नई दिल्ली, 23 अप्रैल (हि.स.)। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का फैसला लिया है। सुरक्षा मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीएस) ने सिंधु जल संधि को निलंबित करने, पाकिस्तान के नागरिकों के लिए सार्क वीजा जारी करने पर रोक लगाने और अटारी-वाघा सीमा को बंद करने का निर्णय लिया है। साथ ही पाकिस्तान के उच्चायोग को सीमित करने का भी निर्णय लिया है।

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्णय लिया है। हमले में 25 भारतीयों और एक नेपाली नागरिक की मौत हुई थी। सुरक्षा मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति की आज शाम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में बैठक हुई।

सुरक्षा मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति ने हमले की कड़ी निंदा की और पीड़ितों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की। विदेश सचिव ने कहा कि इस हमले के बाद, विश्वभर से कई सरकारों ने भारत के प्रति समर्थन और एकजुटता व्यक्त की है, जो आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस की भावना दर्शाती है।

बैठक में इस आतंकी हमले के पाकिस्तानी संबंधों की जानकारी दी गई। विदेश मंत्रालय के सचिव विक्रम मिस्री ने पत्रकार वार्ता में सीसीएस के निर्णयों की जानकारी दी।

इसके अनुसार, सिंधु जल संधि को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाएगा, जब तक पाकिस्तान क्रॉस-बॉर्डर आतंकवाद का समर्थन छोड़ने की विश्वसनीय और स्थायी प्रतिबद्धता नहीं करता। अटारी चेक पोस्ट को तुरंत बंद किया जाएगा, जो लोग वैध अनुमोदनों के साथ पार कर चुके हैं, उन्हें 01 मई 2025 से पहले लौटने का अवसर दिया जाएगा।

पाकिस्तानी नागरिकों को सार्क वीजा छूट योजना के तहत भारत आने की अनुमति नहीं होगी। पहले जारी किए गए वीजा रद्द कर दिए गए हैं और वर्तमान में भारत में मौजूद पाकिस्तानी नागरिकों को 48 घंटे के भीतर देश छोड़ना होगा।

पाकिस्तानी उच्चायोग में रक्षा, नौसेना और वायु सलाहकारों को “पर्सोना नॉन ग्राटा” घोषित किया गया है। इन्हें एक सप्ताह के भीतर भारत छोड़ने का आदेश दिया गया है। भारत भी इस्लामाबाद में अपने रक्षा/नौसेना/वायु सलाहकारों को वापस बुलाएगा। इसके अलावा, उच्चायोगों की कुल संख्या को वर्तमान 55 से घटाकर 30 किया जाएगा, जो 01 मई 2025 तक प्रभावी होगा।

सुरक्षा मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति ने सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की और सभी बलों को उच्च सतर्कता बनाए रखने का निर्देश दिया। यह सुनिश्चित किया गया कि हमले के अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाया जाएगा और उनके प्रायोजकों को भी जवाबदेह ठहराया जाएगा। भारत आतंकवादियों के खिलाफ अपनी कार्रवाई को जारी रखेगा।

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जम्मू, 23 अप्रैल (हि.स.)। जम्मू-कश्मीर सरकार ने पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए लोगों के परिवारों को 10 लाख रुपये और घायलों को 2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। सरकार ने पीड़ितों को उनके घरों तक सम्मानजनक तरीके से पहुंचाने के लिए सभी व्यवस्थाएं की गई हैं। घायलों को सर्वाेत्तम चिकित्सा देखभाल प्रदान की जा रही है।

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मुख्यमंत्री कार्यालय ने कहा कि निर्दाेष नागरिकों के खिलाफ बर्बर और मूर्खतापूर्ण क्रूरता का समाज में कोई स्थान नहीं है। कोई भी धनराशि प्रियजनों के नुकसान की भरपाई नहीं कर सकती है, लेकिन समर्थन और एकजुटता के प्रतीक के रूप में जम्मू-कश्मीर सरकार मृतकों के परिवारों के लिए 10-10 लाख रुपये, गंभीर रूप से घायल लोगों के लिए 2-2 लाख रुपये और मामूली रूप से घायल लोगों के लिए 1-1 लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी।

