पटना , 1 नवंबर (हि.स.)। बिहार में पटना जिले के मोकामा में जन सुराज पार्टी के समर्थक दुलारचंद यादव की मौत के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। पहले के दावों के विपरीत, पोस्टमॉर्टम की रिपोर्ट से पुष्टि हुई है कि दुलारचंद यादव की मौत गोली लगने से नहीं, बल्कि फेफड़े के फटने और हृदय गति रुकने से हुई थी।

रिपोर्ट के अनुसार, दुलारचंद यादव को पीछे से किसी भारी वस्तु से जोरदार प्रहार किया गया, जिससे वह गिर पड़े। इस प्रहार से उनकी कई पसलियां टूट गईं और फेफड़ा फट गया, जिससे उनकी मृत्यु हो गई।

डॉक्टरों की तीन सदस्यीय टीम द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट जांच अधिकारी को सौंप दी गई है। चुनाव आयोग ने भी राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) से मामले की विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।

ग्रामीण पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में एक टीम सभी पहलुओं की जांच कर रही है। मोकामा हत्याकांड के बाद, भारत निर्वाचन आयोग भी हरकत में आ गया है। विभाग ने अधिकारियों को कानून-व्यवस्था को सख्ती से लागू करने और सभी लाइसेंसी हथियारों को जमा कराना सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। आयोग ने पूरे बिहार में अवैध हथियारों के खिलाफ कार्रवाई करने का भी आदेश दिया है।

दुलारचंद हत्याकांड के सिलसिले में अब तक तीन प्राथमिकी दर्ज की जा चुकी हैं। दुलारचंद यादव के पोते नीरज कुमार द्वारा दर्ज कराई गई एक शिकायत में अनंत सिंह, उनके भतीजे राजवीर और कर्मवीर के साथ-साथ छोटन सिंह और कंजय सिंह का नाम भी शामिल है। उधर, अनंत सिंह के समर्थक जितेंद्र कुमार द्वारा दर्ज कराई गई एक अन्य प्राथमिकी में जन सुराज उम्मीदवार प्रियदर्शी पीयूष, लखन, बाजो, नीतीश, ईश्वर और अजय महतो सहित कई अन्य लोगों पर आरोप लगाया गया है। यादव की मौत के सिलसिले में पुलिस ने तीसरी प्राथमिकी भी दर्ज की है।

दुलारचंद यादव मौत पर पत्रकारों से बातचीत में उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने शनिवार को कहा कि दुलारचंद यादव मौत मामले में पुलिस प्रशासन अपना काम करेगा। पुलिस अपना काम पूरी ईमानदारी से करेगी। इस घटना के जो भी दोषी होंगे, इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।

उन्होंने कहा कि बिहार जंगलराज के दौर से बाहर आ चुकी है। पहले मुख्यमंत्री आवास से जंगलराज संचालित होता था। हालांकि, उन्होंने यह माना कि आपसी रंजिश गंभीर मसला है, इसे भी हमारी सरकार समय रहते ठीक कर लेगी।

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पटना, 01 नवम्बर (हि.स.) बिहार विधानसभा चुनाव में आधी आबादी की अहमियत हर राजनीतिक दल बखूबी समझ रहा है। इसलिए एनडीए और महागठबंधन के घोषणा पत्रों में महिलाओं को केंद्र में रखा गया है। लेकिन अहम प्रश्न यह है कि एनडीए के ‘संकल्प पत्र’ और महागठबंधन के ‘तेजस्वी प्रण’ में आधी आबादी से किए गए वादे कितने मजबूत और व्यवहारिक हैं? गौरतलब है कि बिहार में करीब 3.5 करोड़ महिलाएं मतदाता हैं, जो कुल 7.43 करोड़ वोटर के करीब 50 प्रतिशत से थोड़ा ही कम है।

एनडीए का ‘संकल्प पत्र’

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि महिलाओं की भागीदारी से ही बिहार का विकास संभव है। ऐसे में एनडीए ने अपने संकल्प पत्र में महिलाओं को ‘आर्थिक स्वावलंबन’ की दिशा में आगे बढ़ाने पर फोकस किया है।

महिला मिशन करोड़पति व लखपति दीदी योजना

मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना से महिलाओं को 2 लाख तक की सहायता राशि देने का वादा किया है। 1 करोड़ महिलाओं को लखपति दीदी बनाएंगे, ‘मिशन करोड़पति के माध्यम से चिह्नित महिला उद्यमियों को करोड़पति बनाने की दिशा में काम करेंगे।’

महिलाओं को उद्यमी बनाने पर फोकस

‘मिशन करोड़पति’ के ज़रिए सरकार का लक्ष्य है कि आने वाले 5 वर्षों में बिहार की महिलाएं न केवल आत्मनिर्भर बनें, बल्कि उद्यमी बनकर करोड़पति वर्ग में प्रवेश करें। इसके लिए बैंक लोन, ट्रेनिंग और डिजिटल मार्केटिंग जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराने का वादा किया गया है।

मुख्यमंत्री महिला स्वरोजगार योजना

एनडीए ने अपने संकल्प पत्र में यह भी कहा है कि महिलाओं को स्वरोजगार शुरू करने के लिए 2 लाख रुपये तक की आर्थिक सहायता दी जाएगी। इससे महिलाएं अपना छोटा व्यवसाय, दुकान या उद्योग शुरू कर सकेंगी।

