इंदौर, 03 जनवरी (हि.स.)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में आज विशेष घोष वादन कार्यक्रम इंदौर के दशहरा मैदान में आयोजित होने जा रहा है। मालवा प्रांत में पहली बार हो रहे इस कार्यक्रम में सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत शिरकत करेंगे।

कार्यक्रम में एक हजार से ज्यादा स्वयंसेवक वादन की प्रस्तुति देंगे।संघ कार्यालय के अनुसार, दशहरा मैदान पर होने जा रहे घोष वादन कार्यक्रम में सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत दोपहर 3ः30 बजे पहुंचेंगे। दोपहर दो बजे से आमंत्रित स्वयंसेवकों का कार्यक्रम स्थल पर पहुंचना शुरू हो जाएगा।

सरसंघचालक के पहुंचने के बाद ही घोष वादन शुरू होगा। चयनित एक हजार स्वयंसेवक इस दौरान घोष वादन करेंगे। इसके बाद सरसंघचालक अपनी बात रखेंगे। पहली बार परिवार सहित पहुंच रहे स्वयंसेवकों के लिए बैठने की खास व्यवस्था की गई है।

मैदान के समीप ही पार्किंग की व्यवस्था की गई है। कार्यक्रम में पंद्रह हजार लोग शामिल होंगे। इसमें संघ के स्वयंसेवकों के परिवारों के अलावा शहर के गण्यमान्य नागरिक, खिलाड़ी, रंगकर्मी, व्यापारी व अन्य क्षेत्रों के लोगों को आमंत्रित किया गया है।

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नई दिल्ली, 03 जनवरी (हि.स.)। दिल्ली-एनसीआर में आज सुबह घना कोहरा छाया रहा, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। हाइवे पर चलने वाले लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। वहीं, ट्रेन और हवाई जहाज से सफर करने वालों को भी घंटों इंतजार करना पड़ा। इस बीच भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने शीतलहर को लेकर आज ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। दिल्ली के आयानगर में न्यूनतम तापमान 5.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। यह सामान्य से एक डिग्री सेल्सियस कम है।

मौसम विज्ञान विभाग का पूर्वानुमान है कि आज दोपहर से पहले तक ज्यादातर जगह स्मॉग एवं मध्यम से घना कोहरा रहने की संभावना है। कहीं-कहीं बहुत घना कोहरा भी हो सकता है। रात को भी यही स्थिति रहेगी। दिन में आंशिक तौर पर बादल छाए रहेंगे। अधिकतम तापमान 17 डिग्री सेल्सियस रह सकता है।

24 ट्रेनें लेट

घने कोहरे की वजह से विजबिलिटी कम हो गई है । इसके कारण राजधानी से आने-जाने वाली 24 ट्रेनों के परिचालन में देरी हुई। ट्रेनों के लेट होने के कारण यात्रियों को स्टेशन पर घंटों इंतजार करना पड़ रहा है। रेलवे के मुताबिक यह देरी न्यूनतम 84 और अधिकतम 255 मिनट तक रही है। देरी से रवाना होने वाली ट्रेनों में दिल्ली सराय रोहिला-जोधपुर एक्सप्रेस, सोगरिया सुपरफास्ट एक्सप्रेस, भुवनेश्वर दुरंतो एक्सप्रेस शामिल है। देरी से दिल्ली पहुंचने वाली ट्रेनों में फरक्का एक्सप्रेस, श्रम शक्ति एक्सप्रेस, कालिंदी एक्सप्रेस, महाबोधि एक्सप्रेस, प्रयागराज एक्सप्रेस शामिल है। इसके अलावा विमानन कंपनियों ने भी यात्रियों के लिए एडवाइजरी जारी की है।

बारिश के साथ तूफान का अलर्ट

आने वाले दो दिनों में ठंड का कहर और बढ़ सकता है। मौसम ज्ञान विभाग के मुताबिक, उत्तर भारत में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो गया है। इसके कारण जम्मू और कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी हो सकती है। मैदानी इलाकों में बारिश की संभावना है। दिल्ली में आठ जनवरी तक कोहरा छाए रहने की संभावना है, जबकि छह जनवरी को हल्की बारिश होने की संभावना है।

