पटना, 28 फरवरी (हि.स.)। बिहार में भाजपा ने चुनाव प्रचार शुरू कर दिया है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आज दरभंगा जिले के घनश्यामपुर में चुनावी रैली को संबोधित करेंगे। उनका सीतामढ़ी और सीवान जिले में भी कार्यक्रम है। वो सीतामढ़ी जिले के पुनौराधाम के दर्शन करने जाएंगे। इसके अलावा चार लोकसभा सीटों के भाजपा नेताओं संग बैठक करेंगे।

रक्षामंत्री सिंह बुधवार सुबह 10 बजे दरभंगा एयरपोर्ट पहुंचेंगे। यहां से वे सीतामढ़ी के पुनौराधाम के लिए रवाना होंगे। मां जानकी की जन्मस्थली पुनौरा धाम में दर्शन करने के बाद सीतामढ़ी में बुद्धिजीवियों के साथ संवाद करेंगे। दोपहर करीब साढ़े 12 बजे सीतामढ़ी से सीवान के लिए रवाना होंगे। सीवान में भाजपा नेताओं के साथ बैठक करेंगे। इसमें चार लोकसभा सीटों- सीवान, छपरा, गोपालगंज और महाराजगंज के पार्टी नेता शामिल होंगे।

वो दोपहर 12ः45 बजे सीवान से वापस दरभंगा लौटेंगे। यहां घनश्यामपुर में राजकीय जनता उच्च विद्यालय, शिवनगर घाट मैदान में चुनावी रैली को संबोधित करेंगे। इसके बाद शाम पांच बजे वे दरभंगा से दिल्ली के लिए रवाना होंगे। दरभंगा के भाजपा सांसद गोपालजी ठाकुर ने बताया कि राजनाथ सिंह के दौरे को लेकर कार्यकर्ताओं में जोश है। स्थानीय भाजपा नेताओं ने रक्षामंत्री की सभा में ज्यादा से ज्यादा लोगों से आने की अपील की है। इसके लिए घर-घर जाकर जनसंपर्क अभियान चलाया गया।

उल्लेखनीय है कि आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर अगले महीने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह भी बिहार दौरे पर आएंगे। प्रधानमंत्री मोदी की 2 मार्च को बेगूसराय और औरंगाबाद में जनसभा प्रस्तावित है। शाह पटना के पालीगंज में भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे। उनके दौरे की तारीख पहले 5 मार्च तय की गई थी, मगर अब इसमें परिवर्तन होने के संकेत हैं।

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गिर सोमनाथ, 23 फरवरी (हि.स.)। गुजरात पुलिस ने गिर सोमनाथ जिले के वेरावल बंदरगाह पर आधीरात छापा मारकर फिशिंग बोट में छिपाकर लाई गई 50 किलोग्राम हेरोइन जब्त की है। नौ लोगों को हिरासत में लिया गया है। इसका बाजार मूल्य लगभग 350 करोड़ रुपये बताया गया है।

गिर सोमनाथ के पुलिस अधीक्षक मनोहरसिंह जाडेजा के ड्रग्स के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के दौरान यह कामयाबी मिली है। पुलिस ने जब्त नशीला पदार्थ के सैम्पल जांच के लिए एफएसल भेज दिए हैं। पुलिस ने नौका सवार नौ खलासियों को हिरासत में लिया है। उनसे पूछताछ की जा रही है।

पुलिस ने इस कार्रवाई में गुजरात एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड, गिर सोमनाथ स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप, लोकल क्राइम ब्रांच, फॉरेसिंक साइंस लेबोरेट्री और मरीन पुलिस का सहयोग लिया। राज्य के गृह राज्यमंत्री हर्ष संघवी ने एक्स पोस्ट में इसके लिए पुलिस विभाग को बधाई दी है।

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मुंबई, 23 फरवरी (हि.स.)। समूचे महाराष्ट्र और राजनीतिक हल्कों में ‘जोशी सर’ के नाम से विख्यात प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मनोहर जोशी (86 ) का आज (शुक्रवार) तड़के करीब तीन बजे माहिम स्थित हिंदुजा अस्पताल में निधन हो गया। उन्हें गुरुवार शाम को हार्ट अटैक आने के बाद यहां भर्ती कराया गया था। ‘जोशी सर’ का अंतिम संस्कार शाम को पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा।

