वाराणसी, 30 अक्टूबर (हि.स.)। अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर बन रहे भव्य व दिव्य मंदिर में श्रीराम लला की मूर्ति के प्राण-प्रतिष्ठा के पहले ही विश्व रिकार्ड बनेगा। प्राण प्रतिष्ठा की तिथि 22 जनवरी, 2024 के पहले विश्व हिन्दू परिषद के नेतृत्व में 01 से 15 जनवरी, 2024 तक व्यापक गृह सम्पर्क एवं जन सम्पर्क अभियान चलाया जायेगा। जो अब-तक सबसे बड़ा जन सम्पर्क अभियान होगा।

इस अभियान के जरिये पूजित अक्षत लेकर कार्यकर्ता हर गांव मोहल्ले एवं बस्तियों में संपर्क कर सभी को अयोध्या पहुंचने का औपचारिक निमंत्रण देंगे। सूत्र बताते हैं कि इस अभियान के जरिये पांच लाख गांवों तक करीब 75 करोड़ हिन्दूओं एवं विभिन्न पंथ एवं सम्प्रदायों तक संघ परिवार एवं समाज के लोग अयोध्या आने का निमंत्रण देंगे।

अयोध्या में श्री रामजन्मभूमि मंदिर में रामलला की मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा को लेकर संघ विचार परिवार ने तैयार शुरू कर दी है। 22 जनवरी को अयोध्या में संपन्न होने वाले ऐतिहासिक प्राण प्रतिष्ठा समारोह के संबंध में विस्तृत कार्य योजना भी तैयारी की गई है। विचार परिवार के 40 संगठनों के प्रमुख पदाधिकारियों को तैयारियों को लेकर जिम्मेदारी सौंपी गई है।

श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के महामंत्री एवं विश्व हिन्दू परिषद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष चंपत राय ने कोईराजपुर शिवपुर स्थित एक विद्यालय परिसर में बीते रविवार को मैराथन बैठक कर चार अलग-अलग सत्रों में कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य करने के लिए रणनीति तैयार की। पदाधिकारियों को चंपत राय ने पूरे 45 दिन तक चलने वाले महाअभियान की चरण बद्ध ढंग से विस्तृत जानकारी दी।

चार नवम्बर को देशभर से 200 कार्यकर्ता पहुंचेंगे अयोध्या

बैठक में तय योजना के अनुसार 4 नवंबर, 2023 को देशभर से सभी प्रान्तों के दो-दो अर्थात कुल 200 कार्यकर्ता अयोध्या पहुंचेंगे। पांच नवम्बर को वहां से अक्षत भरे पीतल के कलश लेकर उसे पहुंचाएंगे। यह अक्षत न्यास की ओर से आमंत्रण का प्रतीक होगा। 05 नवंबर से दिसंबर के अंतिम सप्ताह तक कार्यकर्ता देशभर के सभी मंदिरों में अक्षत पहुंचायेंगे। 01 से 15 जनवरी 2024 तक पूजित अक्षत लेकर कार्यकर्ता हर गांव मोहल्ले एवं बस्तियों में संपर्क कर सभी को अयोध्या पहुंचने का औपचारिक निमंत्रण देंगे।

प्राण प्रतिष्ठा के दिन पांच करोड़ घरों में मनेंगे दीवाली

श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के महामंत्री चंपत राय ने बताया कि प्राण प्रतिष्ठा वाले दिन 22 जनवरी को कार्यकर्ता अपने-अपने गांव मोहल्ले के मंदिरों में इकट्ठे होंगे। वहां भजन कीर्तन के कार्यक्रम चलेंगे तथा सायं काल अपने दरवाजे पर दीप जलाएंगे। उन्होंने बताया कि 5 करोड़ घरों में इस दिन दीपक जलाए जाएंगे।

प्रधानमंत्री मोदी,आरएसएस प्रमुख डॉ मोहन भागवत एवं मुख्यमंत्री योगी रहेंगे मौजूद

उन्होंने बताया कि 22 जनवरी को अयोध्या में कश्मीर से कन्याकुमारी तक के 140 संप्रदायों के साधु संत, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी,आरएसएस के सरसंघचालक डॉ मोहन भागवत, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, अयोध्या आंदोलन में प्राण गवाने वालों के परिजन,विभिन्न क्षेत्रों में विशेष उपलब्धियां अर्जित करने वाले समाज के विशिष्ट नागरिक उपस्थित होंगे।

