रेलवे ने निरस्त गाड़ियों का बहाल किया परिचालन, यहां देखें सूची

Chhapra: रेलवे प्रशासन द्वारा 05 फरवरी, 2025 को निरस्त की गई निम्नलिखित गाड़ियों का संचलन बहाल कर दिया गया है। ये गाड़ियाँ अपने पूर्व निर्धारित समय एवं ठहराव के साथ चलाई जायेंगी।

बहाल गाड़ियाँ

– 15130 वाराणसी सिटी-गोरखपुर कैंट एक्सप्रेस 05 फरवरी, 2025 को वाराणसी सिटी से अपने पूर्व निर्धारित समय एवं ठहराव के साथ चलाई जायेगी।

– 15129 गोरखपुर कैंट-वाराणसी सिटी एक्सप्रेस 05 फरवरी, 2025 को गोरखपुर कैंट से अपने पूर्व निर्धारित समय एवं ठहराव के साथ चलाई जायेगी।

– 15104 बनारस-गोरखपुर एक्सप्रेस 05 फरवरी, 2025 को बनारस से अपने पूर्व निर्धारित समय एवं ठहराव के साथ चलाई जायेगी।

– 15103 गोरखपुर-बनारस एक्सप्रेस 05 फरवरी, 2025 को गोरखपुर से अपने पूर्व निर्धारित समय एवं ठहराव के साथ चलाई जायेगी।

प्रशासन द्वारा पूर्व में फाफा मऊ में शार्ट टर्मिनेट – गाजीपुर सिटी से 05 फरवरी, 2025 को चलने वाली 65117 गाजीपुर सिटी-प्रयागराज संगम मेमू गाड़ी प्रयाग स्टेशन में 09.35 बजे यात्रा समाप्त करेगी।

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लोकमान्य तिलक टर्मिनस-बनारस महाकुम्भ विशेष गाड़ी का संचलन लोकमान्य तिलक टर्मिनस से 05 एवं 08 फरवरी को

Chhapra: रेलवे प्रशासन द्वारा प्रयागराज में चल रहे महाकुम्भ के दौरान श्रद्धालु यात्रियों की हो रही अतिरिक्त भीड़ को ध्यान में रखते हुये 01031/01032 लोकमान्य तिलक टर्मिनस-बनारस-लोकमान्य तिलक टर्मिनस महाकुम्भ विशेष गाड़ी का संचलन लोकमान्य तिलक टर्मिनस से 05 एवं 08 फरवरी, 2025 को तथा बनारस से 06 एवं 09 फरवरी, 2025 को 02 फेरों के लिये निम्नवत किया जायेगा।

01031 लोकमान्य तिलक टर्मिनस-बनारस महाकुम्भ विशेष गाड़ी 05 एवं 08 फरवरी, 2025 को लोकमान्य तिलक टर्मिनस से 00.05 बजे प्रस्थान कर ठाणे से 00.23 बजे, कल्याण से 00.50 बजे, ईगतपुरी से 02.35 बजे, नासिक रोड से 03.15 बजे, जलगांव से 05.55 बजे, भुसावल से 06.30 बजे, इटारसी से 13.20 बजे, पिपरिया से 14.32 बजे, नरसिंहपुर से 16.22 बजे, जबलपुर से 18.25 बजे, कटनी से 19.50 बजे, मैहर से 20.35 बजे, सतना से 22.05 बजे, दूसरे दिन मानिकपुर से 00.05 बजे, प्रयागराज छिवकी से 01.50 बजे, मिर्जापुर से 03.15 बजे तथा चुनार से 04.07 बजे छूटकर कर बनारस 06.45 बजे पहुँचेगी।

01032 बनारस-लोकमान्य तिलक टर्मिनस महाकुम्भ विशेष गाड़ी 06 एवं 09 फरवरी, 2025 को बनारस से 10.00 बजे प्रस्थान कर चुनार से 11.52 बजे, मिर्जापुर से 12.20 बजे, प्रयागराज छिवकी से 14.20 बजे, मानिकपुर से 07.02 बजे, सतना से 18.10 बजे, मैहर से 18.40 बजे, कटनी से 19.30 बजे, जबलपुर से 21.10 बजे, नरसिंहपुर से 22.28 बजे, दूसरे दिन पिपरिया से 00.05 बजे, इटारसी से 02.40 बजे, भुसावल से 08.15 बजे, जलगांव से 08.40 बजे, नासिक रोड से 11.40 बजे, ईगतपुरी से 13.10 बजे, कल्याण से 14.58 बजे तथा ठाणे से 15.23 बजे छूटकर लोकमान्य तिलक टर्मिनस 16.40 बजे पहुँचेगी।

इस गाड़ी में वातानुकूलित द्वितीय श्रेणी के 02, वातानुकूलित तृतीय इकोनॉमी श्रेणी के 06, शयनयान श्रेणी के 06, सामान्य द्वितीय श्रेणी के 04 जनरेटर सह लगेज यान का 01 तथा एल.एस.एल.आर.डी. के 01 कोच सहित कुल 20 एल.एच.बी. कोच लगाये जायेंगे।

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नई दिल्ली, 3 फ़रवरी (हि.स.)। दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए चुनाव प्रचार सोमवार शाम 5 बजे थम गया। चुनाव के आखिरी दिन प्रमुख पार्टियाें ने अपनी पूरी ताकत झाेंक दी। दिल्ली विधानसभा में इस बार आम आदमी पार्टी (आआपा) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच में कड़ा मुकाबला दिख रहा है। इसी बीच कांग्रेस पार्टी भी अपना खोया जनाधार वापस पाने के लिए कड़ी मेहनत कर रही है। दिल्ली विधानसभा की 70 सीटों पर हाेने वाले चुनाव के लिए 5 तारीख को वाेट डाले जाएंगे। इस चुनाव में 699 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं।

