नई दिल्ली, 29 सितंबर (हि.स.)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना के शताब्दी वर्ष की तैयारियों के बीच एक अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी विशेष स्मारक सिक्का और डाक टिकट जारी करेंगे। यह कार्यक्रम दिल्ली स्थित अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में आयोजित होगा।

सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी के साथ संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले भी इस अवसर पर मौजूद रहेंगे। डाक विभाग और वित्त मंत्रालय की ओर से तैयार किए गए इस विशेष सिक्के और डाक टिकट को संघ के शताब्दी वर्ष की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि को ध्यान में रखकर जारी किया जा रहा है।

उल्लेखनीय है कि डॉ केशव बलिराम हेडगेवार ने 1925 में विजयादशमी के दिन नागपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना की थी। आगामी दो अक्टूबर को विजयादशमी के दिन संघ अपनी स्थापना के 100 वर्ष पूरे करने जा रहा है।

प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम मन की बात में भी विशेष रूप से संघ के शताब्दी वर्ष का उल्लेख किया था। उन्होंने कहा था कि पूजनीय डॉ हेडगेवार ने देश को वैचारिक गुलामी की मानसिकता से बाहर निकालने के लिए संघ की स्थापना की थी।

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बिहार में भारत-नेपाल सीमा के रक्सौल से आइवरी कोस्ट का नागरिक गिरफ्तार

-अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क की जांच तेज

पूर्वी चंपारण: बिहार में भारत-नेपाल सीमा स्थित रक्सौल-वीरगंज मैत्री पुल के पास एक बार फिर अवैध घुसपैठ की कोशिश को आव्रजन अधिकारियों ने नाकाम कर बड़ी कामयाबी हासिल की है। शनिवार की देर रात आव्रजन जांच के दौरान अधिकारियों ने एक विदेशी नागरिक को पकड़ा, जिसकी पहचान कोट डी आइवरी (आइवरी कोस्ट) निवासी कौआडियो कौआसी जेरोम (44 वर्ष) के रूप में हुई।

आरोपी भारत में प्रवेश पाने के लिए बुर्किना फासो का फर्जी पासपोर्ट इस्तेमाल कर रहा था। उसके असली पासपोर्ट (संख्या 21A F 521540) और वीजा की वैधता 2022 में ही समाप्त हो चुकी है। थानाध्यक्ष किशन कुमार पासवान ने रविवार को घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि आव्रजन कार्यालय में दस्तावेजों की जांच के दौरान संदेह होने पर सख्ती से पूछताछ की गई, जिसमें जेरोम ने स्वीकार किया कि वह फर्जी पहचान के जरिए भारत में घुसने की कोशिश कर रहा था।

जांच में यह भी सामने आया कि वह 2022 में दिल्ली आ चुका था और यह उसका दूसरा प्रयास था। आव्रजन अधिकारियों की शिकायत पर हरैया थाना में कांड दर्ज कर आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। पुलिस ने बताया कि हाल के दिनों में यह चौथा मामला है जब विदेशी नागरिक फर्जी दस्तावेजों के सहारे भारतीय क्षेत्र में प्रवेश करते पकड़े गए हैं।

बीते सितंबर माह में ही दो नाइजीरियाई नागरिक इसी तरह पकड़े गए थे। सुरक्षा एजेंसियों को आशंका है कि इन अवैध प्रवासियों की संलिप्तता साइबर फ्रॉड अथवा मादक पदार्थ तस्करी जैसे अपराधों से जुड़ी हो सकती है। मामले की गहन जांच शुरू कर दी गई है और अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क से जुड़े तार खंगाले जा रहे हैं।

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नई दिल्ली, 28 सितंबर (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज ‘मन की बात’ में कहा कि छठ महापर्व भारतीय संस्कृति की गहरी आस्था और प्रकृति के प्रति कृतज्ञता का प्रतीक है। यह पर्व अब वैश्विक स्तर पर भी पहचान बना रहा है। उन्होंने बताया कि भारत सरकार इसे यूनेस्को की ‘इनटेंजिबल कल्चरल हेरिटेज लिस्ट’ में शामिल कराने का प्रयास कर रही है, जिससे इसकी गरिमा और बढ़ेगी।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘मन की बात’ के 126वें एपिसोड में आज शहीद भगत सिंह और लता मंगेशकर को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने देश में महिला सशक्तिकरण के उदाहरण दिए, सांस्कृतिक धरोहरों को वैश्विक पहचान दिलाने के प्रयासों का उल्लेख किया और आत्मनिर्भर भारत के संकल्प पर जोर दिया। उन्होंने देशवासियों को आगामी त्योहारों की शुभकामनाएं दी और इस बात का विशेष उल्लेख किया कि संग अपने 100 वर्ष पूरे करने जा रहा है।

