नई दिल्ली, 16 अगस्त (हि.स.)। केंद्र सरकार ने वरिष्ठ अधिकारियों के विभागों में फिर बड़ा बदलाव करते हुए नई नियुक्तियां की हैं। वित्त मंत्रालय में वित्तीय सेवा विभाग के सचिव विवेक जोशी को कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग का सचिव बनाया गया है।

उद्योग एवं आंतरिक व्यापार विभाग के सचिव राजेश कुमार सिंह को रक्षा मंत्रालय में ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी के तौर पर नियुक्त किया गया है। वे रक्षा विभाग के सचिव रक्षा सचिव गिरिधर अरमने के अक्टूबर में सेवानिवृत होने पर उनका स्थान लेंगे। कैबिनेट की नियुक्ति मामलों की समिति ने राजेश कुमार सिंह को अक्टूबर में सेवानिवृत्ति के बाद 2 साल का एक्सटेंशन दिया है।

इसके अलावा अल्पसंख्यक मंत्रालय में सचिव श्रीनिवास कटिकिथला अब आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय में सचिव होंगे। कॉर्पोरेट कार्य मंत्रालय में सचिव मनोज गोविल को वित्त मंत्रालय के व्यय विभाग का सचिव बनाया गया है। इसके अलावा वंदना गुरनानी को कैबिनेट सचिवालय में सचिव (समन्वय) के तौर पर नियुक्त किया गया है।

पंचायती राज मंत्रालय में विशेष सचिव के तौर पर नियुक्त चंद्रशेखर कुमार को अल्पसंख्यक मंत्रालय में सचिव नियुक्त किया गया है। केंद्रीय भविष्य निधि आयुक्त नीलम शमी राव को अल्पसंख्यक आयोग में सचिव नियुक्त किया गया है।

प्रधानमंत्री कार्यालय में विशेष सचिव पुण्य सलिला श्रीवास्तव को स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय में नियुक्ति दी गई है। वे मंत्रालय में सचिव अपूर्व चंद्रा के सेवानिवृत्त होने पर उनका स्थान लेंगी। राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण की मुख्य कार्यकारी अधिकारी दीप्ति गौड़ मुखर्जी को कारपोरेट कार्य मंत्रालय में सचिव बनाया गया है।

दीप्ति उमाशंकर को राष्ट्रपति सचिवालय में नियुक्त किया गया है और वे सचिव राजेश वर्मा इस महीने सेवानिवृत होने पर उनका स्थान लेंगी। सुकृति लेखी को राष्ट्रीय प्राधिकरण रासायनिक हथियार सम्मेलन, कैबिनेट सचिवालय में अध्यक्ष के तौर पर नियुक्त किया गया है।

वह अगले महीने सेवानिवृत होने वाले मुखमीत सिंह भाटिया का स्थान लेंगी। संजीव कुमार रक्षा उत्पादन विभाग के सचिव होंगे और अमरदीप सिंह भाटिया औद्योगिक नीति एवं संवर्धन विभाग के सचिव होंगे। अशोक कुमार मीणा को पेयजल एवं स्वच्छता विभाग में नियुक्त किया गया है। वह इस विभाग के सचिव विनी महाजन के अक्टूबर में सेवानिवृत होने पर उनका स्थान लेंगे।

नागराजू मंदिराला को वित्तीय सेवा विभाग में सचिव नियुक्त किया गया है। पंकज कुमार मिश्रा एटॉमिक एनर्जी कमिशन में सदस्य वित्त के तौर पर नियुक्त हुए हैं। ए नीराराजा को राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग में नियुक्त किया गया है वह आयोग के सचिव आशीष उपाध्याय के सेवानिवृत होने पर उनका स्थान लेंगी।

इसके अलावा सुनील पालीवाल को चेन्नई पोर्ट ट्रस्ट का अध्यक्ष बनाया गया है। विक्रम देवदत्त नागरिक उड्डयन महानिदेशालय के महानिदेशक होंगे।

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भारत-बांग्लादेश सीमा पर तीन बांग्लादेशी पकड़े गए

जलपाईगुड़ी: जिले में भारत-बांग्लादेश सीमा पर तैनात उत्तर बंगाल फ्रंटियर के सिलीगुडी सेक्टर के अंतर्गत सीमा सुरक्षा बल (बीओपी) दाइखाता के सीमा जवानों ने तीन बांग्लादेशी नागरिकों को घुसपैठ करते पकड़ा है। पकड़े गए बांग्लादेशी नागरिकों के नाम प्रसन बर्मन, यशोदा रानी बर्मन और दीपू चरण बर्मन है। तीनों बांग्लादेश के ठाकुरगांव जिले के निवासी है। बीएसएफ ने गुरुवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी कर इसकी जानकारी दी।

