प्रधानमंत्री मोदी और फिनलैंड के राष्ट्रपति ने दोनों देशों के बीच सहयोग की समीक्षा की

नई दिल्ली:  प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और फिनलैंड के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर स्टब ने मंगलवार को डिजिटलीकरण, स्थिरता और गतिशीलता के क्षेत्रों सहित दोनों देशों के बीच चल रहे सहयोग की समीक्षा की। उन्होंने यूक्रेन की स्थिति सहित आपसी हितों के क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया।

प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के अनुसार फिनलैंड के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर स्टब ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से टेलीफोन कर बातचीत की। दोनों नेताओं ने डिजिटलीकरण, स्थिरता और गतिशीलता के क्षेत्रों सहित दोनों देशों के बीच चल रहे सहयोग की समीक्षा की। उन्होंने क्वांटम, 5जी-6जी, एआई और साइबर-सुरक्षा के क्षेत्रों सहित साझेदारी को और मजबूत तथा गहरा करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।

नेताओं ने यूक्रेन की स्थिति सहित आपसी हितों के क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया। राष्ट्रपति स्टब ने भारत-यूरोपीय संघ के बीच घनिष्ठ संबंधों और जल्द से जल्द पारस्परिक रूप से लाभकारी एफटीए के समापन के लिए फिनलैंड के समर्थन को व्यक्त किया। दोनों नेताओं ने संपर्क में बने रहने पर सहमति व्यक्त की।

प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स पर पोस्ट कर कहा, “राष्ट्रपति अलेक्जेंडर स्टब के साथ सार्थक बातचीत हुई। फिनलैंड यूरोपीय संघ का एक महत्वपूर्ण साझेदार देश है। हम अपने संबंधों को बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। यूक्रेन की स्थिति सहित क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर अपने दृष्टिकोणों का आदान-प्रदान किया।”

0Shares

हिंदू समाज की एकता व समानता को समर्पित रहा आंबेडकर और हेडगेवार का जीवन : डॉ. भागवत

कानपुर:  राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत ने कहा कि आज देश डॉ. भीमराव आंबेडकर की जयंती मना रहा है और आज ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ कानपुर प्रांत कार्यालय केशव भवन का प्रवेश उत्सव भी मनाया जा रहा है। ऐसा इसलिए कि डॉ. आंबेडकर और संघ के संस्थापक डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार का पूरा जीवन हिंदू समाज की एकता एवं समानता के लिए समर्पित रहा। यह अलग बात है डॉ. आंबेडकर ने अंतिम दिनों में बौद्ध धर्म अपना लिया था, लेकिन एकता समानता एवं बंधुत्व से कभी विमुख नहीं हुए। संघ प्रमुख सोमवार को कानपुर में संघ के प्रांत कार्यालय के लोकार्पण के दौरान कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।


पांच दिवसीय कानपुर प्रवास पर आए सरसंघचालक मोहन भागवत ने कहा कि संघ स्वतंत्रता, समानता एवं बंधुत्व के विचार धारा पर काम कर रहा है और इसी विचारधारा पर डॉ. भीमराव आंबेडकर भी कार्यरत रहे। एक बार डॉ. आंबेडकर ने कहा था कि यह विचार हमने फ्रांसीसी क्रांति से नहीं लिया, बल्कि यह बुद्ध के विचार से अपनाया गया है। विषमता को जड़ से उखाड़ देने के रूप में बाइक के अगर बाबा साहब पैडल किक थे तो संघ भी स्टार्टर है। संघ एक जीवन व वातावरण है, संंघ का काम सबको जोड़ने का है। डॉ. आंबेडकर ने जो कार्य किया था, उसकार्य को ही संघ कर रहा है।

उन्होंने कहा कि संघ संस्थापक डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार और डॉ. भीमराव आंबेडकर ने अपना पूरा जीवन समाज के लिए लगा दिया। दोनों हिंदू समाज में एकता व समानता के लिए प्रयासरत रहें। दोनों का काम एक ही था। बस अंतर यह था कि दोनों ने अलग-अलग इस कार्य को शुरू किया। एक बार 1934 में डॉ. आंबेडकर संघ की शाखा में गए। वहां उन्होंने कहा था कि कुछ बातों में मतभेद हैं, इसके बावजूद संघ को अपनत्व के भाव से देखता हूं। उनकी यह बातें तत्कालीन एक समाचार पत्र में भी छपी थीं। संघ एक भावना और एक जीवन है।

0Shares

गुजरात में पकड़ी गई 300 किलो ड्रग्स को समुद्र के रास्ते तमिलनाडु भेजने की थी तैयारी

पोरबंदर:  पोरबंदर के अंतरराष्ट्रीय समुद्री सीमा रेखा (आईएमबीएल) के समीप गुजरात एटीएस और भारतीय कोस्ट गार्ड (आईसीजी) की संयुक्त कार्रवाई में 1800 करोड़ रुपये की 300 किलो ड्रग्स बरामद की गई है। पाकिस्तान की फिशिंग बोट से गुजरात के समुद्र तट तक लाने के बाद ड्रग्स की यह खेप तमिलनाडु भेजने की तैयारी थी। बरामद ड्रग्स प्रतिबंधित सामग्री मेथमफेटामाइन बताई जा रही है। बरामद ड्रग काे आगे की जांच के लिए आईसीजी के जहाज से पोरबंदर लाया गया है।

