बारामूला, 19 जून (हि.स.)। बारामूला जिले के सोपोर में बुधवार को हुई मुठभेड़ में दो आतंकवादी मारे गए हैं जबकि दो सुरक्षाकर्मी भी घायल हो गए हैं।


सोपोर के हादीपोरा के लाइसर इलाके में बुधवार सुबह आतंकियों की मौजूदगी के बारे में सूचना मिलने के बाद पुलिस, सेना और सीआरपीएफ की संयुक्त टीम ने घेराबंदी और तलाशी अभियान शुरू किया। दोपहर बाद क्षेत्र में छिपे आतंकियों ने सुरक्षाबलों को पास आते देखकर गोलीबारी की, जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो हुई। इस दौरान सुरक्षाबलों ने दो आतंकवादियों को मार गिराया है। गोलीबारी के दौरान एक पुलिसकर्मी और एक सेना का जवान घायल हो गए हैं। घायल जवानों को अस्पताल ले जाया गया है, जहां डॉक्टरों ने कहा है कि उनकी हालत स्थिर है। क्षेत्र में अभियान फिलहाल जारी है।

एक शीर्ष पुलिस अधिकारी ने भी जारी मुठभेड़ में दो आतंकवादियों के मारे जाने की पुष्टि की है। मारे गए आतंकवादियों की पहचान की जा रही है।

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पटना, 19 जून (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बिहार के नालंदा विश्वविद्यालय के नेट जीरो ग्रीन कैंपस का उद्घाटन किया। उद्घाटन के बाद 800 साल के बाद इस विश्वविद्यालय का गौरव लौटा है। पीएम मोदी के साथ सीएम नीतीश, डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी, राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर और मौजूद रहे है।

प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय के वैभव को पुनः स्थापित करने की पहल के तहत नालंदा विश्वविद्यालय के नए कैम्पस का बुधवार को उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मौजूदगी में किया गया है।

राजगीर की पंच पहाड़ियों में शुमार वैभारगिरि की तलहटी में नए नालंदा विश्वविद्यालय का निर्माण हुआ है। नालंदा विश्वविद्यालय के नये परिसर का निर्माण 455 एकड़ के विशाल भूखंड पर किया गया है।

नये कैंपस में कुल 24 बड़ी इमारत, 450 क्षमता का निवास हॉल, महिलाओं के लिए तथागत निवास हॉल, शॉपिंग कॉम्प्लेक्स व फूड कोर्ट, 40 हेक्टेयर में जलाशय, अखाड़ा, ध्यान कक्ष, 300 क्षमता का ऑडिटोरियम, योग परिसर, स्पोर्ट्स स्टेडियम, एथलेटिक ट्रैक के साथ आउटडोर स्पोर्ट्स स्टेडियम, व्यायामशाला, अस्पताल, पारंपरिक आहर-पइन जल नेटवर्क, सोलर फार्म आदि हैं।

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-बिहार के राजगीर में इस अवसर के साक्षी बनेंगे 17 देशों के मिशन प्रमुख

नई दिल्ली, 19 जून (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज सुबह बिहार के दौरे पर पहुंचे। यहाँ उन्होंने विश्व प्रसिद्ध ऐतिहासिक नालंदा विश्वविद्यालय का नया परिसर राष्ट्र को समर्पित किया।

इसके पूर्व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नालंदा भग्नावशेष का भ्रमण कर अवलोकन किया।

भारत सरकार के पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी) की विज्ञप्ति में कहा गया है कि नालंदा विश्वविद्यालय के नवीन परिसर का उद्घाटन समारोह बिहार के राजगीर में होगा। इसकी परिकल्पना भारत और पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन के देशों के बीच संयुक्त सहयोग के रूप में की गई है। इस उद्घाटन समारोह में 17 देशों के मिशन प्रमुखों सहित कई लब्ध प्रतिष्ठित अतिथि मौजूद रहेंगे।