इस हमले में मारे गए लोगों की पहचान हो गई है, जिसकी सूची निम्न है-

1. सुशील नैथ्याल निवासी इंदौर

2. सैयद आदिल हुसैन शाह निवासी हापटनार्ड तहसील पहलगाम

3. हेमन्त सुहास जोशी निवासी तामी मुंबई

4. विनय नरवाल निवासी करनाल हरियाणा

5. अतुल श्रीकांत मोनी निवासी डेनियल क्रॉस रोड पश्चिम सम्राट होटल ठाकुरवाड़ी डोंबली के पास पश्चिम,

6. नीरज उधवानी निवासी उत्तराखंड

7. बिटन अधिकारी निवासी विष्णु कोलकाता

8. सुदीप न्यूपाने निवासी बटवाल रोपंडी नेपाल

9. शुभम द्विवेदी निवासी श्याम नगर कानपुर शहर उत्तर प्रदेश

10. प्रशांत कुमार सत्पथी निवासी मलेश्वर ओडिशा

11. मनीष रंजन (आबकारी निरीक्षक) निवासी बिहार

12. एन.रामचंद्र निवासी कोच्चि केरल

13. संजय लक्ष्मण लाली निवासी ठाणे मुंबई

14. दिनेश अग्रवाल निवासी चंडीगढ़

15. समीर गुहार निवासी कोलकाता

16. दिलीप दासाली निवासी पंवील मुम्बई

17. जे सचचंद्र मोली निवासी पांडोरंगुरम, विशाखापत्तनम

18. मधुसूदन सोमिसेट्टी निवासी बेंगलुरु

19. संतोष जागड़ा निवासी पुणे महाराष्ट्र

20. मंजू नाथ राव निवासी कर्नाटक

21. कस्तुबा गनवोटेत्र निवासी पुणे महाराष्ट्र

22. भारत भूषण निवासी सुंदर नागा बेंगलुरु

23. सुमित परमार निवासी भावनगर गुजरात

24. यतेश परमार निवासी भावनगर गुजरात

25. टेगेहेलिंग (एयरफोर्स का कर्मचारी) निवासी जिरो अरूणाचल प्रदेश

26. शैलेशभाई एच. हिम्मतभाई कलाथिया निवासी सूरत गुजरात

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नई दिल्ली, 23 अप्रैल (हि.स.)। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को पर्यटकों पर हुए आतंकवादी हमले की दुनिया भर के शीर्ष नेताओं ने निंदा करते हुए भारत के साथ एकजुटता की प्रतिबद्धता दोहराई है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि गुनहगारों को बख्शा नहीं जाएगा। हमले के समय वो सऊदी अरब के दौरे पर थे। हमले के बाद वो समय से पहले जेद्दा से स्वदेश लौट आए हैं। इस समय अमेरिका के उप राष्ट्रपति जेडी वेंस परिवार के साथ भारत की यात्रा पर हैं। उन्होंने पीड़ितों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। वेंस ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा, ”ऊषा और मैं भारत के पहलगाम में हुए भयानक आतंकवादी हमले के पीड़ितों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हैं। पिछले कुछ दिनों में हम इस देश और यहां के लोगों की खूबसूरती से अभिभूत हो गए हैं। इस भयानक हमले में हमारी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं उनके साथ हैं।”

ट्रंप ने कहा- अमेरिका आतंक की इस लड़ाई में भारत के साथ

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर लिखा, ”कश्मीर से अत्यंत दुखद खबर आ रही है। आतंक की इस लड़ाई में अमेरिका भारत के साथ खड़ा है। हम मृतकों की आत्मा की शांति और घायलों के स्वस्थ होने की प्रार्थना करते हैं। प्रधानमंत्री मोदी और भारत के लोगों को हमारा पूर्ण समर्थन है और गहरी सहानुभूति है।” इसके अलावा ट्रंप ने प्रधानमंत्री मोदी से फोन पर भी बात की। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने एक्स पर बताया कि अमेरिकी राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री मोदी को फोन कर पीड़ितों के प्रति अपनी गहरी संवेदना जताई। ट्रंप ने इस जघन्य हमले के दोषियों को इंसाफ के कटघरे में लाने के लिए भारत के प्रति पूरा समर्थन व्यक्त किया।

