कोलकाता/ भुवनेश्वर, 5 जून (हि.स.)। ओडिशा के बालासोर के पास जहां भीषण रेल दुर्घटना हुई थी, वहां हादसे के 51 घंटे बाद आखिरकार पहली ट्रेन गुजरी। सोमवार सुबह दक्षिण पूर्व रेलवे की ओर से जारी बयान में बताया गया है कि रात करीब 10:40 बजे पहली ट्रेन यहां से रवाना हुई। दुर्घटना के बाद से ही रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव मौके पर मौजूद हैं।

हादसे के बाद मालगाड़ी विशाखापट्टनम से राउरकेला इस्पात संयंत्र के लिए रवाना हुई। यह उसी पटरी पर चलाई गई जहां शुक्रवार शाम 7:00 बजे हादसा हुआ था। इसका एक वीडियो सामने आया है। जिसमें ट्रेन रवाना किये जाने समय रेल मंत्री हाथ जोड़ कर प्रार्थना करते नजर आए। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने खुद अपने ट्विटर अकाउंट पर इससे जुड़ा वीडियो साझा किया है। ट्रेन गुजरते समय वे भारत माता की जय और वंदेमातरम के नारे लगाते हुए लोगों को धन्यवाद देते नजर आ रहे हैं।

उन्होंने ट्विटर पर लिखा है कि क्षतिग्रस्त डाउनलाइन पूरी तरह ठीक हो गई है। खंड में पहली ट्रेन रवाना हुई। इसके कुछ देर के बाद उन्होंने बताया कि अप लाइन पर भी ट्रेनों की आवाजाही शुरू हो गई है।

इधर, सोमवार सुबह दक्षिण पूर्व रेलवे ने भी बयान जारी किया है। इसमें बताया है कि डाउन लाइन पर पहली ट्रेन रात 10:40 बजे चली जबकि अप लाइन पर पहली ट्रेन रात 12:05 बजे पर चलाई गए है। दोनों ही रेलखंड पर सामान्य रेल यातायात शुरू कर दिया गया है।

उल्लेखनीय है कि रेल दुर्घटना में अब तक 275 लोगों की जान जा चुकी है जबकि 800 के करीब लोग घायल हैं। रेल मंत्री ने रविवार शाम बताया था कि रेलवे बोर्ड ने इस घटना की सीबीआई जांच की अनुशंसा की है। शुक्रवार शाम दुर्घटना के बाद से रेलवे के 1000 से अधिक मजदूर और इंजीनियर रेल यातायात सामान्य करने के लिए दिन-रात काम कर रहे थे।

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नई दिल्ली, 4 जून (हि.स.)। रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव ने रविवार को कहा कि ओडिशा के बालासोर में हुई रेल दुर्घटना मामले की जांच रेलवे बोर्ड ने सीबीआई को सुपुर्द करने की सिफारिश की है।

इस हादसे में अब तक 275 लोगों की मौत हो चुकी है और 1000 से अधिक घायल हैं।

पत्रकारों से बातचीत में केंद्रीय मंत्री ने बताया कि हादसे से जुड़ा बचाव कार्य पूरा हो चुका है और घायलों का अस्पताल में इलाज चल रहा है। रेलवे पटरी को बिछल्ल का काम पूरा हो चुका है। अब ऊपर बिजली के तार बिछाने का काम चल रहा है।

इसी दौरान उन्होंने कहा कि जिस तरह से घटनाक्रम हुआ, परिस्थितियों को देखते हुए और प्रशासनिक जानकारी के साथ रेलवे बोर्ड ने सीबीआई जांच की सिफारिश की है।

उल्लेखनीय है कि रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव दुर्घटना स्थल पर 2 दिन से मौजूद हैं। बचाव कार्य के बाद अब दुर्घटना स्थल पर रेस्टोरेशन का काम चल रहा है।

इस मामले में अश्विनी वैष्णव ने बताया था कि दुर्घटना इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग में बदलाव की वजह से हुई थी।