प्रधानमंत्री ने रविवार को आकाशवाणी के मासिक कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 125 कड़ियों की यात्रा पार करने का जिक्र किया और कहा कि यह जनता से जुड़ने का प्रेरणादायी माध्यम बन चुका है। प्रधानमंत्री ने कहा कि 28 सितंबर को दो महान विभूतियों की जयंती है। शहीद भगत सिंह को उन्होंने युवाओं के लिए प्रेरणा बताया और उनके साहसिक पत्र का उल्लेख किया, जिसमें उन्होंने अंग्रेजों से अपने साथ युद्धबंदी जैसा व्यवहार करने का आग्रह किया था। उन्होंने कहा कि भगत सिंह की निर्भीकता और सेवा भावना हर भारतीय को मार्गदर्शन देती है।

उन्होंने लता मंगेशकर को भारतीय संस्कृति का अमूल्य स्वर बताया। उन्होंने कहा कि उनके गीतों ने देशभक्ति और संवेदनाओं को जीवंत किया। उन्होंने बताया कि लता मंगेशकर से उनका व्यक्तिगत स्नेह रहा और वे हर वर्ष उन्हें राखी भेजती थीं। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि लता मंगेशकर स्वातंत्र्य वीर सावरकर से प्रेरित रही है। उन्होंने कहा, “लता दीदी जिन महान विभूतियों से प्रेरित थीं उनमें वीर सावरकर भी एक हैं, जिन्हें वो तात्या कहती थीं। उन्होंने वीर सावरकर जी के कई गीतों को भी अपने सुरों में पिरोया।”

प्रधानमंत्री ने नवरात्रि के अवसर पर नारी शक्ति की उपलब्धियों को रेखांकित किया। उन्होंने नौसेना की लेफ्टिनेंट कमांडर दिलना और रूपा के साहसिक “नाविका सागर परिक्रमा” का उल्लेख किया। इन दोनों अधिकारियों ने 238 दिनों तक 47,500 किलोमीटर की समुद्री यात्रा पूरी की।प्रधानमंत्री ने उनके अनुभव सुनाए। इनमें उन्होंने बताया कि यात्रा में तूफानों का सामना, अत्यधिक तापमान और सीमित संसाधनों के बावजूद धैर्य और टीमवर्क ने हमें सफलता दिलाई। प्रधानमंत्री ने इसे देश की बेटियों के साहस और संकल्प का अद्वितीय उदाहरण बताया।

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत सरकार छठ महापर्व को यूनेस्को की ‘इनटेंजिबल कल्चरल हेरिटेज लिस्ट’ में शामिल कराने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कोलकाता की दुर्गा पूजा को पहले से इस सूची में शामिल होने का उदाहरण दिया। उन्होंने कहा कि छठ पर्व का महत्व आज वैश्विक स्तर पर बढ़ रहा है और यह न केवल भारत में बल्कि पूरी दुनिया में आस्था का प्रतीक बन चुका है। गांधी जयंती का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने स्वदेशी के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि पिछले 11 वर्षों में खादी की बिक्री कई गुना बढ़ी है। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि 2 अक्टूबर को खादी उत्पाद अवश्य खरीदें और “वोकल फॉर लोकल” को जीवन मंत्र बनाएं।

उन्होंने तमिलनाडु, झारखंड और बिहार के उदाहरण दिए, जहां उद्यमियों और महिलाओं ने परंपरा और नवाचार को जोड़कर रोजगार और आत्मनिर्भरता के नए रास्ते बनाए। उन्होंने कहा, “सफलता की ये सभी गाथाएं हमें सिखाती हैं कि हमारी परंपराओं में आय के कितने ही साधन छिपे हुए हैं। अगर इरादा पक्का हो, तो सफलता हमसे दूर नहीं जा सकती।” प्रधानमंत्री ने कहा कि इस वर्ष की विजयादशमी विशेष महत्व रखती है, क्योंकि 1925 में इसी दिन नागपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना हुई थी। उन्होंने कहा कि डॉ. हेडगेवार और गुरुजी गोलवलकर के नेतृत्व ने संगठन को राष्ट्र सेवा की दिशा दी।

उन्होंने कहा, “सदियों की गुलामी ने हमारे स्वाभिमान और आत्मविश्वास को गहरी चोट पहुंचाई थी। विश्व की सबसे प्राचीन सभ्यता के सामने पहचान का संकट खड़ा किया जा रहा था। देशवासी हीन-भावना का शिकार होने लगे थे। इसलिए देश की आजादी के साथ-साथ ये भी महत्वपूर्ण था कि देश वैचारिक गुलामी से भी आजाद हो। ऐसे में, परम पूज्य डॉ. हेडगेवार जी ने इस विषय में मंथन करना शुरू किया और फिर इसी भगीरथ कार्य के लिए उन्होंने 1925 में विजयादशमी के पावन अवसर पर ‘राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ’ की स्थापना की।”

