चरोटी चेकपोस्ट पार करके बाद लग्जरी कार ने महज 9 मिनट में 20 किमी की दूरी तय की

मुंबई: टाटा संस के पूर्व चेयरमैन साइरस मिस्त्री की रविवार को एक कार दुर्घटना में मौत की प्राथमिक जांच में पता चला है कि यह हादसा सीट बेल्ट न लगाने और तेज रफ्तार गाड़ी चलाने से हुआ है। इस हादसे की उच्च स्तरीय जांच की जा रही है और हादसे में दोनों घायलों को वापी स्थित अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया है।

इस हादसे की जांच कर रहे एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि मुंबई से 120 किमी दूर पालघर जिले में चरोटी चेकपोस्ट को पार करने के बाद लग्जरी कार ने महज 9 मिनट में 20 किमी की दूरी तय की। इस आधार पर शुरुआती जांच में पता चला कि यह कार की गति काफी तेज थी। सूर्या नदी पर बने पुल पर कार के डिवाइडर से टकराने से मिस्त्री और जहांगीर पंडोले की मौके पर ही मौत हो गई। हादसा दोपहर 2.30 बजे हुआ जब मिस्त्री अहमदाबाद से मुंबई लौट रहे थे।

मुंबई की स्त्री रोग विशेषज्ञ अनाहिता पंडोले (55) कार चला रही थीं। इस हादसे में अनाहिता और उसका पति गंभीर रूप से घायल हो गए। अधिकारी ने कहा कि प्रारंभिक जांच के अनुसार तेज गति और चालक के गलत निर्णय के कारण कार दुर्घटना हुई। दोनों मृतकों ने सीट बेल्ट नहीं पहनी हुई थी। अधिकारी ने कहा कि चारोटी चेक पोस्ट पर लगे सीसीटीवी कैमरों में कैद फुटेज से पता चला है कि कार दोपहर लगभग 2.21 बजे चेक पोस्ट को पार कर गई थी और दुर्घटना 20 किमी आगे (मुंबई की ओर) हुई थी। यानी मर्सिडीज कार ने सिर्फ 9 मिनट में 20 किमी (चेक पोस्ट से) की दूरी तय की थी। अधिकारियों ने बताया कि दुर्घटना दोपहर 2.30 बजे सूर्या नदी पर बने पुल पर हुई।

पुलिस ने बताया कि पिछली सीट पर मिस्त्री और जहांगीर पंडोले थे। डेरियस अनाहिता के साथ आगे की सीट पर था। एक प्रत्यक्षदर्शी ने कहा कि एक महिला कार चला रही थी और उसने बाईं ओर एक अन्य वाहन को ओवरटेक करने की कोशिश की, लेकिन नियंत्रण बिगड़ने पर कार सड़क के डिवाइडर से जा टकराई। पुलिस ने कहा कि दुर्घटना के 10 मिनट के भीतर मदद पहुंच गई। दोनों घायलों को कार से बाहर निकाला गया और एंबुलेंस से अस्पताल ले जाया गया। इस मामले की हाई लेवल जांच जारी है।

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नई दिल्ली:  बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को दिल्ली पहुंचकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से उनके आवास पर मुलाकात की है।

राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) छोड़ने के बाद राष्ट्रीय जनता दल, कांग्रेस एवं वाम दलों के साथ मिलकर सरकार बनाने के बाद सीएम नीतीश कुमार पहली बार आज दिल्ली पहुंचे हैं।

माना जा रहा कि विपक्ष वर्ष 2024 की लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर अभी से काम शुरु कर चुका है। आज नीतीश कुमार ने मीडिया से बातचीत में कहा भी कि वह चाहते हैं कि विपक्ष एकजुट होकर भाजपा का मुकाबला करे। नीतीश ने कहा कि उनकी प्रधानमंत्री बनने की कोई इच्छा नहीं है। वह सिर्फ इतना चाहते हैं कि विपक्ष एक साथ आए और भाजपा के खिलाफ लड़े। विपक्ष एक साथ आएगी तो अच्छा रहेगा।

सूत्रों का कहना है कि विपक्षी एकता को मजबूत करने के लिए नीतीश कुमार विपक्ष के दूसरे नेताओं से भी मुलाकात कर सकते हैं। नीतीश कुमार दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से भी मुलाकात कर सकते हैं।

उल्लेखनीय है कि नीतीश कुमार ने दिल्ली रवाना होने से पहले बिहार में पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव और राज्य के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से मुलाकात की थी।

