पटना: राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के नामांकन के अवसर पर जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह मौजूद रहेंगे. एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के नामांकन के लिए जदयू के सात सांसद प्रस्तावक भी बनेंगे. इनमें राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह के अलावा, तिलेश्वर कामति, डॉ आलोक सुमन, चंद्रेश्वर चंद्रवंशी,संतोष कुशवाहा और दुलालचंद गोस्वामी के नाम हैं. श्री सिंह ने इसकी जानकारी दी.

एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के नामांकन में शामिल होने के लिए जदयू अध्यक्ष ललन सिंह गुरुवार की देर शाम दिल्ली पहुंच गये. जदयू के अलावा केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस के अलावा उनकी पार्टी रालोजपा के भी चार सांसद प्रस्तावक बनेंगे. बिहार भाजपा से उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद और रेणु देवी के नामांकन के दौरान मौजूद रहने की सूचना है. द्रौपदी मुर्मू को बिहार से आने लोजपा रामविलास के सांसद चिराग पासवान ने भी समर्थन देने की घोषणा की है.

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नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को गुलबर्गा सोसाइटी दंगा मामले में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को क्लीनचिट देने के खिलाफ दाखिल जाकिया जाफरी की याचिका खारिज कर दी। जस्टिस एएम खानविलकर की अध्यक्षता वाली बेंच ने याचिका खारिज करने का फैसला सुनाया।

सुप्रीम कोर्ट ने 9 दिसंबर, 2021 को इस याचिका पर फैसला सुरक्षित रख लिया था। सुनवाई के दौरान गुजरात सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में तीस्ता सीतलवाड पर पिछले बीस वर्ष से गुजरात सरकार को बदनाम करने की साजिश करने का आरोप लगाया था। गुजरात सरकार की ओर से सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा था कि जाकिया जाफरी से हमें सहानुभूति है। उन्होंने अपने पति को खोया है। लेकिन उनकी पीड़ा का लाभ उठाने की भी एक सीमा होती है। गवाहों को सिखाया-पढ़ाया गया। एसआईटी ने सीतलवाड के खिलाफ साक्ष्यों से छेड़छाड़ कर निर्दोष लोगों को फंसाने का मुकदमा क्यों नहीं चलाया। मेहता ने कहा था कि 2021 में आरोप लगाकर मामले की दोबारा जांच की मांग की जा रही है। मेहता ने आरोप लगाया था कि सिटीजन फॉर पीस ऐंड जस्टिस और सबरंग इंडिया ट्रस्ट का निजी हितों के लिए इस्तेमाल किया गया। इनके खातों का लंबे समय तक ऑडिट नहीं किया गया।

एसआईटी की ओर से वरिष्ठ वकील मुकुल रोहतगी ने एसआईटी पर लगाए गए सभी आरोपों को खारिज किया था। उन्होंने कहा था कि एसआईटी ने काफी सूक्ष्मता से जांच की और उसकी जांच में कोई गड़बड़ी नहीं है। रोहतगी ने कहा था कि ट्रायल कोर्ट ने गुलबर्गा सोसायटी दंगा मामले में 17 जून, 2016 को फैसला सुनाया था। जाकिया जाफरी ने 2006 में शिकायत की थी। जब जाफरी अपनी एफआईआर दर्ज करवाने की मांग के लिए हाई कोर्ट गईं तो उनके साथ एक एनजीओ की प्रमुख तीस्ता सीतलवाड भी शामिल हो गईं। हाई कोर्ट ने कहा था कि की तीस्ता सीतलवाड का इस केस से कोई लेना-देना नहीं है। जाकिया जाफरी की ओर से कपिल सिब्बल ने पक्ष रखा था।

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नई दिल्ली: देश में पिछले 24 घंटे में शुक्रवार सुबह आठ बजे तक कोरोना संक्रमित 17,336 नए मरीज मिले हैं। इस अवधि में कोरोना महामारी को मात देने वालों की संख्या 13,029 रही। वहीं, कोरोना से 13 लोगों की मौत हुई है।

केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक देश में अबतक कुल 4 करोड़ 27 लाख 49 हजार 056 कोरोना के मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। मौजूदा रिकवरी दर 98.59 प्रतिशत है। फिलहाल देश में कोरोना वायरस के सक्रिय मरीजों की संख्या बढ़कर 88 हजार, 284 है जो कुल मामालों का 0.20 प्रतिशत है। दैनिक संक्रमण दर 4.32 प्रतिशत दर्ज किया गया है।

आईसीएमआर के मुताबिक बीते 24 घंटे में 4.01 लाख से ज्यादा टेस्ट किए गए। उल्लेखनीय है कि अबतक कुल 85.98 करोड़ टेस्ट किए जा चुके हैं।

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नई दिल्ली: राष्ट्रपति पद के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की उम्मीदवार झारखंड की पूर्व राज्यपाल और आदिवासी नेता द्रौपदी मुर्मू शुक्रवार को नामांकन पत्र दाखिल करेंगी। उनके अपराह्न 12 बजे नामांकन पत्र दाखिल करने की संभावना है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा उनके प्रस्तावक हैं। द्रौपदी मुर्मू (64) को मंगलवार को भाजपा की सर्वोच्च नीति निर्धारक संस्था संसदीय बोर्ड की बैठक के बाद पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने उम्मीदवार घोषित किया था। वो गुरुवार को राजधानी दिल्ली पहुंचीं। हवाई अड्डे पर उनका स्वागत भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता, सांसद मनोज तिवारी और दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता रमेश बिधूड़ी आदि ने किया। मुर्मू ओडिशा भवन में ठहरी हैं। दिल्ली पहुंचने के बाद उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृहमंत्री शाह से मुलाकात की ।

नई दिल्ली रवाना होने से पहले ओडिशा में द्रौपदी मुर्मू ने कहा- ‘मैं सभी का धन्यवाद करती हूं और सभी से राष्ट्रपति चुनाव के लिए सहयोग मांगती हूं। मैं 18 जुलाई से पहले सभी मतदाताओं (सांसदों) से मिलूंगी और उनका समर्थन मांगूंगी।’ उनके नामांकन अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सिंह आदि दिग्गज नेता मौजूद रहेंगे।

उल्लेखनीय है कि उनका चुनाव जीतना महज औपचारिकता भर रह गया है। अगर वो चुनाव जीतती हैं तो देश की पहली आदिवासी राष्ट्रपति और इस पद को सुशोभित करने वाली दूसरी महिला होंगी।

राष्ट्रपति पद के लिए मतदान 18 जुलाई को होगा। वर्तमान राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त हो रहा है। राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्षी दलों की ओर से संयुक्त उम्मीदवार पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा हैं। राष्ट्रपति चुनाव में संख्या बल के आधार पर भाजपा नीत राजग मजबूत स्थिति में है।

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नई दिल्ली: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने क्रेडिट और डेबिट कार्ड सहित को-ब्रांडिंग कार्ड को एक्टिवेट करने से जुड़े प्रावधानों में राहत दी है। आरबीआई ने मंगलवार को इन तीन प्रावधानों की 30 जून, 2022 को समाप्त हो रही समय-सीमा को और तीन महीने के लिए बढ़ा दिया है।

रिजर्व बैंक के मुताबिक क्रेडिट कार्ड और डेबिट कार्ड जारी करने वाले बैंकों और गैर-बैंकिंग वित्त कंपनियों (एनबीएफसी) को ग्राहकों की सहमति के बगैर कार्ड को सक्रिय करने जैसे कुछ मानदंडों को एक जुलाई, 2022 से लागू करना था। इसे आरबीआई ने एक अकटूबर, 2022 तक के लिए बढ़ा दिया है।

दरअसल, बैंकों और एनबीएफसी को एक जुलाई से क्रेडिट कार्ड और डेबिट कार्ड जारी करने के लिए संचालन निर्देश, 2022′ पर आरबीआई का मास्टर निर्देश लागू करना था। मास्टर निर्देश के मुताबिक अगर कार्ड जारी होने के 30 दिन बाद भी उसे एक्टिव नहीं किया गया है, तो जारीकर्ता संस्थान को क्रेडिट और डेबिट कार्ड सक्रिय करने के लिए कार्डधारक से वन टाइम पासवर्ड (ओटीपी) संबंधी सहमति लेनी होगी।

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नई दिल्ली: राष्ट्रपति चुनाव के लिए नाम के चयन में पक्ष और विपक्ष के बीच आम सहमति नहीं बनने के बाद पहले विपक्ष ने फिर सत्तारूढ़ एनडीए ने अपने-अपने प्रत्याशियों के नाम की घोषण मंगलवार को कर दी. 

राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की ओर से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने राष्ट्रपति पद के लिए झारखंड की पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू को अपना उम्मीदवार घोषित किया है।

भाजपा संसदीय बोर्ड की बैठक के बाद पार्टी अध्यक्ष जे पी नड्डा ने मंगलवार को यह घोषणा की। उन्होंने कहा कि स्वंय वे और राजनाथ सिंह ने कांग्रेस नेतृत्व के संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) के घटक दलों के साथ बातचीत की। लेकिन सर्वसम्मति की बात नहीं हो पायी। संप्रग ने आज अपने उम्मीदवार के नाम का ऐलान कर दिया। नड्डा ने कहा कि संप्रग की घोषणा के बाद राजग के घटक दलों के साथ बातचीत हुई और भाजपा संसदीय बोर्ड में 20 नामों पर चर्चा हुई।

नड्डा ने बताया कि इस चर्चा में इस बात पर लोगों की सहमति बनी कि पूर्वोत्तर क्षेत्र से किसी जनजातीय समाज को इस पद के लिए चुना जाए। आज तक इस पद पर किसी जनजातीय समाज की महिला को नहीं बिठाया गया। इसी को ध्यान में रखते हुए द्रौपदी मुर्मू के नाम पर सहमति बनी। मुर्मू पेशे से शिक्षक भी रह चुकी है। इसके अलावा झारखंड की राज्यपाल भी रह चुकी हैं।

वही दूसरी ओर कांग्रेस समेत विभिन्न विपक्षी दलों ने राष्ट्रपति चुनाव में यशवंत सिन्हा को संयुक्त उम्मीदवार घोषित किया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने यहां आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में यशंवत सिन्हा के नाम की घोषणा की। उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों ने सर्वसम्मति से फैसला किया है कि यशवंत सिन्हा राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्ष के उम्मीदवार होंगे।

विपक्षी दलों की आज हुई बैठक में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार, माकपा के सीताराम येचुरी, भाकपा के डी. राजा, समाजवादी पार्टी के प्रो रामगोपाल यादव, द्रमुक के त्रिची शिवा समेत विभिन्न विपक्षी दलों के नेता शामिल रहे।

जयराम रमेश ने कहा कि 15 जून को हुई बैठक में धर्मनिरपेक्ष विपक्षी दलों ने राष्ट्रपति चुनाव में सर्वसम्मति से आम उम्मीदवार चुने जाने का निर्णय किया था। इसी क्रम में आज हुई बैठक में हमने आम सहमति से यशवंत सिन्हा को उम्मीदवार चुना है। यशंवत सिन्हा अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में वित्तमंत्री और विदेश मंत्री रह चुके हैं।

उल्लेखनीय है कि मौजूदा राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त हो रहा है। राष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकन पत्र भरने की प्रक्रिया जारी है। 29 जून को नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि है। 

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नई दिल्ली: राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की ओर से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने राष्ट्रपति पद के लिए झारखंड की पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू को अपना उम्मीदवार घोषित किया है।

भाजपा संसदीय बोर्ड की बैठक के बाद पार्टी अध्यक्ष जे पी नड्डा ने मंगलवार को यह घोषणा की। उन्होंने कहा कि स्वंय वे और राजनाथ सिंह ने कांग्रेस नेतृत्व के संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) के घटक दलों के साथ बातचीत की। लेकिन सर्वसम्मति की बात नहीं हो पायी। संप्रग ने आज अपने उम्मीदवार के नाम का ऐलान कर दिया। नड्डा ने कहा कि संप्रग की घोषणा के बाद राजग के घटक दलों के साथ बातचीत हुई और भाजपा संसदीय बोर्ड में 20 नामों पर चर्चा हुई।