महामंत्री चंपत राय की अपील, प्राण-प्रतिष्ठा के दिन न पहुंचे कार्यकर्ता

उन्होंने बताया कि 8000 लोगों की सीमित क्षमता होने के कारण कार्यकर्ताओं से 22 जनवरी को अयोध्या न आकर अपने अपने क्षेत्र में कार्यक्रमों में जुटने का निर्देश दिया गया है। कार्यकर्ताओं को अलग-अलग तिथियों में उनके प्रांत के अनुसार अयोध्या पहुंचने का चंपत राय ने निमंत्रण दिया। अयोध्या पहुंचने वाले कार्यकर्ताओं के रुकने तथा भोजन आदि की समुचित व्यवस्था का भी उन्होंने भरोसा दिलाया। उन्होंने बताया कि 25000 कार्यकर्ताओं के प्रतिदिन अयोध्या में रूकने एवं खाने की व्यवस्था की जा रही है। काशी प्रांत के कार्यकर्ता 30 जनवरी को अयोध्या पहुंचेंगे। इसी तरह अलग-अलग प्रांतों के लिए अलग-अलग तिथियां होंगी। 45 दिनों तक चलने वाले इस अभियान में 50 लाख लोगों के आवास एवं भोजन की व्यवस्था अयोध्या में उपलब्ध कराई जाएगी।

आरएसएस के काशी प्रांत प्रचारक रमेश ने भी द्वितीय सत्र में कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। उन्होंने आग्रह किया कि संगठन की रीति नीति के अनुसार और सभी कार्यकर्ता अपने-अपने स्थान पर सौंपे गये दायित्वों का सफलतापूर्वक निर्वाह करते हुए कार्यक्रम को सफल बनाएं।

उन्होंने कहा कि सभी कार्यकर्ता अपने-अपने क्षेत्र के मंदिरों की सूची बनाए। प्राण प्रतिष्ठा वाले दिन मंदिरों में संपूर्ण हिंदू शक्ति को एकत्रित कर भजन कीर्तन के कार्यक्रम संचालित करें। माइक लगाकर प्रभु श्री राम का गुणानुवाद करायें, इसके लिए कथावाचकों विद्वानों की भी सहायता ली जा सकती है। 1 से 15 जनवरी तक अब तक का सबसे बड़ा महासंपर्क अभियान चलेगा। इसमें पूरी भागीदारी निभायें। एक भी हिंदू घर छूटने न पाए इसका ध्यान रखें। 15 दिसंबर से पहले खंडों की समन्वय बैठकें हो जाए। टोलियों का गठन कर लें। गठित टोलियां ही परिवारों से संपर्क करेंगी। विचार परिवार की बैठक जिला स्तर पर करने के लिए अभी से तिथि तय करने का उन्होंने निर्देश दिया।

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नई दिल्ली, 30 अक्टूबर (हि.स.)। गुजरात में नवरात्रि के दौरान गरबा आयोजनों में दिल का दौरा पड़ने से हुई मौतों पर एक बार फिर कोरोना से इसे जोड़ कर देखा जाने लगा है। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के एक अध्ययन के मुताबिक कोरोना यानी कोरोना 19 संक्रमण दिल के दौरे में योगदान दे सकता है और जिन लोगों को संक्रमण का गंभीर रूप से सामना करना पड़ा है, उन्हें कम से कम एक या दो साल तक खुद को अधिक परिश्रम नहीं करना चाहिए।

खुद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने आईसीएमआर रिपोर्ट का हवाला देते हुए लोगों से आग्रह किया कि अगर उन्हें पिछले एक या दो वर्षों में कोरोना संक्रमण हुआ है तो वे अधिक परिश्रम न करें। उन्हें दिल के दौरे से बचने के लिए, थोड़े समय के लिए, जैसे कि एक या दो साल के लिए कठिन परिश्रम, दौड़ और ज़ोरदार व्यायाम से दूर रहना चाहिए।

