इंफाल/नई दिल्ली, 9 फरवरी (हि.स.)। मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने शनिवार शाम करीब 5:20 बजे राजभवन में राज्यपाल अजय कुमार भल्ला को अपना इस्तीफा सौंप दिया। अपने इस्तीफे में बीरेन सिंह ने मणिपुर की सेवा करने का अवसर मिलने का आभार व्यक्त किया और केंद्र सरकार की ओर से विकास और सुरक्षा के लिए किए गए कार्यों की सराहना की।

उन्होंने केंद्र सरकार से मणिपुर की क्षेत्रीय अखंडता बनाए रखने, सीमा घुसपैठ पर सख्ती, नशे के कारोबार पर रोक, बायोमेट्रिक आधारित सख्त सीमा नियंत्रण और सीमा बुनियादी ढांचे के विकास को तेज करने की अपील की है। सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री बीरेन सिंह ने मणिपुर विधानसभा के निलंबन की भी सिफारिश की, हालांकि इस पर कोई आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है।

मुख्यमंत्री 8 फरवरी की शाम चार्टर्ड फ्लाइट से दिल्ली गए थे। इससे पहले, 5 फरवरी को राज्य के तीन वरिष्ठ मंत्री—पीडब्ल्यूडी मंत्री गोविंददास कोंथौजम, वन एवं पर्यावरण मंत्री थोंगम बिस्वजीत और उपभोक्ता मामलो के मंत्री एल. सुसिंद्रो मैतेई—चार भाजपा विधायकों के साथ चार्टर्ड फ्लाइट से दिल्ली पहुंचे थे। बताया जा रहा है कि वे केंद्रीय नेतृत्व, विशेष रूप से केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात कर विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करने गए थे।

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Chhapra: लेखन कला की दुनिया के प्रत्येक शख्स का यह स्वर्णिम स्वप्न होता है कि उसकी पुस्तक का विमोचन विश्व पुस्तक मेला में हो जाए। छपरा जिले के मासूम गंज मोहल्ले के निवासी सत्यनारायण प्रसाद व प्रेमा देवी के पुत्र संदीप कुमार का यह सपना भी साकार हुआ जब 8 फरवरी, 2025 को दिल्ली के प्रगति मैदान में उनकी कविता संग्रह ” तुम कहां चली गई” ( प्रकाशक – सर्व भाषा ट्रस्ट )का विमोचन दिग्गज अभिनेता एवं लेखक श्री अखिलेन्द्र मिश्रा, सर्वभाषा ट्रस्ट के संचालक केशव मोहन पांडे, ओम निश्चल, प्रभात पांडे तथा जेपी द्विवेदी जैसे साहित्यकारों के कर कमलों से किया गया।

पुस्तक के विमोचन के साथ हीं स्वयं संदीप ने प्रथम कविता “पूजा के दीप ” का पाठ किया। पाठ करते समय मानो संदीप के दिल का भाव उनके मुखमण्डल पर झलक रहा था। उन्होंने यह स्पस्ट किया यह सम्पूर्ण कविता संग्रह उनके दिल के उदगार हैं और प्रत्येक शब्द ह्रदय की गहराइयों से मानों स्वतः प्रस्फुटित होते गए और एक लम्बे समय के अथक प्रयास,ईश्वर की असीम अनुकम्पा, माता – पिता, गुरुजनों के आशीर्वाद और मित्रों के सहयोग से आज यहाँ तक का सफर तय हो पाया। आगे भी पाठकों के ह्रदय की गहराइयों तक पहुँच सके इसकी कामना भी की।

सुप्रसिद्ध अभिनेता अखिलेंद्र मिश्रा ने इस पुस्तक की संक्षिप्त व्याख्या करते हुए बताया की प्रेम,प्रेम के विरह और विरह के संताप को संदीप ने जिस प्रकार से शब्दों में पिरोया है, मानों हर प्रेमी के जज़्बात को कविताओं में ऊकेर कर रख दिया है। प्रेमी का अपनी प्रेयसी को पुकार ही इस पुस्तक का शीर्षक बन गई। श्री मिश्रा ने बताया कि इस कविता संग्रह की एक-एक कविता को उन्होंने स्वयं पढ़ा है जो अत्यंत ही मार्मिक और दिल को छू लेने वाली हैं.विमोचन के साथ-साथ ही श्री मिश्रा ने “कुछ शेष रहा” शीर्षक की कविता का स्वयं पाठ किया। अपनी शुभकामनाएं देते हुए यह भी कहा कि सामाजिक सरोकार,विरह,प्रेम, रस और भाव से पूर्ण यह पुस्तक पाठकों को अवश्य ही पसंद आएगी। इस पुस्तक की रिकार्ड तोड़ सफलता के लिए संपादक और कवि प्रभात पाण्डेय, जे. पी. द्विवेदी, सर्व भाषा ट्रस्ट के संचालक केशव मोहन पाण्डेयने भी अपनी शुभकामनाओं के साथ – साथ संदीप को ढेर सारा आशीर्वाद भी दिया।

अंततः प्रसिद्ध आलोचक एवं साहित्यकार ओम निश्चल ने अपने अनोखे अंदाज़ में किसी शायर की शायरी ” हम थें उदासियों थी खामोश गुलमोहर था, हम थे उदासियां थी खामोश गुलमोहर था, हमदर्द भी न गाते तो क्या बयान करते से समापन कार्यक्रम संपन्न किया ।