महागठबंधन का ‘बिहार का तेजस्वी प्रण’

‘बिहार का तेजस्वी प्रण’ के नाम से महागठबंधन ने अपना घोषणापत्र जारी किया है। तेजस्वी प्रण में आधी आबादी को केंद्र में रखकर कई घोषणाएं की गई हैं।

माई-बहिन मान योजना

इस योजना के तहत बिहार की हर महिला को मासिक 2,500 रुपये की वित्तीय मदद का वादा किया है। तेजस्वी यादव ने कहा कि यह महिलाओं की आर्थिक स्वतंत्रता को मजबूती देगा और घर की महिला को ‘परिवार की वित्त मंत्री’ बनाएगा।

महागठबंधन ने वादा किया है कि राज्य की कम्युनिटी मोबिलाइजर जीविका दीदियों को नियमित सरकारी कर्मचारी का दर्जा दिया जाएगा और उन्हें मासिक 30,000 रुपया वेतन मिलेगा। अभी ये महिलाएं स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से काम करती हैं, जिनकी कमाई बहुत कम है। तेजस्वी यादव ने कहा कि उनकी सरकार बनने पर इन दीदियों को ‘सम्मानजनक वेतन और सामाजिक सुरक्षा’ मिलेगी।

तेजस्वी ने कहा है कि महिला सुरक्षा के लिए हर जिले में महिला हेल्पडेस्क और विशेष महिला थाने सशक्त किए जाएंगे। साथ ही महिलाओं को स्थानीय स्तर पर रोजगार से जोड़ने के लिए ‘महिला रोजगार मिशन’ शुरू किया जाएगा।

वरिष्ठ पत्रकार डॉ आशीष वशिष्ट के अनुसार, कई महिला सशक्तीकरण योजनाओं के कारण सीएम नीतीश इस वर्ग में लोकप्रिय रहे हैं। बिहार में सवा करोड़ से ज्यादा महिलाओं को मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना के अंतर्गत आर्थिक मदद पा रही हैं। रही बात महागठबंधन की तो उनके वादों पर महिलाओं का उतना भरोसा होता दिखता नहीं है। वहीं राजद के शासन काल का जंगलराज प्रदेशवासी खासकर महिलाएं भूली नहीं हैं।

उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री एवं प्रदेश चुनाव सह प्रभारी केशव प्रसाद मौर्य की मानें तो एनडीए का संकल्प पत्र बिहार के उज्जवल भविष्य का रोडमैप है। इसमें किसान, नौजवान, माताएं–बहनें, गरीब, श्रमिक और हर प्रतिभाशाली वर्ग के उत्थान की झलक है, जबकि महागठबंधन का ‘तेजस्वी—प्रण’ महाझूठ का महापुलिंदा है। हमारा वादा निभाने लायक है, उनका सिर्फ हवा में उड़ने वाला जुमला है। जबकि महागठबंधन के मुख्यमंत्री चेहरा एवं आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा, ‘इतिहास में पहली बार किसी गठबंधन का घोषणा पत्र केवल 26 सेकंड में जारी किया गया। एनडीए को बिहार के लिए संकल्प पत्र नहीं ‘सॉरी पत्र’ लाना चाहिए! 14 करोड़ जनता के लिए सॉरी पत्र!’

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पटना, 31 अक्टूबर (हि.स.)। बिहार विधानसभा चुनाव से पहले सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन ने शुक्रवार को अपना संकल्प पत्र जारी किया। इस अवसर पर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष व बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, लोजपा रामविलस के अध्यक्ष व केन्द्रीय मंत्री चिराग पासवान, केन्द्रीय मंत्री व हम पार्टी के संरक्षक जितन राम मांझी, उपेन्द्र कुशवाहा, भाजपा के बिहार चुनाव प्रभारी व केन्द्रीय मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान, विनोद तावड़े। जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष संजय कुमार झा और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने संयुक्त रूप से संकल्प पत्र को जारी किया।

इसमें रोजगार, महिला सशक्तिकरण, कृषि, उद्योग, शिक्षा, स्वास्थ्य और आधारभूत संरचना पर विशेष जोर दिया गया है। गठबंधन ने अगले पाँच वर्षों में बिहार को समृद्ध और आत्मनिर्भर राज्य बनाने का वादा किया है।

संकल्प पत्र जारी करते हुए बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने बताया कि हर जिले में मेगा स्किल सेंटर से बिहार को ग्लोबल स्कीलिंग सेंटर के रूप में स्थापित किया जाएगा। 1 करोड़ सरकारी नौकरी व रोजगार प्रदान किया जाएगा। मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना से महिलाओं को 2 लाख तक की सहायता देंगे। साथ ही एक करोड़ महिलाओं को लखपति दीदी बनाया जाएगा। मिशन करोड़पति के माध्यम से चिन्हित महिला उधमियों को करोड़पति बनाने की दिशा में काम करेंगे।

उन्होंने बताया कि अतिपिछड़ा वर्ग के विभिन्न व्यावसायिक समूहों को 10 लाख की सहायता दी जाएगी। सुप्रीम कोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायाधीश की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय समिति का गठन करेंगे जो अतिपिछड़ा वर्ग की विभिन्न जातियों के सामाजिक और आर्थिक स्थिति का आकलन करके इन जातियों के सशक्तिकरण के लिए न्यायोचित कदम उठाने के लिए सरकार को सुझाव देगी।