बीएसएफ के अनुसार, तीनों को उस समय पकड़ा गया जब वे अवैध रूप से बांग्लादेश से भारत की सीमा पार करने की कोशिश कर रहे थे। पकड़े गए बांग्लादेशी नागरिकों को फ्लैग मीटिंग के जरिए बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) को सौंपा दिया गया।

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आजादी में भाग नहीं लिया और कांग्रेस को नसीहत दे रहे हैं : कांग्रेस अध्यक्ष

नई दिल्ली: स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पार्टी मुख्यालय में ध्वज फहराया। पार्टी मुख्यालय में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए खरगे ने कहा कि आज़ादी के आंदोलन में भाग नहीं लेने वाले आज कांग्रेस पार्टी को नसीहत दे रहे हैं। यह एक तरह से नाखून कटा कर शहीद बनने की कोशिश जैसा है।

अपने संबोधन में खरगे ने कहा कि क्रांतिवीरों के योगदान को याद करने और उनके विजन पर चलने की जगह आज के हुक्मरान विभाजनकारी सोच को बढ़ावा दे रहे हैं। वे केवल नफरत फैलाने की मंशा से “विभाजन विभीषिका दिवस” मनाते हैं। ये ऐतिहासिक सच है कि उनकी नफ़रत भरी राजनीति ने ही देश को दो टुकड़े में बाँट दिया। ये विभाजन उनके ही कारण हुआ।

इससे पहले खरगे ने देश के नाम एक वीडियो संदेश में आरोप लगाया कि संवैधानिक और स्वायत संस्थाओं को सरकार ने कठपुतली बना दिया है। उन्होंने देशवासियों को भरोसा दिलाया कि कांग्रेस पार्टी बेरोज़गारी, महँगाई, ग़रीबी, भ्रष्टाचार और ग़ैर-बराबरी के ख़िलाफ़ लड़ती रहेगी।

कांग्रेस अध्यक्ष ने वीडियो संदेश में कहा कि विपक्ष लोकतंत्र का ऑक्सीजन जैसा है। सरकार के असंवैधानिक रवैये को रोकने के साथ वह जनता की बात उठाता है। लोकतंत्र और संविधान ही हमारे 140 करोड़ भारतीयों का सबसे बड़ा रक्षा कवच है। आख़िरी दम तक हम इसकी हिफ़ाज़त करेंगे।

उन्होंने कहा कि आज जरूरी है कि हम सभी संविधान में दिए गए अभिव्यक्ति, जीवन, खान-पान, पहनावे, पूजा-पद्धति और किसी भी हिस्से में आने-जाने की आज़ादी के प्रति सजग रहें। संविधान की रक्षा के लिए हर कुर्बानी देने को तैयार रहें। यही हमारे पूर्वजों को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।

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नई दिल्ली, 14 अगस्त (हि.स.)। राष्ट्रपति द्राैपदी मुर्मू ने 78वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्र के नाम दिए अपने संदेश में सामाजिक स्तरों के आधार पर कलह की प्रवृत्तियों को खारिज करने की अपील की।

उन्होंने कहा कि सामाजिक न्याय सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है और सरकार ने अनुसूचित जातियों, अनुसूचित जनजातियों और समाज के अन्य हाशिए पर मौजूद वर्गों के कल्याण के लिए अनेक अभूतपूर्व कदम उठाए हैं।

स्वतंत्रता दिवस से पूर्व दिए अपने संदेश में राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि न्याय शब्द के अर्थ में अनेक सामाजिक आयाम शामिल हैं। उनमें से वे दो आयामों स्त्री-पुरुष के बीच न्यायपूर्ण समानता और जलवायु न्याय पर विशेष रूप से जोर देती हैं।

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– समारोह को देखने के लिए लगभग 6 हजार विशेष अतिथियों को आमंत्रित किया गया

नई दिल्ली, 14 अगस्त (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गुरुवार को 78वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर ऐतिहासिक लाल किले की प्राचीर से लगातार 11वीं बार राष्ट्र को सम्बोधित करेंगे। ध्वजारोहण के समय भारतीय वायु सेना के दो एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टरों से ध्रुव लाइन एस्टर्न फॉर्मेशन में पुष्प वर्षा की जाएगी। समारोह को देखने के लिए लगभग 6 हजार विशेष अतिथियों को आमंत्रित किया गया है।