पिछले साल मई में भी उन्हें स्वास्थ्य कारणों से इसी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। कुछ दिन बाद पता चला कि उन्हें ब्रेन ट्यूमर है। उस समय उन्होंने बीमारी को मात दे दिया था। जोशी का पार्थिव शरीर आज उनके आवास पर रखा जाएगा। इसके बाद शिवाजी पार्क स्थित श्मशान घाट पर राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा।

मनोहर जोशी का जन्म दो दिसंबर, 1937 को रायगढ़ जिले के नंदवी गांव में मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ था। उन्होंने मुंबई में शिक्षा ग्रहण की। पढ़ाई पूरी करने के बाद मुंबई नगर निगम में कुछ समय तक नौकरी की। कुछ समय बाद बालासाहेब ठाकरे के नेतृत्व में शिवसेना से जुड़ गए। ठाकरे के वह करीबियों में रहे।

वह 1976 से 1977 तक मुंबई के मेयर रहे। शिवसेना नेता मनोहर जोशी चार साल (1995-1999) तक मुख्यमंत्री रहे। पार्टी ने भाजपा के साथ गठबंधन में पहली बार महाराष्ट्र में सत्ता हासिल की। उन्होंने अटल बिहारी वाजपेयी सरकार के दौरान लोकसभा अध्यक्ष (2002-2004) के रूप में कार्य किया। वह कांग्रेस के शिवराज पाटिल (1991-1996) के बाद इस प्रतिष्ठित पद को संभालने वाले राज्य के दूसरे व्यक्ति बने। जोशी मुंबई सेंट्रल संसदीय सीट से सांसद रह चुके हैं। उन्होंने छह साल तक राज्यसभा सदस्य के रूप में भी काम किया है। पिछले कुछ समय से खराब सेहत के चलते वह महाराष्ट्र की राजनीति से दूर थे।

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नई दिल्ली, 22 फ़रवरी (हि.स.)। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को जेड प्लस सुरक्षा प्रदान की जाएगी। केन्द्रीय एजेंसियों की ओर से खतरे का आकलन करने के बाद यह फैसला लिया गया है।

सूत्रों के मुताबिक मल्लिकार्जुन खड़गे को अब सीआरपीएफ की ओर से दी जाने वाली देश की सबसे उच्च स्तर का सुरक्षा कवर दिया जाएगा। इसके बाद केवल एसपीजी की सुरक्षा का स्थान आता है, जिसे केवल प्रधानमंत्री को दिया जाता है।

इस सुरक्षा कवर में सीआरपीएफ कमांडो के साथ 55 कर्मी शामिल हैं, जो चौबीस घंटे सुरक्षा देते हैं। इस कवर में एक बुलेटप्रूफ गाड़ी और तीन शिफ्ट में एस्कॉर्ट भी शामिल है।

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नई दिल्ली, 18 फरवरी (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने पार्टी की केंद्र की सत्ता में फिर से वापसी पर विश्वास जताते हुए कहा कि नरेन्द्र मोदी फिर प्रधानमंत्री बनेंगे, इस बात में कोई शक नहीं है।

शाह भाजपा की राष्ट्रीय परिषद के दो दिवसीय अधिवेशन में रविवार को पार्टी नेताओं को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने आरोप लगाया कि तुष्टीकरण की राजनीति के कारण कांग्रेस नेताओं ने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा से दूरी बनाई। शाह ने विपक्ष के इंडी गठबंधन को परिवार के हितों को सर्वोपरि रखने वाली पार्टियों का एक प्रकार का विलय करार दिया और कहा कि इस वजह से वो आज हर चीज का विरोध करने लगे हैं। उन्होंने कहा कि मोदी के 10 वर्षों में आज देश विकसित भारत का स्वप्न लेकर आगे बढ़ रहा है। दूर-दूर तक इंडी गठबंधन को सत्ता प्राप्ति की संभावना नहीं दिखती है।

