– उत्तरी क्षेत्र में एक फॉरवर्ड एयरबेस से ‘वार्डन ऑफ द नॉर्थ’ स्क्वाड्रन से होंगे संचालित
– आने वाले दिनों में तीनों सेनाओं को मिलेंगे, ताकि आक्रामक हमले की क्षमता बढ़ सके

नई दिल्ली, 13 अगस्त (हि.स.)। भारतीय वायु सेना में इजराइली हेरॉन मार्क-2 ड्रोन को शामिल किया गया है। एक बार संचालित होने पर लंबे समय तक उड़ने वाले यह ड्रोन एक ही उड़ान में पाकिस्तान और चीन दोनों के साथ पूरी सीमाओं को कवर करने की क्षमता रखते हैं। इसलिए इन्हें उत्तरी क्षेत्र में एक फॉरवर्ड एयर बेस से संचालित किया जा रहा है। इस स्क्वाड्रन को ‘वार्डन ऑफ द नॉर्थ’ के रूप में जाना जाता है। आने वाले दिनों में इसे तीनों सेनाओं के लिए तैयार किया जाएगा ताकि जरूरत पड़ने पर दोनों दुश्मन के खिलाफ एक साथ आक्रामक हमला किया जा सके।

उपग्रह संचार लिंक से लैस हेरॉन ड्रोन मार्क-2 को हाल ही में भारतीय वायुसेना में शामिल किया गया है। सेटेलाइट से नियंत्रित होने वाला हेरॉन ड्रोन 250 किलोग्राम हथियार लेकर उड़ सकता है। भारतीय वायु सेना अब ‘मेक इन इंडिया’ के तहत अपने प्रोजेक्ट चीता को आगे बढ़ाने की योजना बना रही है। इन्हें उत्तरी क्षेत्र में एक फॉरवर्ड एयर बेस पर तैनात किया गया है। हेरॉन मार्क-2 ड्रोन का संचालन करने वाली स्क्वाड्रन को ‘वार्डन ऑफ द नॉर्थ’ के रूप में जाना जाता है। इस स्क्वाड्रन से एकसाथ चीन और पाकिस्तान की सीमाओं पर निगरानी मिशन चलाया जा रहा है।

वायु सेना के एक अधिकारी ने बताया कि उपग्रह संचार लिंक से सुसज्जित यह भारतीय सशस्त्र बलों में सबसे उन्नत ड्रोन हैं। भारतीय वायु सेना में शामिल किये गये चार नए हेरॉन मार्क-2 ड्रोन लंबी दूरी की मिसाइलों और अन्य हथियार प्रणालियों से लैस हैं। उन्होंने कहा कि लंबी दूरी के राडार और सेंसर, एंटी-जैमिंग क्षमता और 35 हजार फीट की ऊंचाई तक पहुंचने की क्षमता के साथ हेरॉन ड्रोन एलएसी के पास सभी प्रकार की खुफिया जानकारी इकट्ठा करने में सक्षम होंगे। इन्हें इजराइल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज (आईएआई) ने सभी मौसमों के रणनीतिक मिशनों के लिए विकसित किया है।

इनकी खरीद रक्षा बलों को दी गई आपातकालीन वित्तीय शक्तियों के तहत की गई है। चीन के साथ जारी संघर्ष के बीच रक्षा बलों को अपनी युद्धक क्षमताओं को उन्नत करने के लिए आपातकालीन वित्तीय शक्तियां दी गई हैं। इन्हीं शक्तियों का उपयोग करते हुए भारतीय वायु सेना ने भी बड़ी संख्या में टैंक-रोधी निर्देशित मिसाइलें, लंबी दूरी की सटीक-निर्देशित तोपखाने के गोले के साथ-साथ हैमर एयर-टू-ग्राउंड स्टैंड ऑफ मिसाइलों को लगभग 70 किमी. स्ट्राइक रेंज के साथ हासिल किया है। अब अगर चीन की सेना लद्दाख सीमा के इस पार या उस पार भारत के खिलाफ कोई ‘नापाक’ हरकत करेगी, तो तुरंत पता चल जाएगा।

