Chhapra: विश्व मानव व्यापार निषेध दिवस के अवसर पर पुलिस महानिदेशक बिहार द्वारा पिछले 01 वर्ष में बेहतरीन कार्य हेतु एसएसपी सारण डॉ कुमार आशीष को पुरस्कृत किया गया।

सारण जिला पुलिस द्वारा विभिन्न संगठनों के सहयोग से पिछले एक वर्ष में मानव तस्करी के विरुद्ध बेहतरीन कार्य किए जाने एवं “आवाज दो” मुहिम के माध्यम से बाल/महिला अपराधों पर लगाम लगाने एवं जागरूक किए जाने हेतु सारण एसएसपी डॉ० कुमा आशीष को पुलिस महानिदेशक विनय कुमार द्वारा पुरस्कृत किया गया। इस मौके पर कई अन्य वरीय पुलिस पदाधिकारी एवं जिलों, प्रभाग,  संगठनों के पदाधिकारी मौजूद रहे।

पिछले 01 वर्ष में सारण पुलिस ने मानव तस्करी, बालिकाओं / महिलाओं के विरुद्ध हिंसा, यौन उत्पीड़न, मानसिक-शारीरिक उत्पीड़न, साइबर ब्लैकमेलिंग / बुलींग, अपहरण जैसे गंभीर अपराधों के खिलाफ एक अभूतपूर्व और सफल अभियान चलाया गया है।

महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान सुनिश्चित करने के लिए NHRC/NCW से मिली सूचनाओं, जिला पुलिस द्वारा शुरू की गई “आवाज़ दो” हेल्पलाइन नं0-9031600191 के साथ-साथ NGOs के सहयोग से सारण पुलिस के दृढ़ प्रयासों ने आज ऐतिहासिक परिणाम दिए हैं।

सारण पुलिस द्वारा मई-2024 से अब तक कुल 191 नाबालिग बालिकाओं को विभिन्न नृत्य मंडलों (ऑर्केस्ट्रा) / मानव तस्करी गिरोहों के चंगुल से सुरक्षित मुक्त कराया गया है और 24 प्राथमिकी (FIR) दर्ज करते हुए 69 कुख्यात तस्करों व शोषकों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा गया है।

उपलब्धियाँ एक नज़र में (मई 2024 जुलाई 2025) :-

1. कुल मुक्त कराई गई बालिकाएं :- 191

2. कुल दर्ज प्राथमिकी (FIR):- 24

3. कुल गिरफ्तार अभियुक्त (तस्कर / शोषक) :- 69

4. 50 से अधिक बालिकाओं को सफलतापूर्वक पुनर्वास कराया गया।

बाल/महिला हिंसा, उत्पीड़न और साइबर ब्लैकमेलिंग / बुलीइंग जैसे आधुनिक अपराधों से बचाने के लिए तथा नागरिकों में पुलिस के प्रति विश्वास एवं सुरक्षा की भावना जागृत करने हेतु सारण पुलिस द्वारा अक्टूबर-2024 से अपना महत्वाकांक्षी “आवाज़ दो” मुहिम शुरू किया गया है तथा हेल्पलाइन नंबर 9031600191 जारी किया गया है। जिसके माध्यम से पीड़ित बालिकाओं एवं महिलाओं द्वारा अपनी समस्याओं को 24X7 साझा किया जाता है। इस हेल्पलाइन नंबर के जरिए समस्या दर्ज करने वाली पीड़िताओं की पहचान गुप्त रखी जाती है।

“आवाज दो” मुहिम के तहत अबतक कुल 305 पीड़िताओं को सहायता प्रदान की गई है, 10 सोशल मीडिया अकाउंट्स रिकवर किए गए हैं, 25 फर्जी अकाउंट्स ब्लॉक कराए गए हैं और 354 अपहृताओं को भी सकुशल बरामद किया गया है।

“आवाज दो” मुहिम के माध्यम से जिला पुलिस के महिला पुलिस पदाधिकारियों द्वारा कॉलेजों, स्कूलों और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर जागरूकता कार्यक्रम निरंतर चलाई जा रही हैं एवं उन्हें हेल्पलाइन नंबर के बारे में सूचित किया जाता है ताकि वे किसी भी समस्या में हेल्पलाइन नंबर- 9031600191 पर 24X7 बिना संकोच के संपर्क कर सके।