भाजपा नेता ने कांग्रेस के साथ-साथ आम आदमी पार्टी को भी घेरा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने जल, नभ, थल हर जगह घोटाले किए और आज इंडी गठबंधन का नेतृत्व इसी कांग्रेस के हाथ में है। कांग्रेस इतना भ्रष्टाचार करती है तो साथी भला क्यों पीछे रहेंगे। आम आदमी पार्टी ने शराब घोटाला, मोहल्ला क्लीनिक और न जाने कितने घोटाले किए। इन्होंने लोगों के मेडिकल टेस्ट करने में भी घोटाला किया। इसी वजह से आज आम आदमी पार्टी का सारा नेतृत्व कोर्ट और एजेंसियों से दूर भाग रहा है।

प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व के कालखंड को सबसे ज्यादा विकासप्रद बताते हुए शाह ने कहा कि अपने 75 साल के इतिहास में देश ने 17 लोकसभा चुनाव, 22 सरकारें और 15 प्रधानमंत्री देखे हैं। देश में हर सरकार ने अपने समय के अनुरूप विकास करने का प्रयास किया। इसमें कोई भ्रम नहीं है कि मोदी सरकार के पिछले 10 वर्षों में समग्र विकास हुआ।

इससे पहले आज भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृहमंत्री अमित शाह और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने पार्टी की दो दिवसीय राष्ट्रीय परिषद की बैठक के दौरान दिल्ली के भारत मंडपम में प्रधानमंत्री मोदी को माला पहनाकर स्वागत किया।

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नई दिल्ली, 17 फ़रवरी (हि.स.)। ज्ञानपीठ पुरस्कार चयन समिति ने वर्ष 2023 के लिए 58वें ज्ञानपीठ पुरस्कार की घोषणा की है। इस वर्ष यह पुरस्कार दो भाषाओं क्रमशः संस्कृत के लिए जगतगुरु रामभद्राचार्य और उर्दू के लिए विख्यात गीतकार गुलज़ार को दिया जाएगा।

सुप्रसिद्ध कथाकार और ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित प्रतिभा राय की अध्यक्षता के हुई चयन समिति की बैठक में यह निर्णय लिया गया। बैठक में चयन समिति के अन्य सदस्य माधव कौशिक, दामोदर मौजो, प्रो. सुरंजन दास, प्रो. पुरुषोत्तम बिल्माले, प्रफ्फुल शिलेदार, प्रो. हरीश त्रिवेदी, प्रभा वर्मा, डॉ. जानकी प्रसाद शर्मा, ए. कृष्णा राव और ज्ञानपीठ के निदेशक मधुसुदन आनन्द शामिल थे।

उल्लेखनीय है कि सन 1944 में स्थापित भारतीय ज्ञानपीठ द्वारा वर्ष 1965 से हर वर्ष भारतीय साहित्य में उत्कृष्ट योगदान ज्ञानपीठ पुरस्कार प्रदान करता है। संस्कृत भाषा को दूसरी बार और उर्दू के लिए पांचवीं बार यह पुरस्कार प्रदान किया जा रहा है। देश के सर्वोच्च साहित्य सम्मान ज्ञानपीठ पुरस्कार के रूप में विजेताओं को पुरस्कार स्वरूप 11 लाख रुपये की राशि, वाग्देवी की प्रतिमा और प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाएगा।

रामभद्राचार्य – संक्षिप्त परिचय

1950 में जौनपुर (उत्तर प्रदेश) के खांदीखुर्द गाँव में जन्मे रामभद्राचार्य चित्रकूट (उत्तर प्रदेश) में रहने वाले एक प्रख्यात विद्वान, शिक्षाविद्, बहभाषाविद्, रचनाकार, प्रवचनकार, दार्शनिक और हिन्दू धर्मगुरु हैं। वे रामानन्द सम्प्रदाय के वर्तमान चार जगद्गुरु रामानन्दाचार्यों में से एक हैं और इस पद पर 1988 ई. से प्रतिष्ठित हैं।

