New Delhi: देश में कोरोना वायरस के खिलाफ जंग को लेकर आज अहम दिन है. आज यानी 15 जुलाई से लोगों को बूस्टर डोज लगनी शुरू हो रही है. यह डोज सरकार की तरफ से मुफ्त में दी जाएगी. बता दें, इससे पहले तीसरी डोज के लिए शुल्क चुकाना पड़ता था. लेकिन आजादी के अमृत महोत्सव के मौके पर मोदी सरकार ने इसे अगले 75 दिनों तक मुफ्त देने का ऐलान किया है.

30 सितंबर तक चलेगा अभियान: आज से लोगों को वैक्सीन की बूस्टर डोज लगनी शुरू हो जाएगी. बूस्टर डोज कार्यक्रम अगले 75 दिनों तक चलेगा. यानी सरकार 30 सितंबर तक लोगों को मुफ्त वैक्सीन की बूस्टर डोज मुहैया कराएगी. वहीं, इस अभियान को सफल बनाने के लिए सरकार ने शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के अस्पतालों में पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन मुहैया करा दी है. इससे पहले अभी तक प्रिकॉश्नरी डोज सरकारी अस्पतालों में सिर्फ बुजुर्गों को ही दी जा रही थी.

क्यों जरूरी है बूस्टर डोज: कोरोना के खिलाफ बूस्टर डोज बेहद जरूरी है. क्योंकि, वैज्ञानिकों की शोध में यह बात सामने आयी है कि, समय बढ़ने के साथ-साथ कोरोना के खिलाफ शरीर की इम्युनिटी कम होने लगती है. ऐसे में इम्युनिटी बढ़ाने के लिए बूस्टर डोज बेहद जरूरी हो जाता है. कई जानकारों का मानना है कि कोरोना के खिलाफ जंग में बूस्टर डोज जरूरी है.

डरा रहे कोरोना के बढ़ते आंकड़े: गौरतलब है कि देश में कोरोना के बढ़ते आंकड़े डराने लगे हैं. बीते कई दिनों से कोरोना के बढ़े आंकड़े सामने आ रहे हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, गुरुवार की सुबह एक दिन में कोरोना कोरोना वायरस के 20,139 नये मामले सामने आये थे. इन आंकड़ों के बाद भारत में कोविड 19 संक्रमितों की संख्या बढ़कर 4,36,89,989 हो गयी है.

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नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे के निधन पर दुख व्यक्त करते हुए नौ जुलाई को एक दिवसीय राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि आज पूरा भारत जापान के साथ शोक में है और हम इस कठिन घड़ी में अपने जापानी भाइयों और बहनों के साथ खड़े हैं।

प्रधानमंत्री मोदी ने सिलसिलेवार ट्वीट कर कहा, “पूर्व प्रधानमंत्री अबे शिंजो के प्रति हमारे गहरे सम्मान के प्रतीक के रूप में, 9 जुलाई 2022 को एक दिन का राष्ट्रीय शोक मनाया जाएगा।”

प्रधानमंत्री ने कहा, “मैं अपने सबसे प्यारे दोस्तों में से एक शिंजो आबे के दुखद निधन पर स्तब्ध और दुखी हूं। वह एक महान वैश्विक राजनेता, एक उत्कृष्ट नेता और एक उल्लेखनीय प्रशासक थे। उन्होंने जापान और दुनिया को एक बेहतर जगह बनाने के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया।”

उन्होंने कहा, “श्री आबे के साथ मेरा जुड़ाव कई साल पुराना है। मैं गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान उन्हें जानता था और मेरे पीएम बनने के बाद भी हमारी दोस्ती जारी रही। अर्थव्यवस्था और वैश्विक मामलों पर उनकी तीक्ष्ण अंतर्दृष्टि ने हमेशा मुझ पर गहरी छाप छोड़ी।”

मोदी ने कहा, “अपनी हाल की जापान यात्रा के दौरान, मुझे श्री आबे से दोबारा मिलने और कई मुद्दों पर चर्चा करने का अवसर मिला। वह हमेशा की तरह हाजिर जवाब और व्यावहारिक थे। मुझे क्या पता था कि यह हमारी आखिरी मुलाकात होगी। उनके परिवार और जापानी लोगों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना।”

