पटना, 25 अगस्त (हि.स.)। बिहार में गया जिले में रविवार शाम कोयला लदी मालगाड़ी बेपटरी हो गई। घटना में मालगाड़ी के आठ डिब्बे पटरी से उतर गए।

हादसे के बाद मालगाड़ी दो हिस्सों में बंट गई। हादसा मानपुर के रसलपुर गेट के पास बंधुआ-पैमार रेल लाइन को जोड़ने वाली रेल ओवर लाइन पर हुआ। हालांकि, ट्रेनों के परिचालन पर कोई असर नहीं पड़ा।

रेलवे के मुताबिक, हादसे के बाद ट्रैक पर कोयला बिखर गया है, जिससे यातायात बाधित है। घटना की सूचना पर रेलवे के अधिकारी मौके पर पहुंचे और ट्रैक को बहाल करने का काम शुरू कराया।

मालगाड़ी के डिब्बों को हटाने के लिए बड़ी संख्या में मजदूरों को लगाया गया है। क्रेन की मदद से डिब्बों को हटाने का काम चल रहा है। घटना के कारणों का पता नहीं चल सका है। रेल अधिकारियों ने जल्द से जल्द ट्रैक को बहाल करने की बात कही है।

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पटना। बापू सभागार में जन सुराज के द्वारा महिला संवाद का आयोजन किया गया। जिसमें पूरे बिहार की हजारों महिलाएँ शामिल हुई।

सभा में जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने उनसे वादा किया कि अगले चुनाव में जन सुराज कम से कम 40 महिलाओं को जिताकर विधानसभा भेजेगा। प्रशांत ने कहा कि आपको संसाधन मैं दूँगा, आपको राजनीति के गुण भी दूँगा। आप डरिए मत अपने भाई प्रशांत पर भरोसा किजिए।

इसके साथ ही प्रशांत किशोर ने महिलाओं से वादा किया कि आपका भाई प्रशांत किशोर 2025 में छठ के मौके पर ये सुनिश्चित करेगा कि आपके पति, बेटे को रोजगार के लिए बड़े शहर नहीं जाना पड़े, उनके लिए बिहार में ही 10-15 हजार रूपए के रोजगार की व्यवस्था करेंगे।

महिलाओं को रोजी रोजगार करने के लिए 4 प्रतिशत के ब्याज दर पर ऋण उपलब्ध कराया जाएगा: प्रशांत किशोर

प्रशांत किशोर ने हजारों महिलाओं के सामने बड़ा ऐलान किया कि जन सुराज महिलाओं को स्वरोजगार स्थापित करने के लिए सरकारी गारंटी पर मात्र 4% ब्याज दर पर ऋण देगा।

पीके का यह मानना है कि महिलाओं को समानता तब ही मिल सकती है जब उनको आर्थिक रूप से सशक्त बनाया जाएगा। उनका यह भी मानना है कि महिलाओं को उनका हिस्सा उनकी जनसंख्या के अनुरूप नहीं, बल्कि उनके योगदान के अनुरूप मिलना चाहिए।

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ग्वालियर-बरौनी-ग्वालियर द्विसाप्ताहिक विशेष गाड़ी के संचलन अवधि का हुआ विस्तार, 35 फेरों के लिए बढ़ाया गया

Chhapra : रेलवे प्रशासन द्वारा यात्री जनता की सुविधा हेतु पूर्व से चलाई जा रही 04137/04138 ग्वालियर-बरौनी-ग्वालियर द्विसाप्ताहिक विशेष गाड़ी के संचलन अवधि का विस्तार 35 फेरों के लिये किया जायेगा।

– पूर्व से ग्वालियर से चलाई जा रही 04137 ग्वालियर-बरौनी द्विसाप्ताहिक विशेष गाड़ी के संचलन अवधि का विस्तार 01 सितम्बर से 29 दिसम्बर, 2024 तक 35 फेरों के लिये किया जायेगा।

