श्रीनगर, 26 अप्रैल (हि.स.)। पाकिस्तान ने कश्मीर घाटी में नियंत्रण रेखा पर अकारण गोलीबारी करके संघर्ष विराम का उल्लंघन किया। इसका भारतीय सेना ने माकूब जवाब दिया।

श्रीनगर स्थित रक्षा अधिकारी ने कहा कि 25-26 अप्रैल की रात को कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पार कई पाकिस्तानी सेना चौकियों द्वारा अकारण गोलीबारी की गई।

उन्होंने कहा कि सेना के जवानों ने भी उचित कार्रवाई कर संघर्ष विराम के उल्लंघन का जवाब दिया। उन्होंने कहा कि इस गोलीबारी में किसी के हताहत होने की कोई सूचना नहीं है।

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श्रीनगर, 26 अप्रैल (हि.स.)। जम्मू-कश्मीर सरकार ने पहलगाम हमले के बाद दक्षिण कश्मीर के पुलवामा, शोपियां और कुलगाम में लश्कर-ए-तैयबा आतंकवादियों के संदिग्ध तीन सहयोगियों के घरों को ध्वस्त कर दिया। इसके साथ ही पिछले 24 घंटों में ध्वस्त किए गए घरों की कुल संख्या पांच हो गई। ताजा कार्रवाई में पुलवामा के अहसान शेख, शोपियां के शाहिद अहमद कुट्टे और कुलगाम के जाहिद अहमद का घर जमींदोज कर दिया गया।

अधिकारियों के अनुसार, अहसान ने पहलगाम हमले में पाकिस्तानी आतंकवादियों को रसद और प्रत्यक्ष सहायता भी प्रदान की थी। कुट्टे और अहमद पर पिछले 3-चार वर्षों से राष्ट्र-विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप है। इससे पहले अधिकारियों ने शुक्रवार को पहलगाम आतंकी हमले में शामिल कश्मीर के दो अन्य अन्य आतंकवादी सहयोगियों आसिफ शेख और आदिल थोकर के घरों को उड़ा दिया था।

हालांकि, अधिकारियों ने यह सुनिश्चित किया कि विध्वंस से पहले परिवार के सदस्य घर खाली कर दें। आसपास की संपत्तियों को होने वाले नुकसान से बचाने के लिए सटीक विस्फोट से घरों को ध्वस्त कर दिया गया। जम्मू-कश्मीर सरकार के एक अधिकारी ने कहा कि इस कार्रवाई का उद्देश्य स्पष्ट रूप से स्थानीय आतंकवाद या आतंकवाद को किसी भी तरह के समर्थन को हतोत्साहित करना है।

यह स्थानीय युवाओं को सख्त चेतावनी है कि अगर वह बंदूक उठाते हैं और आतंकवादी रैंक में शामिल होते हैं तो उनके परिवारों को भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। उनके परिवारों को पासपोर्ट, सरकारी नौकरी और पुलिस मंजूरी सहित सरकारी लाभ और सुविधाओं से भी वंचित किया जाएगा। यह सब केंद्र और जम्मू-कश्मीर प्रशासन की आतंकवाद के खिलाफ जीरो-टॉलरेंस नीति का हिस्सा है।

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– सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी को बांदीपुरा में चल रहे ऑपरेशन के बारे में जानकारी दी गई

बांदीपुरा, 25 अप्रैल (हि.स.)। बांदीपुरा में आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच जारी मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा के शीर्ष कमांडर अल्ताफ लाली को मार गिराया गया है। यह अभियान 26 लोगों की जान लेने वाले हमले में शामिल संदिग्ध लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादियों को मार गिराने के लिए व्यापक सुरक्षा अभियान का हिस्सा है।

आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में शुक्रवार की सुबह विशेष खुफिया जानकारी पर कार्रवाई करते हुए भारतीय सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने बांदीपुरा में एक संयुक्त तलाशी अभियान शुरू किया। इस दौरान आतंकवादियों से संपर्क स्थापित किया गया, जिसके बाद गोलीबारी हुई। शुरुआती गोलीबारी के दौरान एक आतंकवादी घायल हो गया, जिसकी बाद में मौत हो गई। इसी मुठभेड़ में दो पुलिसकर्मी भी घायल हो गए।