उन्होंने गुरुजी के वाक्य “राष्ट्राय स्वाहा, इदं राष्ट्राय इदं न मम” को उद्धृत करते हुए कहा कि यह संघ की सेवा भावना का आधार है। उन्होंने बताया कि स्वयंसेवक आपदा के समय सबसे पहले राहत कार्य में पहुँचते हैं और हर कार्य में “राष्ट्र प्रथम” की भावना सर्वोपरि रहती है।

प्रधानमंत्री ने आगामी 7 अक्टूबर को महर्षि वाल्मीकि जयंती का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि वाल्मीकिजी ने मानवता को रामायण जैसा अद्भुत ग्रंथ दिया। उन्होंने आग्रह किया कि अयोध्या में रामलला के दर्शन करने वाले लोग वाल्मीकि और निषादराज मंदिर के दर्शन भी करें।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कला, साहित्य और संस्कृति किसी एक दायरे में बंधे नहीं रहते। इनकी सुगंध सभी सीमाओं को पारकर लोगों के मन को छूती है। उन्होंने इस सन्दर्भ में पेरिस के “सौन्त्ख मंडप” की उपलब्धियों का उल्लेख किया, जिसने भारतीय नृत्य को विश्व स्तर पर लोकप्रिय बनाया। इसकी स्थापना मिलेना सालविनी ने की थी। कुछ वर्ष पहले उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया गया था।

प्रधानमंत्री ने कुछ गीतों की प्रस्तुति करते हुए जानकारी दी कि भूपेन हजारिका के गीतों को श्रीलंकाई कलाकारों ने सिंहली और तमिल में अनुवाद किया है, जिससे सांस्कृतिक जुड़ाव बढ़ा है। उन्होंने असम के गायक जुबीन गर्ग और विचारक एसएल भैरप्पा को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा, “जुबीन गर्ग एक मशहूर गायक थे, जिन्होंने देशभर में अपनी पहचान बनाई। असम की संस्कृति से उनका बहुत गहरा लगाव था। जुबीन गर्ग हमारी यादों में हमेशा बने रहेंगे और उनका संगीत आने वाली पीढ़ियों को मंत्रमुग्ध करता रहेगा।”

त्योहारों के संदर्भ में प्रधानमंत्री ने कहा कि खरीदारी के समय स्वदेशी उत्पादों को प्राथमिकता दें और हर उत्सव को ‘वोकल फॉर लोकल’ का अवसर बनाएं। उन्होंने स्वच्छता को घर से बाहर समाज तक ले जाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, “आने वाले दिनों में एक के बाद एक त्योहार और खुशियां आने वाली हैं। हर पर्व पर हम खरीदारी भी खूब करते हैं। और इस बार तो ‘जीएसटी बचत उत्सव’ भी चल रहा है। एक संकल्प लेकर आप अपने त्योहारों को और खास बना सकते हैं। अगर हम ठान लें कि इस बार त्योहार सिर्फ स्वदेशी चीजों से ही मनाएंगे, तो देखिएगा, हमारे उत्सव की रौनक कई गुना बढ़ जाएगी।

कार्यक्रम के अंत में प्रधानमंत्री ने देशवासियों को त्योहार विशेष कर दीपावली की शुभकामनाएं दी और आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को दोहराया।

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लद्दाख, 27 सितंबर (हि.स.)। लद्दाख के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) एसडी सिंह जामवाल ने शनिवार को पर्यावरण कार्यकर्ता सोनम वांगचुक के पाकिस्तान से संबंध होने का आरोप लगाया और पड़ोसी देशों की उनकी यात्राओं पर सवाल खड़े किये।

लेह में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए डीजीपी जामवाल ने कहा कि पुलिस ने हाल ही में एक पाकिस्तानी पीआईओ को गिरफ्तार किया है, जो वांगचुक के संपर्क में था। उसे उस वक्त गिरफ्तार किया गया था, जब वह पाकिस्तान में रिपोर्टिंग कर रहा था। हमारे पास इसका रिकॉर्ड है। सोनम वांगचुक पाकिस्तान में डॉन के एक कार्यक्रम में शामिल हुए थे। उन्होंने बांग्लादेश का भी दौरा किया था। इसलिए उन पर एक बड़ा सवालिया निशान है, जिसकी जांच की जा रही है।

डीजीपी ने वांगचुक पर 24 सितंबर को लेह में हिंसा भड़काने का आरोप लगाते हुए कहा कि सोनम वांगचुक का लोगों को भड़काने का इतिहास रहा है। उन्होंने अरब स्प्रिंग, नेपाल और बांग्लादेश का ज़िक्र किया है। एफसीआरए उल्लंघन के लिए उनके वित्तपोषण की जांच चल रही है। लेह हिंसा के पीछे किसी विदेशी संलिप्तता के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि जांच के दौरान दो और लोगों को पकड़ा गया। अगर वे किसी साज़िश का हिस्सा हैं, तो मैं नहीं कह सकता। इस जगह पर नेपाली लोगों के मज़दूरी करने का इतिहास रहा है, इसलिए हमें जांच करनी होगी।