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कोलकाता, 4 जून (हि.स.)। रेलवे ने ओडिशा के बालेश्वर के पास हुई रेल दुर्घटना की उच्चस्तरीय जांच शुरू कर दी है। दक्षिण पूर्व रेलवे के सुरक्षा आयुक्त की निगरानी में यह जांच हो रही है। प्रारंभिक तौर पर दावा किया जा रहा है कि सिग्नल की समस्या की वजह से यह दुर्घटना हुई है।

रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अप मेन लाइन में ग्रीन सिग्नल दिया गया था लेकिन ट्रेन उस पटरी पर न जाकर बगल में लूप लाइन पर खड़ी मालगाड़ी वाली पटरी पर चढ़ कर टकरा गई, जिसकी वजह से कोरोमंडल एक्सप्रेस बेपटरी होकर दुर्घटनाग्रस्त हुई। यह भी पता चला है कि डाउन लाइन से सर एम विश्वेश्वरैया हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस बालेश्वर की ओर जा रही थी। उस ट्रेन के दो डिब्बे पटरी से उतर गए थे।

ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि मेन लाइन पर ग्रीन सिग्नल होने के बावजूद ट्रेन लूप लाइन पर कैसे गई। दावा किया जा रहा है कि सिग्नल देने में समस्या हुई थी जिसकी वजह से दुर्घटना हुई है। बहरहाल रेलवे की ओर से भी अंतरिम रिपोर्ट जारी होने का इंतजार किया जा रहा है।

इस बीच शुक्रवार शाम 7:00 बजे के करीब दुर्घटना के बाद से ही दक्षिण भारत की ओर जाने वाली सभी ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है। यहां तक कि दिल्ली, मुंबई और अन्य क्षेत्रों से भी पुरी आने वाली ट्रेनों को रद्द करना पड़ा है। ऐसे में रेल सेवाएं कब तक सामान्य होंगी, इसे लेकर भी लगातार सवाल पूछे जा रहे हैं।

रेलवे के एक अधिकारी ने रविवार सुबह बताया कि मंगलवार से पहले ट्रेन सेवाएं सामान्य होने की संभावना नहीं है। दक्षिण पूर्व रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी आदित्य कुमार ने बताया कि दुर्घटना के बाद रेल सेवाएं सामान्य करने के लिए एक हजार मजदूरों को मौके पर लगाया गया है। सात पोकलेन मशीनें काम कर रही हैं। दो एआरटी दुर्घटनास्थल पर मौजूद हैं। 1400 टन का रेलवे क्रेन भी लगातार काम कर रहा है। तीन रोड क्रेन काम कर रहे थे और रात को एक और रोड क्रेन को लगाया गया है।

पटरी को दोबारा सामान्य कर रेल यातायात सुचारू करने के लिए कोशिशें हो रही हैं लेकिन सबकुछ पहले की होने के बाद भी तकनीकी जांच में वक्त लगेगा। काम ठीक से हुआ है या नहीं, इस पर फिर ट्रेन चलाने से कोई दुर्घटना तो नहीं होगी, इसकी जांच पुख्ता करने के बाद ही सेवाएं सामान्य की जा सकेंगी। इसलिए मंगलवार से पहले इसके सामान्य होने की संभावना नहीं है। तब तक दक्षिण भारत जाने वाली सभी ट्रेनों को रद्द रखना ही पड़ेगा।

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भोपाल, 4 जून (हि.स.)। खगोल विज्ञान में रुचि रखने वालों के लिए आज (रविवार) की शाम बेहद खास होने जा रही है। इस दौरान वट पूर्णिमा का चांद जहां पूर्व दिशा में स्ट्राबेरी मून के साथ चमक रहा होगा तो पश्चिम दिशा में शुक्र (वीनस) अपनी चमक बढ़ाए हुये सूर्य के साथ सबसे अधिक कोणीय दूरी पर रहेगा। अर्थात् स्ट्राबेरी मून आसमान में चमकते हुए वीनस का मुकाबला करता नजर आएगा।