गुजरात एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड (एटीएस) के डीआईजी सुनील जोशी ने सोमवार को अहमदाबाद में बताया कि एटीएस को गोपनीय जानकारी मिली थी कि पाकिस्तान का फीदा नामक ड्रग माफिया 400 किलो अवैध मादक पदार्थ पाकिस्तान की फिशिंग बोट में भरकर गुजरात भेजने वाला है। सूचना के मुताबिक़ यह फिशिंग बोट 12 अप्रैल की शाम 8 बजे से 13 अप्रैल की सुबह 4 बजे के बीच पोरबंदर से 190 किलोमीटर दूर अंतरराष्ट्रीय समुद्री सीमा रेखा (आईएमबीएल) के समीप समुद्र के किनारे तक आनी थी। सूचना में यह भी बताया गया था कि इस खेप को यहां से तमिलनाडु भेजा जाना है। डीआईजी जोशी ने बताया कि इस जानकारी के बाद एटीएस ने कोस्ट गार्ड के अधिकारियों से संपर्क किया और समुद्र में ऑपरेशन चलाने के लिए मदद मांगी।

कोस्ट गार्ड के कमांडर अमित उनियाल ने बताया कि गुजरात एटीएस से जानकारी मिलने के बाद ऑपरेशन की तैयारी की गई। इनपुट के आधार पर तटरक्षक क्षेत्र (पश्चिम) से एक आईसीजी जहाज को अंतरराष्ट्रीय समुद्री सीमा रेखा (आईएमबीएल) की ओर भेजा गया। यह जहाज उत्तर महाराष्ट्र-दक्षिण गुजरात क्षेत्र में बहु-मिशन तैनाती पर तैनात था। आईसीजी जहाज ने रात के अंधेरे के बावजूद एक संदिग्ध नाव की पहचान की। आईसीजी जहाज के निकट आने का एहसास होने पर संदिग्ध नाव ने आईएमबीएल की ओर भागने से पहले अपने मादक पदार्थों की खेप को समुद्र में फेंकना शुरू कर दिया।

उन्होंने बताया कि सतर्क आईसीजी जहाज ने संदिग्ध नाव का पीछा करते हुए फेंकी गई खेप को बरामद करने के लिए तुरंत अपनी समुद्री नाव तैनात की और आईएमबीएल पार करने से पहले उसे रोक लिया। इस बीच, समुद्री नाव में आईसीजी टीम ने कठिन रात की परिस्थितियों में गहन तलाशी के बाद समुद्र में फेंकी गई बड़ी मात्रा में मादक पदार्थ बरामद किया। कोस्ट गार्ड को 311 पैकेट में 311 किलो नशीला पदार्थ मिला, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में 1800 करोड़ रुपये कीमत आंकी गई। गुजरात एटीएस ने इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कर आगे की जांच शुरू की है। बरामद ड्रग्स प्रतिबंधित सामग्री मेथमफेटामाइन बताई जा रही है। बरामद ड्रग काे आगे की जांच के लिए आईसीजी जहाज से पोरबंदर लाया गया है। इसे आगे की जांच के लिए एटीएस को भेज दिया गया है।

गुजरात में इस ड्रग बरामदगी को लेकर राज्य के गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी और आईसीजी ने सोशल साइट पर भी उक्त जानकारी साझा की है। संदिग्ध नाव से 1800 करोड़ रुपये की ड्रग्स बरामदगी को केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बड़ी उपलब्धि बताते हुए गुजरात एटीएस और भारतीय तटरक्षक बल की सराहना की है।

इस मामले में कांग्रेस प्रवक्ता मनीष दोषी ने कहा है कि गुजरात ड्रग्स के लिए प्रवेश द्वार बन गया है। गुजरात का युवाओं का धन इससे बर्बाद हो रहा है। उन्होंने कहा कि ड्रग्स के कारखाने गुजरात में पकड़े गए हैं। करोड़ों रुपये के ड्रग्स मामले में अज्ञात लोगों पर आरोप मढ़ा जाता है, लेकिन इसके मास्टरमाइंड नहीं पकड़े जाते हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इस बात का पता क्यों नहीं लगाती कि निजी बंदरगाहों पर कैसे ड्रग्स पहुंच जा रहे हैं। ड्रग्स सिंडिकेट का नेतृत्व कौन कर रहा है, इसका पता क्यों नहीं लगाया जाता है। उन्होंने कहा कि गुजरात एटीएस ने वर्ष 2018 से अभी तक समुद्री मार्ग से ड्रग्स लाने के अलग-अलग मामलों में 10 हजार करोड़ रुपये का 5400 किलो ड्रग्स बरामद की है। इन मामलों में 77 पाकिस्तानी, 34 ईरानी, 2 नाइजीरियन नागरिक पकड़े गए हैं।