उल्लेखनीय है कि नवरात्रि के दौरान एक दिन में पूरे गुजरात में गरबा आयोजनों में कम से कम 10 दिल का दौरा पड़ने से मौत की सूचना मिली और पीड़ितों में सबसे कम उम्र का बच्चा सिर्फ 17 साल का था जिसके बाद राज्य के स्वास्थ्य मंत्री को स्वास्थ्य विशेषज्ञों और हृदय रोग विशेषज्ञों की एक बैठक बुलानी पड़ी है।

वहीं, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के एक अध्ययन के निष्कर्षों से पता चलता है कि कोरोना वायरस धमनी की दीवार के ऊतकों को संक्रमित करके दिल के दौरे और स्ट्रोक का खतरा बढ़ा सकता है। यह एथेरोस्क्लोरोटिक प्लाक में सूजन को पैदा करता है, जिससे दिल का दौरा या स्ट्रोक हो सकता है।

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नई दिल्ली, 29 अक्टूबर (हि.स.)। आंध्र प्रदेश में हुए रेल हादसे को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से बात कर स्थिति का जायजा लिया है। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के मुताबिक रेलवे अधिकारी प्रभावित लोगों को हरसंभव सहायता प्रदान कर रहे हैं।

प्रधानमंत्री ने शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की और घायलों के जल्द ठीक होने की प्रार्थना की। इसके अलावा प्रधानमंत्री कार्यालय ने मृतकों के परिजनों को पीएमएनआरएफ के फंड से दो लाख रुपये की आर्थिक राशि की घोषणा की है, जबकि घायलों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे।

इस हादसे को लेकर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि बचाव अभियान चल रहा है और टीमें तैनात कर दी गई हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हालात की समीक्षा की है। मैंने आंध्र प्रदेश के सीएम से भी बात की है। स्थिति फिलहाल नियंत्रण में है।

उल्लेखनीय है कि आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम के निकट विजयनगरम जिले के कोठावलासा मंडल के अलमांडा-कंथकपल्ली में रविवार शाम दो ट्रेनों के बीच टक्कर हो गई। दोनों ट्रेनों की टक्कर के बाद चार बोगियां पटरी से उतर गईं। इस घटना में छह यात्रियों की मौत हो गई, जबकि 40 लोग घायल बताए जा रहे हैं।

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नई दिल्ली, 25 अक्टूबर (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के पदाधिकारियों से मुलाकात की। ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने उन्हें श्री राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए आमंत्रित किया। अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर बन रहे नए मंदिर में रामलला के नूतन विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी 2024 को होगी।

प्रधानमंत्री ने एक्स पर इसकी जानकारी देते हुए कहा कि आज का दिन बहुत भावनाओं से भरा हुआ है। अभी श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के पदाधिकारी उनसे उनके निवास स्थान पर मिलने आए। उन्होंने श्रीराम मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा के अवसर पर अयोध्या आने के लिए निमंत्रित किया।

प्रधानमंत्री ने कहा, “मैं खुद को बहुत धन्य महसूस कर रहा हूं। ये मेरा सौभाग्य है कि अपने जीवनकाल में, मैं इस ऐतिहासिक अवसर का साक्षी बनूंगा।”

वहीं आमंत्रण देने वाले प्रतिनिधिमंडल में शामिल श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर बन रहे नए मंदिर में रामलला के नूतन विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी 2024 को होगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस अवसर पर स्वयं उपस्थित रहेंगे।

उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी को अयोध्या पधारने का औपचारिक निमंत्रण पत्र प्रस्तुत किया गया, जिसे उन्होंने सहज स्वीकृति प्रदान की।

उन्होंने आगे कहा कि देश के 4000 संत महात्मा एवं समाज के 2500 प्रतिष्ठित महानुभाव इस ऐतिहासिक अवसर के साक्षी बनेंगे।

प्रधानमंत्री को आमंत्रण देने वाले प्रतिनिधिमंडल में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के न्यासी पूज्य स्वामी विश्वप्रसन्न तीर्थ जी महाराज, ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष पूज्य स्वामी गोविंद देव गिरी जी महाराज, मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा शामिल रहे।

