हरिद्वार जमीन घोटाला: दो आईएएस और एक पीसीएस अफसर समेत कुल 12 कर्मी सस्पेंड

देहरादून:  प्रदेश की धामी सरकार ने हरिद्वार में 54 करोड़ के जमीन घोटाले में बड़ी कार्रवाई की है। मामले में दो आईएएस, एक पीसीएस अफसर समेत कुल 12 कर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है। इसी के साथ अब विजिलेंस जमीन घोटाले की जांच करेगी।

हरिद्वार नगर निगम की ओर से कूड़े के ढेर के पास स्थित अनुपयुक्त और सस्ती कृषि भूमि को 54 करोड़ रुपये में खरीदने के मामले ने राज्यभर में हलचल मचा दी थी। न तो भूमि की वास्तविक आवश्यकता थी, न ही पारदर्शी बोली प्रक्रिया अपनाई गई। शासन के स्पष्ट नियमों को दरकिनार कर एक ऐसा सौदा किया गया जो हर स्तर पर संदेहास्पद था। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच कराई और रिपोर्ट मिलते ही तीन बड़े अफसरों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की।

जिन अधिकारियों पर कार्रवाई की गई, उनमें हरिद्वार के जिलाधिकारी कर्मेन्द्र सिंह, पूर्व नगर आयुक्त वरुण चौधरी और एसडीएम अजयवीर सिंह शामिल हैं। इन तीनों अधिकारियों को वर्तमान पद से हटाया गया है और शासन स्तर पर आगे की विभागीय और दंडात्मक कार्रवाई प्रारंभ कर दी गई है। इसके साथ ही निकिता बिष्ट (वरिष्ठ वित्त अधिकारी, नगर निगम हरिद्वार), विक्की (वरिष्ठ वैयक्तिक सहायक), राजेश कुमार (रजिस्ट्रार कानूनगों), कमलदास (मुख्य प्रशासनिक अधिकारी, तहसील हरिद्वार) को भी जमीन घोटाले में संदिग्ध पाए जाने पर तुरंत प्रभाव से निलंबित किया है।

अब तक हुई कार्रवाई

जांच अधिकारी नामित करने के बाद इस घोटाले में नगर निगम के प्रभारी सहायक नगर आयुक्त रविंद्र कुमार दयाल, प्रभारी अधिशासी अभियंता आनंद सिंह मिश्रवाण, कर एवं राजस्व अधीक्षक लक्ष्मीकांत भट्ट व अवर अभियंता दिनेश चंद्र कांडपाल को प्रथम दृष्टया दोषी पाए जाने पर निलंबित कर दिया गया था। संपत्ति लिपिक वेदवाल का सेवा विस्तार भी समाप्त कर दिया गया था। सेवानिवृत्ति के बाद उन्हें सेवा विस्तार दिया गया था। उनके खिलाफ सिविल सर्विसेज रेगुलेशन के अनुच्छेद 351(ए) के प्रावधानों के तहत अनुशासनिक कार्रवाई के लिए नगर आयुक्त को निर्देश दिए गए थे।अब इस पूरे मामले की जांच विजिलेंस विभाग को सौंपी गई है।

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नई दिल्ली, 02 जून (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज शाम यहां वैश्विक विमानन सीईओ को संबोधित करने वाले हैं। वो शाम लगभग पांच बजे भारत मंडपम में अंतरराष्ट्रीय वायु परिवहन संघ (आईएटीए) की 81वीं वार्षिक आम बैठक (एजीएम) में हिस्सा लेंगे।

इस एजीएम में प्रधानमंत्री मोदी की प्रतिबद्धता के अनुरूप विश्वस्तरीय हवाई अवसंरचना विकसित करने और कनेक्टिविटी बढ़ाने पर भी चर्चा होनी है। भारत सरकार के पत्र एवं सूचना कार्यालय (पीआईबी) ने एजीएम की पूर्व संध्या पर जारी विज्ञप्ति में यह जानकारी दी है।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने भी अपने एक्स हैंडल में प्रधानमंत्री के आज के कार्यक्रम को साझा किया है। इसमें कहा गया है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दो जून को विश्व वायु परिवहन शिखर सम्मेलन के पूर्ण सत्र में भाग लेंगे। पीआईबी की विज्ञप्ति के अनुसार, आईएटीए की 81वीं वार्षिक आम बैठक और विश्व वायु परिवहन शिखर सम्मेलन (डब्ल्यूएटीएस) का समापन तीन जून को होगा।

