नई दिल्ली: देशव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत अब तक 97 करोड़, 14 लाख कोरोनारोधी टीके लगाए जा चुके हैं। इस अभियान में पिछले 24 घंटों में 30 लाख से ज्यादा टीके लगाए गये।

केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक राज्यों एवं केन्द्र शासित प्रदेशों को अब तक 100 करोड़ टीके की खुराक नि:शुल्क उपलब्ध कराई जा चुकी है। राज्यों के पास अभी भी 10 करोड़, 53 लाख टीके की खुराक मौजूद हैं।

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कानपुर देहात: इटावा से कानपुर जा रही मालगाड़ी ट्रेन हादसे का शिकार हो गई। ट्रेन के लगभग 22 बोगी पटरी से उतर गए और कुछ बोगी पलट भी गई। भोर पहर हुई इस घटना से इलाके में डर का माहौल बन गया। फिलहाल मालगाड़ी खाली थी और कोई जन हानि नहीं हुई है । लेकिन हादसा भयावह रहा और लोग सवारी गाड़ी होने पर हादसे के मंजर की कल्पना कर रहे थे।

कानपुर देहात के अंबियापुर में भोर पहर लगभग चार बजे अचानक धमाकेदार आवाज सुनाई दी, जिसको सुनकर इलाके के लोग जागे और तेज आवाज की तरफ यानी रेलवे ट्रैक की ओर भागने लगे। इलाकाई लोगों ने मौके पर जाकर देखा तो एक मालगाड़ी के कई डिब्बे पटरी से उतरे और पलटे हुए थे। घटना को देख सभी सहम गए क्योंंकि अभी यहां के लोग रूरा ट्रेन हादसे को भुला नहीं पाए हैं।

दरअसल इटावा से कानपुर की ओर जा रही मालगाड़ी शुक्रवार भोर पहर अचानक रूरा स्टेशन के लगभग सात किलोमीटर दूर अंबियापुर में पलट गई। ट्रेन 22 डिब्बे पटरी से उतर गए और पलट गए। सूचना मिलते ही मौके जीआरपी, आरपीएफ और स्थानीय रेलवे प्रशासनइपहुंच गया और घटना की जांच करने लगा। पटरी से उतरे डिब्बे एक दूसरे पर चढ़ गए थे। जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि कितना बड़ा हादसा है। यह खाली मालगाड़ी इटावा से कानपुर की तरफ़ जा रही थी। ट्रेन पलटने का अभी कोई कारण स्पष्ट नहीं है और न ही कोई अधिकारी कुछ बताने को तैयार है।

बड़ा हादसा टला
बीते कुछ वर्ष पहले रूरा में एक पैसेंजर गाड़ी पलट गई थी जिसमे दो लोगों की मौत हुई थी और 30 से ज्यादा लोग गंभीर घायल हो गए थे। जिसको लेकर अभी भी यहां के लोग उस सदमे से उभर नही पाए थे। मालगाड़ी पलटने से जनहानि तो नही हुई पर अंदाजा लगाया जा रहा है कि मालगाड़ी की जगह अगर पैसेंजर गाड़ी होती तो बड़ा हादसा हो सकता था।

नुकसान और समस्याएं
मालगाड़ी पलटने से हालांकि जन हानि तो नही हुई पर रेलवे प्रशासन को इससे नुकसान जरूर बहुत होगा। सबसे बड़ी बात तो जिस रूट पर मालगाड़ी पलटी है वह रूट अब प्रभावित होगा और यहां से जाने वाली कई गाड़ियों के आवागमन में परेशानी होगी।

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नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शुक्रवार को विजयदशमी के मौके पर सात नई रक्षा कंपनियां राष्ट्र को समर्पित करेंगे। रक्षा उत्पादन में आत्मनिर्भरता के लिए इनका गठन किया गया है। नई कंपनियां शत प्रतिशत सरकारी होंगी लेकिन ये कॉरपोरेट की तर्ज पर कार्य करेंगी। ये कंपनियां मौजूदा 41 आयुध फैक्टरियों को मिलाकर बनाई गई हैं।

