-शीर्ष कोर्ट ने राष्ट्रीय स्तर पर दिशा-निर्देश जारी करने के लिए सभी पक्षों से मांगे सुझाव

नई दिल्ली, 02 सितम्बर (हि.स.)। सुप्रीम कोर्ट ने देशभर में बुलडोजर कार्रवाई पर सवाल खड़ा किया है। जस्टिस बीआर गवाई की अध्यक्षता वाली बेंच ने कहा कि सिर्फ आरोपित होने के आधार पर किसी के खिलाफ ऐसी कार्रवाई नहीं हो सकती है। कोर्ट ने कहा कि इसे लेकर वो राष्ट्रीय स्तर पर दिशा-निर्देश जारी करेगा। मामले की अगली सुनवाई 17 सितंबर को होगी।

सुप्रीम कोर्ट ने उदयपुर में चाकू मारने के आरोपित बच्चे के पिता के घर पर बुलडोजर कार्रवाई पर कहा कि एक पिता का बेटा अड़ियल हो सकता है लेकिन उसके लिए उसका घर गिरा दिया जाए, यह तरीका सही नहीं है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि किसी के दोषी साबित होने के बाद भी उसका घर नहीं गिराया जा सकता है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि बुलडोजर कार्रवाई के संबंध में दिशा-निर्देश बनाए जाने की जरूरत है। कोर्ट ने राष्ट्रीय स्तर पर दिशा-निर्देश जारी करने के लिए सभी पक्षों से सुझाव मांगा।

सुनवाई के दौरान केंद्र सरकार की ओर से पेश सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि ऐसा केवल नगर निगम के कानून के अनुसार ही किया जा सकता है। यहां याचिकाकर्ता अदालत के सामने गलत ढंग से मामले को रख रहे हैं। बुलडोजर की कार्रवाई नियमों का पालन करते हुए की गई है। मेहता ने कोर्ट के समक्ष रखे गए मामलों का हवाला देते हुए कहा कि नोटिस बहुत पहले जारी किए गए थे और लोग पेश नहीं हुए। तब जस्टिस विश्वनाथन ने कहा कि अगर किसी की कोई कमी भी हो तो उसका फायदा नहीं उठाना चाहिए। जस्टिस गवई ने कहा कि अगर निर्माण अनधिकृत है, तो ऐसे मामलों में भी कार्रवाई कानून के अनुसार होना चाहिए।

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कोलकाता, 01 सितंबर (हि.स.)। बंगाल की खाड़ी में रविवार सुबह 9 बजकर 12 मिनट पर भूकंप के जोरदार झटके महसूस किए गए।

रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 5.1 मापी गई। हालांकि अभी तक किसी भी तरह के जान-माल के नुकसान की खबर नहीं है।

राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के अनुसार भूकंप का केंद्र बंगाल की खाड़ी में 10 किलोमीटर की गहराई में स्थित था। सुनामी को लेकर कोई अलर्ट जारी नहीं किया गया है।

अमेरिका के यूनाइटेड स्टेट जियोलॉजिकल सर्वे के अनुसार भूकंप का केंद्र केंद्रशासित प्रदेश अंडमान निकोबार द्वीप समूह के परका गांव से 135 किमी दूर समुद्र तल से 10 किलोमीटर की गहराई में स्थित था। हालांकि, ये पहला मौका नहीं है जब बंगाल की खाड़ी में भूकंप के झटके महूसस किए गए हैं।

इस साल अप्रैल महीने में भी यहां 4.2 तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किए गए थे।

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-जिला न्यायपालिका के राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन

-शीर्ष अदालत के 75 वर्ष पूरे, डाक टिकट व सिक्का जारी

नई दिल्ली, 31 अगस्त (हि.स.)।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को यहां जिला न्यायपालिका के राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए सुप्रीम कोर्ट की स्थापना के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में डाक टिकट और सिक्का जारी किया। सुप्रीम कोर्ट की तरफ से आयोजित सम्मेलन में प्रधानमंत्री ने कहा, ” सुप्रीम कोर्ट ने सदैव राष्ट्रहित को सर्वोपरि रखा। सुप्रीम कोर्ट के 75 वर्ष केवल एक संस्था की यात्रा नहीं है, यह भारत के संविधान और संवैधानिक मूल्यों की यात्रा है।