– पूर्व से बरौनी से चलाई जा रही 04138 बरौनी-ग्वालियर द्विसाप्ताहिक विशेष गाड़ी के संचलन अवधि का विस्तार 02 सितम्बर से 30 दिसम्बर, 2024 तक 35 फेरों के लिये किया जायेगा।

विस्तारित अवधि में इस गाड़ी का समय, ठहराव एवं शेष सूचनायें पूर्ववत रहेंगी।

 

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Chhapra: जनता दल यूनाइटेड ने प्रदेश कमिटी के नवनियुक्त पदाधिकारियों की सूची जारी की है। नवनियुक्त कमिटी में 10 उपाध्यक्ष, एक कोषाध्यक्ष, 49 महासचिव, 46 प्रदेश सचिव और 9 प्रवक्ता मनोनित किए गए हैं।

सारण से पूर्व मंत्री मुनेश्वर चौधरी और वैधनाथ प्रसाद सिंह विकल को प्रदेश उपाध्यक्ष मनोनीत किया गया है। जबकि पूर्व विधायक रणधीर सिंह को प्रदेश महासचिव और अरविन्द निषाद को प्रदेश प्रवक्ता मनोनित किया गया है।

जनता दल यूनाइटेड के नवनियुक्त पदाधिकारियों की सूची जारी होते ही समर्थकों ने बधाई देना शुरू कर दिया है।  ऐसा माना जा रहा है कि आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर पार्टी के द्वारा संगठन को मजबूत करने की कवायद शुरू की गई है। 

 

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Patna: जनता दल यूनाइटेड ने प्रदेश कमिटी के नवनियुक्त पदाधिकारियों की सूची जारी की है। नवनियुक्त कमिटी में 10 उपाध्यक्ष, एक कोषाध्यक्ष, 49 महासचिव, 46 प्रदेश सचिव और 9 प्रवक्ता मनोनित किए गए हैं।

सारण से पूर्व मंत्री मुनेश्वर चौधरी, वैधनाथ प्रसाद सिंह विकल को उपाध्यक्ष मनोनीत किया गया है। जबकि पूर्व विधायक रणधीर सिंह को महासचिव और अरविन्द निषाद को प्रवक्ता मनोनित किया गया है।

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पटना (बिहार), 24 अगस्त (हि.स.)। जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने शनिवार को बिहार प्रदेश कमेटी को भंग करने के एक घंटे के भीतर ही नई प्रदेश कमेटी का एलान कर दिया गया है। पार्टी के 115 नेताओं को अहम जिम्मेवारी सौंपी गई है।

जदयू की पुरानी कमेटी को प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने आज ही भंग किया था। अब 115 सदस्यों वाली नई कमेटी की घोषणा कर दी गई है। पिछली कमेटी में 550 सदस्य शामिल थे लेकिन नई कमेटी में संख्या को घटाकर 115 कर दिया गया है। नई कमेटी में 10 उपाध्यक्ष, 49 महासचिव, 46 सचिव, 9 प्रवक्ता समेत एक कोषाध्यक्ष की घोषणा की गई है।

उल्लेखनीय है कि 2023 के मार्च में जदयू की जंबोजेट प्रदेश कमेटी का गठन किया गया था। 21 मार्च, 2023 को जारी जेडीयू की प्रदेश कमेटी में 20 उपाध्यक्ष, 105 महासचिव, 114 प्रदेश सचिव और 11 नेताओं को पार्टी का प्रवक्ता बनाया गया था। इसके अलावा एक कोषाध्यक्ष भी बनाये गये थे। सबसे पहले 251 नेताओं को प्रदेश का पदाधिकारी बनाया गया था। बाद में कुछ औऱ लोग जोड़े गये थे। जदयू की प्रदेश कमेटी लगभग 260 लोगों की थी।

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पटना, 24 अगस्त (हि.स.)। पूर्णिया: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पूर्णिया हवाई अड्डे के पुनर्विकास के लिए भारतीय वायुसेना के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक में भाग लिया।

