– मेजर विभूति और सूबेदार सोमबीर को शौर्य चक्र

नई दिल्ली: राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द ने भारतीय वायु सेना के विंग कमांडर (अब ग्रुप कैप्टन) अभिनंदन वर्धमान को वीर चक्र से सम्मानित किया। 27 फरवरी, 2019 को हवाई युद्ध के दौरान पाकिस्तान के एफ -16 लड़ाकू विमान को मार गिराने के लिए उन्हें सम्मानित किया गया।

राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द ने सोमवार को राष्ट्रपति भवन में आयोजित रक्षा अलंकरण समारोह-1 में देश की सुरक्षा के लिए अदम्य साहस का प्रदर्शन करने वाले जवानों को शौर्य पुरस्कारों से सम्मानित किया। इस दौरान राष्ट्रपति ने दो कीर्ति चक्र, एक वीर चक्र, 10 शौर्य चक्र, 14 परम विशिष्ट सेवा पदक, दो उत्तम युद्ध सेवा पदक और 26 अति विशिष्ट सेवा पदक प्रदान किये।

राष्ट्रपति ने कोर ऑफ इंजीनियर्स के सैपर प्रकाश जाधव को मरणोपरांत कीर्ति चक्र से सम्मानित किया। उनकी पत्नी और मां ने राष्ट्रपति से पुरस्कार ग्रहण किया।

बहादुर सैनिक मेजर विभूति शंकर ढौंडियाल को उनके असाधारण साहस, कर्तव्य के प्रति समर्पण और सर्वोच्च बलिदान के लिए शौर्य चक्र (मरणोपरांत) दिया गया। जम्मू-कश्मीर में हुए इस ऑपरेशन में पांच आतंकवादी मारे गए और 200 किलोग्राम विस्फोटक बरामद किया गया था। मेजर विभूति शंकर ढौंडियाल की पत्नी लेफ्टिनेंट नितिका कौल और मां सरोज ढौंडियाल ने उनका पुरस्कार ग्रहण किया।

जम्मू-कश्मीर में एक ऑपरेशन के दौरान ए श्रेणी के आतंकवादी को मारने के लिए नायब सूबेदार सोमबीर को मरणोपरांत शौर्य चक्र प्रदान किया गया। जाट रेजिमेंट के नायब सूबेदार सोमबीर को राष्ट्रीय राइफल्स की एक हमला टीम का हिस्सा थे, जिसने एक ऑपरेशन की योजना बनाई और उसे अंजाम दिया जिसमें जम्मू-कश्मीर में 3 कट्टर आतंकवादियों का सफाया किया। राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द से उनकी पत्नी और मां ने पुरस्कार ग्रहण किया।

राष्ट्रपति ने रक्षा अलंकरण समारोह में लेफ्टिनेंट जनरल हरपाल सिंह को असाधारण क्रम की विशिष्ट सेवा के लिए परम विशिष्ट सेवा पदक प्रदान किया।

इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सहित अनेक गणमान्य लोग मौजूद रहे।

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नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को देशवासियों को सिख समुदाय के प्रथम गुरु नानक देव की जयंती पर शुभकामनाएं देते हुए कहा कि न्यायपूर्ण, दयालु और समावेशी समाज की उनकी दृष्टि हमें प्रेरित करती है।

प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर कहा, “श्री गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व के विशेष अवसर पर, मैं उनके पवित्र विचारों और महान आदर्शों को याद करता हूं। न्यायपूर्ण, दयालु और समावेशी समाज की उनकी दृष्टि हमें प्रेरित करती है। दूसरों की सेवा करने पर श्री गुरु नानक देव जी का जोर भी बहुत प्रेरक है।”

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नई दिल्ली: मराठा राजा छत्रपति शिवाजी महाराज पर अपने कार्यों के लिए जाने जाने वाले प्रसिद्ध इतिहासकार और लेखक बलवंत मोरेश्वर उर्फ बाबासाहेब पुरंदरे का सोमवार को पुणे में निधन हो गया। उनके निधन पर प्रधानमंत्री और गृहमंत्री ने शोक व्यक्त किया है। वह पद्मविभूषण से सम्मानित थे और हाल ही में उन्होंने अपने जीवन के 100 वर्ष पूरे किए थे।

