नई दिल्ली, 22 मई (हि.स.)। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि नए संसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति को करना चाहिए। वह संविधान और देश के हर नागरिक का प्रतिनिधित्व करते हैं।

खड़गे ने सोमवार को ट्वीट कर कहा कि मोदी सरकार दलित और जनजातीय समुदायों से राष्ट्रपति केवल चुनावी वजहों से बनाती है। उन्होंने कहा कि जब इस नए संसद भवन का शिलान्यास हुआ तो तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को नहीं बुलाया गया और अब उद्घाटन समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को निमंत्रण नहीं दिया गया।

उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लगभग 1200 करोड़ रुपये की लागत से बनकर तैयार नए संसद भवन का 28 मई को उद्घाटन करेंगे। पीएम मोदी के जरिये किये जाने वाले प्रस्तावित उद्घाटन को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी आपत्ति जताई थी। कल राहुल गांधी ने भी ट्वीट कर कहा था कि नए संसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति को ही करना चाहिए, प्रधानमंत्री को नहीं!

0Shares

नई दिल्ली, 22 मई (हि.स.)। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मिलने उनके दिल्ली स्थित आवास पर पहुंचे।

सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे और नीतीश कुमार के बीच विपक्षी एकता को लेकर बैठक जारी है। बैठक में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल सहित जेडीयू के अध्यक्ष ललन सिंह भी मौजूद हैं।

उल्लेखनीय है कि नीतीश कुमार वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले विपक्ष को मजबूत करने के सिलसिले में लगातार अन्य दलों के नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं।

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के शपथ ग्रहण समारोह में भी मंच पर दिखाई दिये थे। इससे पहले नीतीश कुमार ने ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, सपा प्रमुख अखिलेश यादव, पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सहित अन्य विपक्षी दलों के नेताओं से मुलाकात कर चुके हैं।

0Shares

खगोल विज्ञान में रुचि रखने वालों के लिए मंगलवार, 23 मई की शाम बेहद रोमांच होने वाली है। दरअसल, इस दिन सूर्य के अस्त होने के बाद शाम को पश्चिमी आकाश में अद्भुत खगोलीय नजारा दिखने जा रहा है, जिसमें हंसियाकार चंद्रमा चमकते शुक्र और लाल ग्रह मंगल के बीच दिखता हुआ मिथुन तारामंडल के तारों के साथ मेल-मुलाकात करता हुआ नजर आएगा। यह जानकारी सोमवार को भोपाल की नेशनल अवार्ड प्राप्त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने दी।

उन्होंने बताया कि सूर्यास्त के बाद लालिमा समाप्त होने के साथ ही हंसियाकार चंद्रमा के साथ शुक्र (वीनस) अपनी चमक बिखेर रहा होगा, तो उसके कुछ ऊपर मंगल (मार्स) लालिमा के साथ होगा। उसके पास ही मिथुन तारामंडल के जुड़वां तारे पोलुक्स एवं कैस्टर भी इस मिलन समारोह का हिस्सा बनेंगे। इसके साथ ही बिहाईव स्टार क्लस्टर भी इनके आसपास दिखेगा।

सारिका ने बताया कि मिलन करते इन खगोलीय पिंडों के बीच आपस की दूरी करोड़ों किलोमीटर होगी, लेकिन इनका पृथ्वी से बनने वाला कोण इस प्रकार होगा कि वे एक-दूसरे से मिलते से नजर आएंगे। जुड़वां तारे कहे जाने वाले तारों में से पोलुक्स 33 प्रकाशवर्ष दूर और विकसित लाल विशालकाय तारा है जो कि हमारे सूर्य से दोगुना विशाल है जबकि केस्टर 51 प्रकाशवर्ष दूर नीला तारा है जो हमारे सूर्य से 2.7 गुना अधिक भारी है। रोमन पौराणिक कथाओं के अनुसार पोलक्स और केस्टर जुड़वां भाइयों का प्रतिनिधित्व करते हैं।

सारिका ने बताया कि इस खगोलीय घटना में चंद्रमा लगभग 1000 तारों के समूह, जिसे कि बिहाईव स्टार क्लस्टर कहते हैं, उनके भी समीप दिखेगा। बुधवार (24 मई) शाम के आकाश में भी इस दृश्य को देखा जा सकेगा, लेकिन तब चंद्रमा आगे बढ़कर मंगल के करीब पहुंच चुका होगा। इस तरह ग्रहों, तारों और उपग्रहों का मिलन समारोह का मनमोहन दृश्य दिखने जा रहा है। दोनों ही दिन इसे रात्रि 10 बजे के पहले देखा जा सकेगा।