इस बीच सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी श्रीनगर पहुंचे, जहां उन्हें बांदीपुरा में चल रहे ऑपरेशन के बारे में जानकारी दी गई। वह स्थिति की व्यापक सुरक्षा समीक्षा करेंगे और पहलगाम आतंकी हमले के पीछे संदिग्ध लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादियों का पता लगाने के उद्देश्य से चलाए जा रहे ऑपरेशन की प्रगति का आकलन करेंगे।

एक अन्य घटनाक्रम में पहलगाम हमले में शामिल माने जा रहे दो आतंकवादियों के घरों को शुक्रवार को सुरक्षाबलों और जम्मू-कश्मीर के अधिकारियों ने नष्ट कर दिया। बिजबिहाडा में लश्कर के आतंकवादी आदिल हुसैन थोकर के घर को आईईडी का इस्तेमाल करके उड़ा दिया गया, जबकि त्राल में आसिफ शेख के घर को बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया गया। माना जाता है कि आदिल थोकर ने पाकिस्तानी आतंकवादियों को बैसरन घाटी में हमले की योजना बनाने और उसे अंजाम देने में अहम भूमिका निभाई थी, जिसमें 26 लोग मारे गए थे।

अनंतनाग पुलिस ने थोकर और हमले को अंजाम देने वाले दो पाकिस्तानी नागरिकों अली भाई और हाशिम मूसा के बारे में जानकारी देने वाले को 20 लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की है। सुरक्षा बलों ने हमलावरों की तलाश के लिए बड़े पैमाने पर अभियान शुरू किए जाने के बाद तीनों के स्केच भी जारी किए गए हैं। माना जा रहा है कि हमलावरों की संख्या 4-5 थी, जो मंगलवार को बैसरन घाटी के आसपास के घने देवदार के जंगल से निकले और पर्यटकों पर एके-47 राइफलों से अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। कुछ जीवित बचे लोगों ने बताया कि सेना की वर्दी पहने आतंकवादियों ने धर्म की पुष्टि के लिए पहचान-पत्रों की जांच की और गैर-मुस्लिमों के रूप में पहचाने जाने वालों को गोली मार दी।

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नई दिल्ली, 25 अप्रैल (हि.स.)। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के मद्देनजर देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों से टेलीफोन पर बात की है।

सूत्रों ने बताया कि चर्चा के दौरान अमित शाह ने सभी मुख्यमंत्रियों से अपने-अपने राज्यों में सभी पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान करने और उनकी शीघ्र पाकिस्तान वापसी सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाने को कहा है।

उल्लेखनीय है कि पहलगाम आतंकवादी हमले के मद्देनजर भारत ने 23 अप्रैल को सुरक्षा मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीएस) की बैठक में किए गए निर्णयों के क्रम में भारत सरकार ने पाकिस्तानी नागरिकों के लिए वीजा सेवाएं तत्काल प्रभाव से निलंबित करने का निर्णय किया है।

विदेश मंत्रालय के अनुसार भारत द्वारा पाकिस्तानी नागरिकों को जारी किए गए सभी मौजूदा वैध वीजा 27 अप्रैल से रद्द कर दिए गए हैं। पाकिस्तानी नागरिकों को जारी किए गए मेडिकल वीजा केवल 29 अप्रैल तक वैध रहेंगे। वर्तमान में भारत में मौजूद सभी पाकिस्तानी नागरिकों को संशोधित वीजा की अवधि समाप्त होने से पहले भारत छोड़ना होगा। इसी क्रम में पाकिस्तान में रह रहे भारतीयों को जल्द से जल्द स्वदेश लौटने को कहा गया है।

विदेश मंत्रालय ने भारतीय नागरिकों को पाकिस्तान की यात्रा करने से बचने की सख्त सलाह दी है। साथ ही वर्तमान में पाकिस्तान में मौजूद भारतीय नागरिकों को भी जल्द से जल्द भारत लौटने की सलाह दी है।