तनिष्क छपरा- डाकबंगला रोड,
फोन-7644849600 , 8235892335
0Shares

पटना, 30 जुलाई (हि.स.)। राजधानी वासियों के वर्षों के इंतजार के बाद 15 अगस्त पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पटना मेट्रो सेवा का शुभारंभ करेंगे। यह पटना वासियों के न सिर्फ़ सफर में सहूलियत लाएगी बल्कि शहर की रफ़्तार को नई गति देगी।

पटना मेट्रो सेवा का पहला रूट मलाही पकड़ी से पाटलिपुत्र बस टर्मिनल तक होगा, जिसकी लंबाई तीन किलोमीटर से अधिक है। तीन कोच वाली इस आधुनिक मेट्रो में एक बार में लगभग 150 यात्री सफ़र कर सकेंगे। भविष्य में यात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए कोचों की संख्या आठ तक बढ़ाई जाएगी।

राज्य सरकार फेयर फिक्सेशन कमेटी की सिफारिशों के आधार पर अंतिम किराया तय करेगी। अनुमान है कि न्यूनतम किराया 15 रुपये और अधिकतम किराया 60 रुपये होगा। 3-6 किलोमीटर के लिए किराया लगभग 30 रुपये, 6-8 किलोमीटर के लिए 45 रुपये तक हो सकता है।

शुरुआती 15 रुपये का न्यूनतम किराया
दिल्ली और पुणे मेट्रो की तुलना में यह लंबी दूरी के लिहाज़ से किफायती माना जा सकता है। हालांकि, शुरुआती 15 रुपये का न्यूनतम किराया दिल्ली और पुणे (10 रुपये) की तुलना में थोड़ा महंगा जरुर है।

सुबह 5 बजे से रात 11 बजे तक चलेगी मेट्रो सेवा
मेट्रो सेवा सुबह 5 बजे से रात 11 बजे तक चलेगी, ठीक उसी तरह जैसे दिल्ली मेट्रो का शेड्यूल है। इससे यात्रियों को पूरे दिन आने-जाने की सुविधा मिलेगी। मेट्रो का ट्रायल रन पूरा हो चुका है। उद्घाटन से पहले सुरक्षा और तकनीकी मानकों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।

उल्लेखनीय है कि पटना मेट्रो का निर्माण कार्य पांच चरणों में पूरा होगा और इस परिवहन प्रणाली का स्वामित्व और संचालन राज्य द्वारा संचालित पटना मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन के पास होगा। पहले चरण में, पटना मेट्रो के पांच स्टेशन अगस्त 2025 तक चालू हो जाएगे। सार्वजनिक-निजी भागीदारी मॉडल के तहत निर्मित पटना एमआरटीएस की अनुमानित लागत 13,365.77 करोड़ (1.6 अरब अमेरिकी डॉलर) है। इस लागत में भूमि अधिग्रहण लागत शामिल नहीं है, जिसका भुगतान बिहार सरकार करेगी।

तनिष्क छपरा- डाकबंगला रोड,
फोन-7644849600 , 8235892335

 

पहले चरण में 15.36 किमी का एलिवेटेड ट्रैक और 16.30 किमी का भूमिगत ट्रैक
पहले चरण (जिसमें पूर्व-पश्चिम और उत्तर-दक्षिण गलियारे शामिल हैं) में 15.36 किमी (9.54 मील) का एलिवेटेड ट्रैक और 16.30 किमी (10.13 मील) का भूमिगत ट्रैक शामिल होगा। जनवरी 2022 में, लार्सन एंड टुब्रो (एलएंडटी) ने पटना मेट्रो के फेज-1 के कॉरिडोर-2 के डिजाइन और निर्माण के लिए मेट्रो ऑपरेटर दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (डीएमआरसी) से ऑर्डर हासिल किया था । एलएंडटी ने 1,989 करोड़ (240 मिलियन अमेरिकी डॉलर) के इस अनुबंध को एक महत्वपूर्ण ऑर्डर के रूप में वर्गीकृत किया है। परियोजना के कार्यक्षेत्र में छह भूमिगत मेट्रो स्टेशन शामिल हैं। राजेंद्र नगर, मोइन-उल-हक स्टेडियम, पटना साइंस कॉलेज, पटना मेडिकल कॉलेज और अस्पताल, गांधी मैदान और कॉरिडोर-2 का आकाशवाणी।

0Shares

पटना, 30 जुलाई (हि.स.)। बिहार की नीतीश कुमार की सरकार लगातार जन सरोकार के काम को आगे बढ़ा रही है। इसी कड़ी में बुधवार सुबह मुख्यमंत्री ने आशा कार्यकर्ताओं का मानदेय 3000 रुपये करने की घोषणा की है।