कर्पूरी ठाकुर किसान सम्मान निधि की शुरुआत की जाएगी। किसानों को हर वर्ष 9000 का लाभ दिया जाएगा। एग्री इंफ्रास्ट्रक्चर में एक लाख करोड़ का निवेश किया जाएगा, पंचायत स्तर पर सभी प्रमुख फसलों (धान, गेहू, दलहन, मक्का) की एमएसपी पर खरीद की जाएगी। बिहार मत्स्य मिशन की शुरुआत करके हर प्रखण्ड में चिलिङ्ग और प्रोसेसिंग सेंटर्स स्थापित किए जाएंगे।

उन्होंने घोषणा की कि साथ नए एक्सप्रेस वे बनाए जाएंगे। 3600 किलोमीटर रेल ट्रैक का आधुनिकीकरण करेंगे। अमृत भरत एक्सप्रेस व नामों रैपिड रेल सेवा का विस्तार करेंगे। 4 नए शहरों में मेट्रो सेवा शुरू होगी। न्यू पटना में ग्रीन फील्ड शहर, प्रमुख शहरों में सेटेलाइट टाउनशिप।

उन्होंने कहा कि माँ जानकी कि पवित्र जन्मस्थली को विश्वस्तरीय आध्यात्मिक नगरी सीतापुरम के रूप में विकसित करेंगे। पटना के समीप ग्रीन फील्ड अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट। दरभंगा, पूर्णिमा एवं भागलपुर में अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट। 10 नए शहरों से घरेलू उड़ान मिलेगी।

विकसित बिहार औद्योगिक मिशन के अंतर्गत एक लाख करोड़ के निवेश से औद्योगिक क्रांति लाएंगे। विकसित बिहार इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट मास्टर प्लान बनाएंगे, जो औधोगिकीकरण व लाखों नौकरियों की नींव रखेगा। प्रत्येक जिले में अत्याधुनिक मैन्युफैकचरिंग यूनिट व 10 नए औद्योगिक पार्क विकसित किए जाएंगे। अगले पाँच वर्षों में बिहार में एक न्यू एज इकोनोमी का निर्माण करेंगे जिसके अंतर्गत बिहार को एक वैश्विक बैक एंड हब और ग्लोबल वर्क प्लेस के रूप में स्थापित की जाएगी। 50 लाख करोड़ का निवेश आकर्षित करेंगे।

उन्होंने बताया कि मुफ़्त राशन 125 यूनिट मुफ़्त बिजली। 5 लाख तक मुफ़्त इलाज। 50 लाख नए पक्के मकान। सामाजिक सुरक्षा पेंशन दिए जाएंगे। सभी गरीब परिवारों के छात्रों को मुफ़्त गुणवक्ततापूर्ण शिक्षा, मिड डे मिल के साथ पौष्टिक नाश्ता व स्कूलों में आधुनिक स्किल लैब की सुविधा देंगे।

मेड इन बिहार पर जोर दिया जाएगा। 5 मेगा फूड पार्क स्थापित करेंगे। कृषि निर्यात दोगुना करेंगे। 2030 तक दलहन उत्पादन में आत्मनिर्भरता प्राप्त करेंगे। बिहार को मखाना, मछली एवं अन्य उत्पादों के ग्लोबल एक्सपोर्ट सेंटर के रूप में विकसित करेंगे। मिथिला मेगा टेक्सटाइल एवं डिजाइन पार्क व यंग मेगा सिल्क पार्क से बिहार को दक्षिण एशिया का टेक्सटाइल और सिल्क हब बनाया जाएगा।

डिफेंस कॉरीडोर, सेमीकंडक्टर उत्पादन पार्क, ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर्स, मेगा टेक सिटी फिनटेक सिटी की स्थापना की जाएगी। 100 एमएसएमई पार्क, 50000 से अधिक कुटीर उद्योगों से वॉकल फोर लोकल को बढ़ावा देंगे।

वर्ल्ड क्लास एजुकेशन सिटी, 5000 करोड़ से प्रमुख जिला स्कूलों का कायाकल्प करेंगे। बिहार को एआई हब बनाया जाएगा। विश्वस्तरीय मेडीसिटी का निर्माण कराया जाएगा। बिहार स्पोर्ट्स सिटी की स्थापना होगी।

उन्होंने कहा कि उच्च शिक्षण संस्थानों में अध्यायनरत सभी अनुसूचित जाती के विद्यार्थियों को प्रतिमाह 2000 रुपये दिए जाएंगे।

असंगठित क्षेत्र में कार्यरत श्रमिकों को वित्तीय सहायता और कौशल प्रशिक्षण। ऑटो टैक्सी ई रिक्शा चालकों को 4 लाख का निवान बीमा। गिग वर्कस ऑटो रिक्शा चालकों को कॉलेटरल फ्री वाहन ऋण न्यूनतम ब्याज पर दिए जाएंगे।

उन्होंने कहा कि माँ जानकी मंदिर और विष्णुपद महाबोधि कॉरीडोर का निर्माण। रामायण, जैन, बौद्ध, गंगा सर्किट का विकास किया जाएगा। शारदा सिन्हा कला एवं संस्कृति विश्वविद्यालय की स्थापना होगी।