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श्रीनगर, 02 जनवरी (हि.स.)। जम्मू-कश्मीर में शीतलहर जारी रहने के बीच गुरुवार को कश्मीर घाटी में ताजा बर्फबारी हुई है। मौसम विभाग ने जम्मू-कश्मीर से लगातार दो पश्चिमी विक्षोभों के गुजरने के कारण और अधिक बारिश और बर्फबारी का अनुमान लगाया है। ताजा बर्फबारी, शून्य से नीचे के तापमान और मैदानी, ऊंचे इलाकों पर बर्फीली स्थिति को देखते हुए पर्यटकों, यात्रियों, ट्रांसपोर्टरों को सलाह दी गई है कि वह प्रशासन व यातायात सलाह का पालन करें।

मौसम विभाग के एक बयान में कहा गया है कि 3 जनवरी को जम्मू-कश्मीर के अलग-अलग ऊंचे इलाकों में हल्की बर्फबारी के साथ आमतौर पर बादल छाए रहने की संभावना है। 4-6 जनवरी को मध्यम से मजबूत पश्चिमी विक्षोभ के कारण जम्मू के मैदानी इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश और जम्मू-कश्मीर के अधिकांश स्थानों पर बर्फबारी के साथ आमतौर पर बादल छाए रहेंगे। 4 जनवरी की रात से 5 जनवरी की देर रात तक अधिकतम गतिविधि होगी। 6 जनवरी को दोपहर से सुधार होगा। मौसम विभाग ने 7-10 जनवरी तक आमतौर पर शुष्क मौसम के साथ ही बादल छाए रहने का अनुमान लगाया है। ताजा बर्फबारी, शून्य से नीचे के तापमान और मैदानी, ऊंचे इलाकों पर बर्फीली स्थिति को देखते हुए पर्यटकों, यात्रियों, ट्रांसपोर्टरों को सलाह दी गई है कि वह प्रशासन व यातायात सलाह का पालन करें।

विभाग ने 4 से 6 जनवरी के दौरान ऊंचाई वाले कुछ स्थानों पर भारी बर्फबारी का अनुमान जताया है। इसी बीच गुरुवार को श्रीनगर में न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे 2.6 डिग्री सेल्सियस, गुलमर्ग में शून्य से नीचे 8.6 डिग्री सेल्सियस और पहलगाम में शून्य से नीचे 4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जम्मू शहर में रात का न्यूनतम तापमान 7.4 डिग्री सेल्सियस, कटरा शहर में 9 डिग्री सेल्सियस, बटोटे में 4.6 डिग्री सेल्सियस, बनिहाल में 2.9 डिग्री सेल्सियस और भद्रवाह में 1.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। 40 दिनों तक चलने वाली भीषण सर्दी की अवधि ‘चिल्लई कलां’ की शुरुआत 21 दिसंबर से हुई थी, जो 30 जनवरी को समाप्त होगी। इस दाैरान बच्चों और बुजुर्गों को खास तौर पर ठंड से बचने के लिए चेतावनी दी गई है।

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  • केंद्रीय मंत्रिमंडल ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना और पुनर्गठित मौसम आधारित फसल बीमा योजना को 2025-26 तक जारी रखने की मंजूरी दी है, जिसका कुल बजट ₹69,515.71 करोड़ है: शिवराज सिंह चौहान

  • बीमा योजना में प्रौद्योगिकी सुधार के लिए ₹824.77 करोड़ आवंटित करने के साथ, नवाचार और प्रौद्योगिकी कोष (FIAT) की स्थापना को मंजूरी दी है : श्री चौहान

    डाय-अमोनियम फॉस्फेट (डीएपी) पर एकमुश्त विशेष पैकेज को 31 दिसंबर, 2025 तक बढ़ाने को मंजूरी दी है : केंद्रीय कृषि मंत्री

    मंत्रिमंडल ने भारत के सहकारिता मंत्रालय और इंडोनेशिया के व्यापार मंत्रालय के बीच गैर बासमती सफेद चावल (एनबीडब्ल्यूआर) के व्यापार पर समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर करने को मंजूरी दी है : शिवराज सिंह चौहान