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नई दिल्ली, 25 अप्रैल (हि.स.)। अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो ) के पूर्व अध्यक्ष और प्रख्यात अंतरिक्ष वैज्ञानिक डॉ. के. कस्तूरीरंगन का निधन हो गया है। उन्होंने शुक्रवार को 84 वर्ष की आयु में बेंगलुरु में अंतिम सांस ली। वह पिछले कुछ समय से अस्वस्थ चल रहे थे।

डॉ. कस्तूरीरंगन का योगदान भारत की अंतरिक्ष वैज्ञानिक उपलब्धियों में बेहद अहम रहा है। वे 1994 से 2003 तक इसरो के अध्यक्ष रहे। इस दौरान उन्होंने कई महत्वपूर्ण उपग्रह प्रक्षेपण कार्यक्रमों का नेतृत्व किया।

डॉ. कृष्णास्वामी कस्तूरीरंगन योजना आयोग के सदस्य रहे। उन्होंने 27 अगस्त, 2003 को अपना कार्यालय छोड़ने से पहले, अंतरिक्ष आयोग के भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के अध्यक्ष और अंतरिक्ष विभाग में भारत सरकार के सचिव के रूप में 9 वर्षों से अधिक समय तक भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम को शानदार ढंग से आगे बढ़ाया। इससे पहले इसरो उपग्रह केंद्र के निदेशक रहे, जहां उन्होंने नई पीढ़ी के अंतरिक्ष यान, भारतीय राष्ट्रीय उपग्रह (इन्सैट-2) और भारतीय सुदूर संवेदन उपग्रह (आई.आर.एस.-1ए और 1बी) के साथ-साथ वैज्ञानिक उपग्रहों के विकास से संबंधित गतिविधियों का पर्यवेक्षण किया।

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कोलकाता, 25 अप्रैल (हि.स.)। पहलगाम आतंकी हमले के बीच एक और चिंताजनक खबर सामने आई है। पश्चिम बंगाल के हुगली जिले के रिषड़ा के रहने वाले बीएसएफ जवान पूर्णम कुमार साउ को पाकिस्तान सेना ने हिरासत में ले लिया है।

बीएसएफ के कोलकाता स्थित पूर्वी कमान मुख्यालय के एक शीर्ष अधिकारी ने समाचार एजेंसी हिन्दुस्थान समाचार को बताया कि जवान के घर में मातम पसरा है। उनकी मां देवंती देवी बार-बार एक ही बात दोहरा रही हैं-“मेरा बेटा सही-सलामत घर लौट आए।”पूर्णम कुमार साउ की पंजाब के फिरोजपुर सेक्टर में तैनाती है। बुधवार को वह ड्यूटी के दौरान गलती से सीमा पार कर पाकिस्तान में प्रवेश कर गए। इसके बाद पाकिस्तान के जवानों उन्हें पकड़ लिया।

गुरुवार को यह सूचना उनके परिवार तक पहुंची। जवान की पत्नी रजनी साउ ने बताया, “हमें उनके एक साथी से यह जानकारी मिली कि ड्यूटी पर रहते हुए उन्हें पकड़ा गया है।

मंगलवार की रात उनकी मुझसे बात हुई थी। वह 17 वर्ष से बीएसएफ में हैं। हम चाहते हैं कि उन्हें जल्द से जल्द वापस लाया जाए। “शीर्ष अधिकारी के अनुसार, बीएसएफ के उच्च अधिकारियों ने इसे गंभीरता से लेते हुए पाकिस्तान के अधिकारियों से फ्लैग मीटिंग शुरू की है। जवान की सुरक्षित वापसी के प्रयास तेज कर दिए गए हैं।

परिजनों ने केंद्र सरकार से अपील की है कि वह हरसंभव प्रयास कर पूर्णम कुमार साउ को सुरक्षित भारत वापस लाए। पड़ोसी भी इस घटना से आक्रोशित हैं और जवान की वापसी की मांग कर रहे हैं।

इस घटना से ठीक पहले जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले में कई निर्दोषों की जान गई। इसके बाद देशभर में आक्रोश है। बीएसएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि केंद्र सरकार के अधिकारी पाकिस्तान के संपर्क में हैं और जवान की रिहाई के लिए कूटनीतिक प्रयास जारी हैं।