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महाकुम्भ नगर, 9 फ़रवरी (हि.स.)। प्रयागराज की पावन धरा पर सोमवार को देश की प्रथम नागरिक राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू कदम रखेंगी और इसकी भव्यता व दिव्यता की साक्षी बनेंगी। वह आठ घंटे से अधिक समय तक प्रयागराज में रहेंगी । वह संगम स्नान के साथ ही अक्षयवट और बड़े हनुमान मंदिर में दर्शन-पूजन करेंगी। इस दौरान प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहेंगे।

राष्ट्रपति मुर्मू सुबह संगम नोज़ पहुंचकर त्रिवेणी संगम में आस्था की डुबकी लगाएंगी। मां गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के संगम में राष्ट्रपति आस्था की डुबकी लगाकर सनातन आस्था को मजबूत आधार देंगी। देश की प्रथम नागरिक का संगम में पावन डुबकी लगाने का यह ऐतिहासिक क्षण होगा। बता दें कि इससे पहले भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने भी महाकुम्भ में पावन स्नान किया था।

राष्ट्रपति इसके उपरांत धार्मिक आस्था को और अधिक मजबूती देने के लिए अक्षयवट का दर्शन-पूजन करेंगी। सनातन संस्कृति में अक्षयवट को अमरता का प्रतीक माना जाता है। यह हिन्दू धर्म का एक महत्वपूर्ण स्थल है, जिसकी महत्ता पुराणों में भी वर्णित है। इसके अलावा वह बड़े हनुमान मंदिर में भी दर्शन करेंगी और पूजा-अर्चना कर देशवासियों के सुख-समृद्धि की कामना करेंगी।

डिजिटल महाकुम्भ अनुभव केंद्र का करेंगी अवलोकन

आधुनिक भारत और डिजिटल युग के साथ धार्मिक आयोजनों को जोड़ने की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल को राष्ट्रपति समर्थन देंगी। वे डिजिटल महाकुम्भ अनुभव केंद्र का अवलोकन करेंगी, जिसमें महाकुम्भ मेले की विस्तृत जानकारी तकनीकी माध्यमों से उपलब्ध कराई जा रही है। यहां देश-विदेश के श्रद्धालुओं को इस अद्भुत आयोजन को और अधिक निकटता से अनुभव करने के लिए स्थापित किया गया है। राष्ट्रपति शाम पौने छह बजे प्रयागराज से वापस नई दिल्ली के लिए रवाना होंगी।

प्रदेश सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि राष्ट्रपति का यह दौरा न केवल प्रयागराज के लिए ऐतिहासिक होगा, बल्कि देशभर के श्रद्धालुओं के लिए भी एक प्रेरणादायी क्षण होगा। उनकी उपस्थिति से महाकुम्भ के धार्मिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक महत्व को एक नई ऊंचाई मिलेगी। राष्ट्रपति के दौरे को देखते हुए प्रयागराज में सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद कर दी गई है।

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-सुरक्षाबल के जवान निरंतर सफलता हासिल कर लक्ष्य की ओर तेजी से आगे बढ़ रहे हैं, देश-प्रदेश में कैंसर रूपी नक्सलवाद का अंत तय : विष्णुदेव साय

बीजापुर, 09 फ़रवरी (हि.स.)। छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के फरसेगढ़ थाना क्षेत्र अंतर्गत नेशनल पार्क क्षेत्र के जंगल में रविवार सुबह 8:30 बजे डीआरजी, एसटीएफ एवं बस्तर फाइटर के संयुक्त बल के साथ हुई मुठभेड़ में 31 वर्दीधारी नक्सली ढेर हो गए। मारे गये नक्सलियों की पहचान की जा रही है l इस मुठभेड़ में दो जवान बलि‍दानी हो गए और दो अन्य जवान घायल हो गए हैं। दोनों घायल जवान की हालत खतरे से बाहर है, घायल जवानों को हेलीकॉप्टर के माध्यम से निकाला गया उनका उपचार जारी है। मुठभेड़स्थल से नक्सलियाें के शव के साथ एके 47, एसएलआर, इंसास रायफल, 303 रायफल, बीजीएल लांचर सहित बड़ी मात्रा में हथियार एवं विस्फोटक बरामद हुआ है l यह इलाका महाराष्ट्र सीमा से लगा हुआ है।

बस्तर आईजी सुंदरराज पी. ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि बीजापुर के नेशनल पार्क क्षेत्र के जंगल में हुई मुठभेड़ में 31 वर्दीधारी नक्सली मारे गए हैं। सभी के शवों को बरामद कर लिया गया है। मृत नक्सलियों की पहचान की जा रही है। मुठभेड़ में दो जवान बलि‍दान और अन्य दो जवान घायल हुए हैं। दोनों घायल जवानों की हालत खतरे से बाहर है। उन्हाेंने बताया कि अतिरिक्त बल को माैके के लिए भेजा गया है, सर्च अभियान जारी है। आईजी ने बताया कि इसकी विस्तृत जानकारी अभियान पूरा होने के बाद जारी की जाएगी।