इजरायल से लिए गये हेरॉन ड्रोन्स कई खूबियों से लैस है। आने वाले दिनों में अगर भारतीय सेनाएं बालाकोट सर्जिकल स्ट्राइक की तर्ज पर पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकी ठिकानों का खात्मा करना चाहें, तो इसके लिए सेना को वहां घुसकर ऑपरेशन करने की ज़रूरत नहीं होगी। अमेरिका ने जिस तरह ड्रोन स्ट्राइक में अलकायदा के चीफ अल जवाहिरी और दुनिया के कई दूसरे देशों में अपने दुश्मनों को ढेर किया था, अब भारतीय वायु सेना को भी गेम चेंजर हथियार हेरॉन ड्रोन मार्क-2 मिल गया है।

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नई दिल्ली, 13 अगस्त (हि.स.। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 15 अगस्त को राष्ट्रीय पर्व स्वतंत्रता दिवस मनाने की जोरदार तैयारियां चल रही हैं। लाल किले पर आज सशस्त्र बलों की फुल ड्रेस रिहर्सल चल रही है। स्वतंत्रता दिवस समारोह से पहले दिल्ली में जमीन से आसमान तक अभूतपूर्व सुरक्षा का बंदोबस्त किया गया है। लाल किला और राजघाट के साथ राजधानी के चप्पे-चप्पे पर दिल्ली पुलिस नजर रख रही है।

इसके अलावा राष्ट्रीय सुरक्षा गारद (एनएसजी) के ब्लैक कैट कमांडो ने स्वतंत्रता दिवस समारोह एवं अगले महीने प्रस्तावित जी-20 नेताओं के शिखर सम्मेलन के मद्देनजर प्रभावी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पिछले कुछ हफ्तों के दौरान सुरक्षा अभ्यास किया है। दोनों कार्यक्रमों के मद्देनजर केंद्रीय सुरक्षा और खुफिया तंत्र के साये में निर्मित की जा रही समग्र सुरक्षा ग्रिड के हिस्से के रूप में विभिन्न केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) से लिए गए लगभग 500 कमांडो, स्नाइपर्स और वीआईपी सुरक्षा कर्मियों की एक टुकड़ी को दिल्ली में तैनात किया गया है। एनएसजी ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर अपने आधिकारिक हैंडल पर यह सूचना साझा की है। इसमें कहा गया है-प्रतिक्रिया तंत्र को मजबूत करने के लिए अन्य हितधारकों को शामिल कर कई तरह आकस्मिकताओं को लेकर पूर्वाभ्यास किया गया।

दिल्ली पुलिस ने रविवार तड़के से कड़े सुरक्षा इंतजाम के साथ गश्त और वाहनों की जांच तेज कर दी है। यहां तक कि डीटीसी की बसों के रूट तक डायवर्ट किए गए। उल्लेखनीय है कि देश की आजादी के 75 साल पूरे होने के मौके पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शुक्रवार को नागरिकों से 13 से 15 अगस्त तक ‘हर घर तिरंगा’ आंदोलन में हिस्सा लेने का आग्रह कर चुके हैं। 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित करेंगे। इस गरिमामय समारोह में पूरे देश से लगभग 1800 विशेष अतिथि शामिल होंगे।

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नई दिल्ली, 12 अगस्त (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ट्वीट कर देश के नागरिकों से 13 से 15 अगस्त के बीच राष्ट्रीय ध्वज को फहराने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा है ‘हर घर तिरंगा’ अभियान ने आजादी के अमृत महोत्सव में एक नई ऊर्जा भरी है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है कि देशवासियों को इस साल इस अभियान को नई ऊंचाई पर ले जाना है। 13 से 15 अगस्त के बीच देश की आन-बान और शान के प्रतीक राष्ट्रीय ध्वज को फहराएं। उन्होंने नागरिकों से तिरंगे के साथ https://harghartiranga.com पर सेल्फी अपलोड करने का आग्रह किया है।

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– पुराने मिग-21 जेट को बदलने के लिए तैनात की गई है अपग्रेडेड मिग-29 की स्क्वाड्रन
– दुश्मन को जवाब देने के लिए लंबी दूरी की एयर टु एयर मिसाइलों से भी लैस किया गया