उन्होंने कहा कि इस यात्रा में संविधान निर्माताओं और न्यायपालिका के अनकों मनीषियों का महत्वपूर्ण योगदान है। इसमें उन करोड़ों देशवासियों का भी योगदान है, जिन्होंने हर परिस्थिति में न्यायपालिका पर अपना भरोसा अडिग रखा। प्रधानमंत्री ने कहा कि इसलिए सुप्रीम कोर्ट के यह 75 वर्ष मदर ऑफ डेमोक्रेसी के गौरव को और बढ़ाते हैं। इसलिए इस अवसर में भी गर्व और प्रेरणा भी है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “आज महिलाओं के खिलाफ अत्याचार, बच्चों की सुरक्षा, समाज की गंभीर चिंता है। देश में महिलाओं की सुरक्षा के लिए कई कठोर कानून बने हैं, लेकिन हमें इसे और सक्रिय करने की जरूरत है। महिला अत्याचार से जुड़े मामलों में जितनी तेजी से फैसले आएंगे, आधी आबादी को सुरक्षा का उतना ही बड़ा भरोसा मिलेगा।”

उन्होंने कहा,” न्याय में देरी को खत्म करने के लिए बीते एक दशक में कई स्तर पर काम हुए हैं। पिछले 10 वर्षों में देश ने न्यायिक बुनियादी ढांचे के विकास के लिए लगभग आठ हजार करोड़ रुपये खर्च किए हैं। पिछले 25 साल में जितनी राशि न्यायिक बुनियादी ढांचा पर खर्च की गई, उसका 75 प्रतिशत पिछले 10 वर्ष में ही हुआ है।”

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “हमारे लोकतंत्र में न्यायपालिका संविधान की संरक्षक मानी गई है। यह बहुत बड़ी जिम्मेदारी है। हम संतोष के साथ कह सकते हैं कि हमारी सुप्रीम कोर्ट, हमारी न्यायपालिका ने इस जिम्मेदारी का बखूबी निर्वहन का प्रयास किया है। आजादी के बाद न्यायपालिका ने न्याय की भावना की रक्षा की। जब-जब देश की सुरक्षा का प्रश्न आया तब न्यायपालिका ने राष्ट्रहित सर्वोपरि रखकर एकता की रक्षा की।” उन्होंने कहा कि आजादी के अमृतकाल में 140 करोड़ देशवासियों का एक ही सपना है- विकसित भारत, नया भारत। नया भारत यानी- सोच और संकल्प से एक आधुनिक भारत। हमारी न्यायपालिका इस विजन का मजबूत स्तम्भ है।

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– इंजन की डिजाइन और उत्पादन के लिए बेंगलुरु में स्थापित होगी संयुक्त उद्यम कंपनी
– नया संयुक्त उद्यम भारत-फ्रांस के बीच वर्तमान सहयोग के क्षेत्र को और विस्तार देगा

नई दिल्ली, 30 अगस्त (हि.स.)। अब स्वदेशी मल्टी-रोल हेलीकॉप्टरों और डेक-आधारित मल्टी-रोल हेलीकॉप्टरों के लिए भारत में ही इंजन बनाए जाएंगे। इसके लिए हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) ने शुक्रवार को फ्रांसीसी कंपनी के साथ एक समझौता किया है। इंजन की डिजाइन और उत्पादन के लिए बेंगलुरु में संयुक्त उद्यम कंपनी स्थापित की जाएगी। नया संयुक्त उद्यम भारत-फ्रांस के बीच वर्तमान सहयोग के क्षेत्र को और विस्तार देगा।