इसके साथ ही अगले पाँच वर्षों में बाढ़ मुक्त बिहार बनाने की योजना। फ्लड मेनेजमेंट बोर्ड की स्थापना एवं फ्लड टू फॉर्चून मोडेल के अंतर्गत नदी जोड़ परियोजना, तटबंध, नहरों का शीघ्र निर्माण करके कृषि एवं मत्स्य पालन को बढ़ावा दिया जाएगा।

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पटना, 31 अक्टूबर (हि.स.)। बिहार में मौसम ने अचानक करवट ले ली है। बंगाल की खाड़ी में सक्रिय चक्रवाती तूफान ‘मोंथा’ का प्रभाव अब राज्य में तेज़ी से दिखाई देने लगा है। इसी को लेकर मौसम विभाग ने राज्य के कई जिलों के लिए बड़ी चेतावनी जारी की है। विभाग के अनुसार, अगले 24 घंटे में बिहार के उत्तरी और पूर्वी हिस्सों में भारी से अति भारी वर्षा के साथ तेज़ हवाएं चलने की संभावना है।

गुरुवार रात से ही राज्य के कई हिस्सों में लगातार बारिश हो रही है। पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, सीवान, सीतामढ़ी, मधुबनी, दरभंगा और सुपौल में अति भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। वहीं सारण, शिवहर, मुजफ्फरपुर, वैशाली, सहरसा, मधेपुरा, अरवल, जहानाबाद, बक्सर, कैमूर, रोहतास और औरंगाबाद जिलों में भी भारी बारिश के साथ 50 किलोमीटर प्रति घंटे तक की रफ्तार वाली हवाएं चलने का अनुमान है।

आज सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया और किशनगंज में अति भारी वर्षा का पूर्वानुमान है, जबकि पूर्णिया, कटिहार, सहरसा, मधेपुरा, दरभंगा, समस्तीपुर, मुजफ्फरपुर और पूर्वी चंपारण में भी तेज बारिश की संभावना जताई गई है। लगातार बारिश और ठंडी हवाओं के कारण राज्य के अधिकतर हिस्सों में तापमान में 4 से 6 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज की जा सकती है।

मौसम विभाग ने नागरिकों को सावधानी बरतने की अपील की है। लोगों से आग्रह किया गया है कि अनावश्यक रूप से घरों से बाहर न निकलें, खुले स्थानों या पेड़ों के नीचे खड़े होने से बचें और बिजली के खंभों से दूरी बनाए रखें।

राज्य प्रशासन ने भी सतर्कता बढ़ा दी है। संभावित जलभराव और बिजली आपूर्ति बाधित होने की आशंका को देखते हुए नगर निगमों और बिजली विभाग को अलर्ट पर रखा गया है। जिलों में राहत और बचाव दलों को तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं। मौसम विभाग ने किसानों को भी सलाह दी है कि वे अपनी फसलों और पशुओं को सुरक्षित स्थान पर रखें, क्योंकि तेज हवाओं और बारिश से खेतों में नुकसान की संभावना है।

चक्रवाती तूफान ‘मोंथा’ के असर से अगले दो दिनों तक बिहार में मौसम खराब रहने की संभावना जताई गई है।

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पटना, 30 अक्टूबर (हि.स.)। बिहार के युवा दुनियाभर में अपना खून-पसीना बहाकर इंफ्रास्ट्रक्चर बनाते हैं, तो इस ऊर्जा और क्षमता का उपयोग बिहार को बनाने में क्यों नहीं किया जा सकता? बिहार की बदहाल स्थिति के लिए पिछले 20 वर्षों से शासन कर रही जदयू-भाजपा सरकार को जिम्मेदार ठहराया। यह बातें लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार काे बिहार चुनाव प्रचार के दौरान नालंदा में आयोजित एक विशाल जनसभा में कही।

राहुल गांधी ने बांग्लादेश के मुक्ति संग्राम का उल्लेख करते हुए कहा कि 1971 में अमेरिका ने अपनी नौसेना का सातवां बेड़ा भेजा था, लेकिन तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने साफ कह दिया था कि वह डरती नहीं हैं। उन्होंने नालंदा के ऐतिहासिक महत्व को याद दिलाते हुए कहा कि एक समय नालंदा विश्वविद्यालय में विदेशों से लोग पढ़ने आते थे, लेकिन आज बिहार की पहचान पेपर लीक से जुड़ गई है। पिछले 20 सालों से भाजपा-जदयू ने बिहार के युवाओं से हर अवसर, हर उम्मीद छीन कर उन्हें या तो मजबूर बनाया है या मजदूर।

जनसभा में उमड़े भारी जनसैलाब के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के 20 साल के विकास के दावे पर सवाल उठाते हुए राहुल गांधी ने कहा कि बिहार की स्थिति बदहाल है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार बिहार की सरकार नहीं चला रहे हैं, बल्कि नरेंद्र मोदी, अमित शाह द्वारा उसे चलाया जा रहा है। मोदी जो बटन दबाते हैं, नीतीश वही चैनल चालू कर देते हैं।