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जौनपुर, 24 अप्रैल (हि.स.)। जम्मू एवं कश्मीर के पहलगाम में हुई आतंकी घटना से जुड़े मामले में मॉडल एकता तिवारी ने गुरुवार को पत्रकार वार्ता कर बड़ा खुलासा किया। उन्होंने बताया कि जिन आतंकियों का स्केच जारी हुआ है। इनमें एक व्यक्ति खच्चर वाला है जिनके साथ उनकी तीखी बहस हुई थी। इस दौरान उन्होंने उनकी फोटो और वीडियो भी बनायी थी, जो उनके पास है।

एकता तिवारी ने पत्रकारों को बताया कि 13 अप्रैल को भाई समेत 20 लोगों के साथ जम्मू एवं कश्मीर गई थी। 20 अप्रैल को पहलगाम गए। इस दौरान एक खच्चर वाला आया जिसका चेहरा 22 अप्रैल को हुई आतंकी घटना में शामिल आतंकियों के एक साथी से मिल रही है। उन्होंने बताया कि 20 अप्रैल को ही यह घटना हो जाती लेकिन बारिश और ओले पड़ने की वजह से नहीं हुई।

एकता ने बताया कि 20 अप्रैल को पहलगाम में खच्चरों पर सवार होकर जा रहे ग्रुप के पास संदिग्ध युवक आया जाे अपने आपकाे खच्चर वाला बताया। उसने एकता से उनके धर्म और ग्रुप में हिंदू-मुस्लिम यात्रियों की संख्या के बारे में पूछा। इस पर उन्होंने बताया कि वह अकेली हिंदू हैं और बाकी सब मुस्लिम हैं। इस दौरान आतंकी के पास एक कॉल आयी तो उसने अपने मोजे से फाेन निकालकर कोड में बात की। उसने फोन पर बात कर रहे दूसरे आतंकी से कहा कि प्लान ए फेल हो गया है और प्लान बी के तहत 35 बंदूकें खच्चर के साथ घाटी पहुंचा दी हैं। फोन कट करके फिर से मोजे में रख लिया।

एकता ने बताया कि आतंकी ने कहा कि वो कुरान पढ़े, इसको लेकर उसकी बहस भी हुई थी। मेरा उन लोगों से झगड़ा हो गया। मेरे साथ बदसलूकी की गई। एकता के भाई आयुष्मान तिवारी ने बताया कि वह रुद्राक्ष की माला पहने हुए था तो खच्चर वाले ने पूछा ये क्या ह ैऔर इससे क्या होता है। मैने उससे बताया कि इसको पहनने से उसे इनर्जी मिलती है तो खींचकर नदी की ओर ले गया और कहा कि अब दिखाओ एनर्जी। हम लोग किसी तरह से बचकर आए हैं।

एकता ने बताया कि माहौल को देखकर वो भांप गयी और फौरन आगे चल रहे पति को इशारे से रोका और स्थिति बताई। सभी यात्री तुरंत वापस लौटने को तैयार हो गए। इस दौरान खच्चर चालक और उनके साथी नाराज हो गए। यात्रियों से उनकी झड़प भी हुई। यात्री किसी तरह वहां से सुरक्षित लौट आए। भगवान का शुक्रगुजार है।

मॉडल ने बताया कि सुरक्षा एजेंसियों द्वारा जारी जारी स्केच में एक आतंकवादी का चेहरा यात्रियों के साथ हुई झड़प के दौरान खींची गई फोटो से मिलता है। एकता ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर इसकी सूचना दी लेकिन दो मिनट 30 सेकंड की बातचीत के बाद भी सरकार ने अब तक उनसे कोई जानकारी नहीं ली। एकता का कहना है कि वहां सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम नहीं थे, जिसकी वजह से यह घटना हुई।

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नई दिल्ली, 24 अप्रैल (हि.स.)। पहलगाम आतंकी हमले के मद्देनज़र एआईएमआईएम के नेता और सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने देश के मुसलमानों से एक विशेष अपील की है। उन्होंने कहा है कि शुक्रवार को नमाज़-ए-जुम्मा अदा करने वाले अपनी बांह पर काली पट्टी बांधकर जाएं।