परिसर में 40 कक्षाओं वाले दो शैक्षणिक ब्लॉक हैं। इनकी कुल बैठने की क्षमता लगभग 1900 है। इसमें 300 सीटों की क्षमता वाले दो सभागार हैं। इसमें लगभग 550 छात्रों की क्षमता वाला एक छात्रावास है। इसमें अंतरराष्ट्रीय केंद्र, 2000 व्यक्तियों तक की क्षमता वाला एम्फी थियेटर, फैकल्टी क्लब और खेल परिसर सहित कई अन्य सुविधाएं भी हैं।

यह परिसर नेट जीरो ग्रीन कैंपस है। यह सौर संयंत्र, घरेलू और पेयजल शोधन संयंत्र, अपशिष्ट जल के पुन: उपयोग के लिए जल पुनर्चक्रण संयंत्र, 100 एकड़ जल निकाय और कई अन्य पर्यावरण अनुकूल सुविधाओं के साथ आत्मनिर्भर रूप से कार्य करता है। नालंदा विश्वविद्यालय का इतिहास से गहरा संबंध है। लगभग 1600 वर्ष पूर्व स्थापित किए गए मूल नालंदा विश्वविद्यालय को विश्व के प्रथम आवासीय विश्वविद्यालयों में से एक माना जाता है। वर्ष 2016 में नालंदा के भग्नावशेष को संयुक्त राष्ट्र विरासत स्थल घोषित किया जा चुका है।

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पटना, 17 जून (हि.स.)। बिहार सरकार की जांच एजेंसी आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने नीट पेपर लीक मामले में बड़ा दावा किया है। ईओयू ने सोमवार को कहा है कि उसे अभी तक एनटीए की ओर से परीक्षा की मूल प्रश्नपत्र की प्रति नहीं भेजी गई है। इस वजह से ईओयू इस मामले की जांच को आगे नहीं बढ़ा पा रहा है।


ईओयू की ओर से एनटीए को अबतक तीन बार रिमाइंडर भेजा जा चुका है लेकिन प्रश्नपत्र की प्रति उन्हें उपलब्ध नहीं कराई गई है। इसको लेकर जांच में शामिल अधिकारी भी हैरान हैं। ईओयू के अनुसार 18-19 जून को 9 परीक्षार्थियों से अलग-अलग पूछताछ किए जाने के लिए प्रश्नावली तैयार की गयी है। यह जानकारी ली जायेगी कि परीक्षार्थियों के अभिभावकों से क्या पहले ही ब्लैंक चेक ले लिया गया था। पूछताछ के दौरान उनके द्वारा परीक्षा के लिए ऑनलाइन आवेदन किए जाने की तिथि से लेकर परीक्षा देने के दिन तक की सभी गतिविधियों की जानकारी ली जाएगी। इसके अलावा नीट परीक्षा को लेकर उन्हें किन-किन स्रोतों से क्या-क्या मदद मिली है, इसको लेकर भी पूछताछ की जाएगी।

उल्लेखनीय है कि इन सभी नौ परीक्षार्थियों को ईओयू द्वारा नोटिस जारी कर उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया गया है। नीट पेपर लीक मामले में चार परीक्षार्थियों एवं छह परीक्षा माफियाओं को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा चुकी है। इसमें कई अहम जानकारियां भी इन लोगों ने पुलिस को दी है। इसमें प्रश्नपत्र हासिल करने, तैयार उत्तर से मिलान करने और उत्तर याद करने के बाद प्रश्नपत्र को जलाने की बात तक कबूल की गई है।

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नई दिल्ली, 17 जून (हि.स.)। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सोमवार को कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी रायबरेली लोकसभा सीट बरकरार रखेंगे और प्रियंका वाड्रा के लिए वायनाड सीट खाली करेंगे।

राहुल गांधी ने रायबरेली और वायनाड दोनों लोकसभा सीटों से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की तथा चुनाव परिणाम के 14 दिनों के भीतर उन्हें इनमें से एक सीट खाली करनी होगी।

खरगे ने अपने आवास पर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ विचार-विमर्श के बाद संवाददाताओं से कहा कि पार्टी ने फैसला किया है कि राहुल गांधी को रायबरेली सीट बरकरार रखनी चाहिए क्योंकि यह परिवार के करीब है।

खरगे ने कहा कि हमने फैसला किया है कि प्रियंका को वायनाड से चुनाव लड़ना चाहिए। उन्होंने इस फैसले को स्वीकार करने के लिए भाई-बहन की जोड़ी को धन्यवाद दिया।