फ्रांसीसी कंपनी सफल हेलीकॉप्टर इंजन प्राइवेट लिमिटेड (एसएएफएचएएल) के साथ आज किये गए समझौते के तहत विकसित किये जाने वाले इंजन अगली पीढ़ी के हेलीकॉप्टरों में लगाए जाएंगे। इन इंजनों को ‘अरावली’ का नाम पश्चिमी भारत में शक्तिशाली पर्वत श्रृंखला से लिया गया है, जो महत्वपूर्ण इंजन प्रौद्योगिकियों में आत्मनिर्भरता प्राप्त करने की देश की आकांक्षाओं का प्रतीक है। कंपनी का पहला उद्देश्य नई पीढ़ी के 13 टन वाले भारतीय मल्टी-रोल हेलीकॉप्टर (आईएमआरएच) के लिए इंजन बनाना है। इसका नौसैनिक संस्करण डेक आधारित मल्टी-रोल हेलीकॉप्टर (डीबीएमआरएच) भी बनाया जाना है। एचएएल ने इंजन के संयुक्त डिजाइन, विकास, निर्माण और आपूर्ति शुरू करने के लिए एक एयरफ्रेमर अनुबंध पर हस्ताक्षर किए हैं।

एचएएल के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक (अतिरिक्त प्रभार) सीबी अनंतकृष्णन ने कहा कि फ्रांसीसी कंपनी सफल के साथ यह साझेदारी भारत के एयरोस्पेस और रक्षा क्षेत्रों में तकनीकी आत्मनिर्भरता प्राप्त करने की दिशा में हमारी यात्रा में एक महत्वपूर्ण क्षण है। यह सहयोग न केवल आईएमआरएच और डीबीएमआरएच प्लेटफार्मों की परिचालन क्षमताओं को सुनिश्चित करेगा, बल्कि महत्वपूर्ण रक्षा प्रौद्योगिकियों के स्वदेशी विकास के व्यापक लक्ष्य में भी योगदान देगा। फ्रांसीसी कंपनी सफ्रान पहले से ही भारत के एएलएच, एलसीएच और एलयूएच में लगने वाले इंजनों के डिजाइन, विकास और उत्पादन में सहयोग कर रही है।

एचएएल के मुताबिक इंजन की डिजाइन और उत्पादन के लिए बेंगलुरु में संयुक्त उद्यम कंपनी स्थापित की जाएगी, जिससे भारत-फ्रांस के बीच वर्तमान सहयोग के क्षेत्र को और विस्तार मिलेगा। यह संयुक्त उद्यम रणनीतिक अनुबंध के तहत अपनी-अपनी मूल कंपनियों के साथ अत्याधुनिक इंजन प्रौद्योगिकियों पर काम करेगा, जिससे बेहतर प्रदर्शन, विश्वसनीयता और परिचालन दक्षता सुनिश्चित होगी। इस सहयोग में अत्याधुनिक डिजाइन, उन्नत विनिर्माण प्रक्रियाएं और उच्चतम वैश्विक मानकों को पूरा करने के लिए कठोर परीक्षण प्रोटोकॉल शामिल हैं।

एचएएल ने भारतीय सशस्त्र बलों की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए 13 टन वजन वाले भारतीय मल्टी-रोल हेलीकॉप्टर को डिजाइन किया है। भारतीय नौसेना के लिए अलग से डेक आधारित मल्टी-रोल हेलीकॉप्टर विकसित किया जा रहा है, जिसका वजन 12.5 टन होगा। इन हेलीकॉप्टरों को विभिन्न और चुनौतीपूर्ण वातावरण में संचालित करने के लिए तैनात किया जाएगा। भविष्य में अपतटीय संचालन, उपयोगिता और वीवीआईपी परिवहन के लिए नागरिक बाजार में विस्तार की भी योजना बनाई गई है, जिसके बाद रखरखाव मरम्मत ओवरहाल (एमआरओ) गतिविधियां भी होंगी।

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बिहारशरीफ, 28 अगस्त (हि.स)। राज्य खेल अकादमी राजगीर नालन्दा का उद्घाटन राष्ट्रीय खेल दिवस के मौके पर गुरुवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कियाा।