लाल किले पर पहुंचने पर प्रधानमंत्री का स्वागत रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ और रक्षा सचिव गिरिधर अरमाने करेंगे। रक्षा सचिव दिल्ली क्षेत्र के जनरल ऑफिसर कमांडिंग (जीओसी) लेफ्टिनेंट जनरल भवनीश कुमार का प्रधानमंत्री से परिचय कराएंगे। इसके बाद दिल्ली क्षेत्र के जीओसी नरेन्द्र मोदी को सलामी मंच पर ले जाएंगे, जहां संयुक्त अंतर-सेवा और दिल्ली पुलिस गार्ड प्रधानमंत्री को सामान्य सलामी देंगे। इसके बाद प्रधानमंत्री सलामी गारद का निरीक्षण करेंगे। प्रधानमंत्री के लिए सलामी गारद दल में सेना, नौसेना, वायु सेना और दिल्ली पुलिस से एक-एक अधिकारी और 24 कर्मी शामिल होंगे। सलामी गारद की कमान कमांडर अरुण कुमार मेहता संभालेंगे।

प्रधानमंत्री की सलामी गारद में सेना टुकड़ी की कमान मेजर अर्जुन सिंह, नौसेना टुकड़ी की कमान लेफ्टिनेंट कमांडर गुलिया भावेश एनके और वायु सेना टुकड़ी की कमान स्क्वाड्रन लीडर अक्षरा उनियाल संभालेंगी। दिल्ली पुलिस की टुकड़ी की कमान एडिशनल डीसीपी अनुराग द्विवेदी संभालेंगे। गार्ड ऑफ ऑनर का निरीक्षण करने के बाद प्रधानमंत्री लाल किले की प्राचीर की ओर बढ़ेंगे, जहां उनका स्वागत रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान, थल सेनाध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी, नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी और वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी करेंगे। दिल्ली क्षेत्र के जीओसी प्रधानमंत्री को ध्वजारोहण के लिए मंच तक ले जाएंगे।

लेफ्टिनेंट संजीत सैनी ध्वजारोहण में प्रधानमंत्री की सहायता करेंगे। सेना की 1721 फील्ड बैटरी (सेरेमोनियल) के बहादुर तोपची 21 तोपों की सलामी के साथ समन्वय करेंगे। स्वदेशी 105 मिमी लाइट फील्ड गन का उपयोग करने वाली इस औपचारिक बैटरी की कमान मेजर सबनीस कौशिक के हाथों में होगी और गन पोजिशन ऑफिसर नायब सूबेदार (एआईजी) अनुतोष सरकार होंगे। ध्वजारोहण के बाद ‘राष्ट्रीय सलामी’ दिए जाने के समय सेना, नौसेना और वायु सेना से एक-एक अधिकारी और 32 अन्य रैंक के जवान तथा दिल्ली पुलिस के 128 जवान शामिल होंगे। इस अंतर-सेवा गार्ड और पुलिस गार्ड की कमान कमांडर विनय दुबे संभालेंगे।

राष्ट्रीय ध्वज गार्ड में सेना की टुकड़ी की कमान मेजर दिनेश नगांगोम, नौसेना की टुकड़ी की कमान लेफ्टिनेंट कमांडर सचिन धनखड़ और वायु सेना की टुकड़ी की कमान स्क्वाड्रन लीडर सीएस श्रवण देवैया संभालेंगे। दिल्ली पुलिस की टुकड़ी की कमान एडिशनल डीसीपी अचिन गर्ग संभालेंगे। पंजाब रेजिमेंट मिलिट्री बैंड में एक जेसीओ और 25 अन्य रैंक के जवान शामिल होंगे। ध्वजारोहण और ‘राष्ट्रीय सलामी’ देने के दौरान राष्ट्रगान बजाया जाएगा। बैंड का संचालन सूबेदार मेजर राजिंदर सिंह करेंगे।

ध्वजारोहण किए जाने पर भारतीय वायु सेना के दो एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टरों से ध्रुव लाइन एस्टर्न फॉर्मेशन में पुष्प वर्षा की जाएगी। हेलीकॉप्टर के कैप्टन विंग कमांडर अंबर अग्रवाल और विंग कमांडर राहुल नैनवाल होंगे। उनके भाषण के समापन पर राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) के कैडेट राष्ट्रगान गाएंगे। देश भर के विभिन्न स्कूलों से कुल 2,000 लड़के और लड़कियां कैडेट (सेना, नौसेना और वायु सेना) समारोह में भाग लेंगे। ये कैडेट प्राचीर के सामने ज्ञानपथ पर बैठेंगे। वे कस्टमाइज्ड तिरंगा किट के साथ ‘मेरा भारत’ लोगो बनाएंगे। कुल 500 राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) स्वयंसेवक भी भाग लेंगे।

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डोडा, 14 अगस्त (हि.स.)। जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में बुधवार को जारी मुठभेड़ में सेना का एक कैप्टन बलिदान हो गया और एक आतंकी मारा गया है।

सेना की व्हाइट नाइट कोर ने एक्स पर जानकारी साझा की है कि डोडा जिले में जारी ऑपरेशन में एक आतंकवादी मारा गया है। इस दौरान एम4 राइफल और एक एके 47 राइफल बरामद की गई है। सेना ने कहा कि ऑपरेशन जारी रहने के दौरान रुक-रुक कर गोलीबारी जारी है।