एक एक्स पोस्ट में ओवैसी ने कहा कि इससे एक स्पष्ट संदेश दिया जा सकेगा कि भारतीय मुसलमान विदेशी ताक़तों को देश की शांति और एकता को नुकसान नहीं पहुंचाने देंगे।

ओवैसी ने कहा, “इस हमले की वजह से कुछ शर-पसंद ताक़तों को हमारे कश्मीरी भाइयों को निशाना बनाने का मौक़ा मिल गया है। मैं तमाम भारतीयों से अपील करता हूँ कि वो दुश्मनों की इस चाल में न फँसें। हम सबको मिलकर देश की एकता और भाईचारे को मजबूत करना है।”

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नई दिल्ली, 24 अप्रैल (हि.स.)। जम्मू-कश्मीर में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने एक स्वर में आतंकवाद के खिलाफ कड़ा रुख दिखाया है। इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से फोन पर बातचीत की और आतंकवाद के खिलाफ मजबूती से भारत के साथ खड़े होने का संकल्प दोहराया। जार्डन के किंग और जापान के प्रधानमंत्री ने भी फोन कर हमले में हुई मौतों पर शोक व्यक्त किया है।

इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने भारत के लोगों और पीड़ित परिवारों के साथ एकजुटता व्यक्त की। उन्होंने भारतीय धरती पर हुए आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने हमले की कड़ी निंदा की और भारतीयों के साथ पूर्ण समर्थन और एकजुटता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि इस तरह की बर्बरता पूरी तरह से अस्वीकार्य है। इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने इस हमले की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में उनके देश का पूर्ण समर्थन व्यक्त किया।

जापान के प्रधानमंत्री शिगेरु इशिबा ने फोन पर प्रधानमंत्री मोदी से जम्मू-कश्मीर में हुए हालिया आतंकी हमले में हुई मौतों पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि आतंकवाद को किसी भी परिस्थिति में न्यायोचित नहीं ठहराया जा सकता। दोनों नेताओं ने आतंकवाद को मानवता के लिए गंभीर खतरा बताया और इस बात पर जोर दिया कि लोकतंत्र में विश्वास रखने वाले सभी देशों को आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होकर संघर्ष करना चाहिए।

जार्डन के किंग अब्दुल्ला इब्न अल-हुसैन ने निर्दोष लोगों की मौत पर गहरी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने इस बात पर सहमति जताई है कि आतंक के हर रूप की निंदा की जानी चाहिए और इसे किसी भी तरह से उचित नहीं ठहराया जा सकता।

वहीं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इन नेताओं के साथ बातचीत के दौरान हमले की पृष्ठभूमि, इसके ‘सीमापार चरित्र’ और आतंकवादी संगठनों की भूमिका पर जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि यह हमला किस तरह निर्दोष नागरिकों को निशाना बनाने के उद्देश्य से किया गया था और इसमें विदेशी तत्वों की संलिप्तता के संकेत मिले हैं। प्रधानमंत्री ने भारत की ओर से यह स्पष्ट संदेश दिया कि ऐसी कायरतापूर्ण घटनाओं का करारा जवाब दिया जाएगा और दोषियों को न्याय के कठघरे तक पहुंचाने के लिए हर आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।

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– घाटी में और नियंत्रण रेखा पर सैन्य आतंकवाद विरोधी उपायों के बारे में जानकारी दी जाएगी

नई दिल्ली, 24 अप्रैल (हि.स.)। भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी पहलगाम हमले के मद्देनजर सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करने के लिए शुक्रवार को श्रीनगर का दौरा करेंगे। पहलगाम में आतंकवादी हमले के एक दिन बाद जम्मू-कश्मीर के उधमपुर के बसंतगढ़ में आतंकवादियों के साथ हुई मुठभेड़ में एक सैनिक का सर्वोच्च बलिदान हुआ है। सेना प्रमुख को शीर्ष कमांडर घाटी में और नियंत्रण रेखा पर सैन्य आतंकवाद विरोधी उपायों के बारे में जानकारी देंगे। इस दौरान 15 कोर कमांडर और राष्ट्रीय राइफल्स के अन्य कमांडर मौजूद रहेंगे।