    श्री चौहान ने कहा कि कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के अगले एक महीने के कामकाज का लक्ष्य निर्धारित किया गया है और उन लक्ष्यों को हासिल करने का प्रयास जारी रहेगा।

New Delhi: केंद्रीय ग्रामीण विकास और कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान   ने प्रेसवार्ता कर केंद्रीय कैबिनेट के फैसलों पर प्रसन्नता जताते हुए कहा कि हमारे देश की जनता की जिन्दगी में नये साल में खुशियां व समृद्वि आये और प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के विकसित भारत के संकल्प को हम पूरा कर पायें। उन्होंने कहा कि नये साल को सरकार ने किसानों को समर्पित किया है। इसके लिए मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हदृय से धन्यवाद देता हूं। आज कैबिनेट ने किसानों के हित में 3 बड़े फैसले लिए हैं। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना किसानों के लिए वरदान है।

उन्होंने कहा कि राज्य पहले अपना हिस्सा नहीं देते थे। राज्य बहुत देर करते थे लेकिन केंद्र सरकार ने कहा है कि हम अपना हिस्सा तत्काल डालेंगे। ऐसे अनेकों फैसले फसल बीमा योजना में किये गये हैं:    

  • केंद्रीय मंत्रिमंडल ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना और पुनर्गठित मौसम आधारित फसल बीमा योजना को 2025-26 तक जारी रखने की मंजूरी दी है, जिसका कुल बजट ₹69,515.71 करोड़ है।
  • इस निर्णय का उद्देश्य प्राकृतिक आपदाओं के खिलाफ किसानों को जोखिम कवरेज प्रदान करना है।
  • मंत्रिमंडल ने बीमा योजना में प्रौद्योगिकी सुधार के लिए ₹824.77 करोड़ आवंटित करने के साथ, नवाचार और प्रौद्योगिकी कोष (FIAT) की स्थापना को मंजूरी दी है।
  • प्रमुख पहलों में प्रौद्योगिकी का उपयोग करते हुए उपज अनुमान प्रणाली (YES-TECH) शामिल है, जो फसल उपज अनुमानों के लिए रिमोट सेंसिंग का उपयोग करती है।
  • स्वचालित मौसम स्टेशनों के माध्यम से मौसम डेटा को बढ़ाने के लिए मौसम सूचना और नेटवर्क डेटा सिस्टम (WINDS)।
  • राज्य सरकारों की सहायता के लिए WINDS का कार्यान्वयन 2024-25 में शुरू होगा।

उन्होंने दूसरे फैसले के बारे में बताते हुए कहा कि कैबिनेट ने डाय-अमोनियम फॉस्फेट (डीएपी) पर एकमुश्त विशेष पैकेज को 31 दिसंबर, 2025 तक बढ़ाने को मंजूरी दी है। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है  कि डीएपी किसानों के लिए किफायती बना रहे।

  • पोषक तत्व आधारित सब्सिडी (एनबीएस) नीति के तहत, उर्वरक कंपनियां निश्चित सब्सिडी के आधार पर कीमतें तय करती हैं। इसके अतिरिक्त :
  • कैबिनेट ने पहले 31 दिसंबर, 2024 तक विशेष पैकेज को मंजूरी दी थी।
  • 01.01.2025 से 31.12.2025 के बीच विस्तारित अवधि के लिए अस्थायी बजटीय आवश्यकताएं ₹3850 करोड़ होंगी।
  • भुगतान 01.01.2025 से 31.12.2025 तक डीएपी की वास्तविक PoS बिक्री पर एनबीएस योजना के तहत उपलब्ध बजट से किया जाएगा।

शिवराज सिंह चौहान ने तीसरे फैसले के बारे में बताते हुए कहा कि मंत्रिमंडल ने भारत के सहकारिता मंत्रालय और इंडोनेशिया के व्यापार मंत्रालय के बीच गैर बासमती सफेद चावल (एनबीडब्ल्यूआर) के व्यापार पर समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर करने को मंजूरी दी है। इसके अर्न्तगत:

    • यह एमओयू उत्पादन और अंतर्राष्ट्रीय कीमतों के आधार पर सालाना एक मिलियन मीट्रिक टन गैर बासमती सफेद चावल के व्यापार के लिए है।
    • एमओयू की अवधि चार साल होगी और इसे स्वचालित रूप से अतिरिक्त चार साल के लिए विस्तारित किया जाएगा।
    • इस समझौते का कार्यान्वयन राष्ट्रीय सहकारी निर्यात लिमिटेड (एनसीईएल) द्वारा किया जाएगा, जो सहकारिता मंत्रालय द्वारा अधिकृत है।
    • एनसीईएल बहुराज्य सहकारी समिति अधिनियम, 2002 के तहत स्थापित एक सहकारी समिति है।
    • यह समझौता ज्ञापन व्यापार असंतुलन को दूर करने और भारत-इंडोनेशिया व्यापार संबंधों को मजबूत करने में मदद करेगा।
    • एनसीईएल पारदर्शी निविदा प्रक्रिया के माध्यम से और सहकारी समितियों से खुले बाजार से गैर बासमती सफेद चावल (एनबीडब्ल्यूआर) का स्रोत करेगा, जिससे बाजार विकृत नहीं होगा।

 

श्री चौहान ने कहा कि कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के अगले एक महीने के कामकाज का लक्ष्य निर्धारित किया गया है और उन लक्ष्यों को हासिल करने का प्रयास जारी रहेगा।

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नई दिल्ली, 1 जनवरी (हि.स.)। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को देशवासियों को नववर्ष 2025 की शुभकामनाएं दीं।

राष्ट्रपति ने एक्स पर लिखा, “सभी को नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं। वर्ष 2025 सभी के लिए खुशियां, सद्भाव और समृद्धि लेकर आए। इस अवसर पर आइए हम भारत और विश्व के लिए एक उज्ज्वल, अधिक समावेशी और टिकाऊ भविष्य बनाने के लिए मिलकर काम करने की अपनी प्रतिबद्धता को नवीनीकृत करें।”

उपराष्ट्रपति धनखड़ ने अपने शुभकामना संदेश में कहा कि 2025 में प्रवेश करते समय सभी नागरिकों को हार्दिक बधाई। यह हमारे गणतंत्र की यात्रा का एक महत्वपूर्ण मोड़ है। यह वर्ष हमारे संविधान की शताब्दी की अंतिम तिमाही में प्रवेश का प्रतीक है। 2047 में विकसित भारत की ओर बढ़ते हुए, हमारे संविधान निर्माताओं के सपने को साकार करने के लिए खुद को फिर से समर्पित करने का समय है। आइए हम दृढ़ संकल्प के साथ आगे बढ़ें, राष्ट्र को सर्वोपरि रखने के संकल्प के साथ लोकतांत्रिक मूल्यों का पोषण करें। सभी को एक सुखद और उद्देश्यपूर्ण नववर्ष 2025 की शुभकामनाएं।

प्रधानमंत्री ने एक्स पर लिखा, “2025 की शुभकामनाएं। यह वर्ष सभी के लिए नए अवसर, सफलता और अनंत खुशियां लेकर आए। सभी को अद्भुत स्वास्थ्य और समृद्धि का आशीर्वाद मिले।”

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कोटपूतली, 31 दिसंबर (हि.स.)। कोटपूतली के किरतपुरा के बड़ियाली की ढाणी में 700 फीट गहरे बोरवेल में गिरी तीन वर्षीय चेतना को 9 दिन बीतने के बाद भी बाहर नहीं निकाला जा सका है। चेतना 23 दिसंबर को खेलते समय बोरवेल में गिरकर 150 फीट की गहराई में फंस गई थी। रेस्क्यू टीम ने देसी जुगाड़ से उसे 30 फीट तक ऊपर खींचने में सफलता पाई, लेकिन अब तक बच्ची को बचाने का प्रयास अधूरा है।

रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों को कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। कड़ाके की सर्दी और न्यूनतम 7-8 डिग्री तापमान के बीच काम करना चुनौतीपूर्ण हो गया है। रात के समय ठंड और अधिक बढ़ जाने से ऑपरेशन और मुश्किल हो जाता है। सोमवार देर शाम एसडीआरएफ के कमांडेंट राजीव सिसोदिया ने रेस्पिरेशन जांच के लिए बोरवेल में उतरकर दीवार के दूसरी ओर जीवन के संकेतों का पता लगाने का प्रयास किया। इस तकनीक के जरिए किसी जीवित व्यक्ति की सांसों से निकली कार्बन गैस का पता लगाया जाता है। हालांकि, चेतना की स्थिति को लेकर कोई अधिकारी स्पष्ट जानकारी नहीं दे रहे हैं। 24 दिसंबर की शाम से बच्ची में कोई हलचल नहीं देखी गई है। कैमरों की मदद से भी बच्ची की स्थिति स्पष्ट नहीं हो पा रही है।

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श्रीहरिकोटा (आंध्र प्रदेश), 31 दिसंबर (हि.स.)। स्पेस डॉकिंग एक्सपेरीमेंट (स्पैडेक्स) की सोमवार रात सफल लॉन्चिंग के बाद इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन (इसरो) प्रमुख सोमनाथ ने कहा कि जनवरी में एनवीएस-02 उपग्रह को जियोसिंक्रोनस सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल (जीएसएलवी) पर लॉन्च करने की तैयारी चल रही है।

स्पैडेक्स की लॉन्चिंग को मील का पत्थर बताते हुए उन्होंने कहा कि अगले साल 100वें प्रक्षेपण की तैयारी चल रही है। जनवरी में एनवीएस-02 उपग्रह को जियोसिंक्रोनस सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल (जीएसएलवी) पर लॉन्च किया जाएगा। यह मिशन अगले साल के लिए निर्धारित मिशनों में से एक है।

इसरो प्रमुख सोमनाथ ने कहा कि 29 मई, 2023 को जीएसएलवी-एफ12 रॉकेट ने एनवीएस-01 उपग्रह को जियोसिंक्रोनस ट्रांसफर ऑर्बिट (जीटीओ) में सफलतापूर्वक लॉन्च किया था। एनवीएस-01 उपग्रह में एक स्वदेशी परमाणु घड़ी है, जो नैविगेशन विद इंडियन कॉन्स्टेलेशन (एनएवीआईसी) की क्षमताओं को बढ़ाती है। एनवीएस-02 मिशन इस प्रगति को जारी रखने की उम्मीद है, जो उन्नत सुविधाओं के साथ एनएवीआईसी प्रणाली को और मजबूत करेगा।

इसरो प्रमुख ने चंद्रयान-4 मिशन के बारे में भी जानकारी दी, जिसमें विभिन्न मॉड्यूल शामिल हैं, जिन्हें अलग-अलग समय पर लॉन्च किया जाएगा और दो अलग-अलग मॉड्यूल में एकीकृत किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इन मॉड्यूल को कक्षा में पहुंचने और फिर पृथ्वी की कक्षा और चंद्रमा की कक्षा दोनों में डॉक करने की आवश्यकता है। अंतिम डॉकिंग प्रक्रिया 7 जनवरी को पूरी होने की उम्मीद है।

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वैष्णव साधुओं के अनी अखाड़े के संत व महामण्डलेश्वर 08 जनवरी को करेंगे छावनी प्रवेश

महाकुंभ नगर(UP):  वैष्णव साधुओं के अनी-अखाड़े का छावनी प्रवेश 08 जनवरी को महाकुंभ मेला क्षेत्र में होगा। इनकी पेशवाई प्रयागराज के के.पी.इण्टर कॉलेज से शुरू होगी। इस दौरान, साधु-संत, महामण्डलेश्वर हाथी, घोड़े, पालकी, रथ, बग्घी और चांदी के हौदे पर सवार होकर मेला क्षेत्र में प्रवेश करेंगे। इस यात्रा में निर्वाणी, निर्मोही व दिगम्बर अखाड़े के करीब 774 महामण्डलेश्वर शामिल होंगे। इनका छावनी प्रवेश ढोल-नगाड़े, शंखनाद और जयघोष के साथ होगा।