प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने गुरुवार को बताया कि विजयदशमी के शुभ अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 15 अक्टूबर को दोपहर करीब 12:10 बजे इन नई रक्षा कंपनियों को राष्ट्र को समर्पित करने के लिए रक्षा मंत्रालय द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में वीडियो संबोधन देंगे। इस अवसर पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिहं, रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट और रक्षा उद्योग संघों के प्रतिनिधि उपस्थित रहेंगे।

इनका जिक्र करते हुए पीएमओ ने कहा कि सरकार ने देश की रक्षा तैयारियों में आत्मनिर्भरता के लिए सुधार के उपाय के रूप में आयुध निर्माणी बोर्ड को एक विभाग से सात पूरी तरह से सरकारी स्वामित्व वाली कॉर्पोरेट संस्थाओं में बदलने का फैसला किया है। यह कदम कार्यात्मक स्वायत्तता और दक्षता को बढ़ाएगा और नई विकास क्षमता और नवाचार को उजागर करेगा।

सात नई रक्षा कंपनियों में मुनिशन्स इंडिया लिमिटेड (एमआईएल), बख्तरबंद वाहन निगम लिमिटेड (अवनी), एडवांस्ड वेपन्स एंड इक्विपमेंट इंडिया लिमिटेड (एडब्ल्यूई इंडिया), ट्रूप कम्फर्ट्स लिमिटेड (टीसीएल), यंत्र इंडिया लिमिटेड (वाईआईएल), इंडिया ऑप्टेल लिमिटेड (आईओएल) और ग्लाइडर्स इंडिया लिमिटेड (जीआईएल) शामिल हैं।

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नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को नवरात्रि के नौंवे दिन मां सिद्धिदात्री का नमन करते हुए देशवासियों को महानवमी की शुभकामनाएं दीं।

प्रधानमंत्री मोदी ने माता के भक्तों के लिए मां सिद्धिदात्री की स्तुति साझा करते हुए ट्वीट किया, नवरात्रि में महानवमी के पावन अवसर पर मां सिद्धिदात्री की पूजा-अर्चना होती है। मेरी कामना है कि उनके आशीर्वाद से हर किसी को अपनी सिद्धि की प्राप्ति हो।

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नई दिल्ली: पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को बुधवार अचानक तबीयत बिगड़ने के बाद दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में भर्ती कराया गया है।

जानकारी के अनुसार डॉ. मनमोहन सिंह को एम्स के हृदय रोग विभाग में भर्ती कराया गया है। मनमोहन सिंह को बाजू और सीने में दर्द की शिकायत होने के बाद अस्पताल लाया गया था। उनको हलका बुखार भी था। जहां उनका हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. नीतीश नायक की देखरेख में उनका इलाज चल रहा है।

हाल ही में डॉ मनमोहन सिंह ने 89वां जन्मदिन मनाया था। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सोनिया गांधी उनका हाल-चाल जानने एम्स जा सकती हैं। संप्रग सरकार में 2004 से 2014 तक वह देश के प्रधानमंत्री रहे। वर्तमान में राजस्थान से राज्यसभा सदस्य हैं।

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– प्रगति मैदान में नए प्रदर्शनी परिसर में हॉल संख्या 2 से 5 का भी किया उद्घाटन

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश के अवसंरचना परिदृश्य से जुड़े एक ऐतिहासिक आयोजन के तहत बुधवार को यहां प्रगति मैदान में ‘पीएम गतिशक्ति – मल्टी-मॉडल कनेक्टिविटी के लिए राष्ट्रीय मास्टर प्लान’ का शुभारंभ किया। सभी विभाग अब केंद्रीयकृत पोर्टल के माध्यम से एक-दूसरे की परियोजनाओं पर नजर रख सकेंगे।

इस कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने प्रगति मैदान में नए प्रदर्शनी परिसर में हॉल संख्या 2 से 5 का भी रिमोट का बटन दबाकर उद्घाटन किया। इससे पहले प्रधानमंत्री ने यहां हाल संख्या पांच में फोटो प्रदर्शनी का दौरा किया और प्रगति मैदान के पुनर्निर्माण कार्यों का जायजा लिया। भारत व्यापार संवर्धन संगठन का प्रमुख कार्यक्रम, भारत अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला (आईआईटीएफ) 2021 भी इन नए प्रदर्शनी हॉल में 14-27 नवंबर के दौरान आयोजित किया जाएगा।