भारत में पिछली वार्षिक आम बैठक 42 साल पहले 1983 में आयोजित की गई थी। इसमें शीर्ष वैश्विक विमानन उद्योग के प्रतिनिधियों, सरकारी अधिकारियों और अंतरराष्ट्रीय मीडिया प्रतिनिधियों सहित 1,600 से अधिक प्रतिभागी शामिल हुए थे। विश्व वायु परिवहन शिखर सम्मेलन विमानन उद्योग के समक्ष आने वाले प्रमुख मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करेगा। इनमें एयरलाइन उद्योग की अर्थव्यवस्था, हवाई संपर्क, ऊर्जा सुरक्षा, सतत विमानन ईंधन उत्पादन, वित्तपोषण डीकार्बोनाइजेशन, नवाचार आदि शामिल हैं। दुनिया भर के विमानन प्रतिनिधि और मीडिया प्रतिनिधि विमानन परिदृश्य में भारत के उल्लेखनीय परिवर्तन और देश के सामाजिक-आर्थिक विकास में इसके योगदान के भी साक्षी बनेंगे।

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भद्रवाह 1 जून हि.स.। ऑपरेशन सद्भावना के तहत एक दयालु आउटरीच प्रयास में भद्रवाह में स्थित भारतीय सेना की राष्ट्रीय राइफल्स इकाई ने जम्मू और कश्मीर के भद्रवाह के उच्च ऊंचाई वाले घास के मैदानों में रहने वाले आदिवासी खानाबदोशों के लिए एक निःशुल्क चिकित्सा और पशु चिकित्सा शिविर का आयोजन किया। यह शिविर समुद्र तल से 7,850 फीट की ऊंचाई पर स्थित जय घाटी में आयोजित किया गया था।

इस पहल का उद्देश्य बुनियादी सुविधाओं से वंचित क्षेत्रों में रहने वाले समुदायों को आवश्यक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना है।

हर साल अपने पशुओं के साथ ऊपरी इलाकों में प्रवास करने वाले 300 से अधिक आदिवासियों को सेना और एसडीएच भद्रवाह के डॉक्टरों और पशु चिकित्सा विशेषज्ञों की टीम से चिकित्सा देखभाल और मुफ्त दवाइयाँ मिलीं. अधिकारियों ने कहा कि यह पहल स्थानीय आबादी के साथ अपने संबंधों को मजबूत करने और कठिन इलाकों में रहने वाले हाशिए पर पड़े समूहों के कल्याण को सुनिश्चित करने के लिए सेना के निरंतर प्रयासों का हिस्सा है। भारतीय सेना सभी नागरिकों, खासकर दूरदराज के इलाकों में रहने वाले लोगों की भलाई के लिए प्रतिबद्ध है। ऑपरेशन सद्भावना के तहत हमारा लक्ष्य बुनियादी सेवाओं में अंतर को पाटना और शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व का समर्थन करना है।

स्थानीय लोगों ने आभार व्यक्त किया

स्थानीय लोगों ने आभार व्यक्त किया और क्षेत्र में समर्थन और आश्वासन के स्रोत के रूप में सेना की निरंतर उपस्थिति पर प्रकाश डाला। एक आदिवासी करीम ने कहा कि हम उन सैनिकों के आभारी हैं जो न केवल आपूर्ति के साथ बल्कि देखभाल और करुणा के साथ इन पहाड़ों में आते हैं।एक अन्य आदिवासी रहमान अली ने कहा कि ऊंचे-ऊंचे घास के मैदान अक्सर बुनियादी सेवाओं से कटे रहते हैं। सेना हमारे साथ है। हम सुरक्षित महसूस करते हैं और हम खुश हैं। हम यहां इस चिकित्सा शिविर का आयोजन करने के लिए सेना के आभारी हैं। रहमान ने कहा कि हमें यहां बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ा। इस इलाके में कोई अस्पताल या डिस्पेंसरी नहीं है। लेकिन आज भारतीय सेना ने इन पहाड़ों में एक मेडिकल कैंप स्थापित किया है। इससे हमें बहुत मदद मिली हमारी स्वास्थ्य जांच हुई और दवाइयां मुफ्त में दी जा रही हैं। हम भारतीय सेना के आभारी हैं।