नई दिल्ली, 12 अगस्त (हि.स.)। भारतीय वायु सेना ने चीन और पाकिस्तान से एक साथ मुकाबला करने के लिए जम्मू और कश्मीर के श्रीनगर एयरबेस पर चौथी पीढ़ी के अपग्रेडेड मिग-29 यूपीजी को तैनात किया है। यह अत्यधिक लंबी दूरी की हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल के साथ हमला करने में सक्षम है। इस स्क्वाड्रन को पुराने मिग-21 जेट को बदलने के लिए तैनात किया गया है।

वायु सेना के मुताबिक मिग-29 यूपीजी लड़ाकू विमान की युद्धक क्षमता अधिक है। यह एवियोनिक्स और लंबी दूरी की मिसाइलों से लैस है। दुश्मनों को जवाब देने के लिए इसे घातक हथियारों से भी लैस किया गया है। यह एयरबेस श्रीनगर कश्मीर घाटी के केंद्र में स्थित है और इसकी ऊंचाई मैदानी इलाकों से अधिक है। मिग-29 उन सभी मानदंडों को पूरा करता है, जिसके कारण दोनों मोर्चों पर एक साथ दुश्मनों से मुकाबला करने में सक्षम हैं। मिग-21 की तुलना में मिग-29 के कई फायदे हैं। यह लंबे समय तक कश्मीर घाटी में भारत की ओर आंख उठाकर देखने वाले दुश्मनों को मुहंतोड़ जवाब देने में सक्षम है।

वायु सेना के एक अधिकारी ने मिग-29 यूपीजी की लड़ाकू क्षमता के बारे में बताया कि 2019 में बालाकोट हवाई हमलों के बाद यही विमान पाकिस्तानी आतंकवादी शिविरों पर अटैक करके एफ-16 को मार गिराने में भी कामयाब रहा था। मिग-29 को बहुत लंबी दूरी की हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलों और हवा से जमीन पर मार करने वाले हथियारों से भी लैस किया गया है। सशस्त्र बलों को दी गई आपातकालीन खरीद शक्तियों का उपयोग करते हुए इसे घातक हथियारों से भी लैस किया गया है।

उन्होंने बताया कि दुश्मनों के साथ एयर स्ट्राइक होने पर मिग-29 दुश्मन के विमानों की क्षमताओं को जाम करने में सक्षम है। यह रात में नाइट विजन चश्मे के साथ काम कर सकता है। हवा से हवा में ईंधन भरने की क्षमता के कारण इसकी रेंज लंबी है। पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ गतिरोध शुरू होने पर 2020 में एलएसी पर चीनी विमानों का मुकाबला करने के लिए मिग-29 को तैनात किया गया था। उसी समय से कई बार चीन के नापाक मंसूबों को नाकाम किया गया है। अब मिग-29 यूपीजी लड़ाकू विमान श्रीनगर एयरबेस से पाकिस्तान और चीन पर पैनी नजर रखेगा और जरूरत पड़ने पर करारी शिकस्त भी देगा।

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नई दिल्ली, 11 अगस्त (हि.स.)। कांग्रेस नेता व लोकसभा सांसद अधीर रंजन चौधरी को लोकसभा की कार्यवाही से निलंबित किए जाने के विरोध में शुक्रवार को कांग्रेस सहित विपक्षी दलों के सांसदों ने संसद भवन परिसर में विरोध प्रदर्शन किया।

विरोध कर रहे सांसदों ने हाथ में ”लोकतंत्र बचाओ” और ”लोकतंत्र खतरे में है” लिखी तख्तियों के साथ अंबेडकर प्रतिमा की ओर मार्च कर विरोध प्रकट किया। इस प्रदर्शन में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी सहित वरिष्ठ कांग्रेस सोनिया गांधी व विपक्ष के अनेक सांसदों ने हिस्सा लिया।

उल्लेखनीय है कि लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान गुरुवार को कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने प्रधानमंत्री मोदी के बारे में अपशब्दों का इस्तेमाल किया। सदन की ओर से उन्हें माफी मांगने को कहा गया लेकिन उन्होंने माफी नहीं मांगी थी, जिसके चलते उन्हें सदन की कार्यवाही से निलंबित कर दिया गया।