दिल्ली विधानसभा चुनाव में आआपा सभी 70 सीटाें पर चुनाव लड़ रही है। इस चुनाव में भाजपा ने 68 सीटों पर उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं, जबकि दो सीटें उसने अपने गठबंधन के दलाें के लिए छोड़ी हैं। चुनाव आयोग ने दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए सभी तैयारियां लगभग पूरी कर ली हैं। दिल्ली में 1 करोड़ 56 लाख 14 हजार मतदाता हैं।

दिल्ली में मतदाताओं की कुल संख्या एक करोड़ 56 लाख 14 हजार है। इनमें से 83 लाख 76 हजार 173 पुरुष और 72 लाख 36 हजार 560 महिला मतदाता है। इसके अतिरिक्त 1,267 ट्रांस्जेंडर मतदाता और 12,736 सेवा मतदाता हैं। 79,885 दिव्यांग मतदाता हैं। वहीं पहली बार मतदान करने वाले युवा मतदाताओं की संख्या 2,39,905 है। इनके लिए आयोग ने 13766 मतदान केंद्र बनाए हैं। यह मतदाता दिल्ली के 699 उम्मीदवाराें का फैसला 5 फरवरी काे करेंगे।8 फरवरी को होने वाली मतगणना के लिए 11 जिलों में 19 गिनती केंद्र बनाए गए हैं।

दक्षिणी दिल्ली में कड़ी टक्कर
वहीं दक्षिणी दिल्ली क्षेत्र में 10 विधानसभा सीटें हैं। इनमें बिजवासन, पालम, महरौली, छतरपुर, देवली, अंबेडकर नगर, संगम विहार, कालकाजी, तुगलकाबाद, बदरपुर विधानसभा सीटें आती हैं। यहां कालकाजी, तुगलकाबाद, संगम विहार, छतरपुर महरौली और बदरपुर सीट पर कांटे की टक्कर है।

कालकाजी विधानसभा क्षेत्र में मुख्यमंत्री आतिशी लगातार दूसरी बार चुनाव लड़ रही हैं। उन्हें भाजपा उम्मीदवार रमेश बिधूड़ी और कांग्रेस की अलका लांबा से कड़ी टक्कर मिल रही है। वहीं इस सीट से पहली बार चुनाव लड़ रहे रमेश बिधूड़ी ने जीत के लिए भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ पूरी ताकत झोंक दी है। यह मुकाबला इतना रोचक हो चुका है कि रमेश और आतिशी एक दूसरे पर कई बार आरोप-प्रत्यारोप लगाते हुए चुनाव आयोग को चिट्ठी भी लिख चुके हैं।

इसके अलावा दूसरी सबसे बड़ी टक्कर नई दिल्ली लोकसभा सीट है। यहां से आआपा से अरविंद केजरीवाल, भाजपा से प्रवेश वर्मा और कांग्रेस से संदीप दीक्षित चुनाव लड़ रहे है। केजरीवाल नई दिल्ली विधानसभा सीट से चौथी बार चुनावी मैदान में उतरे हैं। केजरीवाल के सामने भाजपा से प्रवेश वर्मा और कांग्रेस के संदीप दीक्षित मजबूत दावेदारी पेश कर रहे हैं।

अस्तित्व की लड़ाई लड़ रही कांग्रेस

पिछले दो चुनावों में जीरो प्रदर्शन के बाद कांग्रेस अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रही है। उसके नेता और उम्मीदवार अपने खोए हुए मतदाताओं, खासकर अल्पसंख्यकों और दलितों को वापस लाने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं। पार्टी लगभग दो दर्जन सीटों पर ध्यान केंद्रित कर रही है और इन क्षेत्रों में समर्थन वापस पाने के लिए अपने राष्ट्रीय और क्षेत्रीय नेताओं के जरिए प्रचार कर रही है।

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नई दिल्ली, 3 फ़रवरी (हि.स.)। कांग्रेस संसदीय दल की नेता एवं राज्य सभा सदस्य सोनिया गांधी के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी के कुछ सांसदों ने विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिया है। यह नोटिस उनके द्वारा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पर की गईं टिप्पणियों के खिलाफ है। इसके अलावा भाजपा सांसदों ने निर्दलीय सांसद पप्पू यादव के खिलाफ भी इसी तरह की टिप्पणी करने के मामले में विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिया है।

कम से कम 40 भाजपा सांसदों ने उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ से मुलाकात की और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी के लिए कांग्रेस संसदीय दल की नेता एवं राज्य सभा सदस्य सोनिया गांधी के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव पेश किया। इस नोटिस में लिखा गया, “हम सोनिया गांधी के द्वारा हाल ही में कई गईं कुछ असंसदीय, अपमानजनक टिप्पणियों के बारे में बहुत निराशा के साथ यह लिख रहे हैं। सोनिया गांधी की राष्ट्रपति के खिलाफ टिप्पणी पर गंभीरता से विचार करने और अनुशासनात्मक कार्रवाई की जरूरत है।”

राज्यसभा की सदस्य सोनिया गांधी ने 31 जनवरी को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण के बाद कहा था कि ‘बेचारी’ अपने संबोधन के आखिर तक थक गईं थीं और बहुत मुश्किल से बोल पा रही थीं। इस टिप्पणी ने एक बड़े विवाद को जन्म दिया, जिसमें राष्ट्रपति भवन ने कहा कि यह “खराब स्वाद, दुर्भाग्यपूर्ण और अस्वीकार्य” था। राष्ट्रपति भवन ने एक बयान जारी कर कहा था कि टिप्पणी ने स्पष्ट रूप से उच्च पद की गरिमा को ठेस पहुंचाई है। उसके बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और कई भाजपा नेताओं ने भी सोनिया गांधी की टिप्पणी की निंदा की। संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने सोनिया गांधी से माफी की मांग की।