राहुल गांधी ने जनता को आगाह किया कि भाजपा-आरएसएस संविधान को खत्म करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि वोट चोरी करके ही भाजपा हरियाणा और महाराष्ट्र का चुनाव जीती थी और अब उसी तरह बिहार में भी वोट चोरी की कोशिश करेगी, जिसे हर युवा को पोलिंग बूथ पर रोकना होगा। उन्होंने महागठबंधन के उम्मीदवारों को भारी मतों से जिताने की अपील करते हुए कहा कि उनकी सरकार बनने पर बिहार एक बार फिर शिक्षा और रोजगार का केंद्र बनेगा।

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Patna: नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी का आगमन 29 अक्टूबर को मुजफ्फरपुर के सकरा विधानसभा क्षेत्र और दरभंगा में महागठबंधन समर्थित प्रत्याशियों के पक्ष में बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के साथ संयुक्त रूप से जनसभा को संबोधित करेंगे।

इस आशय की जानकारी देते हुए बिहार कांग्रेस के मीडिया विभाग के चेयरमैन राजेश राठौड़ ने बताया कि कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष व नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी का विधानसभा चुनाव में यह पहला बिहार दौरा है और वहां सकरा सुरक्षित विधानसभा के प्रत्याशी उमेश राम के समर्थन में पहली जनसभा को संबोधित करेंगे जिसके बाद वें दरभंगा में राजद और महागठबंधन के उम्मीदवार की सभा को संबोधित करेंगे।

बताते चले कि इससे पहले देश के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने 16 दिनों तक लगातार बिहार में रहकर 1300 किमी की यात्रा की। इसके बाद वें विधानसभा चुनाव में पहली जनसभा महागठबंधन के प्रत्याशियों के लिए संयुक्त रूप से आयोजित होगी।

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Chhapra: लोक आस्था के महापर्व छठ का आगमन होते ही बिहार सहित पूरे उत्तर भारत का वातावरण छठमय हो गया है। गली-गली में छठी मइया के गीतों की गूंज, घाटों की सजावट और बाजारों में उमड़ी भीड़ इस बात का प्रमाण है कि सूर्य उपासना का यह पर्व जनमानस के हृदय में कितनी गहराई से रचा-बसा है। श्रद्धा, भक्ति और स्वच्छता का यह पर्व सामाजिक एकता और लोक संस्कृति की जीवंत मिसाल प्रस्तुत करता है।

चार दिवसीय इस महापर्व की शुरुआत आज 25 अक्टूबर को नहाय-खाए के साथ हो रही है। इस दिन व्रती स्नान कर घरों की सफाई करते हैं और सात्विक भोजन करते हैं। पारंपरिक रूप से कद्दू-भात और चने की दाल का भोजन किया जाता है। यह दिन व्रत की पवित्र शुरुआत मानी जाती है और इसी के साथ छठ की तैयारियां पूरे उत्साह के साथ आरंभ हो जाती हैं।

26 अक्टूबर को खरना का आयोजन होगा। इस दिन व्रती पूरे दिन निर्जला उपवास रखते हैं और सूर्यास्त के बाद गुड़, दूध और चावल से बनी खीर तथा रोटी का प्रसाद ग्रहण करते हैं। खरना का यह प्रसाद श्रद्धा और भक्ति का प्रतीक होता है, जिसे परिवार और आसपास के लोगों में बांटा जाता है। खरना के साथ ही 36 घंटे का कठोर उपवास आरंभ होता है, जिसमें व्रती जल तक ग्रहण नहीं करते।

इसके बाद 27 अक्टूबर को संध्या अर्घ्य का आयोजन होगा। अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य अर्पित करने के लिए श्रद्धालु परिवारों सहित घाटों पर पहुंचेंगे। इस अवसर पर घाटों को आकर्षक ढंग से सजाया जा रहा है। दीपों की रौशनी, लोकगीतों की मधुर धुन और भक्तों की भीड़ से पूरा माहौल भक्तिमय हो जाएगा। महिलाएं पारंपरिक वस्त्रों में सजकर बांस के सूप में प्रसाद सजाएंगी और छठी मइया से परिवार की सुख-समृद्धि की कामना करेंगी।

28 अक्टूबर की सुबह उदीयमान भगवान भास्कर को अर्घ्य अर्पित करने के साथ छठ महापर्व का समापन होगा। व्रती और श्रद्धालु सुबह-सुबह घाटों पर पहुंचकर उदय होते सूर्य को अर्घ्य देंगे। इसी के साथ चार दिनों का यह कठिन और पवित्र व्रत संपन्न होगा।

छठ पर्व को लेकर बाजारों में जबरदस्त रौनक देखने को मिल रही है। फल, ईख, नारियल, सूप, टोकरी, दीये और पूजा सामग्री की दुकानों पर खरीदारों की भीड़ लगी हुई है। महिलाएं घरों में ठेकुआ जैसे पारंपरिक प्रसाद बनाने में व्यस्त हैं। कपड़ा, बर्तन और सजावटी सामान की दुकानों पर भी लोगों की आवाजाही बढ़ गई है।

प्रशासन ने पर्व के मद्देनजर विशेष तैयारियां की हैं। सभी प्रमुख घाटों की सफाई, प्रकाश व्यवस्था, पेयजल और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। जिला प्रशासन और नगर निगम की टीमें लगातार निगरानी कर रही हैं ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो। एनडीआरएफ और पुलिस बल की तैनाती से सुरक्षा व्यवस्था और मजबूत की गई है।