वे चित्रकूट में स्थित संत तुलसीदास के नाम पर स्थापित तुलसी पीठ नामक धार्मिक और सामाजिक सेवा संस्थान के संस्थापक और अध्यक्ष हैं। वे बहुभाषाविद् हैं और 22 भाषाएं बोलते हैं। वे संस्कृत, हिन्दी, अवधी, मैथिली सहित कई भाषाओं में आशुकवि और रचनाकार हैं। उन्होंने 240 से अधिक पुस्तकों और ग्रंथों की रचना की है, जिनमें चार महाकाव्य (दो संस्कृत और दो हिन्दी में), रामचरितमानस पर हिन्दी टीका, अष्टाध्यायी पर काव्यात्मक संस्कृत टीका और प्रस्थानत्रयी (ब्रह्मसूत्र, भगवद्गीता और प्रधान उपनिषदों) पर संस्कृत भाष्य सम्मिलित हैं।

उन्हें तुलसीदास पर भारत के सर्वश्रेष्ठ विशेषज्ञों में गिना जाता है। वे रामचरितमानस की एक प्रामाणिक प्रति के सम्पादक हैं, जिसका प्रकाशन तुलसी पीठ द्वारा किया गया है। 2015 में भारत सरकार ने उन्हें पद्मविभूषण से सम्मानित किया है।

गुलजार – संक्षिप्त परिचय

गुलज़ार नाम से प्रसिद्ध सम्पूर्ण सिंह कालरा (1934) हिन्दी फिल्मों के एक प्रसिद्ध गीतकार हैं। इसके अतिरिक्त वे एक कवि, पटकथा लेखक, फ़िल्म निर्देशक नाटककार तथा प्रसिद्ध शायर हैं। उनकी रचनाएं मुख्यतः हिन्दी, उर्दू तथा पंजाबी में हैं।

गुलज़ार को वर्ष 2002 में सहित्य अकादमी पुरस्कार और वर्ष 2004 में भारत सरकार द्वारा दिये जाने वाले तीसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म भूषण से भी सम्मानित किया जा चुका है। वर्ष 2009 में डैनी बॉयल निर्देशित फिल्म स्लमडॉग मिलियनेयर में उनके द्वारा लिखे गीत जय हो के लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ गीत का ऑस्कर पुरस्कार मिल चुका है। इसी गीत के लिए उन्हें ग्रैमी पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है।

अपनी लम्बी फ़िल्मी यात्रा के साथ साथ गुलज़ार अदब के मैदान में नई नई मंज़िलें तय करते रहे हैं। नज़्म में इन्होंने एक नई विधा “त्रिवेणी” का आविष्कार किया है, जो तीन पंक्तियों की गैर मुक़फ़्फ़ा नज़्म होती है। गुलज़ार ने नज़्म के मैदान में जहां भी हाथ डाला अपने नयेपन से नया गुल खिलाया। कुछ समय से वो बच्चों की नज़्म-ओ-नस की तरफ संजीदगी से मुतवज्जा हुए हैं।

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– करीब दो घंटे तक कई मिसाइलें और गोला-बारूद दागने से बना युद्ध जैसा माहौल

– स्वदेशी विमानों, हेलीकॉप्टरों, मिसाइलों और रक्षा प्लेटफार्मों का हुआ अद्भुत प्रदर्शन

जैसलमेर, 17 फरवरी (हि.स.)। वायु सेना ने शनिवार की शाम भारत-पाकिस्तान सीमा के नजदीक पोखरण फायरिंग रेंज (राजस्थान) में ‘वायुशक्ति’ अभ्यास करके अपनी युद्धक तथा प्रहार क्षमताओं का प्रदर्शन किया। लड़ाकू विमानों और हेलीकॉप्टरों से करीब दो घंटे तक कई तरह की मिसाइलें और गोला-बारूद दागने से बिलकुल युद्ध जैसा माहौल बन गया। फ्रांसीसी विमान राफेल और स्वदेशी प्रचंड हेलीकॉप्टर ने पहली बार देश के भीतर किसी युद्धाभ्यास में हिस्सा लेकर अपनी हवाई ताकत दिखाई। सतह से हवा में मार करने वाली हथियार प्रणाली ‘समर’ का भी पहली बार इस अभ्यास में इस्तेमाल किया गया।