इस अवसर पर केन्द्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि व्यापार मंत्रियों की जी20 बैठक में उन्होंने पीएम गतिशक्ति अवसंरचना योजना की झलकियां साझा कीं थीं। उन्होंने कहा कि विकसित देशों के मंत्री भी इस योजना से चकित थे कि कैसे पूरे बुनियादी ढांचे की योजना को एक मंच पर लागू किया जा रहा है। गोयल ने कहा कि जी20 भारत में पहली बार 2023 में अपना विश्व सम्मेलन आयोजित करेगा। यह सम्मेलन प्रगति मैदान के नए परिसर में ही होगा।

इस अवसर पर सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, पोत परिवहन (शिपिंग) मंत्री सर्बानंद सोनेवाल, विद्युत मंत्री आर के सिंह, पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी भी मौजूद रहे।

प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के अनुसार, भारत में अवसंरचना या बुनियादी ढांचागत सुविधाओं के निर्माण में पिछले कई दशकों से अनगिनत समस्याएं आड़े आती रही थीं। विभिन्न विभागों के बीच समन्वय का घोर अभाव देखा जाता था। उदाहरण के लिए, एक बार कोई सड़क बन जाने के बाद अन्य एजेंसियां भूमिगत केबल, गैस पाइपलाइन, इत्यादि बिछाने जैसी गतिविधियों के लिए निर्मित सड़क को फिर से खोद देती थीं। इससे न केवल लोगों को भारी असुविधा होती थी, बल्कि यह एक फिजूलखर्ची भी होती थी। इस समस्या के समाधान के लिए आपस में समन्वय बढ़ाने के ठोस प्रयास किए गए ताकि सभी केबल, पाइपलाइन, इत्यादि एक साथ बिछाई जा सकें। अनुमोदन प्रक्रिया में काफी समय लगने, तरह-तरह की नियामक मंजूरियां लेने, इत्यादि समस्याओं के समाधान के लिए भी अनेक ठोस कदम उठाए गए हैं। पिछले सात वर्षों में सरकार ने समग्र दृष्टिकोण के जरिये बुनियादी ढांचागत सुविधाओं या अवसंरचना पर अभूतपूर्व ध्यान देना सुनिश्चित किया है।

पीएम गतिशक्ति प्रमुख अवसंरचना परियोजनाओं के लिए समस्त पक्षों के लिए समग्र योजना को संस्थागत रूप देकर पिछले सभी मुद्दों को सुलझाएगी। एक-दूसरे से अलग-थलग रहकर योजना बनाने और डिजाइन तैयार करने के बजाय परियोजनाओं को एक साझा नजरिए से तैयार और कार्यान्वित किया जाएगा। इसमें विभिन्न मंत्रालयों और राज्य सरकारों की अवसंरचना योजनाओं जैसे कि भारतमाला, सागरमाला, अंतर्देशीय जलमार्गों, शुष्क तथा भूमि बंदरगाहों, उड़ान, इत्यादि को शामिल किया जाएगा। कनेक्टिविटी बेहतर करने एवं भारतीय व्यवसायों को और भी अधिक प्रतिस्पर्धी बनाने के लिए टेक्सटाइल क्लस्टर, फार्मास्युटिकल क्लस्टर, रक्षा कॉरिडोर, इलेक्ट्रॉनिक पार्क, इंडस्ट्रियल कॉरिडोर, फिशिंग क्लस्टर, एग्री जोन जैसे आर्थिक क्षेत्रों को कवर किया जाएगा। इसमें विभिन्न प्रौद्योगिकियों का भी व्यापक उपयोग किया जाएगा जिनमें बीआईएसएजी-एन (भास्कराचार्य राष्ट्रीय अंतरिक्ष अनुप्रयोग और भू-सूचना संस्थान) द्वारा विकसित इसरो इमेजरी युक्त स्थानिक नियोजन उपकरण भी शामिल होंगे।