0Shares

नई दिल्ली, 13 अप्रैल (हि.स.)। भारत ने रविवार को 30 किलोवाट लेजर आधारित हथियार प्रणाली का उपयोग करके फिक्स्ड विंग एयरक्राफ्ट, मिसाइल और स्वार्म ड्रोन को मार गिराने की अपनी क्षमता का सफलतापूर्वक प्रदर्शन किया। भारत इसके साथ ही अमेरिका, चीन और रूस सहित उन चुनिंदा देशों की सूची में शामिल हो गया है, जिन्होंने ऐसी क्षमता दिखाई है। 30 किलोवाट की लेजर हथियार प्रणाली को 5 किलोमीटर की सीमा के भीतर ड्रोन और हेलीकॉप्टर जैसे हवाई खतरों का मुकाबला करने के लिए डिजाइन किया गया है।

डीआरडीओ के अध्यक्ष डॉ. समीर वी कामत ​ने इस सफल परीक्षण के बाद कहा कि इससे पहले अमेरिका, रूस और चीन​ ने इस​ तरह की क्षमता का प्रदर्शन किया है। इजरायल भी इसी तरह की क्षमताओं पर काम कर रहा है। हम इस प्रणाली का प्रदर्शन करने वाले दुनिया के चौथे या पांचवें देश हैं। इसमें संचार और उपग्रह संकेतों को जाम करने सहित उन्नत इलेक्ट्रॉनिक युद्ध क्षमताएं हैं। इस बहुमुखी हथियार प्रणाली ​से जमीन और जहाज आधारित ​मिशन को अंजाम दिया जा सकता है, जिससे कई क्षेत्रों में भारत की रक्षा तत्परता बढ़ती है।

यह प्रणाली सटीक लक्ष्यीकरण के लिए 360 डिग्री इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल​, इन्फ्रारेड सेंसर से लैस है और इसे हवाई, रेल, सड़क या समुद्र के माध्यम से तेजी से तैनात किया जा सकता है। उन्होंने ​बताया कि डीआरडीओ 300 किलोवाट​ ‘सूर्य​’ लेजर हथियार जैसे अधिक शक्तिशाली सिस्टम भी विकसित कर रहा है, जिसकी परिचालन सीमा 20 किलोमीटर है। यह सिस्टम मिसाइलों और मानव रहित हवाई प्रणालियों (यूएएस) जैसे उच्च गति वाले हवाई खतरों को लक्षित करने के लिए डिजाइन किया गया है, जो आधुनिक युद्ध में भारत की स्थिति को और मजबूत​ करेगा। ये प्रगति मिसाइल रक्षा और ड्रोन विरोधी अभियानों के लिए उच्च शक्ति वाले लेजर पर जोर देने वाले वैश्विक रुझानों के अनुरूप है।

0Shares

नई दिल्ली, 11 अप्रैल (हि.स.)। देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कारों में शामिल पद्म पुरस्कारों के लिए नामांकन की अंतिम तिथि 31 जुलाई है। गणतंत्र दिवस 2026 पर घोषित किए जाने वाले ये पुरस्कार विभिन्न क्षेत्रों में असाधारण उपलब्धियों और विशिष्ट सेवा को मान्यता देते हैं।

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने शुक्रवार को एक बयान जारी कर कहा कि गणतंत्र दिवस के अवसर पर घोषित किए जाने वाले पद्म पुरस्कार-2026 के लिए ऑनलाइन नामांकन और सिफारिश की प्रक्रिया 15 मार्च से चल रही है। पद्म पुरस्कारों के नामांकन की अंतिम तारीख 31 जुलाई है। पद्म पुरस्कारों के लिए नामांकन व सिफारिशें राष्ट्रीय पुरस्कार पोर्टल https://awards.gov.in पर ऑनलाइन प्राप्त की जाएंगी।

पद्म पुरस्‍कार, अर्थात पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मानों में शामिल हैं। वर्ष 1954 में स्थाापित इन पुरस्कारों की घोषणा प्रतिवर्ष गणतंत्र दिवस के अवसर पर की जाती है। इन पुरस्कारों के अंतर्गत ‘उत्कृष्ट कार्य’ के लिए सम्मानित किया जाता है। पद्म पुरस्कार कला, साहित्य एवं शिक्षा, खेल, चिकित्सा, समाज सेवा, विज्ञान एवं इंजीनियरिंग, लोक कार्य, सिविल सेवा, व्यापार एवं उद्योग आदि जैसे सभी क्षेत्रों/विषयों में विशिष्ट और असाधारण उपलब्धियों व सेवा के लिए प्रदान किए जाते हैं। जाति, व्यवसाय, पद या लिंग के भेदभाव के बिना सभी व्यक्ति इन पुरस्कारों के लिए पात्र हैं। चिकित्सकों और वैज्ञानिकों को छोड़कर अन्य सरकारी सेवक, जिनमें सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों में काम करने वाले सरकारी सेवक भी शामिल हैं, पद्म पुरस्कारों के पात्र नहीं हैं।

सरकार पद्म पुरस्कारों को पीपल्स पद्म बनाने के लिए प्रतिबद्ध है, इसलिए सभी नागरिकों से अनुरोध है कि वे नामांकन व सिफारिशें करें। नागरिक स्व़यं को भी नामित कर सकते हैं। महिलाओं, समाज के कमजोर वर्गों, अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों, दिव्यांग व्यक्तियों और समाज के लिए निस्वार्थ सेवा कर रहे लोगों में से ऐसे प्रतिभाशाली व्यक्तियों की पहचान करने के ठोस प्रयास किए जा सकते हैं, जिनकी उत्कृष्टता और उपलब्धियां वास्तव में पहचाने जाने योग्य हैं।

