पटना, 11 अक्टूबर (हि.स.)। केंद्रीय कपड़ा मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के फायर ब्रांड गिरिराज सिंह 18 से 22 अक्टूबर के मध्य यात्रा पर निकलेंगे। इस यात्रा का नाम ‘हिंदू स्वाभिमान यात्रा’ होगा।

इस बाबत उन्होंने हमारे बेगूसराय संवाददता से बातचीत में कहा कि इस यात्रा के दौरान मैं हिंदुओं को जागरूक करूंगा। क्योंकि, राहुल गांधी जैसे नेता हिंदुओं को जातियों के नाम पर बांटने की कोशिश कर रहे हैं जबकि मुसलमानों की जाति नहीं बताते हैं। ये लोग कोशिश करते हैं कि मुसलमानों का एकतरफा वोट अपने हिस्से में ले लें। इसलिए मैं अब हिंदुओं को यही संदेश देना चाहता हूं कि बंटोगे तो कटोगे।

गिरिराज सिंह ने कहा कि आज बांग्लादेश में हिंदुओं के ऊपर हो रहे अत्याचार को देखकर असहनीय पीड़ा हो रही है। इस बीच भारत में भी कुछ ऐसे लोग सामने आएं, जिन्होंने यह कहने से कोई गुरेज नहीं किया कि भारत में भी बांग्लादेश जैसी स्थिति पैदा होगी। यह सुनने के बाद मुझे अत्यंत पीड़ा हुई। इसके बाद मैंने फैसला किया कि मैं हिंदुओं को जगाने का काम करूं।

भाजपा नेता गिरिराज सिंह 18 अक्टूबर को भागलपुर से यात्रा की शुरुआत करेंगे, फिर 19 अक्टूबर को कटिहार, 20 अक्टूबर को पूर्णिया, 21 अक्टूबर को अररिया, और 22 अक्टूबर को किशनगंज जाएंगे। जिन जिलों में भाजपा नेता जायेंगे वो सभी मुस्लिम बहुल जिले हैं।

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पटना, 11 अक्टूबर (हि.स.)। लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जयंती पर आज आयोजित राजकीय समारोह में राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।

इस अवसर पर सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग के कलाकारों ने आरती-पूजन, बिहार गीत एवं भजन कीर्तन का गायन किया। इसके पश्चात् मुख्यमंत्री ने चरखा समिति (प्रभा-जयप्रकाश स्मृति संग्रहालय) कदमकुआं जाकर लोकनायक जयप्रकाश नारायण की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री ने लोकनायक जयप्रकाश नारायण की धर्मपत्नी जयप्रभा के चित्र पर भी पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।

मुख्यमंत्री ने चरखा समिति (प्रभा-जयप्रकाश स्मृति संग्रहालय) में स्थित जयप्रकाश नारायण के शयनकक्ष, सभा कक्ष, प्रभावती स्मृति कक्ष सहित पूरे परिसर का मुआयना किया। साथ ही महिला चरखा समिति के चरखा घर में महिलाओं द्वारा चरखा चलाये जाने की गतिविधि को देखा और उनके कार्यों के बारे में जानकारी ली।

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पश्चिमी चंपारण(बगहा), 03अक्टूबर (हि.स.)। जगदीशपुर थाना के कठैया विशुनपुरा गांव के किसान हरिमाधव प्रसाद के पुत्र डॉ ज्वाला प्रसाद को गांधी जयंती के अवसर पर लंदन स्थित ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में महात्मा गांधी लीडरशिप अवार्ड से सम्मानित किया गया।

इस अवसर पर लंदन के मेयर,कोलंबिया की मिस वर्ल्ड,ऑस्ट्रेलिया के न्यायाधीश,सेसेल्स के पर्यटन मंत्री,ऑक्सफोर्ड के मेयर सहित लगभग 50 देशों के गणमान्य लोग उपस्थित थे। भारत के डॉ. ज्वाला प्रसाद को यह पुरस्कार मिलने पर भारतीय मूल के अनेक लोगों ने उन्हें बधाई एवं शुभकामनाएं दी।इससे पहले भारत के दो गणमान्य व्यक्तियों में धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ऊर्फ बागेश्वर धाम सरकार और गोपाल दास गौर को इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।