पीएम गतिशक्ति छह स्तंभों पर आधारित है:
व्यापकता: इसमें एक केंद्रीकृत पोर्टल में विभिन्न मंत्रालयों तथा विभागों की सभी मौजूदा और नियोजित पहलों का विवरण शामिल होगा। अब परियोजनाओं के व्यापक नियोजन और निष्पादन के क्रम में महत्वपूर्ण डेटा का आदान – प्रदान करते हुए प्रत्येक विभाग को एक-दूसरे की गतिविधियों से अवगत रहने की सुविधा होगी।

प्राथमिकता: इसके माध्यम से विभिन्न विभाग विविध क्षेत्रों से संबंधित पारस्परिक व्यवहार के जरिए अपनी परियोजनाओं को प्राथमिकता देने में सक्षम होंगे।

अधिकतम उपयोग: यह राष्ट्रीय मास्टर प्लान महत्वपूर्ण खामियों की पहचान के बाद विभिन्न परियोजनाओं की योजना बनाने में विभिन्न मंत्रालयों की सहायता करेगा। माल को एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाने के लिए, यह मास्टर प्लान समय और लागत की दृष्टि से अधिकतम उपयोगी मार्ग चुनने में मदद करेगा।

सामंजस्यीकरण: अलग-अलग मंत्रालय और विभाग अक्सर एक – दूसरे से अलग – थलग होकर काम करते हैं। परियोजनाओं के नियोजन एवं क्रियान्वयन को लेकर उनके बीच समन्वय का अभाव होता है जिसके परिणामस्वरूप विलम्ब होता है। पीएम गतिशक्ति प्रत्येक विभाग की गतिविधियों के साथ-साथ शासन – प्रणाली की विभिन्न परतों के बीच काम का समन्वय सुनिश्चित करके उनके बीच समग्र रूप से सामंजस्य स्थापित करने में मदद करेगी।

विश्लेषणात्मक: यह मास्टर प्लान जीआईएस आधारित स्थानिक नियोजन एवं 200 से अधिक परतों वाले विश्लेषणात्मक उपकरणों के जरिए एक ही स्थान पर संपूर्ण डेटा प्रदान करेगा, जिससे कार्यान्वन से जुड़ी एजेंसी को अपना कामकाज करने में सहूलियत होगी।

गतिशीलता: सभी मंत्रालय और विभाग अब जीआईएस प्लेटफॉर्म के माध्यम से विविध क्षेत्रों से संबंधित परियोजनाओं की प्रगति की परिकल्पना, समीक्षा और निगरानी करने में सक्षम होंगे, क्योंकि उपग्रह इमेजरी समय-समय पर धरातल पर होने वाली प्रगति की जानकारी देगी और उसके अनुरूप परियोजनाओं की प्रगति से संबंधित जाकारी को नियमित रूप से पोर्टल पर अपडेट किया जाएगा। यह कदम इस मास्टर प्लान को आगे बढ़ाने और उसे अपडेट करने से संबंधित महत्वपूर्ण उपायों की पहचान करने में मदद करेगा।

मल्टी-मॉडल कनेक्टिविटी, परिवहन के एक साधन से दूसरे साधन में लोगों, वस्तुओं और सेवाओं की आवाजाही के लिए एकीकृत और निर्बाध कनेक्टिविटी प्रदान करेगी। यह कदम बुनियादी ढांचे को अंतिम मील तक कनेक्टिविटी की सुविधा प्रदान करेगा और यात्रा में लोगों को लगने वाले समय को भी कम करेगा।

पीएम गतिशक्ति कनेक्टिविटी से जुड़ी आगामी परियोजनाओं, अन्य व्यावसायिक केंद्रों, औद्योगिक क्षेत्रों और आसपास के वातावरण के बारे में जनता और व्यावसायिक समुदाय को जानकारी प्रदान करेगी। यह निवेशकों को उपयुक्त स्थानों पर अपने व्यवसाय की योजना बनाने में सक्षम बनाएगी जिससे पारस्परिक व्यवहार में वृद्धि होगी। यह रोजगार के कई अवसर पैदा करेगी और अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देगी। यह लॉजिस्टिक्स से जुड़ी लागत में कटौती और आपूर्ति श्रृंखला में सुधार करके स्थानीय उत्पादों की वैश्विक प्रतिस्पर्धात्मक क्षमता को बेहतर बनाएगी और स्थानीय उद्योग एवं उपभोक्ताओं के बीच उपयुक्त जुड़ाव भी सुनिश्चित करेगी।