नेशनल अवार्ड प्राप्त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने इन खगोलीय पिंडों की जानकारी देते हुए बताया कि पश्चिमी देशों में पूर्णिमा के इस चंद्रमा को स्ट्राबेरी के पकने के आरंभ होने के समय को देखते हुए स्ट्राबेरी मून नाम दिया गया है। कुछ देशों में इसे हॉट मून, रोज़ मून, मीड मून कहा जाता है। उन्होंने बताया कि पूर्णिमा का चांद महीने के बदलने और मौसम की जानकारी का समय बताने के लिए आकाशीय घड़ी के रूप में उपयोग किया जाता रहा है।

सारिका ने बताया कि आज शाम को पश्चिमी आकाश में चमकता दिखने वाला वीनस इस साल के लिये पृथ्वी से देखने पर सूर्य से सबसे अधिक कोणीय दूरी पर पहुंचेगा। यह इस समय माइनस 4.3 के मैग्निट्यूड से चमकेगा। यह खगोलीय घटना वीनस एट ग्रेटेस्ट इलोंगेशन कहलाती है, जिसमें इसकी डिस्क का आधा भाग सूर्य के प्रकाश से चमचमाता दिखेगा। उन्होंने बताया कि वीनस कुछ दिन पहले ही क्षितिज से इसके सबसे अधिक एल्टीट्यूड 42 डिग्री पर पहुंचा है। इसके बाद भी वीनस अपनी चमक बढ़ाता रहेगा और नौ जुलाई को यह सबसे चमकदार होगा।

सारिका ने बताया कि अगले साल स्ट्राबेरी मून 22 जून 2024 को होगा तो वहीं वीनस एट ग्रेटेस्ट इलोंगेशन की यह घटना 10 जनवरी 2025 को देखी जा सकेगी।

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नई दिल्ली, 03 जून (हि.स.)। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के नए अध्यक्ष को लेकर जारी कयासों का दौर आज थम गया। मौलाना खालिद सैफुल्लाह रहमानी को सर्वसम्मति से बोर्ड का अध्यक्ष चुन लिया गया है। मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में आयोजित ऑल इंडिया पर्सनल लॉ बोर्ड की दो दिवसीय बैठक के बाद आज उनके नाम पर मुहर लग गई।

गौरतलब है कि यह पद मौलाना राबे हसनी नदवी के 13 अप्रैल 2023 को इंतेकाल के बाद से रिक्त चल रहा था। मौलाना नदवी के निधन के बाद मुसलमानों की सबसे शक्तिशाली संस्था मानी जाने ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के नए अध्यक्ष को लेकर यह कयास लगाए जा रहे थे कि उनकी जगह अब कौन लेगा। इस दौरान कई नाम सामने आए जिनमें प्रख्यात इस्लामी विद्वान और जमीअत उलमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी का नाम प्रमुख से लिया जा रहा था। बाद में उन्होंने अपने आपको बोर्ड के अध्यक्ष पद की दौड़ से अलग कर लिया था। शनिवार देर शाम आखिरकार बोर्ड की मीटिंग में मौलाना खालिद सैफुल्लाह रहमानी के नाम का प्रस्ताव रखा गया जिस पर बोर्ड के सदस्यों ने सर्वसम्मति से अपनी मुहर लगा दी।

मौलाना खालिद सैफुल्लाह रहमानी अभी तक ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के महासचिव पद पर नियुक्त रहे हैं। वह गत दो वर्ष से बोर्ड के महासचिव के पद पर काम कर रहे थे। उन्होंने बोर्ड के महासचिव रहे मौलाना वली रहमानी के निधन के बाद से यह पद संभाला था। मौलाना वली रहमानी का कोरोनाकाल में 3 अप्रैल 2021 को निधन हो गया था। मौलाना खालिद सैफुल्लाह रहमानी बोर्ड के पांचवें अध्यक्ष होंगे।