इससे पहले सेना ने कहा कि व्हाइट नाइट कोर के बहादुर कैप्टन दीपक सिंह के सर्वाेच्च बलिदान को सलाम करते हैं, जिन्होंने अपनी चोटों के कारण दम तोड़ दिया। उन्होंने एक्स पर पोस्ट किया कि व्हाइट नाइट कोर गहरी संवेदना व्यक्त करता है और इस दुख की घड़ी में शोक संतप्त परिवार के साथ खड़ा है।

बुधवार सुबह सुरक्षा बलों ने जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले के जंगलों में आतंकवादियों के साथ चल रही मुठभेड़ स्थल से एक एम4 राइफल और अन्य युद्धक सामग्री बरामद की।

व्हाइट नाइट कोर ने कहा कि विशिष्ट खुफिया सूचनाओं के आधार पर भारतीय सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा पत्नीटॉप के पास अकर वन में एक संयुक्त अभियान शुरू किया गया था। डोडा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जावेद इकबाल ने बताया कि ऑपरेशन प्रगति पर है और आगे का विवरण तदनुसार साझा किया जाएगा।

 

फाइल फोटो

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नई दिल्ली, 14 अगस्त (हि.स.)। राम मंदिर में प्रतिष्ठित रामलला की मूर्ति बनाने वाले मूर्तिकार अरुण योगीराज और उनके परिवार को अमेरिका ने वीजा देने से इनकार कर दिया है। इसका कोई कारण नहीं बताया गया है। वे 30 अगस्त को अमेरिका के वर्जिनिया में आयोजित होने वाली विश्व कन्नड़ कांफ्रेंस में भाग लेने जा रहे थे।

जानकारी के अनुसार अरुण योगीराज की पत्नी विजेता पहले अमेरिका जा चुकी हैं। ऐसे में उन्हें वीजा मिलने में कोई समस्या नहीं आनी चाहिए थी। योगीराज ने वीजा नहीं मिलने की बात स्वीकार की है और कहा है कि उनके सभी दस्तावेज पूरे थे।

योगीराज को विश्व कन्नड़ कांफ्रेंस में सम्मानित किया जाना था। अमेरिकी दूतावास की ओर से अभी तक कोई कारण नहीं बताया गया है कि उसने आवेदन क्यों खारिज किया। योगीराज का कहना है कि उन्होंने दो महीने पहले वीजा आवेदन किया था। लेकिन 10 अगस्त को उनका आवेदन खारिज कर दिया गया।

बारहवीं एकेकेए (एसोसिएशन ऑफ कन्नड़ कूट ऑफ अमेरिका) विश्व कन्नड़ सम्मेलन, 2024, इस साल 30, 31 अगस्त और 1 सितंबर को संयुक्त राज्य अमेरिका में ग्रेटर रिचमंड कन्वेंशन सेंटर, रिचमंड, वर्जीनिया में आयोजित होने वाला है।

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– सम्मानित वायु योद्धाओं ने मिशन के दौरान राष्ट्र की सेवा में योगदान दिया

नई दिल्ली, 14 अगस्त (हि.स.)। भारतीय सशस्त्र बलों की सर्वोच्च कमांडर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने स्वतंत्रता दिवस पर वायु सेना को छह वीरता पदक देने का ऐलान किया है। वायु सेना के दो फ्लाइंग पायलटों को उनकी बहादुरी के लिए शौर्य चक्र से नवाजा गया है। इन पदकों से सम्मानित वायु योद्धाओं ने मिशन के दौरान अपने दायित्वों को बखूबी निभाते हुए राष्ट्र की सेवा में योगदान दिया है।

राष्ट्रपति ने फ्लाइंग (पायलट) विंग कमांडर अक्षय अरुण महाले को वायु सेना पदक (वीरता), जूनियर वारंट ऑफिसर विकास राघव आईएएफ (गरुड़) को वायु सेना पदक (वीरता), सार्जेंट अश्विनी कुमार (फ्लाइट गनर) को वायु सेना पदक (वीरता), स्क्वाड्रन लीडर महिपाल सिंह राठौर फ्लाइंग (पायलट) को वायु सेना पदक (वीरता), विंग कमांडर आनंद विनायक अगाशे फ्लाइंग (पायलट) को वायु सेना पदक (वीरता), विंग कमांडर जसप्रीत सिंह संधू फ्लाइंग (पायलट) को वायु सेना पदक (वीरता) प्रदान किया है। इसके अलावा विंग कमांडर वर्नोन डेसमंड कीन वीएम फ्लाइंग (पायलट) और स्क्वाड्रन लीडर दीपक कुमार फ्लाइंग (पायलट) को शौर्य चक्र से नवाजा गया है।