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नई दिल्ली: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की अगुवाई में पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल बुधवार को लखीमपुर खीरी हिंसा मामले को लेकर राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द से मुलाकात की। पार्टी ने निष्पक्ष जांच का हवाला देते हुए केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा को बर्खास्त करने और सुप्रीम कोर्ट के दो मौजूदा न्यायाधीशों के आयोग से स्वतंत्र जांच कराने की मांग की।

राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद संवाददाताओं से बातचीत में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि पीड़ित चाहते हैं कि उन्हें न्याय मिले। उन्होंने कहा कि हत्यारोपी का पिता मंत्री पद पर है ऐसे में जब तक वह पद पर हैं सही न्याय नहीं मिल सकता। उल्लेखनीय है कि अजय मिश्रा के बेटे अशीश मिश्रा पर मामले में आरोप लगें हैं और उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। 

नीतीश कुमार ने देवी दरबारों में राज्य की सुख-समृद्धि की लगाई गुहार

कांग्रेस के पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल में राहुल गांधी के अलावा पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी, राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता एके एंटनी और गुलाम नबी आजाद शामिल थे। नेताओं ने राष्ट्रपति से लखीमपुर खीरी मामले की दो मौजूदा न्यायाधीशों के आयोग से स्वतंत्र जांच कराने की मांग की।

नेताओं ने राष्ट्रपति से कहा कि लखीमपुर खीरी में किसानों की ‘निर्मम हत्या’ की गई है और देश की ‘आत्मा को झकझोर’ कर रख दिया है। उन्होंने कहा कि दिन दिहाड़े की गई इन हत्याओं पर केन्द्र और राज्य सरकार के अक्खड़ रवैये ने आम जनता का जांच कर रहे लोगों पर से विश्वास उठा दिया है। नीतीश कुमार ने देवी दरबारों में राज्य की सुख-समृद्धि की लगाई गुहार

राष्ट्रपति को सौंपे गए ज्ञापन में कांग्रेस नेताओं ने कहा है कि किसान तीन कृषि कानूनों को रद्द किए जाने की मांग कर रहे हैं और सरकार उनसे किसी सार्थक बातचीत को तैयार नहीं हैं। ऐसा लगता है कि सरकार का मकसद है कि किसानों को थकाकर और हताश कर दिया जाए। सरकार की यह नीति विफल होने वाली है।

ज्ञापन में घटनाक्रम की जानकारी देते हुए कहा गया है कि 27 सितंबर को किसानों ने भारत बंद का आयोजन किया था। इस दौरान अजय मिश्रा ने खुले मंच से किसानों को धमकाया था। इस धमकी की वीडियो सार्वजनिक तौर पर उपलब्ध है। ऐसे में जब नेता ही ऐसा बयान देगा तो न्याय कैसे संभव होगा। 3 अक्टूबर को किसान शांति पूर्ण प्रदर्शन कर रहे थे। इसके बाद ‘पूर्व नियोजित और झकझोर’ देने वाली हत्या हुई जिन्हें कैमरे पर भी रिकॉर्ड किया गया। वहीं उत्तर प्रदेश पुलिस ने भी इस पर रिपोर्ट दर्ज करने से इनकार कर दिया।

ज्ञापन के अनुसार कांग्रेस का मानना है कि हाई प्रोफाइल लोगों के शामिल होने से मामले की निष्पक्ष जांच संभव नहीं है। ऐसे में कांग्रेस की मांग है कि स्वतंत्र न्यायिक जांच होनी चाहिए।

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नई दिल्ली: राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द,उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देशवासियों को महाष्टमी की शुभकामनाएं दीं हैं।

राष्ट्रपति कोविन्द ने ट्वीट कर कहा, दुर्गा पूजा के शुभ अवसर पर सभी देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं! देवी दुर्गा अन्याय के दमन का प्रतीक एवं नारी शक्ति का दैवी स्वरूप हैं। हम सभी ऐसे समाज के निर्माण का संकल्प करें, जिसमें महिलाओं को और अधिक सम्मान मिले एवं राष्ट्र-निर्माण में उनकी बराबर की भागीदारी हो।