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श्रीहरिकोटा (आंध्र प्रदेश), 21 अक्टूबर (हि.स.)। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने आज पूर्वाह्न करीब 10 बजे अपने एकल-चरण तरल रॉकेट के प्रक्षेपण के जरिये पहले ‘क्रू मॉड्यूल’ परीक्षण के साथ महत्वाकांक्षी मानव अंतरिक्ष उड़ान कार्यक्रम ‘गगनयान’ की यात्रा शुरू की। यह परीक्षण अंतरिक्ष यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए किया गया है।

इसरो का लक्ष्य तीन दिवसीय गगनयान अभियान के लिए मनुष्यों को 400 किलोमीटर की पृथ्वी की निचली कक्षा से अंतरिक्ष में भेजना और उन्हें सुरक्षित रूप से पृथ्वी पर वापस लाना है। इसरो के स्पेसपोर्ट के पहले लॉन्च पैड से अबॉर्ट-1 (टीवी-डी1) को लॉन्च किया गया।

इसकी सफलता मानवरहित अंतरिक्ष अभियानों के लिए वैश्विक मंच तैयार करेगी। इसी के साथ भारतीय अंतरिक्ष यात्रियों के साथ पहला गगनयान कार्यक्रम शुरू होगा। इसके 2025 में शुरू होने की उम्मीद है। इसमें क्रू इंटरफेस, जीवन रक्षक प्रणाली, वैमानिकी और गति में कमी से जुड़ी प्रणाली (डिसेलेरेशन सिस्टम) मौजूद हैं। नीचे आने से लेकर उतरने तक के दौरान चालकदल की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए इसे पुन: प्रवेश के लिए भी डिजाइन किया गया है।

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नई दिल्ली, 20 अक्टूबर (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज (शुक्रवार) राष्ट्र को पहली हाई स्पीड रैपिड ट्रेन ‘नमो भारत’ सौंप दी। उन्होंने दिल्ली-मेरठ मार्ग के प्रथम चरण में साहिबाबाद-दुहाई खंड (रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) का उद्घाटन पूर्वाह्न करीब 11 बजे साहिबाबाद में किया। इस मौके पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे। यह खंड 17 किलोमीटर का है। इसे यह ट्रेन करीब 12 मिनट में पूरा करेगी। इसी के साथ कुछ दिन बाद दिल्ली से मेरठ से बीच ट्रेन से यात्रा करने वाले मुसाफिरों का सफर सुगम हो जाएगा।

इस हाई स्पीड ट्रेन का ‘वंदे भारत ‘ की तर्ज पर ‘नमो भारत ‘ नामकरण किया गया है। दिल्ली-मेरठ मार्ग पर इस परियोजना के पांच चरण हैं। उद्घाटन से पहले इस ट्रेन का ट्रायल रन हो चुका है। इसने 152 किलोमीटर प्रति घंटा से ज्यादा की गति का आंकड़ा हासिल किया।

यह हाई स्पीड रेल सेवा कल से पूरी तरह शुरू हो जाएगी। रैपिड रेल के संचालन के लिए राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (एनसीआरटीसी) का गठन किया गया है। एनसीआरटीसी केंद्र सरकार, दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश राज्यों की संयुक्त कंपनी है। इस परियोजना पर जून 2019 में काम शुरू हुआ था। परियोजना के बाकी चरणों का काम पूरा करने की समय सीमा जून 2025 निर्धारित है।

आज से शुरू हुए पहले खंड साहिबाबाद-दुहाई डिपो के बीच पांच स्टेशन हैं। इनके नाम साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई और दुहाई डिपो हैं। निगम का दावा है कि यह भारत का पहला ऐसा ट्रेन सिस्टम होगा, जिसमें ट्रेन 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ेगी। यात्री मोबाइल फोन और कार्ड के माध्यम से भी टिकट खरीद सकेंगे। रेल कोच के आखिरी डिब्बे में स्ट्रेचर रहेगा। अगर किसी मरीज को मेरठ से दिल्ली रेफर किया जाता है, तो इसके लिए एक अलग कोच की व्यवस्था है। ताकि कम कीमत में मरीज को पहुंचाया जा सके। इस ट्रेन में दिव्यांगों के लिए अलग सीट तैयार की गई हैं।