प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि शिवशाहीर बाबासाहेब पुरंदरे का निधन इतिहास और संस्कृति की दुनिया में एक बड़ा खालीपन पैदा होगा। उन्हीं की बदौलत आने वाली पीढ़ियां छत्रपति शिवाजी महाराज से और जुड़ेंगी। उनके अन्य कार्यों को भी याद किया जाएगा।

उन्होंने कहा, “शिवशहर बाबासाहेब पुरंदरे तर्कबुद्धि, बुद्धिमान और भारतीय इतिहास का समृद्ध ज्ञान रखते थे। वर्षों के कालखंड में मुझे उनके साथ बहुत निकटता से बातचीत का अवसर मिला। कुछ महीने पहले उनके शताब्दी वर्ष के कार्यक्रम को संबोधित किया था।” इसके साथ प्रधानमंत्री ने कार्यक्रम का यूट्यूब लिंक भी साझा किया है और कहा कि शिवशाहीर बाबासाहेब पुरंदरे अपने व्यापक कार्यों के कारण सदैव हमारे बीच रहेंगे।

वहीं, केन्द्रीय गृह मंत्री ने उन्हें याद करते हुए कहा, “बाबासाहेब पुरंदरे जी के स्वर्गवास की सूचना से अत्यंत व्यथित हूँ। उन्होंने छत्रपति शिवाजी महाराज जी के गौरवशाली जीवन को जन-जन तक पहुँचाने का भागीरथ कार्य किया। जाणता राजा नाटक के माध्यम से उन्होंने धर्म रक्षक छत्रपति शिवाजी महाराज की शौर्य गाथाओं को युवा पीढ़ी के हृदय में बसाया।” उन्होंने कहा कि कुछ वर्ष पूर्व बाबासाहेब पुरंदरे जी से भेंट कर एक लंबी चर्चा करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ था। उनकी ऊर्जा और विचार सचमुच प्रेरणीय थे। उनका निधन एक युग का अंत है।

शिवशाहीर बाबासाहेब पुरंदरे का आज पुणे में निधन हो गया। बाबासाहेब पुरंदरे का पुणे के दीनानाथ मंगेशकर अस्पताल में इलाज चल रहा था। कुछ दिन पहले घर में बाबासाहेब पुरंदरे का पैर फिसल जाने से वे घायल हो गए थे। बाद में उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया।

बाबासाहेब पुरंदरे ने मुख्यतः ऐतिहासिक विषयों पर लिखा। इसके अलावा, उन्होंने बेहतरीन उपन्यास और नाटक भी लिखे। ऐतिहासिक रूप से प्रशंसित नाटक ‘जनता राजा’ का निर्देशन किया। ‘सावित्री’, ‘जलत्या थिंग्या’, ‘मुजर्याचे मनकारी’, ‘राजा शिवछत्रपति’, ‘महाराज’, ‘शेलारखिंद’, ‘पुरंदर्यंच सरकारवाड़ा’, ‘शंवरवादयतिला शामदान’, ‘शिलंगनाचा सोनम’, ‘पुरंदर की बुरुजवंतिनिचा’, ‘कलांगनाचा’ ‘महाराजची राजचिंहे’, ‘पुरंदरयांची नौबत’ आदि साहित्य प्रकाशित हो चुके हैं। राजा शिवछत्रपति के 16 संस्करण प्रकाशित हो चुके हैं और 5 लाख से अधिक प्रतियां प्रकाशित हो चुकी हैं।

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नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 16 नवंबर को उत्तर प्रदेश की यात्रा पर जायेंगे और दोपहर करीब 1:30 बजे सुलतानपुर जिले के करवल खीरी में पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन करेंगे।