उपराष्ट्रपति नायडू ने ट्वीट कर कहा, दुर्गा अष्टमी के पावन पर्व पर, मां दुर्गा से आप सभी देशवासियों के स्वास्थ्य, सुख, शांति और समृद्धि की प्रार्थना करता हूं। देवी मां नारी की सनातन दिव्यता का साक्षात वंदनीय अवतार हैं।अपने जीवन में उस दिव्यता का आदर करें, यही इस पर्व की सार्थकता है।

प्रधानमंत्री मोदी ने माता महागौरी की एक स्तुति साझा करते हुए बुधवार को ट्वीट किया, महाष्टमी की आप सभी को ढेरों शुभकामनाएं। नवरात्रि के इस पावन दिवस पर मां महागौरी के पूजन का विधान है। उनके आशीर्वाद से हर किसी का जीवन रोशन हो।

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नई दिल्ली: देशव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत अबतक 95 करोड़, 89 लाख कोरोना रोधी टीके लगाए जा चुके हैं। इस अभियान में मंगलवार सुबह तक पिछले 24 घंटों में 65 लाख, 86 हजार से ज्यादा टीके लगाए गये।

केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक राज्यों एवं केन्द्र शासित प्रदेशों को अब तक 97 करोड़ टीके की खुराक नि:शुल्क उपलब्ध कराई गयी है। इनमें से राज्यों के पास अब भी आठ करोड़, 22 लाख टीके की खुराक मौजूद हैं।

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नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नवरात्रि के दौरान सारी बाधाओं को दूर कर सभी के जीवन में सुख, शांति, समृद्धि और उत्तम स्वास्थ्य के लिए मां कालरात्रि का आशीर्वाद मांगा है।

प्रधानमंत्री मोदी ने मंगलवार को ट्वीट कर कहा, “मां कालरात्रि से प्रार्थना है कि सारी बाधाओं को दूर कर वे हर किसी के जीवन में सुख, शांति, समृद्धि और उत्तम स्वास्थ्य लेकर आएं।”

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-मुकेश अंबानी 100 बिलियन डॉलर की संपत्ति वाली सूची में शामिल

नई दिल्ली: रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) के चेयरमैन मुकेश अंबानी टेस्ला के एलन मस्क और अमेजन के जेफ बेजोस के क्लब में शामिल हो गए हैं। ब्लूमबर्ग बिलिनेयर इंडेक्स की ओर से शनिवार को जारी ताजा रिपोर्ट के अनुसार मुकेश अंबानी की संपत्ति बढ़कर 100.6 अरब डॉलर हो गई है।

ब्लूमबर्ग बिलिनेयर इंडेक्स की सूची के मुताबिक मुकेश अंबानी दुनिया में सबसे अमीर कारोबारियों की रैंकिंग में 11वें नंबर पर बने रहने में कामयाब रहे। इस साल अंबानी की संपत्ति में 23.8 अरब डॉलर का इजाफा हुआ है। इस सूची में सबसे ऊपर टेस्ला के मालिक एलन मस्क उनके बाद अमेजन के जेफ बेजोस का नंबर आता है। इसके बाद बर्नाड अनॉल्ट, बिल गेट्स, लैरी पेज, मार्क जुकरबर्ग का नंबर आता है।

ब्लूमबर्ग बिलिनेयर इंडेक्स के अनुसार एलन मस्क की संपत्ति इस वक्त 222.1 अरब डॉलर है, जबकि जेफ बेजोस की संपत्ति 190.88 अरब डॉलर है। गौरतलब है कि मुकेश अंबानी साल 2008 से फोर्ब्स की सूची में टॉप 100 अमीर भारतीयों में पहले नंबर पर बने हुए हैं। गौरतलब है कि आरआईएल का बाजार पूंजीकरण (मार्केट कैप) 16,93,170.17 करोड़ रुपये हो गया है, जो अगले हफ्ते बढ़कर 17 लाख करोड़ रुपये का स्तर छू सकता है।