चर्चा के दौरान कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी और पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल और प्रियंका वाड्रा भी उपस्थित रहीं।

घोषणा के बाद, राहुल गांधी ने वायनाड के सांसद के रूप में अपने कार्यकाल को याद करते हुए कहा कि मेरा रायबरेली और वायनाड के लोगों के साथ भावनात्मक रिश्ता है। पिछले 5 साल मैं वायनाड से सांसद था। मुझे वहां सभी ने बहुत प्यार दिया। इसके लिए मैं सभी का दिल से धन्यवाद देता हूं। प्रियंका, वायनाड से चुनाव लड़ेंगी। हम मिलकर वायनाड से किए हर वादे को पूरा करेंगे।

वायनाड के साथ अपने निरंतर जुड़ाव को आश्वस्त करते हुए उन्होंने कहा, “मैं वायनाड में सभी को बताना चाहता हूं कि प्रियंका वायनाड से चुनाव लड़ने जा रही हैं लेकिन मैं वायनाड का लगातार दौरा करूंगा। राहुल गांधी ने कहा कि रायबरेली और वायनाड दोनों को दो सांसद मिलेंगे।

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-प्रधानमंत्री और रेल मंत्रालय ने मुआवजा किया घोषित, रेल मंत्री ने घायलों से की मुलाकात

नई दिल्ली, 17 जून (हि.स.)। पश्चिम बंगाल के न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन के पास सियालदह जा रही कंचनजंगा एक्सप्रेस और मालगाड़ी के बीच सोमवार को हुई टक्कर में दो रेल कर्मियों सहित नौ लोगों की मौत हो गई। मृतकों में मालगाड़ी के लोको पायलट और कंचनजंगा एक्सप्रेस के ट्रेन मैनेजर (गार्ड) भी शामिल हैं। इस हादसे में कुल 41 लोग घायल हुए हैं। इनमें से 9 लोग गंभीर रूप से घायल हैं।

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव सोमवार शाम को दुर्घटनास्थल पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने समीप के अस्पताल में इलाज करा रहे घायलों से भी मुलाकात की। वैष्णव ने कहा कि रेलवे सुरक्षा आयोग घटना की पूरी जांच करेगा। बचाव अभियान समाप्त हो चुका है और अब रेलवे का ध्यान ट्रैक बहाली पर है, यह मुख्य लाइन है। हम इस दुर्घटना के पीछे के कारणों की पहचान करेंगे और भविष्य के लिए उचित निवारक उपाय करेंगे।

रेलवे के अनुसार, यह टक्कर आज सुबह 8.55 बजे न्यू जलपाईगुड़ी से करीब 10 किलोमीटर दूर रंगापानी स्टेशन के पास हुई। घटना के चलते कंचनजंगा एक्सप्रेस के पीछे के चार कोच और मालगाड़ी के पांच कोच पटरी से उतर गए थे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रेल दुर्घटना में मारे गए प्रत्येक मृतक के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (पीएमएनआरएफ) से 2-2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि और घायलों को 50 हजार रुपये देने की घोषणा की। वहीं, भारतीय रेलवे ने मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये, गंभीर रूप से घायलों को 2-2 लाख रुपये और सामान्य घायलों को 50-50 हजार रुपये देने की घोषणा की है।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी संवेदना और प्रार्थना व्यक्त की। साथ ही घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।

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नई दिल्ली, 17 जून (हि.स.)। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने जम्मू-कश्मीर में हाल ही में एक यात्री बस पर हुए आतंकी हमले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को सौंप दी है। एनआईए द्वारा आज सोमवार (17 जून) ने यह बयान जारी किया है।

एनआईए के एक अधिकारी के मुताबिक जम्मू-कश्मीर में 9 जून को एक यात्री बस पर हुए आतंकी हमले की जांच एनआईए को सौंप दी गई है। यह फैसला केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा यहां लगातार दो बैठकों में जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति और वार्षिक अमरनाथ यात्रा की तैयारियों की समीक्षा के एक दिन बाद लिया गया। ये बैठकें रियासी जिले में बस पर हुए आतंकी हमले और केंद्र शासित प्रदेश में कुछ अन्य आतंकी घटनाओं के मद्देनजर बुलाई गई थीं।