छठ न केवल सूर्य उपासना का पर्व है, बल्कि यह पर्यावरण संरक्षण, पारिवारिक एकता और सामाजिक समरसता का प्रतीक भी है। इस पर्व में लोक संस्कृति, आस्था और अनुशासन का संगम देखने को मिलता है। सचमुच, छठ महापर्व के आगमन ने पूरे बिहार को भक्ति, उल्लास और आस्था के रंग में रंग दिया है।

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पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लोक आस्था के चार दिवसीय महापर्व छठ के अवसर पर प्रदेश एवं देशवासियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी हैं।

मुख्यमंत्री ने अपने संदेश में कहा कि लोक आस्था का यह महापर्व आत्मानुशासन, पवित्रता और श्रद्धा का प्रतीक है। लोग शुद्ध अंतःकरण और निर्मल मन से अस्ताचलगामी एवं उदयमान भगवान सूर्य को अर्घ्य अर्पित करते हैं।

उन्होंने कहा कि छठ पर्व के माध्यम से समाज में स्वच्छता, अनुशासन और सामूहिक सद्भाव का संदेश प्रसारित होता है।

मुख्यमंत्री ने महापर्व छठ के अवसर पर भगवान भास्कर से राज्य की प्रगति, सुख, शांति और समृद्धि की कामना की है।

लोक आस्था के चार दिवसीय महापर्व छठ का शुभारंभ आज नहाय-खाय के साथ हो गया। प्रदेश भर में श्रद्धालुओं ने स्नान कर भगवान सूर्य और छठी मैया की पूजा-अर्चना की। घरों में व्रतियों ने शुद्धता और पारंपरिक विधि-विधान के साथ पर्व की शुरुआत की।

छठ अनुष्ठान के तहत 26 अक्टूबर को खरना होगा, 27 अक्टूबर को संध्या अर्घ्य और 28 अक्टूबर को उदीयमान भगवान भास्कर को अर्घ्य अर्पित करने के साथ यह महापर्व संपन्न हो जाएगा।

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गोपालगंज। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में गोपालगंज विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे निर्दलीय प्रत्याशी अनूप कुमार श्रीवास्तव को जनसुराज का समर्थन मिला है। प्रशांत किशोर के नेतृत्व वाले जनसुराज अभियान ने शुक्रवार को अपने आधिकारिक रुख की घोषणा करते हुए कहा कि गोपालगंज सीट पर संगठन निर्दलीय उम्मीदवार अनूप कुमार श्रीवास्तव का समर्थन करेगा।

जनसुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने कहा कि अनूप कुमार श्रीवास्तव सामाजिक सरोकारों से जुड़े, स्वच्छ छवि वाले और क्षेत्र के विकास के मुद्दों पर लंबे समय से सक्रिय हैं। संगठन का मानना है कि वे जनता की आवाज़ को प्रभावी ढंग से विधानसभा में उठा सकते हैं।

इस समर्थन के बाद गोपालगंज सीट पर चुनावी मुकाबला और दिलचस्प हो गया है। यहां मुख्य मुकाबला सत्तारूढ़ एनडीए, महागठबंधन और अब जनसुराज समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार के बीच त्रिकोणीय हो सकता है।

अनूप कुमार श्रीवास्तव ने जनसुराज के समर्थन पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह समर्थन जनता की ताकत को और मजबूत करेगा। उन्होंने कहा कि वे राजनीति में सेवा और पारदर्शिता के सिद्धांतों पर काम करते आए हैं आगे भी करेंगे।

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पटना, 24 अक्टूबर (हि.स.)। बिहार विधानसभा के प्रथम चरण के चुनाव में अब मात्र दस दिन ही शेष रह गए हैं। ऐसे में सभी पार्टियां अपने उम्मीदवार के प्रचार में जोर-शोर से लगी हुई है। इसी कड़ी में बिहार में समस्तीपुर जिले के कर्पूरी ग्राम से प्रधानमंत्री नरेन्द्र राज्य में अपने चुनावी अभियान का आगाज करेंगे।

बिहार आने से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने दिल्ली से ही वर्चुअल माध्यम (जैसे ‘बुजुर्गों से संवाद’ और ‘रन फॉर बिहार यूनिटी’) के जरिए पार्टी के अभियान की दिशा तय कर दी थी, जिसका मुख्य केंद्र बिंदु विकास, विरासत और एकता रहा। प्रधानमंत्री मोदी अपने अभियान की शुरुआत के लिए समस्तीपुर जिले में भारत रत्न जननायक कर्पूरी ठाकुर के पैतृक गांव ‘कर्पूरी ग्राम’ को चुना है। कर्पूरी ठाकुर को श्रद्धांजलि अर्पित करने का यह कदम प्रतीकात्मक रूप से बेहद महत्वपूर्ण है। इसे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की ओर से सामाजिक न्याय के एजेंडे पर जोर देने और विपक्षी महागठबंधन के पारंपरिक वोट बैंक में सेंध लगाने की एक सोची-समझी रणनीति के तौर पर देखा जा रहा है।

समस्तीपुर और बेगूसराय में दो बड़ी जनसभाएं

समस्तीपुर जिले के कर्पूरी ग्राम के बाद, प्रधानमंत्री मोदी समस्तीपुर जिले के दुधपुरा और बेगूसराय में दो विशाल जनसभाओं को संबोधित करेंगे। इन रैलियों का उद्देश्य मिथिलांचल और बेगूसराय के औद्योगिक क्षेत्र में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के पक्ष में माहौल मजबूत करना है।