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नई दिल्ली, 10 अगस्त (हि.स.)। मोदी सरकार के खिलाफ विपक्षी गठबंधन (आईएनडीआईए) की ओर से लाया गया अविश्वास प्रस्ताव गुरुवार को लोकसभा में गिर गया। अविश्वास प्रस्ताव ध्वनिमत से गिरा, क्योंकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बोलने के दौरान ही विपक्षी दलों के सदस्य सदन से बर्हिगमन कर गए थे। इस बीच कांग्रेस के नेता सदन अधीर रंजन चौधरी को सदन की कार्यवाही से उनके व्यवहार के खिलाफ विशेषाधिकार समिति की रिपोर्ट आने तक निलंबित कर दिया गया।

अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा का उत्तर देने के दौरान चौधरी बार-बार प्रधानमंत्री के भाषण के बीच में हस्तक्षेप कर रहे थे। इसके अलावा उन्होंने प्रधानमंत्री को भगोड़े आर्थिक अपराधी से भी जोड़ने की कोशिश की। उसी दौरान संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने उन्हें अपने शब्द वापस लेने को कहा लेकिन वे नहीं माने।

प्रधानमंत्री के भाषण के बीच में विपक्षी दलों के सदस्य नारे लगाते हुए सदन से बहिर्गमन कर गए। विपक्ष मणिपुर पर प्रधानमंत्री से बोलने की मांग कर रहा था। प्रधानमंत्री के भाषण के अंत में पेश अविश्वास प्रस्ताव भी विपक्ष की अनुपस्थिति में ध्वनिमत से गिर गया।

इसके बाद अध्यक्ष ने भाजपा सांसद विरेन्द्र सिंह मस्त और कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी के व्यवहार पर सवाल उठाया। इस पर विरेन्द्र सिंह मस्त ने अध्यक्ष से माफी मांगते हुए कहा कि वे अपने नेता की बुराई सहन नहीं कर पाए थे।

इसके बाद संसदीय कार्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस से नेता सदन लगातार मंत्रिगण और प्रधानमंत्री के भाषण के दौरान हस्तक्षेप कर रहे थे। वे बिना किसी तथ्य के आरोप लगाते रहते हैं। वे प्रस्ताव करते हैं कि उनका विषय सदन की विशेषाधिकार समिति को भेजा जाए। साथ ही जब तक विशेषाधिकार समिति की रिपोर्ट और सिफारिशें मिल नहीं जातीं, उन्हें सदन से निलंबित रखा जाए। इस प्रस्ताव को सदन ने ध्वनिमत से अनुमोदित कर दिया।

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नई दिल्ली, 10 अगस्त (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को सदन में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा का उत्तर देते हुए विपक्ष पर कई मुद्दों पर हमला बोला। उन्होंने विपक्ष के बिना तैयारी अविश्वास प्रस्ताव लाने का माखौल उड़ाया और कहा कि 2028 में उन्हें फिर एक बार फिर अविश्वास प्रस्ताव लाने का अवसर मिलेगा जब भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होगा। उन्होंने कहा कि फील्डिंग भले ही विपक्ष ने लगाई हो लेकिन चौके छक्के सत्ता पक्ष लगा रहा है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आरोप लगाया कि विपक्ष में अविश्वास और घमंड रचा बसा हुआ है और वह उस सच्चाई को नकार रहे हैं, जिसे आज दुनिया देख रही है। उन्होंने विपक्ष के विश्वास विस्तृत प्रस्ताव को ईश्वरी इच्छा बताते हुए शुभ संकेत माना और कहा कि इससे एनडीए एक बार फिर बड़ी जीत हासिल कर 2024 में दोबारा सरकार बनाएगा। पिछली बार विपक्ष 2018 में अविश्वास प्रस्ताव लाया था। उसे विपक्ष को तैयारी के लिए 5 साल दिए गए थे। लेकिन अफसोस है कि विपक्ष 9 वर्षों में योग्य विपक्ष की भी भूमिका नहीं निभा पाया है।

प्रधानमंत्री के भाषण के दौरान विपक्ष ने मणिपुर के विषय पर बात रखने की मांग करते हुए शोर-शराबा किया और भाषण समाप्ति के पहले ही सदन छोड़कर बाहर गया।