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कूचबिहार, 30 मई (नि.सं)। पश्चिम बंगाल के कूचबिहार जिले के दिनहाटा से पुलिस ने 28 बांग्लादेशी घुसपैठियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए बांग्लादेशियों में 11 पुरुष, 8 महिलाएं और 9 बच्चे शामिल हैं। सभी बांग्लादेशियों को गुरुवार देर रात दिनहाटा स्टेशन संलग्न इलाके से गिरफ्तार किया गया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, ये दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के विभिन्न ईंट भट्ठों में काम करते थे। जैसे ही अवैध घुसपैठियों की तलाश में उन जगहों पर पुलिस अभियान चलाया गया, ये अपने देश लौटने की फिराक में थे। ये अवैध घुसपैठिए बिहार के गया में एक ईंट भट्टे में काम करने लगे.लेकिन वहां भी पुलिस की सक्रियता बढ़ने पर ये कूचबिहार संलग्न कंटीले तार वाले सीमा क्षेत्र के रास्ते अपने देश यानी बांग्लादेश लौटने की फिराक में थे। इससे पहले दिनहाटा स्टेशन संलग्न इलाके से पुलिस ने देर रात अभियान चलाकर बांग्लादेशियों को गिरफ्तार कर लिया। दिनहाटा थाने की पुलिस आगे की कार्रवाई में जुट गई है।

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नई दिल्ली, 30 मई (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 31 मई को मध्य प्रदेश के भोपाल में लोकमाता देवी अहिल्या बाई महिला सशक्तिकरण महासम्मेलन में भाग लेंगे। इस अवसर पर, वे कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे और एक सार्वजनिक समारोह को संबोधित करेंगे।

300 रुपये का सिक्का अहिल्या बाई का चित्र प्रदर्शित करेगा

प्रधानमंत्री लोकमाता देवी अहिल्या बाई पर एक स्मारक डाक टिकट और विशेष सिक्का जारी करेंगे। 300 रुपये का सिक्का अहिल्या बाई का चित्र प्रदर्शित करेगा। इसके अलावा, वे एक महिला कलाकार को राष्ट्रीय देवी अहिल्या बाई पुरस्कार प्रदान करेंगे, जिन्होंने जनजातीय, लोक और पारंपरिक कला में योगदान दिया है।

 

प्रधानमंत्री दतिया और सतना हवाई अड्डों का उद्घाटन करेंगे

प्रधानमंत्री शिप्रा नदी पर 860 करोड़ रुपये से अधिक की घाट निर्माण परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे। ये परियोजनाएं 2028 में होने वाले सिंहस्थ महाकुंभ से संबंधित हैं। वो दतिया और सतना हवाई अड्डों का उद्घाटन करेंगे। इससे उद्योग, पर्यटन, शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र में नए अवसर खुलेंगे।इसके साथ ही, इंदौर मेट्रो के सुपर प्रायोरिटी कॉरिडोर पर यात्री सेवाएं भी शुरू होंगी। यह यातायात और प्रदूषण को कम करने में मदद करेगा।

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नई दिल्ली, 30 मई (हि.स.)। सुप्रीम कोर्ट को आज तीन नए जज मिल गए। चीफ जस्टिस बीआर गवई ने जस्टिस एनवी अंजारिया, जस्टिस विजय बिश्नोई और जस्टिस एएस चंदूरकर को शपथ दिलाई।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 29 मई को सुप्रीम कोर्ट के जज के रूप में नियुक्त किया था

तीनों जजों को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 29 मई को सुप्रीम कोर्ट के जज के रूप में नियुक्त किया था। सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने 26 मई को इन जजों को सुप्रीम कोर्ट के जज के रूप में नियुक्त करने की सिफारिश की थी। इन जजों की नियुक्ति के साथ ही सुप्रीम कोर्ट में जजों की कुल स्वीकृत संख्या 34 पूरी हो गई है।