उधर, पूर्णिया से निर्दलीय सांसद (लोक सभा सदस्य) पप्पू यादव के खिलाफ भी भाजपा सांसदों ने लोक सभा अध्यक्ष को नोटिस दिया है। भाजपा सांसदों ने सांसद पप्पू यादव द्वारा “सर्वोच्च पद की गरिमा को कम करने के उद्देश्य से राष्ट्रपति के खिलाफ अपमानजनक और निंदनीय शब्दों का प्रयोग करके” संसदीय विशेषाधिकार, नैतिकता और मर्यादा के उल्लंघन का नोटिस पेश किया। पप्पू यादव ने कहा था कि राष्ट्रपति सिर्फ एक स्टांप हैं, उन्हें सिर्फ लव लेटर पढ़ना है। भाजपा ने इनके इन बयानों पर भी कड़ी आपत्ति जताई थी।

राष्ट्रपति के अभिभाषण पर टिप्पणी के लिए सोनिया गांधी और पप्पू यादव के खिलाफ संसदीय विशेषाधिकार हनन का नोटिस लाने वाले भाजपा सांसदों पर केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा, “इस देश के आदिवासी सांसदों ने इस मामले को बहुत गंभीरता से लिया है। उन्होंने आज लोकसभा अध्यक्ष और राज्यसभा के सभापति के समक्ष अपना ज्ञापन सौंपा है। लोकसभा में पप्पू यादव ने राष्ट्रपति के अभिभाषण को ‘प्रेम पत्र’ कहा…हमारे आदिवासी सांसदों ने इस पर बहुत कड़ी आपत्ति जताई और अध्यक्ष को शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने बाद में राज्यसभा के सभापति को एक पत्र सौंपा, जिसमें कहा गया कि सोनिया गांधी ने राष्ट्रपति के लिए ‘बेचारी महिला’ और ‘थकी हुई’ जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया। राज्यसभा के सभापति ने धैर्यपूर्वक सुना और अपनी टिप्पणी दी…उन्होंने इसे बहुत गंभीरता से लिया।”

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महाकुंभ में आने वाली इन ट्रेनों में लगा अतिरिक्त एसी कोच

Chhapra:  प्रयागराज में चल रहे महाकुम्भ मेला में आने/जाने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा हेतु पूर्व से चलाई जा रही 01033/01034 छत्रपति शिवाजी महराज टर्मिनस-मऊ-छत्रपति शिवाजी महराज टर्मिनस, 01025/01026 दादर-बलिया-दादर एवं 01027/01028 दादर-गोरखपुर-दादर कुम्भ मेला विशेष गाड़ियों में विभिन्न तिथियों को वातानुकूलित तृतीय श्रेणी का अतिरिक्त कोच अस्थाई रूप से निम्नवत लगाया जायेगा।

– 01033/01034 छत्रपति शिवाजी महराज टर्मिनस-मऊ-छत्रपति शिवाजी महराज टर्मिनस कुम्भ मेला विशेष गाड़ी में 05, 22 एवं 26 फरवरी,2025 को छत्रपति शिवाजी महराज टर्मिनस से तथा 06, 23 एवं 27 फरवरी,2025 को मऊ से वातानुकूलित तृतीय श्रेणी के 04 अतिरिक्त कोच लगाये जायेंगे।

– 01025/01026 दादर-बलिया-दादर कुम्भ मेला विशेष गाड़ी में 14, 17, 19 एवं 21 फरवरी,2025 को दादर से तथा 16, 19, 21 एवं 23 फरवरी,2025 को बलिया से वातानुकूलित तृतीय श्रेणी का एक अतिरिक्त कोच लगाया जायेगा।

– 01027/01028 दादर-गोरखपुर-दादर कुम्भ मेला विशेष गाड़ी में 15, 16, 18, 20 एवं 22 फरवरी,2025 को दादर से तथा 17, 18, 20, 22 एवं 24 फरवरी,2025 को गोरखपुर से वातानुकूलित तृतीय श्रेणी का एक अतिरिक्त कोच लगाया जायेगा।

 

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शॉर्ट टर्मिनेशन के बाद फिर से शुरू हुआ इन ट्रेनों का परिचालन

Chhapra: रेलवे प्रशासन द्वारा पूर्व में निरस्त की गयी 15004/15003 गोरखपुर-कानपुर अनवरगंज-गोरखपुर एक्सप्रेस तथा शार्ट टर्मिनेट/शार्ट ओरिजिनेट कर चलायी जा रही 15008/15007 लखनऊ जं.-वाराणसी सिटी-लखनऊ जं. एक्सप्रेस को पूर्ववत बहाल कर दिया गया है।

गोरखपुर से 03 एवं 04 फरवरी, 2025 को चलने वाली 15004 गोरखपुर-कानपुर अनवरगंज एक्सप्रेस तथा कानपुर अनवरगंज से 04 एवं 05 फरवरी, 2025 को चलने वाली 15003 कानपुर अनवरगंज-गोरखपुर एक्सप्रेस का संचलन पूर्व में निरस्त किया था। इन गाड़ियों का निरस्तीकरण समाप्त कर पूर्ववत् बहाल कर दिया गया है।

लखनऊ जं. से 03 एवं 04 फरवरी, 2025 को चलने वाली 15008 लखनऊ जं.-वाराणसी सिटी एक्सप्रेस तथा वाराणसी सिटी से 04 एवं 05 फरवरी, 2025 को चलने वाली 15007 वाराणसी सिटी-लखनऊ जं. एक्सप्रेस शार्ट टर्मिनेट/शार्ट ओरिजिनेट कर चलाये जाने की सूचना पूर्व में जारी की गयी थी। इन गाड़ियों का शार्ट टर्मिनेशन/शार्ट ओरिजिनेशन समाप्त कर पूर्ववत् बहाल कर दिया गया है।

ये गाड़ियां उपरोक्त तिथियों में पूर्ववत् अपनी निर्धारित समय एवं ठहराव के अनुसार चलायी जायेगी।

 