नेतन्याहू ने कहा-यह बर्बर है…इजराइल भारत के साथ

इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इसे बर्बर हमला बताया है और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ खड़े रहने की बात कही है।

उन्होंने एक्स पर लिखा, ”मेरे दोस्त नरेन्द्र मोदी, जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में बर्बर आतंकी हमले से मैं गहरे तौर पर दुखी हूं, जिसमें दर्जनों निर्दोष लोग मारे गए और घायल हुए हैं। हमारी संवेदनाएं और प्रार्थना पीड़ितों और उनके परिवारों के साथ हैं। आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में इजराइल भारत के साथ खड़ा है।”

यूरोपीय संघ ने कहा-भारत की इच्छा शक्ति अटूट

यूरोपीय संघ की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने इसे ‘घृणित आतंकवादी हमला’ बताया और कहा कि ”भारत की इच्छा शक्ति अटूट” है। उन्होंने एक्स पर लिखा, ”पहलगाम में घृणित आतंकवादी हमले ने कई निर्दोष जानें ले लीं। नरेन्द्र मोदी और शोक मना रहे हर भारतीयों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं। मुझे पता है कि भारत की इच्छा शक्ति अटूट है। आप इस मुश्किल घड़ी में मजबूती के खड़े रहेंगे और यूरोप आपके साथ खड़ा है।”

जर्मनी ने कहा-वह भारत के साथ, ब्रिटेन ने कहा-भयावह

जर्मनी के विदेश मंत्रालय ने इस हमले को बर्बर बताते हुए इसकी निंदा की है। एक्स पर लिखे संदेश में मंत्रालय ने कहा है कि इस मुश्किल घड़ी में जर्मनी भारत के साथ खड़ा है। पीड़ितों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री सर कीर स्टार्मर ने एक्स पर लिखा, ”कश्मीर में हुआ भयानक आतंकवादी हमला बेहद भयावह है। मेरी संवेदनाएं प्रभावित लोगों, उनके प्रियजनों और भारत के लोगों के साथ हैं।”

सऊदी अरब ने कहा-यह आपराधिक कृत्य

सऊदी अरब के विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर इसे ‘आतंकवादी हमला’ बताया और इसकी कड़ी निंदा की। सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने ‘भयानक हमले’ की कड़ी निंदा करते हुए पीड़ितों के प्रति गहरी संवेदना जताई है। यूएई ने भी बयान जारी कर इसे आपराधिक कृत्य बताया और कड़ी निंदा की। यूएई के विदेश मंत्रालय ने भारत सरकार और इस जघन्य हमले के पीड़ितों के परिवारों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना और सहानुभूति व्यक्त की।

ईरान ने आतंकी हमले की निंदा की

नई दिल्ली में ईरान के दूतावास ने एक्स पर बयान जारी कर हमले की कड़ी निंदा की है। बयान के अनुसार, ”नई दिल्ली में स्थित इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान का दूतावास जम्मू कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले की कड़ी निंदा करता है, जिसमें कई निर्दोष लोग मारे गए हैं और घायल हुए हैं।

दूतावास ने पीड़तों और उनके परिवारों के प्रति गहरी संवेदना जताई है। मुस्लिम वर्ल्ड लीग के सेक्रेटरी जनरल शेख मोहम्मद बिन अब्दुलकरीम अल-इसा ने भी भयानक आतंकी हमले में मारे गए लोगों के प्रति संवेदना व्यक्ति की है।

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नई दिल्ली, 23 अप्रैल (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के मद्देनजर विदेशमंत्री डॉ. एस जयशंकर, एनएसए अजीत डोभाल, विदेश सचिव विक्रम मिस्री और अन्य अधिकारियों के साथ संक्षिप्त बैठक की है। इसके बाद वो हाई लेवल मीटिंग करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी आज सुबह ही सऊदी अरब की दो दिवसीय यात्रा को बीच में छोड़कर स्वदेश लौटे हैं।