बीजापुर जिले के नेशनल पार्क क्षेत्र में हुई मुठभेड़ में 31 नक्सलियों के मारे जाने पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने अपने साेशल मीडिया एक्स पर जारी पाेस्ट के माध्यम से कहा कि नक्सलवाद के खिलाफ चल रही आखिरी जंग में सुरक्षाबलों को एक बार फिर बड़ी कामयाबी मिली है। मुठभेड़ में 2 जवानों के बलिदान और 2 जवान के घायल होने पर मुख्यमंत्री साय ने दुःखद जताते हुए कहा कि जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। उन्होंने ईश्वर से बलिदानी जवानों की आत्मा की शांति और शोक संतप्त परिजनों को संबल प्रदान करने एवं घायल जवानों के जल्द से जल्द स्वस्थ होने की कामना की है। उन्हाेने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में मार्च 2026 तक हमारा प्रदेश नक्सलवाद मुक्त होकर रहेगा। इस दिशा में सुरक्षाबल के जवान निरंतर सफलता हासिल कर लक्ष्य की ओर तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। देश-प्रदेश में कैंसर रूपी नक्सलवाद का अंत तय है।

2025 की अब तक मुठभेड़ों में कुल 86 नक्सली मारे गए-वर्ष 2025 में अब तक हुई मुठभेड़ों में कुल 86 नक्सली मारे गए हैं। बेहद कम समय में नक्सलियों के मारे जाने का ये अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है।-4 जनवरी को अबूझमाड़ के जंगल में हुई मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने 5 नक्सलियों को ढेर किया था।-9 जनवरी को सुकमा-बीजापुर बॉर्डर पर हुई मुठभेड़ में 3 नक्सली ढेर हुए थे।-

12 जनवरी को बीजापुर जिले में 5 नक्सली ढेर हुए थे।

-16 जनवरी को छत्तीसगढ़-तेलंगाना बॉर्डर पर पुजारी कांकेर में 18 नक्सली मारे गए थे।-

20-21 जनवरी को गरियाबंद जिले में करीब एक करोड़ रुपये के इनामी नक्सली चलपति सहित 16 नक्सली ढेर हुए थे।- 0

1 फरवरी को बीजापुर में 8 नक्सली मारे गए थे।-आज 9 फरवरी को बीजापुर के नेशनल पार्क के जंगल में 31 नक्सली ढेर किए गए। ये इस साल का सबसे बड़ा एनकाउंटर है।

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नई दिल्ली, 8 फ़रवरी (हि.स.)। दिल्ली विधानसभा चुनावों में कांग्रेस पार्टी का लगातार तीसरी बार भी खाता नहीं खुला है। दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष समेत तीन उम्मीदवार ही जमानत बचाने में सफल रहे हैं। दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजों से साफ है कि कांग्रेस के लिए अभी दिल्ली दूर है।

जमानत बचाने में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव सफल रहे हैं। उन्होंने बादली विधानसभा सीट पर 41071 वोट (27.22 फीसद) हासिल किया है। वह इस सीट पर तीसरे स्थान पर रहे हैं। इस सीट पर भाजपा उम्मीदवार अहीर दीपक चौधरी ने 61192 वोट पाकर जीत दर्ज की है। दूसरे स्थान पर आम आदमी पार्टी (आआपा) उम्मीदवार अजेश यादव रहे हैं।

इसके अलावा कस्तूरबा नगर से कांग्रेस उम्मीदवार अभिषेक दत्त ने 27019 वोट (31.98 फीसद) पाकर जमानत बचा ली है। वह इस सीट पर दूसरे स्थान पर रहे हैं। यहां पर भाजपा उम्मीदवार नीरज बैसोया को 37896 वोट मिले हैं। उन्होंने अभिषेक दत्त को 11048 वोट के अंतर से हराया है।

नांगलोई जाट विधानसभा सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार रोहित चौधरी 32028 वोट (20.1 फीसद) पाकर जमानत बचाने वाले तीसरे और अंतिम उम्मीदवार है। वह इस सीट पर तीसरे स्थान पर रहे हैं। भाजपा उम्मीदवार मनोज कुमार शौकीन ने 75272 वोट हासिल करके विजय प्राप्त की है।

चुनाव में कांग्रेस के दिग्गज नेताओं को तीसरे स्थान से संतोष करना पड़ा हैं। इसके अलावा कुछ सीटों पर कांग्रेस के उम्मीदवार चौथे स्थान पर भी रहे हैं।

दिल्ली की सियासत का केंद्र रही नई दिल्ली विधानसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार संदीप दीक्षित तीसरे स्थान पर रहे हैं। उन्हें 4568 वोट मिले हैं। उनकी जमानत भी जब्त हो गई है। इस सीट पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार प्रवेश साहिब सिंह वर्मा ने आम आदमी पार्टी (आआपा) के संयोजक अरविंद केजरीवाल को 4089 वोटों से हराया है।

बल्लीमारान सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार हारुन यूसुफ 13059 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर है। वह भी अपनी जमानत नहीं बचा पाए हैं। यहां आआपा उम्मीदवार इमरान हुसैन 57004 वोटों से जीते हैं। उन्होंने भाजपा उम्मीदवार कमल बागड़ी को 29823 वोटों से हराया है।