नड्डा ने बताया कि इस चर्चा में इस बात पर लोगों की सहमति बनी कि पूर्वोत्तर क्षेत्र से किसी जनजातीय समाज को इस पद के लिए चुना जाए। आज तक इस पद पर किसी जनजातीय समाज की महिला को नहीं बिठाया गया। इसी को ध्यान में रखते हुए द्रौपदी मुर्मू के नाम पर सहमति बनी।

मुर्मू पेशे से शिक्षक भी रह चुकी है। इसके अलावा झारखंड की राज्यपाल भी रह चुकी हैं।

उल्लेखनीय है कि मौजूदा राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त हो रहा है। राष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकन पत्र भरने की प्रक्रिया जारी है। 29 जून को नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि है। विपक्षी दलों की ओर से संयुक्त उम्मीदवार को तौर पर पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा को मैदान में उतारा है।

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नई दिल्ली: कांग्रेस समेत विभिन्न विपक्षी दलों ने राष्ट्रपति चुनाव में यशवंत सिन्हा को संयुक्त उम्मीदवार घोषित किया है। मंगलवार को विपक्षी दलों की संसद भवन परिसर में हुई बैठक में यह फैसला लिया गया।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने यहां आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में यशंवत सिन्हा के नाम की घोषणा की। उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों ने सर्वसम्मति से फैसला किया है कि यशवंत सिन्हा राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्ष के उम्मीदवार होंगे।

विपक्षी दलों की आज हुई बैठक में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार, माकपा के सीताराम येचुरी, भाकपा के डी. राजा, समाजवादी पार्टी के प्रो रामगोपाल यादव, द्रमुक के त्रिची शिवा समेत विभिन्न विपक्षी दलों के नेता शामिल रहे।

जयराम रमेश ने कहा कि 15 जून को हुई बैठक में धर्मनिरपेक्ष विपक्षी दलों ने राष्ट्रपति चुनाव में सर्वसम्मति से आम उम्मीदवार चुने जाने का निर्णय किया था। इसी क्रम में आज हुई बैठक में हमने आम सहमति से यशवंत सिन्हा को उम्मीदवार चुना है।

इससे पहले सिन्हा ने आज तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया था। आज सुबह ही उन्होंने ट्वीट कर कहा, “तृणमूल कांग्रेस ने मुझे जो सम्मान और प्रतिष्ठा दी, उसके लिए मैं ममता जी का आभारी हूं। अब समय आ गया है जब एक बड़े राष्ट्रीय उद्देश्य के लिए मुझे पार्टी से हटकर अधिक विपक्षी एकता के लिए काम करना होगा। मुझे यकीन है कि वह इस कदम को स्वीकार करती है ।”

उल्लेखनीय है कि यशंवत सिन्हा अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में वित्तमंत्री और विदेश मंत्री रह चुके हैं।

 

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पटना: देश के 75 ऐतिहासिक महत्व के स्थानों पर आजादी के अमृत महोत्सव के तहत 8वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर केंद्रीय मंत्रियों के नेतृत्व में योग प्रदर्शन के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर्नाटक के मैसूर पैलेस में विशाल योग प्रदर्शन का नेतृत्व करेंगे। मैसूर में प्रधान मंत्री के कार्यक्रम का डीडी इंडिया पर 06:30 AM IST से सीधा प्रसारण किया जाएगा।

इधर बिहार में आजादी के अमृत महोत्सव के तहत 8वेंअंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर 21 जून को दो आईकॉनिक स्थलों- नालंदा और बोधगया- में योग प्रदर्शन का कार्यक्रम होगा। नालंदा के महाविहार में केंद्रीय विद्युत, नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री आर.के. सिंह योग प्रदर्शन कार्यक्रम का नेतृत्व करेंगे। जबकि, बोधगया के महाबोधि मंदिर में इस योग प्रदर्शन कार्यक्रम का नेतृत्व केंद्रीय इस्पात मंत्री आर. सी. पी. सिंह करेंगे। कार्यक्रम में योग को जीवन में अपनाए जाने को बढ़ावा दिया जाएगा तथा मन,शरीर और आत्मा के लिए इसके लाभों के बारे में स्मरण कराया जाएगा।