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पटना, 24 अगस्त (हि.स.)। बिहार प्रदेश जदयू के अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने शनिवार को एक पत्र जारी किया है। एक लाइन के इस पत्र में कहा गया है कि पार्टी की बिहार प्रदेश कमेटी और सलाहकार समिति को तत्काल प्रभाव से भंग किया जाता है।

जदयू के प्रदेश अध्यक्ष के इस पत्र में इस बात का कोई जिक्र नहीं है कि आखिरकार प्रदेश कमेटी को भंग करने का कारण क्या है। ना ही ये बताया गया है कि प्रदेश कमेटी में जगह नहीं पाने वाले नेताओं को पद का लालीपॉप थमाने के लिए बनायी गयी राजनीतिक सलाहकार समिति को क्या भंग कर दिया गया। खास बात यह है कि ये ऐसी सलाहकार समिति थी, जिसकी एक भी बैठक नहीं हुई थी और ना ही पार्टी ने इस समिति से कोई सलाह लिया था।

उल्लेखनीय है कि 2023 के मार्च में जदयू की जंबो जेट प्रदेश कमेटी का गठन किया गया था। 21 मार्च, 2023 को जारी जदयू की प्रदेश कमेटी में 20 उपाध्यक्ष, 105 महासचिव, 114 प्रदेश सचिव और 11 नेताओं को पार्टी का प्रवक्ता बनाया गया था। इसके अलावा एक कोषाध्यक्ष भी बनाये गये थे। सबसे पहले 251 नेताओं को प्रदेश का पदाधिकारी बनाया गया था। बाद में कुछ और लोग जोड़े गये। जदयू की प्रदेश कमेटी लगभग 260 लोगों की थी। ऐसे तमाम नेता राजनीतिक तौर पर बेरोजगार हो गये हैं।

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पटना,23 अगस्त (हि.स.)। बिहार के सीएम एवं जदयू अध्यक्ष नीतीश कुमार की टीम में राजद छोड़कर आने वाले नेताओं को जगह मिली है। पार्टी के नये पार्टी के एक कार्यकारी अध्यक्ष,एक उपाध्यक्ष,एक राजनीतिक सलाहकार एवं प्रवक्ता,एक कोषाध्यक्ष, आठ महासचिव और छह सचिव बनाये गये हैं।

इस संबंध में पार्टी महासचिव आफाक अहमद खान ने शुक्रवार काे सूची जारी की है। सूची के अनुसार मंत्री श्रवण कुमार को यूपी और अशोक चौथरी को संगठन का झारखंड प्रभारी का दायित्व दिया गया है।सासंद रामप्रीत मंडल को उत्तर पूर्वी राज्यों का प्रभारी बनाया गया है। बुलो मंडल को अति पिछड़ा प्रकोष्ठ का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया है। सभी महासचिव और सचिवों को अलग-अलग प्रदेश का प्रभारी बनाया गया है। पदाधिकारियाें की सूची में अशफाक करीम,भगवान सिंह कुशवाहा और बुलो मंडल भी शामिल किये गये हैं।

केन्द् और बिहार में राजग में शामिल जदयू पार्टी काे राष्ट्रीय स्तर पर विस्तार देने और संगठन को मजबूती देने की तैयारी में है।

बिहार विधानसभा के पिछले चुनाव के समय पार्टी में आरसीपी सिंह के अध्यक्ष रहते झटका लगा था । पार्टी विधानसभा में तीसरी बड़ी पार्टी बन गयी थी। उसके बाद ललन सिंह ने राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने पर पार्टी को राष्ट्रीय स्तर की पार्टी बनाने की ठानी थी। लोकसभा चुनाव के पहले नीतीश कुमार ने खुद पार्टी भी कमान संभाल ली थी। इस वर्ष जदयू झारखंड में अश्यंभावी चुनाव में जदयू 12 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी में है।

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Patna: केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण व ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज  सिंह चौहान ने पटना में कृषि भवन में किसानों के साथ आज परिचर्चा की।