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नई दिल्ली, 03 जून (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ओडिशा में हुई रेल दुर्घटना पर विश्व के नेताओं की ओर से प्राप्त शोक संदेशों के लिए उनका आभार प्रकट किया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि उनके आत्मीयता भरे शब्दों से पीड़ित परिवारों को इस कठिन परिस्थिति में साहस मिलेगा।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रेलवे, एसडीआरएफ, ओडीआरएएफ, स्थानीय प्रशासन, पुलिस, अग्निशमन सेवा, स्वयंसेवी कार्यकर्ताओं और अन्य का दुर्घटना स्थल पर जमीनी तौर पर चलाए जा रहे बचाव कार्य में बिना रुके काम करने के लिए सराहना की है। उन्होंने कहा है कि उनके समर्पण पर हम सब को गर्व है।

एक अन्य ट्वीट में प्रधानमंत्री ने कहा कि इस कठिन अवसर पर हम भारतीयों द्वारा दिखाया गया साहस और सहयोग प्रेरणादायक है। ओडिशा में जैसे ही दुर्घटना हुई लोगों ने बचाव कार्य में सहयोग के लिए खुद को प्रस्तुत कर दिया। कई लोग रक्त दान करने के लिए एकत्र हुए।

उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज ओडिशा में हुए रेल दुर्घटना में राहत एवं बचाव कार्यों का जायजा लेने के लिए दुर्घटना स्थल पर पहुंचे। इसके बाद वह घायलों से मिलने के लिए अस्पताल गए।

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इंदौर, 2 जून (हि.स.)। नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दाहाल ‘प्रचंड’ ने कहा कि भारत और नेपाल के बीच संबंधों में नए इतिहास की शुरुआत हुई है। भारत नेपाल के बीच संबंधों में नए आयाम जुड़े हैं। यह बात उन्होंने मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा शुक्रवार की रात उनके सम्मान में इंदौर में दिए गए रात्रि भोज के दौरान कही।

नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दाहाल ‘प्रचंड’ ने अपने सम्बोधन में कहा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का कल की मुलाकात के दौरान कहना कि हम अपने रिश्तों को हिमालय जितनी ऊंचाई देने के लिए काम करते रहेंगे और इसी भावना से, हम सभी मुद्दों का, चाहे बाउंड्री का हो या कोई और विषय, सभी का समाधान करेंगे, यह हमारे लिए खुशी और गर्व का विषय है।

प्रचंड ने कहा कि मेरा प्रधानमंत्री के रूप में भारत भ्रमण चौथी बार हो रहा है। इस बार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और नेपाल के बीच जो सहमति हुई है, यह दूर तक जाने वाली सहमति है। कनेक्टीविटी, वॉटर रिसोर्स, ऊर्जा के क्षेत्र में जो सहमति बनी है, उसके दूरगामी परिणाम मिलेंगे। मैं नेपाल जाकर नेपाली जनता को बताऊंगा कि भारत नेपाल के बीच संबंधों में नए इतिहास की शुरूआत हुई है। भारत नेपाल के संबंधों में नए आयाम जुड़े है। इसको मजबूत करना हम सबका कर्तव्य है।

उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में जो गर्मजोशी से स्वागत हुआ है, वह अविस्मरणीय है। भगवान महांकाल के दर्शन कर मेरा सपना साकार हुआ है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में जो विकास हुए हैं, वह अभूतपूर्व है। इसके लिये उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को बधाई दी।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने स्वागत भाषण देते हुये प्रदेश की नौ करोड़ जनता और राज्य शासन की ओर से प्रधानमंत्री प्रचंड का स्वागत अभिनंदन किया। उन्होंने कहा कि प्रचंड को हमारे बीच पाकर हम अभिभूत हैं, उनका स्वागत कर हम गौरवांवित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारी संस्कृति, सभ्यता और परम्पराएं लगभग एक जैसी है। ऐसा लग रहा है कि अपनों के बीच अपने ही आये हैं। कार्यक्रम का संचालक सांसद शंकर लालवानी ने किया।