रेवड़ी राजनीति पर करारा प्रहार करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि अनाप-शनाप वादों से जनता पर बोझ डाल विकास की परियोजनाएं बंद की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि उनकी आर्थिक नीतियां भारत को दिवालिया बनाने की गारंटी है। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस तरह विपक्ष अर्थव्यवस्था को डुबोने, 2 डिजिट की महंगाई, पॉलिसी पैरालाइसिस, भ्रष्टाचार, तुष्टीकरण परिवारवाद, बेरोजगारी, आतंकवाद, हिंसा और देश को दो शताब्दी पीछे ले जाने की गारंटी दे रहा है।

उन्होंने कहा कि आज का भारत ना दबाव में आता है और ना दबाव डालता है। 2047 तक भारत एक विकसित राष्ट्र होगा। हमें इस कालखंड का उपयोग राजनीति के लिए नहीं करना चाहिए। हमें दर्द को समझ कर दर्द की दवा बनने का काम करना चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहा कि पूर्वोत्तर हमारे दिल का टुकड़ा है। उससे राजनीति जितनी दूर रहेगी वहां उतनी शांति आएगी। आसियान और अन्य पूर्वी देशों के विकास से आने वाले समय में एक दिन पूर्वोत्तर क्षेत्र का एक केंद्रीय बिंदु बनेगा।

प्रधानमंत्री ने कहा कि विपक्ष को गरीब नहीं बल्कि सत्ता की भूख है और उन्हें युवाओं के नहीं बल्कि अपने भविष्य की चिंता है। सदन में कई महत्वपूर्ण विधेयक लाए गए विपक्ष ने उन पर चर्चा नहीं की लेकिन एक कट्टर भ्रष्ट साथी (केजरीवाल) की शर्त के आगे मजबूर होकर एकजुट होकर सदन को चलाया।

प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने देश की साख सुधारने का काम किया है। विश्व का आज भारत पर विश्वास बढ़ता जा रहा है। अति गरीबी देश से खत्म हो रही है। विश्व संस्थाएं कह रही है कि जल जीवन मिशन से 4 लाख और स्वच्छ भारत मिशन से 3 लाख लोगों की जान बची है लेकिन विपक्ष को यह दिखाई नहीं देता।

उन्होंने कहा कि विपक्ष को एक वरदान मिला हुआ है कि जिसका वह बुरा चाहते हैं उसका भला हो जाता है। बैंकिंग पर उन्होंने नकारात्मक बातें कहीं आज सार्वजनिक बैंकों का प्रॉफिट दोगुना हो गया है। सार्वजनिक क्षेत्र की रक्षा उत्पादन कंपनी एचएएल के कर्मचारियों को भड़काने की कोशिश की लेकिन आज उसका रेवेन्यू कई गुना ज्यादा हो गया है। यही हाल एलआईसी का भी है।

कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि उसका चुनाव चिन्ह और नाम दोनों अन्य से लिये हुए है। इसके साथ उसके नेतृत्व में बना रहे विपक्षी गठबंधन पर हमला करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि लेबल बदल सकते हैं लेकिन पुराने पापों को जनता से नहीं छुपा सकते।

राहुल गांधी के लंका हनुमान ने नहीं जलाई वाले बयान को सही ठहराते हुए उन्होंने कहा कि जनता राम है और उन्होंने कांग्रेस को 400 से 40 पर ला दिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस परिवार आधुनिक राजाओं की तरह है और उन्हें देश के गरीब का बेटा सत्ता में बैठे देख परेशानी होती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस वाले नामदार और हम कामदार लोग हैं। उन्होंने कहा कि एक व्यक्ति (राहुल गांधी) की बार-बार लांचिंग फेल हो जाती है इसलिए वह जनता से नफरत करते हैं। वह जिन्होंने कभी गमले में मूली नहीं उगाई वे खेतों को देखकर हैरान होते हैं। जो गरीबी को गाड़ी के शीशा नीचे करके देखते हैं उन्हें पता होना चाहिए कि भारत पर 50 साल उन्होंने राज किया है।