श्री चौहान ने कहा कि कृषि भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ है और किसान उसकी आत्मा है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति मैं आभार प्रकट करता हूँ जिन्होंने किसानों की सेवा का काम मुझे दिया है। किसानों की सेवा ही मेरे लिए भगवान की पूजा है। हम पूरी कोशिश करेंगे कि हम देश के किसानों का कल्याण कर सकें।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लालकिले से कहा है कि वो तीन गुना तेजी से काम करेंगे। मैं बिहार की सरकार, मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री और कृषि विभाग को बधाई देना चाहता हूँ। वे लगातार किसान के कल्याण के काम में लगे हुए हैं।

आज मैंने स्टॉल देखे हैं, मखाना, चावल, शहद, मक्का, चाय सब कुछ अद्भुत है। बिहार के किसानों को मैं प्रणाम करता हूँ। बड़े जमीन के टुकड़े हमारे पास नहीं हैं, 91 प्रतिशत सीमांत किसान हैं। लेकिन फिर भी किसान चमत्कार कर रहे हैं। किसानों की आय दोगुना करने का अभियान प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने शुरू किया है।

केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हमारे किसानों के लिए 6 सूत्र हैं जिन पर हम काम कर रहे हैं। उत्पादन बढ़ाना, इसके लिए जरूरी है अच्छे बीज। उत्पादन अच्छा है लेकिन और संभावना है। फल, सब्जी, अनाज, दलहन, तिलहन के अच्छे बीज जरूरी हैं। मुझे खुशी है कि 65 फसलों की 109 प्रजातियों के बीज प्रधानमंत्री ने किसानों को समर्पित किये हैं।

ऐसी धान की किस्म है जिसमें 30% कम पानी लगता है। बाजरे की एक किस्म है जिसकी फसल 70 दिन में आ जाती है। ऐसे बीज हैं जो जलवायु के अनुकूल हैं। बढ़ते तापमान में भी अच्छा उत्पादन देते हैं।

मैं भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद – ICAR में बात करूंगा जिससे यहाँ किसानों को बीज की उपलब्धता हो जाए। उन्होंने कहा कि उत्पादन की लागत घटाना हमारा दूसरा संकल्प है।

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि से किसानों को बहुत मदद मिलती है। किसान क्रेडिट कार्ड – केसीसी से खाद के लिए सस्ता लोन मिल जाता है। तीसरी चीज है उत्पादन के ठीक दाम मिल जाएँ। यहाँ का मखाना धूम मचा रहा है।

मखाना एक्सपोर्ट क्वालिटी का पैदा हो रहा है। चीजें एक्सपोर्ट होती है तो किसान को ज्यादा फायदा होता है। इससे जुड़ा कार्यालय बिहार में आये, इसके लिए मैं प्रयास करूंगा।

श्री चौहान ने कहा कि कृषि का विविधीकरण सरकार के रोडमैप में है। परंपरागत फसलों के साथ ही ज्यादा पैसे देने वाली फसलों को बढ़ावा देने में हम कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। मैं फूड प्रोसेसिंग की बात भी करना चाहूँगा।

बिहार का टैलेंट दुनिया में अद्भुत है। इस टैलेंट का ठीक उपयोग बिहार को भारत का सिरमौर नहीं बनाएगा, भारत को दुनिया का सिरमौर बना देगा। इसे खेती में और कैसे लगा सकते हैं, नए आइडियाज़ के साथ।

केमिकल फर्टिलाइजर का उपयोग आखिर हम कब तक करेंगे। इससे उर्वरक क्षमता भी कम होती है और जो उत्पादन होता है, उनका शरीर पर भी दुष्प्रभाव पड़ता है। आजकल केंचुए गायब हो गए हैं। खाद डालकर उनका समापन ही कर दिया। केंचुआ 50-60 फीट जमीन के नीचे जाता है, ऊपर आता है, इससे जमीन उर्वरक रहती है।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में प्राकृतिक खेती का मिशन शुरू हो रहा है। इससे उत्पादन घटेगा नहीं, बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि मैं अगली बार पूरा समय लेकर आऊंगा। इसके बाद हम खेतों में ही कार्यक्रम करेंगे, प्रैक्टिकल प्रॉबलम भी देखेंगे।