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जम्मू, 15 अक्टूबर (हि.स.)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत ने रविवार की सुबह प्रथम शारदीय नवरात्र के अवसर पर जम्मू में काली माता मंदिर (बाहु फोर्ट) में जाकर पूजा अर्चना की और समस्त समाज को नवरात्र की शुभकामनाएं दीं। इसके बाद कठुआ में जनसंघ के संस्थापक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए और कठुआ विभाग के स्वयंसेवक एकत्रीकरण में उपस्थित रहे। कठुआ के स्पोर्ट्स स्टेडियम में आयोजित कठुआ एवं सांबा जिलों के स्वयंसेवक एकत्रीकरण में कठुआ, बसोहली, बिलाबर और सांबा के स्वयंसेवकों ने भाग लिया। एकत्रीकरण में संघ प्रमुख के उद्बोधन सुनने के लिए काफी संख्या में महिलाएं भी उपस्थित थीं।

स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए संघ प्रमुख डॉ. मोहन भागवत ने कहा कि कठुआ में इतना बड़ा एकत्रीकरण लंबे समय के बाद हो रहा है। इसमें नागरिक भी आए हैं। संघ क्या कर रहा है, क्यों कर रहा है, इसको जानना आवश्यक है। लोग अनुमान लगाते हैं कि संघ वाले क्या कर रहे हैं, उन्हें अंदर आकर देखना चाहिए कि संघ क्या कर रहा है। उन्होंने कहा कि विश्व को जिन बातों की आज आवश्यकता है, वह भारत दुनिया को दे सकता है। मनुष्य सुखी हो, दुनिया की कलह बंद हो, अमन चैन रहे, यही भारत के संस्कार और संस्कृति है। पिछले लंबे समय से सब प्रकार के प्रयोग दुनिया ने देखे हैं, जैसे समाजवादी, पूंजीवादी आदि। सब आजमाने के बाद आखिर फल क्या मिला। दुनिया का दुःख समाप्त या कम नहीं हुआ है। झगड़े थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। पहले यूक्रेन का युद्ध और अब इस्राइल का युद्ध और परिवार भी दिन-ब-दिन टूट रहे हैं। इसके मायने यह हैं कि सुख के लिए साधनों से समस्या उत्पन्न हुई है। अब आर्टिफिशल इंटेलीजेंस का जमाना भी आ गया है। दुनिया असमंजस में है, कोई रास्ता नहीं मिल रहा है। यह रास्ता दुनिया को भारत से ही मिलेगा।

डॉ. मोहन भागवत ने कहा कि भारत सोने की चिडिया था और लंबे समय तक भारत ऐसा ही रहा था। आखिर भारत के पास कोई प्राचीन पूंजी है, जिससे भारत दुनिया को रास्ता दिखा सकता है। भारत में जी20 के आयोजन से आर्थिक विचार पर मानवीय विचार हावी हुआ है। भारत के पास अपना दृष्टिकोण है जो उसके पूर्वजों से मिला है। उन्होंने कहा कि देश में एकता में ही सारी विविधताएं हैं। सुख को ढूंढना है तो उसे अपने अंदर ढूंढो। सबके सुख में उसको देखना सीखो। सत्य, शुचिता, करुणा के साथ चलते हुए अपनों के लिए जीने से ही सुख मिलता है। हम विकारों के पीछे नहीं भागें, शरीर, मन और बुद्धि से पवित्र होकर रहें। यह बातें हमारे ऋषि-मुनियों ने हमें बताई हैं।

उन्होंने कहा कि सनातन धर्म के मूल मूल्य-संस्कार आदिकाल से चल रहे हैं। सनातन ही भारत की संस्कृति है। पृथ्वी सूक्त की पहली पंक्ति के आधार पर सृष्टि टिकी हुई है, जिसमें संतुलित व्यवहार और सामूहिक व्यवस्था ही संस्कार की पद्धति है। इस धरती पर हम केवल ट्रस्टी हैं। संपत्ति केवल भगवान की है। हमारे पास संस्कार ही हैं, जिससे हम सबको संपन्न कर सकते हैं और आज इसकी आवश्यकता है। सनातन धर्म का उत्थान ही भारत का उत्थान है। धर्म सबको जोड़ता है, धर्म संतुलन बनाता है, सारी भारतीय परंपराएं धर्म के आधार पर टिकी हुई हैं। देश के लिए हमें लायक बनना है। दुनिया उसको मानती है, जिसमें शक्ति है।