प्रधानमंत्री ने राहुल गांधी के मां भारती वाले बयान पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि इससे हर भारतीय की भावना को ठेस पहुंची है। भारत मां की मृत्यु की कामना कोई कैसे कर सकता। उनके शासन काल में देश को तीन हिस्सों में बांट दिया गया। वंदे भारत गीत जिसने देश को जोड़ा उसके टुकड़े कर दिए गए। 05 मार्च 1966 में मिजोरम में आम नागरिकों पर बम गिराए गए। अकाल तख्त पर हमला किया गया। उन्होंने पूछा कि किसकी सरकार में कच्चतीवु द्वीप को श्रीलंका को सौंप दिया गया। उनके सहयोगी द्रमुक आज भी उसे वापस लेने की मांग करते हैं।

मणिपुर के मुद्दे पर चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि अगर विपक्ष चाहता तो इस पर विस्तार से चर्चा हो सकती थी। लेकिन विपक्ष का इस पर चर्चा करने का साहस और इरादा दोनों नहीं थे। हाईकोर्ट का फैसला आया। इस पर पक्ष-विपक्ष के कारण परिस्थितियां वहां पैदा हुई हैं। हिंसा का एक दौर चला। बहुत से परिवारों को मुश्किलें झेलना पड़ रही हैं लेकिन उन्हें आशा है कि निकट भविष्य में शांति का सूरज उगेगा वह देश के साथ मणिपुर में शांति की अपील करते हैं। हम सब मिलकर समाधान निकालेंगे और मणिपुर विकास की राह में फिर आगे बढ़ेगा और सरकार की ओर से इसमें कोई कोर कसर नहीं छोड़ी जाएगी।

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नई दिल्ली, 10 अगस्त (हि.स.)। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि मोदी सरकार भारत निर्वाचन आयोग (ईसीआई) को नियंत्रण में करना चाहती है। इसी लिए सरकार संसद में मुख्य चुनाव आयुक्त और अन्य चुनाव आयुक्त (सेवा की नियुक्ति शर्तें और कार्यालय की अवधि) विधेयक- 2023 लेकर आई है।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता केसी वेणुगोपाल ने गुरुवार को कहा कि चुनाव आयोग निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए जाना जाता है लेकिन मोदी सरकार संसद से यह विधेयक पास करवा कर उसे भी अपने हाथ में लेना चाहती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस मुख्य चुनाव आयुक्त और अन्य चुनाव आयुक्त (नियुक्ति, सेवा की शर्तें और कार्यालय की अवधि) विधेयक-2023 का हर मोर्चे पर विरोध करेगी।

कांग्रेस सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि राज्यसभा में आज सत्ता पक्ष की ओर से मुख्य चुनाव आयुक्त और अन्य चुनाव आयुक्त (नियुक्ति, सेवा की शर्तें और कार्यालय की अवधि) विधेयक-2023 पेश किया गया। यह विधेयक हमारे लोकतंत्र के लिए खतरा है। इस विधेयक को पास करवा कर सरकार चुनाव आयोग को अपने हाथ की कठपुतली बनाना चाहती है। यह विधेयक सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सीधा उल्लंघन करते हुए संसद में पेश किया गया है। कांग्रेस हर मोर्चे पर इसका विरोध जारी रखेगी।

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-वित्त वर्ष 2023-24 में जीडीपी दर 6.50 फीसदी पर रहने का अनुमान

मुंबई/नई दिल्ली, 10 अगस्त (हि.स.)। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने नीतिगत दर में लगातार तीसरी बार कोई बदलाव नहीं किया है। आरबीआई ने रेपो रेट को 6.50 फीसदी पर बरकरार रखा है। रिजर्व बैंक गवर्नर शक्तिकांत दास ने मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की समीक्षा बैठक के बाद इसका ऐलान किया।

शक्तिकांत दास ने गुरुवार को यहां प्रेस को संबोधित करते हुए बताया कि 8 से 10 अगस्त तक चली एमपीसी की बैठक में सभी छह सदस्यों ने फिर से रेपो रेट को स्थिर रखने का फैसला लिया है। दास ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था मजबूत बनी हुई है। उन्होंने कहा कि वित्त वर्ष 2023-24 में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) दर 6.50 फीसदी और वित्त वर्ष 2024-25 में रियल जीडीपी दर 6.60 फीसदी तक रह सकती है।