उल्लेखनीय है कि बीती 9 जून को जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में आतंकवादियों द्वारा घात लगाकर किए गए हमले के बाद उत्तर प्रदेश, राजस्थान और दिल्ली के तीर्थयात्रियों को ले जा रही एक बस गहरी खाई में गिर गई, जिससे तीन महिलाओं सहित नौ लोगों की मौत हो गई थी और 41 घायल हो गए थे। आतंकवादियों ने 53 सीटों वाली बस पर तब गोलीबारी की, जब वह कटरा में शिव खोड़ी मंदिर से माता वैष्णो देवी मंदिर जा रही थी।

इसके बाद बीती 11 जून को भी आतंकवादियों ने भद्रवाह के चटरगल्ला में राष्ट्रीय राइफल्स और पुलिस की एक संयुक्त जांच चौकी पर गोलीबारी की, जबकि 12 जून को डोडा जिले के गंदोह इलाके में एक तलाशी दल पर हमला किया गया। इस हमले में एक पुलिसकर्मी सहित सात सुरक्षाकर्मी घायल हो गए।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी 13 जून को जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की थी, जहां उन्होंने तीर्थयात्रियों को ले जा रही बस पर हमले सहित कई आतंकवादी घटनाओं के बाद अधिकारियों को “आतंकवाद विरोधी क्षमताओं की पूरी श्रृंखला” तैनात करने का निर्देश दिया था।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को कहा था कि जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई अपने निर्णायक चरण में है और हाल की घटनाओं से पता चलता है कि आतंकवाद हिंसा के अत्यधिक संगठित कृत्यों से घटकर मात्र छद्म युद्ध में सिमटने को मजबूर हो गया है। उन्होंने सुरक्षा एजेंसियों को सफलता हासिल करने के लिए कश्मीर की तरह जम्मू संभाग में भी क्षेत्र प्रभुत्व और शून्य-आतंकवाद योजनाओं को लागू करने का निर्देश दिया।

इन समीक्षा बैठकों में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे, सेना प्रमुख मनोनीत लेफ्टिनेंट जनरल उपेन्द्र द्विवेदी, केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला, खुफिया ब्यूरो के निदेशक तपन डेका, सीआरपीएफ के महानिदेशक अनीश दयाल सिंह, बीएसएफ महानिदेशक नितिन अग्रवाल, जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक आरआर स्वैन और अन्य शीर्ष सुरक्षा अधिकारी शामिल थे।

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नई दिल्ली, 17 जून (हि.स.)। रेलमंत्री अश्वनी वैष्णव ने पश्चिम बंगाल के न्यू जलपाईगुड़ी में सोमवार को हुए ट्रेन हादसे को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। रेल मंत्रालय के अनुसार आज एक कंटेनर ट्रेन सिग्नल पार कर गई और कंचनजंगा ट्रेन के पिछले हिस्से से टकरा गई। एनडीआरएफ, डिवीजनल टीम और 15 एंबुलेंस मौके पर मौजूद हैं। रेलमंत्री भी वॉर रूम में हैं।

बताया गया है कि मालगाड़ी ने कंचनजंगा एक्सप्रेस को पीछे से टक्कर मार दी। सूत्रों ने बताया कि टक्कर के बाद कंचनजंगा एक्सप्रेस की कम से कम दो बोगियां पटरी से उतर गईं। रेलमंत्री ने एक्स पर कहा है कि एनएफआर जोन में दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना हुई है। बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी है। रेलवे, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ मिलकर काम कर रहे हैं। घायलों को अस्पताल पहुंचाया जा रहा है। वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए हैं।

 