0Shares

नई दिल्ली, 21 मई (हि.स.)। पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की पुण्यतिथि पर राष्ट्रीय राजधानी स्थित समाधि स्थल वीरभूमि में प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया। प्रार्थना सभा में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, दिवंगत कांग्रेस नेता राजीव की पत्नी सोनिया गांधी, पुत्र राहुल गांधी, पुत्री प्रियंका गांधी वाड्रा के अलावा केसी वेणुगोपाल आदि नेताओं ने हिस्सा लिया।

सभी ने समाधि स्थल पहुंचकर उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की। कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने कहा-21वीं सदी के भारत निर्माण में राजीव गांधी का योगदान अतुलनीय है। उन्हें देश कभी भुला नहीं सकता। उल्लेखनीय है कि 21 मई, 1991 को एक आत्मघाती बम धमाके में राजीव गांधी की हत्या कर दी गई थी।

0Shares

नई दिल्ली, 21 मई (हि.स.)। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ विपक्षी एकता को एकजुट करने में लगे हुए हैं।

इसी क्रम में रविवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मिलने उनके घर पहुंचे। केजरीवाल से नीतीश की यह दूसरी मुलाकात है। नीतीश कुमार के साथ बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी मौजूद रहे।

 

0Shares

बेंगलुरु, 20 मई (हि.स.)। कर्नाटक में शनिवार को नई सरकार का गठन हो गया। कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने राज्य के नए मुख्यमंत्री और डीके शिवकुमार ने उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की। बेंगलुरु के कांटेरावा स्टेडियम में राज्यपाल थावर चंद गहलोत ने सभी मंत्रियों को शपथ दिलाई।

कर्नाटक सरकार के इस शपथ ग्रहण समारोह में राहुल गांधी, प्रियंका वाड्रा और कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ ही विपक्षी दलों की एकजुटता दिखाई दी। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल और हिप्र के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू तथा एमके स्टालिन, तेजस्वी यादव , हेमंत सोरेन और महबूबा मुफ्ती, सीताराम येचुरी, फारूक अब्दुल्ला, डी राजा, दीपांकर भट्टाचार्य आदि मौजूद रहे।

कैबिनेट मंत्रीः

नव-निर्वाचित कर्नाटक सरकार में कैबिनेट मंत्रियों के रूप में डॉ. जी. परमेश्वर, के.एच. मुनियप्पा, के.जे. जॉर्ज और एम.बी. पाटिल ने शपथ ली।

राज्यमंत्रीः

सतीश जारकीहोली, प्रियांक खड़गे, रामलिंगा रेड्डी और बीजेड ज़मीर अहमद खान ने नव-निर्वाचित कर्नाटक सरकार में मंत्री के रूप में शपथ ली।

0Shares

रांची, 20 मई (हि.स.)। राजद सुप्रीमो और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने सीबीआई कोर्ट से पासपोर्ट रिलीज करने की अनुमति मांगी थी। मामले में सीबीआई की स्पेशल कोर्ट में सुनवाई हुई। इसके बाद कोर्ट ने लालू का पासपोर्ट रिलीज करने का आदेश दे दिया।

लालू ने कोर्ट में अधिवक्ता के माध्यम से याचिका दाखिल की थी। अधिवक्ता अनंत कुमार विज ने शनिवार को बताया कि पासपोर्ट रिनुअल करवाने के लिए अदालत से रिलीज करने का अनुरोध किया गया था। उसे कोर्ट ने स्वीकार कर लिया है। साथ ही पासपोर्ट रिलीज करने का आदेश दिया है।

उल्लेखनीय है कि लालू चारा घोटाले के अलग-अलग मामलों में सजायाफ्ता हैं। उन्हें हाई कोर्ट से बेल मिली है। फिलहाल वह जमानत पर हैं। जमानत की शर्त के अनुसार उनका पासपोर्ट कोर्ट में जमा रखना है। कोर्ट की अनुमति से ही वह पासपोर्ट ले सकते हैं और इस्तेमाल कर सकते हैं।