डीजीपी ने कहा कि भड़काऊ भाषण तथाकथित पर्यावरण कार्यकर्ताओं द्वारा दिए गए थे, जिसके कारण केंद्र शासित प्रदेश में हिंसा हुई। उन्होंने सोनम वांगचुक पर केंद्र के साथ बातचीत को पटरी से उतारने का आरोप लगाया और कहा कि 24 सितंबर को एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटी। चार लोगों की जान चली गई और बड़ी संख्या में नागरिक, पुलिस अधिकारी और अर्धसैनिक बल के अधिकारी घायल हो गए। इन चल रही प्रक्रियाओं (केंद्र के साथ बातचीत) को विफल करने के प्रयास किए गए।

डीजीपी जामवाल ने कहा कि इसमें कुछ तथाकथित पर्यावरण कार्यकर्ता शामिल थे, उनकी विश्वसनीयता पर भी सवालिया निशान है। उन्होंने मंच को हाईजैक करने की कोशिश की और इसमें प्रमुख नाम सोनम वांगचुक का है, जिन्होंने पहले भी ऐसे बयान दिए हैं और इस प्रक्रिया को पटरी से उतारने का काम किया है।

उन्होंने बताया कि सोनम वांगचुक को राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (एनएसए) के प्रावधानों के तहत गिरफ्तार करने के बाद जोधपुर सेंट्रल जेल में रखा गया है। वांगचुक की गिरफ्तारी लेह में हालिया विरोध प्रदर्शनों को लेकर मचे बवाल के बीच हुई है। 24 सितंबर को लेह में विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गया, जिसके बाद इलाके में भाजपा कार्यालय में आग लगा दी गई। हिंसक विरोध प्रदर्शनों में चार लोगों की मौत के दो दिन बाद वांगचुक को एनएसए के प्रावधानों के तहत हिरासत में लिया गया। वांगचुक भूख हड़ताल पर थे, जो हिंसा शुरू होने के तुरंत बाद समाप्त हो गई।

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Srinagar, 27 सितंबर (हि.स.)। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) कश्मीर फ्रंटियर के महानिरीक्षक (आईजी) अशोक यादव ने शनिवार काे कहा कि आतंकवादी नियंत्रण रेखा के पार लॉन्च पैड्स पर कश्मीर घाटी में घुसपैठ करने की फिराक में हैं, लेकिन सुरक्षा बल सतर्क हैं और ऐसी किसी भी कोशिश को नाकाम करने के लिए तैयार हैं।

सर्दियों की शुरुआत से पहले घाटी में घुसपैठ की कोशिशें हमेशा बढ़ जाती हैं: आईजी 

आईजी अशोक यादव ने श्रीनगर में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि सर्दियों की शुरुआत से पहले घाटी में आतंकवादियों की घुसपैठ की कोशिशें हमेशा बढ़ जाती हैं। बर्फबारी से पहले हमेशा घुसपैठ की कोशिशें होती हैं। अभी लगभग दो महीने बाकी हैं और नवंबर तक घुसपैठ की संभावना बनी रहती है, क्योंकि उन्हें पता है कि अगले छह महीनों तक उनके पास कम मौके होंगे। इसलिए वे हमेशा घुसपैठ की कोशिश करते हैं, लेकिन सुरक्षा बलों की सतर्कता के कारण घुसपैठ करना बहुत मुश्किल है।

आतंकी कश्मीर में घुसपैठ करने की फिराक में

उन्होंने कहा कि आतंकवादी नियंत्रण रेखा के पार लॉन्च पैड्स पर घाटी में घुसपैठ करने के मौके की तलाश में इंतजार कर रहे हैं।बांदीपोरा और कुपवाड़ा सेक्टरों में हमारे एओआर (ज़िम्मेदारी वाले क्षेत्र) के सामने नियंत्रण रेखा के पार लॉन्च पैड्स पर आतंकवादी मौजूद हैं। वे घुसपैठ के मौके की तलाश में हैं, लेकिन सुरक्षा बहुत कड़ी है। कभी-कभी वे खराब मौसम का इंतज़ार करते हैं,लेकिन हम किसी भी स्थिति के लिए तैयार और सतर्क हैं।

बीएसएफ के आईजी ने कहा कि सेना और बीएसएफ सतर्क है और उच्च तकनीक वाले निगरानी उपकरणों की मदद से नियंत्रण रेखा पर अच्छी तरह से नियंत्रण बनाए हुए हैं। सुरक्षा बलों ने इस साल अब तक घुसपैठ की दो कोशिशों को नाकाम कर दिया है। जिस सतर्कता के साथ हम अपना कर्तव्य निभाते हैं, नई कार्यप्रणाली और नए निगरानी उपकरणों के कारण हमारे एओआर में घुसपैठ करना बहुत मुश्किल है।

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New Delhi, 27 सितंबर (हि.स.)। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी चार दिनों की विदेश यात्रा पर शनिवार को रवाना हो गए।