उल्लेखनीय है कि प्रति वर्ष गांधी जयंती पर यह पुरस्कार विशिष्ट उल्लेखनीय कार्य करने वाले व्यक्ति को दिया जाता है।वाल्मीकिनगर सांसद सुनील कुमार ने इस उपलब्धि पर प्रसन्नता व्यक्त करते व बधाई देते हुए कहा है कि वर्ष 2024 का महात्मा गांधी पुरस्कार डॉ. ज्वाला प्रसाद को उनके उल्लेखनीय कार्य हेतु दिया जा रहा है।वर्तमान में डॉ. ज्वाला प्रसाद भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के अधीन स्वायत्त संस्था गांधी स्मृति एवं दर्शन समिति के निदेशक हैं और विगत वर्षो में बाढ़ से प्रभावित होने के बावजूद भी डॉ. प्रसाद ने गांधी स्मृति एवं दर्शन समिति में अनेक उल्लेखनीय कार्य किए है।एक तरफ परिसर को सुरम्य बनाने से लेकर दूसरी तरफ आगंतुकों को आकर्षित करने हेतु विभिन्न कार्य किए गए हैं। वहीं बच्चो को आकर्षित करने के लिए भी कई प्रकार के उद्यम शुरू किए गए है।

डॉ प्रसाद ने यह सम्मान हासिल कर देश और दुनिया में चम्पारण और बिहार का मान बढ़ाया है।यह सभी बिहारवासियों और जिलावासियों के लिए गर्व का पल है।गौरतलब है कि डॉ ज्वाला प्रसाद सांसद श्री कुमार के गृह क्षेत्र नौतन के हैं और इनके स्कूल में सहपाठी भी रहे है।दोनों सरस्वती शिशु मंदिर के छात्र रहे हैं।जदयू के हरसिद्धि विधानसभा प्रभारी राकेश सिंह ने भी इस उपलब्धि पर डॉ प्रसाद को बधाई दी है।

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नई दिल्ली, 3 अक्टूबर (हि.स.)। सुप्रीम कोर्ट ने 1998 में बिहार के पूर्व मंत्री बृजबिहारी प्रसाद की हत्या मामले में पूर्व सांसद सूरजभान सिंह समेत 6 लोगों को बरी करने के पटना हाई कोर्ट के फैसले को बरकरार रखा है। हालांकि जस्टिस संजीव खन्ना की अध्यक्षता वाली बेंच ने मुन्ना शुक्ला और मंटू तिवारी को उम्रकैद की सजा सुनाई। सुप्रीम कोर्ट ने दोनों को 15 दिनों के अंदर सरेंडर करने को कहा।

पटना हाई कोर्ट ने इस मामले में पूर्व सांसद सूरजभान सिंह, पूर्व विधायक ​​मुन्ना शुक्ला समेत 9 लोगों को बरी कर दिया था। बृज बिहारी प्रसाद की 1998 में उस समय हत्या कर दी गई थी जब वे आईजीआईएमएस में इलाज के लिए भर्ती थे। पूर्व मंत्री की पत्नी और भाजपा नेता रमा देवी के अलावा सीबीआई ने भी पटना हाई कोर्ट के आदेश को चुनौती दी थी।

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Patna: महात्मा गांधी की जयंती पर जन सुराज आधिकारिक तौर पर दल में परिवर्तित हो गया हैं। पटना के वेटनरी कॉलेज ग्राउंड में लाखों की संख्या से बिहार के कोने-कोने से आए लोगों की सहमति से जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने दल के पहले कार्यवाहक अध्यक्ष के साथ साथ दल के संविधान के पांच प्रमुख प्रावधानों को बिहार और देश की जनता के समक्ष रखा।

प्रशांत किशोर ने अपने संबोधन में सबसे पहले जनता को जन सुराज के पांच बड़े वादों को जनता के सामने रखा। पहला बिहार को फिर से ज्ञान की भूमि बनाना। बिहार के गौरवशाली इतिहास में पूरे विश्व से लोग नालंदा और विक्रमशिला में ज्ञान प्राप्ति के लिए आते थे। उस बिहार में उसके बच्चों के लिए फिर से ऐसी व्यवस्था बनाना। दूसरा हर युवा के हाथ में बिहार में ही रोजगार ताकि बिहार से पलायन को बंद कर सके। तीसरा हर 60 वर्ष की आयु से ऊपर हर महिला- पुरुष को प्रतिमाह 2 हजार रुपए की पेंशन। इसी के साथ महिलाओं को सरकारी गारंटी पर व्यवसाय के लिए 4 प्रतिशत सालाना ब्याज पर पूंजी उपलब्ध कराना और पांचवा वादा कि बिहार के किसानों को सहयोग करके बिहार में हो रही पेट भरने वाली खेती से कमाने वाली बनाना। प्रशांत किशोर ने आज बिहार को यह सुनिश्चित कराया की जन सुराज आएगा और यह 5 काम हो जाएंगे।

सर्वसम्मति से हुआ जन सुराज पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष मनोज भारती का चयन