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महाकुम्भ नगर, 3 फरवरी (हि.स.)। बसंत पंचमी के स्नान के लिये संगम तट पर आधी रात को श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है। लगातार श्रद्धालुओं के जत्थे हर हर महादेव और गंगा मैया की जय के साथ संगम तट की ओर बढ़ रहे हैं। रात दो बजे संगम के तट पर श्रद्धालु आस्था की पवित्र डुबकी लगाकर स्वयं को भाग्यशाली मान रहे हैं। महिलाएं संगम में स्नान के बाद सिंदूर लगाते हुए गंगा मैया की अराधना के गीत गाती हैं तो वातवारण में एक अलग ही भाव तारी हो जाता है। बात दें, अंतिम तीसरे स्नान के लिये अखाड़े प्रातः 4 बजे अखाड़ों निर्धारित क्रम से अमृत स्नान के लिये निकलेंगे।

श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिये चप्पे चप्पे पर सुरक्षा बलों के जवान तैनात हैं। बसंत पंचमी को अंतिम तीसरे अमृत स्नान (शाही स्नान) के लिये मेला प्रशासन भी पूरी तरह मुस्तैद हैं। भीड़ प्रबंधन, यात्रियों एवं श्रद्धालुओ का घाटों पर स्नान, स्नान के बाद सकुशल वापसी तक की योजना पर बड़ी बारीकी से मेला प्रशासन ने काम किया है। गौरतलब है कि, मौनी अमावस्या को दूसरे अमृत स्नान के दौरान हुई भगदड़ में 30 श्रद्धालुओं की मौत के बाद से इस बार प्रशासन अतिरिक्त सर्तकता बरत रहा है। कहीं कोई चूक न हो इसके लिये अतिरिक्त पुलिस फोर्स भी तैनात की गयी है।

वन वे रूट पर सख्ती से होगा अमल बसंत पंचमी के अमृत स्नान पर वन वे रूट पर सख्त अमल किया जाएगा.। महाकुम्भ में बसंत पंचमी के दिन वन वे ट्रैफिक व्यवस्था को सख्ती से लागू करने का निर्णय लिया गया है। श्रद्धालुओं के सुगम यातायात और अत्यधिक संख्या होने पर ट्रैफिक नियंत्रित करने के लिए प्रमुख मार्गों पर ट्रैफिक डायवर्जन किया जाएगा. अधिकतर पांटून पुलों पर आवागमन जारी रहेगा. साथ ही स्नान करने वाले घाटों पर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल और बैरिकेडिंग की व्यवस्था की गई है।

प्रमुख क्षेत्र पर सुरक्षा व्यवस्था सख्त न्यू यमुना ब्रिज पर सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए हैं। नैनी से संगम की ओर ट्रैफिक नियंत्रित करने के लिए एक अतिरिक्त राजपत्रित अधिकारी के नेतृत्व में एक कंपनी पीएसी तैनात की गई है। इसके अलावा दो मोटर साइकिल दस्ते लगातार गश्त करेंगे। यही नहीं, ब्रिज की साइड रेलिंग को सुदृढ़ किया गया है, ताकि किसी भी प्रकार की दुर्घटना से बचा जा सके।

शास्त्री सेतु पर विशेष निगरानी झूंसी से संगम की ओर ट्रैफिक नियंत्रित करने के लिए एक कंपनी पीएसी और एक राजपत्रित अधिकारी की विशेष रूप से तैनाती की गई है। साथ ही दो मोटर साइकिल दस्ते सक्रिय गश्त में रहेंगे।

टीकरमाफी मोड़ पर भीड़ प्रबंधन एक राजपत्रित अधिकारी के नेतृत्व में सीएपीएफ की तैनाती की गई है। झूंसी की ओर से टीकरमाफी मोड़ आने वाली ट्रैफिक को कटका तिराहा, जिराफ चौराहा, छतनाग मोड़ और समुद्रकूप मोड़ से डायवर्ट किया जाएगा। श्रद्धालुओं के सुगम यातायात के लिए सड़क की डिवाइडर को समतल किया गया है।

फाफामऊ पुल तथा पांटून पुलों पर विशेष इंतजाम फाफामऊ पुल तथा पांटून पुलों पर विशेष इंतजाम किया गया है। दो मोटरसाइकिल दस्तों से पुलिसकर्मी लगातार भ्रमण करेंगे और ट्रैफिक नियंत्रित करने और श्रद्धालुओं की एंट्री और एग्जिट के लिए पीएसी को तैनात किया गया है।

रेलवे स्टेशन और बस मूवमेंट के विशेष इंतजाम झूंसी रेलवे स्टेशन पर विशेष व्यवस्था की गई है। यहां एक राजपत्रित अधिकारी के नेतृत्व में पीएसी को लगाया गया है। एंट्री और एग्जिट प्वाइंट पर मजबूत बैरिकेडिंग की गई है। साथ ही रेलवे अधिकारियों से समन्वय कर ट्रेनों की फ्रीक्वेंसी बढ़ाई जा रही है।

झूंसी एरिया में बस संचालन की विशेष योजना तैयार अस्थायी बस स्टेशन सरस्वती द्वार से गोरखपुर और वाराणसी के लिए बस संचालन के इंतजाम किए गए हैं। रात में पर्याप्त संख्या में रिजर्व बसें झूंसी में पार्क की जाएंगी। अन्दावा से सरस्वती द्वार और सहसों के लिए शटल बसें संचालित होंगी। जिससे मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को कोई भी असुविधा न होने पाए।

प्रयाग जंक्शन पर विशेष सुरक्षा तीन पुलिस उपाधीक्षकों के नेतृत्व में पुलिस और दो कंपनी पीएसी तैनात की गई है। आईईआरटी फ्लाईओवर की तरफ से प्रयाग जंक्शन की ओर जाने वाली ट्रैफिक को रोकने के लिए युधिष्ठिर चौराहे पर मजबूत बैरिकेडिंग और पर्याप्त पुलिस बल का इंतजाम किया गया है। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पर्याप्त संख्या में साइनेज की व्यवस्था की गई है।