दक्षिण अमेरिका के चार देशों की यात्रा करेंगे

कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने एक्स पर जानकारी दी कि राहुल गांधी दक्षिण अमेरिका के चार देशों की यात्रा करेंगे। इस दौरान वे राजनीतिक नेताओं, विश्वविद्यालयों के छात्रों और उद्योग-व्यापार जगत के प्रतिनिधियों से मुलाकात करेंगे। कांग्रेस के मुताबिक राहुल गांधी ब्राजील और कोलंबिया का दौरा करेंगे, जहां वे विश्वविद्यालयों में छात्रों से संवाद करेंगे। इसके अलावा वे प्रमुख व्यवसायियों से भी चर्चा करेंगे।

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New Delhi, 26 सितंबर (हि.स.)। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज चंडीगढ़ एयरबेस पर लड़ाकू विमान मिग-21 की वायु सेना के हवाई बेड़े से विदाई के समय भारत और रूस के बीच गहरे संबंधों को याद किया। उन्होंने कहा कि जब हम मिग-21 को उसकी ऑपरेशनल यात्रा से विदाई दे रहे हैं तो मुझे लगता है कि हम एक ऐसे अध्याय को विदा करने जा रहे हैं, जिसे न केवल भारतीय वायु सेना के इतिहास में, बल्कि हमारी पूरी सैन्य विमानन की यात्रा में सुनहरे अक्षरों से लिखा जाएगा।

चंडीगढ़ एयरबेस पर लड़ाकू विमान मिग-21 को वायु सेना के हवाई बेड़े से दी गई विदाई

रक्षा मंत्री ने कहा कि रूस के सहयोग से तैयार मिग-21 ने भारतीय सैन्य विमानन यात्रा में कई गर्व के क्षण जोड़े हैं। मिग-21 का योगदान किसी एक घटना या एक युद्ध तक सीमित नहीं रहा। 1971 के युद्ध से लेकर कारगिल के युद्ध तक या फिर बालाकोट एयर स्ट्राइक से लेकर ऑपरेशन सिंदूर तक ऐसा कोई क्षण नहीं रहा, जब मिग-21 ने हमारी सेनाओं को जबरदस्त मजबूती न प्रदान की हो। उन्होंने कहा कि 1971 का युद्ध भला कौन भूल सकता है। मिग-21 ने पाकिस्तान के साथ युद्ध के दौरान विपरीत परिस्थितियों में जिस दिन ढाका के गवर्नर हाउस पर हमला किया, उसी दिन उस युद्ध के परिणाम की रूपरेखा तय कर दी गई। इसके अलावा भी इसके लम्बे इतिहास में अनेक ऐसे मौके आए, जब मिग-21 ने अपनी निर्णायक क्षमता साबित की।

लगभग 850 विमान भारतीय वायु सेना का हिस्सा रहे

उन्होंने कहा कि आजादी से लेकर अब तक भारतीय वायु सेना के वीरों ने भारत की सुरक्षा को मजबूती देने के लिए जिस शौर्य और पराक्रम का परिचय दिया है, वह अपने आप में प्रेरणादायक है। वायु योद्धाओं की इस यात्रा में मिग-21 का भी बड़ा योगदान रहा है। रक्षा मंत्री ने कहा कि दुनिया के सैन्य विमानन के इतिहास में ऐसा कोई लड़ाकू विमान नहीं हुआ, जो इतनी बड़ी संख्या में निर्मित हुआ हो। दुनिया भर में मिग-21 के 11,500 से अधिक विमान बनाए गए और उनमें से लगभग 850 विमान भारतीय वायु सेना का हिस्सा रहे। यह संख्या अपने आप में इस लड़ाकू विमान की लोकप्रियता, विश्वसनीयता और उसकी बहुआयामी क्षमताओं की गवाही है।

मिग-21 हमारी शक्ति का प्रतीक रहा है

भारत और रूस के बीच गहरे संबंधों को याद करते हुए उन्होंने कहा कि इस विमान ने ऐतिहासिक मिशनों में हर बार तिरंगे का सम्मान बढ़ाया है। इसलिए यह क्षण हमारी सामूहिक यादों और हमारे राष्ट्रीय गर्व का भी है। यह मौका उस यात्रा को भी याद करने का है, जिसमें साहस, बलिदान और उत्कृष्टता की कहानी लिखी गई है। हमारी सभ्यता और हमारी संस्कृति हमें यही सिखाती है कि सम्मान सिर्फ इंसानों को ही नहीं बल्कि हर उस चीज को दिया जाना चाहिए, जिसने हमारे जीवन में कुछ न कुछ योगदान दिया हो। जब हम हर छोटी-बड़ी चीज को इतना सम्मान देते हैं तो मिग-21 हमारी शक्ति का प्रतीक रहा है इसलिए इसका सम्मान करना भला हम कैसे छोड़ सकते हैं।