प्रधानमंत्री कार्यालय ने सोमवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि मोदी पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के उद्घाटन के बाद सुलतानपुर जिले में एक्सप्रेस-वे पर निर्मित 3.2 किमी लंबी हवाई पट्टी पर भारतीय वायु सेना के एयरशो को भी देखेंगे। यह हवाई पट्टी आपात स्थिति में भारतीय वायु सेना के लड़ाकू विमानों को उतारने और उड़ान भरने के लिए निर्मित की गयी है।

पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे की लम्बाई 341 किलोमीटर है। यह लखनऊ-सुलतानपुर रोड (एनएच-731) पर स्थित गांव चौदसराय, जिला लखनऊ से शुरू होता है और यूपी-बिहार सीमा से 18 किमी पूर्व में राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 31 पर स्थित गांव हैदरिया में समाप्त होता है। एक्सप्रेस-वे 6 लेन चौड़ा है, जिसे भविष्य में 8-लेन तक बढ़ाया जा सकता है। लगभग 22,500 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से निर्मित, पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से उत्तर प्रदेश के पूर्वी भाग, विशेष रूप से लखनऊ, बाराबंकी, अमेठी, अयोध्या, सुलतानपुर, अंबेडकर नगर, आजमगढ़, मऊ और गाजीपुर जिलों के आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा।

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रायगढ़: मणिपुर के उग्रवादी हमले में शहीद हुए असम राइफल्स की 46वीं बटालियन के कमांडिंग आफिसर कर्नल विप्लव त्रिपाठी, उनकी पत्नी और पुत्र सोमवार को पंचतत्व में विलीन हो गए। उनका अंतिम संस्कार छत्तीसगढ़ के राजगढ़ में किया गया। शहीद त्रिपाठी के छोटे भाई अनय त्रिपाठी ने चिता को मुखाग्नि दी।

रायगढ़ के रामलीला मैदान से शहीद की अंतिम यात्रा सर्किट हाउस स्थित मुक्तिधाम की ओर रवाना हुई। इसके साथ ही विप्लव त्रिपाठी अमर रहे के नारों से पूरा शहर गुंजायमान हो उठा। हिंदू परम्परा के अनुसार महिलाएं अंतिम संस्कार के लिए श्मशान घाट नहीं जाती हैं, लेकिन आज इस परंपरा को तोड़ते हुए हजारों महिलाएं मुक्तिधाम पहुंचीं और शहीद विप्लव त्रिपाठी, उनकी पत्नी एवं पुत्र के अंतिम संस्कार में शामिल हुईं।

शहीद त्रिपाठी के छोटे भाई अनय त्रिपाठी भी सेना में कार्यरत हैं। देशप्रेम का जज़्बा त्रिपाठी परिवार में आजादी के पूर्व से ही रहा है। शहीद विप्लव त्रिपाठी के दादा सांसद थे और संविधान सभा के सदस्य थे। शहीद त्रिपाठी के पिता सुभाष त्रिपाठी रायगढ़ के वरिष्ठ पत्रकार हैं।

अंतिम संस्कार के समय छत्तीसगढ़ के उच्च शिक्षा मंत्री, रायगढ़ जिले के सभी विधायक, जिला कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक और स्थानीय लोग बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। भारत माता की जय के नारों के साथ जनता का हुजूम अपने शहर के बेटे को श्रद्धांजलि दे रहा था।

सेना के विशेष विमान से शहीद विप्लव त्रिपाठी, उनकी पत्नी और बेटे का पार्थिव शरीर रायपुर से रायगढ़ लाया गया। इस दौरान जिंदल एयरपोर्ट से शहीद त्रिपाठी के घर तक लोगों की भारी भीड़ उमड़ी। इसके बाद अंतिम दर्शन के लिए शहीद त्रिपाठी का पार्थिव शरीर रामलीला मैदान में कुछ समय तक रखा गया, जहां से मुक्तिधाम ले जाया गया।