राष्ट्रगान के साथ शुरू हुए हाईवोल्टेज हवाई युद्धाभ्यास ‘वायुशक्ति’ को तीन हिस्सों डे इवेंट, डस्ट इवेंट और नाइट इवेंट में बांटा गया था। तीनों इवेंट में कुल मिलाकर 33 हवाई प्रदर्शन किए गए। डे इवेंट में सूर्यास्त से पहले 23 जबरदस्त आसमानी करतब हुए, जिसमें फ्लैग ट्रुपिंग, सुपरसोनिक रन, हवा से हवा में मिसाइल फायरिंग की गई। इस अभ्यास में सेना की बंदूकों को भी एयरलिफ्ट किया गया था। फ्रांसीसी राफेल लड़ाकू जेट और दुनिया के पहले लड़ाकू हेलीकॉप्टर स्वदेशी ‘प्रचंड’ ने पहली बार भारत में इस तरह के बड़े युद्धाभ्यास में हिस्सा लेकर अपनी क्षमताओं को दिखाया।

वायु सेना ने इस युद्धाभ्यास में लक्ष्य पर सटीक बमबारी करने की अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया। स्वदेशी लाइट काम्बैट एयरक्राफ्ट (एलसीए) तेजस और एडवांस लाइट हेलीकॉप्टर (एएलएच) ध्रुव से दागी गई मिसाइलों ने एयरोस्पेस में भारत की ताकत का प्रदर्शन किया। ‘वायुशक्ति’ अभ्यास के दूसरे सत्र यानी ‘डस्ट इवेंट’ में आकाशगंगा की टीम ने दो आसमानी करतब दिखाकर मंत्रमुग्ध कर दिया। सूर्यास्त के बाद ‘नाइट इवेंट में 08 हवाई प्रदर्शन किए गए, जिसमें सतह से हवा में मार करने वाली हथियार प्रणाली ‘समर आकाश’ का पहली बार इस अभ्यास में इस्तेमाल किया गया।

पोखरण फायरिंग रेंज में करीब दो घंटे तक चले युद्धाभ्यास के लिए एक से ढाई किमी. के दायरे में दुश्मन के प्रतीकात्मक रसद केंद्र, आतंकी ठिकाने, हवाई पट्टी, टैंक और तोपखाना प्रणाली, ब्रिज, ड्रोन, तेल डिपो, कमांड सेंटर बनाए गए थे। भारत के लड़ाकू विमान राफेल, सुखोई-30, जगुआर, तेजस, मिग-29 ने इन पर लगभग 40-50 टन आयुध गिराकर दुश्मन के सभी ठिकानों को सटीकता के साथ नष्ट कर दिया। लगातार बम के थमाकों और मिसाइलों की गर्जना ने लगभग युद्ध जैसा माहौल पैदा कर दिया। एमआई-17 हेलीकॉप्टर ने राकेट दागकर दुश्मन के एक ठिकाने को पूरी तरह खत्म करने का प्रदर्शन किया। स्वदेशी एलसीए तेजस ने आर-73 मिसाइल से दुश्मन की राडार प्रणाली को नष्ट किया।

हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलों में राफेल से फ्रांसीसी मीका मिसाइल दागी। इसके अलावा दो सुखोई विमानों ने लगातार बमबारी करके दुश्मन के इलाके को धुआं-धुआं करके नेस्तनाबूत किया। इस दौरान सेना के रुद्र हेलीकॉप्टर ने दुश्मन के रिफ्यूलिंग सेंटर को पूरी तरह तबाह किया। परिवहन विमान सी-17 ने पैराशूट के जरिए अग्रिम इलाकों में तैनात भारतीय सैनिकों को रसद सामग्री पहुंचाने का प्रदर्शन किया। सुपर हरक्यूलिस सी-130जे ने छोटी हवाई पट्टी पर उतरकर अपने गरुड़ कमांडो को दुश्मन के इलाके में उतारने और मिशन को सफलतापूर्वक अंजाम देकर सुरक्षित अपने वायु क्षेत्र में लौटने का साहसी प्रदर्शन किया।