उन्होंने नई दिल्ली पहुंचते ही सबसे पहले जयशंकर आदि के साथ संक्षिप्त बैठक की। इस बैठक में और क्या-क्या चर्चा हुई, इसका आधिकारिक विवरण अभी नहीं मिल सकता है। इस आतंकी हमले में 26 लोगों की जान गई है। इस बीच जानकारी मिली है कि वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण भी अपनी अमेरिका और पेरू की आधिकारिक यात्रा को बीच में ही समाप्त कर स्वदेश लौट रही हैं।

प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स पर हमले की निंदा करते हुए लिखा, ” जिन लोगों ने अपने प्रियजनों को खो दिया है, उनके प्रति मेरी संवेदनाएं। मैं प्रार्थना करता हूं कि घायल लोग जल्द से जल्द ठीक हो जाएं। प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है। इस जघन्य कृत्य के पीछे जो लोग हैं, उन्हें न्याय के कटघरे में लाया जाएगा। उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। उनका नापाक एजेंडा कभी सफल नहीं होगा। आतंकवाद से लड़ने का हमारा संकल्प अडिग है और यह और भी मजबूत होगा।”

आतंकी हमले के बाद अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने की प्रधानमंत्री मोदी से बातचीत की। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने एक्स पर लिखा- ”राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रधानमंत्री मोदी को फोन किया और जम्मू-कश्मीर में हुए आतंकवादी हमले में निर्दोष लोगों की मौत पर अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की। राष्ट्रपति ट्रंप ने आतंकी हमले की कड़ी निंदा की और इस जघन्य हमले के दोषियों को न्याय के कटघरे में लाने के लिए भारत को पूर्ण समर्थन व्यक्त किया।” अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने एक्स पर लिखा, ”ऊषा और मैं भारत के पहलगाम में हुए दर्दनाक आतंकवादी हमले के पीड़ितों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हैं। पिछले कुछ दिनों में, हम इस देश और इसके लोगों की खूबसूरती से अभिभूत हैं। इस भयावह हमले पर शोक जताते हुए हमारी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं उनके साथ हैं।”

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नई दिल्ली/जेद्दा, 23 अप्रैल (हि.स.)। सऊदी अरब की दो दिन की आधिकारिक यात्रा पर मंगलवार को जेद्दा पहुंचे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में हुए कायराना आतंकी हमले के मद्देनजर स्वदेश लौट आए हैं। इस आतंकी हमले में 26 लोगों की जान गई है। प्रधानमंत्री मोदी आज नई दिल्ली में हाई लेवल मीटिंग कर कठोर फैसला कर सकते हैं। वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण भी अपनी अमेरिका और पेरू की आधिकारिक यात्रा को बीच में ही समाप्त कर स्वदेश लौट रही हैं।

भारत के पहलगाम में आतंकी हमले की खबर मिलते ही जेद्दा में प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स पर निंदा करते हुए लिखा, ” जिन लोगों ने अपने प्रियजनों को खो दिया है, उनके प्रति मेरी संवेदनाएं। मैं प्रार्थना करता हूं कि घायल लोग जल्द से जल्द ठीक हो जाएं। प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है। इस जघन्य कृत्य के पीछे जो लोग हैं, उन्हें न्याय के कटघरे में लाया जाएगा। उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। उनका नापाक एजेंडा कभी सफल नहीं होगा। आतंकवाद से लड़ने का हमारा संकल्प अडिग है और यह और भी मजबूत होगा।” इस बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रात को ही जेद्दा से नई दिल्ली रवाना होने का फैसला किया।

इस हमले से आहत आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर ने कहा कि दुख और गुस्से की इस घड़ी में पूरी दुनिया को एक साथ आकर आतंकवादियों को उनकी असली जगह दिखानी चाहिए। हर समझदार व्यक्ति इसकी निंदा करेगा, लेकिन अब सिर्फ निंदा करना ही काफी नहीं है। कार्रवाई की भी जरूरत है।