जीटी जवाहर और हर्षवर्धन चौराहे पर भीड़ नियंत्रण मेडिकल कॉलेज चौराहे और बालसन चौराहे पर डायवर्जन के लिए राजपत्रित अधिकारियों के नेतृत्व में पर्याप्त पुलिस बल और पीएसी की तैनाती की गई है। बालसन से बख्शी बांध होते हुए नागवासुकी क्षेत्र की ओर डायवर्जन रहेगा। स्टैनली रोड चौराहे से श्रद्धालुओं को लाजपत राय रोड से मंडलायुक्त कार्यालय तिराहे से भारत स्काउट होते हुए मजार चौराहे से दाहिने मोड़कर आईईआरटी पार्किंग के बगल से मेला क्षेत्र ले जाया जाएगा।

अतिरिक्त सुरक्षा और यातायात व्यवस्था के विशेष उपाय अन्दावा और सहसो चौराहे पर अतिरिक्त पुलिस और यातायात पुलिस की तैनाती की गई है। यहां नौ मोटर साइकिल दस्ते लगातार निगरानी करेंगे. किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए क्रेन की व्यवस्था की जा रही है।

अतिरिक्त फोर्स का प्रबंध तृतीय अमृत स्नान पर्व के लिए दो कंपनी आरएएफ और तीन कंपनी पीएसी का अतिरिक्त प्रबंध किया गया है।

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– उत्तर प्रदेश में स्पिरिचुअल टूरिज्म की असीम संभावनाएं : योगी आदित्यनाथ
— प्रयागराज में दुनिया के 73 देशों के राजनयिकों से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया संवाद
– महाकुम्भ नगर के पुलिस लाइन सभागार में विदेशी राजनयिकों ने साझा किए अपने अनुभव
– दुनियाभर के राजनयिकों ने किये बड़े हनुमान जी और अक्षयवट के दर्शन
महाकुम्भ नगर, 01 फ़रवरी (हि.स.)। भारत की प्राचीन परंपरा और संस्कृति का साक्षात्कार करने 73 देशों राजनयिक शनिवार काे प्रयागराज के महाकुम्भ में सम्मिलित हुए। आस्था और आध्यात्म के सबसे बड़े समागम महाकुम्भ में राजनयिकों का सबसे पहले अरैल क्षेत्र स्थित त्रिवेणी संकुल में यूपी सरकार की ओर से स्वागत और अभिनन्दन किया गया। वहां से सभी राजनयिकों को जेटी बोट के जरिए पवित्र त्रिवेणी संगम का दर्शन करवाया गया। उन्हें देश की सनातन संस्कृति और उसमें पवित्र संगम व महाकुम्भ की महत्ता के बारे में बताया गया। कुछ देश के राजनयिकों ने संगम में पवित्र स्नान और गंगा जल का आचमन भी किया। इसे जीवन का अविस्मरणीय अनुभव बताया।

अक्षयवट और बड़े हनुमान का किया दर्शन

संगम स्नान के बाद सभी राजनयिकों ने यूपी टूरिज्म की लक्जरी बसों से महाकुम्भ मेले का भ्रमण करते हुए अक्षयवट कॉरीडोर और बड़े हनुमान मंदिर का दर्शन किया। अक्षयवट कॉरीडोर में राजनयिकों कों सरस्वती कूप का भी दर्शन करवाया गया। भारतीय संस्कृति में नदियों, वृक्षों की पूजन परंपरा और उनके आध्यात्मिक महत्व को जान कर कई देशों के राजनयिक विशेष रूप से प्रभावित हुए। हनुमान मंदिर का दर्शन कर राजनयिकों का काफिला मेला क्षेत्र में बने पुलिस लाइन के सभागार पहुंचा। सभागार में राजनयिकों से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुलाकात की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के साथ प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना, नगर विकास मंत्री अरविंद कुमार शर्मा तथा प्रयागराज से विधायक सिद्धार्थ नाथ सिंह सहित अन्य गणमान्य भी मौजूद थे।

इसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विश्व के 73 देशों के सौ से अधिक राजनयिकों संग शनिवार शाम संवाद किया। महाकुम्भ नगर स्थित पुलिस लाइन में आयोजित कार्यक्रम के दौरान सीएम योगी ने विदेशी राजनयिकों को महाकुम्भ और प्रयागराज के महात्म्य से परिचित कराया। उन्होंने कहा कि भारत के अधिकांश तीर्थ गंगा तट पर ही स्थित है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में स्पिरिचुअल टूरिज्म में असीम संभावनाएं हैं। उन्होंने राजनायिकों का प्रयागराज में स्वागत करते हुए कहा कि उन सभी की ये यात्रा निश्चित रूप से स्मरणीय साबित होगी। जब वो यहां से लौटेंगे तो स्वयं के साथ यादगार अनुभव लेकर जाएंगे।

अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरी दुनिया महाकुम्भ को कौतूहल की दृष्टि से देख रही है। आप सभी का यहां आना हमें प्रफुल्लित करता है। महाकुम्भ का ये पर्व हम सभी को आनंदित करता है। मां गंगा, यमुना और सरस्वती के पावन संगमस्थली पर बसा प्रयागराज दुनिया की प्राचीन नगरी है। उन्होंने कहा कि महाकुम्भ भारत की सांस्कृतिक विरासत का प्रतिबिंब है। अबतक देश और-दुनिया से करीब 35 करोड़ लोग यहां आकर संगम स्नान कर चुके हैं। 26 फरवरी तक 45 करोड़ लोगों के आने की संभावना है। इस अवसर पर विदेशी राजनयिकों ने भी अपने अनुभवों को सीएम योगी के सामने साझा किया।

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– केंद्रीय बजट में रक्षा मंत्रालय को 6.81 लाख करोड़ रुपये आवंटित​ किये गए