प्रशांत किशोर ने दल की घोषणा करने के बाद इसके पहले कार्यकारी अध्यक्ष पूर्व भारतीय राजनयिक मनोज भारती के नाम को औपचारिक तौर पर लोगों के बीच रखा। प्रशांत ने मनोज भारती का परिचय देते हुए बताया कि इनका जन्म मधुबनी में हुआ है और ये अनुसूचित जाति से आते हैं। मनोज की शुरुआती शिक्षा जमुई के सरकारी विद्यालय से हुई और उसके बाद उन्होंने नेतरहाट से पढ़ाई की। उन्होंने IIT कानपुर से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की। फिर IIT दिल्ली में पढ़ाई करते हुए उनका चयन भारतीय विदेश सेवा में हुआ। वे चार देशों में देश के राजदूत रहे भी रहे।

प्रशांत किशोर ने जन सुराज दल के संविधान के प्रमुख प्रावधानों को भी जनता के सामने रखा और उनकी इन सभी पर सहमति भी ली। सबसे पहले उन्होंने बताया की जन सुराज के अध्यक्ष का कार्यकाल 1 साल का होगा और लीडरशिप काउंसिल का 2 साल। दूसरा उन्होंने बताया की जन सुराज देश का पहला दल होगा जो Right to Recall (राइट टू रिकॉल) लागू करेगा। जनता ही अपना उम्मीदवार का चयन करेगी और उनको मध्य कार्यकाल में ही हटाने का अधिकार भी जनता के पास होगा। इसी के साथ में उन्होंने महत्वपूर्ण घोषणा करते हुए ऐलान किया कि जन सुराज ने चुनाव आयोग को अपने आधिकारिक झंडे के लिए आवेदन किया है उसमे महात्मा गांधी के साथ-साथ बाबा साहेब अंबेडकर का भी चित्र होगा।

जन सुराज से जुड़े साथियों और प्रशांत किशोर ने जो जिम्मेदारी दी है उसे पूरा करने का प्रयास करेंगे और बिहार को बेहतर बनाएंगे: मनोज भारती

जन सुराज के नव चयनित कार्यकारी अध्यक्ष मनोज भारती ने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि आप बिहार से बिहारी को दूर कर सकते हैं पर उनके दिल से बिहारी मानसिकता को नहीं निकाल सकते हैं। उन्होंने उत्तर बिहार में आए बाढ़ पर चिंता व्यक्त की और कहा कि जन सुराज यह सुनिश्चित करेगा कि जो नदियाँ बिहार के लिए अभिशाप बन गई हैं, उन्हें जन सुराज वरदान बना सके। अपने राजनयिक जीवन का उदहारण देते हुए उन्होंने कहा कि जब वह किसी विदेशी नेता या राजनयिक को तोहफा देते थे तो वह मधुबनी की चित्रकला, भागलपुर का सिल्क, आदि होता था। साथ ही उन्होंने अपने नेतरहाट के दिनों को याद करते हुए अपने अनुभवों को भी साझा किया। जन सुराज को उन्होंनें एक ऐसी पार्टी बताया जो गहन अध्ययन करने के बाद ठोस निर्णय लेती है। प्रशांत किशोर और मनोज भारती के साथ-साथ नालंदा विश्वविद्यालय के पूर्व वीसी केसी सिन्हा, वरिष्ठ अधिवक्ता वाई बी गिरी, पूर्व केंद्रीय मंत्री देवेंद्र यादव, पूर्व सांसद मोनाजीर हसन, रामबली चंद्र वंशी ने भी जनता को संबोधित किया।

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पटना, 02 अक्टूबर (हि.स.)। चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने बुधवार शाम वेटनरी मैदान में अपनी पार्टी की घोषणा कर दी। बीते दो वर्ष पूर्व गांधी जयंती के दिन अपने राजनीतिक सफर की चंपारण से शुरुआत करने वाले जनसुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने पार्टी का नाम जनसुराज पार्टी ही रखा है। पार्टी की घोषणा के मौके पर अपने संबोधन में प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार के लोगों को दिल्ली की मेहरबानी नहीं चाहिए। यहां के लोग इतना संक्षम बनेंगे कि दूसरे प्रदेश के लोगों की मदद करेंगे।

प्रशांत किशोर ने वादा किया कि सरकार में आते ही एक घंटे के अंदर बिहार में विश्वस्तरीय शिक्षा व्यवस्था लागू करेंगे। सांसद-विधायक बनकर भी काम नहीं किया तो हटा दिये जाएंगे। उन्होंने यह भी स्पष्ट कर दिया कि वे आने वाले विधानसभा उप चुनाव में चार सीटों पर चुनाव भी लड़ेंगे। प्रशांत किशोर ने बिहार से शराबबंदी को हटाने की भी बात कही। कार्यक्रम में राज्यभर से हजारों की संख्या में लोग उपस्थित थे। सभा स्थल पर अनोखा मंच बनाया गया था, जिस पर एक साथ पांच हजार से अधिक लोगों की बैठने की व्यवस्था थी।