उन्होंने कहा, “श्री आबे ने भारत-जापान संबंधों को एक विशेष सामरिक और वैश्विक साझेदारी के स्तर तक बढ़ाने में बहुत बड़ा योगदान दिया। आज पूरा भारत जापान के साथ शोक में है और हम इस कठिन घड़ी में अपने जापानी भाइयों और बहनों के साथ खड़े हैं।”

प्रधानमंत्री ने उनके साथ अपनी हालिया मुलाकात की तस्वीर साझा की और कहा कि भारत-जापान संबंधों को मजबूत करने के लिए हमेशा भावुक रहने वाले आबे अभी-अभी जापान-भारत एसोसिएशन के अध्यक्ष के रूप में पदभार संभाला था।

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नई दिल्ली: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को दिल्ली एम्स पहुंचकर राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के मुखिया लालू यादव से मुलाकात कर उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली। राहुल गांधी दिल्ली एम्स में आज दोपहर पहुंचे थे। यहां उन्होंने यादव के साथ लगभग आधे घंटे बिताया।

उल्लेखनीय है कि लालू यादव को खराब स्वास्थ्य के चलते 06 जुलाई को देर शाम पटना से एयर लिफ्ट कर दिल्ली एम्स लाया गया था। फिलहाल यादव की तबीयत में सुधार है। लालू यादव की बेटी मीसा भारती ने आज आरजेडी प्रमुख लालू यादव की सेहत के बारे में सूचना देते हुए कहा था कि यादव की सेहत में सुधार है। वह अब बिस्तर से उठकर बैठ पा रहे हैं। मीसा ने ट्वीटर पर लालू यादव की कुछ तस्वीरें भी साझा की थी। जिसमें वह कुर्सी पर बैठे हुए थे।

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नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शुक्रवार को जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे को याद करते हुए भावुक हो उठे। उन्होंने कहा कि जापान के सहयोग से भारत में हो रहे कामों के चलते शिंजो आबे सालों तक भारत के जनमन में बने रहेंगे।

प्रधानमंत्री ने भावुक होते हुए कहा, “आज का दिन एक अपूरणीय क्षति और असहनीय पीड़ा का दिन है। उनके घनिष्ठ मित्र और जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे अब हमारे बीच में नहीं रहे।”

दिल्ली में अरुण जेटली स्मृति व्याख्यान में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आबे एक विश्वसनीय दोस्त थे। उनके कार्यकाल में भारत जापान के राजनीतिक संबंधों को नई ऊंचाइयां मिलीं। साथ ही दोनों देशों की विरासत को जोड़ते हुए रिश्तों को आगे बढ़ाया गया।

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श्रीनगर: अमरनाथ की पवित्र गुफा के पास बादल फटने से आई बाढ़ में 13 श्रद्धालुओं की मौत हो गई जबकि घायलों को एयरलिफ्ट किया जा रहा है। बाढ़ का पानी कम से कम 25 टेंट अपने साथ बहा ले गया है जिसमें 40 श्रद्धालुओं के बहने की आशंका जताई जा रही है। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ समेत आपदा प्रबंधन से जुड़ी तमाम एजेंसियां रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हैं।

जम्मू कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने एक बयान जारी कर कहा कि अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने की घटना में अब तक 13 श्रद्धालुओं के शव निकाले जा चुके हैं। रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।

जानकारी के अनुसार बादल फटने की घटना शाम करीब साढ़े पांच बजे हुईं। बादल फटने से अचानक बाढ़ आ गई जिसमें 13 श्रद्धालुओं की मौत की पुष्टि हो चुकी है जबकि पांच लोग सुरक्षित बचाये गए हैं। इस दौरान करीब 40 तीर्थयात्री लापता हैं। बाढ़ से दो दर्जन से अधिक टेंट और तीन लंगर बह गए हैं।

वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षाबलों के अलावा पुलिस, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें राहत एवं बचाव कार्य में जुटी हैं। आपदा प्रबंधन दल यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रहे हैं और घायलों को एयरलिफ्ट किया जा रहा है।