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नई दिल्ली: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु शिक्षक दिवस के मौके पर आज देश के 46 शिक्षकों को सम्मानित करेंगी। राष्ट्रपति ‘शिक्षकों को राष्ट्रीय पुरस्कार 2022’ के तहत पुरस्कृत करेंगी। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शाम साढ़े चार बजे विजेता शिक्षकों से रूबरू होंगे।

प्रधानमंत्री कार्यालय के अनुसार- ‘शिक्षकों को राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान करने का उद्देश्य देश के कुछ बेहतरीन शिक्षकों के अद्वितीय योगदान का जश्न मनाना और सम्मान करना है। इन शिक्षकों ने अपनी प्रतिबद्धता और कड़ी मेहनत के माध्यम से न केवल स्कूली शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार किया है, बल्कि अपने छात्रों के जीवन को भी समृद्ध किया है।’

इस वर्ष पुरस्कार पाने वाले शिक्षकों का चयन तीन चरणों में हुई ऑनलाइन प्रक्रिया के जरिए किया गया है। विजेता शिक्षक हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, महाराष्ट्र और तेलंगाना समेत अन्य इलाकों से हैं। पुरस्कार समारोह का आयोजन दिल्ली के विज्ञान भवन में किया जाएगा। दूरदर्शन और शिक्षा मंत्रालय के स्वयं प्रभा चैनल्स पर इसका लाइव प्रसारण होगा। शिक्षा विभाग हर साल 5 सितंबर को सम्मान समारोह का आयोजन करता रहा है।

शिक्षक दिवस का आयोजन पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एस. राधाकृष्णन की स्मृति में उनकी जयंती पर किया जाता है। उनका जन्म 5 सितंबर, 1888 को हुआ था। शिक्षा के क्षेत्र में उनका योगदान अनुकरणीय है। शिक्षक दिवस मनाने की परंपरा 1962 में शुरू हुई थी।

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मुंबई: टाटा ग्रुप के पूर्व चेयरमैन साइरस मिस्त्री का भीषण सड़क हादसे में निधन हो गया है। पालघर में एक सड़क हादसे में सायरस मिस्त्री की मौत हो गई है। साइरस मिस्त्री की मर्सिडीज कार रोड के डिवाइडर से टकरा गई। इस वजह से साइरस मिस्त्री की मौत हो गई।

यह दुर्घटना दोपहर साढ़े तीन बजे के करीब पालघर के चोराटी इलाके में मुंबई-अहमदाबाद हाइवे पर सूर्या नदी पर बने पुल पर हुई। साइरस मिस्त्री और चार अन्य लोग पालघर की ओर जा रहे थे।

साइरस मिस्त्री भारतीय मूल के सबसे सफल और ताकतवर कारोबारियों में से एक पलोनजी शापूरजी मिस्त्री के बेटे थे। साइरस मिस्त्री का जन्म आयरलैंड में हुआ था। उन्होंने लंदन बिजनेस स्कूल से पढ़ाई की थी। साइरस ने परिवार के पलोनजी ग्रुप में 1991 में काम करना शुरू किया था।

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– सरकार की हरी झंडी से उन्नत 17.5-टन एकल-इंजन विमान विकसित करने का रास्ता हुआ साफ
– वायु सेना में मिराज 2000, जगुआर और मिग-29 लड़ाकू विमानों की जगह लेगा एलसीए मार्क-2

नई दिल्ली: दुनिया के सबसे हल्के लड़ाकू विमानों में शुमार लाइट कांबैट एयरक्राफ्ट मार्क-2 (एलसीए) के अगले साल 2023 के अंत में पहली उड़ान भरने का रास्ता साफ हो गया है। केंद्र सरकार ने एलसीए एमके-2 लड़ाकू विमान विकास परियोजना को मंजूरी दे दी है। सरकार की इस मंजूरी से उन्नत 17.5-टन एकल-इंजन विमान विकसित करने का मार्ग प्रशस्त होगा। नए विमानों का विकास 2027 तक पूरा होगा। इसके बाद तेजस डिफेंसिव एयरक्राफ्ट का तमगा खोकर अटैक करने वाले लड़ाकू विमानों की श्रेणी में शामिल हो जाएगा।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता वाली सुरक्षा संबंधी कैबिनेट समिति ने स्वदेशी लड़ाकू विमान विकसित करने के लिए की जा रही पहलों को बढ़ावा देने के लिए एलसीए मार्क-2 लड़ाकू विमान के प्रोटोटाइप विकास को मंजूरी दे दी, जो वायु सेना में मिराज 2000, जगुआर और मिग-29 लड़ाकू विमानों की जगह लेगा। एलसीए मार्क-2 का प्रोटोटाइप वर्जन अगले साल 2023 के अंत में पहली उड़ान भरेगा। व्यापक उड़ान परीक्षणों के बाद यह परियोजना वर्ष 2027 तक पूरी होगी। सरकार ने यह भी मंजूरी दे दी है कि विमान में इस्तेमाल होने वाले इंजन प्रारंभिक विकास चरण के बाद ‘मेड इन इंडिया’ होने चाहिए।