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नई दिल्ली, 29 मई (हि.स.)। कांग्रेस पार्टी ने भारतीय जनता पार्टी की घर-घर जाकर सिंदूर बांटने की मुहिम को ‘घटिया’ सियासत बताया है। पार्टी का कहना है कि बड़े-बड़े पोस्टर से मन नहीं भरा तो अब भाजपा घर-घर जाकर सिंदूर बांटने की राजनीति कर रही है।

कांग्रेस मुख्यालय में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए पार्टी की नेता रागिनी नायक ने कहा कि सिंदूर का दुरुपयोग घटिया राजनीति है। यह बेहद शर्म की बात है कि अपनी राजनीतिक और कूटनीतिक विफलताओं को छुपाने के लिए मोदी सरकार मांग के सिंदूर को ढाल बनाना चाहती है। उन्होंने कहा कि सिंदूर भारत की नारी शक्ति की आन बान और शान है।

उल्लेखनीय है कि ऑपरेशन सिंदूर की सफलता को लेकर केंद्र सरकार महिलाओं को उपहार के स्वरूप में सिंदूर बांटने जा रही है। इसकी शुरुआत 9 जून को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के तीसरी बार शपथ लेने के दिन से शुरू होगी। इसका मकसद मोदी सरकार की उपलब्धियां को घर-घर तक पहुंचना है।

 

 

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जम्मू, 29 मई (हि.स.)। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद पहली बार आज जम्मू पहुंच रहे हैं। शाम करीब पांच बजे शाह जम्मू एयरपोर्ट पर पहुंचेंगे। वह शाम को ही सुरक्षा एजेंसियों के साथ सुरक्षा प्रबंधों की समीक्षा बैठक करेंगे। रात में राजभवन में रुकेंगे और शुक्रवार को पुंछ जाएंगे। आज शाम होने वाली उच्च स्तरीय बैठक में गृहमंत्री अमित शाह के साथ उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, मुख्य सचिव, डीजीपी जम्मू-कश्मीर, सेना, सीआरपीएफ, बीएसएफ सहित खुफिया एजेंसियों के अधिकारी मौजूद रहेंगे।

बैठक में अमरनाथ यात्रा के सुरक्षा इंतजामों पर विस्तृत चर्चा होगी

बैठक में ऑपरेशन सिंदूर के बाद मौजूदा हालात, अमरनाथ यात्रा के सुरक्षा इंतजामों पर विस्तृत चर्चा होगी। गृहमंत्री जम्मू संभाग के सीमावर्ती इलाकों में पाकिस्तान के हमलों से हुए नुकसान पर भी चर्चा करेंगे। इन इलाकों में बंकर निर्माण की मौजूदा स्थिति और नए बंकर बनाने की योजना पर भी चर्चा हो सकती है। शुक्रवार को गृहमंत्री हेलीकॉप्टर से पुंछ जाएंगे। यहां पाकिस्तान की गोलाबारी से प्रभावित लोगों से मुलाकात करेंगे। गृहमंत्री उस गुरुद्वारे में भी जा सकते हैं जिसे पाकिस्तान ने निशाना बनाया था।

गृहमंत्री गुरुवार की शाम को वह राजभवन में बैठक करेंगे

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ऑपरेशन सिंदूर के बाद पहली बार जम्मू-कश्मीर आ रहे हैं। शाह ने 22 अप्रैल की शाम को पहलगाम के बायसरन में हुए आतंकी हमले के तुरंत बाद कश्मीर का दौरा किया था। अगले दिन वह बायसरन भी गए थे। सात से 10 मई तक चले ऑपरेशन सिंदूर के बाद गृहमंत्री का केंद्र शासित प्रदेश का यह पहला दौरा है। गुरुवार की शाम को वह राजभवन में बैठक करेंगे। बैठक में फोकस पहलगाम हमले व ऑपरेशन सिंदूर के बाद आंतरिक सुरक्षा पर होगा। खासकर जम्मू की सुरक्षा स्थिति प्रमुख मुद्दा होगी। बैठक में तीन जुलाई से नौ अगस्त तक होने वाली अमरनाथ यात्रा की तैयारियों पर भी चर्चा होगी।