अमरनाथ यात्रा हादसाः हेल्पलाइन नंबर जारी
011-23438252, 011-23438253
0194-2496240, 0194-2313149

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नई दिल्‍ली : जम्‍मू-कश्‍मीर में पवित्र अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने की खबर है. जानकारी के अनुसार, पवित्र गुफा के बाद बादल फटा है, इसमें कुछ लंगर और टेंट के बहने की जानकारी मिली है.  घटना शाम करीब छह बजे की है. बचाव कार्य जारी है. पवित्र गुफा की यात्रा दो आधार शिविरों -अनंतनाग जिले के पहलगाम में नुनवानकैंप और गांदरबल जिले के बालटाल शिविर से शुरू हुई थी. तीर्थयात्रियों का पहला जत्था पिछले सप्‍ताह गुरुवार को पहलगाम आधार शिविर पहुंचा था.

गौरतलब है कि बाबा बर्फानी के दर्शन के लिये 43 दिन की वार्षिक यात्रा दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में पारंपरिक 48 किलोमीटर के नुनवान मार्ग और मध्य कश्मीर के गांदरबल में 14 किलोमीटर के बालटाल मार्ग से 30 जून को शुरू हुई थी. अधिकारियों ने बताया कि अभी तक हजारों तीर्थयात्री पवित्र गुफा में बर्फ से बने शिवलिंग के दर्शन कर चुके हैं. अमरनाथ यात्रा 11 अगस्त को रक्षा बंधन के अवसर पर समाप्त होगी.

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चंडीगढ़: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान गुरुवार को चंडीगढ़ में आयोजित एक सादे समारोह में डाक्टर गुरप्रीत कौर के साथ शादी के बंधन में बंध गए। भगवंत मान की यह दूसरी शादी है।

शादी की सभी रस्में चंडीगढ़ स्थित सीएम हाउस में हुई जहां गिने-चुने लोगों को ही बुलाया गया। मुख्यमंत्री के शादी समारोह में केवल 80 लोगों के खाने-पीने की व्यवस्था की गई थी। इस कार्यक्रम में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अपनी पत्नी व बेटी के साथ पहुंचे और शादी की रस्मों में भाग लिया और वर-वधू को आशीर्वाद दिया। अरविंद केजरीवाल ने पिता की तो राघव चड्ढा ने भाई की रस्में निभाईं। शादी में मान और गुरप्रीत के परिवार के अलावा केजरीवाल का परिवार भी शामिल हुआ।

सीएम मान की पत्नी बन रहीं डॉ. गुरप्रीत कौर अपनी तीन बहनों में सबसे छोटी हैं। उनकी बड़ी बहन नीरू की शादी अमेरिका में हुई है जबकि दूसरी बहन जग्गू ऑस्ट्रेलिया में अपने परिवार के साथ रहती हैं। गुरप्रीत कौर के पिता इंद्रजीत सिंह के पास कनाडा की नागरिकता है, जबकि उनकी माता राज हरजिंदर कौर गृहिणी हैं। इस शादी समारोह में पंजाब का कोई मंत्री तथा विधायक शामिल नहीं हुआ। मुख्यमंत्री भगवंत मान की मां, बहन तथा अन्य पारिवारिक सदस्य यहां पहले से ही मौजूद थे।

32 साल की गुरप्रीत भगवंत (48) से 16 साल छोटी हैं। दोनों की मुलाकात करीब चार साल पहले हुई थी। भगवंत की यह दूसरी शादी है। पहली पत्नी से उन्होंने 2015 में तलाक लिया था। पहली शादी से मान के 2 बच्चे दिलशान (17) और सीरत (21) हैं, जो मां के साथ अमेरिका में रहते हैं। शादी की रस्मों के दौरान मीडिया की एंट्री नहीं हुई लेकिन राघव चढ्ढा ने प्रत्येक कार्यक्रम को अपने ट्वीट पर अपडेट किया।

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नई दिल्ली: नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने गुरुवार को इस्पात मंत्रालय का अतिरिक्त कार्यभार संभाल लिया। संसद के उच्च सदन राज्यसभा में मध्य प्रदेश का प्रतिनिधित्व करने वाले 51 वर्षीय सिंधिया मौजूदा नरेंद्र मोदी सरकार में तीसरे इस्पात मंत्री हैं।