पटेल नगर विधानसभा सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार कृष्णा तीरथ को 4654 वोट मिले हैं। कृष्णा तीरथ की भी जमानत जब्त हो गई है। इस सीट पर आआपा उम्मीदवार प्रवेश रत्न को सबसे ज्यादा 57512 वोट मिले हैं। इस सीट पर भाजपा उम्मीदवार राजकुमार आनंद को 53463 वोट मिले हैं। इन दोनों के बीच जीत का अंतर 4049 वोटों का रहा है।

कालकाजी विधानसभा सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार अलका लांबा 4392 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर रहीं। अलका लांबा की भी जमानत जब्त हो गई है। इस सीट पर आआपा उम्मीदवार व दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने 52154 वोट पाकर जीत दर्ज की है। दूसरे स्थान पर 48633 वोटों के साथ भाजपा उम्मीदवार रमेश बिधूड़ी को संतोष करना पड़ा। आतिशी ने रमेश बिधूड़ी को 3521 वोटों के अंतर से हराया है।

मुस्लिम बहुल मुस्तफाबाद विधानसभा सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार चौथे स्थान पर रहा है। कांग्रेस उम्मीदवार अली मेहदी को 11763 वोट मिले हैं। इस सीट पर भाजपा उम्मीदवार मोहन सिंह बिष्ट 85215 वोटों के साथ विजयी हुए हैं। आआपा उम्मीदवार आदिल अहमद खान दूसरे और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन उम्मीदवार ताहिर हुसैन तीसरे स्थान पर रहे। ओखला विधानसभा सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार अरीबा खान चौथे स्थान पर रहीं। उन्हें 12739 वोट मिले। इस सीट पर आआपा उम्मीदवार अमानतुल्लाह खान 88943 वोट हासिल करके विजयी हुए। भाजपा उम्मीदवार मनीष चौधरी 65304 वोट पाकर दूसरे स्थान पर रहे। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के शिफा उर्रहमान खान 39558 वोट के साथ तीसरे स्थान पर रहे हैं।

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महाकुम्भ-2025 के अवसर पर 09 फरवरी, 2025 को पूर्वोत्तर रेलवे से होकर चलाई जाएंगी 23 महाकुम्भ मेला विशेष गाड़ियाँ

गोरखपुर से चलने वाली मेला विशेष गाड़ी:

1. 09 फरवरी, 2025 को 05004 गोरखपुर-झूसी मेला मेला विशेष गाड़ी, गोरखपुर से 21.30 बजे चलाई जायेगी।

झूसी से चलने वाली मेला विशेष गाड़ियाँ:

1. 09 फरवरी, 2025 को 05101 झूसी-छपरा मेला मेला विशेष गाड़ी, झूसी से 09.00 बजे चलाई जायेगी।

2. 09 फरवरी, 2025 को 05110 झूसी-बनारस मेला मेला विशेष गाड़ी, झूसी से 12.45 बजे चलाई जायेगी।

प्रयागराज रामबाग से/को चलाई जा रही मेला विशेष गाड़ियाँ:

1. 09 फरवरी, 2025 को 05108 प्रयागराज रामबाग-बनारस मेला मेला विशेष गाड़ी, प्रयागराज रामबाग से 07.00 बजे चलाई जायेगी।

2. 09 फरवरी, 2025 को 05106 प्रयागराज रामबाग-बनारस मेला मेला विशेष गाड़ी, प्रयागराज रामबाग से 16.30 बजे चलाई जायेगी।

3. 09 फरवरी, 2025 को 03409 मालदा टाउन-प्रयागराज रामबाग मेला मेला विशेष गाड़ी, प्रयागराज रामबाग 17.15 बजे पहुँचेगी।

4. 09 फरवरी, 2025 को 03410 प्रयागराज रामबाग-मालदा टाउन मेला मेला विशेष गाड़ी, प्रयागराज रामबाग से 19.15 बजे चलाई जायेगी।

बनारस से चलने वाली मेला विशेष गाड़ियाँ:

1. 09 फरवरी, 2025 को 05113 बनारस-झूसी मेला विशेष गाड़ी, बनारस से 04.25 बजे चलाई जायेगी।

2. 09 फरवरी, 2025 को 05109 बनारस-झूसी मेला विशेष गाड़ी, बनारस से 08.00 बजे चलाई जायेगी।

3. 09 फरवरी, 2025 को 05105 बनारस-प्रयागराज रामबाग मेला विशेष गाड़ी, बनारस से 12.30 बजे चलाई जायेगी।

4. 09 फरवरी, 2025 को 05107 बनारस-प्रयागराज रामबाग मेला विशेष गाड़ी, बनारस से 20.30 बजे चलाई जायेगी।

मऊ से/को चलाई जा रही मेला विशेष गाड़ियाँ:

1. 09 फरवरी, 2025 को 01455 पुणे-मऊ मेला मेला विशेष गाड़ी, मऊ 22.00 बजे पहुँचेगी।

2. 09 फरवरी, 2025 को 01456 मऊ-पुणे मेला मेला विशेष गाड़ी, मऊ से 23.50 बजे चलाई जायेगी।