आरबीआई गवर्नर ने कहा कि हमारी अर्थव्यवस्था उचित गति से बढ़ती रही है। उन्होंने कहा कि यह दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गई है, जो वैश्विक विकास में लगभग 15 फीसदी का योगदान दे रही है। शक्तिकांत दास ने कहा कि रिजर्व बैंक ने वित्त वर्ष 2023-24 के लिए महंगाई दर का अनुमान बढ़ाकर 5.4 फीसदी कर दिया गया है जो कि पिछली बार 5.1 फीसदी पर रखा गया था।

शक्तिकांत दास ने कहा कि एमपीसी महंगाई दर पर नजर रखेगी। उन्होंने ये भी कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था ने महंगाई को काबू करने की दिशा में उल्लेखनीय प्रगति की, हालांकि खाद्य महंगाई दर चिंता का विषय बनी हुई है। आरबीआई ने पिछले साल मई से लेकर फरवरी तक रेपो रेट में छह बार में 2.50 फीसदी तक का इजाफा किया था, लेकिन अप्रैल और जून के बाद लगातार तीसरी बार रेपो रेट को यथावत 6.50 फीसदी पर स्थिर रखा है।

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नई दिल्ली, 08 अगस्त (हि.स.)। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बुधवार को लोकसभा में मणिपुर की अपनी यात्रा और वहां आए अनुभवों को जिक्र करते हुए कहा कि केन्द्र सरकार ने मणिपुर में हिन्दुस्तान की हत्या की है।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आज लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान कहा, “इन्होंने मणिपुर में हिन्दुस्तान की हत्या की है। इनकी राजनीति ने हिन्दुस्तान का कत्ल किया है।”

कांग्रेस नेता ने केन्द्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को निशाना बनाया और उनकी तुलना रावण से की। उन्होंने कहा कि हनुमान ने लंका नहीं जलाई थी। रावण के अहंकार ने लंका जलाई थी। वह केवल दो लोगों की सुनता था कुंभकरण और मेघनाथ और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी दो लोगों की सुनते हैं अडानी और अमित शाह।

कांग्रेस नेता ने अपनी भारत जोड़ो यात्रा का भी उल्लेख किया और कहा कि इसकी शुरुआत में उनके मन में अहंकार था। वे अहंकार धीरे-धीरे मिट गया। भेड़िया जो निकला था वे अब चिंटी बन गया था।

राहुल गांधी ने सरकार पर नफरत की राजनीति करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि ‘आप केरोसीन लेकर फेंक रहे हो।’ आप पूरे देश को जलाने में लगे हो आप पूरे देश में भारत माता की हत्या करने में लगे हो।

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नई दिल्ली, 9 अगस्त (हि.स.)। चंद्र मिशन ‘चंद्रयान-3’ बुधवार (9 अगस्त) को चांद की सतह के एक और कदम नजदीक पहुंच गया है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो ) ने बुधवार को ट्वीट करके यह जानकारी दी। चंद्रयान -3 और चंद्रमा की दूरी अब 174 किमी x 1437 किमी रह गई है। कक्षा बदलने की प्रक्रिया अब 14 अगस्त को की जाएगी।

इसरो ने ट्वीट करते हुए कहा कि ‘चंद्रयान-3 चंद्रमा की तीसरी कक्षा में पहुंच गया है। वह चांद के और करीब आ गया है। आज की गई प्रक्रिया के बाद चंद्रयान-3 की कक्षा घटकर 174 किमी x 1437 किमी रह गई है। अगला ऑपरेशन 14 अगस्त को 11.30 -12.30 बजे की जाएगी।

उल्लेखनीय है कि चंद्रयान-3 को 14 जुलाई को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से प्रक्षेपण यान मार्क-3 के जरिए लॉन्च किया गया था।

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– साल के अंत तक पूरे मंत्रालय के कम्प्यूटरों से हटेगी माइक्रोसॉफ्ट विंडोज
– भारतीय सेना, नौसेना और वायु सेना भी माया ओएस अपनाने के लिए तैयार