मिग-21 एक परिवार के सदस्य जैसा है: रक्षा मंत्री

रक्षा मंत्री ने कहा कि हम सबके लिए यह सिर्फ एक लड़ाकू विमान नहीं बल्कि एक परिवार के सदस्य जैसा है, जिसके साथ हमारा लगाव बहुत गहरा है। मिग-21 ने हमारे आत्मविश्वास को और हमारी रणनीति को मजबूत किया है और हमें वैश्विक मंच पर स्थापित करने में मदद की है। मिग-21 की एक खास बात यह है कि इसे तकनीकी रूप से हमेशा अपग्रेड रखा गया। मिग-21 को त्रिशूल, विक्रम, बादल और बाइसन जैसे नामों से भी जाना गया है। रिटायर होते समय भी इसका वर्तमान रूप उन्नत था। इसके लिए हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड की भी सराहना की जानी चाहिए, जिसने अपने उन्नत रडार, एवियोनिक्स से मिग-21 को लगातार अपडेट करने में अपनी भूमिका निभाई।

उन्होंने कहा कि मिग-21 के बारे में अक्सर यह कहा जाता है कि भारतीय वायु सेना 60 साल पुराने विमान उड़ा रही थी लेकिन आज इस विमान की विदाई के मौके पर स्पष्ट करना जरूरी है कि 1960 और 1970 के दशक में जो मिग-21 विमान हमारे पास आए थे, वे बहुत पहले ही सेवा से बाहर हो चुके हैं। जो मिग-21 विमान आज तक हम उड़ा रहे थे, वे अधिकतम 40 वर्ष पुराने हैं। 40 साल की समय सीमा ऐसे एयरक्राफ्ट के मानकों के हिसाब से बिल्कुल सामान्य है। रक्षा मंत्री ने कहा कि 1950 के दशक में जिस डिजाइन पर यह विमान बना था, वह उस समय की तकनीक के हिसाब से श्रेष्ठ था। समय के साथ इसमें बेहतर रडार सिस्टम जोड़ा गया। इसके अलावा इसमें अनेक मिसाइलें जोड़ी गईं और हवा से गिराए जाने वाले बम भी जोड़े गए। यही कारण है कि मिग-21 को इतने लंबे समय तक हमारी वायु सेना का भरोसा और सम्मान मिलता रहा।

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New Delhi, 25 सितंबर (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने गुरुवार से आत्मनिर्भर भारत और हर घर स्वदेशी अभियान की शुरुआत की है। यह 25 दिसंबर तक चलेगा।

भाजपा मुख्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता में पार्टी के महासचिव अरुण सिंह ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर आज से भाजपा ‘आत्मनिर्भर भारत’ और ‘हर घर स्वदेशी’ अभियान देशभर में व्यापक रूप से शुरू करने जा रही है। यह 25 दिसंबर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती तक चलेगा।

राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बढ़ावा देने का आग्रह किया 

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वदेशी चीजों के महत्व पर जोर दिया है और उनके आह्वान पर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सभी पार्टी कार्यकर्ताओं से इसे देशभर में बढ़ावा देने का आग्रह किया है। भाजपा पूरे देश में ‘वोकल फॉर लोकल’ को बढ़ावा दे रही है, जिसका अर्थ अन्य उत्पादों को नज़रअंदाज़ करना नहीं है बल्कि अपने स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देना है। भाजपा घर-घर जाकर लोगों को स्वदेशी उत्पाद खरीदने और इस्तेमाल करने के लिए प्रोत्साहित करेगी।

90 दिन के सघन अभियान के तहत 20 हजार से ज्यादा कार्यक्रम होंगे

उन्होंने कहा कि इस अभियान से देश में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। एमएसएमई सेक्टर को बढ़ावा मिलेगा। इस 90 दिन के सघन अभियान के तहत 20 हजार से ज्यादा कार्यक्रम होंगे। देश में एक हजार से ज्यादा मेले लगाए जाएंगे, संकल्प यात्रा भी निकाली जाएगी, सोशल मीडिया के माध्यम से भी स्वदेशी अपनाने के लिए लोगों से आह्वान किया जाएगा। अभियान के तहत स्वदेशी रियल युवा सम्मेलन होगा, हस्तशिल्प का आयोजन होगा, स्वदेश कॉर्नर स्थापित किया जाएगा, वॉल राइटिंग का काम होगा।

अरुण सिंह ने बताया कि इस अभियान के लिए राष्ट्रीय स्तर पर 10 सदस्यों की समिति बनाई गई है। राज्य और जिला स्तर पर भी नेताओं को जिम्मेदारी दी जा रही है। इसके तहत लोगों को स्वदेशी स्टिकर, कप, डायरी, पटका, टी शर्ट जैसी सामाग्री भी दी जाएगी। जिला स्तर पर नेताओं और कार्यकर्ताओं की ट्रेनिंग दी गई है।