1. विंग कमांडर अक्षय अरुण महाले इस समय एक फाइटर स्क्वाड्रन में बतौर फ्लाइंग (पायलट) तैनात हैं। उन्हें 26 सितंबर, 23 को आबादी वाले क्षेत्र में बड़ी झील के ऊपर एरोबेटिक्स प्रदर्शन के लिए अधिकृत किया गया था। इस दौरान टरबाइन गैस तापमान (टीजीटी) में अचानक 80-90 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने पर विमान का एक इंजन खराब हो गया। केवल एक इंजन उपलब्ध होने के कारण विमान की गति 250 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार से नीचे तेजी से गिरने लगी। इस गंभीर स्थिति में भी पायलट ने विमान को आबादी वाले इलाके से दूर मोड़ लिया। अगर उसने ऐसा नहीं किया होता तो विमान में अनियंत्रित गति के साथ भयावह स्थिति उत्पन्न हो सकती थी। विमान ने धीरे-धीरे ऊंचाई हासिल की और उसे सुरक्षित तरीके से ऊपर ले लिया गया। इन जानलेवा परिस्थितियों के दौरान पायलट ने अपना धैर्य बनाए रखा और पूरी तरह से व्यावसायिकता का परिचय दिया।

2. जूनियर वारंट ऑफिसर विकास राघव इस समय वायु सेना की गरुड़ फ्लाइट की तैनात टुकड़ी में हैं। उन्हें 15 अगस्त, 2023 को कांगड़ा (हिमाचल) में भीषण बाढ़ से निपटने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। बचाव और निकासी अभियान के दौरान वह एक छत पर उतरे, जहां उन्हें एक लकवाग्रस्त 68 वर्षीय मरीज, आठ दिन के एक बच्चे के साथ मां और दो गर्भवती माताओं की गंभीर स्थिति का सामना करना पड़ा, जिन्हें चिकित्सा सहायता के लिए तत्काल निकालने की आवश्यकता थी। उन्होंने पूरी तरह से लकवाग्रस्त रोगी को सुरक्षित करने के लिए एक हार्नेस तैयार करके अपनी बांहों में सुरक्षित रूप से पकड़े रखा। इसके बाद उन्होंने साहसपूर्वक 8 दिन के नाजुक शिशु को बिना हार्नेस के निकाला, ताकि हेलीकॉप्टर के बहाव में फंसने से शिशु के दम घुटने के किसी भी संभावित जोखिम को रोका जा सके। इसके बाद उन्होंने गर्भावस्था के अंतिम चरण में दोनों गर्भवती माताओं को निकाला। उन्होंने एक अन्य बचाव अभियान में चार शिशुओं को बचाने में अनुकरणीय बहादुरी का प्रदर्शन किया। उन्होंने कुल 494 लोगों की जान बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और 152 लोगों को सुरक्षित निकालने में अकेले जिम्मेदारी निभाई।

3. सार्जेंट अश्विनी कुमार इस समय एक हेलीकॉप्टर इकाई में तैनात हैं। उन्हें 15 अगस्त, 2023 को हिमाचल प्रदेश के फतेहपुर के पास मानवीय सहायता और आपदा राहत संचालन के लिए तैनात किया गया था। उन्होंने पहले दिन कम ऊंचाई पर हेलीकॉप्टर से उतरकर विकलांग नागरिकों को बचाया। दूसरे दिन वे एक तेज बहती नदी से अलग-थलग क्षेत्र में जीवित बचे लोगों से मिले। उन्होंने खुद को हेलीकॉप्टर के हार्ड पॉइंट पर बांध लिया और सीढ़ी के आखिरी पायदान पर उतर गए और जीवित बचे लोगों को हेलीकॉप्टर में खींच लिया। सार्जेंट अश्विनी कुमार ने कम समय में तेजी से ऑपरेशन चलाकर 510 लोगों की जान बचाई, जिसमें 42 लोगों की जान चरखी से बचाई गई।

4. स्क्वाड्रन लीडर महिपाल सिंह राठौर इस समय एक फाइटर स्क्वाड्रन में तैनात हैं। उन्हें 04 जनवरी, 2024 को दो 1000 पाउंड लाइव बमों के साथ एक प्रशिक्षण सॉर्टी उड़ाने के लिए अधिकृत किया गया था। टेक ऑफ के दौरान रोटेशन गति पर जैसे ही उन्होंने नियंत्रण स्तंभ को पीछे की ओर बढ़ाया तो विमान ने प्रतिक्रिया नहीं की। उनका अगला प्रयास भी असफल रहा। केवल 2500 फीट रनवे शेष रहने पर भी उन्होंने सही ढंग से टेक ऑफ करने का फैसला किया। उड़ान के बाद के विश्लेषण से पता चला कि विमान में कुछ खराबी थी, जिसके कारण अगर पायलट ने उड़ान भरने में कोई कसर छोड़ी होती तो विमान दुर्घटनाग्रस्त हो सकता था। सीमित अनुभव के बावजूद उन्होंने असाधारण साहस और उत्कृष्ट धैर्य का परिचय दिया, जिसके परिणामस्वरूप विमान को सुरक्षित रूप से वापस लाया गया।