नई दिल्ली, 01 फरवरी (हि.स.)​। ​भारतीय सशस्त्र बलों को 2047 तक ‘आत्मनिर्भर’ ​बनाने के साथ ‘विकसित भारत​’ का सपना पूरा करने के लिए केंद्रीय बजट का 13.45​ फीसदी हिस्सा रक्षा मंत्रालय को दिया गया है।​ शनिवार को संसद में पेश किये गए केंद्रीय बजट ​में रक्षा मंत्रालय ​को 6,81,210.27 करोड़ रुपये​ आवंटित किये गए हैं। यह​ वित्त वर्ष 2024-25 के बजटीय अनुमान से 9.53​ फीसदी अधिक और ​अन्य सभी मंत्रालयों में सबसे अधिक है। भारत ने वित्त वर्ष 2023-24 में 1.27 लाख करोड़ रुपये का रिकॉर्ड रक्षा उत्पादन करके एक दशक में 174 फीसदी की प्रभावशाली वृद्धि की है। इसी तरह नि​र्यात 21,083 करोड़ तक पहुंचाने के साथ वैश्विक बाजार में अपनी उपस्थिति मजबूत करके आयात पर निर्भरता कम की है।

मंत्रालय के अनुसार आवंटित बजट में से 1 लाख 80 हजार करोड़ रुपये यानी कुल आवंटन का 26.43 फीसदी रक्षा सेवाओं पर पूंजीगत व्यय पर खर्च किया जाएगा। सशस्त्र बलों के लिए आवंटन 3,11,732.30 करोड़ रुपये है, जो कुल आवंटन का 45.76 फीसदी है। रक्षा पेंशन को 1,60,795 करोड़ रुपये यानी 23.60 फीसदी और शेष 28,682.97 करोड़ रुपये यानी 4.21 फीसदी रक्षा मंत्रालय के तहत नागरिक संगठनों के लिए है। इसमें से 1,48,722.80 करोड़ रुपये पूंजी अधिग्रहण पर खर्च करने की योजना है, जिसे सशस्त्र बलों के आधुनिकीकरण बजट कहा जाता है। शेष 31,277.20 करोड़ रुपये अनुसंधान एवं विकास तथा देश भर में बुनियादी ढांचागत परिसंपत्तियों के निर्माण पर पूंजीगत व्यय के लिए है।

रिकॉर्ड रक्षा उत्पादन: वित्त वर्ष 2023-24 में भारत का घरेलू रक्षा उत्पादन 1.27 लाख करोड़ तक पहुंच गया, जो एक रिकॉर्ड ऊंचाई है। यह 2014-15 में 46,429 करोड़ से लगभग 174 फीसदी की प्रभावशाली वृद्धि है।भारत चालू वित्त वर्ष में रक्षा उत्पादन में 1.75 लाख करोड़ का लक्ष्य प्राप्त करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। भारत का लक्ष्य 2029 तक रक्षा उत्पादन में 3 लाख करोड़ तक पहुंचना है, जिससे वह वैश्विक रक्षा विनिर्माण केंद्र के रूप में खुद को स्थापित कर सके।

रक्षा निर्यात में उछाल: भारत का रक्षा निर्यात वित्त वर्ष 2014-15 में 1941 करोड़ ​रुपये से बढ़कर वित्त वर्ष 2023-24 में 21,083 करोड़ ​रुपये हो गया है। पिछले वित्त वर्ष 2022-23 की तुलना में रक्षा निर्यात में 32.5​ फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई।​ पिछले एक दशक में रक्षा निर्यात 21 गुना ​बढ़ा है,जो वैश्विक रक्षा क्षेत्र में भारत की बढ़ती भूमिका को दर्शाता है।सरकारी नीतिगत सुधारों, व्यापार करने में आसानी की पहल और आत्मनिर्भरता के लिए प्रेरित होकर भारत अब 100 से अधिक देशों को निर्यात करता है।भारत के ​पास 2023-24 मेंरक्षा निर्यात के लिए शीर्ष तीन गंतव्य अमेरिका, फ्रांस और आर्मेनिया थे।​ अब 2029 तक रक्षा निर्यात 50​ हजार करोड़ रुपये तक बढ़ाने का लक्ष्य है, जो भारत की विश्वसनीय वैश्विक रक्षा भागीदार बनने की महत्वाकांक्षा है।

निर्यात पोर्टफोलियो: भारत के निर्यात पोर्टफोलियो में बुलेटप्रूफ जैकेट, डोर्नियर-228 विमान, चेतक हेलीकॉप्टर, तेज इंटरसेप्टर बोट और हल्के टॉरपीडो जैसे उन्नत उपकरण शामिल हैं।रूसी सेना के उपकरणों में ‘मेड इन बिहार’ बूटों को शामिल करना एक महत्वपूर्ण उपलब्धि थी, जिसने वैश्विक रक्षा बाजार में भारत के उच्च विनिर्माण मानकों को उजागर किया।भारत के रक्षा क्षेत्र में 2014 के बाद से उल्लेखनीय परिवर्तन हुए हैं, ​जिससे बड़े पैमाने पर आयात पर निर्भर ​भारतीय सैन्य बल आत्मनिर्भरता और स्वदेशी उत्पादन पर केंद्रित हो गए ​हैं।

​रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज पेश किये गए केन्द्रीय बजट पर वित्त मंत्री ​निर्मला सीतारमण को प्रधानमंत्री ​नरेन्द्र मोदी के विकसित भारत के दृष्टिकोण के अनुरूप बजट पेश करने के लिए बधाई ​दी है।​ उन्होंने कहा कि इस बजट में समाज के गरीब वर्गों को सशक्त बनाने से लेकर किसानों, एमएसएमई से लेकर उद्योगों तक और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसी उन्नत तकनीकों में अनुसंधान को भी मजबूत किया गया है।​ बजट में मध्यम और वेतनभोगी वर्ग का विशेष ध्यान रखा गया है।​ उन्होंने कहा कि भारत को रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के लिए इस बजट में और बढ़ावा मिला है। वित्त वर्ष 25-26 के लिए रक्षा मंत्रालय के लिए 6.81 लाख करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं।​ रक्षा बलों पर 1 लाख 80 हजार करोड़ रुपये का पूंजीगत परिव्यय हमारे रक्षा बलों के आधुनिकीकरण​ औरविकसित भारत के विजन को साकार करने में एक बड़ी छलांग लगाएगा।