जन सुराज स्थापना अधिवेशन में पार्टी के कार्यवाहक अध्यक्ष मधुबनी के रहने वाले मनोज भारती को बनाया गया है। उन्होंने नेतरहाट से पढ़ाई की है। साथ ही आईआईटी कानपुर से शिक्षा ग्रहण की है। इसके अलावा आईआईटी दिल्ली से एम टेक किया है। फिर आईएफएस बनकर वह दुनिया के कई देशों में भारत के एम्बेसडर रहे।

जनसुराज पार्टी की लॉन्चिंग होने के बाद बिहार का सियासी पारा चढ़ा हुआ है। राजद, जदयू, भाजपा से लेकर कांग्रेस तक सभी राजनीतिक दल जनसुराज पर निशाना साधने लगे हैं। इन सभी के टारगेट पर प्रशांत किशोर हैं। राजद प्रवक्ता शक्ति यादव ने जनसुराज पार्टी को भाजपा की बी टीम बताया। साथ ही कहा कि भाजपा ने अपने बूते पर सरकार बनाने के लिए हर तरह से नाक रगड़ने का प्रयास कर रही है। प्रशांत किशोर पर भाजपा के सम्राट चौधरी ने कहा है कि ऐसे दल बनते रहते हैं। बिहार में तो इनके जैसे दो सौ पार्टियां है। इसका असर भाजपा पर नहीं पड़ेगा।

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पटना, 02 अक्टूबर (हि.स.)। बिहार में मुजफ्फरपुर जिले के औराई प्रखंड अन्तर्गत घनश्यामपुर पंचायत के बेसी बाजार के निकट बुधवार दोपहर भारतीय वायुसेना का एक हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया।

प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक हेलीकॉप्टर सीतामढ़ी जिले के बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत सामग्री लेकर जा रहा था। उसी दौरान उसमें तकनीकी खराबी आ गई। इसके चलते हेलीकॉप्टर क्रैश कर गया। मौके पर ग्रामीणों की भीड़ जुट गई और उन्होंने हेलीकॉप्टर में सवार पायलट समेत चारों जवानों को बचा लिया। इस घटना में हेलीकॉप्टर के पायलट समेत चारों जवान सुरक्षित हैं।

मुजफ्फरपुर के वरीय पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) राकेश कुमार ने ‘हिन्दुस्थान समाचार’ से बातचीत में बताया कि हेलीकॉप्टर ने औराई प्रखंड के बाढ़ प्रभावित इलाके में आपात लैंडिंग की है। स्थानीय लोग तुरंत मौके पर पहुंचे और जवानों को बचाकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया।

जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने बताया कि चारों जवान सुरक्षित हैं और उन्हें एहतियात के तौर पर श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज अस्पताल (एसकेएमसीएच) भेजा गया है, जहां उनके स्वास्थ्य की जांच और उपचार किया जा रहा है।

वायुसेना ने बयान जारी कर बताई वजह

इस दुर्घटना को लेकर भारतीय वायु सेना की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि इंजन फेल होने के बाद पायलट ने पानी में हेलीकॉप्टर को लैंड कराया। सभी एयरफोर्स जवान और पायलट सुरक्षित हैं। पानी में लैंडिंग के दौरान विमान क्रैश हो गया। घटना के बाद सुरक्षा अधिकारियों की एक टीम मौके पर पहुंच गई है, जो हेलीकॉप्टर की स्थिति की जांच कर रही है। इस बीच वायुसेना की ओर से तकनीकी विशेषज्ञों की एक टीम भी हेलीकॉप्टर में आई खराबी की जांच के लिए भेजी गई है।

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पटना, 1 अक्टूबर (हि.स.)। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को अधिकारियों के साथ राज्य के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का एरियल सर्वेे किया और हालात की जानकारी ली। साथ ही मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश दिये।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राहत और बचाव कार्य में किसी तरह की कोई कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मुख्यमंत्री के साथ मंत्री विजय चौधरी, आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत, मुख्यमंत्री के सलाहकार दीपक कुमार मौजूद थे। इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने 20 सितंबर को भी बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वे किया था और अधिकारियाें काे राहत कार्य जल्द से जल्द करने का निर्देश दिया था। हालांकि, इसके बाद कई जिलाें में बांध टूटने का सिलसिला जारी रहा और बाढ़ की स्थिति और भी भयावह हाे गयी, जिसके बाद मुख्यमंत्री ने मंगलवार काे फिर से एरियल सर्वेे किया।