बलिया से/को चलाई जा रही मेला विशेष गाड़ियाँ:

1. 09 फरवरी, 2025 को 09371 डॉ. अम्बेडकर नगर-बलिया मेला मेला विशेष गाड़ी, बलिया 19.15 बजे पहुँचेगी।

2. 09 फरवरी, 2025 को 09372 बलिया-डॉ. अम्बेडकर नगर मेला मेला विशेष गाड़ी, बलिया से 23.45 बजे चलाई जायेगी।

गाजीपुर सिटी से चलने वाली मेला विशेष गाड़ी:

1. 09 फरवरी, 2025 को 01664 गाजीपुर सिटी-रानी कमलापति मेला मेला विशेष गाड़ी, गाजीपुर सिटी से 13.00 बजे चलाई जायेगी।

इसके अतिरिक्त गाड़ी संख्या 04111, 04112, 04113, 04114, 04120, 05101 एवं 05102 रिंग रेल चलाई जा रही हैं।

मेला विशेष गाड़ियों के सम्बन्ध में किसी भी प्रकार की जानकारी के लिये रेलवे हेल्पलाइन नम्बर 139 पर डायल कर सकते हैं अथवा नेशनल ट्रेन इंक्वायरी सिस्टम (एन.टी.ई.एस.) वेब पोर्टल या मोबाइल एप पर प्राप्त कर सकते हैं।

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रालेगण सिद्धि (महाराष्ट्र), 08 फरवरी (हि.स.)। प्रमुख सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने दिल्ली विधानसभा चुनाव की मतगणना के अब तक के रुझानों में आम आदमी पार्टी (आआपा) के प्रदर्शन पर अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा है।

उन्होंने कहा कि दिल्ली की जनता ने डेढ़ दशक पहले नई पार्टी आआपा पर भरोसा किया था। दिल्ली में शराब की दुकानें बढ़ाने पर दिल्ली के लोग आआपा से नाराज हो गए। इससे दिल्ली के तत्कालीन मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की छवि खराब हुई। आआपा का खराब प्रदर्शन इसी का नतीजा है।

उन्होंने कहा कि निस्वार्थ भाव से जनता की सेवा ही भगवान की पूजा होती है। यह बात अरविंद केजरीवाल की समझ में नहीं आई। इस कारण से वो गलत रास्ते पर गया। अन्ना हजारे ने पिछले दिनों एक इंटरव्यू में कहा था कि बुरे काम करने वालों को जनता सबक सिखाएगी। केजरीवाल की जीत या हार का पता चुनाव नतीजों के बाद चलेगा। नतीजे बताएंगे कि क्या सही है और क्या गलत। उल्लेखनीय है कि अन्ना आंदोलन के समय ही केजरीवाल और मनीष सिसोदिया ने कुछ लोगों के साथ मिलकर आआपा की स्थापना की थी।

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LIVE UPDATE

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नई दिल्ली, 08 फरवरी (हि.स.)। दिल्ली का मतदाता पांच फरवरी को विधानसभा चुनाव में किस दल पर मेहरबान हुआ? इसका जवाब आज दोपहर तक मिलने की संभावना है। सभी 70 सीटों के लिए आज सुबह आठ बजे मतगणना शुरू हो गई। इसके लिए दिल्ली के अलग-अलग क्षेत्रों में 19 मतगणना केंद्र बनाए गए हैं। बैलेट पेपर की मतगणना पूरी होने के बाद इलेक्ट्रॉनिक वोटर मशीन (ईवीएम) की बारी आएगी। मतगणना केंद्रों के आसपास सुरक्षा का कड़ा बंदोबस्त किया गया है।

एग्जिट पोल में भाजपा सबसे आगे

अधिकांश एग्जिट पोल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सबसे बड़े दल के रूप में उभरने की भविष्यवाणी कर चुके हैं। दिल्ली में इस बार 60.45 फीसद मतदान दर्ज किया गया है। कुल 94,51,997 लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। इनमें 50.42 लाख पुरुष और 44.08 लाख महिला मतदाता शामिल हैं। इसके अलावा 403 तृतीय लिंग मतदाताओं ने भी मतदान में हिस्सा लिया।

इन दिग्गजों की किस्मत दांव पर

भाजपा, आम आदमी पार्टी (आआपा) और कांग्रेस के कई दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर है। उत्तरी दिल्ली के आठ विधानसभा क्षेत्रों के लिए दो, उत्तरी पूर्वी दिल्ली की सीटों के लिए दो , नई दिल्ली जिला की छह सीटों के लिए तीन, शाहदरा और दक्षिण जिले की पांच-पांच सीटों के लिए एक-एक मतगणना केंद्र बनाया गया है। ईवीएम और वीवीपैट को 19 स्ट्रांग रूम में सुरक्षित रखा गया। इस बार चुनाव मैदान में 699 लोगों ने किस्मत आजमाई है। बड़े चेहरों में आआपा के अरविंद केजरीवाल, पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, मुख्यमंत्री आतिशी, कैबिनेट मंत्री गोपाल राय, भाजपा के विजेंद्र गुप्ता, प्रवेश वर्मा, रमेश बिधूड़ी, अरविंद सिंह लवली, कांग्रेस के संदीप दीक्षित, अलका लांबा और देवेंद्र यादव प्रमुख हैं।