उन्होंने कहा कि भारत मां के सब पुत्र हमारे भाई हैं, जाति पंथ से ऊपर उठकर हम सबको भारत मां की गोद में लोट पोट होना है और सभी को मिलकर भारत को बड़ा बनाना है। शाखा से अनुशासन और अनुशासन से मनुष्य शीलवान बनता है। हमें व्यक्तिगत चरित्र और राष्ट्रीय चरित्र को शुद्ध रखना है। प्रतिदिन शाखा में आकर एक घंटे में अपने आप को स्वयंसेवक के तौर पर तैयार कर सकते हैं। संघ में कोई रिमोट कंट्रोल नहीं है, संघ को अपने स्वयंसेवक पर पूरा विश्वास है। उन्होंने कहा कि शीलवानों की शक्ति हमेशा अच्छे कामों में उपयोग होती है। हम इतने शक्ति संपन्न बनें कि दुनिया के जंजाल में हम पर कोई उंगली न उठा सके। देश का अहित करने वाले, देश तोड़ने वालों का उपाय करना भी आवश्यक है। हमें सबके हित में विचार करना है, नियम अनुशासन का पालन जरूरी है। यह सब सीखने के लिए स्वयंसेवक शाखा में आते हैं। दुनिया को जो चाहिए, वे सामर्थ्य देने के लिए समाज की इच्छा शक्ति का निर्माण करने हेतु संघ को ऐसे लोग तैयार करने हैं। समाज आगे होकर चलने को तैयार है। स्वार्थ और भेदों को भूलकर समाज को हम आगे बढ़ना सिखाएं।

इस अवसर पर क्षेत्र संघचालक सीता राम, प्रांत संघचालक डॉ. गौतम मैंगी और कठुआ विभाग संघचालक विद्या रतन उपस्थित रहे। इसके बाद संघ प्रमुख ने शहर के वार्ड छह में स्थित राधा कृष्ण मंदिर में भी माथा टेका। गांव जखबड़ में भारत मां की प्रतिमा का अनावरण किया और ग्रामीणों के साथ वार्तालाप करते हुए ग्राम विकास, आदर्श व संस्कार युक्त ग्राम बनाने का आग्रह किया।

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नई दिल्ली, 15 अक्टूबर (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी सांसद निशिकांत दुबे ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखकर तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा पर पैसे लेकर प्रश्न पूछने का आरोप लगाया है। उन्होंने इन आरोपों पर जांच समिति से जांच कराए जाने की मांग की है।

निशिकांत दुबे ने आरोप लगाया है कि लोकसभा सदस्य महुआ ने बिजनेसमैन दर्शन हीरानंद से प्रश्न पूछे जाने के एवज में रिश्वत और उपहार लिए हैं। दुबे ने मांग की है कि महुआ की सदस्यता तुरंत प्रभाव से निलंबित की जानी चाहिए।

सांसद दुबे ने बताया कि उन्हें एक वकील से पत्र प्राप्त हुआ है जिसमें सांसद महुआ मोइत्रा के उपहार और कैश नकद लेने के प्रमाण हैं। उन्होंने आगे कहा कि वकील द्वारा मुहैया कराई गई जानकारी के अनुसार महुआ मोइत्रा ने 61 प्रश्नों में से 50 प्रश्न ऐसे पूछे हैं जिससे दर्शन हीरानंद और उसकी कंपनी के हितों की रक्षा या लाभ मिलता है। इसमें कुछ सवाल अदानी समूह से जुड़े भी हैं जिनका दर्शन हीरानंद प्रतिद्वंदी है।

वही महुआ मोइत्रा ने भी सोशल मीडिया पर इसका जवाब देते हुए कहा कि भाजपा नेताओं के खिलाफ विशेषाधिकारों के कई उल्लंघन लंबित हैं। अध्यक्ष द्वारा उन पर कार्यवाही समाप्त करने के तुरंत बाद मेरे विरुद्ध किसी भी प्रस्ताव का स्वागत है। मेरे दरवाजे पर आने से पहले मैं इस बात का भी इंतजार कर रही हूं कि अदानी कोयला घोटाले में ईडी और अन्य एजेंसियों द्वारा एफआईआर दर्ज हो। उन्होंने कहा कि कृपया लोकसभाध्यक्ष पहले दुबे के झूठे हलफनामे के लिए उनके खिलाफ जांच पूरी करें और फिर उनके खिलाफ जांच समिति गठित करें।