0Shares

नई दिल्ली, 20 मई (हि.स.)। कांग्रेस पार्टी ने दो हजार रुपये का नोट बंद किए जाने को लेकर केन्द्र सरकार की आलोचना की है और इसे दूसरी नोटबंदी करार दिया है।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने शनिवार को ट्वीट कहा कि केन्द्र सरकार ने नोटबंदी से अर्थव्यवस्था को एक गहरा जख्म दिया था। जिससे पूरा असंगठित क्षेत्र तबाह हो गया। छोटे व्यापार ठप्प हो गए और करोड़ों लोगों ने रोजगार खोए दिए थे।

खड़गे ने कहा कि केन्द्र सरकार ने अब 2000 रुपये के नोट वाली “दूसरी नोटबंदी” कर रही है। क्या ये गलत निर्णय के ऊपर पर्देदारी नहीं है? उन्होंने कहा कि इस मुद्दे की एक निष्पक्ष जांच होनी चाहिए तब सच्चाई सामने आएगी।

उल्लेखनीय है कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने 2000 रुपये के नोटों को सिस्टम से वापस लेने का निर्णय लिया है। अब केंद्रीय बैंक दो हजार के नये नोट नहीं छापेगा और दो हजार के पुराने नोटों को 30 सितंबर तक बदलने का समय दिया गया है।

0Shares

नई दिल्ली  (हि.स.)। गर्मियों के इस मौसम में रेल यात्रा करने वालों की सुविधा और यात्रियों की अतिरिक्त भीड़ को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए भारतीय रेल इस साल 380 विशेष ट्रेनों के 6369 फेरे लगाएगी। भारतीय रेल 2022 में चलाई गई गर्मियों की कुल विशेष ट्रेनों (348 ट्रेनों के 4599 फेरों) के मुकाबले इस साल 1770 फेरे अधिक लगायेगी। पिछली गर्मियों में जहां प्रति विशेष ट्रेन औसतन 13.2 फेरे लगाए गए, वहीं इस साल प्रति विशेष ट्रेन 16.8 फेरे लगाए जाएंगे।

ये विशेष ट्रेनें पटना-सिकंदराबाद, पटना-यशवंतपुर, मुजफ्फरपुर, दिल्ली-पटना, नई दिल्ली-कटरा, चंडीगढ़-गोरखपुर, आनंद विहार-पटना, विशापत्तनम-पुरी-हावड़ा, मुंबई-पटना, मुंबई-गोरखपुर जैसे प्रमुख गंतव्यों के बीच चलाई जाएंगी। कुल मिलाकर, जो 380 विशेष ट्रेनें 6369 फेरे लगाएंगी उनमें 25,794 सामान्य डिब्बे और 55,243 स्लीपर डिब्बे होंगे। सामान्य श्रेणी के डिब्बों में जहां 100 यात्रियों के बैठने की क्षमता होगी वहीं स्लीपर डिब्बों में आईसीएफ में 72 यात्री और एलएचबी में 78 यात्रियों की क्षमता होगी।

गर्मियों में यात्रियों की बढ़ी संख्या को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिये देशभर में फैले रेलवे मंडलों ने विशेष गाड़ियां चलाने की तैयारी की है। इन विशेष ट्रेनों के जरिये विभिन्न राज्यों जैसे कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, महाराष्ट्र, ओडीशा, पश्चिम बंगाल, बिहार, उत्तर प्रदेश, दिल्ली के साथ कनेक्टिविटी सुनिश्चित की जा रही है। मुख्य तौर पर कर्नाटक क्षेत्र में सेवायें देने वाली दक्षिण पश्चिम रेलवे पिछले साल के 779 फेरों के मुकाबले इन गर्मियों में अधिकतम 1790 फेरे लगायेगी वहीं प्रमुख रूप से गुजरात राज्य में सेवायें देने वाली पश्चिम रेलवे पिछले साल गर्मियों के 438 फेरों के मुकाबले इस साल 1470 फेरे लगाने की तैयारी में है। यह कहना भी महत्वपूर्ण होगा कि इस साल दक्षिण मध्य रेलवे 784 फेरे लगा रही है जो कि पिछले साल के मुकाबले 80 फेरे अधिक है। देश के उत्तरी हिस्से में यात्रियों की भारी संख्या को देखते हुये उत्तर पश्चिम रेलवे विशेष ट्रेनों के 400 फेरे लगायेगी, वहीं पूर्वी मध्य रेलवे 380 फेरे लगायेगी। उत्तर रेलवे की भी इस साल 324 फेरे लगाने की योजना है।