उद्घाटन के अवसर पर राज्य के कुल 9 अन्तर्राष्ट्रीय खिलाडियों को उनके उपलब्धि के अनुसार नगद पुरस्कार एवं सम्मान दिया गया। नवनिर्मित हॉकी टर्फ पर भारतीय महिला हॉकी टीम जो एशियन गेम्स विजेता है ।

इस मौके पर प्रदर्शनी मैच का भी आयोजन किया गया जिसके उपरांत भारतीय महिला हॉकी टीम 01 सितम्बर, 2024 तक उक्त परिसर में अभ्यास करेगी तथा उनके साथ राज्य के चार एकलव्य केन्द्रों के हॉकी प्रशिक्षुओं को खेलने का अवसर मिलेगा।

राज्य खेल अकादमी-सह-अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के आधुनिक क्रिकेट स्टेडियम, राजगीर, नालन्दा, बिहार की कुल लागत लगभग 750 करोड रूपये है। इसका निर्माण कार्य भवन निर्माण विभाग, बिहार, पटना द्वारा कराया गया है।

इसके निर्माण हेतु कार्यकारी एजेन्सी शापुरजी पोलोनजी एण्ड कम्पनी प्रा०लि० है। राज्य खेल अकादमी के प्रथम निदेशक के रूप में रविन्द्रण शंकरण मौजूद थें।

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नई दिल्ली, 28 अगस्त (हि.स.)। कोलकाता में आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में डॉक्टर की दुष्कर्म के बाद हत्या की घटना से पूरे देश में गुस्सा और नाराजगी का माहौल है। अब राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी कोलकाता की इस घटना पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।

राष्ट्रपति ने अपने बयान में कहा है कि यह मात्र घटना नही ंहै, अपराधों की श्रृंखला का हिस्सा है। उन्हाेंने देशवासियाें से अपील करते हुए कहाकि आइए, हम सामूहिक रूप से कहें कि अब बहुत हो गया। राष्ट्रपति का यह बयान तीन पेज का है। जिसे एक्स पर साझा किया गया है।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा, “कोलकाता में एक डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या की वीभत्स घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। जब मुझे इस बारे में पता चला तो मैं स्तब्ध और भयभीत हो गई।

इससे भी अधिक निराशाजनक बात यह है कि यह अपनी तरह की एकमात्र घटना नहीं थी; यह महिलाओं के खिलाफ अपराधों की श्रृंखला का हिस्सा है।

कोलकाता में जब छात्र, डॉक्टर और नागरिक विरोध प्रदर्शन कर रहे थे, तब भी अपराधी अन्य जगहों पर घूम रहे थे। पीड़ितों में किंडरगार्टन की लड़कियां भी शामिल हैं। कोई भी सभ्य समाज बेटियों और बहनों के साथ इस तरह के अत्याचार की अनुमति नहीं दे सकता।

राष्ट्र का आक्रोशित होना तय है, और मैं भी। हमें अपनी बेटियों के प्रति यह दायित्व है कि हम उनके भय से मुक्ति पाने के मार्ग में आने वाली बाधाओं को दूर करें। फिर हम सामूहिक रूप से अगले रक्षाबंधन पर उन बच्चों की मासूम जिज्ञासा का दृढ़ उत्तर दे सकेंगे। आइए, हम सामूहिक रूप से कहें कि अब बहुत हो गया।”

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नई दिल्ली, 28 अगस्त (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने आज ‘कृषि अवसंरचना निधि’ (एआईएफ) के तहत वित्त पोषण सुविधा की केन्द्रीय क्षेत्र योजना में विस्तार को मंजूरी दे दी। योजना के विस्तार को मंजूरी का उद्देश्य इसे अधिक आकर्षक, प्रभावशाली और समावेशी बनाना है।

कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय ने बुधवार को जारी बयान में कहा है कि देश में कृषि बुनियादी ढांचे को बढ़ाने और मजबूत करने और कृषक समुदाय का समर्थन करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम में सरकार ने कृषि अवसंरचना निधि (एआईएफ) योजना के दायरे का विस्तार करने के लिए कई उपायों की घोषणा की है। जिसका उद्देश्य पात्र परियोजनाओं के दायरे का विस्तार करना और एक मजबूत कृषि अवसंरचना पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देने के लिए अतिरिक्त सहायक उपायों को एकीकृत करना है।

केंद्र सरकार विभिन्न परियोजनाओं के तहत सामुदायिक कृषि क्षमताओं को बढ़ाने के उद्देश्य से बुनियादी ढाँचे के निर्माण के लिए सभी पात्र लाभार्थियों को अनुमति देगी, जिससे इस क्षेत्र में उत्पादकता और स्थिरता में सुधार होगा। इसके अलावा उद्योग मंत्रालय की योजनाओं के अंतर्गत प्रसंस्करण को शामिल किया जाएगा। इससे खाद्य प्रसंस्करण उद्योग में निवेश को प्रोत्साहन मिलेगा। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और खाद्य अपव्यय में कमी आएगी। एनएबी संरक्षण ट्रस्टी कंपनी प्राइवेट लिमिटेड के माध्यम से एफपीओ के एआईएफ क्रेडिट गारंटी कवरेज का विस्तार करने का भी प्रस्ताव है।

मंत्रालय के मुताबिक, एआईएफ योजना के दायरे में विस्तार से विकास को गति मिलेगी, उत्पादकता में सुधार होगा। कृषि आय में वृद्धि होगी और देश में कृषि की समग्र स्थिरता में योगदान मिलेगा प्रधानमंत्री द्वारा 2020 में इसकी शुरुआत किए जाने के बाद से एआईएफ ने 6623 गोदामों, 688 कोल्ड स्टोर और 21 साइलो परियोजनाओं के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, जिसके परिणामस्वरूप देश में लगभग 500 एलएमटी की अतिरिक्त भंडारण क्षमता प्राप्त हुई है।

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नई दिल्ली, 28 अगस्त (हि.स.)। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने आज देश के 22 राज्यों में तेज बारिश होने का पूर्वानुमान जारी किया है। इस बीच दिल्ली-एनसीआर के बड़े हिस्से में बादल छाए हुए हैं। सुबह कहीं तेज तो कहीं धीमी बरसात हुई है। रात को भी दिल्ली के कुछ हिस्सों में बरसात हुई है। विभाग के अनुसार, दिल्ली में आज भी दिनभर बादल छाए रहेंगे और कई इलाकों में बारिश हो सकती है।

भारत मौसम विज्ञान विभाग ने कहा है कि गुजरात के सौराष्ट्र और कच्छ में भारी वर्षा होने की संभावना है। सौराष्ट्र के अलग-अलग स्थानों पर आज मध्यम से भारी वर्षा होगी। कुछ दिन से जम्मू-कश्मीर समेत उत्तर पश्चिम से लेकर पश्चिम, मध्य और पूर्वोत्तर भारत तक जमकर मूसलाधार बारिश हो रही है। लगभग समूचे गुजरात और पश्चिम राजस्थान को जल प्रलय का सामना करना पड़ रहा है। दोनों राज्यों के कई इलाके पानी में डूब गए हैं।

गुजरात में सात लोगों की जान भी गई है और 15,000 से अधिक लोगों को निचले इलाकों से निकालकर सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है।

भारत मौसम विज्ञान विभाग ने बुधवार को पश्चिमी राजस्थान और अंडमान निकोबार द्वीप समूह में और गुरुवार को पश्चिमी राजस्थान, केरल और ओडिशा में वर्षा को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। विभाग का कहना है कि जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, मध्य प्रदेश, बिहार, झारखंड, ओडिशा के कुछ इलाकों, महाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटक, केरल के ज्यादातर हिस्सों और पूर्वोत्तर के सभी राज्यों समेत 22 राज्यों में बुधवार को और 10 राज्यों में गुरुवार को बारिश को लेकर यलो अलर्ट है।