उल्लेखनीय है कि 64 वर्षीय मुकेश अंबानी ने रिलायंस इंडस्ट्रीज की कमान संभालने के बाद कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। उनकी अगुवाई में कम्पनी एनर्जी सेक्टर के साथ-साथ रिटेल, ई-कॉमर्स सेक्टर में मजबूती के साथ आगे बढ़ रही है। साल 2016 में वह टेलीकॉम सेक्टर में भी उतरे और भारतीय बाजार पर जियो का प्रभुत्व है। अंबानी का कारोबार तीन प्रमुख सेक्टर टेलीकॉम, रिटेल और एनर्जी में है। उन्होंने 2020 में 27 अरब डॉलर की रकम जियो टेलीकॉम में हिस्सेदारी बेचकर जुटाई थी।

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– चौथे दिन दुर्गाकुंड स्थित माता कुष्मांडा का दर्शन का विधान

वाराणसी: धर्म नगरी काशी में शारदीय नवरात्र के तीसरे दिन शनिवार को श्रद्धालु नर-नारियों ने आदिशक्ति के तीसरे स्वरूप माता चंद्रघंटा के दरबार में हाजिरी लगाई। चौक चित्रघंटा गली स्थित माता रानी के दरबार में भोर से ही श्रद्धालु पहुंचने लगे। माता रानी के दर्शन के लिए लक्खी चौतरा तक लम्बी लाइन लगी रही। कतारबद्ध श्रद्धालुओं ने अपनी बारी आने पर पूरे श्रद्धा भाव से माता के दर पर नारियल चुनरी चढ़ाकर मत्था टेका। जगदम्बा से परिवार में सुख शान्ति और कोरोना से मुक्ति की गुहार लगाई। इस दौरान पूरा मंदिर परिक्षेत्र सांचे दरबार की जय,जय माता दी के जयकारों सं गुंजायमान रहा।

इसके पूर्व भोर में माता रानी के विग्रह को महंत की देखरेख में पंचामृत स्नान कराने के बाद नवीन वस्त्र धारण करा कर सोलहों श्रृंगार रचाया गया। भोग लगाने के बाद मंगला आरती कर मंदिर का पट आम श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया।
माता रानी का ये तीसरा स्वरूप बेहद सौम्य है। मां के दर्शन मात्र से अभीष्ट सिद्धि और सभी मनोकामनाएं पूरी होती है। इनके सिर में घंटे के आकार का अर्धचन्द्र है, इसी कारण मां को चंद्रघंटा कहा जाता है। इनकी 10 भुजाएं हैं। इनमें खड़ग, बाण, गदा आदि अस्त्र हैं। इनके घंटे की भयानक ध्वनि से असुर भयभीत रहते हैं। इस स्वरूप की आराधना से साधक का मन-मणिपुर चक्र में प्रवष्टि होता है। मां चंद्रघंटा तंत्र साधना में मणिपुर चक्र को नियंत्रित करती हैं और ज्योतिष में इनका संबंध मंगल ग्रह से होता है। जब असुरों के बढ़ते प्रभाव से देवता त्रस्त हो गये तब उन्हें मुक्ति दिलाने के लिए आदि शक्ति चंद्रघंटा रूप में अवतरित हुई। असुरों का संहार कर देवी ने देवताओं को संकट से मुक्त कराया। जिनके घंटे की घोर ध्वनि से दसो दिशाएं कंपायमान हो उठी थीं। देवी के इस स्वरुप के स्तवन मात्र से ही मनुष्य भय से मुक्ति व शक्ति प्राप्त करता है। इस स्वरूप का पूजन सभी संकटों से मुक्ति दिलाता है।

चौथे दिन कुष्मांडा देवी के दर्शन पूजन का विधान

शारदीय नवरात्र के चौथे दिन दुर्गाकुंड स्थित कुष्मांडा के दर्शन पूजन का विधान है। माता का दरबार दुर्गाकुंड में अवस्थित है। आदिशक्ति के इस स्वरूप के दर्शन-पूजन से जीवन की सारी भव बाधा और दुखों से छुटकारा मिलता है। साथ ही भवसागर की दुर्गति को भी नहीं भोगना पड़ता है। मां की आठ भुजाएं हैं। इनके सात हाथों में क्रमशः कमण्डल, धनुष, बाण, कमल पुष्प, अमृतपूर्ण कलश, चक्र और गदा है। मां कुष्माण्डा विश्व की पालनकर्ता के रूप में भी जानी जाती हैं।

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