यह जानकारी निर्वाणी अखाड़े के राष्ट्रीय अध्यक्ष महंत मुरलीदास महाराज ने हिन्दुस्थान समाचार को दी। उन्होंने बताया कि छावनी प्रवेश यात्रा में अखाड़ों के पदाधिकारी और संत शामिल होते हैं। इस यात्रा में वैष्णव अखाड़ा के अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष भी शामिल होंगे। उन्होंने बताया कि छावनी प्रवेश यात्रा में अखाड़ा के शिविर में प्रवेश करके संत अपना डेरा जमाते हैं।

अयोध्या के श्रीहनुमान गढ़ी के संत राजूदास महाराज ने बताया कि निर्मोही, दिगम्बर और निर्वाणी-ये तीन अनी प्रसिद्ध हैं। उन्होंने बताया कि विभिन्न शिविरों में विभिन्न पताकाओं से युक्त संगठित होकर यह कुंभ मेले के अवसर पर मार्च करते हैं। उन्होंने बताया कि सर्वमान्य पताका श्रीमहंत के शिविर के समक्ष लगाई जाती है। नागा,संन्यासियों का संगठन उसी प्रकार संगठित रहता है जैसे सैनिक संगठन होते हैं।

उन्होंने बताया कि बिगुल और तुरही की आवाज सुनकर जैसे सैनिक का संगठन सावधान हो जाता है, उसी प्रकार यह नागमणि की आवाज सुनकर सावधान हो जाते हैं। उन्होंने बताया कि सेना जैसे मार्च करते हैं, इसलिए इन्हें शाही नाम दिया गया है।

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 डंपर और ट्रक की भीषण टक्कर से लगी आग, चालक समेत दो जिन्दा जले

हमीरपुर(up):  जिले में कानपुर-सागर नेशनल हाइवे पर पेट्रोलपंप के पास तेज रफ्तार डंपर और ट्रक में भीषण टक्कर हो गई जिससे दोनों ट्रक आग के गोला बन गए। आग की लपटों में चालक समेत दो लोग जिन्दा जल गए। हादसे के बाद हाइवे में दोनों तरफ जाम लग गया। सूचना पाते ही दमकल गाडिय़ों के साथ मौके पर पहुंची पुलिस ने काफी जद्दोजहद के बाद ट्रकों की आग पर काबू पाया। पुलिस ने ट्रक की केबिन में फंसे चालक और खलासी के शव को बाहर निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। रविवार को दोनों के शवों के पोस्टमार्टम कराने की तैयारी भी पुलिस ने शुरू कर दी है।

यह बीभत्स हादसा हमीरपुर जिले के सुमेरपुर थाना क्षेत्र के गल्ला मंडी के सामने पेट्रोलपंप के पास बीती रात हुआ। जिसमें टक्कर होते ही डंपर और ट्रक आग का गोला बनकर धू-धू जल गए। बताते है कि महोबा के कबरई से गिट्टी लेकर एक डंपर कानपुर जा रहा था। जैसे ही यह डंपर सुमेरपुर कस्बे में पेट्रोलपंप के पास पहुंचा तभी कानपुर से महोबा की तरफ जा रहे ट्रक से डंपर की सीधी टक्कर हो गई। टक्कर होते ही दोनों ट्रकों में आग लग गई। हादसे के दौरान डंपर के चालक और खलासी को स्थानीय लोगों ने मौके से भागते देखा।

पेट्रोलपंप के पास हुए हादसे से लोगों में अफरातफरी मच गई। सूचना पाते ही दमकल गाडिय़ां मौके पर पहुंची। सीओ सदर राजेश कमल व सुमेरपुर थाना प्रभारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। कानपुर-सागर नेशनल हाइवे में आवागमन रोककर पुलिस और दमकल कर्मियों ने रेस्क्यू आपरेशन चलाया। काफी जद्दोजहद के बाद हाइवे में धू-धू कर जल रहे ट्रकों की आग बुझाई जा सकी। पुलिस ने ट्रक के केबिन में फंसे चालक व खलासी के अस्थि पंजर शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।