शुक्रवार को शाह सीमावर्ती जिले पुंछ का दौरा करेंगे गृहमंत्री अमित शाह 

डोडा, किश्तवाड़, कठुआ, उधमपुर, राजोरी और पुंछ जिलों के ऊपरी इलाकों में आतंकवादियों की मौजूदगी है। यह सुरक्षा व्यवस्था के लिए बड़ी चुनौती है। ऐसे में गृहमंत्री अमित शाह का दौरा अहम माना जा रहा है। शुक्रवार को शाह सीमावर्ती जिले पुंछ का दौरा करेंगे और नागरिक क्षेत्रों में पाकिस्तानी गोलाबारी से हुए नुकसान का आकलन करेंगे। वह गोलाबारी में मारे गए लोगों के परिजनों से भी मिलेंगे। यहां बड़ी संख्या में घरों और व्यापारिक प्रतिष्ठानों के अलावा धार्मिक स्थलों को भी नुकसान पहुंचा है। पिछले हफ्ते पुंछ के दौरे पर आए उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने गोलाबारी में मारे गए लोगों के परिजनों में से एक को सरकारी नौकरी देने की घोषणा की थी। उन्होंने यह भी कहा था कि केंद्र सरकार घरों और व्यावसायिक ढांचों को हुए नुकसान के लिए पैकेज की घोषणा करेगी।

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बेटी-दामाद ने हड़पे बुजुर्ग के एक कराेड़ दस लाख, मुकदमा दर्ज

हरिद्वार:  एक सीनियर सिटीजन ने बेटी दामाद पर 1.10 करोड़ की धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया है। पीड़ित की शिकायत पर रानीपुर पुलिस ने दंपति के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। पीड़ित बुजुर्ग महेश महाराज निवासी दयानंद नगरी ज्वालापुर ने मुकदमा दर्ज कराया कि वह वर्ष 2010 में भेल से रिटायर हुए थे।

उनके दो बैंक खाते स्टेट बैंक ऑफ इंडिया रानीपुर और पंजाब नेशनल बैंक आर्यनगर वानप्रस्थ आश्रम ज्वालापुर में है।जिनमें 93 लाख और 20 लाख की रकम जमा थी। आरोप है कि उनकी बेटी शोभा शर्मा ने अपने पति आशुतोष शर्मा निवासी शिवालिकनगर के साथ एलआईसी और म्यूचुअल फंड में निवेश करने की बात कहकर कई चेकों पर हस्ताक्षर करवा लिए थे।

बुजुर्ग का कहना है कि बैंक कर्मचारियों से मिलीभगत कर उनके फर्जी हस्ताक्षर करते हुए 90 लाख की रकम निकाल ली। यही नहीं पंजाब नेशनल बैंक में उनके संयुक्त खाते का दुरुपयोग करते हुए बेटी ने 20 लाख रुपये भी निकाल लिए। निकाली गई रकम से न कोई एलआईसी की गई और न ही निवेश किया गया। बताया कि बैंक शाखा में जाकर स्टेटमेंट निकलवाने पर हकीकत सामने आई। कोतवाली प्रभारी कमल मोहन भंडारी ने बताया कि दंपति के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।

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नई दिल्ली, 28 मई (हि.स.)। केन्द्र सरकार ने अगले विपणन सत्र के लिए 14 प्रमुख खरीफ फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसीप) में वृद्धि को मंजूरी दे दी है। सरकार का यह निर्णय किसानों को उनकी उपज के लिए लाभकारी मूल्य सुनिश्चित करने के उद्देश्य से लिया गया है। पिछले साल के मुकाबले धान के एमएसपी में 69 रुपये, रागी में 596 रुपये, ज्वार 328 रुपये की वृद्धि की गई है। इसी तरह अरहर (तुअर) में 450 रुपये, उड़द में 400 रुपये की बढ़ोत्तरी की गई है।

बुधवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति ने 2025-26 के विपणन सत्र के लिए एमएसपी में वृद्धि को मंजूरी दी। केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्वनी वैष्णव ने मंत्रिमंडल के फैसलों की राष्ट्रीय मीडिया केन्द्र में आज जानकारी दी।

वैष्णव ने बताया कि खरीफ फसलों के लिए एमएसपी में औसत उत्पादन लागत के कम से कम 1.5 गुना की वृद्धि की गई है। सबसे अधिक वृद्धि नाइजरसीड (रामतिल), रागी, कपास, तिल (सेसमम) में क्रमशः 820, 596, 589, 579 रुपये की गई है।

अनाज में वृद्धि:

प्रमुख अनाजों में धान के एमएसपी को 2300 रुपये से बढ़ाकर 2369 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है, यानी 69 रुपये की वृद्धि हुई है। वहीं, उच्च गुणवत्ता वाले धान के एमएसपी में भी 69 रुपये की वृद्धि हुई है और अब इसका एमएसपी 2389 रुपये प्रति क्विंटल होगा।

ज्वार की हाइब्रिड किस्म का एमएसपी 3371 रुपये से बढ़ाकर 3699 रुपये किया गया है, यानी 328 रुपये की वृद्धि हुई है। वहीं, मालदांडी किस्म का नया एमएसपी 3749 रुपये प्रति क्विंटल तय किया गया है। बाजरा के एमएसपी 2625 रुपये से बढ़ा कर 2775 रुपये किया गया है, यानी 150 रुपये की वृद्धि हुई है। रागी में सबसे ज्यादा 596 रुपये की वृद्धि हुई है और अब इसका एमएसपी 4886 रुपये प्रति क्विंटल हो गया है। मक्का (मकई) के एमएसपी में 175 रुपये की बढ़ोत्तरी हुई है और अब यह 2400 रुपये प्रति क्विंटल मिलेगा।

दलहनों में वृद्धि:

अरहर (तुअर) का एमएसपी 7550 रुपये से बढ़ा कर 8000 रुपये कर दिया गया है, यानी 450 रुपये की वृद्धि। उड़द का एमएसपी 7400 रुपये से बढ़ा कर 7800 रुपये किया गया है, यानी 400 रुपये की बढ़त। मूंग में 86 रुपये की वृद्धि हुई है और अब इसका नया एमएसपी 8768 रुपये प्रति क्विंटल होगा।

तिलहन फसलों में वृद्धि:

मूंगफली के एमएसपी में 480 रुपये की वृद्धि हुई है और अब यह 7263 रुपये प्रति क्विंटल होगा। सूरजमुखी बीज में 441 रुपये की बढ़ोत्तरी के साथ नया एमएसपी 7721 रुपये तय किया गया है। सोयाबीन (पीली किस्म) का एमएसपी 4892 रुपये से बढ़कर 5328 रुपये कर दिया गया है, यानी 436 रुपये की बढ़त।

तिल (सेसमम) के एमएसपी में 579 रुपये की वृद्धि की गई है और अब इसका नया मूल्य 9846 रुपये प्रति क्विंटल होगा। नाइजरसीड, जिसे रामतिल भी कहा जाता है, उसके एमएसपी में सबसे अधिक 820 रुपये की बढ़त हुई है, जिससे इसका नया एमएसपी 9537 रुपये प्रति क्विंटल हो गया है।

सरकार के अनुसार 2014-15 से 2024-25 के बीच धान की खरीद 7608 एलएमटी रही, जो 2004-05 से 2013-14 की तुलना में लगभग 66 प्रतिशत अधिक है। इसी अवधि में सभी 14 खरीफ फसलों की खरीद 7871 एलएमटी रही, जबकि इससे पहले की अवधि में यह केवल 4679 एलएमटी थी। 2014-25 के बीच किसानों को एमएसपी के तहत 16.35 लाख करोड़ रुपये का भुगतान किया गया, जबकि 2004-14 के दौरान यह केवल 4.75 लाख करोड़ था।

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84 वर्षीय मां ने किडनी देकर बचाई अपनी 50 वर्षीय बेटी की जान