वैमानिकी विकास एजेंसी (एडीए) के प्रमुख गिरीश देवधर के मुताबिक रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) विमान को जीई-414 इंजन के साथ विकसित करेगा जो जीई-404 का उन्नत संस्करण है। हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) को ऑर्डर किये गए 83 एलसीए मार्क-1 में जीई-404 इंजन लगाया गया है। ‘टू फ्रंट वार’ की तैयारियां कर रही वायुसेना को एचएएल स्वदेशी लड़ाकू विमान तेजस एमके-1ए की आपूर्ति 2023 से शुरू करेगा और 2027 तक सभी विमान वायुसेना को मिल जाएंगे। इसी तरह 40 तेजस एमके-1 विमानों की भी आपूर्ति 2023 के मध्य तक पूरी की जाएगी।

एचएएल के मुताबिक तेजस मार्क-2 की गति मैक 2 यानी 3457 किलोमीटर प्रति घंटा होगी। इसकी मारक रेंज 2500 किलोमीटर होगी। यह 56 हजार फीट की ऊंचाई तक उड़ सकता है। इसमें 23 मिलीमीटर की जीएसएच-23 गन होगी। साथ ही इसमें हवा से हवा में मार करने वाली सात मिसाइलें, हवा से जमीन पर मार करने वाली चार मिसाइलें, एक एंटी रेडिएशन मिसाइल, पांच बम लगाए जा सकते हैं। तेजस मार्क-2 में ब्रह्मोस-एनजी मिसाइल भी लगाई जा सकती है। इसके अलावा निर्भय, स्टॉर्म शैडो, अस्त्र, मीटियोर, असराम और क्रिस्टल मेज जैसी मिसाइलें भी लगाई जा सकती हैं।

तेजस फाइटर के जनक चीफ डिजाइनर डॉ. कोटा हरिनारायण ने बताया कि इस विमान में प्रीसिशन गाइडेड बम, लेजर गाइडेड बम, क्लस्टर बम, अनगाइडेड बम और स्वार्म बम लगाए जा सकते हैं। तेजस का दूसरा पार्ट दोगुनी शक्ति के साथ दुश्मनों के छक्के छुड़ाएगा। नई पीढ़ी के एयरक्राफ्ट में मिसाइलों को लगाने की क्षमता दोगुना तक बढ़ाई गई है। पहले 4 टन युद्धक सामग्री ही ले जा सकते थे लेकिन अब 7 टन तक क्षमता बढ़ा दी गई है। नए तेजस में 9 के बजाए 11 हार्ड प्वाइंट्स लगाए गए हैं। इसके विंग तेजस की तुलना में 30 सेंटीमीटर बड़े हैं। विंग्स के आगे दोनों ओर कनॉट दिए गए हैं, जिससे दुश्मन के अटैक से बचाएगा।

उन्होंने बताया कि इसमें मिसाइल अप्रोच वार्निंग सिस्टम लगाया गया है। इसलिए पीछे से मिसाइल अटैक होने पर विमान बैक साइड में इतना घना धुआं छोड़ देगा कि दुश्मन की मिसाइल कंफ्यूज होकर निशाने से चूक जाएगी। तेजस मार्क-2 के कॉकपिट में वाइस कमांड भी दिया गया है, ताकि पायलट को बटन पुश करने का समय न होने पर वह आवाज देकर ही मिसाइल अटैक कर सकता है। इस तरह के अटैक में राफेल फाइटर प्लेन से ज्यादा प्रभावी होगा। सबसे बड़ी बात ये है कि तेजस का नया वर्जन मार्क-2 वायु सेना में मिग-29, जगुआर और मिराज फाइटर प्लेन की जगह लेगा।

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नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गणेश चतुर्थी पर देशवासियों को बधाई दी। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि भगवान श्रीगणेश की कृपा हम पर सदैव बनी रहे। देशभर में गणेश चतुर्थी की धूम है। लोग अपने घरों में गणपति बप्पा की स्थापनाकर पूजा-अर्चना शुरू करेंगे। देशभर के विभिन्न मंदिरो में सुबह से ही बप्पा की पूजा-अर्चना करने के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ी है। बप्पा के पंडाल बनाए आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं।