नामांकन व सिफारिशों में पोर्टल पर उपलब्ध प्रारूप में निर्दिष्ट सभी प्रासंगिक विवरण शामिल होने चाहिए, जिसमें वर्णनात्मक रूप में एक उद्धरण (अधिकतम 800 शब्द) शामिल होना चाहिए, जिसमें अनुशंसित व्यक्ति की संबंधित क्षेत्र व अनुशासन में विशिष्ट और असाधारण उपलब्धियों व सेवा का स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया हो।

इस संबंध में विस्तृत विवरण गृह मंत्रालय की वेबसाइट (https://mha.gov.in) पर ‘पुरस्कार और पदक’ शीर्षक के अंतर्गत और पद्म पुरस्कार पोर्टल (https://padmaawards.gov.in) पर उपलब्ध हैं।

0Shares

नई दिल्ली, 10 अप्रैल (हि.स.)। मुंबई हमले के मास्टरमाइंड तहव्वुर हुसैन राणा के गुरुवार देर शाम भारतीय सरजमीं पर उतरते ही उस पर कानूनी शिंकजा कस दिया गया। नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) ने उसे पालम एयरपोर्ट से सीधे पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया। आधी रात तक चली सुनवाई के बाद कोर्ट ने तहव्वुर राणा की 18 दिन की कस्टडी मंजूर कर दी, जबकि जांच एजेंसी एनआईए ने 20 दिन की हिरासत मांगी थी.

कोर्ट से 18 दिन की रिमांड मिलने के बाद राणा को एनआईए मुख्यालय ले जाया जाएगा, जिसके लिए पटियाला हाउस कोर्ट से एनआईए हेडक्वार्टर तक का रास्ता रोककर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। आज रात्रि विश्राम के बाद शुक्रवार सुबह से एनआईए राणा से पूछताछ शुरू करेगी।

इससे पहले, गुरुवार देर शाम एनआईए की टीम आतंकी तहव्वुर हुसैन राणा को लेकर दिल्ली के पालम एयरपोर्ट पर उतरी। जहां से भारी सुरक्षा के बीच आधी रात में एनआईए की टीम उसे पटियाला हाउस कोर्ट ले आई। राणा को स्पेशल एनआईए जज चंद्रजीत सिंह की कोर्ट में पेश किया गया। इस दौरान अदालत में तहव्वुर राणा का प्रतिनिधित्व लीगल सर्विस अथॉरिटी की ओर से मुहैया कराए गए उसके वकील पीयूष सचदेवा ने किया। एनआईए की तरफ से गृह मंत्रालय से नियुक्त वकील दयानन कृष्णनन ने कोर्ट में दलील रखीं।

बंद कमरे में चली अदालत की कार्यवाही के दौरान एनआईए ने 20 दिन के रिमांड की मांग की। एनआईए ने कहा कि पूछताछ के लिए तहव्वुर की रिमांड जरूरी है। एनआईए ने 26/11 मुंबई हमलों के आरोपित तहव्वुर राणा की हिरासत लेने के लिए उसके द्वारा भेजे गए ई-मेल समेत कई पुख्ता सबूत पेश किए। एजेंसी ने अदालत को बताया कि मुंबई हमले की साजिश का पर्दाफाश करने के लिए उसे हिरासत में लेकर पूछताछ बहुत जरूरी है। जांच अधिकारी आतंकी हमलों को अंजाम देने में राणा की भूमिका की भी जांच करेंगे।

एनआईए ने आगे बताया कि आपराधिक साजिश के तहत आरोपित नंबर एक डेविड कोलमैन हेडली ने भारत आने से पहले तहव्वुर राणा के साथ पूरे ऑपरेशन पर चर्चा की थी। संभावित चुनौतियों का अनुमान लगाते हुए हेडली ने राणा को अपने सामान और संपत्तियों का ब्यौरा देते हुए एक ई-मेल भेजा था। उसने राणा को साजिश में इलियास कश्मीरी और अब्दुर रहमान की संलिप्तता के बारे में भी बताया था।

उल्लेखनीय है कि 26 नवंबर, 2008 की रात को 10 आतंकवादियों ने मुंबई में कई स्थानों पर एक साथ हमला किया था। यह हमले दक्षिण मुंबई में छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस, ओबेरॉय ट्राइडेंट, ताज महल पैलेस और टॉवर होटल, लियोपोल्ड कैफे, कामा अस्पताल, नरीमन हाउस (यहूदी केंद्र), मेट्रो सिनेमा, और टाइम्स ऑफ इंडिया बिल्डिंग और सेंट जेवियर्स कॉलेज के पास हुए। इसके अलावा, मुंबई के बंदरगाह क्षेत्र मझगांव में और विले पार्ले में एक टैक्सी में विस्फोट हुआ। आतंकियों ने मुंबई को दो दिनों तक जकड़ रखा था और 28 नवंबर को भारतीय सुरक्षा बलों ने नौ आतंकवादियों को मार गिराया। एक आतंकी अजमल कसाब जिंदा पकड़ा गया था, जिसे बाद में फांसी की सजा हुई।