शहर से सटे दुधपुरा हवाई अड्डा मैदान में होने वाली यह जनसभा बिहार विधानसभा चुनाव-2025 के लिए राजग का एक बड़ा राजनीतिक कार्यक्रम माना जा रहा है।

प्रधानमंत्री की सुरक्षा को लेकर स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (एसपीजी) ने जिले के वरीय पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ मिलकर सभा स्थल का विस्तृत निरीक्षण किया। मैदान और उसके आसपास के क्षेत्रों की घेराबंदी कर सुरक्षा व्यवस्था को कई परतों में विभाजित किया गया है।

करीब चार दर्जन वरीय अधिकारी, जिनमें आईएएस और आईपीएस रैंक के अधिकारी भी शामिल हैं, समस्तीपुर में विशेष रूप से तैनात किए गए हैं। साथ ही सैकड़ों जवान और केंद्रीय अर्धसैनिक बल सुरक्षा में मोर्चा संभालेंगे। प्रधानमंत्री की सभा के लिए दुधपुरा मैदान के पास और जीकेपीडी कॉलेज परिसर में अस्थायी रूप से तीन हेलिपैड बनाए गए हैं। इनमें से एक हेलिपैड पर प्रधानमंत्री का हेलिकॉप्टर उतरेगा, जबकि बाकी दो हेलिपैड एसपीजी और अन्य सुरक्षा बलों के विमानों के लिए आरक्षित रहेंगे।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सबसे पहले कर्पूरीग्राम पहुंचेंगे। वहां वे जननायक कर्पूरी ठाकुर की झोपड़ी का अवलोकन करेंगे और स्मृति भवन में उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। इसके बाद प्रधानमंत्री दुधपुरा सभा स्थल पहुंचेंगे और विशाल जनसभा को संबोधित करेंगे। कार्यक्रम समाप्त होने के बाद वे बेगूसराय के लिए प्रस्थान करेंगे।

प्रधानमंत्री के आगमन को देखते हुए समस्तीपुर के साथ-साथ दरभंगा, मुजफ्फरपुर, बेगूसराय और खगड़िया जिलों से भी अतिरिक्त पुलिस बल बुलाया गया है। केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों की विशेष इकाइयाँ भी निगरानी में रहेंगी ताकि किसी भी अप्रिय घटना की संभावना को पूरी तरह से समाप्त किया जा सके। प्रधानमंत्री की सभा को लेकर भाजपा, जदयू और राजग के सहयोगी दलों के बीच जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है। कार्यकर्ता दुधपुरा मैदान को सजाने-संवारने और अधिक से अधिक लोगों को सभा में लाने में जुटे हैं।

अमित शाह की सिवान और बक्सर में जनसभा

दूसरी ओर केंद्रीय गृहमंत्री और भाजपा की वरिष्ठ नेता सिवान और बक्सर में जनसभाओं को संबोधित करेंगे। एक ही दिन में पार्टी के दो शीर्ष नेताओं की ओर से चार प्रमुख क्षेत्रों में रैलियां आयोजित करना यह दर्शाता है कि भाजपा इस चुनाव को कितनी गंभीरता से ले रही है और किसी भी क्षेत्र को नजरअंदाज नहीं करना चाहती।

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पटना, 23 अक्टूबर (हि.स.)। महागठबंधन की ओर से आज सीएम फेस का ऐलान कर दिया गया है। कांग्रेस के बिहार चुनाव प्रभारी ने तेजस्वी यादव के फेस पर मुहर लगा दी है। उन्होंने ऐलान किया कि तेजस्वी यादव महागठबंधन के सीएम फेस होंगे।

उन्होंने इस दौरान राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) पर जोरदार हमला बोला है। उन्होंने कहा कि अब राजग भी सीएम फेस का ऐलान करे। चूकि अमित शाह ने कहा था कि विधायक दल के नेता तय करेंगे कि सीएम कौन होगा। तो इसको लेकर कांग्रेस नेता और तेजस्वी यादव ने दावा किया कि राजग के अगले सीएम नीतीश कुमार नहीं होंगे।

महागठबंधन द्वारा तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित किए जाने के बाद राजग ने तीखा हमला बोला है। भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद ने कहा कि तेजस्वी यादव यह दावा कर रहे हैं कि उनकी सरकार बनी तो भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस होगा लेकिन सच्चाई यह है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भ्रष्टाचार के कारण ही राजद से नाता तोड़ा था।

उन्हाेंने कहा कि तेजस्वी के आगे कांग्रेस ने घुटने टेक दिये है लेकिन तेजस्वी ये जान ले की बिहार में फिलहाल सीएम पद की वैकेंसी खाली नहीं है।इसलिए इसका सपना देखना छाेड़ दे। तेजस्वी यादव के चुनावी वादों पर तंज कसते हुए रविशंकर प्रसाद ने कहा कि उन्हें मालूम है कि वे सत्ता में नहीं आने वाले, इसलिए बिना सोचे-समझे वादों की झड़ी लगा रहे हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व को लेकर उठे सवालों पर भाजपा नेता ने स्पष्ट किया कि नीतीश कुमार हमारे सक्षम मुख्यमंत्री हैं, मुख्यमंत्री पद पर कोई वैकेंसी नहीं है। एनडीए एकजुट है और नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही राज्य में विकास और स्थिरता बनी रहेगी।