किसान के बिना दुनिया नहीं चल सकती है। बाकी चीजें तो फैक्ट्री में बन जाएंगी लेकिन गेहूं-चावल कहाँ से लाओगे? हम सब मिलकर काम करेंगे।

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पटना, 23 अगस्त (हि.स.)। बिहार में वक्फ बोर्ड संशोधन विधेयक को लेकर सियासत गरमाई हुई है। बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव लगातार इसका विरोध कर रहे हैं। तेजस्वी यादव ने शुक्रवार को मुक्तलिफ मुस्लिम तंजीमों के ओहदेदार से मुलाकात की। साथ ही उनसे वक्फ बोर्ड संशोधन बिल को लेकर बातचीत की। तेजस्वी ने उन्हें यकीन दिलाया कि वे इस विधेयक को किसी भी कीमत पर संसद से पारित नहीं होने देंगे।

तेजस्वी यादव ने इसको लेकर अपने सोशल मीडिया एक्स पर ट्विट कर कहा कि मुक़्तलिफ़ मुस्लिम तंजीमों के ओहदेदार “वक़्फ़ बोर्ड संशोधन बिल” के सिलसिले में मिले और वाज़ेह और तफ़्सील-वार गुफ़्तुगू हुई। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी और राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद शुरू से ही अक़्लियत के हरेक मुद्दे पर संवेदनशील रहे हैं और किसी भी धार्मिक मामलों में सरकार के दख़ल-अंदाज़ी के ख़िलाफ़ हैं।

उन्होंने कहा कि इन संशोधनों से ना सिर्फ़ मुस्लिम, बल्कि दीगर मज़हबों के मज़हबी, सकाफ़ती और जायदाद के हुक़ूक़ पर असर पड़ेगा और एक ग़लत नज़ीर कायम होगी। हमारी पार्टी मोदी-नीतीश एनडीए की इस गैर संवैधानिक, गैर ज़रूरी प्रस्तावित संशोधन बिल, जो कि मुल्क के सेक्युलर ताने-बाने को तोड़ने और धार्मिक उन्माद फैलाने के मक़सद से लाया गया है उसका पुरजोर विरोध करती है।

तेजस्वी ने डेलीगेशन को तसल्ली दिलाया कि हम उनके साथ हैं और किसी क़ीमत पर इसको संसद से पारित नहीं होने देंगे और इस लड़ाई को सभी फोरम पर लड़ेंगे। अफ़सोस है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस बिल के समर्थन में हैं। तेजस्वी यादव लगातार सीएम नीतीश को कई मामलों को लेकर घेर रहे हैं। एक बार फिर उन्होंने सीएम के समर्थन को लेकर अफसोस जाहिर किया है।

उल्लेखनीय है कि वक्फ बोर्ड संशोधन बिधेयक को लेकर पूरे देश में सियासत गरमाई हुई है। विपक्ष लगातार केंद्र सरकार पर हमलावर है। वक्फ संशोधन बिल 2024 पर चर्चा के लिए बनी जॉइंट पार्लियामेंट्री कमेटी (जेपीसी) की बीते दिन गुरुवार यानी 22 अगस्त को दिल्ली स्थित संसद भवन एनेक्सी में बैठक हुई। लगभग छह घंटे तक चली जेपीसी की मीटिंग में अधिकतर सदस्य अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय के प्रेजेंटेशन से असंतुष्ट नजर आए। बैठक में विपक्षी दलों के सांसदों ने कई मुद्दों पर नाराजगी जताई। विपक्षी सांसद बोले, ‘यह कानून धार्मिक स्वतंत्रता, समानता की स्वतंत्रता, अनुच्छेद 26 और कई अन्य कानूनों का पूर्ण उल्लंघन है।’