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नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने सोमवार को राजपत्रिक अधिसूचना के माध्यम से रक्षा सचिव, गृह सचिव, खुफिया ब्यूरो (आईबी) के निदेशक, रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) सेक्रेटरी का कार्यकाल दो साल के लिए बढ़ा दिया है।

इस संबंध में जारी अधिसूचना के मुताबिक सार्वजनिक हित में जरूरी होने पर रक्षा सचिव, गृह सचिव, आईबी के निदेशक, रॉ सचिव, सीबीआई के निदेशक, प्रवर्तन निदेशालय के निदेशक का कार्यकाल 2 साल अथवा संबंधित अधिनियम के तहत तय सीमा तक मामले के आधार पर लिखित कारण के साथ बढ़ाया जा सकता है।

उल्लेखनीय है कि 2005 में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने रक्षा सचिव, गृह सचिव, आईबी तथा रॉ के प्रमुखों का कार्यकाल 2 साल तक सीमित कर दिया था।

इससे पहले रविवार को राष्ट्रपति ने दो अध्यादेश को मंजूरी दी है। इन अध्यादेशों के तहत सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय के निदेशकों की कार्यकाल की सीमा को 2 से बढ़ाकर 5 साल किया गया है। नियुक्ति के समय उनका कार्यकाल 2 वर्षों का और बाद में संबंधित समितियों के विचार से इसे एक-एक साल बढ़ाकर कुल 5 वर्ष तक विस्तार दिया जा सकता है।

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– थल सेना प्रमुख को ड्रोन/यूएवी और नौसेना के युद्धपोतों के लिए ईडब्ल्यू सूट भी देंगे
– 16,400 फीट की ऊंचाई पर लैंडिंग और टेक ऑफ कर सकता है स्वदेशी एलसीएच

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 19 नवम्बर को ‘राष्ट्रीय रक्षा समर्पण पर्व’ के मौके पर स्वदेश निर्मित लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर (एलसीएच) वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी को सौंपेंगे। रानी लक्ष्मीबाई के जन्मदिन पर उत्तर प्रदेश के झांसी में होने वाले कार्यक्रम में ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ मनाते हुए थल सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे को ड्रोन/यूएवी और नौसेना के युद्धपोतों के लिए विकसित किये गए उन्नत ईडब्ल्यू सूट भी सौंपेंगे।

रक्षा मंत्रालय उत्तर प्रदेश के झांसी में 17 से 19 नवंबर तक आयोजित किए जा रहे ‘राष्ट्र रक्षा समर्पण पर्व’ के मौके पर औपचारिक रूप से कई योजनाओं को राष्ट्र को समर्पित करेगा। यह आयोजन ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ समारोह का हिस्सा है। यह पर्व उत्तर प्रदेश सरकार के साथ मिलकर आयोजित किया जा रहा है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह 17 नवम्बर को इस कार्यक्रम का उद्घाटन करेंगे। प्रधानमंत्री 19 नवम्बर को एक भव्य समारोह में कई योजनाओं का शुभारंभ करने के साथ ही कई हथियार राष्ट्र को समर्पित करेंगे। इसमें प्रमुख रूप से स्वदेश निर्मित लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर (एलसीएच) है।

प्रधानमंत्री हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) द्वारा डिजाइन और विकसित लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर (एलसीएच) को वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी को सौंपेंगे। एलसीएच दो इंजन वाला हेलीकॉप्टर 5-8 टन वर्ग का लड़ाकू हेलीकॉप्टर है। एलसीएच में प्रभावी लड़ाकू भूमिकाओं के लिए उन्नत तकनीकों और चुपके सुविधाओं को शामिल किया गया है। इसे दुश्मन की वायु रक्षा, काउंटर विद्रोह, खोज और बचाव, टैंक विरोधी, काउंटर सर्फेस फोर्स ऑपरेशंस इत्यादि जैसी भूमिकाओं को पूरा करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। एलसीएच दुनिया का एकमात्र अटैक हेलीकॉप्टर है जो हथियारों और ईंधन के काफी भार के साथ 5,000 मीटर (16,400 फीट) की ऊंचाई पर लैंडिंग और टेक ऑफ कर सकता है।