सोशल मीडिया पर निशिकांत दुबे ने कहा कि 11 सांसदों की भारतीय संसद ने प्रश्न के बदले पैसे लेने के कारण सदस्यता रद्द कर दी है। आज भी चोरी और सीनाज़ोरी नहीं चलेगी, एक व्यापारी ख़राब लेकिन दूसरे व्यापारी से 35 जोड़ी जूते श्रीमती मारकोस की आत्मा की तरह महंगे ब्रांड का बैग, पर्स, कपड़े, नक़द हवाला से पैसे नहीं चलेंगे । सदस्यता तो जाएगी । इंतज़ार करिए।

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भारत ने पकिस्तान को 7 विकेट से हराया, खेल प्रेमियों में खुशी

Delhi: भारत ने पाकिस्तान को सात विकेट से हरा दिया है. भारतीय टीम ने 191 रनों के टारगेट को 30.3 ओवरों में हासिल कर लिया. श्रेयस अय्यर 53 और केएल राहुल 19 रन बनाकर नाबाद रहे. वहीं रोहित शर्मा ने 86 रनों की धांसू पारी खेली. भारतीय टीम की ओडीआई वर्ल्ड कप के इतिहास में पाकिस्तान के खिलाफ ये लगातार आठवीं जीत रही. मैच जीतने के लिए अब भारतीय टीम के सामने 192 रनों का आसान टारगेट है. पाकिस्तान के लिए कप्तान बाबर आजम ने सबसे ज्यादा 50 रनों की पारी खेली. जबकि मोहम्मद रिजवान ने 49 रन बनाए. भारत के लिए तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज, जसप्रीत बुमराह, हार्दिक पंड्या के अलावा स्पिनर कुलदीप यादव और रवींद्र जडेजा ने बराबर 2-2 विकेट झटके.

दोनों ही चिर प्रत‍िद्वंद्वी टीमें इस मुकाबले से पहले वनडे वर्ल्ड कप में एक दूसरे के आमने-सामने सात बार आई हैं. वहीं सातों बार भारतीय टीम ने पाकिस्तान को बुरी तरह हराया है. यह दोनों ही देशों के बीच ओवरऑल 135वां वनडे मैच है. इससे पहले दोनों ही मुल्कों के बीच 134 मुकाबले खेले गए हैं.

जहां भारत ने 56 मुकाबले जीते हैं, वहीं 73 मैचों में पाकिस्तान ने जीत दर्ज की है. खास बात यह है जब-जब दोनों ही देश वनडे वर्ल्ड कप के मुकाबलों में एक दूसरे के आमने-सामने आए हैं उन सातों मौकों पर भारत ने पाकिस्तान को बुरी तरह रौंदा है.

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पटना, 11 अक्टूबर (हि.स.)। दिल्ली से असम के कामख्या तक जाने वाली ट्रेन नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस (ट्रेन संख्या 2506) बिहार में बक्सर जिले के रघुनाथपुर स्टेशन के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गई है। ट्रेन की आठ बोगियां पटरी से उतर गई, जबकि दो बोगी पलट गई।

पूर्व मध्य रेलवे के सीपीआरओ वीरेंद्र कुमार ने बताया कि अब तक आठ बगिया पटरी से उतरी हैं। जिसमें से चार लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। कई लोग घायल भी हैं घायलों की जानकारी अभी नहीं प्राप्त हुई है।

डुमरांव के एसडीएम पंकज कुमार ने बताया कि ट्रेन की कुल 8 बोगी डिरेल हुई है और बोगी पलट गई है। इस हादसे में अब तक चार लोगों की मौत की पुष्टि हुई है।

दानापुर रेल मंडल की तरफ से जारी शुरुआती जानकारी के मुताबिक़ रघुनाथपुर स्टेशन के निकट आज 21.35 बजे आनंद विहार टर्मिनल से चलकर कामाख्या जाने वाली गाड़ी संख्या 12506 नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस के कुछ डिब्बे पटरी से उतर गए। रेलवे ने हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है।

हेल्पलाइन नंबरः
PNBE – 9771449971
DNR – 8905697493
ARA – 8306182542
COML CNL – 7759070004