आतंकी हमले के बाद अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने की प्रधानमंत्री मोदी से बातचीत की। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने एक्स पर लिखा- ”राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रधानमंत्री मोदी को फोन किया और जम्मू-कश्मीर में हुए आतंकवादी हमले में निर्दोष लोगों की मौत पर अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की। राष्ट्रपति ट्रंप ने आतंकी हमले की कड़ी निंदा की और इस जघन्य हमले के दोषियों को न्याय के कटघरे में लाने के लिए भारत को पूर्ण समर्थन व्यक्त किया।” अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने एक्स पर लिखा, ”ऊषा और मैं भारत के पहलगाम में हुए दर्दनाक आतंकवादी हमले के पीड़ितों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हैं। पिछले कुछ दिनों में, हम इस देश और इसके लोगों की खूबसूरती से अभिभूत हैं। इस भयावह हमले पर शोक जताते हुए हमारी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं उनके साथ हैं।”

इस बीच कश्मीर के पहलगाम में हिंदुओं की हुई लक्षित हत्या के विरोध में आज रियासी को पूरी तरह से बंद रखने और चक्का जाम करने की घोषणा हुई है। जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने पहलगाम आतंकी हमले के बारे में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को जानकारी दी। पहलगाम में पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले के खिलाफ श्रीनगर में मंगलवार रात स्थानीय लोगों ने मोमबत्ती जलाकर विरोध प्रदर्शन किया। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह हमले की खबर मिलते ही कल रात श्रीनगर पहुंचे। वो सीधे राजभवन गए। वहां उन्होंने आईबी प्रमुख और उपराज्यपाल के साथ हाई लेवल मीटिंग की। आज सुबह उनका पहलगाम जाने का कार्यक्रम है।

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नई दिल्ली, 22 अप्रैल (हि.स.)। संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) ने मंगलवार को सिविल सेवा परीक्षा 2024 के अंतिम परिणाम घोषित कर दिए। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज की निवासी शक्ति दुबे ने परीक्षा में टाप किया है जबकि हर्षिता गोयल और डोंगरे अर्चित पराग क्रमश: दूसरे और तीसरे स्थान पर हैं।

यूपीएससी के अनुसार, परिणाम सिविल सेवा परीक्षा के लिखित भाग और व्यक्तित्व परीक्षण के लिए साक्षात्कार पर आधारित हैं, जो जनवरी और अप्रैल 2025 के बीच आयोजित किए गए थे। मेरिट सूची के अनुसार, उम्मीदवारों को भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस), भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस), भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) और केंद्रीय सेवा (ग्रुप ए और ग्रुप बी) की नियुक्ति के लिए अनुशंसित किया गया है।

यूपीएससी के परिणामों के लिए सामान्य, ईडब्ल्यूएस, ओबीसी, एससी और एसटी कोटा की कई श्रेणियों से कुल 1,009 उम्मीदवारों की नियुक्ति के लिए सिफारिश की गई है।

आधिकारिक बयान के अनुसार, सामान्य श्रेणी से 335 उम्मीदवारों को चुना गया है, जबकि ईडब्ल्यूएस कोटे से 109, ओबीसी श्रेणी से 318, एससी श्रेणी से 160 और एसटी श्रेणी से 87 उम्मीदवारों का चयन किया गया है।

विभिन्न सेवाओं में नियुक्तियां उपलब्ध रिक्तियों की संख्या के आधार पर होंगी। आईएएस के तहत 360 रिक्तियां हैं। आईएफएस कैडर में विभिन्न कोटा के तहत 110 रिक्तियां हैं। यूपीएससी के आंकड़ों के अनुसार, आईपीएस में 294 रिक्तियां हैं, केंद्रीय सेवा समूह ‘ए’ में 1,210 रिक्तियां हैं और समूह बी में 284 रिक्तियां हैं। यूपीएससी ने कहा कि 241 अनुशंसित उम्मीदवारों की उम्मीदवारी अनंतिम रखी गई है।

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नई दिल्ली, 22 अप्रैल (हि.स.)। कांग्रेस ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले की निंदा करते हुए कहा है कि सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ पूरा देश एकजुट है।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने मंगलवार को जारी बयान में पहलगाम में पर्यटकों पर हुए कायरतापूर्ण आतंकी हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि पूरा देश सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ़ एकजुट है। भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा सर्वोपरि है और हम भारत सरकार से इसे सुनिश्चित करने के लिए सुधारात्मक उपाय करने का आग्रह करते हैं।

इसे भी पढ़ें: प्रधानमंत्री ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की