इन सीटों पर सबकी नजर

नई दिल्ली से पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल चौथी बार मैदान में हैं। यहां से भाजपा ने पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा के पुत्र प्रवेश वर्मा और कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के पुत्र संदीप दीक्षित को उम्मीदवार बनाया है। कालकाजी से मुख्यमंत्री आतिशी के मुकाबले भाजपा के रमेश बिधूड़ी और कांग्रेस की अलका लांबा हैं। जंगपुरा से पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की प्रतिष्ठा दांव पर है। उन्होंने परंपरागत सीट पटपड़गंज को छोड़कर जंगपुरा को गले लगाया है। यहां सिसोदिया को भाजपा के तरविंदर सिंह मरवाह और कांग्रेस के फरहाद सूरी से चुनौती मिल रही है। पटपड़गंज से आआपा ने सिविल सर्विस परीक्षा की तैयारी कराने वाले शिक्षक अवध ओझा को मैदान में उतारा है। बल्लीमारान से कैबिनेट मंत्री इमरान हुसैन चौथी बार चुनाव मैदान में हैं। यहां से कांग्रेस ने हारून यूसुफ को टिकट दिया है। चांदनी चौक में भाजपा के सतीश जैन, आआपा के पुनरदीप साहनी और कांग्रेस के मुदित अग्रवाल मैदान में हैं।

सुल्तानपुर माजरा से आआपा ने मौजूदा मंत्री मुकेश अहलावत पर भरोसा जताया है। भाजपा ने यहां से पहले मंगोलपुरी से चुनाव लड़ चुके कर्म सिंह कर्मा को टिकट दिया है। बाबरपुर से आआपा के प्रदेश अध्यक्ष गोपाल राय मैदान में हैं। गोपाल राय 10 साल से सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं। ग्रेटर कैलाश से आआपा सरकार के कैबिनेट मंत्री सौरभ भारद्वाज चौथी बार चुनाव लड़ रहे हैं। बादली से कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र यादव चुनाव लड़ रहे हैं।

बिजवासन से भाजपा ने कैलाश गहलोत को उतारा है। वह आआपा सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे हैं। आआपा ने सुरेंद्र भारद्वाज और कांग्रेस ने कर्नल देवेंद्र सिंह सहरावत पर भरोसा जताया है। नरेला में मुकाबला आआपा के शरद चौहान, भाजपा के राज करण खत्री, और कांग्रेस की अरुणा कुमारी के बीच है। पटेल नगर में भाजपा के राजकुमार आनंद और आआपा के प्रवेश रत्न के बीच टक्कर है। नांगलोई जाट से दिल्ली सरकार में कैबिनेट मंत्री रघुवेंद्र शौकीन सीट बचा पाते हैं या नहीं, यह देखना दिलचस्प होगा।

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– रूस ने लड़ाकू जेट सुखोई-57 का प्लांट भारत में खोलकर संयुक्त उत्पादन की पेशकश रखी

नई दिल्ली, 07 फरवरी (हि.स.)। बेंगलुरु के एयर फोर्स स्टेशन येलहंका में एशिया की सबसे बड़ी हथियारों की प्रदर्शनी ‘एयरो इंडिया’ में इस बार रूसी सुखोई-57 जेट धूम मचाएगा। यूक्रेन के साथ युद्ध में बड़े पैमाने पर इस्तेमाल किये गए एकमात्र पांचवीं पीढ़ी के दो स्टील्थ रूसी लड़ाकू विमान कर्नाटक की धरती पर उतर चुके हैं और 10 फरवरी को उद्घाटन के बाद बेंगलुरु के आसमान की शोभा बढ़ाएंगे। रूस ने आधिकारिक तौर पर भारत को अपने पांचवीं पीढ़ी के सुखोई-57 लड़ाकू विमानों की पेशकश की है, जिसमें भारत में प्लांट लगाकर संयुक्त उत्पादन करके स्वदेशी संस्करण विकसित करने का भी प्रस्ताव है।

भारत में रूसी दूतावास ने सुखोई-57 जेट के बेंगलुरु में आने और एयरो इंडिया में उड़ान भरकर एयर शो में शामिल होने के लिए पुष्टि की है। यह फाइटर जेट अपनी लुभावनी एयरोबेटिक्स के लिए जाना जाता है, जिसने जनवरी, 2010 में पहली उड़ान भरी थी। सुखोई-57 जेट अब अपनी उड़ान के 15 साल पूरे होने का जश्न मना रहा है। इस बीच विमान में जरूरत के लिहाज से कई तरह के सुधार किये गए हैं और यूक्रेन में विशेष सैन्य अभियान के दौरान लड़ाकू विमानों ने हवाई और जमीनी लक्ष्यों को भेदने में प्रभावशाली प्रदर्शन किया है, जिसमें लंबी दूरी से सटीक हमले भी शामिल हैं। इनका इस्तेमाल चौबीस घंटे किसी भी मौसम की स्थिति में और जटिल वातावरण में किया जाता है।