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नई दिल्ली, 22 अगस्त (हि.स.)। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुरुवार को राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार-2024 प्रदान किये।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भारतीय विज्ञान संस्थान के पूर्व निदेशक प्रो. गोविंदराजन पद्मनाभन को विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में आजीवन उपलब्धि और योगदान के लिए विज्ञान रत्न पुरस्कार प्रदान किया। प्रो. पद्मनाभन भारत में आणविक जीव विज्ञान और जैव प्रौद्योगिकी अनुसंधान में अग्रणी हैं। केंद्र सरकार ने विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में दिए जाने वाले इस सर्वोच्च पुरस्कार की शुरुआत इसी वर्ष से की है।

राष्ट्रपति मुर्मू ने कृषि विज्ञान में डॉ. आनंदरामकृष्णन सी, परमाणु ऊर्जा में डॉ. अवेश कुमार त्यागी, जैविक विज्ञान में प्रो. उमेश वार्ष्णेय और जैविक विज्ञान में प्रो. जयंत भालचंद्र उदगांवकर, पृथ्वी विज्ञान में प्रोफेसर सैयद वजीह अहमद नकवी, इंजीनियरिंग विज्ञान में प्रोफेसर भीम सिंह, गणित और कंप्यूटर विज्ञान में प्रोफेसर आदिमूर्ति आदि और गणित और कंप्यूटर विज्ञान में प्रोफेसर राहुल मुखर्जी, चिकित्सा में प्रो. डॉ. संजय बिहारी, भौतिकी में प्रो. लक्ष्मणन मुथुसामी, भौतिकी में प्रो. नबा कुमार मंडल और अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी में डॉ. अन्नपूर्णी सुब्रमण्यम, प्रो. रोहित श्रीवास्तव को प्रौद्योगिकी एवं नवाचार के लिए कुल 13 विज्ञान श्री पुरस्कार प्रदान किए।

राष्ट्रपति ने कृषि विज्ञान में डॉ. कृष्ण मूर्ति एस.एल., कृषि विज्ञान में डॉ. स्वरूप कुमार परिदा, जैविक विज्ञान में प्रो. राधाकृष्णन महालक्ष्मी, जैविक विज्ञान में प्रो. अरविंद पेनमत्सा, रसायन विज्ञान में प्रो. विवेक पोलशेट्टीवार, रसायन विज्ञान में प्रो. विशाल राय, पृथ्वी विज्ञान में डॉ. रॉक्सी मैथ्यू कोल, इंजीनियरिंग विज्ञान में डॉ. अभिलाष, इंजीनियरिंग विज्ञान में डॉ. राधा कृष्ण गंटी, पर्यावरण विज्ञान में डॉ. पूरबी सैकिया, पर्यावरण विज्ञान में डॉ. बप्पी पॉल, गणित और कंप्यूटर विज्ञान में प्रो. महेश रमेश काकड़े, चिकित्सा में प्रो. जितेन्द्र कुमार साहू, चिकित्सा में डॉ. प्रज्ञा ध्रुव यादव, भौतिकी में प्रो. उर्वशी सिन्हा, अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी में डॉ. दिगेन्द्रनाथ स्वैन, अंतरिक्ष विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में डॉ. प्रशांत कुमार, प्रौद्योगिकी एवं नवाचार में प्रो. प्रभु राजगोपाल सहित 18 को विज्ञान युवा-शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कार प्रदान किए।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में चंद्रयान-3 टीम को विज्ञान टीम पुरस्कार प्रदान किया। चंद्रयान-3 मिशन का सफल समापन देश की सबसे बड़ी वैज्ञानिक उपलब्धियों में से एक है और यह भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के वैज्ञानिकों की टीम द्वारा प्रौद्योगिकी के विभिन्न क्षेत्रों में योगदान को दर्शाता है।

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