पहलगाम में पर्यटकों पर आतंकवादी हमले के बाद बुधवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बैठक करके जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति से जुड़े सभी मुद्दों पर चर्चा की है। बैठक में सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने उन्हें पहलगाम और पूरे जम्मू कश्मीर की सुरक्षा स्थिति की जानकारी दी। उन्होंने बताया था कि सुरक्षाबलों को अलर्ट कर दिया गया है और आतंकियों को पकड़ने के लिए सर्च अभियान जारी है। इसके बाद शाम को हुई सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (सीसीएस) की बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पहलगाम हमले को लेकर जानकारी दी।

पहलगाम में आतंकवादी हमले के एक दिन बाद तलाशी अभियान के दौरान दक्षिण कश्मीर के कुलगाम जिले के तंगमर्ग इलाके में सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ शुरू हुई। इलाके में आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में विशेष इनपुट मिलने के बाद सुरक्षाबलों ने तंगमर्ग की घेराबंदी की। जैसे ही सुरक्षाबल संदिग्ध स्थान पर पहुंचे छिपे हुए आतंकवादियों ने सुरक्षाबलों पर गोलीबारी शुरू कर दी​, जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई। इसी तरह जम्मू-कश्मीर के उधमपुर के बसंतगढ़ में आज आतंकवादियों के साथ हुई मुठभेड़ में एक सैनिक का सर्वोच्च बलिदान हुआ है।

​सेना ने आज एक बयान में कहा कि विशिष्ट खुफिया सूचना के आधार पर उधमपुर के बसंतगढ़ में जम्मू​-कश्मीर पुलिस के साथ संयुक्त अभियान चलाया​ गया। गोलीबारी के दौरान हवलदार झंटू अली शेख गंभीर रूप से घायल हो गए और बाद में उन्होंने अपने कर्तव्य का पालन करते हुए सर्वोच्च बलिदान दिया।​ सेना प्रमुख जनरल द्विवेदी और भारतीय सेना के सभी रैंक​ ने बहादुर हवलदार झंटू अली शेख की अटूट बहादुरी और सर्वोच्च बलिदान को सलाम ​किया है। ​सेना ने कहा कि उनका अदम्य साहस हमेशा हमारे दिलों में अंकित रहेगा और भारतीय सेना दुख की इस घड़ी में उनके परिवार के साथ खड़ी है।

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मधुबनी: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को बिहार के मधुबनी में एक जनसभा के दौरान कहा कि पहलगाम हमले में शामिल आतंकियों और साजिशकर्ताओं को उनकी कल्पना से परे सजा दी जाएगी।

प्रधानमंत्री ने कहा कि 22 अप्रैल को जम्मू कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों ने मासूम देशवासियों को जिस बेरहमी से मारा है उससे पूरा देश व्यथित है। सभी पीड़ित परिवारों के इस दुख में पूरा देश उनके साथ खड़ा है। जिन परिवारजनों का अभी इलाज चल रहा है, वे जल्द स्वस्थ हों, इसके लिए भी सरकार हर प्रयास कर रही है।

उन्होंने कहा कि ये हमला सिर्फ निहत्थे पर्यटकों पर नहीं हुआ है, देश के दुश्मनों ने भारत की आस्था पर हमला करने का दुस्साहस किया है। इस आतंकी हमले में किसी ने अपना बेटा खोया, किसी ने अपना भाई और किसी ने अपना जीवनसाथी खोया है। उनमें से कोई बांग्ला बोलता था, कोई कन्नड़ बोलता था, कोई ओड़िया, कोई मराठी था, कोई गुजराती था, कोई यहां बिहार का लाल था। आज उन सभी की मृत्यु पर कारगिल से कन्याकुमारी तक हमारा दुःख और आक्रोश एक जैसा है।

प्रधानमंत्री ने कड़े शब्दों में कहा कि देश के दुश्मनों ने भारत की आत्मा पर हमला करने का दुस्साहस किया है। मैं बहुत स्पष्ट शब्दों में कहना चाहता हूं जिन्होंने ये हमला किया है, उन आतंकियों को और इस हमले की साजिश रचने वालों को उनकी कल्पना से भी बड़ी सजा मिलेगी। उन्होंने कहा, “मैं पूरी दुनिया से कहता हूं कि भारत हर आतंकी और उनके समर्थकों की पहचान करेगा, उन्हें ट्रैक करेगा और उन्हें दंडित करेगा।“