योग प्रदर्शन कार्यक्रम विभिन्न शैक्षिक, सामाजिक, राजनीतिक, सांस्कृतिक, धार्मिक, कॉर्पोरेट व अन्य नागरिक समाज संगठनों द्वारा भी आयोजित किए जाएंगे और इसमें देश भर के करोड़ों लोग शामिल होंगे।

संयुक्त राष्ट्र ने “मानवता के लिए योग” को इस वर्ष के अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का विषय घोषित किया है, जिसे दुनिया भर में मंगलवार, 21 जून को मनाया जाएगा।

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– तीनों सेनाओं में जोश और होश के बीच संतुलन बनाएगी ‘अग्निपथ’ योजना
– सेना में औसत आयु 32 के बजाय 26 साल करने के लिए योजना लाई गई

नई दिल्ली: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ रविवार को अग्निवीर भर्ती योजना की समीक्षा के बाद ऐलान किया गया है कि अग्निपथ योजना किसी भी रूप में वापस नहीं होगी। तीनों सेनाओं की ओर से साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस करके अग्निवीरों की भर्ती योजना के बारे में आन्दोलनकारियों को विस्तार से समझाने की कोशिश की गई। भारतीय सेना को इस समय युवाओं की जरूरत है, यह सुधार लंबे समय से लंबित था। आज बड़ी संख्या में जवान अपने जीवन के तीसरे दशक में हैं, इसलिए सेना में औसत आयु 26 साल करने के लिए यह योजना लाई गई है।

अग्निपथ योजना पर साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस की शुरुआत सैन्य मामलों के विभाग के अतिरिक्त सचिव लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी ने की। उन्होंने कहा कि योजना की घोषणा होने के बाद विभिन्न मंत्रालयों और विभागों के लिए घोषित की गईं आरक्षण के संबंध में घोषणाएं पूर्व नियोजित थीं। यह घोषणाएं अग्निपथ योजना की घोषणा के बाद देश भर हुई आगजनी, हिंसा और तोड़फोड़ की प्रतिक्रिया में नहीं की गई हैं।

उन्होंने कहा कि भारतीय सेना की नींव में अनुशासन है, इसलिए आगजनी, तोड़फोड़ के लिए कोई जगह नहीं है। प्रत्येक व्यक्ति एक प्रमाण पत्र देगा कि वे विरोध या बर्बरता का हिस्सा नहीं थे। पुलिस वेरिफिकेशन 100% है, उसके बिना कोई भी शामिल नहीं हो सकता। कोचिंग संस्थान छात्रों को भड़का और उकसा रहे हैं लेकिन उन्हें हिंसा और प्रदर्शन में हिस्सा नहीं लेना चाहिए।

लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी ने कहा कि भारतीय सेना को इस समय युवाओं की जरूरत है, यह सुधार 1989 से लंबित था। इस योजना के तहत हम सेना में मौजूदा सैनिकों के अनुभव के साथ युवावस्था को लाना चाहते हैं। आज सेना में जवानों की औसत आयु लगभग 32 वर्ष है, लेकिन आने वाले 6-7 वर्षों में यह और कम होकर 26 वर्ष हो जाएगी। देश के युवाओं की क्षमता का इस्तेमाल करने के लिए उन्हें भविष्य का सैनिक बनाने की आवश्यकता है। इस साल 40 हजार से शुरू होने वाली भर्ती से निकट भविष्य में सेनाओं में ‘अग्निवीरों’ की संख्या 1.25 लाख हो जाएगी। बुनियादी क्षमता का निर्माण करने के लिए हमने योजना का विश्लेषण करने के लिए 46 हजार से शुरुआत की है। अगले 4-5 वर्षों में प्रतिवर्ष 50 से 60 हजार और बाद में बढ़कर 90 हजार से 1 लाख हो जाएगी।