सिंधिया ने इस्पात मंत्रालय का कामकाज संभालने से पहले यहां उद्योग भवन में अपने कार्यालय में अपनी मेज पर भगवान गणेश की प्रतिमा रखी। उन्होंने इस्पात सचिव संजय कुमार सिंह और मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में अपना कार्यभार संभाला।

दरअसल, एक दिन पूर्व इस्पात मंत्री राम चंद्र प्रसाद सिंह ने राज्यसभा का कार्यकाल खत्म होने से एक दिन पहले मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। राम चंद्र प्रसाद सिंह पिछले साल 8 जुलाई को इस्पात मंत्री बने थे। उन्होंने मौजूदा शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान की जगह ली थी, जिन्हें मंत्रिमंडल फेरबदल में शिक्षा मंत्रालय और कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

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नई दिल्ली: केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी और मंत्री आरसीपी सिंह ने बुधवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। राज्यसभा में उनका कार्यकाल आज समाप्त होने जा रहा है। गुरुवार से दोनों किसी संसद के किसी सदन के सदस्य नहीं रहेंगे।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में आज हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में आरसीपी और नकवी की काफी प्रशंसा की गई। सुबह हुई बैठक में मोदी ने दोनों मंत्रियों के कामकाज को सराहा।

भाजपा ने इस बार नकवी को राज्यसभा नहीं भेजा है । वहीं, जनता दल यूनाईटेड ने भी इस्पात मंत्री आरसीपी सिंह को दोबारा राज्यसभा नहीं भेजा।

उल्लेखनीय है कि संसद के दोनों सदनों में से किसी एक का सदस्य न होते हुए भी कोई मंत्री अपने पद पर 6 माह तक बना रह सकता है।

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नई दिल्ली: अब एहतियाती खुराक 6 महीने में ही लिया जा सकेगा। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को दूसरी कोरोना वैक्सीन खुराक और एहतियाती खुराक के बीच की अवधि को मौजूदा 9 महीने से घटकार 6 महीने कर दिया है।

एनटागी की स्थायी तकनीकी उप-समिति ने जून में कोरोना वैक्सीन की दूसरी और एहतियाती खुराक के बीच के अंतर को कम करने की सिफारिश की थी।

राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को लिखे पत्र में, केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा, “विकसित वैज्ञानिक साक्ष्य और वैश्विक प्रथाओं के मद्देनजर, “प्रतिरक्षण पर राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह” (एनटीएजीआई) की “स्थायी तकनीकी उप समिति” (एसटीएससी) ने दूसरी खुराक और एहतियाती खुराक के बीच की अवधि को मौजूदा 9 महीने या 39 सप्ताह से संशोधित करके 6 महीने या 26 सप्ताह करने की सिफारिश की गई है।

इसके साथ यह निर्णय लिया गया है कि 18-59 वर्ष के सभी लाभार्थियों के लिए एहतियाती खुराक निजी कोरोना टीकाकरण केंद्रों (सीवी) में दूसरी खुराक तारीख से 6 महीने या 26 सप्ताह पूरा होने के बाद दिया जाए

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– गौतमबुद्ध नगर जिले की उप्र पुलिस ने एंकर को लिया हिरासत में

गाजियाबाद:  कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के बारे में फेक न्यूज फैलाने के आरोपित और जी न्यूज के एंकर रोहित रंजन को हिरासत में लेने के लिए मंगलवार को छत्तीसगढ़ और उत्तर प्रदेश पुलिस आपस मे भिड़ गईं। दोनों के बीच जमकर छीना-झपटी हुई लेकिन सफलता उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर जिले की पुलिस को मिली, जिसने रोहित रंजन को हिरासत में ले लिया।

दरअसल, कांग्रेस पार्टी ने जी न्यूज के एंकर रोहित रंजन के खिलाफ राहुल गांधी का एक फेक वीडियो चलाने के मामले में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। रोहित को छत्तीसगढ़ पुलिस कोर्ट के वारंट पर मंगलवार को इंदिरापुरम (जनपद गाजियाबाद) में उनके घर पर गिरफ्तार करने आई थी। इस पर एंकर ने उत्तर प्रदेश की योगी सरकार और स्थानीय प्रशासन से मदद की गुहार लगाई थी।