आज सुबह मुख्यमंत्री ने एक्स पोस्ट कर लिखा कि आशा कार्यकर्ताओं को अब 1 हजार रुपये की जगह 3 हजार रुपये प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाएगी। साथ ही ममता कार्यकर्ताओं को प्रति प्रसव 300 रुपये की जगह 600 रुपये की प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाएगी, इससे उनका मनोबल और बढ़ेगा तथा ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाएं और मजबूत होंगी।

मुख्यमंत्री ने लिखा कि नवम्बर 2005 में सरकार बनने के बाद से हमलोगों ने स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए बड़े पैमाने पर काम किया है। ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने में आशा तथा ममता कार्यकर्ताओं ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इसे ध्यान में रखते हुए तथा ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं के सुदृढ़ीकरण में आशा एवं ममता कार्यकर्ताओं के अहम योगदान को सम्मान देते हुए उनकी मानदेय राशि में वृद्धि करने का निर्णय लिया गया है।

0Shares

पटना, 29 जुलाई (हि.स.)। बिहार में मानसून पूरी तरह एक्टिव हो गया है, जिसकी वजह से राजधानी पटना सहित कई जिलों में भारी बारिश का दौर जारी है। सोमवार देर रात हुई बारिश ने पटना को पानी-पानी कर दिया, जिससे कई इलाके, जैसे राजेंद्र नगर और कंकड़बाग, तालाब और झील में तब्दील हो गए।

सड़कों पर जलभराव से यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ और स्थानीय लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।

अगले 1-2 दिनों तक पटना में रुक-रुक कर बारिश होने की संभावना
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग, पटना और पूसा के ग्रामीण मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार अगले 1-2 दिनों तक पटना में रुक-रुक कर बारिश होने की संभावना है। दक्षिण बिहार में मानसून की मजबूत स्थिति के कारण भारी बारिश हो रही है, जबकि उत्तर बिहार में यह कमजोर पड़ रहा है।

आईएमडी ने 29 जुलाई यानि आज बिहार के कई जिलों के लिए भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। जमुई, बांका, भागलपुर, और अररिया में कई स्थानों पर बहुत भारी बारिश को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।

इसके अलावा नवादा और मुंगेर जैसे जिलों में भी एक-दो स्थानों पर भारी बारिश की संभावना के साथ येलो अलर्ट जारी है।

दक्षिण बिहार के जिलों में 30-40 किमी/घंटा की रफ्तार से हवाएं चलने और वज्रपात की आशंका को देखते हुए भी येलो अलर्ट लागू है। अगले 3-5 दिनों तक बिहार के विभिन्न हिस्सों में मध्यम से भारी बारिश का अनुमान है

पटना में सोमवार को 106 मिमी बारिश दर्ज की गई
पटना में सोमवार को 106 मिमी बारिश दर्ज की गई, जिसने शहर के निचले इलाकों को जलमग्न कर दिया। पटना जंक्शन पर रेलवे ट्रैक पर पानी जमा होने और नवादा के सदर अस्पताल में वार्डों में पानी घुसने से मरीजों और यात्रियों को भारी दिक्कत हुई।

स्थानीय प्रशासन ने जल निकासी के लिए पंप लगाए हैं, लेकिन कंकड़बाग और राजेंद्र नगर जैसे क्षेत्रों में जलभराव की समस्या बरकरार है। देर रात शहरी विकास मंत्री जीवेश मिश्रा ने जलभराव वाले इलाके में स्वयं दौरा कर अधिकारियों को अविलंब कार्रवाई करने का निर्देश दिया।

भागलपुर में सोमवार को 62 मिमी बारिश दर्ज की गई, जिससे मौसम सुहावना हो गया और अधिकतम तापमान में कमी आई। बीएयू के ग्रामीण कृषि मौसम सेवा के नोडल अधिकारी ने बताया है कि 30 जुलाई तक बादल ऐसे ही छाए रहेंगे और एक-दो स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।

तनिष्क छपरा- डाकबंगला रोड,
फोन-7644849600 , 8235892335

 


0Shares

Patna, 29 जुलाई (हि.स.)। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) से निष्कासित पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव ने राजद विधायक भाई वीरेंद्र की ओर से अनुसूचित जाति-जनजाति (एससी/एसटी) समाज के खिलाफ कथित आपत्तिजनक टिप्पणी और धमकी को लेकर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

क्या राजद अपने विधायक भाई वीरेंद्र पर भी कार्रवाई करेगी: तेज प्रताप यादव

तेजप्रताप यादव ने अपने एक्स अकाउंट पर मंगलवार सुबह एक पोस्ट साझा करते हुए लिखा “क्या राजद अपने विधायक भाई वीरेंद्र पर भी कार्रवाई करेगी, जिन्होंने बाबा साहेब आंबेडकर के आदर्शों के उलट एससी-एसटी समाज के खिलाफ शर्मनाक टिप्पणी की, जान से मारने की धमकी दी?