इसके अलावा प्रधानमंत्री भारतीय स्टार्टअप्स द्वारा डिजाइन और विकसित किए गए ड्रोन/यूएवी को थल सेनाध्यक्ष जनरल एमएम नरवणे को भी सौंपेंगे। भारतीय सेना ने विस्तृत परीक्षण और परीक्षण के बाद इन ड्रोनों को भारतीय उद्योग/स्टार्टअप से खरीदने का फैसला किया है। भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा भारतीय यूएवी की तैनाती भी भारतीय ड्रोन उद्योग की बढ़ती परिपक्वता का प्रमाण है।प्रधान मंत्री भारतीय विमान वाहक विक्रांत सहित नौसैनिक जहाजों के लिए डीआरडीओ द्वारा डिज़ाइन किए गए और भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) निर्मित उन्नत ईडब्ल्यू सूट को सौंपेंगे। उन्नत ईडब्ल्यू सूट का उपयोग विभिन्न नौसैनिक जहाजों में किया जाएगा, जिसमें विध्वंसक, युद्धपोत आदि शामिल हैं और यह ‘आत्मनिर्भर भारत’ की दिशा में एक बड़ा कदम है।

रक्षा मंत्रालय ने पिछले दो वर्षों में रक्षा में ‘आत्मनिर्भर भारत’ को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए हैं। इनमें सकारात्मक स्वदेशीकरण सूची जारी करना, घरेलू उद्योग के लिए पूंजी खरीद बजट का 64 प्रतिशत निर्धारित करना, इनोवेशन फॉर डिफेंस एक्सीलेंस (आई-डेक्स) पहल के तहत स्टार्टअप्स को बढ़ावा देना, पूंजी अधिग्रहण प्रक्रिया को तेज करना और अन्य के बीच रक्षा औद्योगिक कॉरिडोर की स्थापना शामिल है। भारतीय सेना, भारतीय वायु सेना और भारतीय नौसेना स्वदेशी रूप से डिजाइन और विकसित प्लेटफार्मों को अपना रहे हैं। 19 नवम्बर में औपचारिक रूप से सौंपे जाने वाले तीन प्लेटफॉर्म रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ), डीपीएसयू, रक्षा उद्योग और स्टार्टअप के योगदान के साथ भारतीय रक्षा उद्योग के परिपक्व होने को दर्शाता है।

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नई दिल्ली: कोरोना के खिलाफ जंग में कारगर टीकाकरण अभियान में देश ने 112 करोड़, एक लाख टीके लगाने का आंकड़ा पार कर लिया है। पिछले 24 घंटों में देश में 57 लाख, 43 हजार से अधिक कोरोना रोधी टीके लगाए गए।

केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक रविवार सुबह तक राज्यों एवं केन्द्र शासित प्रदेशों को अब तक 124 करोड़ टीके की खुराक नि:शुल्क उपलब्ध कराई जा चुकी है। राज्यों के पास अभी भी 18 करोड़, 74 लाख टीके की खुराक मौजूद हैं।

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नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण पर सख्ती बरतते हुए कहा कि दिल्ली-एनसीआर में लॉकडाउन लगाने पर भी विचार हो। कोर्ट ने सुझाव दिया कि सरकार दिल्ली में दो दिन का लॉकडाउन लगाने पर विचार करे। मामले की अगली सुनवाई 15 नवंबर को होगी।

आमतौर पर शनिवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई नहीं होती है, लेकिन आज चीफ जस्टिस एनवी रमना की अध्यक्षता में विशेष सुनवाई की गई। सुनवाई की शुरुआत में जब केंद्र सरकार ने कहा कि समस्या से निपटने के लिए कदम उठाये जा रहे हैं, जो लोग पराली जला रहे हैं उन पर जुर्माना लगाना होगा।