गणेश चतुर्थी के अवसर पर मुंबई के प्रसिद्ध सिद्धिविनायक मंदिर में पहली आरती की गई। सिद्धिविनायक के अलावा मुंबई के लालबागचा राजा पंडाल से गणेश चतुर्थी के समारोह में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी।

रायपुर में मूर्तिकारों ने विशेष वस्तुओं का उपयोग कर गणेशजी की मूर्ति बनाई है। यह मूर्ति लोगों के आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। कोच्चि में आज से 10 दिवसीय ओणम उत्सव की शुरुआत हुई है। नागपुर के टेकड़ी में स्थित गणेश मंदिर में गणेश भगवान की पूजा की गई है। गणेशोत्सव का समापन अनंत चतुर्दशी को होगा।

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– संचालित होने वाले विभिन्न नेटवर्क ऑपरेशंस का प्रदर्शन किया गया
– साल भर देश को सुरक्षित रखने के लिए वायु सेना के वीरों को सराहा

नई दिल्ली: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को भारतीय वायुसेना के एक प्रमुख राडार स्टेशन का दौरा किया। उन्हें इंटीग्रेटेड एयर कमान और नियंत्रण प्रणाली (आईएसीसीएस) के बारे में जानकारी दी गई। यह प्रणाली नेटवर्क संचालन के लिहाज से भारतीय वायुसेना की रीढ़ है। इसकी क्षमताएं वायु सेना को बढ़ी हुई स्थितिजन्य जागरूकता प्रदान करती हैं, जो भारतीय वायु सेना के सेंसर-टू-शूटर लूप को कम करती है। इस मजबूत प्रणाली के कामकाज में ऐसी विशेषताएं हैं, जो देश में इसके सहज संचालन को सक्षम बनाती हैं।

रक्षा मंत्री के सामने देश भर में विभिन्न स्थानों पर संचालित होने वाले विभिन्न नेटवर्क ऑपरेशंस का प्रदर्शन किया गया। इनमें लड़ाकू, परिवहन और दूर से चलने वाले विमानों के नेटवर्क और समग्र संचालन शामिल थे। उन्हें शांतिकालीन कमान और नियंत्रण कार्यों की बारीकियों के बारे में भी बताया गया, जिनमें दिन प्रतिदिन बड़े आयोजनों के दौरान महत्वपूर्ण क्षेत्रों की वायु सुरक्षा सुनिश्चित करना शामिल है।अपने संबोधन में राजनाथ सिंह ने साल भर देश को सुरक्षित रखने के लिए वायु सेना के वीरों की सराहना की।

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-दुमका के बेदिया घाट में अंकिता को उसके दादा अनिल सिंह ने दी मुखाग्नि

रांची:  झारखंड के दुमका जिले में एक तरफा प्यार में सिरफिरे आशिक ने जिस तरह से 12वीं कक्षा की छात्रा अंकिता सिंह (17) को जिंदा जला दिया, उससे राज्य के लोगों में तीखा आक्रोश है। सोमवार को तनावपूर्ण माहौल के बीच अंकिता का अंतिम संस्कार कर दिया गया। लोगों के गुस्से और विपक्षी दलों की आलोचना झेल रहे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पीड़िता के परिवार को 10 लाख रुपये की आर्थिक मदद मुहैया कराई है। राज्यपाल रमेश बैस ने भी दो लाख रुपये की मदद का ऐलान किया है।

अंकिता की अंतिम यात्रा आज सुबह जरुआडीह स्थित उसके घर से निकली तो हजारों की संख्या में लोग इसमें शामिल हुए। जिले के डिप्टी डेवलपमेंट कमिश्नर कर्ण सत्यार्थी, एसडीएम महेश्वर महतो पूरे समय नजर बनाए रखे। अंतिम यात्रा के दौरान जिला पुलिस तथा एसएसबी, आईआरबी, एसआईआरबी और रैपिड एक्शन पुलिस के पुरुष और महिला जवान और बड़ी संख्या में पुलिस पदाधिकारी मुस्तैद रहे। अंकिता के अंतिम संस्कार कार्यक्रम में सांसद सुनील सोरेन सहित दुमका के जिला प्रशासन के लोग भी शामिल हुए। सांसद निशिकांत दुबे, पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास, बाबूलाल मरांडी सहित अन्य नेताओं ने इस घटना की कड़ी निंदा की है। दुमका के बेदिया घाट में अंकिता को उसके दादा अनिल सिंह ने दी मुखाग्नि दी।