उन्होंने कहा कि राज्य की जनता भली-भांति जानती है कि लालू प्रसाद यादव चारा घोटाले के चार मामलों में 32 साल की सजा पा चुके हैं। ऐसे में तेजस्वी जी की नैतिकता की बातें सिर्फ दिखावा हैं।

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पटना, 23 अक्टूबर (हि.स.)। बिहार विधानसभा चुनाव-2025 को लेकर गुरुवार को महागठबंधन की संयुक्त प्रेसवार्ता में बिहार की राजनीति का सबसे बड़ा ऐलान हुआ। कांग्रेस समेत गठबंधन के सभी दलों ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री और विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) प्रमुख मुकेश सहनी काे उपमुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित किया।

पटना में आयोजित महागठबंधन की साझा पत्रकार वार्ता में बिहार कांग्रेस के प्रभारी व राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि “राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे की राजामंदी के बाद तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाने का निर्णय लिया गया है। तेजस्वी युवा नेता हैं और बिहार को नई दिशा देंगे।

पत्रकार वार्ता में भाजपा पर तंज कसते हुए अशोक गहलोत ने कहा कि अमित शाह समेत भाजपा के नेता बिहार आते हैं लेकिन यह नहीं बता पाते कि उनका मुख्यमंत्री चेहरा कौन होगा। लोकतंत्र खतरे में है, बिहार के लोग बदलाव चाहते हैं। उन्होंने विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) प्रमुख मुकेश सहनी की भूमिका पर भी भरोसा जताते हुए कहा कि “उन्होंने मेहनत से अपनी जगह बनाई है और वह महागठबंधन के उपमुख्यमंत्री पद के चेहरे होंगे।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत ने कहा कि देश के हालात गंभीर हैं। लोग चिंतित हैं। किसी को नहीं पता कि देश किस दिशा जाएगा। हम सबकी जिम्मेदारी बनती है कि देश कहां जाएगा। बिहार के चुनाव पर देशभर की नजर है। बेरोजगारी हो या अन्य कई मुद्दे हों, जैसा कि सब साथियों ने बताया, छात्र, युवा, किसान, चिंता रोजगार की है। लोग बदलाव चाहते हैं।

गहलोत ने कहा- हमारे सामने बहुत बड़ी चुनौती है। डेमोक्रेसी एक मुखौटा रह गया है। मैं क्या कहूं, आप लोग सब जानते हैं। भाजपा को लोकसभा चुनाव में 240 पर समेट दिया। तेजस्वी जी ने उस वक्त भी कमाल किया था।

मौके पर तेजस्वी यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के चेहरे का इस्तेमाल करके तीन-चार नेता जो भाजपा के लिए काम कर रहे हैं। जदयू को खत्म करने में लगे हैं चुनाव के बाद जदयू को भी खत्म कर देंगे। भाजपा के लोग नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री नहीं बनाएंगे। अमित शाह ने कई बार बोला है.. विधायक दल की संख्या होगी वो तय करेगी। 20 साल से राजग की सरकार बिहार में है। हमेशा मुख्यमंत्री के चेहरा घोषित किया गया है, क्या कारण है कि नीतीश कुमार को चेहरा घोषित नहीं किए। नीतीश का आखिरी चुनाव है.. ये स्पष्ट अमित शाह ने कर दिया हैं।

तेजस्वी यादव ने कहा, हम सभी का दिल से धन्यवाद देते हैं कि मुझ पर पुन: भरोसा जताया है। सबसे कहना चाहता हूं कि जो विश्वास जताया है, उस पर खरा उतरेंगे। 20 साल पुरानी निकम्मी सरकार को उखाड़कर फेंकेंगे।

तेजस्वी ने कहा कि राजग की नकलची सरकार है। इसका कोई विजन नहीं है। हम लोगों ने माई बहन योजना लाया तो 10000 का रिश्वत महिलाओं को दिया। बिहार के लोग 20 महीने का मौका दें.. तो जो 20 साल में नहीं हुआ.. 20 महीने में करेंगे। तेजस्वी सीएम बनेगा तो बिहार के सभी लोग सीएम बनेंगे। गैंस सिलेंडर 500 रुपये किया जाएगा।

इस दाैरान मुकेश सहनी ने कहा कि भाजपा ने जिस तरह हमारी पार्टी को तोड़ा, हमारे विधायक को खरीदा उस समय से हमने संकल्प लिया था कि जब तक भाजपा को तोड़ेंगे नहीं तब तक छोड़ेंगे नहीं। वो समय आ चुका है। हम मजबूती के साथ महागठबंधन के साथ रहकर बिहार में सरकार बनाएंगे और भाजपा को बिहार से बाहर करेंगे। महागठबंधन मजबूत और एकजुट है।

वहीं, वाम दलों के नेता दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा कि यह लड़ाई देश की एकता और गंगा-जमुनी तहजीब काे बचाने की है। कांग्रेस बिहार अध्यक्ष ने कहा कि बिहार बदलाव की राह पर है और महागठबंधन पूरी तरह एकजुट है।

पत्रकार वार्ता में सभी साताें घटक दलों के नेता एक मंच पर मौजूद रहे और एक स्वर में कहा कि इस बार बिहार में बदलाव तय है।

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