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Mathura, 25 सितंबर (हि.स.)। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु अपनी बेटी-दामाद व बच्चों के साथ आज वृंदावन में ठाकुर बांके बिहारी के दर्शन किये। इस दौरान मंदिर के आसपास सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था रही। बांके बिहारी मंदिर मार्ग पर स्थित घरों के दरवाजे पुलिस पर तैनात रही और लोगों के आवागमनको बंद करा दिया गया।

राष्ट्रपति के साथ उनकी बेटी, दामाद और उनके बच्चे भी थे

राष्ट्रपति मुर्मु एक दिवसीय आध्यात्मिक दौरे पर गुरुवार काे उत्तर प्रदेश के वृंदावन पहुंचीं। दिल्ली से विशेष महाराजा एक्सप्रेस ट्रेन से राष्ट्रपति मुर्मुकान्हा की नगरी मथुरा स्टेशन पहुंचने पर राष्ट्रपति का शहनाई वादन से स्वागत किया गया। प्रदेश सरकार के गन्ना विकास एवं चीनी मिल मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण, मेयर विनोद अग्रवाल, एडीजी आगरा जोन अनुपमा कुलश्रेष्ठ, कमिश्नर शैलेंद्र सिंह, जिलाधिकारी सीपी सिंह, एसएसपी श्लोक कुमार ने फूलों का गुलदस्ता देकर राष्ट्रपति का स्वागत किया। राष्ट्रपति के साथ उनकी बेटी, दामाद और उनके बच्चे भी साथ थे। यहां से राष्ट्रपति और उनके परिजन कार से ठाकुर बांके बिहारी मंदिर दर्शन करने पहुंचीं।

राष्ट्रपति ने कन्नौज से मंगाए इत्र से देहरी पूजन किया

इस दौरान बांके बिहारी मंदिर में हाई पावर्ड कमेटी के सदस्य सेवायत दिनेश गोस्वामी ने उनका स्वागत किया। विजय कृष्ण गोस्वामी उन्हें मंदिर में ले गए। मंदिर में सेवायत गौरव गोस्वामी, फ्रैंकी गोस्वामी और शैलेन्द्र गोस्वामी ने पूजा अर्चना कराई। बिहारीजी के दर्शन के लिए कन्नौज से मंगाए इत्र से देहरी पूजन किया। फिर श्रीकुंजबिहारी अष्टक पूजन किया।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के आगमन को देखते हुए मंदिर को देसी व विदेशी फूलों से सजाया गया था। मंदिर में अंदर और बाहर सुरक्षा का ऐसा घेरा बनाया था कि कोई परिंदा भी पर नहीं मार सकताथा। राष्ट्रपति के आने के दौरान बांके बिहारी मंदिर मार्ग पर स्थित घरों के दरवाजे पुलिस ने बंद करा दिए। और गलियों में पुलिस का सख्त पहरा रहा। किसी को भी आवागमन की अनुमति नहीं दी गई। राष्ट्रपति मुर्मू बांके बिहारी मंदिर में करीब 30 मिनट तक रहीं। इसके बाद वे निधिवनराज मंदिर में परिक्रमा करने के बाद वे बंशी चोर राधा रानी मंदिर पहुंचीं। यहां के बाद उन्होंने हरिदासजी के मंदिर में भी दर्शन किए। यहां उन्होंने श्रृंगार भेंट किया। राष्ट्रपति मुर्मू निधिवनराज मंदिर में आधा घंटे तक रुकीं। उन्होंने यहां पर पांच सौ मीटर की परिक्रमा लगाई। इसके बाद राष्ट्रपति ने परिवार के साथ बिहारी जी की प्राकट्यस्थली के दर्शन किए। इसके बाद सुदामा कुटी में भजनकुटी का लोकार्पण करने के बाद वह यहां अपनी मां के नाम कल्प वृक्ष के पौधे को रोंपण किया।

कई ट्रेनों को रोका गया

राष्ट्रपति की स्पेशल ट्रेन के चलते नई दिल्ली से आगरा के मध्य ट्रेनों का संचालन गुरुवार सुबह डेढ़ घंटे तक प्रभावित रहा। सुरक्षा के मद्देनजर डाउन लाइन पर ट्रेनों का संचालन रोक दिया गया। अप लाइन में गतिमान एक्सप्रेस हीराकुंड एक्सप्रेस सहित 13 ट्रेन में 20 मिनट से लेकर 40 मिनट तक प्रभावित रहीं।

राष्ट्रपति श्रीकृष्ण जन्मभूमि में करेंगी दर्शनश्री कृष्ण जन्मभूमि पर 1 बजे के बाद आम पर्यटकों के लिए प्रवेश बंद कर दिया जाएगा। तय कार्यक्रम के अनुसार राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु लगभग 4.15 जन्मभूमि पहुंचकर दर्शन करेंगी। इसके बाद मथुरा जंक्शन रेलवे स्टेशन के लिए रवाना होंगी।