0Shares

सर्राफा बाजार में सोने की कीमत में मामूली तेजी, चांदी की घटी चमक

नई दिल्ली:  घरेलू सर्राफा बाजार में सोने की कीमत में आज मामूली तेजी का रुख बना हुआ है। इस तेजी के कारण देश के ज्यादातर सर्राफा बाजारों में 24 कैरेट सोना आज महंगा होकर 90,450 रुपये से लेकर 90,600 रुपये प्रति 10 ग्राम के दायरे में कारोबार कर रहा है। इसी तरह 22 कैरेट सोना आज 82,910 रुपये से लेकर 83,060 रुपये प्रति 10 ग्राम के बीच बिक रहा है। दूसरी ओर, चांदी के भाव में आज मामूली गिरावट दर्ज की गई है। इस वजह से ये चमकीली धातु दिल्ली सर्राफा बाजार में आज 92,900 रुपये प्रति किलोग्राम के स्तर पर कारोबार कर रही है।

दिल्ली में 24 कैरेट सोना 90,600 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर कारोबार कर रहा है, जबकि 22 कैरेट सोने की कीमत 83,060 रुपये प्रति 10 ग्राम दर्ज की गई है। मुंबई में 24 कैरेट सोना 90,450 रुपये प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट सोना 82,910 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बिक रहा है। अहमदाबाद में 24 कैरेट सोने की रिटेल कीमत 90,500 रुपये प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट सोने की कीमत 82,960 रुपये प्रति 10 ग्राम दर्ज की गई है। इन प्रमुख शहरों के अलावा चेन्नई में 24 कैरेट सोना आज 90,450 रुपये प्रति 10 ग्राम की कीमत पर और 22 कैरेट सोना 82,910 रुपये प्रति 10 ग्राम की कीमत पर बिक रहा है। कोलकाता में भी 24 कैरेट सोना 90,450 रुपये प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट सोना 82,910 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर कारोबार कर रहा है।

लखनऊ के सर्राफा बाजार में 24 कैरेट सोना आज 90,600 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर और 22 कैरेट सोना 83,060 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बिक रहा है। पटना में 24 कैरेट सोने की कीमत 90,500 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर है, जबकि 22 कैरेट सोना 82,960 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बिक रहा है। जयपुर में 24 कैरेट सोना 90,600 रुपये प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट सोना 83,060 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बिक रहा है।

देश के अन्य राज्यों की तरह कर्नाटक, तेलंगाना और ओडिशा के सर्राफा बाजार में भी आज सोने के भाव में मजबूती दर्ज की गई है। इन तीनों राज्यों की राजधानियों बेंगलुरु, हैदराबाद और भुवनेश्वर में 24 कैरेट सोना आज 90,450 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर कारोबार कर रहा है। इसी तरह इन तीनों शहरों के सर्राफा बाजारों में 22 कैरेट सोना 82,910 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बिक रहा है।

0Shares

अमेरिकी टैरिफ में राहत के ऐलान से ग्लोबल मार्केट में जबरदस्त तेजी, गिफ्ट निफ्टी भी 3.7 प्रतिशत तक उछला

– 11 अप्रैल को सेंसेक्स और निफ्टी में भी दिख सकती है जबरदस्त मजबूती

नई दिल्ली: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दुनिया के तमाम देशों को रेसिप्रोकल टैरिफ के मामले में 90 दिनों के लिए राहत का ऐलान किया है। ट्रंप द्वारा टैरिफ में राहत दिए जाने का ऐलान करने के कारण दुनिया भर के तमाम बाजारों में आज जबरदस्त मजबूती नजर आ रही है। इस तेजी का असर कल के ट्रेडिंग सेशन में भारतीय बाजार में भी नजर आ सकता है। हालांकि, चीन पर अमेरिकी टैरिफ को 104 प्रतिशत से बढ़ा कर 125 प्रतिशत कर दिया गया है। चीन पर ये नया टैरिफ तत्काल प्रभाव से लागू हो गया है।

अमेरिकी राष्ट्रपति के इस टैरिफ गिफ्ट का असर गिफ्ट निफ्टी पर भी काफी हुआ है। महावीर जयंती के कारण आज भारतीय शेयर बाजार में छुट्टी है लेकिन नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के इंटरनेशनल ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म गिफ्ट निफ्टी पर आज जबरदस्त मजबूती के साथ कारोबार हो रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति के ऐलान से उत्साहित गिफ्ट निफ्टी दोपहर 12 बजे तक के कारोबार के बाद 832.50 अंक यानी 3.70 प्रतिशत की मजबूती के साथ 23,319.50 अंक के स्तर पर पहुंच कर कारोबार कर रहा था। गिफ्ट निफ्टी की इस मजबूती से घरेलू शेयर बाजार के बेंचमार्क इंडेक्स बीएसई के सेंसेक्स और एनएसई के निफ्टी में भी जोरदार रैली आने का संकेत मिल रहा है। आज की छुट्टी के बाद घरेलू शेयर बाजार कल 11 अप्रैल को कारोबार के लिए खुलेगा।