उल्लेखनीय है कि नेपाल से छाेड़े गये पानी से बिहार में बाढ़ के कारण 16 जिलों के करीब चार लाख लोग प्रभावित हो गए हैं। बाढ़ से हाहाकार की स्थिति बन गई है। जिला प्रशासन की तरफ से राहत और बचाव कार्य चलाए जा रहे हैं लेकिन वह नाकाफी साबित हो रहे हैं। सरकार द्वारा प्रभावित इलाकों में लोगों के लिए तमाम तरह की मदद पहुंचाई जा रही है लेकिन बड़े स्तर पर राहत और बचाव कार्य चलाने की जरूरत है।

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पटना, 30 सितम्बर (हि.स.)। नेपाल और बिहार में हुई बारिश से उत्तर बिहार के 12 जिलों की करीब 16 लाख आबादी प्रभावित है। हालांकि सोमवार सुबह सुपौल जिले के वीरपुर स्थित कोशी बराज के सभी 56 फाटक को बन्द कर दिया गया। जिससे लोगों को आने वाले दिनों में राहत मिलने की उम्मीद है। यह बीते चार दिनों से खुला हुआ था। बीते 24 घंटे के दौरान कोसी-सीमांचल में बाढ़ के पानी में डूबने से 06 लोगों की मौत हो गई है।

कोसी बराज का फाटक खोले जाने के तीसरे दिन रविवार-सोमवार को मध्य रात्रि दरभंगा जिले में किरतपुर प्रखंड के भूभौल गांव के पास कोसी के तटबंध के टूट जाने से किरतपुर प्रखंड और घनश्यामपुर प्रखंड में बाढ़ का पानी पहुंच गया है। दरभंगा जिला प्रशासन ओर से इसे रविवार देर शाम से बचाने का प्रयास किया जा रहा था लेकिन पानी के दवाब को यह सह न सका और रात एक बजे टूट गया।

उत्तर बिहार के प्रमुख नदियों में एक बागमती नदी जो उत्तर बिहार के मुजफ्फरपुर सीतामढ़ी शिवहर और कुछ मोतिहारी इलाके को प्रभावित करती है, वह भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। मुजफ्फरपुर का सीमावर्ती जिला शिवहर में देर रात बांध टूट जाने के कारण मुजफ्फरपुर जिले में कटरा और औराई प्रखंड के कई गांव जलमग्न हो गये हैं। बागमती नदी के कारण मुजफ्फरपुर के औराई और कटरा के साथ-साथ गायघाट प्रखंड के कई गांव सोमवार को पानी भरने के साथ ही जलमग्न हो रहा है। पानी भरने के साथ-साथ लोगों की परेशानी बढ़ गई है।

लोग ऊंचे स्थानों पर शरण ले रहे हैं। मुजफ्फरपुर में के कटरा प्रखंड के बाकूची में पावर ग्रिड के अंदर भी पानी चला गया है। जिससे विद्युत आपूर्ति बाधित हो गई है। मुजफ्फरपुर के जिलाधिकारी सुब्रत कुमार तथा वरीय पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार ने सोमवार औराई और कटरा प्रखंड में बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया।

कोसी -सीमांचल में पानी में डूबने से 06 की मौत

कोसी-सीमांचल व आसपास के जिलों में डूबने से 6 लोगों की मौत हो गयी। अररिया में तीन लोगों की जान गयी जबकि किशनगंज में भी दो लोगों की मौत हुई है। सुपौल में जलकुंभी से पाट निकालने के दौरान युवक लापता हो गया जिसकी खोजबीन जारी है। अररिया के पलासी प्रखंड के अलग-अलग स्थानों पर बाढ़ का पानी में डूबने से 12 वर्षीय बच्ची लापता हो गयी व एक 55 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गयी। जबकि दो वर्षीय प्रियांशी की गहरे पानी के गड्ढे में जाने से मौत हो गई।किशनगंज के बुडीडांगी नदी में स्नान करने के दौरान एक 16 वर्षीय युवती की डूब कर मौत हो गई है।