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New Delhi:  पश्चिम बंगाल में रेल हादसा हुआ है। इस हादसे में डाउन कंचनजंगा एक्सप्रेस को मालगाड़ी ने पीछे से टक्कर मार दी। जिससे मालगाड़ी के इंजिन के ऊपर कंचनजंघा एक्सप्रेस के डिब्बे चढ़ गए हैं। दुर्घटना के बाद राहत और राहत और बचाव के लिए रेलवे दल को रवाना कर दिया गया है।
न्यू जलपाईगुड़ी से सियालदाह जा रही कंचनजंगा एक्सप्रेस ट्रेन रंगापानी और निजबाड़ी के बीच दुर्घटनाग्रस्त हुई है। खड़ी गाड़ी को मालगाड़ी ने पीछे से टक्कर मार दी जिससे कुछ बोगियां बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई हैं।

न्यू जलपाईगुड़ी के पास डाउन कंचनजंगा एक्सप्रेस की हुई टक्कर के बाद सियालदह स्टेशन पर एक विशेष हेल्पलाइन बूथ स्थापित किया गया है।
हेल्पलाइन नंबर हैं:- 03323508794, 033-23833326।

The helpline numbers are :- 03323508794, 033-23833326.
#TrainAccident #NewJalpaiguri

पश्चिम बंगाल में रेल दुर्घटना में प्रत्येक मृतक के परिजनों को #PMNRF से 2 लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा प्रधानमंत्री ने की घोषणा

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नई दिल्ली, 17 जून (हि.स.)। देशभर में ईद-उल-अजहा का त्योहार धूमधाम से मनाया जा रहा है। सुबह मस्जिदों में ईद-उल-अजहा की नमाज अदा की गई है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज सुबह ईद-उल-अजहा के मौके पर लोगों को बधाई दी।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एक्स हैंडल पर लिखा है,”ईद-उल-अजहा की शुभकामनाएं! यह विशेष अवसर सद्भाव के बंधन को और मजबूत करे।” प्रधानमंत्री के अलावा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने ईद-उज-जुहा की पूर्व संध्या पर देशवासियों को बधाई दी।

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की जामा मस्जिद में सुबह छह बजे नमाज अदा करने के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने दिल्ली के दरगाह पंजा शरीफ में ईद-उल-अजहा की नमाज अदा की। । ईद-उल-अजहा का त्योहार बुधवार शाम तक मनाया जाएगा। दिल्ली की फतेहपुरी मस्जिद में सवेरे सवा सात बजे नमाज अदा की गई।

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नई दिल्ली, 16 जून (हि.स.)। केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने जम्मू और कश्मीर में सुरक्षा परिदृश्य पर आज नई दिल्ली में एक उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की। इसकी अध्यक्षता कर रहे केन्द्रीय गृह मंत्री ने एजेंसियों को जम्मू में एरिया डॉमिनेशन प्लान और ज़ीरो टेरर प्लान के माध्यम से कश्मीर घाटी में हासिल की गई सफलताओं को दोहराने के निर्देश दिए। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति को दोहराते हुए कहा, जम्मू और कश्मीर से आतंकवाद के सफाये के लिए सरकार कोई कसर नहीं छोड़ेगी।

केन्द्रीय गृह मंत्री शाह ने कहा कि जम्मू और कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई निर्णायक दौर में है। उन्होंने कहा कि हाल ही में हुई घटनाएं बताती हैं कि आतंकवाद बड़ी संगठित आतंकी हिंसाओं से सिमट कर छद्म लड़ाई तक सीमित होने के लिए मजबूर हो गया है, लेकिन हम इसको भी जड़ से उखाड़ फेंकने के लिए संकल्पित हैं। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार इनोवेटिव तरीकों से आतंकियों पर कार्रवाई कर एक मिसाल बनाने के लिए कटिबद्ध है। उन्होंने सभी एजेंसियों को मिशन मोड में काम करने और समन्वित तरीके से त्वरित प्रतिक्रिया सुनिश्चित करने पर बल दिया।

केन्द्रीय गृह मंत्री ने सुरक्षा एजेंसियों के बीच निर्बाध समन्वय पर जोर देते हुए संवेदनशील क्षेत्रों की पहचान और उनकी सुरक्षा चिंताओं पर ध्यान देने पर ज़ोर दिया। उन्होंने स्थानीय खुफिया नेटवर्क को मजबूत करने, सुरंगों का पता लगाने और ड्रोन का मुकाबला करने के लिए आधुनिक तकनीक अपनाने पर जोर दिया। उन्होंने सुरक्षा एजेंसियों को भारत सरकार के पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया।