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अंकिता की मौत पर गहरा दुःख एवं शोक व्यक्त किया। उन्होंने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए कहा कि घटना को अंजाम देने वाले को कड़ी सजा मिलेगी। उन्होंने पुलिस महानिदेशक को उक्त मामले में एडीजी रैंक के अधिकारी द्वारा जांच की प्रगति पर शीघ्र रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है। साथ ही उन्होंने अंकिता के परिजनों को दस लाख की सहायता राशि देने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने इस घटना का फास्ट ट्रैक से निष्पादन करने का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री की इस घोषणा के बाद दुमका डीसी ने अंकिता के परिजनों को 10 लाख रुपये का चेक दे भी दिया। मंत्री मिथिलेश ठाकुर, मंत्री बन्ना गुप्ता और अन्य ने अपराधी को फांसी की सजा दिलाने का भरोसा दिलाया है।

राज्यपाल ने भी तत्काल दो लाख रुपये देने की घोषणा की

राज्यपाल रमेश बैस ने भी तत्काल दो लाख रुपये देने की भी घोषणा की है। राज्यपाल ने भी अंकिता के साथ हुई घटना और उसकी मौत को दुख जताया। उन्होंने कहा कि एक लड़की जिसने अभी पूरी दुनिया भी नहीं देखी थी, उसका इस प्रकार से अंत बहुत ही पीड़ादायक है। इस प्रकार की जघन्य और पीड़ादायी घटना राज्य के लिए शर्मनाक है। राज्यपाल ने भी इस घटना की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में करने की बात कही।

राष्ट्रीय महिला आयोग ने अंकिता हत्याकांड का लिया संज्ञान

राष्ट्रीय महिला आयोग दिल्ली ने अंकिता हत्याकांड का संज्ञान लिया है। आयोग इस मामले को लेकर चिंता जतायी है। साथ ही इस मामले में पहल करते हुए झारखंड के डीजीपी से जवाब तलब किया है। आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने इस घटना को बेहद दयनीय बताया है। उन्होंने कहा है कि लड़कियों को जबर्दस्ती शादी के लिए नहीं मनवाया जा सकता। इस केस में दुमका की अंकिता पर दबाव बनाया गया। उसे जिंदा जलाने की कोशिश हुई। अंततः उसे अपनी जान गंवानी पड़ी। डीजीपी से इस हत्याकांड और पूरे मामले की रिपोर्ट सात दिनों के अंदर मांगी गयी है।

गौरतलब है कि रविवार की सुबह जब उसकी मौत की खबर आई तो दुमका में तनाव की स्थिति बन गई। दुकान-बाजार बंद हो गए। गुस्साए लोग सड़कों पर उतर गए और जिला प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे।

प्रदर्शनकारियों ने सोमवार को भी दुमका-भागलपुर रोड पर घंटों जाम लगाया। इस विरोध प्रदर्शन में विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल और भाजपा कार्यकर्ताओं के अलावा बड़ी संख्या में आम लोग मौजूद थे। लोगों ने बाजार भी बंद कराया। स्थिति तनावपूर्ण देखते हुए प्रशासन ने क्षेत्र में धारा 144 लगा दी। प्रदर्शनकारियों ने आरोपित शाहरुख को फांसी देने की मांग की।

अंकिता हत्या मामले में एडीजी पहुंचे दुमका, परिजनों से की बात

अंकिता हत्या मामले में सोमवार को एडीजी दुमका पहुंचे। यहां से मृतक अंकिता का घर जरुवाडीह जाकर उनके परिजनों से बातचीत करते हुए उन्हें हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि आरोपितों की कड़ी से कड़ी सजा दिलाने की मांग कोर्ट से की जाएगी।

उल्लेखनीय है कि 23 अगस्त को 12वीं की छात्रा अंकिता दुमका के जरुवाडीह मोहल्ले में अपने घर में सोई हुई थी। उसी दौरान पड़ोस के शाहरुख हुसैन ने खिड़की से पेट्रोल डालकर उसके ही घर में ही उसे जिंदा जला कर मारने का प्रयास किया था। बेहद गंभीर स्थिति में उसे दुमका के फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इसके बाद बेहतर इलाज के लिए उसे रिम्स, रांची रेफर कर दिया गया था, जहां इलाज के दौरान शनिवार रात उसकी मौत हो गई।। घटना के तुरंत बाद पुलिस ने आरोपित शाहरुख को गिरफ्तार कर लिया है। शाहरुख युवती से एकतरफा प्यार करता था, लेकिन युवती उससे बात करना पसंद नहीं करती थी। उसने दोस्ती करने के लिए कई बार युवती पर दबाव बनाया, लेकिन नहीं मानने पर अंजाम भुगतने की धमकी दी थी। अंकिता की बूढ़ी दादी ने कहा कि आरोपित को फांसी की सजा दी जाए, जिसने मेरी पोती की जान ली है। इधर, पुलिस ने सोमवार को शाहरुख हुसैन के साथी छोटू खान को भी गिरफ्तार कर लिया है। छोटू खान पर आरोप है कि उसने ही पेट्रोल शाहरुख को दी थी।