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नई दिल्ली, 01 फरवरी (हि.स.)। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने शनिवार को नई दिल्ली स्थित भारत मंडपम में विश्व पुस्तक मेला-2025 का उद्घाटन किया। 52 वर्षों से अधिक की परंपरा के साथ यह 9 दिवसीय अंतरराष्ट्रीय पुस्तक मेला विद्वानों, शिक्षकों, छात्रों, लेखकों, प्रकाशकों और पुस्तक प्रेमियों सहित विविध वैश्विक दर्शकों का स्वागत करने के लिए तैयार है।

भारत मंडपम कॉम्प्लेक्स के हॉल नंबर 2-6 में यह पुस्तक मेला 1-9 फरवरी तक चलेगा। इस मेले का फोकस देश रूस और थीम रिपब्लिक@75 है। पुस्तक मेले में रूस को फोकस देश के रूप में शामिल किया गया है और 50 से अधिक देशों की भागीदारी है।

इस मौके पर राष्ट्रपति मुर्मु ने अपने संबोधन में बच्चों में पढ़ने की आदत विकसित करने के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि बच्चों को विविध विषयों पर किताबें पढ़नी चाहिए, जिससे उन्हें अपनी क्षमता और योग्यताओं को पहचानने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि जब आप किसी बच्चे को पढ़ने में रुचि पैदा करते हैं, तो आप राष्ट्र निर्माण में योगदान देते हैं। उन्होंने कहा कि किताबें पढ़ना सिर्फ़ एक शौक नहीं है बल्कि एक बदलावकारी अनुभव है। अलग-अलग भाषाओं और संस्कृतियों की किताबें पढ़ने से क्षेत्रों और समुदायों के बीच पुल बनते हैं।

इस अवसर पर भारत में रूस के राजदूत डेनिस अलीपोव, डॉ. एलेक्सी वर्लामोव (रूसी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे थे), स्कूल शिक्षा एवं साक्षरता सचिव संजय कुमार (आईएएस), नेशनल बुक ट्रस्ट इंडिया (एनबीटी) के चेयरमैन प्रो. मिलिंद सुधाकर मराठे और एनबीटी निदेशक युवराज मलिक भी उपस्थित थे।

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नई दिल्ली, 01 फरवरी (हि.स.)। वित्‍त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद में लगातार आठवां केंद्रीय बजट 2025-26 शनिवार को पेश किया। सीतारमण ने कहा, “मैं अगले हफ्ते नया आयकर विधेयक पेश करने का प्रस्ताव करती हूं। राजकोषीय घाटा, सकल घरेलू उत्पाद का 4.4 फीसदी रहने का अनुमान है।”

वित्तमंत्री ने कहा कि लोकसभा में प्रत्येक बुनियादी ढांचा मंत्रालय पीपीपी मोड में विकसित की जाने वाली परियोजनाओं की तीन साल की पाइपलाइन लेकर आएगा। 50 साल के ब्याज मुक्त ऋण के माध्यम से राज्यों के बुनियादी ढांचे पर खर्च के लिए 1.5 लाख करोड़ रुपये का परिव्यय प्रस्तावित है।

सीतारमण ने कहा, “ऋण तक पहुंच में सुधार करने के लिए क्रेडिट गारंटी कवर को बढ़ाया जाएगा। सूक्ष्म और लघु उद्यमों के लिए 5 करोड़ से 10 करोड़ रुपये तक, जिससे अगले 5 वर्षों में 1.5 लाख करोड़ रुपये का अतिरिक्त ऋण मिलेगा। स्टार्टअप के लिए 10 करोड़ से 20 करोड़ रुपये तक, 27 फोकस क्षेत्रों में ऋण के लिए गारंटी शुल्क को 1 फीसदी तक कम किया जा रहा है, जो कि आत्मनिर्भर भारत के लिए महत्वपूर्ण हैं।”

सीतारमण ने बजट भाषण में कहा कि सरकार शहरों को विकास केन्द्र बनाने के प्रस्तावों को क्रियान्वित करने के लिए एक लाख करोड़ रुपये का शहरी चुनौती कोष स्थापित करेगी। पहली बार उद्यमी बनीं 5 लाख अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति महिला उद्यमी के लिए एक नई योजना शुरू की जाएगी। इसके तहत अगले 5 वर्षों के दौरान 2 करोड़ रुपये तक का ऋण उपलब्ध कराया जाएगा। सीतारमण ने कहा, “मुझे जल जीवन मिशन को 2028 तक बढ़ाए जाने की घोषणा करते हुए प्रसन्नता हो रही है, जिसमें कुल परिव्यय में वृद्धि की गई है।

वित्त मंत्री ने कहा कि विकसित भारत के लिए परमाणु ऊर्जा मिशन के तहत 2047 तक कम से कम 100 गीगावाट परमाणु ऊर्जा का विकास हमारे ऊर्जा परिवर्तन के लिए आवश्यक है। इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए निजी क्षेत्रों के साथ सक्रिय भागीदारी के लिए परमाणु ऊर्जा अधिनियम और परमाणु क्षति के लिए नागरिक दायित्व अधिनियम में संशोधन किए जाएंगे। अनुसंधान एवं विकास के लिए परमाणु ऊर्जा मिशन के एक भाग के रूप में कम से कम 5 स्वदेशी रूप से विकसित छोटे मॉड्यूलर (परमाणु) रिएक्टर 2033 तक चालू हो जाएंगे।