कांग्रेस नेता एवं लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने कहा कि कायराना आतंकी हमले में पर्यटकों के मारे जाने और कई लोगों के घायल होने का समाचार बेहद निंदनीय और दिल दहलाने वाला है। उन्होंने शोकाकुल परिवारों के प्रति गहरी संवेदनाएं व्यक्त करते हुए कहा कि आतंक के खिलाफ पूरा देश एकजुट है।

कांग्रेस महासचिव एवं सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि यह आतंकी हमला अत्यंत निंदनीय एवं शर्मनाक कृत्य है। यह पूरी तरह अस्वीकार्य है।

प्रारंभिक समाचारों के अनुसार अनंतनाग जिले के पहलगाम के बैसरन गांव में मंगलवार दोपहर आतंकवादियों ने पर्यटकों के एक समूह पर हमला किया है। हमले में एक शख्स की मौत हो गई, जबकि कम से कम पांच लोग घायल हो गए हैं।

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नई दिल्ली, 22 अप्रैल (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि इस जघन्य कृत्य के पीछे जो लोग हैं, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा।

प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा, “मैं जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा करता हूं। जिन लोगों ने अपने प्रियजनों को खो दिया है, उनके प्रति मेरी संवेदनाएं हैं। मैं प्रार्थना करता हूं कि घायल लोग जल्द से जल्द ठीक हो जाएं। प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है।”

उन्होंने कहा, “इस जघन्य कृत्य के पीछे जो लोग हैं, उन्हें न्याय के कटघरे में लाया जाएगा। उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। उनका नापाक एजेंडा कभी सफल नहीं होगा। आतंकवाद से लड़ने का हमारा संकल्प अडिग है और यह और भी मजबूत होगा।”

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अनंतनाग, 22 अप्रैल (हि.स.)। अनंतनाग जिले के पहलगाम के बैसरन गांव में आज दोपहर आतंकवादियों ने पर्यटकों के एक समूह पर हमला किया गया है। इस हमले में एक शख्स की मौत हो गई, जबकि कम से कम पांच लोग घायल हो गए हैं। सुरक्षा बलों को मौके पर भेज दिया गया है।

एक शीर्ष पुलिस अधिकारी ने बताया कि आतंकवादियों ने आज दोपहर बैसरन गांव में पर्यटकों के एक समूह पर गोलीबारी की। उन्होंने कहा कि घटना में पांच लोग घायल हो गए हैं, जबकि सुरक्षा बल मौके पर पहुंच गए हैं। इस बीच एक स्वास्थ्य अधिकारी ने कहा कि दो घायल व्यक्तियों को पास के अस्पताल में लाया गया है और उनकी हालत स्थिर है। अधिक जानकारी की प्रतीक्षा है।

जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने आज पहलगाम के बैसरन इलाके में यात्रियों के एक समूह पर हुए आतंकी हमले की निंदा की।

एलजी मनोज सिन्हा ने लोगों को आश्वासन दिया कि इस घृणित हमले के पीछे जो लोग हैं, उन्हें सजा जरूर मिलेगी। उन्होंने कहा कि डीजीपी और सुरक्षा अधिकारियों से बात की है। सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस की टीमें इलाके में पहुंच गई हैं और तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने जिला प्रशासन और स्वास्थ्य अधिकारियों को पहलगाम में भर्ती लोगों को तत्काल चिकित्सा सुविधा प्रदान करने का निर्देश दिया है। एलजी ने कहा कि एक घायल पर्यटक को जीएमसी अनंतनाग ले जाया गया है। मैं सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।

इस बीच मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी हमले की निंदा करते हुए कहा कि मैं अविश्वसनीय रूप से स्तब्ध हूं। हमारे आगंतुकों पर यह हमला एक घृणित कार्य है। इस हमले के अपराधी जानवर, अमानवीय और घृणा के पात्र हैं। निंदा के लिए कोई भी शब्द पर्याप्त नहीं है। उन्होंने कहा कि उन्होंने अपनी सहयोगी और मंत्री सकीना इटू से बात की है और वह घायलों के लिए व्यवस्थाओं की देखरेख करने के लिए अस्पताल पहुंच गई हैं। उन्होंने कहा कि मैं तुरंत श्रीनगर वापस आ जाऊंगा।