ट्रक की केबिन में अस्थि पंजर हालत में मिले शवस्थानीय लोगों ने बताया कि डंपर और ट्रक की टक्कर लगते ही विस्फोट के साथ दोनों ट्रकों में आग लग गई जिससे चालक और खलासी केबिन में फंसकर जल गए है। आग की इतनी विकराल थी कि कोई भी पास जाने की हिम्मत नहीं जुटा सका। सूचना पर मौके पर पहुंची दमकल गाड़ी ने किसी तरह आग बुझाकर केबिन में फंसे चालक और खलासी के शवों को अस्थि पंजर हालत में बाहर निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। सुमेरपुर थाने के प्रभारी निरीक्षक अनूप सिंह ने आज रविवार को बताया कि इन दोनों की अभी तक शिनाख्त नहीं हो सकी। बताया कि दोनों ट्रक पूरी तरह से जल गए है।

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वाराणसी सहित पूर्वांचल के जिलों में घने कोहरे की चादर तनी,रफ्तार पर लगा ब्रेक

शनिवार को हुई तेज बूंदाबादी का दिखा असर, ठंड ने भी दिखाया असर

वाराणसी: वाराणसी सहित आसपास के जिलों में भी रविवार को दिन चढ़ने तक आसमान से जमीन तक घने कोहरे की चादर तनी रही। घने कोहरे के चलते कम दृष्यता से सड़कों पर वाहनों की रफ्तार पर ब्रेक लग गया। चालक धीमी गति से लाइट जलाकर वाहन चलाते दिखे। सुरक्षा कारणों से डिपर और इंडिकेटर का उपयोग भी करते रहे। उधर,आम दिनों की अपेक्षा सड़कों पर आवागमन भी मौसम के चलते प्रभावित रहा।

अवकाश का दिन होने के कारण अलसुबह ज्यादातर लोग आवश्यक कार्य से ही घरों से निकले। वहीं, दुधिया,सब्जी वाले दुकानदार, मजदूर, रोज कमाने खाने वाले अलसुबह से ही घने कोहरे के बीच मंडियों में पहुंच गए। सुबह चायपान की दुकानों पर जुटे लोग भी लोग चाय की चुस्कियों के बीच घने कोहरे और ठंड पर चर्चा करते रहे। घने कोहरे के चलते सड़क परिवहन के साथ वायुयान और ट्रेन की सेवा भी प्रभावित हुई।

बाबतपुर एयरपोर्ट पर दृष्यता कम होने से विमानों को लैंडिग के लिए हवा में कई चक्कर काटने पड़े। पूर्वांह दस बजे के बाद ही एयरपोर्ट पर विमानों की लैंडिग हो पाई। घने कोहरे के बीच वाराणसी में अधिकतम तापमान दोपहर 12 बजे तक 23 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 14 डिग्री सेल्सियस,नमी 77 फीसदी और हवा की रफ्तार 11 किमी प्रतिघंटा दर्ज की गई। घने कोहरे के चलते सुबह आठ बजे तक 50 मी​टर की दूरी भी स्पष्ट रूप से नही दिख रही थी। घने कोहरे के बावजूद गंगाघाटों पर नेमी स्नानार्थियों के साथ विदेशी पर्यटक भी दिखे। घने कोहरे में भी पर्यटक गंगा में नौकायन का आनंद लेने के साथ विदेशी परिन्दों (साईबेरियन पंक्षी ) को दाना चुगाते दिखे।

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हिमाचल में थमी बर्फबारी, 400 से ज्यादा सड़कें अवरुद्ध

शिमला:  हिमाचल प्रदेश में दो दिनों की भारी बारिश और बर्फबारी के बाद मौसम खुल गया है। शिमला सहित राज्य के अधिकांश इलाकों में रविवार को धूप खिली और आमजन व पर्यटकों को राहत मिली है। हालांकि मौसम विभाग ने अगले चार दिनों तक शीतलहर का अलर्ट जारी किया है।

छह शहरों का शून्य से नीचे गिरा तापमान

प्रदेश के छह प्रमुख शहरों का न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे पहुंच गया है। ठंड के प्रकोप ने लोगों को घरों में दुबकने पर मजबूर कर दिया है। खासकर किन्नौर, लाहौल-स्पीति, कुल्लू और अप्पर शिमला के इलाकों में ठंड का असर अधिक है। लाहौल स्पीति के ताबो में न्यूनतम तापमान -12.3 डिग्री, कुकुमसेरी में -7 डिग्री,कल्पा में -3.4 डिग्री, भरमौर में -1.7, नारकण्डा में -1.4 डिग्री, मनाली में -0.2 डिग्री, डल्हौजी में 0.4, सराहन में 0.5, कुफ़री में 0.9 और शिमला में 3.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