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गुवाहाटी, 28 अगस्त (हि.स.)। अरुणाचल प्रदेश में चीन सीमा पर तापी में भारतीय सेना का एक वाहन मंगलवार को ऊपरी सुबनसिरी जिले में एक नहर में गिर गया। सेना की पूर्वी कमान के जवानों को यह जवान अग्रिम मोर्चे पर ले जा रहा था। इस हादसे में सेना के तीन जवानों की मौके पर मौत हो गई, जबकि चार सैनिक गंभीर रूप से घायल हो गए।

पूर्वी सेना कमान के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल आरसी तिवारी ने बुधवार को इस दुर्घटना में हवलदार नखत सिंह, एनके मुकेश कुमार और जीडीआर आशीष की मौत होने की पुष्टि करते हुए गहरी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा कि अरुणाचल प्रदेश में कर्तव्य की राह पर सर्वोच्च बलिदान देने वाले तीनों बलिदानियों के प्रति सेना के सभी रैंकों ने गहरी संवेदना व्यक्त की है। भारतीय सेना शोक संतप्त परिवारों के साथ मजबूती से खड़ी है।

अरुणाचल प्रदेश के ऊपरी सुबनसिरी जिले में हुई यह घटना मंगलवार को उस समय हुई जब सेना के जवानों को ले जा रहा एक वाहन पहाड़ी सड़क से नहर में गिर गया। सभी सैन्यकर्मी भारतीय सेना की पूर्वी कमान का हिस्सा थे। ईटानगर के एक शीर्ष पुलिस अधिकारी ने बताया कि सेना के चार घायल जवानों को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां चारों सैनिकों का इलाज चल रहा है।

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कोलकाता, 26 अगस्त (हि.स.) । भारतीय तटरक्षक बल ने एक सफल बचाव अभियान चलाते हुए डूब रहे कार्गो जहाज एमवी आईटीटी प्यूमा पर सवार 11 सदस्यों को सुरक्षित निकाल लिया। यह जहाज कोलकाता से पोर्ट ब्लेयर की ओर जा रहा था, लेकिन सागर द्वीप से 70 समुद्री मील दक्षिण में खराब मौसम के कारण डूब गया।

तटरक्षक बल के एक अधिकारी ने सोमवार को बताया कि चालक दल के तीन सदस्य अभी भी लापता हैं। उन्होंने बताया, “रविवार रात को हुए इस अभूतपूर्व बचाव अभियान में तटरक्षक बल के कर्मियों ने समन्वित समुद्र-हवाई अभियान के माध्यम से 11 व्यक्तियों को बचाया। एमवी आईटीटी प्यूमा सागर द्वीप से 70 समुद्री मील दक्षिण में डूब गया। यह चुनौतीपूर्ण बचाव अभियान तटरक्षक बल के जहाज ‘सारंग’ और ‘अमोध’ की संयुक्त कार्रवाई और एक डोर्नियर विमान के सहयोग से सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।’’

एक वरिष्ठ तटरक्षक अधिकारी ने बताया कि मुंबई में पंजीकृत इस जहाज की वहन क्षमता 75 मीट्रिक टन थी और यह कोलकाता से लगभग 80 किलोमीटर दूर डूब गया। अधिकारी ने बताया कि कल सागर वीटीएस (वेसल ट्रैकिंग सिस्टम) से तटरक्षक बल हल्दिया को सूचना मिली थी। तटरक्षक बल के डोर्नियर विमान ने इसे रात 9:30 बजे कंफर्म किया और आईसीजी जहाज ‘सारंग’ और ‘अमोध’ ने रात 9:45 बजे घटनास्थल पर पहुंचकर खोज और बचाव अभियान शुरू किया। बचाव अभियान अभी भी जारी है और लापता सवार और चालक दल के तीन सदस्यों की खोज की जा रही है।