5. विंग कमांडर आनंद विनायक अगाशे इस समय एक हेलीकॉप्टर यूनिट के कमांडिंग ऑफिसर हैं। 15 अगस्त, 2023 को भारी बारिश के कारण महाराणा प्रताप सागर के बाढ़ के द्वार खोल दिए गए, जिससे कांगड़ा (हिमाचल) जिले के गांव जलमग्न हो गए। प्रभावित क्षेत्रों में फंसे लोगों को बचाने के लिए भारतीय वायु सेना को मानवीय सहायता और आपदा राहत (एचएडीआर) अभियान चलाने का काम सौंपा गया। इसके लिए विंग कमांडर आगाशे ने अपनी टीम के साथ इस तरह के उच्च जोखिम वाले कार्य के लिए गहन और सावधानीपूर्वक योजना बनाई। बाढ़ से घिरे क्षेत्र में सैकड़ों लोग घरों और छतों पर फंसे हुए थे। विंग कमांडर अगाशे ने एचटी/एलटी केबल, माइक्रोवेव टावर और ऊंचे पेड़ों के करीब खतरनाक इलाके में सटीक उड़ान भरी, जो हेलीकॉप्टर की तेज हवा के कारण हिल रहे थे। इसके बावजूद उन्होंने 42 फंसे हुए नागरिकों को सुरक्षित निकाला। जीवित बचे लोगों में हृदय रोगी, गर्भवती महिलाएं, शिशु, बुजुर्ग और विशेष रूप से सक्षम लोग शामिल थे। पूरे मिशन के दौरान उनकी टीम ने 1002 लोगों की जान बचाई।

6. विंग कमांडर जसप्रीत सिंह संधू इस समय एक फाइटर स्क्वाड्रन में तैनात हैं। 25 जनवरी, 2024 को उन्हें मिग बाइसन पर एयरफ्रेम और इंजन चेक सॉर्टी उड़ाने के लिए अधिकृत किया गया। लैंडिंग के समय प्रतिकूल क्रॉस विंड के कारण विमान स्टारबोर्ड की ओर चला गया। इसके बावजूद शांत स्वभाव बनाए रखते हुए उन्होंने तुरंत पूर्ण ब्रेक लगाकर विमान को बंद कर दिया। उन्होंने पहिया ब्रेक और टायरों को कोई नुकसान पहुंचाए बिना रनवे की दाहिने लेन पर विमान को सफलतापूर्वक रोक दिया। इस दौरान कार्रवाई में एक सेकेंड की भी देरी से विमान रनवे से बाहर जा सकता था। बाद में जांच से पता चला कि मुख्य रेडियो का एंटीना कनेक्टर ऑटोपायलट बे में पतवार पैडल के लिंक रॉड तंत्र को बाधित करने से यह स्थिति पैदा हुई थी। इसके बावजूद पायलट की सूझबूझ से मूल्यवान हवाई संपत्ति को सुरक्षित बचाया जा सका।

7. विंग कमांडर वर्नोन डेसमंड कीन वीएम इस समय एक फाइटर स्क्वाड्रन में तैनात हैं। जगुआर लड़ाकू विमान पर 24 जुलाई, 2023 को एक सॉर्टी के दौरान उन्हें तेल प्रणाली ने खराबी का संकेत दिया। ऐसी स्थिति पहले कभी नहीं हुई थी लेकिन पायलट ने बाएं इंजन को बंद करने का फैसला लिया और निकटतम रनवे के लिए दाएं इंजन का उपयोग करके रिकवरी शुरू की। इस बीच 2500 फीट की ऊंचाई पर दाहिना इंजन फेल हो गया, जिससे विमान तेजी से ऊंचाई खोते हुए उत्तर प्रदेश के घनी आबादी वाले गोरखपुर शहर के पास पहुंच गया। एक इंजन के सहारे पायलट ने विमान को नियंत्रित करके गैर आबादी वाले क्षेत्र की ओर मोड़ दिया और खाली ईंधन टैंकों को आबादी वाले क्षेत्र से दूर फेंक दिया। उन्होंने साथ ही बाएं इंजन को फिर से चालू करके असाधारण साहस, दृढ़ता और धैर्य का परिचय देते हुए विमान को क्षतिग्रस्त होने से बचाकर जमीन पर जान और संपत्ति के संभावित नुकसान को बचाया।