सड़कों पर बर्फबारी का असर, लाहौल घाटी का कटा सम्पर्क

भारी बर्फबारी के कारण प्रदेश में 3 राष्ट्रीय राजमार्ग और 400 से अधिक सड़कें अवरुद्ध हो गईं। प्रशासन ने मौसम खुलने के साथ ही इन सड़कों को बहाल करने का काम तेज कर दिया है। कुल्लू, लाहौल-स्पीति, किन्नौर और नारकंडा जैसे इलाकों में बर्फ हटाने के लिए मशीनें लगाई गई हैं। अप्पर शिमला में एनएच-5 नारकण्डा में बर्फबारी से अवरुद्ध है और शिमला से रामपुर के लिए वाहनों की आवाजाही सैंज-लुहरी-सुन्नी सड़क से की जा रही है। इसी तरह देहा-चौपाल स्टेट हाइवे खिड़की के पास अवरुद्ध है।

जनजातीय जिला लाहौल-स्पीति की लाहौल घाटी भारी बर्फबारी के कारण बाकी हिस्सों से कट गई है। भारी बर्फबारी के चलते नेशनल हाइवे-तीन और संसारी तिन्दी-तांदी सड़क मार्ग सभी प्रकार के वाहनों की आवाजाही के लिए बंद है। सीमा सड़क संगठन द्वारा इन सडक मार्गों को खोलने का प्रयास किया जा रहा है। घाटी के ज्यादातर इलाकों में बिजली आपूर्ति बाधित है।

सैंकड़ों सैलानियों का किया रेस्क्यू

भारी बर्फबारी के चलते अप्पर शिमला, कुल्लू और लाहौल-स्पीति में फंसे सैंकड़ों पर्यटकों को रेस्क्यू किया गया। प्रशासन ने सभी सैलानियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया और उन्हें मौसम की स्थिति को ध्यान में रखते हुए यात्रा की योजना बनाने की सलाह दी है।

मौसम विज्ञान केंद्र शिमला की रिपोर्ट के मुताबिक कल्पा में 14.9, कुफ़री में 14.5, पूह व मोरंग में 12-12, खदराला में 10, सांगला में 8.5 और केलंग में 8 सेंटीमीटर ताज़ा बर्फबारी दर्ज की गई है।

आगामी मौसम का पूर्वानुमान, दो जनवरी से फिर बर्फ़बारी

मौसम विज्ञान केंद्र ने 30 और 31 दिसंबर तथा एक जनवरी को प्रदेशभर में मौसम साफ रहने की संभावना जताई है। लेकिन दो से चार जनवरी के बीच फिर से भारी बारिश और बर्फबारी का अलर्ट जारी किया गया है। ऐसे में नए साल पर हिमाचल की वादियों का रुख कर रहे सैलानियों को बर्फ़बारी का नज़ारा देखने को मिल सकता है।

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श्रीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर हवाई यातायात बहाल

श्रीनगर: भारी बर्फबारी के कारण कश्मीर घाटी के लिए सभी उड़ानें रद्द करने के एक दिन बाद रविवार को श्रीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर हवाई यातायात बहाल कर दिया गया है।

भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) के एक अधिकारी ने कहा कि श्रीनगर के लिए उड़ानें फिर से शुरू हो गई हैं और हमें सामान्य परिचालन की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि शुक्रवार शाम से भारी बर्फबारी के बाद शनिवार को उड़ान संचालन को निलंबित करना पड़ा। अधिकारी ने कहा कि उड़ान संचालन फिर से शुरू करने से पहले रनवे को साफ कर दिया गया और सभी सुरक्षा जांच की गई। कश्मीर में शुक्रवार शाम को मौसम की पहली बड़ी बर्फबारी हुई और यह शनिवार तक जारी रही।

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