कोर्ट ने कहा कि सिर्फ पराली जलाने वाले किसानों को जिम्मेदार नहीं ठहरा सकते है। 70 प्रतिशत प्रदूषण की वजह धूल, गाड़ियां और दूसरी चीजें हैं, उस पर लगाम लगे। कोर्ट ने कहा कि हालत बहुत गंभीर है। केंद्र और राज्य बिना एक-दूसरे पर दोष मढ़े इमरजेंसी कदम उठाएं। कोर्ट ने बच्चों को लेकर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि स्कूल खुल गए हैं, बच्चे सीधे प्रदूषण की चपेट में है, आप इस बारे में क्या कर रहे हैं।

कोर्ट ने पराली के प्रबंधन के लिए मशीन पर भी सवाल उठाया। कोर्ट ने कहा कि क्या सब्सिडी के बाद भी किसान इसे खरीद सकते हैं। जस्टिस सूर्यकांत ने कहा कि मैं खुद किसान हूं। चीफ जस्टिस खुद किसान हैं, हम हकीकत को समझते हैं। क्या बेहतर नहीं होगा, अगर सरकार पराली किसानों से लेकर इसको सीधे इंडस्ट्रीज को सप्लाई कर दे।

सुनवाई के दौरान केंद्र की ओर से सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि आज केंद्र और राज्यों के चीफ सेकेट्री मीटिंग कर रहे हैं। उसके बाद कोर्ट ने केंद्र सरकार को निर्देश दिया कि 15 नवंबर तक बताएं कि ऐसे गंभीर हालात में क्या कदम उठा रही है।

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इंफाल: 46वीं असम राइफल्स के कमांडिंग ऑफिसर (सीओ) और उनके परिवार के काफिले पर शनिवार को चुराचांदपुर जिला के बेहियांग के सेहकेन गांव के पास आतंकदियों के हमले में सात लोगों की मौत हो गई है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस कायराना हमले पर कहा है कि देश ने 46वीं एआर के सीओ और उनके परिवार के दो सदस्यों सहित चार बहादुर सैनिकों को खो दिया है। उन्होंने शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है।

मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने भी ट्वीट करते हुए कहा है कि 46वीं एआर के काफिले पर कायरतापूर्ण हमले की वह निंदा करते हैं। राज्य बल और अर्धसैनिक बल उग्रवादियों को पकड़ने के लिए पूरी मुश्तैदी से जुटे हुए हैं। दोषियों को न्याय के कटघरे में लाया जाएगा।

मणिपुर के चुराचांदपुर जिला में 46वीं असम राइफल्स के सीओ और उनके परिवार पर उग्रवादियों ने घात लगाकर हमला किया। यह हमला बेहियांग थाना क्षेत्र के सियालसी गांव के पास किया गया। हमले में 46वीं असम राइफल्स के कमांडिंग ऑफिसर विप्लव त्रिपाठी, उनकी पत्नी अनुजा त्रिपाठी, पुत्र अबीर त्रिपाठी और चार जवान समेत सात लोगों की मौत हो गई।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार सीओ त्रिपाठी शुक्रवार को भारत-म्यांमार सीमाई इलाके में स्थित एआर के बेहियांग-म्यांमार पोस्ट का दौरा करने के बाद रात को वहीं रुके थे। शनिवार सुबह करीब 10 बजे वापस लौट रहे थे। इसी दौरान उनके काफिले पर उग्रवादियों ने घात लगाकर लगभग 10:30 बजे हमला कर दिया।

हमले में सीओ त्रिपाठी, उनकी पत्नी और बेटे की मौके पर ही मौत हो गई। हमले में सीओ की त्वरित प्रतिक्रिया टीम (क्यूआरटी) के चार और सैनिक शहीद हो गए हैं। हमले के बाद इलाके में भारी संख्या में सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है। सुरक्षा बल इलाके को घेरकर सघन तलाशी अभियान चला रहे हैं।