8. स्क्वाड्रन लीडर दीपक कुमार इस समय एयर फ़ोर्स स्टेशन हकीमपेट में तैनात हैं। उन्हें 25 अगस्त, 2023 को एक प्रशिक्षु पायलट के साथ किरण विमान में एक निर्देशात्मक रात्रि उड़ान भरने के लिए अधिकृत किया गया था। अंधेरी रात में उड़ान के दौरान कम ओवरशूट के बाद चक्कर लगाते समय विमान से पक्षी टकराया, जिससे इंजन में आग लग गई। उन्होंने तुरंत स्थिति का आकलन करके विमान को सीधे आगे की ओर उतारने का निर्णय लिया। रात में सीमित संकेतों के बावजूद उन्होंने अपने असाधारण निर्णय और उत्कृष्ट उड़ान कौशल का उपयोग करके विमान को छोटे रनवे पर जबरन उतारा। लैंडिंग के बाद रनवे की उपलब्ध लंबाई लगभग 1000 फीट थी, जिसमें स्विच ऑफ करने, ब्रेक लगाने और अरेस्टर बैरियर को जोड़ने जैसी उनकी त्वरित कार्रवाई के परिणामस्वरूप विमान को न्यूनतम क्षति के साथ सुरक्षित रूप से रोक दिया गया।

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नई दिल्ली, 14 अगस्त (हि.स.)। वरिष्ठ कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी को कांग्रेस ने तेलंगाना से राज्यसभा की एक सीट पर होने वाले उपचुनाव में पार्टी का उम्मीदवार बनाया है। 9 राज्यों की 12 राज्यसभा सीटों पर 3 सितंबर को मतदान होगा और उसी दिन नतीजे आएंगे। यह सीट के केशवराव के त्यागपत्र से खाली हुई थी।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने उनके नाम को मंजूरी प्रदान की है। पार्टी ने इस संबंध में प्रेस वक्तव्य जारी कर इसकी जानकारी दी है।

अभिषेक मनु सिंघवी को इससे पहले पार्टी ने हिमाचल प्रदेश से राज्यसभा उम्मीदवार बनाया था। हालांकि वहां विधायकों के क्रास वोटिंग करने के कारण वे उच्च सदन नहीं पहुंच पाये थे। इसके अलावा भाजपा ने आम आदमी पार्टी पर आरोप लगाया था कि सिंघवी को दिल्ली से राज्यसभा भेजने के लिए पार्टी ने स्वाति मालीवाल से इस्तीफा मांगा था।

सिंघवी सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता हैं और कांग्रेस के प्रवक्ता भी हैं। कई महत्वपूर्ण मामलों में वे सुप्रीम कोर्ट में पैरवी कर चुके हैं। इसमें प्रमुख दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की जमानत का मामला भी है।

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नई दिल्ली, 14 अगस्त (हि.स.)। देश की 75 आशा कार्यकर्ता और एएनएम (स्वास्थ्य कर्मी) को लाल किले पर 78वें स्वतंत्रता दिवस समारोह में उनके परिवारजनों के साथ विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है। बुधवार को आमंत्रित अतिथियों के साथ केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल ने संवाद किया और राष्ट्र के प्रति उनके योगदान का सम्मान करते हुए 75 आशा और एएनएम को विशेष अतिथि के रूप में सम्मानित किया।

इस मौके परआशा और एएनएम की “राष्ट्र के स्वास्थ्य परिदृश्य में सुधार लाने में उनके असाधारण और अथक प्रयासों” के लिए सराहना करते हुए अनुप्रिया पटेल ने कहा कि “वर्तमान में 10.29 लाख से अधिक आशा और 89,000 एएनएम हैं जो हमारे देश में सामुदायिक स्वास्थ्य की आधारशिला के रूप में काम करती हैं और जमीनी स्तर पर स्वास्थ्य सेवा को बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। उनके योगदान में समुदायों को संगठित करना, स्वास्थ्य सेवाओं को सुविधाजनक बनाना, सामुदायिक स्तर की स्वास्थ्य सेवा प्रदान करना और स्वास्थ्य जागरूकता को बढ़ावा देना शामिल है। उनका समर्पण सबसे दूरस्थ और कमजोर आबादी को भी महत्वपूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने में आवश्यक रहा है। दुर्गम क्षेत्रों में उनके काम का प्रभाव गहरा है, और हम स्वास्थ्य सेवा को सभी के लिए सुलभ बनाने की उनकी प्रतिबद्धता की गहराई से सराहना करते हैं।

उन्होंने कहा कि आशा और एएनएम ने भारत में मातृ, बाल और किशोर स्वास्थ्य के परिदृश्य को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। मातृ मृत्यु दर में 82 प्रतिशत की गिरावट, टीकाकरण दर में सुधार और शिशु मृत्यु दर में गिरावट को प्राप्त करने में आशा और एएनएम महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