अमेरिकी चिनूक हेलीकॉप्टर ने युद्ध क्षेत्र में तोपों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुंचाकर दुश्मन को चकमा देने का अद्भुत प्रदर्शन किया। सेना की अल्ट्रा लाइट होवित्जर तोप को अमेरिकी चिनूक हेलीकॉप्टर ने नीचे लटकाने का प्रदर्शन करके अपनी परिवहन क्षमता दिखाई। इस अभ्यास में 120 से अधिक हवाई संपत्ति का प्रदर्शन हुआ, जिसमें कुल 77 लड़ाकू विमान, 41 हेलीकॉप्टर, 5 परिवहन विमान और 12 मानव रहित प्लेटफार्म थे।

वायु सेना के विंग कमांडर इंद्रनील नंदी ने बताया कि यह प्रति तीन वर्ष में एक बार आयोजित होने वाला त्रैवार्षिक अभ्यास है। इसका उद्देश्य पूर्ण स्पेक्ट्रम संचालन के लिए भारतीय वायुसेना की क्षमता का प्रदर्शन और विमान एवं हेलीकॉप्टर, परिवहन विमान एवं मानव रहित हवाई वाहनों की भागीदारी प्रदर्शित करना है। ‘वायुशक्ति’ का अंतिम संस्करण फरवरी, 2019 में आयोजित किया गया था। इसके बाद 2022 में 07 मार्च को जैसलमेर के पोखरण रेंज में होने वाला अभ्यास रूस और यूक्रेन के बीच संघर्ष के चलते स्थगित कर दिया गया था। इसलिए यह हाईवोल्टेज युद्धाभ्यास चार साल बाद आयोजित हुआ है।

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हैदराबाद, 17 फरवरी (हि.स.)। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने शनिवार शाम जीएसएलवी एफ 14 रॉकेट की मदद से मौसम उपग्रह इनसैट-3 डीएस को सफलतापूर्वक लॉन्च किया। इसे आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र (एसडीएससी) से शाम 5.35 बजे लॉन्च किया गया। इसरो चीफ एस. सोमनाथ ने लॉन्चिंग की सफलता पर वैज्ञानिकों और कर्मचारियों को बधाई दी।

इसरो के अनुसार इस लॉन्चिंग में तीन बड़ी उपलब्धियां हासिल हुईं। पहली, यह जीएसलएलवी की 16वीं उड़ान है। स्वदेशी क्रायो स्टेज की 10वीं उड़ान और स्वदेशी क्रायो स्टेज की सातवीं ऑपरेशनल फ्लाइट है। जीएसएलवी-एफ14 रॉकेट ने लॉन्चिंग के बाद इनसैट-3डीएस सैटेलाइट को उसकी तय कक्षा में पहुंचा दिया। इसके बाद ही सैटेलाइट के सोलर पैनल्स भी खुल गए हैं। यानी इसरो के इस सैटेलाइट को सूरज से मिलने वाली रोशनी से ऊर्जा मिलती रहेगी और यह काम करता रहेगा।

यह वर्तमान में कक्षा में मौजूद इनसैट-3डी और इनसैट-3 डीआर उपग्रहों के साथ काम करता है। इस उपग्रह के काम करने से मौसम संबंधी सटीक जानकारियां मिल सकेंगी। साथ ही प्राकृतिक आपदाओं की पूर्व सूचना में यह मददगार होगा, जिससे समय रहते बचाव एवं राहत कार्य की तैयारियां की जा सकेंगी।

इसरो की तरफ से दी गई जानकारी के अनुसार पहले लॉन्च किए गए इनसैट- 3डी और इनसैट- 3डीआर उपग्रहों की अगली कड़ी के रूप में इनसैट-3 डीएस भेजा गया है। लगभग 2,275 किलोग्राम वजनी इनसैट-3 डीएस उपग्रह में अत्याधुनिक तकनीक से डिजाइन पेलोड हैं।