जयपुर: सवाई मानसिंह अस्पताल में किडनी फेल होने से डायलिसिस पर चल रही 50 वर्षीय की बेटी को 84 वर्षीय बुजुर्ग मां ने अपनी किडनी देकर उसे जीवन जान दिया है। काउंसलिंग और सभी जांचों के बाद मां की किडनी को बेटी के लिए फिट पाया गया। इसके बाद ट्रांसप्लांट किया गया,जो सफल रहा। ट्रांसप्लांट होने के महज दो घंटे के भीतर मां की किडनी बेटी के शरीर में काम भी करने लग गई। फिलहाल मां और बेटी स्वस्थ्य है।

सवाई मानसिंह अस्पताल के यूरोलॉजी डिपार्टमेंट के सीनियर प्रोफेसर डॉ. नीरज अग्रवाल ने बताया कि यह देश में पहला केस है,जिसमें एक 84 वर्षीय बुजुर्ग मां की किडनी उसकी बेटी को ट्रांसप्लांट की गई है।

डॉ. नीरज अग्रवाल ने बताया कि 50 वर्षीय गुड्डी देवी पिछले कई महीनों से क्रॉनिक किडनी डिजीज से पीड़ित थी। उनकी जिंदगी केवल डायलिसिस पर टिकी थी। किडनी फेल होने के बाद उपयुक्त डोनर की तलाश की जा रही थी,लेकिन परिवार में कोई उपयुक्त डोनर नहीं मिला। इसके बाद भरतपुर में रहने वाली गुड्डी की मां बुधो देवी ने बेटी का जीवन बचाने की ठानी और किडनी दान करने की इच्छा जताई। बुजुर्ग मां बुधो देवी (डोनर) 84 वर्षीय की है। जिनका फैसला देखकर डॉक्टर्स की टीम हैरान रह गई। बुजुर्ग महिला की काउंसलिंग की गई और सभी जांचें की गई। गनीमत यह थी कि महिला के सभी ऑर्गन जांच में फिट पाए गए। इसके बाद डॉक्टर्स की टीम ने किडनी ट्रांसप्लांट का निर्णय किया और ट्रांसप्लांट ऑपरेशन सफल भी हुआ। किडनी ट्रांसप्लांट के बाद बुधो देवी (डोनर) को यूरोलॉजी आईसीयू में रखा। डॉक्टर्स की निगरानी में उनकी स्थिति लगातार बेहतर होती रही। सिर्फ तीन दिन बाद ही बुजुर्ग मां को स्थिर स्थिति में हॉस्पिटल से छुट्टी दे दी। वहीं रिसीवर बेटी का अभी नेफ्रोलॉजी ट्रांसप्लांट आईसीयू में इलाज जारी है। बेटी को लगाई गई किडनी ने अच्छा फंक्शन करना शुरू कर दिया है और किडनी ट्रांसप्लांट के बाद मरीज भी स्वस्थ है। इस ट्रांसप्लांट सर्जरी टीम में डॉ नीरज अग्रवाल के अलावा डॉ. धर्मेंद्र जांगिड़, डॉ. कुलदीप, डॉ. राजेश, डॉ. फैसल, डॉ. नवीन, डॉ. करण, डॉ. सार्थक, डॉ. राघव शामिल रहे। जबकि एनेस्थीसिया टीम में डॉ. वर्षा कोठारी, डॉ. अनुपमा गुप्ता और डॉ. सिद्धार्थ शामिल थे।

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नई दिल्ली, 25 मई (हि.स.)। चुनाव आयोग ने चार राज्यों गुजरात, केरल, पंजाब और पश्चिम बंगाल की 5 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव कराने की घोषणा की है। इन सीटों पर 19 जून को मतदान होगा और 23 को नतीजे आएंगे।

आयोग ने रविवार को विज्ञप्ति जारी कर इसकी जानकारी दी। यह उपचुनाव विधायको के निधन या इस्तीफे के कारण रिक्त हुई सीटों को भरने के लिए होंगे।

उपचुनाव गुजरात की कड़ी (अनुसूचित जाति) और विसावदर सीट, केरल की नीलांबूर सीट, पंजाब की लुधियाना पश्चिम सीट और पश्चिम बंगाल की कालिगंज सीट पर होंगे।

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