उसकी पहचान चुरली हटिया निवासी शंकर सहनी की बेटी संगीता उम्र 16 के रूप में की गई है। सुपौल के जदिया थाना क्षेत्र के गोविंदपुर साइफन के समीप जलकुंभी से पाट निकालने के दौरान 30 वर्षीय युवक लापता हो गया। घटना के संबंध में बताया जाता है कि अररिया जिले के भरगामा थाना क्षेत्र के गम्हरिया निवासी योगेंद्र ऋषिदेव के 30 वर्षीय पुत्र चंदन ऋषिदेव गोबिंदपुर साइफन समीप जलकुंभी से पाट निकालकर उसे तैयार करने गया था। जलकुंभी से पाट निकालने के दौरान वह गहरे पानी में चला गया और लापता हो गया। रविवार को जेसीबी के माध्यम से जलकुंभी को हटाकर खोजबीन की जा रही है।

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पटना, 29 सितंबर (हि.स.)। बिहार में पड़ाेसी देश नेपाल से पानी छाेड़े जाने के कारण बिहार में मची तबाही काे लेकर केंद्र सरकार भी एक्शन में है। केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय की अध्यक्षता में रविवार को पटना में एनडीआरएफ की अहम बैठक बुलाई गई। बैठक के बाद नित्यानंद राय ने कहा कि बिहार सरकार से लगातार केंद्रीय गृह मंत्रालय संपर्क बनाये हुए है। प्रधानमंत्री का निर्देश है कि बिहार सरकार से लगातार संपर्क स्थापित कर हालात पर नजर रखी जाए। उन्होंने बिहार को हर संभव सहायता देने का निर्देश दिया है।

राय ने कहा कि बिहार सरकार बहुत ही तत्परता के साथ राज्य की स्थिति पर लगातार नजर रखे हुए हैं और लगातार पूरे मामले को देख रहे हैं। सीएम नीतीश कुमार ने पूरी तरीके से सभी संस्थाओं को लगा दिया है। अभी बिहार के बाढ़ में एनडीआरएफ की 11 टीमें लगी हुई हैं जबकि 8 टीमों को रिज़र्व रखा गया है। यदि जरूरत पड़ेगी तो पश्चिम बंगाल से भी टीम बुलाई जाएगी। बिहार में संभावित बाढ़ को लेकर केंद्र और राज्य सरकार हर आपात स्थिति से निपटने के ले पूरी तरह से तैयार है। बिहार में जरूरत पड़ेगी तो लोगों को एअरलिफ्टिंग कराया जाएगा और जरूरत पड़ी तो एयरफोर्स को लगाकर फ़ूड पैकेजिंग भी गिराया जाएगा।

नित्यानंद राय ने कहा कि बिहार सरकार के नेतृत्व में एनडीआरएफ पूरी तरीके से तैयार है। नेपाल में ब्रिज बनाने को लेकर द्वार तैयार कर लिया गया है और बातचीत चल रही है। कमला ब्रिज परियोजना पर भी सहमति बन गई है। केंद्र ने बाढ़ के लिए बिहार को 11000 करोड रुपये दिए हैं। जरूरत पड़ेगी तो हवाई मार्ग से भी लोगों को सहायता पहुंचाई जाएगी और एयर फोर्स को भी लगाया जाएगा। बाढ़ खत्म हो जाने के बाद केंद्रीय टीम जायजा लेने आयेगी। राजद पर हमला करते हुए उन्हाेंने कहा कि विपक्ष का बिहार में आये बाढ़ से काेई मतलब नहीं है। तेजस्वी यादव विदेश दाैरे पर हैं। बिहार में जब-जब आफत आती है तेजस्वी गायब हाे जाते हैं। राजद के राज में ताे बाढ़ में भी घाेटाला हुआ।

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पटना, 29 सितम्बर (हि.स.)। बिहार में वाल्मीकिनगर बराज, पश्चिम चंपारण और कोसी बराज, वीरपुर सुपौल जिले से लगातार पानी आने के कारण 12 जिलों की करीब 13 लाख अबादी बाढ़ से प्रभावित हो गई है।

नेपाल की सीमा से सटे पश्चिम चंपारण जिले में स्थित एक मात्र टाइगर रिजर्व वाल्मिकीनगर के हवाईअड्डा के रनवे और हेलीपैड दोनों डूब गए हैं। यह सामरीक दृष्टिकोण से बहुत ही महत्वपूर्ण हवाईअड्डा है। क्योंकि, नेपाल सीमा पर यह स्थित है। इस एयरपोर्ट का इस्तेमाल एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के अलावा अतिविशिष्ट लोगों के इस्तेमाल के लिए किया जाता है।

बिहार में भारी बारिश से सभी नदियां उफान पर हैं। नेपाल में भी भारी वर्षा के कारण रविवार सुबह पांच बजे कोसी बराज, वीरपुर से 6,61,295 क्यूसेक जल छोड़ा गया, जो 1968 के बाद सर्वाधिक है। तटबंधों की सुरक्षा के लिए जल संसाधन विभाग की टीमें दिन-रात तत्पर हैं। हालांकि, दोपहर में कोसी बराज में पानी का प्रवाह कम हो गया है।