नई दिल्ली, 09 अगस्त (हि.स.)। साइबर अटैक और राष्ट्रीय सुरक्षा के मद्देनजर रक्षा मंत्रालय अपने सभी कम्प्यूटरों में माइक्रोसॉफ्ट विंडोज के स्थान पर स्वदेशी रूप से विकसित एक सुरक्षित ऑपरेटिंग सिस्टम माया ओएस स्थापित करेगा। इस साल के अंत तक पूरे मंत्रालय के कम्प्यूटरों में स्वदेशी ऑपरेटिंग सिस्टम लागू किये जाने से साइबर सुरक्षा बढ़ेगी और विदेशी सॉफ्टवेयर पर निर्भरता कम होगी। भारतीय सेना, नौसेना और वायु सेना भी माया ओएस को अपनाने के लिए तैयार हैं।

दरअसल, 2021 में भारत की रक्षा प्रणालियों को कई साइबर हमलों का सामना करना पड़ा था। इसी के बाद रक्षा मंत्रालय ने स्वदेशी माया ओएस का विकास शुरू किया। रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ), उन्नत कंप्यूटिंग विकास केंद्र (सी-डीएसी) और राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (एनआईसी) सहित विभिन्न सरकारी एजेंसियों के विशेषज्ञों की एक टीम ने ओपन-सोर्स उबंटू प्लेटफ़ॉर्म पर माया ओएस को छह महीने में विकसित किया गया। टीम ने ओएस का परीक्षण और सुधार करने के लिए भारतीय सॉफ्टवेयर कंपनियों और शैक्षणिक संस्थानों के साथ भी सहयोग किया। अब सॉफ्टवेयर तैयार होने के बाद माइक्रोसॉफ्ट विंडोज को बदलने का निर्णय लिया गया है।

मंत्रालय का कहना है कि ओपन-सोर्स उबंटू पर आधारित माया ओएस साइबर खतरों से बचाकर इंटरफ़ेस पेश करता है। रक्षा मंत्रालय को अपने सभी कम्प्यूटरों पर माइक्रोसॉफ्ट के विंडोज की जगह स्वदेशी रूप से विकसित ऑपरेटिंग सिस्टम माया ओएस स्थापित करने से साइबर हमलों से बचने की उम्मीद है। इस ऑपरेटिंग सिस्टम को जल्द ही सशस्त्र बलों के कम्प्यूटरों में भी अपनाया जाएगा। इस साल के अंत तक रक्षा मंत्रालय के सभी कम्प्यूटरों में माया ओएस स्थापित होने की उम्मीद है। ओपन-सोर्स उबंटू प्लेटफ़ॉर्म पर आधारित इस विंडोज का लक्ष्य माइक्रोसॉफ्ट विंडोज के समान इंटरफ़ेस और कार्यक्षमता प्रदान करके साइबर खतरों के खिलाफ एक मजबूत सुरक्षा प्रदान करना है।

जानकारों ने बताया कि माया ओएस ‘चक्रव्यूह’ नामक एक फीचर के साथ आता है, जो एक एंड-पॉइंट एंटी-मैलवेयर और एंटीवायरस सॉफ़्टवेयर है, जो हैकर्स को संवेदनशील डेटा तक पहुंचने से रोकता है। उबंटू एक लोकप्रिय ऑपरेटिंग सिस्टम है, जो कंप्यूटर, सर्वर और अन्य उपकरणों पर चलता है। उबंटू को उपयोग में आसान, सुरक्षित और अनुकूलन योग्य बनाया गया है। उपयोगकर्ता उबंटू सॉफ्टवेयर सेंटर से हजारों अन्य एप्लिकेशन भी डाउनलोड कर सकते हैं। उबंटू को नई सुविधाओं और सुरक्षा सुधारों के साथ नियमित रूप से अपडेट किया जाता है। उपयोगकर्ता उबंटू को इसकी आधिकारिक वेबसाइट से मुफ्त में डाउनलोड कर सकते हैं।

रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि माया ओएस न केवल उसकी साइबर सुरक्षा में सुधार करेगा, बल्कि विदेशी सॉफ्टवेयर पर उसकी निर्भरता को भी कम करके स्वदेशी नवाचार को बढ़ावा देगा। रक्षा मंत्रालय ने यह भी कहा है कि माया ओएस को जल्द ही भारतीय सशस्त्र बलों की अन्य शाखाओं, जैसे सेना, नौसेना और वायु सेना में भी अपनाया जाएगा, क्योंकि उन्होंने पहले ही ओएस की जांच और मूल्यांकन कर लिया है।

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