बहरहाल, पूरे मौसम के दौरान इन विशेष ट्रेनों के तहत न तो ट्रेनों की संख्या और न ही उनके द्वारा लगाये जाने वाले फेरों की संख्या स्थिर रहेगी। विशेष रेलगाड़ियों की योजना और उन्हें चलाना एक सतत प्रक्रिया है और इसके लिये सभी संचार माध्यमों जैसे कि मीडिया रिपोर्टों, सोशल मीडिया प्लेटफार्म, रेलवे की एकीकृत हेल्पलाइन नंबर 139 से 24 घंटे सातों दिन जानकारी प्राप्त करने के साथ ही पीआरएस सिस्टम में प्रतीक्षारत यात्रियों के ब्यौरे से किसी खास रेलमार्ग पर गाड़ियों की मांग का आकलन किया जाता है। इसके आधार पर ही ट्रेनों की संख्या और उनके फेरों की संख्या तय की जाती है।

0Shares

नई दिल्ली, 19 मई (हि.स.)। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने दो हजार रुपये के नोट को चलन से बाहर करने का फैसला किया है। लोगों को सलाह दी गई है कि वे 30 सितंबर तक इन नोटों को बैंकों में जमा करा दें या बदलवा लें।

आरबीआई की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार भारतीय रिज़र्व बैंक की ‘स्वच्छ नोट नीति’ के अनुसरण में 2 हजार के बैंक नोटों को चलन से वापस लेने का निर्णय लिया गया है। 2 हजार के बैंक नोट वैध मुद्रा बने रहेंगे। उसका कहना है कि 2013-14 में भी ऐसा ही पहले किया जा चुका है।

बैंकों से कहा गया है कि वे अब दो हजार का नोट जारी न करें। वहीं लोग बैंकों में जाकर दो हजार का नोट एक्सचेंज करा सकते हैं। 23 मई से एक बार में 20 हजार तक की सीमा में 2 हजार के नोट अन्य नोटों में एक्सचेंज कराए जा सकते हैं। वहीं बैंकों में जमा कराने की कुछ शर्तों के साथ कोई सीमा नहीं होगी।

आरबीआई के अनुसार, “लोग अपने बैंक खातों में बेरोक-टोक और मौजूदा निर्देशों व अन्य वैधानिक प्रावधानों के अंतर्गत समान्य तरीके से 2 हजार के नोट जमा कर सकते हैं। इसके अलावा किसी भी बैंक शाखा में उन्हें अन्य नोटों से बदल सकते हैं। 23 मई से किसी भी बैंक में दो हजार के बैंकनोटों को एक बार में 20 हजार की सीमा तक बदला जा सकता है।”

रिजर्व बैंक के अनुसार नवंबर 2016 में 2 हजार के बैंकनोट लाये गए थे। इनका मकसद पांच सौ और एक हजार के बैंक नोटों की कानूनी वैधता वापिस लिए जाने की स्थिति में अर्थव्यवस्था में मुद्रा की आवश्यकता को तेजी से पूरा करना था। एक बार अन्य बैंकनोट के पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हो जाने के बाद दो हजार के बैंकनोटों को पेश करने का उद्देश्य पूरा हो गया।

प्रक्रिया को समयबद्ध तरीके से पूरा करने और जनता को पर्याप्त समय प्रदान करने के लिए सभी बैंक 30 सितंबर तक दो हजार के नोटों के लिए जमा और विनिमय सुविधा प्रदान करेंगे। वहीं एक्सचेंज की सुविधा आरबीआई के 19 क्षेत्रीय दफ्तरों में भी उपलब्ध होगी।

सूत्रों का कहना है कि लोगों को चिंता करने की आवश्यकता नहीं है। दो हजार के नोट 30 सितंबर के बाद भी वैध रहेंगे। 30 सितंबर तक की सीमा तय की गई है क्योंकि आरबीआई को उम्मीद है कि बैंकों के साथ नोट बदलने के लिए लोगों के लिए 4 महीने का समय पर्याप्त है। चलन में चल रहे 2000 रुपये के अधिकांश नोट 30 सितंबर की निर्धारित समय सीमा के भीतर बैंकों में वापस आ जाएंगे।