उन्होंने कहा कि आतंकवाद को सजा मिले, यह सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा। पूरा देश इस संकल्प पर अडिग है। उन्होंने कहा कि 140 करोड़ भारतीयों की इच्छाशक्ति अब आतंक के आकाओं की कमर तोड़कर रहेगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि मानवता में विश्वास रखने वाला हर व्यक्ति हमारे साथ है। प्रधानमंत्री ने विभिन्न देशों और नेताओं का आभार व्यक्त किया जो इस मुश्किल समय में भारत के साथ खड़े हैं।

प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय पंचायत राज दिवस के इस कार्यक्रम में 13,480 करोड़ रुपये लागत की विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज यहां बिहार के विकास से जुड़े हजारों करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट्स का उद्घाटन और शिलान्यास हुआ है। बिजली, रेल, इंफ्रास्ट्रक्चर के इन विभिन्न कार्यों से बिहार में रोजगार के नए मौके बनेंगे।

प्रधानमंत्री ने इस मौके पर राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि दी।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को बिहार के मधुबनी में आयोजित एक कार्यक्रम में अपने संबोधन की शुरुआत से पहले पहलगाम के आतंकी हमले में प्राण गंवाने वाले लोगों को श्रंद्धाजलि देने के लिए एक मिनट का मौन रखा।

प्रधानमंत्री ने कहा कि अपनी बात प्रारंभ करने से पहले मैं आप सबसे प्रार्थना करना चाहता हूं, आप जहां हैं वहीं अपने स्थान पर बैठकर ही 22 अप्रैल को जिन परिवारजनों को हमने खोया है, उनको श्रद्धाजंलि देने के लिए हम कुछ पल का मौन रखेंगे।

प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय पंचायत राज दिवस के इस कार्यक्रम में 13,480 करोड़ रुपये लागत की विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज यहां बिहार के विकास से जुड़े हजारों करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट्स का उद्घाटन और शिलान्यास हुआ है। बिजली, रेल, इंफ्रास्ट्रक्चर के इन विभिन्न कार्यों से बिहार में रोजगार के नए मौके बनेंगे।

प्रधानमंत्री ने इस मौके पर राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि दी।

 

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पुंछ, 24 फरवरी (हि.स.)। सुरक्षाबलों ने वीरवार को जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा के पास कई जगहों पर तलाशी अभियान चलाया है।

अधिकारियों ने बताया कि संदिग्ध गतिविधि की सूचना मिलने पर स्थानीय पुलिस के विशेष अभियान समूह और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवानों ने गुरसाई में फमरनार, कीकर मोड़, जबदान गली और हरनी तथा मेंढर में ब्रेला और कसबालाड़ी, सुरनकोट में बाफलियाज जंगल की संयुक्त रूप से घेराबंदी की है। उन्होंने बताया कि तलाशी अभियान फिलहाल जारी है।

इस बीच सुरक्षाबलों ने जम्मू-राजौरी-पुछ राजमार्ग 144 पर सतर्कता बढ़ा दी है।राजौरी यातायात पुलिस अधिकारी अहमद दीन ने कहा कि हम स्थानीय कारों की जांच कर उनके लाइसेंस की जांच कर रहे हैं। हम लोडेड ट्रक को अनुमति नहीं दे रहे हैं क्योंकि इससे जाम लग सकता है। यातायात पुलिस, जिला पुलिस और सेना भी हमारी मदद कर रही है। चौबीसों घंटे नाके लगे हुए हैं।

सुरक्षाबलों ने पिछले कुछ हफ्तों में जम्मू क्षेत्र में आतंकवाद विरोधी अभियान तेज कर दिया है ताकि उन आतंकवादियों को मार गिराया जा सके जो पिछले साल सीमा पार से इस तरफ घुसने में कामयाब रहे हैं और माना जाता है कि वह ऊंचे इलाकों में घने जंगलों में छिपे हुए हैं।

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