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नई दिल्ली, 26 अगस्त (हि.स.)। गृह मंत्रालय ने संघशासित प्रदेश लद्दाख में पांच नए जिलों के गठन को मंजूरी दे दी है। ये पांच नये जिले जंस्कार, द्रास, शाम, नुब्रा और चांगथांग होंगे। इन पांच जिलों के गठन के बाद अब लद्दाख में, लेह और कारगिल को मिलाकर कुल सात जिले हो जायेंगे।

केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने सोमवार को एक्स प्लेटफॉर्म पर एक पोस्ट में इस ऐतिहासिक निर्णय की जानकारी देते हुए कहा कि इस निर्णय से 5 नए जिलो जंस्कार, द्रास, शाम, नुब्रा और चांगथांग में प्रशासन के सुदृढ़ होने से स्थानीय लोगों को उनके द्वार पर सरकारी योजनाओं का लाभ मिल सकेगा।

गृह मंत्रालय की आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, लद्दाख क्षेत्रफल के हिसाब से एक बहुत बड़ा संघशासित क्षेत्र है। वर्तमान में लद्दाख में दो जिले हैं – लेह और कारगिल। यह भारत के सबसे कम जनसंख्या वाले भू-भागों में से एक है। अत्यंत कठिन और दुर्गम होने के कारण, वर्तमान में जिला प्रशासन को ज़मीनी स्तर तक पहुंचने में कई तरह की कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा था। इन जिलों के गठन के बाद अब केंद्र सरकार और लद्दाख प्रशासन की सभी जनहित योजनाएं लोगों तक आसानी से पहुंच सकेंगी और अधिक से अधिक लोग उनका लाभ उठा सकेंगे। गृह मंत्रालय का यह महत्वपूर्ण निर्णय लद्दाख के सर्वांगीण विकास में अत्यंत उपयोगी सिद्ध होगा।

पांच नए जिलों के गठन की “सैद्धांतिक स्वीकृति” देने के साथ ही गृह मंत्रालय ने लद्दाख प्रशासन को नए जिलों के गठन से संबंधित विभिन्न पहलुओं, जैसे- मुख्यालय, सीमाएं, संरचना, पदों के सृजन, जिला निर्माण से सम्बंधित कोई अन्य पहलू आदि के आंकलन के लिए एक समिति बनाने और उसे तीन महीने के अन्दर रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा है।

उक्त समिति की रिपोर्ट प्राप्ति के बाद, संघ राज्य क्षेत्र लद्दाख इस रिपोर्ट के आधार पर नए जिलों के निर्माण के सम्बन्ध में अंतिम प्रस्ताव गृह मंत्रालय को आगे की कार्यवाही के लिए भेजेगा। केंद्र की नरेन्द्र मोदी सरकार लद्दाख के लोगों के लिए अपार संभावनाओं का सृजन करने के प्रति पूरी तरह कटिबद्ध है।

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नई दिल्ली, 26 अगस्त (हि.स.)। सारे देश में आज श्री कृष्ण जन्माष्टमी की धूम है। दुनियाभर में फैले भगवान कृष्ण के अनुयायी सुबह से उनके जन्मोत्सव की तैयारी में जुटे हैं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक्स हैंडल पर देशवासियों को इस पावन त्योहार की बधाई दी है।

राष्ट्रपति मुर्मू ने लिखा है, ” जन्‍माष्‍टमी के शुभ अवसर पर मैं सभी देशवासियों को बधाई देती हूं। यह त्योहार हमें भगवान श्री कृष्ण के दिव्य आदर्शों के प्रति समर्पित होने के लिए प्रेरित करता है। आइए इस अवसर पर, हम भगवान श्री कृष्ण की शिक्षाओं को आत्मसात करें तथा देश की प्रगति और समृद्धि के लिए कार्य करने का संकल्प लें।”

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लिखा है, ”आप सभी को जन्माष्टमी की अनंत शुभकामनाएं। जय श्रीकृष्ण!” भारतीय जनता पार्टी ने लिखा है, ” समस्त देशवासियों को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के पावन पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं।

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