केन्द्रीय गृह मंत्री शाह ने कहा कि भारत सरकार के प्रयासों से कश्मीर घाटी में आतंकी घटनाओं में महत्वपूर्ण कमी के साथ-साथ बड़े पैमाने पर सकारात्मक परिणाम देखने को मिले हैं। उन्होंने कहा कि कश्मीर में रिकॉर्ड संख्या में पर्यटकों का आना वहां कानून-व्यवस्था की स्थिति में सुधार को दिखाता है। केन्द्रीय गृह मंत्री ने जम्मू और कश्मीर में रिकॉर्ड मतदान के साथ लोकसभा चुनाव सफलतापूर्वक संपन्न कराने के लिए जम्मू और कश्मीर प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों की सराहना की।

बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, जम्मू और कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे, केन्द्रीय गृह सचिव, निदेशक, खुफिया सूचना ब्यूरो, सेनाध्यक्ष (नामित) लेफ्टिनेंट जनरल उपेन्द्र द्विवेदी, केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) के महानिदेशक, जम्मू और कश्मीर के मुख्य सचिव एवं पुलिस महानिदेशक सहित अनेक वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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जम्मू, 16 जून (हि.स.)। ऑनलाइन हेलीकॉप्टर टिकट बुकिंग सेवाओं का इंतजार कर रहे तीर्थयात्रियों का इंतजार आखिरकार खत्म हो गया है। श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड ने बालटाल और पहलगाम यात्रा मार्गों के लिए सुविधा शुरू कर दी है। बाबा अमरनाथ की वार्षिक तीर्थयात्रा 29 जून से शुरू हो रही है और 19 अगस्त को रक्षा बंधन के दिन समाप्त होगी।

आधिकारिक विवरण के अनुसार बालटाल मार्ग के लिए नीलग्रथ-पंजतरणी-नीलग्रथ पर हेलीकॉप्टर सेवा प्रदान की जा रही है और पहलगाम मार्ग के लिए यह पहलगाम-पंजतरणी-पहलगाम मार्ग पर उपलब्ध होगी। आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर हेलीकॉप्टर सेवा की ऑनलाइन बुकिंग की जा सकती है। बुकिंग पहले आओ पहले पाओ के आधार पर होगी।

पहलगाम से पंजतरणी का एकतरफा किराया 4900 रुपये, दोनों तरफ का किराया 9800 रुपये, नीलग्रथ से पंजतरणी का एकतरफा किराया 3250 रुपये और दोनों तरफ का किराया 6500 रुपये तय किया गया है। यात्रा पर जाने वाले तीर्थयात्रियों के पास हेलीकॉप्टर टिकट बुक करते समय स्वास्थ्य प्रमाण पत्र होना चाहिए। पंजतरणी हेलीपैड से पवित्र गुफा तक और वापस आने में समय लगता है, इसलिए तीर्थयात्रियों के लिए उपलब्ध स्लॉट यात्राओं के बीच कम से कम 5 से 6 घंटे के अंतराल पर दिखाई देंगे।

एक अधिकारी ने बताया कि यात्रा के दौरान यात्री को मूल फोटो पहचान पत्र और स्वास्थ्य प्रमाण पत्र साथ रखना होगा, जबकि तीर्थयात्रियों को बुक किए गए स्लॉट समय से कम से कम 30 मिनट पहले संबंधित हेलीपैड पर पहुंचना होगा। उन्होंने बताया कि चार्टर बुकिंग केवल श्रीनगर और नीलग्रथ के बीच यात्रा के लिए अनुमति दी गई है, जिसमें नीलग्रथ और पंजतरणी के बीच चलने वाली कनेक्टिंग सेवा में प्राथमिकता वाली सीटें शामिल हैं।

तीर्थयात्रियों के लिए अग्रिम पंजीकरण 15 अप्रैल से ही शुरू हो चुका है। इस बीच इस वर्ष पवित्र गुफा तक 125 लंगर लगाने की अनुमति दी गई है। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने इस वर्ष की श्री अमरनाथ यात्रा के लिए देश-विदेश के तीर्थयात्रियों को आमंत्रित किया।

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