गिफ्ट निफ्टी नेशनल स्टॉक एक्सचेंज एनएसई के निफ्टी 50 इंडेक्स पर आधारित फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट है। इसका कारोबार गुजरात के गिफ्ट सिटी में स्थित एनएसई इंटरनेशनल एक्सचेंज के जरिए होता है। गिफ्ट निफ्टी को पहले एसजीएक्स निफ्टी कहा जाता था। उस समय इसकी ट्रेडिंग सिंगापुर एक्सचेंज (एसजीएक्स) पर होती थी। गिफ्ट निफ्टी में दो सत्रों में ट्रेडिंग होती है। भारतीय समय के हिसाब से पहले सत्र में इसकी ट्रेडिंग सुबह 6:30 बजे से शाम 3:40 बजे तक होती है। इसी तरह दूसरे सत्र में इसकी ट्रेडिंग शाम 4:35 बजे से लेकर आधी रात के बाद 2:45 (एएम) बजे तक होती है। गिफ्ट निफ्टी की चाल के आधार पर घरेलू शेयर बाजार में होने वाले कारोबार का भी अनुमान लगाया जाता है। हालांकि कई बार ये अनुमान वास्तविकता से अलग भी होता है। आज घरेलू शेयर बाजार में छुट्टी होने के बावजूद गिफ्ट निफ्टी में कारोबार हो रहा है और फिलहाल यह सूचकांक जबरदस्त मजबूती के साथ कारोबार करता हुआ नजर आ रहा है।

ग्लोबल मार्केट में गिफ्ट निफ्टी के अलावा दूसरे सूचकांकों पर अगर नजर डालें तो अमेरिकी बाजार में पिछले सत्र के दौरान जबरदस्त मजबूती का माहौल बना हुआ था, जिसके कारण एसएंडपी 500 इंडेक्स 474.13 अंक यानी 9.52 प्रतिशत उछल कर 5,456.90 के स्तर पर बंद हुआ था। इसी तरह नैस्डेक ने 1,857.06 अंक यानी 12.16 प्रतिशत की तेजी के साथ 17,124.27 अंक के स्तर पर पिछले सत्र के कारोबार का अंत किया था।

एशियाई बाजारों में भी आज जोरदार मजबूती नजर आ रही है। एशिया के 9 बाजारों में से गिफ्ट निफ्टी समेत सभी 9 बाजारों के सूचकांक बढ़त के साथ कारोबार कर रहे हैं। अभी तक के कारोबार में ताइवान वेटेड इंडेक्स 9 प्रतिशत से अधिक उछल गया है। इसी तरह निक्केई इंडेक्स 8 प्रतिशत से अधिक की मजबूती के साथ कारोबार कर रहा है। ताइवान वेटेड इंडेक्स फिलहाल 1,608.27 अंक यानी 9.25 प्रतिशत की मजबूती के साथ 19,000.03 अंक के स्तर पर कारोबार कर रहा है। इसी तरह निक्केई इंडेक्स 2,743.70 अंक यानी 8.65 प्रतिशत की छलांग लगा कर 34,457.73 अंक के स्तर पर पहुंचा हुआ है।

कोस्पी इंडेक्स भी आज फिलहाल 139.67 अंक यानी 6.09 प्रतिशत की तेजी के साथ 2,433.37 अंक के स्तर पर, स्ट्रेट्स टाइम्स इंडेक्स 170 अंक यानी 5.01 प्रतिशत की बढ़त के साथ 3,563.69 अंक के स्तर पर, जकार्ता कंपोजिट इंडेक्स 299.87 अंक यानी 4.78 प्रतिशत उछल कर 6,267.86 अंक के स्तर पर, सेट कंपोजिट इंडेक्स 4.26 प्रतिशत की मजबूती के साथ 1,136.58 अंक के स्तर पर, हैंग सेंग इंडेक्स 608.40 अंक यानी 3 प्रतिशत की तेजी के साथ 20,872.89 अंक के स्तर पर और शंघाई कंपोजिट इंडेक्स 1.32 प्रतिशत की बढ़त के साथ 3,228.81 अंक के स्तर पर कारोबार कर रहे हैं।

0Shares

यमुना को अविरल और निर्मल बनाने में जुटी दिल्ली सरकार

– एलजी, सीएम और पीडब्ल्यूडी मंत्री ने वजीराबाद में नाले की सफाई का निरीक्षण किया

– यमुना की सफाई के लिए 22 नालों की गाद निकालने का काम लगातार जारी

नई दिल्ली: दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना, मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और लोक निर्माण विभाग के मंत्री प्रवेश साहिब सिंह वर्मा ने गुरुवार को वजीराबाद में नाले की सफाई कार्य का संयुक्त रूप से निरीक्षण किया। यमुना को अविरल और निर्मल बनाने को लेकर दिल्ली सरकार यहां के सभी बड़े नालों की सफाई और निरीक्षण लगातार कर रही है।

मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने इस बारे में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि यमुना की सफाई के लिए 22 नालों की गाद निकालने का काम लगातार किया जा रहा है। निरीक्षण के दौरान अधिकारियों को सफाई कार्यों में पारदर्शिता और समयबद्धता सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए गए। उन्होंने कहा कि पिछली बार के निरीक्षण की तुलना में इस बार उल्लेखनीय प्रगति देखने को मिली है। कार्य की गति में तेजी आई है और सफाई अभियान को गति देने के लिए कई अत्याधुनिक मशीनें भी तैनात की गई हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि नालों की सफाई और मरम्मत सिर्फ बरसात के समय की तैयारी नहीं बल्कि दिल्ली के लोगों के स्वास्थ्य और जीवन की सुरक्षा से जुड़ा मसला है। इसको लेकर दिल्ली सरकार गंभीर है। उन्होंने कहा कि यमुना नदी की सफाई के तहत दिल्ली के सभी प्रमुख नालों का हर 15 दिन में निरीक्षण किया जा रहा है। सभी सम्बंधित विभागों के अधिकारियों को उन्नत मशीनों का उपयोग कर इन नालों की सफाई करने के निर्देश दिए गए हैं।

0Shares

एलए ओलंपिक 2028: टेबल टेनिस में शामिल होगा नया मिक्स्ड टीम इवेंट

नई दिल्ली, 10 अप्रैल (हि.स.)। लॉस एंजेलिस में होने वाले ओलंपिक 2028 के लिए इंटरनेशनल ओलंपिक कमेटी (आईओसी) ने बुधवार को टेबल टेनिस में एक नए मिक्स्ड टीम इवेंट को शामिल करने की घोषणा की। यह पहली बार होगा जब ग्रीष्मकालीन ओलंपिक खेलों में यह इवेंट आयोजित किया जाएगा।

टेबल टेनिस में अब कुल होंगे 6 इवेंट्स

इस नए फैसले के बाद ओलंपिक टेबल टेनिस कार्यक्रम में अब पुरुष और महिला सिंगल्स, पुरुष और महिला डबल्स की वापसी, मिक्स्ड डबल्स और नया मिक्स्ड टीम इवेंट शामिल होंगे। टेबल टेनिस प्रेमियों के लिए यह एक रोमांचक अपडेट है।

आईटीटीएफ अध्यक्ष ने जताई खुशी

इंटरनेशनल टेबल टेनिस फेडरेशन (आईटीटीएफ) की अध्यक्ष पेट्रा सॉर्लिंग ने बुधवार को इस फैसले पर खुशी जताते हुए कहा,”आईओसी कार्यकारी बोर्ड का यह ऐतिहासिक निर्णय टेबल टेनिस की बढ़ती लोकप्रियता को दर्शाता है और इसकी वैश्विक अपील का प्रमाण है।”

उन्होंने आगे कहा, “पेरिस 2024 में टेबल टेनिस की सफलता के बाद, एलए 2028 में मिक्स्ड टीम इवेंट का आना एक और ऐतिहासिक कदम है, जो हमारे खेल के समावेशी और गतिशील भविष्य की दिशा में उठाया गया महत्वपूर्ण कदम है।”

चेंगदू में हुई थी मिक्स्ड टीम इवेंट की सफल शुरुआत

गौरतलब है कि मिक्स्ड टीम इवेंट की शुरुआत दिसंबर 2023 में चीन के चेंगदू में आईटीटीएफ मिक्स्ड टीम वर्ल्ड कप के दौरान की गई थी। इस टूर्नामेंट में मुकाबले की शुरुआत मिक्स्ड डबल्स से होती थी, इसके बाद महिला और पुरुष सिंगल्स खेले जाते थे। जरूरत पड़ने पर महिला और पुरुष डबल्स मुकाबले भी आयोजित किए जाते थे, जिनका क्रम रैंकिंग के अनुसार तय होता था।

1988 से ओलंपिक का हिस्सा है टेबल टेनिस

टेबल टेनिस पहली बार 1988 सियोल ओलंपिक में शामिल हुआ था, जब पुरुष और महिला सिंगल्स और डबल्स खेले गए थे। 2008 बीजिंग ओलंपिक से डबल्स की जगह टीम इवेंट्स ने ली और 2016 रियो तक यही फॉर्मेट चला। टोक्यो 2020 में मिक्स्ड डबल्स की शुरुआत हुई और अब 2028 में मिक्स्ड टीम इवेंट ओलंपिक में एक नया अध्याय जोड़ेगा।

0Shares

आईपीएल 2025: राजस्थान रॉयल्स को 58 रन से हरा अंकतालिका में शीर्ष पर पहुंची गुजरात टाइटंस

अहमदाबाद: इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2025 के 23वें मुकाबले में गुजरात टाइटंस ने राजस्थान रॉयल्स को 58 रन से मात दी। इस जीत के साथ गुजरात की टीम ने पांच में से चार मैच जीतकर अंकतालिका में आठ अंकों के साथ शीर्ष स्थान हासिल कर लिया है। बुधवार को अहमदाबाद के नरेन्द्र मोदी स्टेडियम में खेले गए मुकाबले में गुजरात ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 6 विकेट पर 217 रनों का बड़ा स्कोर खड़ा किया। जवाब में राजस्थान की पूरी टीम 19.2 ओवर में 159 रन पर ढेर हो गई।