रोहित रंजन ने मंगलवार सुबह ट्वीट किया कि बिना लोकल पुलिस को सूचना दिए छत्तीसगढ़ पुलिस उनके घर के बाहर उन्हें गिरफ्तार करने के लिए खड़ी है। उन्होंने कहा कि क्या ये कानूनन सही है। रोहित ने यह ट्वीट यूपी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, गाजियाबाद के एसएसपी और एडीजी जोन लखनऊ को टैग भी किया है। इसके बाद उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर जिले की पुलिस सक्रिय हो गयी और तत्काल मौके पर पहुंच गई। वहां पर छत्तीसगढ़ पुलिस और उप्र पुलिस में रोहित को गिरफ्तार करने के लिए छीना-झपटी का माहौल बन गया, लेकिन उप्र पुलिस ने रोहित को हिरासत में ले लिया।

हालांकि ज़ी न्यूज ने सामग्री वापस ले ली और सार्वजनिक माफी भी जारी की थी।

उधर, गाजियाबाद पुलिस का कहना है कि गाजियाबाद पुलिस को जब इस बात की जानकारी मिली कि छत्तीसगढ़ पुलिस एंकर रोहित रंजन को गिरफ्तार करने इंदिरापुरम पहुंची है तो उन्होंने रोहित रंजन के ट्वीट का जवाब दिया। गाजियाबाद पुलिस ने ट्वीट करते हुए लिखा कि प्रकरण स्थानीय पुलिस के संज्ञान में है, उत्तर प्रदेश के थाना इंदिरापुरम की पुलिस मौके पर है, नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी।

छत्तीसगढ़ पुलिस ने रोहित रंजन के ट्वीट के बाद ट्वीट किया, जिसमें कहा गया कि सूचित करने के लिए ऐसा कोई नियम नहीं है। फिर भी, अब उन्हें सूचित किया जाता है। पुलिस टीम ने आपको कोर्ट का गिरफ्तारी वारंट दिखाया है।

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श्रीनगर: बारिश के कारण पहलगाम मार्ग से अस्थायी रूप से अमरनाथ यात्रा को स्थगित कर दिया गया है। पहलगाम के नुनवान बेस कैंप में करीब 3,000 यात्रियों को रोक दिया गया है। इस बीच मंगलवार को कड़ी सुरक्षा के बीच जम्मू से 6,300 से अधिक अमरनाथ तीर्थयात्रियों का छठा जत्था रवाना हुआ।

पहलगाम में सोमवार रात जारी बारिश की वजह से भूस्खलन का खतरा बढ़ गया है। इस वजह से प्रशासन ने यात्रा को इस मार्ग पर अस्थायी रूप से स्थगित करने का फैसला लिया है। सभी यात्रियों के ठहरने के प्राप्त प्रबंध किए गए हैं। मौसम खराब होने से पहलगाम में ठंड भी बढ़ गई है। मौसम विज्ञान विभाग ने अगले 12 घंटे तक बारिश होने का पूर्वानुमान जारी किया है।

जम्मू के भगवती नगर आधार शिविर से मंगलवार सुबह कड़ी सुरक्षा के बीच 239 वाहनों के काफिले में कुल 6,351 अमरनाथ तीर्थयात्री रवाना हुए। इनमें से 4,864 पुरुष, 1,284 महिलाएं, 56 बच्चे, 127 साधु, 19 साध्वी और एक किन्नर शामिल हैं। बालटाल आधार शिविर के लिए जाने वाले 2,028 तीर्थयात्री 88 वाहनों में सुबह करीब 3.35 बजे सबसे पहले रवाना हुए। इसके बाद पहलगाम आधार शिविर के लिए 4,323 तीर्थयात्रियों को लेकर 151 वाहनों का दूसरा काफिला रवाना हुआ।

अधिकारियों ने कहा कि अब तक 72,000 से अधिक तीर्थयात्री बाबा बर्फानी की गुफा में प्राकृतिक रूप से निर्मित शिवलिंगम की पूजा कर चुके हैं।

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