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नई दिल्ली, 17 फरवरी (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भाजपा राष्ट्रीय परिषद की दो दिवसीय बैठक का उद्घाटन किया। भारत मंडपम में आयोजित कार्यकारिणी की बैठक में देशभर से आए करीब साढ़े ग्यारह हजार प्रतिनिधियों को जेपी नड्डा जल्द ही संबोधित करेंगे।

इससे पहले प्रधानमंत्री ने केंद्र सरकार की 10 साल की उपलब्धियों को रेखांकित करती प्रदर्शनी का अवलोकन किया। बैठक में केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केन्द्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, राजनाथ सिंह सहित ग्यारह हजार प्रतिनिधि शिरकत कर रहे हैं। इसमें पंचायत प्रमुखों से लेकर जिला अध्यक्ष भी शामिल हैं। परिषद की बैठक में दो प्रस्ताव पारित किए जाएंगे। इसके साथ लोकसभा चुनाव में भाजपा 400 के पार के संकल्प को साकार करने के लिए प्रतिनिधियों को मार्गदर्शन दिया जाएगा।

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नई दिल्ली, 14 फ़रवरी (हि.स.)। केंद्रीय पत्तन, पोत परिवहन एवं जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल बिहार के सारण में कालूघाट आईडब्ल्यूटी टर्मिनल और सामुदायिक जेट्टी का उद्घाटन करेंगे।

आईडब्ल्यूटी टर्मिनल 82.48 करोड़ रुपये की लागत से बना है। इसके अतिरिक्त वे बिहार के बेतिया में गंडक नदी पर दो सामुदायिक जेट्टी की आधारशिला रखेंगे। एक सरकारी प्रवक्ता के मुताबिक सर्बानंद सोनावाल 15 फरवरी को बिहार में 14 और झारखंड में दो सामुदायिक जेट्टी का भी उद्घाटन करेंगे। ये परियोजनाएं कनेक्टिविटी बढ़ाएंगी और अंतर्देशीय जल-मार्गों से व्यापार की सुविधा प्रदान करेंगी।

बिहार के सारण जिले में गंगा नदी के उत्तरी तट पर रणनीतिक दृष्टि से स्थित कालूघाट क्षेत्र के परिवहन नेटवर्क में एक महत्वपूर्ण केंद्र है। विशेष रूप से रक्सौल और उत्तर बिहार के भीतरी इलाकों के माध्यम से नेपाल जाने वाले शिपमेंट के लिए यह टर्मिनल एनएच -19 तक सीधी पहुंच के साथ कार्गो आवाजाही की एक महत्वपूर्ण कड़ी के रूप में उभरा है। इसमें कंटेनर भंडारण, ट्रक पार्किंग और प्रशासन, सुविधाओं और सुरक्षा सुविधाओं जैसे आवश्यक भवनों के लिए निर्दिष्ट क्षेत्र हैं।

कालूघाट टर्मिनल विशेष रूप से कंटेनर यातायात के लिए एसटीपी, अग्निशमन प्रणाली तथा आईटी अवसंरचना जैसी उपयोगिताओं से लैस है। इससे परिचालन की क्षमता बढ़ेगी। कालूघाट टर्मिनल हल्दिया व कोलकाता बंदरगाहों के लिए निर्बाध संपर्क की सुविधा प्रदान करेगा जिससे क्षेत्रीय व्यापार और वाणिज्य को प्रोत्साहन मिलेगा।

गंडक नदी पर मंगलपुर और बेतिया में तैरते पंटून जेट्टी वाया एनडब्ल्यू -37 नेपाल और भारत को जोड़ेंगे, जिसकी लागत 3.33 करोड़ रुपये होगी। ये जेट्टी विभिन्न वस्तुओं के उत्पादकों के लिए बाजार पहुंच बढ़ाएंगे। इसके अतिरिक्त, बिहार में एनडब्ल्यू -1 के साथ 14 स्थानों पर 17.50 करोड़ रुपये लागत के सामुदायिक जेट्टी स्थानीय किसानों और व्यापारियों को सीधे बाजार पहुंच प्रदान कराएंगे, पर्यटन को प्रोत्साहित करेंगे और रोजगार को बढ़ावा देंगे।