रूसी कंपनी रोसोबोरोनएक्सपोर्ट के मुताबिक स्टेल्थ क्षमताओं वाला यह विमान उन्नत एईएसए राडार प्रणाली से लैस है और इसमें क्रूज मिसाइलों को लॉन्च करने की क्षमता है। सुखोई-57 को एक नया एएल-51एफ1 इंजन मिलने की उम्मीद है, जिसे आफ्टरबर्नर के बिना निरंतर सुपरसोनिक उड़ान के लिए डिजाइन किया गया है, इससे इसकी लड़ाकू क्षमता और बढ़ जाएगी। इस बीच अमेरिकी वायु सेना ने एयरो इंडिया-2025 में एफ-35 और अपग्रेड किए गए एफ-16 की प्रदर्शन उड़ानें रद्द कर दी हैं। 2023 के एयरो इंडिया में पहली बार पेश किए गए एफ-35 के इस साल प्रमुख आकर्षण होने की उम्मीद थी, लेकिन इसकी अनुपस्थिति सुखोई-57 की ओर ध्यान आकर्षित कर सकती है।

रूसी कंपनी एकमात्र 5वीं पीढ़ी के लड़ाकू विमान की तकनीक भारत को ​हस्तांतरित करने के लिए तैयार है। रोसोबोरोनएक्सपोर्ट के सीईओ अलेक्जेंडर मिखेव ने कहा कि हम भारत को सिर्फ़ सुखोई-57ई की डिलीवरी ही नहीं, बल्कि संयुक्त उत्पादन और भारतीय 5वीं पीढ़ी के लड़ाकू विमान के विकास में मदद भी दे रहे हैं। रूस के सुखोई-57 ने यूक्रेन में आधुनिक पश्चिमी वायु रक्षा प्रणालियों के खिलाफ अपनी लड़ाकू प्रभावशीलता साबित की है। यह लंबी दूरी सहित सभी दूरी पर खतरों से निपट सकता है, जो एफ-35 विमान में क्षमता नहीं है। उन्होंने कहा कि भारत-रूस सहयोग न केवल घरेलू उपयोग के लिए लड़ाकू विमान के उत्पादन का मार्ग प्रशस्त करेगा, बल्कि इसके निर्यात का भी रास्ता खुलेगा।

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नई दिल्ली, 7 फ़रवरी (हि.स.)। दिल्ली सरकार की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (एसीबी) ने शुक्रवार को आम आदमी पार्टी (आआपा) के विधायकों को रिश्वत की पेशकश के आरोपों के बाद पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जांच में शामिल होने के लिए नोटिस दिया है।

एसीबी के अधिकारियों की एक टीम शुक्रवार काे केजरीवाल के आवास पर पहुंची और उन्हें नोटिस दिया। इस नोटिस में कहा गया है कि दिल्ली सरकार की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा आम आदमी पार्टी के विधायकों को रिश्वत की पेशकश के आरोपों की जांच कर रही है। यह आरोप बेहद गंभीर हैं और इसलिए मामले की सच्चाई जानने के लिए एसीबी की तत्काल जांच और हस्तक्षेप की आवश्यकता है।

एसीबी ने केजरीवाल से आज किसी भी सुविधाजनक समय पर उनके एक्स पर संबंधित पोस्ट को लेकर जानकारी मांगी है। नोटिस में केजरीवाल से पूछा गया है कि क्या आप इस एक्स पोस्ट से सहमत हैं कि आपकी पार्टी के 16 विधायक उम्मीदवारों को रिश्वत की पेशकश की गई है। एसीबी ने उक्त 16 उम्मीदवारों का ब्यौरा मांगा है।

आआपा की लीगल सेल के प्रमुख संजीव नासियार ने बताया कि एसीबी के अधिकारी डेढ़ घंटे पहले बिना नोटिस यहां आए थे। उनके पास न तो नोटिस था और न ही स्टाम्प। जब हमने उनसे कहा कि वे हमसे कानूनी तौर पर पूछताछ कर सकते हैं और हम उनके साथ सहयोग करने के लिए तैयार हैं, तो उन्होंने हमें नोटिस देने में डेढ़ घंटे लगा दिए। उन्होंने हमें अब जो नोटिस दिया है, उसमें शिकायतकर्ता के बारे में कोई विवरण नहीं है और केवल अरविंद केजरीवाल के एक्स पोस्ट के बारे में विवरण है। वहीं आआपा नेता संजय सिंह ने कहा कि उन्होंने एसीबी से इस मामले की गहन जांच की मांग की है।

उन्हाेंने कहा कि ध्यान देने वाली एक और बात यह है कि जब दिल्ली में हत्या, डकैती और बलात्कार के मामलों की बात आती है, तो क्या एलजी उसी तत्परता से कार्रवाई करते हैं। नहीं, वे ऐसा नहीं करते, लेकिन इस मामले में इतनी तत्परता से कार्रवाई देखना अच्छा है। मैंने व्यक्तिगत रूप से जांच का अनुरोध करते हुए एक लिखित शिकायत प्रस्तुत की है और एसीबी इसकी जांच करेगी।

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नई दिल्ली, 07 फरवरी (हि.स.)। आजादी के अमृत महोत्सव की धूम के बीच भारतीय रेलवे ने लंबी छलांग लगाने के लिए कमर कस ली है। लंबी दूरी की वंदे भारत स्लीपर ट्रेन दौड़ने के लिए तैयार है। यह भारतीय रेलवे के सबसे तेजी से बढ़ते बेड़े का अत्याधुनिक संस्करण है। यह जानकारी भारत सरकार के पत्र एवं सूचना कार्यालय (पीआईबी) की विज्ञप्ति में दी गई है।