अररिया जिले के पलासी प्रखंड में बकरा नदी पर मनरेगा से बना बांध ककोड़वा और डेहटी मीरभाग के समीप कुछ हिस्से में देर रात टूट गया। डेहटी मीरभाग में लगभग 60 फीट तो ककोड़वा में 10-15 फीट बांध टूटा है। इसके कारण दक्षिण डेहटी और भिखा पंचायत में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है। पानी आने से दक्षिण डेहटी पंचायत ज्यादा प्रभावित हुआ है। जिले में बकरा, नूना, परमान और कनकई नदी में पानी घटने की रफ्तार बहुत सुस्त है। बाढ़ प्रभावित सिकटी, पलासी, जोकीहाट, कुर्साकांटा और फारबिसगंज प्रखंड क्षेत्रों में स्थिति अभी भी यथावत है।

जिले में बाढ़ से दो दर्जन से अधिक पंचायत प्रभावित हैं। बाढ़ नियंत्रण विभाग के सहायक अभियंता कमल कुमार ने बताया कि नदी का पानी घट-बढ़ रहा है। पलासी में बकरा नदी पर मनरेगा से बना बांध दो जगहों पर टूटा है। फिलहाल, वहां तक जाने का रास्ता नहीं होने के कारण मरम्मत कार्य शुरू नहीं हुआ है।

मधुबनी के जिलाधिकारी अरविंद वर्मा ने बताया कि नेपाल जल अधिग्रहण क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश से मधुबनी में कोसी के जलस्तर में वृद्धि हुई है। मधेपुर प्रखण्ड के कोसी दियारा इलाके के बसीपट्टी, गढ़गांव पंचायत के दर्जन भर गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है। लोग घर खाली कर ऊंचे स्थानों पर नाव से जा रहे हैं। प्रशासन द्वारा ऊंचे स्थानों पर स्कूलों में आश्रय स्थल बनाया गया है, वहां लोग अपने परिवार के साथ पहुंच रहे हैं। लोगों का सारा सामान बर्बाद हो गया है। खाने-पीने का भी समान नहीं बचा है और पानी लगातार बढ़ रहा है। प्रशासन ने आश्रय स्थल पर सामुदायिक किचेन की व्ययवस्था की है।

डीएम ने बताया कि कोसी बैराज से पानी छोड़ा गया है, जिससे मधेपुर प्रखण्ड के निचले इलाकों में पानी प्रवेश कर गया है। लोगों को घर खाली कर आश्रय स्थलों पर जाने के लिए अपील किया गया है। प्रशासन के द्वारा 25 नावों और दो मोटरबोट को लगाया गया है। एसडीआरएफ की दो टीमों को भी बाढ़ प्रभावित इलाकों में भेजा गया है। प्रशासन और सिंचाई विभाग के अधिकारी लगातार इलाके में जाकर जायजा ले रहे हैं। कंट्रोल रूम का फोन नंबर और टोल फ्री नंबर जारी किया गया है ताकि परेशानी को लेकर लोग फोन कर सके और उन्हें त्वरित सुविधाएं मुहैया करायी जा सके।

मुजफ्फरपुर में बागमती नदी का जलस्तर तेज़ी से बढ़ रहा है। ऐसे में लोगों के बीच दहशत का माहौल है। इसी दौरान एसडीओ पूर्वी अमित कुमार गायघाट पहुंचे, जहां प्रखंड पदाधिकारियों के साथ बागमती नदी का निरीक्षण किया। साथ ही बढ़ते जलस्तर का जायजा भी लिया। बागमती नदी के बढ़ते जलस्तर की वजह से मुजफ्फरपुर के औराई, कटरा और गायघाट में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है।

दरभंगा में कोसी व कमला बलान के जलस्तर में वृद्धि से दरभंगा जिले के कुशेश्वरस्थान पूर्वी, किरतपुर, घनश्यामपुर व गौड़ाबौराम प्रखंड क्षेत्र के खेत खलिहान में तेजी से पानी फैल रहा है। कुशेश्वरस्थान पूर्वी अभी खेतों में लगी फसल सुरक्षित है। जलस्तर में वृद्धि जारी रही तो फसल डूबने की स्थिति हो जाएगी। किरतपुर प्रखंड क्षेत्र के चार पंचायत के एक दर्जन गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। गौड़ाबौराम प्रखंड में रहिटोल जाने वाली सड़क पर कमला नदी का पानी चढ़ गया है। रहिटोल के चतरा गांव के लगभग पांच सौ घरों के लोगों का आवागमन बाधित हो गया है। अब नाव ही सहारा है।