भारत की सबसे महंगी-आलीशान ट्रेन से पहुंची राष्ट्रपतिराष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु जिस विशेष ट्रेन से मथुरा पहुंचीं, बेहद ही खास ट्रेन महाराजा एक्सप्रेस के नाम से जानी जाती है। इस पूरी ट्रेन में 16 कोच हैं, जिन्हें दाे इंजन चलाते हैं। इस ट्रेन में आज के समय की सभी आधुनिक सुविधाएं हैं। ये ट्रेन मथुरा जंक्शन रेलवे स्टेशन पर प्लेटफॉर्म नंबर 8 पर खड़ी है। जिसमें बैठकर शाम 5 बजे राष्ट्रपति द्राैपदी मुर्मु दिल्ली सफदरगंज के लिया रवाना होंगी। रेल प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए हैं। मथुरा के अलावा बाहर से आरपीएफ और जीआरपी के जवान तैनात हैं। स्टेशन पर वेटिंग लाउंज बनाया गया है।

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Leh, 25 सितंबर (हि.स.)। उपराज्यपाल कविन्द्र गुप्ता ने गुरुवार को लद्दाख में उभरती स्थिति का आकलन करने के लिए एक उच्च स्तरीय सुरक्षा समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में शांति, सुरक्षा और सार्वजनिक व्यवस्था बनाए रखने पर ध्यान केंद्रित किया गया। साथ ही विभिन्न एजेंसियों के बीच कड़ी सतर्कता और घनिष्ठ समन्वय पर जोर दिया गया।

उपराज्यपाल ने सक्रिय कदम उठाने का आह्वान किया

उच्च-स्तरीय सुरक्षा समीक्षा बैठक में उपराज्यपाल ने किसी भी चुनौती से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए सक्रिय कदम उठाने का आह्वान किया और लद्दाख में लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए निर्बाध अंतर-एजेंसी सहयोग के महत्व पर बल दिया।

गृह मंत्रालय ने कल रात एक बयान में कहा कि सुरक्षा बलों ने आत्मरक्षा में गोलीबारी की, जिसमें कई लोग हताहत हुए। प्रदर्शनकारियों ने लेह स्थित भारतीय जनता पार्टी के मुख्यालय और मुख्य कार्यकारी पार्षद (सीईसी) के कार्यालय में भी आग लगा दी। गृह मंत्रालय ने कहा कि कार्यकर्ता सोनम वांगचुक के भड़काऊ भाषणों के कारण लेह में हिंसा हुई।

हिंसक विरोध प्रदर्शनों के बाद अधिकारियों ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए लेह शहर में प्रतिबंध लगा दिए। इस बीच कारगिल डेमोक्रेटिक अलायंस (केडीए) ने आज कारगिल शहर में पूर्ण बंद का आह्वान किया था, जिसके बाद अधिकारियों ने कानून-व्यवस्था की किसी भी स्थिति से बचने के लिए प्रतिबंध लगा दिए।

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नई दिल्ली, 25 सितंबर (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने गुरुवार को बिहार, पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी के प्रभारी और सह प्रभारी की घोषणा की। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान को बिहार और भूपेंद्र यादव को पश्चिम बंगाल का चुनाव प्रभारी बनाया गया है।

भाजपा महासचिव अरुण सिंह ने एक बयान में बताया कि पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने धर्मेंद्र प्रधान को बिहार चुनाव का प्रभारी नियुक्त किया है। इसके साथ केंद्रीय मंत्री सीआर पाटिल और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को सह-प्रभारी नियुक्त किया है।

उन्होंने बताया कि केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव को पश्चिम बंगाल के लिए पार्टी का चुनाव प्रभारी और बिप्लब कुमार देब को सह-प्रभारी नियुक्त किया गया है। बैजयंत पांडा को तमिलनाडु का चुनाव प्रभारी और मुरलीधर मोहोल को सह-प्रभारी नियुक्त किया गया है।

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Bihar Elections: बिहार विधानसभा चुनाव-2025 की तैयारियों को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने अपने प्रभारी और सह प्रभारी नियुक्त कर दिए हैं। पार्टी ने केंद्रीय मंत्रियों और वरिष्ठ नेताओं को यह ज़िम्मेदारी सौंपी है। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव एवं मुख्यालय प्रभारी अरुण सिंह ने इस संबंध में आदेश जारी करते हुए कहा कि चुनाव प्रभारी और सह प्रभारी प्रदेश स्तर पर संगठन और चुनावी प्रबंधन की देख रेख करेंगे।

केशव प्रसाद मौर्य को बिहार प्रदेश चुनाव सह-प्रभारी

केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान को बिहार प्रदेश चुनाव प्रभारी बनाया गया है। साथ ही केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सी.आर. पाटिल और उत्तरप्रदेश के उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को बिहार प्रदेश चुनाव सह-प्रभारी की जिम्मेदारी दी गई है। यह नियुक्ति तत्काल प्रभाव से लागू होगी।

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