हाई स्पीड का सपना हकीकत में बदला

पीआईबी की विज्ञप्ति में बताया गया है कि विश्वस्तरीय, हाईस्पीड स्लीपर ट्रेन का सपना अब हकीकत बन चुका है। पहली 16 डिब्बों वाली वंदे भारत स्लीपर ट्रेन ने 15 जनवरी को मुंबई-अहमदाबाद खंड में 540 किलोमीटर की दूरी के लिए अनुसंधान डिजाइन और मानक संगठन (आरडीएसओ) के कठोर परीक्षण को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है। इंटीग्रल कोच फैक्टरी चेन्नई ने पिछले साल 17 दिसंबर को भारत की पहली वंदे भारत स्लीपर ट्रेन सेट का निर्माण पूरा किया। एक पखवाड़े के भीतर ट्रेन को कोटा डिवीजन में लाया गया और पिछले महीने के पहले सप्ताह में लगातार तीन दिन तक 30 से 40 किलोमीटर की छोटी दूरी के लिए सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया। इसने 180 किलोमीटर प्रति घंटे की उच्च गति से आरामदायक यात्रा का अनुभव हासिल किया। वंदे भारत स्लीपर ट्रेनें आने वाले दिनों में लोगों को रातभर की यात्राओं की नई परिभाषा देने के लिए तैयार हैं।

अप्रैल से दिसंबर के बीच नौ और ट्रेन

विज्ञप्ति के अनुसार, इस साल अप्रैल से दिसंबर के बीच नौ और वंदे भारत स्लीपर ट्रेन सेट का उत्पादन निर्धारित है। ये ट्रेनें लंबी दूरी के यात्रियों के लिए दक्षता और सुविधा के मामले में नए मानक स्थापित करेंगी। इस स्लीपर ट्रेन को पहली बार उपलब्ध कराने के लिए भारतीय रेलवे ने 17 दिसंबर 2024 को 24 डिब्बों की वंदे भारत स्लीपर ट्रेन सेट के 50 रेक के लिए प्रोपल्शन इलेक्ट्रिक्स का एक बड़ा ऑर्डर दिया है। यह ऑर्डर दो प्रमुख भारतीय निर्माताओं को दिया गया है। जिसके दो साल की समय सीमा में तैयार होने की संभावना है। मेसर्स मेधा 33 रेकों के लिए प्रोपल्शन प्रणाली की आपूर्ति करेगी। मेसर्स अलस्टॉम 17 रेकों के लिए प्रोपल्शन प्रणाली की आपूर्ति करेगा। भविष्य की ओर देखते हुए 24 डिब्बों वाली वंदे भारत स्लीपर ट्रेन का पूरे पैमाने पर उत्पादन 2026-27 में शुरू होगा। इससे रेलवे प्रौद्योगिकी में भारत की आत्मनिर्भरता और मजबूत होगी।

पटरियों पर गति और विलासिता का नया अध्याय

पीआईबी के अनुसार, इन वंदे भारत स्लीपर ट्रेनों को स्वचालित दरवाजों, बेहद आरामदायक बर्थ, ऑन बोर्ड वाई फाई और विमान जैसी सुविधाओं के साथ डिजाइन किया गया है। भारत में यात्री पहले से ही मध्यम और छोटी दूरी पर देश भर में चलने वाली 136 वंदे भारत ट्रेनों के माध्यम से रिक्लाइनिंग सीटों और विश्वस्तरीय यात्रा अनुभव का आनंद ले रहे हैं। वंदे भारत स्लीपर के साथ, यात्री विश्वस्तरीय सुविधाओं और उन्नत सुरक्षा सुविधाओं से लैस एक शांत, सुगम और अधिक आरामदायक यात्रा की उम्मीद कर सकते हैं। मेक इन इंडिया पहल के तहत डिजाइन और निर्मित, यह ट्रेन भारत की इंजीनियरिंग उत्कृष्टता और रेल यात्रा में बदलाव लाने की प्रतिबद्धता का प्रतीक है।

सुविधाओं का अंबार, संचार के संसाधन बेशुमार

विज्ञप्ति के अनुसार, ट्रेन में 16 डिब्बे हैं। इन्हें तीन श्रेणियों में विभाजित किया गया है- एसी प्रथम श्रेणी, एसी 2-टियर और एसी 3-टियर। ट्रेन की कुल क्षमता 1,128 यात्रियों की है। क्रैश बफर्स, विरूपण ट्यूब और अग्नि अवरोधक दीवार है। स्वचालित दरवाजे, गद्देदार बर्थ और ऑनबोर्ड वाई फाई है। देश की पहली वंदे भारत स्लीपर ट्रेन के परिचालन से पहले, अनुसंधान डिजाइन एवं मानक संगठन (आरडीएसओ) ट्रायल रन का विश्लेषण करने के बाद अंतिम प्रमाणपत्र जारी करेगा। रेलवे सुरक्षा आयुक्त ट्रेन की अधिकतम गति का मूल्यांकन करेंगे।

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