बराज पर घटा दबाव, तटबंध के भीतर कहर ढा रही कोसी

नेपाल में कोसी और अन्य नदियों के जल ग्रहण क्षेत्र में हुई भारी वर्षा के कारण उफनाई नदियों का जलस्तर सामान्य होने की ओर बढ़ रहा है। सुपौल जिला स्थित कोसी बराज पर जल प्रवाह घटाव की स्थिति में है। हालांकि, यहां अब भी सुबह 9:00 बजे तक 6.28 लाख और 10 बजे 6.12 लाख क्यूसेक पानी डिस्चार्ज दर्ज किया गया। कोसी बराज से करीब 50 मीटर दूर नेपाल स्थित वराह क्षेत्र में सुबह नौ बजे जलश्राव 2.90 लाख क्यूसेक रिकॉर्ड किया गया है।

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पश्चिम चंपारण(बगहा), 28 सितम्बर(हि.स.)। पड़ोसी देश नेपाल के जलग्रहण क्षेत्र व पहाड़ी क्षेत्रों में 48 घंटा से रुक-रुक कर हो रही झमाझम बारिश से गंडक नदी के जलस्तर में फिर एक बार लगातार वृद्धि जारी है। गंडक बराज द्वारा शनिवार की शाम को 5 लाख 1 हजार 6 सौ क्यूसेक पानी छोड़ा गया, लेकिन अभी भी गंडक बराज के जलस्तर में भारी वृद्धि जारी है।इस सन्दर्भ में गंडक बराज के अधीक्षण अभियंता नवल किशोर भारती ने बताया कि जल स्तर में वृद्धि को देखते हुए गंडक बराज के सभी 36 फाटकों को पूर्ण रूप से खोल दिया गया है।

उन्होंने आगे बताया कि पानी की बढ़ती स्थिति के मद्देनजर गंडक बराज पर तैनात सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को हाई अलर्ट कर दिया गया है। उन्होंने आगे बताया कि गंडक बराज के जल स्तर में बनी वृद्धि को देखते हुए रात दिन बराज पर कैंप किया गया है।वहीं पल-पल की रिपोर्ट पर नजर रखी जा रही हैं। नेपाल के जल ग्रहण एवं पहाड़ी क्षेत्रों में हो रही रूक-रूक झमाझम बारिश होने के कारण गंडक नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है।वही नेपाल के देव घाट से 6 लाख 38 हजार क्यूसेक पानी फोलो किया गया हैं।

जिससे निचले कई इलाकों में फिर से गंडक नदी का पानी फैलने लगा है।

वही गंडक नदी से सटे वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के अंतर्गत वाल्मीकि नगर वन क्षेत्र के कक्षा संख्या एम 29 एवं 30 तथा 28 धनहिया दियरा, ठाडी आदि के जंगल में गंडक का पानी और बरसात का पानी फैला रहा है। वन क्षेत्र में बरसाती पानी एवं गंडक नदी का पानी घुसने से वन्य जीव सुरक्षित जगहों की तलाश में ऊंचे स्थानों की ओर पलायन कर रहे हैं। गंडक नदी के तटवर्ती गांव चकदहवा,झंडू टोला एसएसबी कैंप, बिन टोली, कान्ही टोला के आलावा ऊत्तर-प्रदेश के शिवपुर, मरचहवा आदि निचले क्षेत्रों में पानी घुसना शुरू हो गया हैं। अभियंता ने बताया कि देर शाम तक 5 लाख से अधिक गंडक नदी के जलस्तर में बढ़ने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है।

वही एसएसबी के झंडाहवा टोला कैंप के साथ-साथ चकदाहवा,कान्ही टोला व बीन टोली आदि गांव में बाढ़ का पानी घुस गया है। लगभग 600 घरों में शनिवार की अगले सुबह में घुसने के बाद लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। जिसके चलते बाढ़ का पानी एसएसबी कैंप सहित गांव में घुस गया है। पानी बढ़ने के साथ ही लोग अपने माल -जाल के साथ चकदहवा विद्यालय व ऊंचे बांध पर शरण लेने लगे हैं।

एसएसबी 21 वी वाहिनी झंडूटोला के इंस्पेक्टर सह कंपनी कमांड़र राजेन्द्र कुमार ने बताया कि गंडक नदी का जलस्तर शनिवार की अहले सुबह से अचानक बढ़ गया। जिसके चलते बाढ़ का पानी एसएसबी कैंप के साथ-साथ गांव में प्रवेश कर गया है। लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाने के लिए एसएसबी के अधिकारी व जवान नाव द्वारा बचाव कार्य में जुटे गए हैं।

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