बताया जाता है कि शाहरुख अंकिता को दो साल से परेशान कर रहा था। अंकिता ने इसकी शिकायत अपने पिता से भी की थी, लेकिन समाज में बदनामी के डर से उन्होंने आगे कदम नहीं उठाया। इसके बाद जब शाहरुख ज्यादा परेशान करने लगा तो वो पुलिस में शिकायत करने पहुंचे लेकिन शाहरुख के बड़े भाई ने मांफी मांग ली और कहा कि वो अब ऐसा नहीं करेगा। कुछ दिन शांत रहने के बाद उसकी हरकतें फिर शुरू हो गईं। बीते 15 दिनों से वो अंकिता को कुछ ज्यादा ही परेशान कर रहा था।

मरने से पहले अंकिता ने अपने साथ हुई बर्बरता की पूरी कहानी बयां की थी

अस्पताल में भर्ती अंकिता ने मौत से कुछ ही घंटों पहले अपने साथ हुई बर्बरता की पूरी कहानी बयां की थी। उसने बताया कि 23 अगस्त की सुबह पांच बजे के आसपास मैं अपने कमरे में सो रही थी। अचानक कमरे की खिड़की के पास आग की लपटें देखकर मैं डर गई। जब मैंने खिड़की खोली तब देखा कि मोहल्ले का शाहरुख हुसैन हाथ में पेट्रोल का कैन लिये मेरे घर की तरफ से भाग रहा था। तब तक आग मेरे शरीर में भी लग चुकी थी और मुझे काफी जलन सी महसूस हो रही थी। अंकिता ने मौत से पहले के अपने बयान में कहा कि पिछले दस-पंद्रह दिन से वह मेरा पीछा कर रहा था। जब भी मैं स्कूल या ट्यूशन के लिए जाती, वह मेरा पीछा करता। हालांकि, मैंने कभी उसकी हरकतों को सीरियसली नहीं लिया लेकिन उसने कहीं से मेरे मोबाइल का नम्बर जुगाड़ लिया था। उसके बाद अक्सर मुझे फोन करके मुझसे दोस्ती करने का दबाव बनाने लगा। अंकिता के मुताबिक शाहरुख ने धमकी भी दी थी कि अगर मैं उसकी बात नहीं मानूंगी तो वह मुझे और मेरे परिवार वालों को मार देगा। मुझे उसकी हरकतों का अंदेशा तो था लेकिन यह नहीं समझ पाई कि मेरे साथ ऐसा होगा। 22 अगस्त की रात उसने मुझे धमकी दी थी कि अगर मैं उसकी बात नहीं मानूंगी तो वह मुझे मारेगा। मैंने पापा को यह बात बताई तो उन्होंने कहा कि सुबह होने के बाद इस मामले का हल निकाला जाएगा। कोई इस समस्या का हल निकल पाता उससे पहले ही 23 अगस्त की सुबह शाहरुख ने पेट्रोल छिड़ककर मुझे जला दिया।

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– गुजरात-महाराष्ट्र बुलेट ट्रेन और वाराणसी का रुद्राक्ष सेंटर भारत-जापान दोस्ती के उदाहरण
– भारत में 2070 के लिए नेट जीरो का लक्ष्य

गांधीनगर/नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को इलेक्ट्रिक वाहनों को ध्वनि प्रदूषण से निजात दिलाने का सबसे बड़ा जरिया बताया और कहा कि ई-वाहनों से सड़कों पर ‘साइलेंट क्रांति’ आएगी। उन्होंने कहा कि ई-वाहनों की खासियत होती है कि वे शोर नहीं करते हैं।

भारत में चार पहिया वाहन निर्माता कंपनी सुजुकी के 40 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में प्रधानमंत्री रविवार को गांधीनगर में एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। प्रधानमंत्री ने इससे पहले भारत में सुजुकी समूह की दो प्रमुख परियोजनाओं गुजरात के हंसलपुर में सुजुकी मोटर गुजरात इलेक्ट्रिक व्हीकल बैटरी मैन्युफैक्चरिंग इकाई और हरियाणा के खरखोदा में मारुति सुजुकी की आगामी वाहन निर्माण इकाई की आधारशिला रखी।