दरअसल, नेपाल के प्रधानमंत्री शुक्रवार को दो दिवसीय प्रवास पर इंदौर पहुंचे। वे सबसे पहले उज्जैन गए और भगवान महाकाल के दर्शन किए। इसके बाद उन्होंने शाम को देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर में स्वच्छता संबंधी प्रबंधन के कार्यों को देखा। इस दौरान उन्होंने जैविक अपशिष्ट से बायो सीएनजी बनाने वाला एशिया के सबसे बड़े तथा देश में अपने तरह के पहले और अनूठे प्लांट का अवलोकन भी किया।

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नई दिल्ली, 02 जून (हि.स.)। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शुक्रवार को ओडिशा ट्रेन हादसे पर दुख जताने के साथ ही मुआवजे का ऐलान किया है। वह दुर्घटना स्थल पर पहुंच रहे हैं।

रेल मंत्री वैष्णव ने सिलसिलेवार ट्वीट कर कहा कि वे घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ और शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं। भुवनेश्वर और कोलकाता से बचाव दल जुटाया गया है। एनडीआरएफ, राज्य सरकार, टीमें और एयरफोर्स भी जुट गई है। बचाव कार्य के लिए सभी की सहायता ली जाएगी।

एक अन्य ट्वीट में रेल मंत्री ने ओडिशा ट्रेन हादसे के लिए मुआवजे का ऐलान करते हुए कहा कि मृतकों के परिजनों को 10 लाख रुपये, गंभीर रूप से घायलों को 2 लाख रुपये और मामूली चोटों के लिए 50 हजार रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी।

उल्लेखनीय है कि ट्रेन सं. 12841 शालीमार-चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस और ट्रेन सं. 12864 एसएमवीबी- एचडब्ल्यूएच सुपरफास्ट एक्सप्रेस शुक्रवार को लगभग 6.55 बजे बाहानगा बाजार रेलवे स्टेशन के पास पटरी से उतर गई।

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कोलकाता, 2 जून (हि.स.)। ओडिशा के बालेश्वर के पास चेन्नई जाने वाली कोरोमंडल एक्सप्रेस के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद हावड़ा से दक्षिण भारत जाने वाली सभी ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है।

दक्षिण पूर्व रेलवे से शुक्रवार शाम जारी एक बयान में यह जानकारी दी गई है। इसमें बताया गया है कि शाम के समय बालेश्वर से 20 किलोमीटर दूर बहानागा बाजार स्टेशन के पास कोरोमंडल एक्सप्रेस की टक्कर मालगाड़ी से होने के कारण ट्रेन पटरी से उतर गई है। इसमें कई लोगों के मारे जाने की खबर है। रेलवे की ओर से फिलहाल इस बारे में आंकड़ा स्पष्ट नहीं किया गया है।

दुर्घटना की भयावहता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि मालगाड़ी से टक्कर के बाद कोरोमंडल एक्सप्रेस का इंजन मालगाड़ी पर चढ़ गया है। इसके बाद हावड़ा से दक्षिण भारत जाने वाली सभी ट्रेनों को फिलहाल के लिए रद्द कर दिया गया है।

ओडिशा जाने वाली ट्रेनें भी रद्द की गई हैं। इसकी वजह से कई यात्री परेशानी में पड़े हुए हैं। जिन ट्रेनों को रद्द किया गया है उनमें उल्लेखनीय तौर पर अप जगन्नाथ एक्सप्रेस, अप पूरी एक्सप्रेस, यशवंतपुर एक्सप्रेस और चेन्नई मेल शामिल है।

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– कई लोगों के हताहत होने की आशंका, एनडीआरएफ एवं ओड्राफ टीमें घटनास्थल पहुंचीं
– मुख्यमंत्री पटनायक ने राजस्व मंत्री समेत अन्य आलाधिकारियों को तत्काल मौके पर भेजा
– रेलवे ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर 06782-262286