पंडित दिनदयाल उपाध्याय व दानापुर रेलखंड पर रघुनाथपुर के समीप बुधवार रात डाउन लाइन पर नार्थ ईस्ट एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त हो गई।

ग्रामीणों और प्रशासन की मदद से जख्मी यात्रियों को बाहर निकालकर अस्पताल ले जाया जा रहा है। फिलहाल जख्मी लोगों की संख्या बताने में पुलिस असमर्थ है। थानाध्यक्ष रंजीत कुमार के अनुसार हादसे में संभावित मृतकों और जख्मियों की संख्या रेस्क्यू ऑपरेशन के खत्म होने के बाद ही बताया सकता है।

बिहार ट्रेन हादसे को लेकर केंद्रीय मंत्री और बक्सर के सांसद अश्विनी कुमार चौबे ने कहा है कि हमारे बक्सर क्षेत्र में एक दुखद घटना घटी है। नॉर्थ ईस्ट सुपरफास्ट ट्रेन के कुछ डिब्बे रघुनाथपुर स्टेशन पर पटरी से उतर गए हैं। उन्होंने कहा, मुझे पता चला है कि तीन डिब्बे पटरी से उतर गए हैं। मैंने डीजी एनडीआरएफ, मुख्य सचिव, डीएम, डीजी और जीएम रेलवे से बात की है। मैंने अपने कार्यकर्ताओं से अपील की है और वे बचाव कार्य में लगे और लोगों की मदद करें। मेडिकल टीमें भेजी गई है। मैं भी रघुनाथपुर, बक्सर जा रहा हूं।

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नई दिल्ली, 09 अक्टूबर (हि.स.)। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने सोमवार को कहा कि लोकप्रिय घोषणाएं करना आसान है लेकिन उन वायदों को पूरा करना कठिन। ऐसी घोषणाओं को रोक पाना भी मुश्किल है। ऐसे में लोगों को जानने का पूरा हक है कि वादे कैसे पूरे होंगे ताकि जनता जागरूक निर्णय ले सके।

दिल्ली में पांच राज्यों के चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के दौरान मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने सवाल उठाया कि चुनाव नजदीक आते ही इस तरह की घोषणाएं क्यों की जाती हैं। हालांकि उन्होंने स्पष्ट किया कि यह उनका कार्यक्षेत्र नहीं है। जहां तक मुफ्त में समान और सेवाएं देने जैसे वादों का सवाल है, लोगों को यह जानने का हक है कि वादे कब और कैसे पूरे होंगे। इससे जीडीपी पर क्या प्रभाव पड़ेगा। सतत विकास लक्ष्यों पर क्या प्रभाव पड़ेगा और लोगों को कोई अतिरिक्त कर देना होगा या नहीं। चुनावी दलों से चर्चा के दौरान इन सब विषयों पर चर्चा की गई थी और यह सार्वजनिक तौर पर उपलब्ध हैं।

एक अन्य प्रश्न के उत्तर में मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि जम्मू कश्मीर में सही समय पर सुरक्षा स्थिति को देखते हुए चुनाव कराए जाएंगे। सुरक्षा स्थिति को देखते हुए और अन्य राज्यों के चुनावों के साथ तालमेल बिठाकर केंद्र शासित प्रदेश में चुनाव कराए जाएंगे।

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नई दिल्ली, 09 अक्टूबर (हि.स.)। भारत निर्वाचन आयोग ने सोमवार को मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम सहित पांच राज्यों के लिए विधानसभा चुनाव कार्यक्रम घोषित कर दिया।

छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के लिए दो चरणों 7 नवंबर और 17 नवंबर को मतदान होगा। मध्य प्रदेश विधानसभा की 230 सीटों के लिए 17 नवंबर को, मिजोरम की सभी 40 सीटों के लिए 7 नवंबर को, राजस्थान की 200 सीटों के लिए 23 नवंबर को और तेलंगाना की सभी 119 सीटों के लिए 30 नवंबर को मतदान होगा। सभी पांच विधानसभा चुनावों के लिए वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होगी।

पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों पर चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस में सीईसी राजीव कुमार ने कहा कि सभी राज्यों के चुनाव 5 दिसंबर तक पूरे हो जाएंगे।

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