प्रधानमंत्री ने कहा, “इलेक्ट्रिक वाहनों की एक बड़ी खासियत ये होती है कि वो साइलेंट होते हैं। 2 पहिया हो या 4 पहिया, वो कोई शोर नहीं करते। ये साइलेंस केवल इसकी इंजीनियरिंग का ही नहीं है, बल्कि ये देश में एक ‘साइलेंट क्रांति’ के आने की शुरुआत भी है।”

उन्होंने कहा कि आज भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों का बाजार जितनी तेजी से बड़ा हो रहा है, कुछ वर्ष पहले तक उसकी कल्पना भी नहीं होती थी। आज लोग इलेक्ट्रिक वाहनों को एक एक्स्ट्रा व्हीकल नहीं समझ रहे हैं, बल्कि उसे प्रमुख साधन मानने लगे हैं। देश भी पिछले 8 वर्षों से इस बदलाव की जमीन तैयार कर रहा था। प्रधानमंत्री ने कहा कि ई-वाहनों की मांग बढ़ाने के लिए सरकार कई तरह के प्रयास कर रही है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत ने सीओपी-26 में ये घोषणा की है कि वो 2030 तक अपनी स्थापित विद्युत क्षमता की 50 प्रतिशत क्षमता गैर-जीवाश्म स्रोत से हासिल करेगा। हमने 2070 के लिए ‘नेट ज़ीरो’ का लक्ष्य तय किया है।

इस अवसर पर उन्होंने कहा कि भारत के साथ सुजुकी का पारिवारिक रिश्ता अब 40 वर्ष का हो गया है। आज एक ओर गुजरात में इलेक्ट्रिक व्हीकल बैटरी के उत्पादन के लिए महत्वाकांक्षी प्लांट का शिलान्यास हो रहा है साथ ही हरियाणा में नई कार उत्पादन फैसिलिटी की शुरुआत भी हो रही है। ये विस्तार सुजुकी के लिए भविष्य की अपार संभावनाओं का आधार बनेगा।

उन्होंने कहा कि मारुति-सुज़ुकी की सफलता भारत-जापान की मजबूत पार्टनरशिप का भी प्रतीक है। बीते आठ वर्षों में तो हम दोनों देशों के बीच ये रिश्ते नई ऊंचाइयों तक गए हैं। आज गुजरात-महाराष्ट्र में बुलेट ट्रेन से लेकर उत्तर प्रदेश में बनारस के रुद्राक्ष सेंटर तक, विकास की कितनी ही परियोजनाएं भारत-जापान दोस्ती का उदाहरण हैं। और इस दोस्ती की जब बात होती है, तो हर एक भारतवासी को हमारे मित्र पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय शिंजो आबे जी की याद जरूर आती है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि आबे जब गुजरात आए थे, उन्होंने जो समय यहां बिताया था, उसे गुजरात के लोग बहुत आत्मीयता से याद करते हैं। हमारे देशों को और करीब लाने के लिए जो प्रयास उन्होंने किए थे, आज पीएम किशिदा उसे आगे बढ़ा रहे हैं। उन्होंने कहा कि गुजरात और जापान के बीच जो रिश्ता रहा है, वो कूटनीतिक दायरों से भी ऊंचा रहा है। मुझे याद है जब 2009 में वाइब्रेंट गुजरात समिट का आयोजन शुरू हुआ था, तभी से जापान इसके साथ एक पार्टनर कंट्री के तौर पर जुड़ गया था।

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अहमदाबाद/नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को अहमदाबाद में साबरमती रिवरफ्रंट पर आयोजित खादी उत्सव के दौरान गुजरात राज्य खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के नए कार्यालय भवन और अटल ब्रिज का उद्घाटन किया।

खादी उत्सव को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि साबरमती का ये किनारा आज धन्य हो गया है। आजादी के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में, 7,500 बहनों-बेटियों ने एक साथ चरखे पर सूत कातकर नया इतिहास रच दिया है। उन्होंने कहा कि ये मेरा सौभाग्य है कि मुझे भी कुछ पल चरखे पर सूत कातने का मिला।

उन्होंने कहा कि अटल ब्रिज, साबरमती नदी को, दो किनारों को ही आपस में नहीं जोड़ रहा बल्कि ये डिजाइन और इनोवेशन में भी अभूतपूर्व है। इसकी डिजाइन में गुजरात के मशहूर पतंग महोत्सव का भी ध्यान रखा गया है।

प्रधानमंत्री ने इससे पहले यहां साबरमती रिवरफ्रंट पर आयोजित खादी उत्सव में बारदोली के सत्याग्रह (1928) में इस्तेमाल किए गए 94 साल पुराने चरखे को चलाया। इस दौरान राज्य की 7500 प्रतिभागी महिलाओं ने चरखा चलाकर खादी ग्रामोद्योग को बढ़ावा देने का संदेश दिया।

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Chhapra: हरिहर क्षेत्र सोनपुर मेला का आयोजन इस वर्ष किया जायेगा. जिला पदाधिकारी राजेश मीणा की अध्यक्षता में सोनपुर मेला 2022 के निमित्त तैयारियों से संबंधित बैठक समाहरणालय सभागार में आहूत की गई.