सीतारमण ने कहा, “अंतरराष्ट्रीय व्यापार के लिए एक डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना-‘भारत ट्रेड नेट’ (बीटीएन) की स्थापना की जाएगी, जो व्यापार दस्तावेजीकरण और वित्तपोषण समाधान के लिए एक एकीकृत मंच होगा। बीटीएन को अंतरराष्‍ट्रीय प्रथाओं के अनुरूप बनाया जाएगा। शिक्षा में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के लिए उत्कृष्टता केंद्र की स्थापना 500 करोड़ रुपये की कुल लागत से की जाएगी। सरकार चिकित्सा शिक्षा के विस्तार पर भी ध्यान केंद्रित करेगी, 10 वर्षों में 1.1 लाख यूजी और पीजी सीटें बढ़ाई जाएंगी। अगले वर्ष चिकित्सा शिक्षा में 10,000 अतिरिक्त सीटें जोड़ी जाएंगी।

उन्होंने कहा, “हमारी सरकार अगले तीन वर्षों में सभी जिला अस्पतालों में डे-केयर कैंसर केंद्र स्थापित करने की सुविधा प्रदान करेगी, 2025-26 तक 200 केंद्र स्थापित किए जाएंगे। आईआईटी की क्षमता का विस्तार किया जाएगा। पिछले 10 वर्षों में 23 आईआईटी में छात्रों की कुल संख्या 65,000 से 1.35 लाख तक 100% बढ़ गई है। 2014 के बाद शुरू किए गए पांच आईआईटी में अतिरिक्त बुनियादी ढांचे का निर्माण किया जाएगा और आईआईटी पटना का भी विस्तार किया जाएगा।

वित्‍त मंत्री ने ऑनलाइन प्लेटफॉर्म वर्कर या गिग वर्कर नए जमाने की सेवा अर्थव्यवस्था को बहुत गतिशीलता प्रदान करते हैं। सरकार ई-श्रम पोर्टल पर पंजीकरण के साथ उनके लिए आईडी कार्ड की व्यवस्था करेगी और उन्हें स्वास्थ्य कवर देगी। इससे 1 करोड़ गिग वर्कर लाभान्वित होंगे। पीएम स्वनिधि, जिसने 68 लाख से अधिक स्ट्रीट वेंडरों को लाभान्वित किया है, उनको बेहतर ऋण और यूपीआई-लिंक्ड क्रेडिट कार्ड और क्षमता निर्माण सहायता के साथ नया रूप दिया जाएगा। सीतारमण ने कहा कि 2025-30 के लिए दूसरी परिसंपत्ति मुद्रीकरण योजना, जिससे नई परियोजनाओं में 10 लाख करोड़ रुपये की पूंजी लगाई जाएगी।

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नई दिल्ली, 01 फरवरी (हि.स.)। वित्‍त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को संसद में पेश किए गए केंद्रीय बजट 2025-26 में मध्‍यम वर्ग को बड़ा तोहफा दिया। सीतारमण ने कहा कि मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि अब 12 लाख रुपये तक की इनकम पर कोई आयकर नहीं देना होगा।

केंद्रीय वित्त मंत्री ने नए टैक्स स्लैब का एलान करते हुए कहा कि इससे मध्यम वर्ग देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती देगा। हमने मध्यम वर्ग पर टैक्स कम किए हैं। मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि अब 12 लाख रुपये तक की इनकम पर कोई टैक्स नहीं देना होगा।

सीतारमण ने कहा, “जुलाई 2024 के बजट में विवरण दाखिल करने की नियत तिथि तक टीडीएस के भुगतान में देरी को अपराध की श्रेणी से बाहर कर दिया गया है। मैं टीडीएस प्रावधानों से भी यही प्रस्ताव करती हूं।”

सीतारमण ने कहा कि बीमा क्षेत्र के लिए प्रत्‍यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) सीमा 74 से बढ़ाकर 100 फीसदी की जाएगी। यह बढ़ी हुई सीमा उन कंपनियों के लिए उपलब्ध होगी जो भारत में पूरा प्रीमियम निवेश करती हैं।

उन्‍होंने कहा कि विदेशी निवेश से जुड़ी मौजूदा सुरक्षा और शर्तों की समीक्षा की जाएगी और उन्हें सरल बनाया जाएगा। जुलाई 2024 के बजट में घोषित सीमा शुल्क दरों की संरचना की व्यापक समीक्षा के एक भाग के रूप में मैं 7 टैरिफ दरों को हटाने का प्रस्ताव करती हूं, जो 2023-24 के केंद्रीय बजट में हटाए गए टैरिफ के अतिरिक्त है।

सीतारमण ने कहा, “मैं 82 टैरिफ लाइनों पर सामाजिक कल्याण अधिभार से छूट देने का प्रस्ताव करती हूं, जो उपकर के अधीन हैं।” सीतारमण ने बजट भाषण में कहा, “कैंसर, दीर्घकालिक या अन्य गंभीर बीमारियों से पीड़ित लोगों के लिए मैं 36 जीवन रक्षक दवाओं को मूल सीमा शुल्क से पूरी तरह छूट वाली दवाओं की सूची में जोड़ने का प्रस्ताव करती हूं।”

सीतारमण ने कहा, “इस सफलता से प्रेरित होकर, 120 नए गंतव्यों तक क्षेत्रीय संपर्क बढ़ाने और अगले 10 वर्षों में 4 करोड़ अतिरिक्त यात्रियों को ले जाने के लिए संशोधित उड़ान योजना शुरू की जाएगी। ये योजना पहाड़ी, आकांक्षी और पूर्वोत्तर क्षेत्रीय जिलों में हेलीपैड और छोटे हवाई अड्डों का भी समर्थन करेगी। राज्य की भविष्य की जरूरतों को पूरा करने के लिए बिहार में ग्रीनफील्ड हवाई अड्डों की सुविधा दी जाएगी। ये पटना हवाई अड्डे और बिहटा में ब्राउनफील्ड हवाई अड्डे की क्षमता के विस्तार के अतिरिक्त होंगे। मिथिलांचल में पश्चिमी कोसी नहर ईआरएम परियोजना के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी, जिससे बिहार के मिथिलांचल क्षेत्र के बड़ी संख्या में किसानों को लाभ होगा।”

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