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नई दिल्ली, 13 अगस्त (हि.स.)। केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और केंद्रीय संसदीय कार्य एवं अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू 13 अगस्त, 2024 को नई दिल्ली में भारत मंडपम से निकाली गई ‘हर घर तिरंगा बाइक रैली के दौरान।

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– लगभग पांच साल के लम्बे इन्तजार के बाद 2017 में हो पाई थी अरिघाट की लांचिंग- समुद्र में गोते लगाने के लिए अरिघाट अपनी बहन आईएनएस अरिहंत से जुड़ जाएगी

नई दिल्ली, 11 अगस्त (हि.स.)। हिंद महासागर क्षेत्र में चीन के तेजी से बढ़ते कदमों के बीच परमाणु मिसाइलों से लैस पनडुब्बी आईएनएस अरिघाट भारतीय नौसेना के बेड़े में शामिल होने को तैयार है। इसे विशाखापट्टनम के जहाज निर्माण केंद्र पर एडवांस्ड टेक्नोलॉजी वेसल (एटीवी) प्रोजेक्ट के तहत बनाया गया है। भारत की पहली बैलिस्टिक मिसाइल पनडुब्बी आईएनएस अरिहंत की लांचिंग 2009 में हुई थी। इसके अलावा पारंपरिक हथियारों के साथ दो परमाणु ऊर्जा चालित हमलावर पनडुब्बियों के निर्माण की परियोजना भी अंतिम मंजूरी के करीब है।

नौसेना को दूसरी 6,000 टन की परमाणु ऊर्जा चालित पनडुब्बी आईएनएस अरिघाट मिलने के बाद भारत अब रणनीतिक प्रतिरोध के लिए हिंद महासागर क्षेत्र में चीन की ओर से बढ़ रही चुनौतियों का सामना करने में सक्षम होगा। भारतीय नौसेना की दूसरी परमाणु ऊर्जा वाली बैलिस्टिक मिसाइल पनडुब्बी आईएनएस अरिघाट तीन साल के समुद्री परीक्षणों के बाद अब इस वर्ष के अंत तक समंदर में गोते लगाने के लिए तैयार है। यह अरिहंत श्रेणी की भारत में निर्मित की गई दूसरी पनडुब्बी है। व्यापक परीक्षणों के बाद औपचारिक कमीशनिंग के लिए पूरी तरह से तैयार पनडुब्बी में विस्तारित अवधि में उन्नयन के साथ कुछ तकनीकी मुद्दों को सुलझाया गया था।

भारत की पहली बैलिस्टिक मिसाइल पनडुब्बी आईएनएस अरिहंत को 9 साल के व्यापक परीक्षण के बाद अगस्त, 2016 में समुद्र में उतारा गया था। दो साल के परीक्षण के बाद 2018 में यह पूरी तरह से चालू हो गई थी। आईएनएस अरिघाट की लांचिंग लगभग पांच साल के लम्बे इन्तजार के बाद 2017 में हो पाई। इस पनडुब्बी को मूल रूप से आईएनएस अरिदमन के नाम से जाना जाता था लेकिन इसके लॉन्च होने पर इसे आईएनएस अरिघाट नाम दिया गया था। यह पनडुब्बी सात साल तक व्यापक परीक्षण से गुजरी है और अब समुद्र की गहराइयों में उतरने के लिए तैयार है। इसके बाद अरिघाट अपनी बहन आईएनएस अरिहंत से जुड़ जाएगी। आईएनएस अरिहंत के मुकाबले आईएनएस अरिघाट में मिसाइलों की संख्या दोगुनी होगी, जिससे भारत को ‘पानी के युद्ध’ में और अधिक मिसाइलें ले जाने की क्षमता मिल जाएगी।

अरिहंत श्रेणी की दूसरी मिसाइल पनडुब्बी आईएनएस अरिघाट के ब्लेड प्रोपेलर जल रिएक्टर से संचालित होंगे। यह पनडुब्बी पानी की सतह पर 12-15 समुद्री मील (22-28 किमी/घंटा) की अधिकतम गति से चल सकती है और समुद्र की गहराई में 24 समुद्री मील (44 किमी/घंटा) की गति प्राप्त कर सकती है। इस पनडुब्बी के कूबड़ पर आठ लांच ट्यूब होंगे। यह 750 किमी. रेंज वाली 24के-15 सागरिका मिसाइलों या 3,500 किमी. की रेंज वाली 8के-4 मिसाइल तक ले जा सकती है। अरिहंत श्रेणी की परमाणु-शक्ति वाली इन पनडुब्बियों को 2.9 बिलियन डॉलर के उन्नत टेक्नोलॉजी वेसल (एटीवी) प्रोजेक्ट के तहत डिजाइन और निर्मित किया गया है।

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