आरबीआई का कहना है कि 2018-19 में 2 हजार के बैंक नोटों की छपाई बंद कर दी गई थी। दो हजार के बैंकनोटों में से लगभग 89 प्रतिशत मार्च 2017 से पहले जारी किए गए थे और 4-5 वर्षों के अपने अनुमानित जीवनकाल के अंत में हैं। चलन में इन बैंक नोटों का कुल मूल्य 31 मार्च 2018 को अपने चरम पर 6.73 लाख करोड़ रुपये से घटकर 3.62 लाख करोड़ हो गया है। यह कुल नोटों का 10.8 प्रतिशत है।

शीर्ष बैंक का कहना है कि यह भी देखा गया है कि इस मूल्यवर्ग का आमतौर पर लेन-देन के लिए उपयोग नहीं किया जाता है। इसके अलावा जनता की मुद्रा आवश्यकता को पूरा करने के लिए अन्य मूल्यवर्ग के बैंक नोटों का स्टॉक पर्याप्त बना हुआ है।

0Shares

नई दिल्ली, 17 मई (हि.स.)। केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने देश की रक्षा तैयारियों की जानकारी विदेशी एजेंसियों को मुहैया कराने के आरोप में एक पत्रकार विवेक रघुवंशी और उसके सहयोगी पूर्व नेवी कमांडर आशीष पाठक को ऑफिशियल सीक्रेट एक्ट के तहत गिरफ्तार किया है।

सीबीआई ने दिल्ली-एनसीआर और जयपुर में दोनों से जुड़े 15 स्थानों पर आज छापेमारी की है। यहां से एजेंसी को 48 इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, संवेदनशील दस्तावेज और ऑनलाइन डाटा मिला है। इसमें देश के रक्षा प्रतिष्ठानों से जुड़ी गुप्त जानकारी भी है। आज इस मामले में सीबीआई इनकी कोर्ट में पेशी कराएगी।

सीबीआई के अनुसार पिछले साल 09 दिसंबर को मामला दर्ज किया गया था। आरोप है कि दोनों देश के रक्षा प्रतिष्ठानों, रक्षा तैयारियों और सैन्य खरीद से जुड़ी संवेदनशील एवं गोपनीय जानकारी विदेशी एजेंटों, संस्थाओं और लोगों को पहुंचा रहे थे। बदले में इन्हें और इनके परिवारजनों को विदेशी स्रोतों से लाभ प्राप्त हो रहा था। यह भी जानकारी मिली है कि इन्होंने इसके लिए करार तक किए थे।

0Shares

नई दिल्ली, 17 मई (हि.स.)। जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक के कुछ करीबी लोगों के घरों पर केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने बुधवार को छापेमारी की है। यह छापेमारी जम्मू-कश्मीर में कथित बीमा घोटाले को लेकर की गई है।

सूत्रों के मुताबिक सत्यपाल मलिक के मीडिया सलाहकार रहे सुनक बाली के दिल्ली आवास के साथ-साथ जम्मू-कश्मीर व राजस्थान सहित कुल आठ ठिकानों पर सीबीआई ने छापेमारी की है।

इसपर पूर्व राज्यपाल मलिक ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि उनके पूर्व सहयोगी रहे सुनक बाली को सीबीआई परेशान कर रही है। आगे उन्होंने कहा कि जब वे जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल थे, तब बाली बिना सरकारी वेतन लिए उनके प्रेस सलाकार और सचिव के तौर पर कार्यरत थे। सीबीआई जान बूझकर इस मामले में शिकायत करने वाले लोगों को ही परेशान कर रही है।

उल्लेखनीय है कि सत्यपाल मलिक ने बीते दिनों एक साक्षात्कार में आरोप लगाया था कि जब वे जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल थे तो उनको एक बीमा कंपनी की फाइल पास करने सहित कुछ अन्य मामलों को लेकर रिश्वत की पेशकश की गई थी।

मलिक के इन गंभीर आरोपों की जांच के लिए सीबीआई ने मामला दर्ज कर जांच-पड़ताल शुरू की है। इस संबंध में 28 अप्रैल को सीबीआई ने मलिक से भी पूछताछ की थी।

0Shares