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नई दिल्ली, 21 अप्रैल (हि.स.)। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को झारखंड में नक्सल उन्मूलन अभियान में एक करोड़ के इनामी सहित आठ माओवादियों को ढेर किए जाने पर सुरक्षा बलों की सराहना करते हुए कहा कि नक्सलवाद को जड़ से उखाड़ने के लिए हमारा अभियान निरंतर जारी है।

केंद्रीय गृह मंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा, “नक्सलवाद को जड़ से उखाड़ने के लिए हमारा अभियान निरंतर जारी है। आज सुरक्षा बलों को नक्सलवाद को जड़ से उखाड़ने के लिए चल रहे अभियान में एक और महत्वपूर्ण सफलता मिली। झारखंड के बोकारो में लुगु हिल्स में मुठभेड़ में 8 माओवादी मारे गए, जिनमें एक शीर्ष स्तर का नक्सली नेता विवेक, जिस पर 1 करोड़ रुपये का इनाम था, और दो अन्य कुख्यात नक्सली शामिल हैं। अभियान जारी है। हमारे सुरक्षा बलों की सराहना करें।”

उल्लेखनीय है कि झारखंड के बोकारो जिले के लुगु पहाड़ क्षेत्र में 209 कोबरा बटालियन, बोकारो पुलिस, झारखंड जगुआर और सीआरपीएफ के एक विशेष संयुक्त अभियान में सुरक्षाबलों को सोमवार को बड़ी सफलता मिली है। मुठभेड़ में मारे गए आठ नक्सलियों के शव बरामद किए जा चुके हैं। इनमें से तीन की शिनाख्त हो चुकी है। मुठभेड़ में मारे गए नक्सलियों में केंद्रीय कमेटी सदस्य एक करोड़ का इनामी विवेक उर्फ प्रयाग मांझी, स्पेशल एरिया कमेटी सदस्य अरविंद यादव और जोनल कमेटी मेंबर 10 लाख का इनामी साहब राम मांझी है। घटनास्थल से चार इंसास राइफल, एक एसएलआर और एक रिवॉल्वर बरामद की गई है।

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नई दिल्ली, 21 अप्रैल (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को 17वें लोकसेवा दिवस के अवसर पर विज्ञान भवन में लोक सेवकों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत आज शासन, पारदर्शिता और नवाचार में नए मानक स्थापित कर रहा है। प्रधानमंत्री ने इस मौके पर लोक प्रशासन में उत्कृष्टता के लिए प्रधानमंत्री पुरस्कार भी प्रदान किए।

प्रधानमंत्री ने कहा कि दुनिया भारत में निवेश करने के लिए उत्साहित है और यह सुनिश्चित करना हमारा काम है कि हम इस अवसर को न खोएं। हमें यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि ब्लॉक एवं जिला स्तर पर कोई लालफीताशाही न हो, तभी हम अपने लक्ष्यों को प्राप्त कर पाएंगे। पिछले 10 वर्षों में देश की सफलता ने विकसित भारत की नींव को मजबूत किया है। शासन की गुणवत्ता इस बात से निर्धारित होती है कि योजनाएं कितनी गहराई तक जनता के बीच पहुंचती हैं और उसका जमीनी स्तर पर कितना वास्तविक प्रभाव हुआ है। हम विभिन्न जिलों में इसका प्रभाव देख रहे हैं, स्कूलों में उपस्थिति बढ़ाने से लेकर सौर ऊर्जा को अपनाने तक, कई जिलों ने अपनी प्रतिबद्धताएं पूरी की हैं और कई को उनके प्रयासों के लिए मान्यता दी गई है।

प्रधानमंत्री ने इस वर्ष के लोकसेवा दिवस को विशेष बताया और कहा कि इस साल संविधान का 75वां वर्ष है और सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती का भी वर्ष है। उन्होंने इस वर्ष के लोकसेवा दिवस की थीम भारत का समग्र विकास तय किये जाने पर भी खुशी जाहिर करते हुए कहा कि यह सिर्फ एक थीम नहीं है, यह राष्ट्र के प्रति हमारी प्रतिबद्धता है। समग्र विकास का मतलब है कि कोई भी परिवार, नागरिक या गांव पीछे न छूटे। वास्तविक प्रगति छोटे बदलावों के बारे में नहीं है, बल्कि बड़े पैमाने पर, सार्थक प्रभाव के बारे में है। हर घर में स्वच्छ पानी होना चाहिए और हर बच्चे को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिलनी चाहिए।