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लखनऊ, 14 फरवरी (हि.स.)। पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के पोते विभाकर शास्त्री अपने साथियों के साथ बुधवार को भाजपा में शामिल हो गए। प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी और उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक की मौजूदगी में उन्होंने पार्टी की सदस्यता ग्रहण की।

प्रदेश मुख्यालय में आयोजित कार्यक्रम में प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी ने कहा कि लोकसभा के आगामी चुनाव में भाजपा उत्तर प्रदेश की सभी 80 सीटों पर विजय प्राप्त करेगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश की 25 करोड़ आबादी को गरीबी से बाहर निकालने का काम विगत 10 वर्षों में हुआ है। उत्तर प्रदेश में डबल इंजन की सरकार से प्रदेश की प्रगति, माफिया मुक्ति, गांव, गरीब, किसान की उन्नति संभव हुई है। उन्होंने कहा कि देश की 140 करोड़ जनता प्रचंड बहुमत से मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाने का निश्चय कर चुकी है।

भाजपा में शामिल होने के बाद विभाकर ने कहा कि हमें नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में जय जवान जय किशान जय विज्ञान और जय अनुसंधान के नारे के साथ जुड़ने का मौका मिला है। हमें नरेन्द्र मोदी और भाजपा को मजबूत करना है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का हाल पिछले कई सालों से दिशाहीन है।

इस अवसर पर भाजपा के प्रदेश महामंत्री संजय राय, प्रदेश महामंत्री गोविन्द नारायण शुक्ला, प्रदेश प्रवक्ता ब्रज बहादुर, प्रदेश प्रवक्ता आलोक वर्मा समेत कई प्रमुख नेता मौजूद रहे।

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नई दिल्ली, 14 फरवरी (हि.स.)। किसान संगठनों के दिल्ली कूच की जिद पर अड़े होने की वजह से राष्ट्रीय राजधानी की सभी सीमाओं पर दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा और बढ़ा दी है। इन संगठनों के दिल्ली कूच के आह्वान का आज (बुधवार) दूसरा दिन है। पहले दिन मंगलवार को शंभू-जींद बॉर्डर पर किसानों और पुलिस के बीच जमकर टकराव हो चुका है।

किसानों का कहना है कि आज वह दिल्ली की ओर फिर बढ़ेंगे। इसके मद्देनजर हरियाणा के पंजाब से जुड़े शंभू, ट्यूकर, चीका, दातासिंह वाला, खनौरी, डबवाली, कालांवाली, रोड़ी, रतिया, जाखल और टोहाना बॉर्डर पर आवाजाही पूरी बंद कर दी गई है। उल्लेखनीय है कि मंगलवार को हजारों किसान अंबाला के शंभू बॉर्डर पर पहुंचे गए थे। किसानों को रोकने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले भी दागने पड़े। इस दौरान हिंसा में अनेक पुलिसकर्मी घायल हो गए।

आज लगातार दूसरे दिन दिल्ली के सिंघु बॉर्डर से लेकर गाजीपुर बॉर्डर तक कड़ी नाकेबंदी की गई है। दिल्ली व हरियाणा के बीच के टिकरी बॉर्डर पर भी सुरक्षा कड़ी कर दी गई। दिल्ली और हरियाणा दोनों ही तरफ से वाहनों का आवागमन पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। कामकाजी लोगों को ज्यादा परेशानी न हो उसके लिए रोड के आधे हिस्से को पुलिस ने खोल दिया है। टिकरी बॉर्डर पर पुलिस फोर्स पूरी तरह से अलर्ट है। दिल्ली आ रहे वाहनों की हर रास्ते पर कड़ी जांच हो रही है। यहां भी पुलिस ड्रोन से निगरानी करती नजर आई। टिकरी बॉर्डर पर पुलिस ने सुरक्षा की थ्री लेयर घेरा बनाया है।

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