात्रा का समापन करेंगें।आज वे रोहतास पहुंचे है।

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पटना, 26 सितम्बर (हि.स.)। बिहार सरकार में जदयू कोटो से मंत्री अशोक चौधरी को जदयू का राष्ट्रीय महासचिव बनाया गया है। जदयू के महासचिव अफाक अहमद खान ने गुरुवार को प्रेस विज्ञाप्ति जारी कर जानकारी दी कि जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष-सह बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आदेश पर अशोक चौधरी को जदयू का राष्ट्रीय महासचिव नियुक्ति किया गया है।

अशोक चौधरी को जदयू का राष्ट्रीय महासचिव बनाने के बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने स्पष्ट संदेश दे दिए हैं कि पार्टी में अशोक चौधरी का कद और सीएम से उनके संबंध दोनों मजबूत हैं। जदयू में भी इशारे ही इशारे में कुछ नेताओं ने अशोक चौधरी पर निशाना साधा था। अब जदयू में उनका कद नीतीश कुमार ने बढ़ा दिया है। बताते चलें कि इससे पहले संजय झा को जदयू में कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया था। कई अन्य लोगों को अहम जिम्मेवारी थमाई गयी जिसमें पार्टी में वापसी करने वाले श्याम रजक भी शामिल हैं।

उल्लेखनीय है कि अशोक चौधरी सीएम नीतीश कुमार के करीबी नेताओं में एक हैं। बिहार सरकार में मंत्री पद उन्हें दिया गया है। अशोक चौधरी का पार्टी में कद बढ़ाए जाने के बाद अब तमाम अटकलों पर भी नीतीश कुमार ने विराम लगा दिया है।

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