सैन्य मामलों के विभाग के अतिरिक्त सचिव ने कहा कि हम इस सुधार के साथ सेना में युवावस्था और अनुभव को साथ लाना चाहते हैं। सेना में अनुशासनहीनता की कोई जगह नहीं है, इसलिए अग्निवीरों को भी कुशल प्रशिक्षण के साथ-साथ मानसिक, शारीरिक और अनुशासन में रहने की भी ट्रेनिंग दी जाएगी। अग्निवीरों को मिलने वाले भत्तों के बारे में कहा कि ‘अग्निवीर’ को सियाचिन और अन्य क्षेत्रों जैसे क्षेत्रों में वही भत्ता मिलेगा जो वर्तमान में सेवारत नियमित सैनिकों को मिलता है। सेवा शर्तों में उनके साथ कोई भेदभाव नहीं होगा।देश की सेवा में अपना जीवन कुर्बान करने वाले ‘अग्निवीर’ को एक करोड़ रुपये का मुआवजा मिलेगा।

लेफ्टिनेंट जनरल बंशी पुनप्पा ने कहा कि सेना में अग्निवीरों की भर्ती के लिए 1 जुलाई को नोटिफिकेशन जारी हो जाएगा जिसके बाद लोग रजिस्ट्रेशन शुरू कर सकते हैं। भर्ती के लिए पहली रैली अगस्त के दूसरे सप्ताह से शुरू होगी जिसमें फिजिकल टेस्ट और मेडिकल होगा। उसके बाद एंट्रेंस एग्जाम होगा फिर उन्हें कॉलम में मेरिट के हिसाब से भेजेंगे। अगस्त से लेकर नवंबर तक 2 बैच में रैलियां होंगी। पहले लॉट में 25 हजार अग्निवीर दिसंबर के पहले सप्ताह में आएंगे। अग्निवीरों का दूसरा जत्था फरवरी में आएगा।

उन्होंने कहा कि देश के हर राज्य में हर आखिरी गांव तक कुल 83 भारतीय रैलियां होंगी। वायु सेना में 24 जून से बहाली शुरू होगी, जबकि नेवी में बहाली के लिए 25 जून को नोटिफिकेशन आएगा। नौसेना के वाइस एडमिरल दिनेश त्रिपाठी के अनुसार अगले दो-तीन दिनों में 25 जून तक हमारा विज्ञापन मंत्रालय तक पहुंच जाएगा। 21 नवंबर को नेवी के अग्निवीर का पहला बैच आईएन एसचिल्का ओडिशा में रिपोर्ट करना शुरू कर देगा। हम महिलाओं को भी अग्निवीर बना रहे हैं।

 

courtesy HS

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नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की।

राष्ट्रपति कार्यालय की ओर से मुलाकात से जुड़ी तस्वीरें साझा करते हुए कहा गया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद से मुलाकात की।

उल्लेखनीय है कि अगले माह देश में राष्ट्रपति चुनाव होने वाले हैं। एक से अधिक उम्मीदवार होने पर 18 जुलाई को मतदान होगा और 21 जुलाई को नतीजे आयेंगे।

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नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को दिल्ली के प्रगति मैदान में एकीकृत ट्रांजिट कॉरिडोर परियोजना का उदघाटन करने के साथ ही देशवासियों को स्वच्छता का संदेश दिया। परियोजना के तहत निर्मित सुरंग का निरीक्षण करने के दौरान कुछ कचरा देखा तो वे खुद को रोक न सके और उसे उठाना शुरू कर दिया।

दिल्ली स्थित प्रगति मैदान के समीप बने एकीकृत ट्रांजिट कॉरिडोर परियोजना की मुख्य सुरंग के साथ बने पांच अंडरपास का प्रधानमंत्री ने आज उद्धाटन किया। उद्धाटन के बाद वह सुरंग का निरीक्षण कर रहे थे और वहां बनी कलाकृतियों को देख रहे थे। इसी दौरान उनकी नजर सुरंग में कुछ कचरे पर पड़ी, उन्होंने झुक कर कचरे को उठाना शुरू कर दिया। इसके बाद सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री का कचरा उठाने वाला वीडियो वायरल हो गया है।

उल्लेखनीय है कि प्रगति मैदान एकीकृत ट्रांजिट कॉरिडोर परियोजना की मुख्य सुरंग समेत पांच अंडरपास को देश को समर्पित किया। आज से यह आम जनता के लिए खोल दिया गया है। इससे प्रगति मैदान और आसपास की सभी सड़कों पर आवागमन सुगम होगा। लोग बिना जाम का सामना किये समय पर अपनी मंजिल पर पहुंच सकेंगे।

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