जिला पदाधिकारी द्वारा बैठक को संबोधित करते हुए बताया गया कि इस वर्ष सोनपुर मेला का आयोजन 6 नवंबर 2022 से 7 दिसंबर 2022 तक किया जाएगा.

सोनपुर मेला के सफल आयोजन हेतु सभी प्रशासनिक तैयारियां पूर्व वर्षों की भांति विभिन्न कोषांग के माध्यम से की जाएगी। इसके निमित्त विभिन्न कोषांग के गठन का निर्देश जिला पदाधिकारी के द्वारा दिया गया।

सिविल सर्जन सारण 24 घंटे चिकित्सक दलों के साथ आवश्यक जीवन रक्षक दवाओं एवं एंबुलेंस की प्रतिनियुक्ति मेला में करेंगे। जिला पशुपालन पदाधिकारी सभी पशुओं की आकस्मिक चिकित्सा हेतु व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे। कार्यपालक अभियंता भवन प्रमंडल बैरिकेडिंग एवं वॉच टावर बनवाने का कार्य करेंगे ।घाटों एवं मेला में पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था हेतु दंडाधिकारी के साथ पुलिस बलों की प्रतिनियुक्ति की जाएगी। घाटों पर विशेष रूप से एसडीआरएफ की प्रतिनियुक्ति की जाएगी। पीएचईडी विभाग पेयजल के साथ शौचालय की व्यवस्था सुनिश्चित करेगा। विद्युत विभाग मेला में निर्बाध विद्युत आपूर्ति हेतु सभी आवश्यक तैयारियां सुनिश्चित करेंगे।

जिला जनसंपर्क पदाधिकारी सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन का काम करेंगे। जिला नजारत शाखा साफ सफाई, अतिथि सत्कार, बिजली, टेंट आदि की व्यवस्था सुनिश्चित करने हेतु आवश्यक निविदा का प्रकाशन करवाएंगे। विभिन्न कोषांग के गठन के पश्चात पुनः मेला के तैयारियों के संबंध में बैठक बुलाने का निर्देश जिला पदाधिकारी के द्वारा दिया गया।

बैठक में उप विकास आयुक्त सारण अमित कुमार, अपर समाहर्ता सारण डॉ गगन, जिला स्तरीय पदाधिकारी गण उपस्थित थे।

बता दें कि विश्व प्रसिद्द हरिहर क्षेत्र सोनपुर मेला का आयोजन विगत दो सालों से कोरोना महामारी के मद्देनजर नहीं हो रहा था. अब मेले का आयोजन होने की घोषणा से व्यापारियों और स्थानीय लोगों में हर्ष व्याप्त है.   

फाइल फोटो 

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नई दिल्ली: जस्टिस यूयू ललित ने आज देश के नए चीफ जस्टिस के रूप में शपथ ले ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें शपथ दिलाई। 26 अगस्त को जस्टिस एनवी रमना के सेवानिवृत्त होने के बाद जस्टिस यूयू ललित को चीफ जस्टिस नियुक्त किया गया है। वे देश के 49वें चीफ जस्टिस होंगे।

10 अगस्त को राष्ट्रपति ने जस्टिस ललित को चीफ जस्टिस के रूप में नियुक्त किया था। चीफ जस्टिस के रूप में उनका कार्यकाल 8 नवंबर तक का होगा। जस्टिस ललित का जन्म 9 नवंबर, 1957 को हुआ था।

जून 1983 से उन्होंने वकालत शुरू की। 1985 तक बाम्बे हाई कोर्ट में प्रैक्टिस करने के बाद वे जनवरी 1986 में दिल्ली शिफ्ट हो गए। अप्रैल 2004 में उन्हें सुप्रीम कोर्ट में सीनियर एडवोकेट का दर्जा दिया गया।

2 जी के मामले में वे सीबीआई के स्पेशल पब्लिक प्रोसिक्युटर नियुक्त किए गए। उन्हें 13 अगस्त, 2014 को सुप्रीम कोर्ट का जज नियुक्त किया गया था।

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