गुजरात की टीम के लिए सलामी बल्लेबाज साई सुदर्शन ने 82 रनों की जबरदस्त पारी खेली। उन्होंने इस सीजन का चौथा अर्धशतक लगाया और टीम को एक मजबूत स्कोर तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई। उनके अलावा शाहरुख खान ने 36, राहुल तेवतिया ने ताबड़तोड़ 24 रन (12 गेंद) और राशिद खान ने 12 रनों का योगदान दिया। कप्तान शुभमन गिल हालांकि सिर्फ 2 रन बनाकर जल्दी आउट हो गए। राजस्थान के लिए तुषार देशपांडे और महीश तीक्षणा ने दो-दो विकेट झटके, जबकि जोफ्रा आर्चर और संदीप शर्मा को एक-एक सफलता मिली।

लक्ष्य का पीछा करने उतरी राजस्थान की टीम शुरुआत से ही दबाव में नजर आई। पहले ही ओवर में यशस्वी जायसवाल 6 रन बनाकर आउट हो गए। नीतीश राणा भी सिर्फ 1 रन ही बना सके। हालांकि, संजू सैमसन (41) और रियान पराग (26) ने कुछ संघर्ष जरूर दिखाया। अंत में शिमरन हेटमायर ने 32 गेंदों में 52 रन बनाकर मुकाबले को रोचक बनाने की कोशिश की, लेकिन अन्य बल्लेबाजों का साथ न मिलने से टीम लक्ष्य से 58 रन पीछा रह गई।

गुजरात के गेंदबाजों ने सधी हुई गेंदबाजी की। प्रसिद्ध कृष्णा ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 3 विकेट झटके, जबकि राशिद खान और साई किशोर ने 2-2 विकेट लिए। कुलवंत खेजरोलिया, मोहम्मद सिराज और अरशद खान को भी एक-एक सफलता मिली।

0Shares

ओलंपिक 2028: आईएसएसएफ ने शूटिंग स्पर्धाओं के प्रारूप में किए अहम बदलाव, जानिए नई व्यवस्था

नई दिल्ली: अंतरराष्ट्रीय शूटिंग खेल महासंघ (आईएसएसएफ) ने गुरुवार को 2028 लॉस एंजेलिस ओलंपिक को ध्यान में रखते हुए ओलंपिक शूटिंग प्रतियोगिताओं के प्रारूप में कुछ महत्वपूर्ण बदलावों की घोषणा की है। ये बदलाव 1 जनवरी 2026 से प्रभावी होंगे, ताकि खिलाड़ी ओलंपिक चयन चक्र के दौरान नए प्रारूप के अनुसार तैयारी कर सकें।

अब फाइनल में उतरेंगे आठ खिलाड़ी

सबसे बड़ा बदलाव यह है कि अब पुरुषों की 25 मीटर त्वरित अग्नि पिस्तौल (रैपिड फायर पिस्टल) और शॉटगन स्पर्धाओं के फाइनल में छह की जगह आठ खिलाड़ी भाग लेंगे। इससे मुकाबले और अधिक प्रतिस्पर्धात्मक तथा रोमांचक हो जाएंगे।

50 मीटर राइफल तीन मुद्रा स्पर्धा के फाइनल में केवल ‘खड़े होकर’ शूटिंग

2028 ओलंपिक में 50 मीटर राइफल तीन मुद्रा स्पर्धा के फाइनल में केवल ‘स्टैंडिंग’ (खड़े होकर) स्थिति में ही शूटिंग की जाएगी। यह बदलाव उन खिलाड़ियों के लिए लाभदायक हो सकता है जो वायुराइफल स्पर्धा में भी हिस्सा लेते हैं।

मिक्स्ड टीम स्पर्धाओं में नहीं होंगे स्वर्ण और कांस्य पदक मुकाबले

मिक्स्ड टीम स्पर्धाओं में अब स्वर्ण और कांस्य पदक के लिए अलग-अलग मुकाबले नहीं होंगे। इनकी जगह एक सामान्य विलोपन (एलिमिनेशन) प्रक्रिया से ही विजेता टीमों का निर्धारण किया जाएगा।

2025 में होंगे परीक्षण, 2026 से होंगे लागू


आईएसएसएफ की तकनीकी समिति की फरवरी में हुई बैठक में इन प्रस्तावों को अंतिम रूप दिया गया। इस बैठक में खिलाड़ियों की समिति और विभिन्न अनुशासन प्रमुखों की भी भागीदारी रही। इन बदलावों से न तो अतिरिक्त तकनीकी संसाधनों की आवश्यकता होगी और न ही अतिरिक्त स्थान की। वर्ष 2025 में इन प्रारूपों का परीक्षण किया जाएगा, ताकि 2026 से पहले खिलाड़ियों और दर्शकों दोनों के लिए अनुभव बेहतर बनाया जा सके।

आईएसएसएफ अध्यक्ष का बयान
आईएसएसएफ अध्यक्ष लुसियानो रोसी ने कहा, “हम लॉस एंजेलिस 2028 के लिए अपनी 15 शूटिंग स्पर्धाओं के ओलंपिक कार्यक्रम में बने रहने को लेकर बेहद प्रसन्न हैं। हम अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) का धन्यवाद करते हैं, जिन्होंने हम पर अपना विश्वास बनाए रखा है। हम ओलंपिक भावना के अनुरूप शूटिंग को और अधिक लोकप्रिय और आकर्षक बनाने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं और 2028 में एक शानदार आयोजन की उम्मीद करते हैं।”

0Shares