प्रधानमंत्री ने अपने लाल किले से दिए भाषण का स्मरण करते हुए कहा कि आज के भारत को आने वाले एक हजार साल की नींव को मजबूत करना है। एक हिसाब से देखें तो एक हजार साल की सहस्राब्दी में पहले 25 साल बीत गए हैं। ये नई शताब्दी का 25वां साल है और नई सहस्राब्दी का भी 25वां साल है। हम आज जिन नीतियों पर काम कर रहे हैं, जो निर्णय ले रहे हैं, वो अगले एक हजार साल का भविष्य तय करने वाले हैं। विकसित भारत के हमारे सपने को पूरा करने के लिए विकास के रथ के हर पहिए को एकसाथ मिलकर काम करना होगा और हमें अपने सपने को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी।

प्रधानमंत्री ने कहा कि आज हम एक ऐसी दुनिया में जी रहे हैं जो तेजी से बदल रही है। हमारे वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी और नीति-निर्माण पुरानी प्रणालियों पर काम नहीं कर सकते। यही कारण है कि 2014 से ही व्यवस्थागत बदलाव को सक्रिय रूप से आगे बढ़ाया जा रहा है। हम खुद को बहुत तेजी से बदल रहे हैं। भारत का आकांक्षी समाज चाहे वह युवा हो, किसान हो या महिलाएं- अभूतपूर्व सपने और महत्वाकांक्षाएं रखता है। इन आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए हमें उतनी ही अभूतपूर्व गति से प्रगति की आवश्यकता है।

इस मौके पर केंद्रीय कार्मिक, लोक शिकायत एवं पेंशन मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने 2014 में सरकार बनाने के तुरंत बाद हमें अधिकतम शासन, न्यूनतम सरकार का मंत्र दिया था। इन वर्षों में हमने प्रौद्योगिकी का उपयोग करके इसे प्राप्त करने का प्रयास किया है।

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नई दिल्ली, 19 अप्रैल (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अपने सांसद निशिकांत दुबे और दिनेश शर्मा द्वारा न्याय पालिका और देश के मुख्य न्यायाधीश को लेकर दिए गए विवादास्पद बयानों से स्पष्ट रूप से दूरी बना ली है। पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शनिवार देर रात एक्स पर एक पोस्ट जारी कर कहा कि ये दोनों बयान व्यक्तिगत हैं। भाजपा का उनसे कोई संबंध नहीं है और पार्टी ऐसे बयानों का समर्थन नहीं करती है।

जेपी नड्डा ने कहा, “भाजपा सांसद निशिकांत दुबे और दिनेश शर्मा के न्यायपालिका एवं देश के चीफ जस्टिस पर दिए गए बयान पूरी तरह से व्यक्तिगत हैं। भारतीय जनता पार्टी न तो इन बयानों से सहमति रखती है और न ही ऐसे किसी भी बयान का समर्थन करती है। पार्टी इन बयानों को स्पष्ट रूप से खारिज करती है।”

उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि भाजपा ने हमेशा न्यायपालिका का सम्मान किया है और अदालतों के आदेशों एवं सुझावों को सहर्ष स्वीकार किया है। नड्डा ने कहा कि देश की अदालतें, विशेषकर सर्वोच्च न्यायालय, लोकतंत्र के मजबूत स्तंभ हैं और संविधान की रक्षा का आधार हैं।

भाजपा अध्यक्ष ने बताया कि उन्होंने दोनों सांसदों को निर्देशित किया है कि भविष्य में इस प्रकार के बयान न दें। साथ ही उन्होंने सभी पार्टी नेताओं को भी ऐसे बयानों से बचने की सलाह दी है।

इस घटनाक्रम के बाद भाजपा ने यह स्पष्ट संकेत दिया है कि वह संवैधानिक संस्थाओं के सम्मान के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को लेकर गंभीर है।

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