चुराचांदपुर के पुलिस अधीक्षक (आईपीएस) शिवानंद सुर्वे और बेहियांग के ओसी के नेतृत्व में पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी।

यह पहली बार है जब किसी आतंकवादी समूह ने सेना के जवानों के परिवार के सदस्यों को भी निशाना बनाया है। यह कायराना हरकत है। उल्लेखनीय है कि हाल ही में सुरक्षाबलों ने बम बनाने वाली सामग्री की बड़ी खेप जब्त की है। इससे यह पता चलता है कि घाटी स्थित क्षेत्र में आतंकवादी सक्रिय हैं।

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नई दिल्ली: किसान नेता और भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि केन्द्र सरकार तीनों कृषि कानूनों को वापस नहीं ले रही है। ऐसे में किसान अपना आंदोलन और तेज करने जा रहे हैं। टिकैत ने शुक्रवार को ट्वीट कर कहा कि किसान 29 नवबंर को अपने ट्रैक्टरों-ट्रॉलियों में सवार होकर संसद भवन तक जाएंगे।

अपने ट्वीट में टिकैत ने कहा कि सरकार को यह बात समझनी चाहिए कि किसानों के ट्रैक्टर अभी वहीं हैं और किसान भी वहीं हैं। किसान सरकार को जगाने और अपनी बात मनवाने के लिए एक बार पुन: 29 नवंबर को संसद भवन तक जाएंगे।

उल्लेखनीय है कि 29 नवबंर से संसद का शीलकालीन सत्र आरंभ हो रहा है। इसको देखते हुए संयुक्त किसान मोर्चे ने पहले ही घोषणा कर दी है कि 500 किसान हर दिन अपने ट्रैक्टर-ट्रॉलियों में सवार होकर संसद भवन तक जाएंगे। मोर्चे ने कहा था कि संसद तक जाने वाले सभी किसान नियमों का पालन करते हुए शांतिपूर्ण तरीके से अपना प्रदर्शन करेंगे। जितने दिन संसद चलेगी उतने दिन किसान अपनी बात संसद तक पहुंचाने के लिए वहां जाते रहेंगे।

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श्रीनगर: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने शुक्रवार को दो और आतंकियों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए दोनों आतंकी कश्मीर में हो रही आतंकी वारदातों में शामिल थे।

एनआईए के प्रवक्ता ने बताया कि लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद, हिजबुल मुजाहिदीन, अल बदर, टीआरएफ और पीपुल्स अगेंस्ट फासिस्ट फोर्स फ्रंट के आतंकियों ने केंद्र शासित जम्मू कश्मीर प्रदेश और देश के अन्य राज्यों में बड़े पैमाने पर बम धमाके करने और आत्मघाती हमलों की साजिश रची थी।

आतंकी संगठन अपने इरादों को सफल हो पाते उससे पहले एनआईए को अपने खुफिया सूत्रों से इस साजिश का पता चल गया और इस साजिश में शामिल तत्वों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी जिससे आतंकियों की साजिश नाकाम हो गई है।

प्रवक्ता ने बताया कि आज जिन दो आतंकियों को पकड़ा गया है उनकी पहचान राशिद मुजफ्फर गनई और नासिर मीर निवासी सोपोर के रूप में हुई है। ये दोनों इंटरनेट मीडिया के जरिये विभिन्न आतंकियों और आतंकी हैंडलरों के साथ संपर्क में रहकर आतंकी हिंसा को बढ़ावा देने के अलावा आतंकियों के लिए बतौर ओवरग्राउंड वर्कर भी काम कर रहे थे। यह आतंकियों की मदद के लिए हर तरहं का सामान भी जुटा रहे थे। इनकी जानकारी इस मामले में पहले पकड़े गए आतंकियों से पूछताछ और जब्त किए गए डीजिटल सुबूतों से मिली है।

प्रवक्ता के अनुसार राशिद और नासिर से आतंकी संगठनों की गतिविधियों से संबधित कई डिजिटल सुबूत भी मिले हैं। दोनों से पूछताछ जारी है।

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