भुवनेश्वर, 02 जून (हि.स.)। ओडिशा के बालेश्वर जिले के बाहानगा रेलवे स्टेशन के पास शुक्रवार शाम कोरोमडंल एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त हो गयी। इसमें कई लोगों के हताहत होने की आशंका है। इस दुर्घटना की जानकारी मिलने के बाद एनडीआरएफ एवं ओड्राफ तथा अग्निशमन विभाग की टीमें पहुंच कर स्थानीय लोगों की सहायता से राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिया है। घायलों को बालेश्वर जिले के बाहानगा एवं सोर मेडिकल तथा गंभीर रूप से घायल लोगों को बालेश्वर स्थित मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया जा रहा है। इधर, रेलवे की ओर से आपातकालीन नियंत्रण कक्ष का नंबर 06782-262286 जारी किया गया है।

दुर्घटना के बारे में मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने जानकारी ली है। उन्होंने राजस्व मंत्री प्रमिला मलिक, विशेष राहत कमिश्नर सत्यव्रत साहू व अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को घटनास्थल पर पहुंचने के लिए निर्देश दिया है।

इस बड़ी दुर्घटना में अभी भी पलटी बोगियों के अंदर फंसे यात्रियों को निकालने का कार्य जारी है। भारतीय प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठ अधिकारी हेमंत शर्मा, बलंवत सिंह घटनास्थल के लिए रवाना हो गए हैं। घायलों एवं गंभीर रूप से घायलों को मेडिकल सुविधा उपलब्ध कराने के लिए बालेश्वर स्थित मेडिकल कालेज, कटक स्थित एससीबी मेडिकल कालेज व आसपास के तीन जिला मुख्यालय अस्पतालों को तैयार रहने के लिए कहा गया है। एनडीआरएफ की तीन टीमें, ओड्राफ की चार टीमें तथा अग्निशमन विभाग के टीमों के साथ साथ 50 एंबुलेंस को बचाव कार्यों में लगाया गया है।

बाहानगा रेलवे स्टेशन पर पणपणा के निकट यह हादसा हुआ है। इसमें एक्सप्रेस ट्रेन दूसरी लाइन में खड़ी एक मालगाड़ी को टक्कर मार दी। इसके बाद ट्रेन की कई बोगियां पटरी से उतर गईं।

विशेष राहत आयुक्त कार्यालय के मुताबिक बालेश्वर स्थित ओड्राफ की टीम को घटनास्थल पर पहुंच कर बचाव कार्य करने के लिए निर्देश दिए हैंं। बालेश्वर के जिलाधिकारी को भी दुर्घटनास्थल पर पहुंच कर व्यवस्था करने के लिए कहा है। यदि किसी प्रकार की अतिरिक्त सहायता की आवश्यकता हो तो तत्काल एसआरसी को सूचना दें।इसके अलावा एनडीआरएफ की टीम और भद्रक से पांच एंबुलेंस और भद्रक से दो अग्निशमन विभाग की टीम को घटनास्थल के लिए भेजा गया है। बालेश्वर मेडिकल कालेज के डॉक्टरों की टीम को भी रवाना किया जा रहा है।

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– ओडिशा के एपीजे अब्दुल कलाम द्वीप से बैलिस्टिक मिसाइल का सफल प्रक्षेपण किया
– मिसाइल ने सभी परिचालन और तकनीकी मापदंडों को सफलता के साथ सत्यापित किया

नई दिल्ली, 01 जून (हि.स.)। भारत ने गुरुवार को ओडिशा के एपीजे अब्दुल कलाम द्वीप से मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि-1 का सफल प्रक्षेपण किया। परमाणु मिसाइल ने बंगाल की खाड़ी में 1000 किमी दूर बड़ी सटीकता के साथ अपने नियोजित लक्ष्य को सफलतापूर्वक भेदा। प्रशिक्षण लॉन्च ने मिसाइल ने सभी परिचालन और तकनीकी मापदंडों को सफलता के साथ सत्यापित किया।

रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि यह मिसाइल बहुत उच्च स्तर की सटीकता के साथ लक्ष्य को भेदने में सक्षम है। ओडिशा के एपीजे अब्दुल कलाम द्वीप से किये गए प्रक्षेपण में मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि-1 ने 1000 किमी दूर लक्ष्य को निशाना बनाया। यह नियोजित लक्ष्य बंगाल की खाड़ी में रखा गया था, जिसे प्रशिक्षण लॉन्च ने मिसाइल के सभी परिचालन और तकनीकी मापदंडों को सफलतापूर्वक सत्यापित किया।

भारत ने करीब 10 साल के फासले में अपनी ताकत अग्नि-1 मिसाइल से अग्नि-5 मिसाइल तक पहुंचा दी है। 2002 में सफल परीक्षण की रेखा पार करने वाली अग्नि-1 मध्यम रेंज की बैलिस्टिक मिसाइल थी। इसकी मारक क्षमता 700 किलोमीटर थी और इससे 1000 किलो तक के परमाणु हथियार ढोए जा सकते थे। फिर इसके बाद अग्नि-2, अग्नि-3 और अग्नि-4 मिसाइलें आईं। ये तीनों इंटरमीडिएट रेंज की बैलिस्टिक मिसाइलें हैं। इनकी मारक क्षमता 2000 से 3500 किलोमीटर है।

चीन-पाकिस्तान समेत यूरोप और अफ्रीकी देशों को अपनी जद में लेने वाली परमाणु-सक्षम बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि-5 का भी सफल परीक्षण किया जा चुका है। पांच हजार किलोमीटर से अधिक दूरी तक लक्ष्य को भेदने में सक्षम मिसाइल की नई तकनीकों और उपकरणों को मान्य करने के लिए यह परीक्षण किया गया है। इस परीक्षण ने अग्नि-5 मिसाइल की मारक क्षमता बढ़ाने की क्षमता को साबित कर दिया है। सबसे शक्तिशाली और गेम चेंजर अग्नि-5 को सेना में शामिल करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।

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मृतकों के आश्रितों को दो लाख रुपये अनुग्रह अनुदान

पटना, 30 मई (हि.स.)। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जम्मू-कश्मीर के नेशनल हाइवे, झज्जर कोटली के पास बस के खाई में गिरने से हुए हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने हादसे में बिहार के लोगों की मृत्यु पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है।

मुख्यमंत्री ने शोक संतप्त परिवारों को दुख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है। साथ ही इस दुर्घटना में बिहार के मृतकों के आश्रितों को 02 लाख रुपये अनुग्रह अनुदान मुख्यमंत्री राहत कोष से देने की घोषणा की है। नीतीश ने स्थानिक आयुक्त, नई दिल्ली को निर्देश दिया है कि कश्मीर सरकार जम्मू आवश्यक समन्वय स्थापित कर हादसे में घायल लोगों के समुचित इलाज की व्यवस्था एवं हरसंभव सहायता सुनिश्चित करें। उन्होंने दुर्घटना में सभी घायलों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए उनके शीघ्र स्वस्थ होने की भी कामना की है।

जम्मू-कश्मीर बस हादसा, बिहार पुलिस ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर

अमृतसर से कटरा (जम्मू ) जा रही बस UP-81CT 3537 के जम्मू जिले के झज्जर ब्रिज के नजदीक दुर्घटनाग्रस्त होने की सूचना प्राप्त हुई है। इस दुर्घटना में कतिपय व्यक्तियों की मृत्यु एवं 55 व्यक्तियों के जख्मी होने की सूचना प्राप्त हुई है।
सभी जख्मियों का समुचित चिकित्सा Govt. Medical College & Hospital, Jammu में करायी जा रही है। बिहार पुलिस, लगातार जम्मू एवं कश्मीर पुलिस के सम्पर्क में है किसी भी तरह की सूचना/सहायता के लिए बिहार पुलिस मुख्यालय के नियंत्रण कक्ष के दूरभाष सं० 0612-2294319 एवं जम्मू एवं कश्मीर पुलिस के दूरभाष सं० 0191- 2542000/2542001 पर सम्पर्क किया जा सकता है।

 

 

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