तेज प्रताप यादव ने कहा कि मुझे तो जयचंदों की साज़िश के तहत पार्टी से बाहर कर दिया गया… अब देखना है कि बवाल करने वालों पर भी पार्टी उतनी ही सख्ती दिखाएगी या नहीं? संविधान का सम्मान भाषणों में नहीं, आचरण में दिखना चाहिए।”

जयचंदों” की साज़िश के चलते मुझे बाहर कर दिया गया: तेज प्रताप यादव

तेजप्रताप यादव का यह बयान उस समय आया है जब पार्टी में संगठनात्मक अनुशासन और जातीय समरसता को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं। उन्होंने इस पूरे विवाद को केवल भाई वीरेंद्र तक सीमित नहीं रखा, बल्कि यह भी इशारा किया कि पार्टी में कुछ “जयचंदों” की साज़िश के चलते उन्हें ही बाहर कर दिया गया, जबकि अन्य विवादास्पद नेताओं के खिलाफ चुप्पी साधी गई।

0Shares

Patna, 28 जुलाई (हि.स.)। बिहार के वैशाली जिले में विकसित बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय-सह-स्मृति स्तूप का उद्घाटन मंगलवार 29 जुलाई को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार करेंगे। यह ऐतिहासिक स्मारक वैश्विक बौद्ध समुदाय के लिए श्रद्धा और आकर्षण का केंद्र बनेगा। स्तूप का निर्माण भवन निर्माण विभाग द्वारा किया गया है।

तनिष्क छपरा- डाकबंगला रोड,
फोन-7644849600 , 8235892335

उद्घाटन समारोह में 15 बौद्ध देशों के भिक्षुओं की सहभागिता संभावित है

बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय-सह-स्मृति स्तूप के उद्घाटन समारोह में चीन, जापान, श्रीलंका, थाईलैंड, नेपाल, तिब्बत, म्यांमार, भूटान, वियतनाम, मलेशिया, लाओस, कंबोडिया, मंगोलिया, बांग्लादेश और इंडोनेशिया जैसे 15 बौद्ध देशों के भिक्षुओं की सहभागिता संभावित है।

इस भव्य परिसर को 550.48 करोड़ रुपये की लागत से विकसित किया गया है

दरअसल, 72 एकड़ भूमि में फैले इस भव्य परिसर को 550.48 करोड़ रुपये की लागत से विकसित किया गया है। यह स्थल ऐतिहासिक पुष्करणी तालाब और मड स्तूप के समीप स्थित है। संग्रहालय के प्रथम तल पर भगवान बुद्ध का पावन अस्थि कलश स्थापित किया जाएगा, जो 1958-62 की खुदाई में प्राप्त हुआ था और स्मारक का प्रमुख केंद्र बिंदु होगा। पूरी तरह पत्थरों से निर्मित यह स्तूप वंशी पहाड़पुर (राजस्थान) से लाए गए 42,373 बलुआ पत्थरों से टंग एंड ग्रूव तकनीक के माध्यम से जोड़ा गया है। यह संरचना आधुनिक भूकंपरोधी तकनीकों से तैयार की गयी है। परिसर में ध्यान केंद्र, पुस्तकालय, आगंतुक केंद्र, संग्रहालय ब्लॉक, एम्फीथियेटर, कैफेटेरिया, 500 किलोवाट सौर ऊर्जा संयंत्र, पार्किंग तथा अन्य सुविधाएं भी विकसित की गई हैं।

यह स्तूप न केवल वैशाली को वैश्विक बौद्ध मानचित्र पर प्रतिष्ठित करेगा

ओडिशा के कलाकारों द्वारा निर्मित भगवान बुद्ध की प्रतिमा इस स्थल की विशिष्ट पहचान होगी। यह स्तूप न केवल वैशाली को वैश्विक बौद्ध मानचित्र पर प्रतिष्ठित करेगा, बल्कि स्थानीय पर्यटन, संस्कृति और रोजगार को भी नई दिशा देगा।

विभाग के सचिव कुमार रवि ने कहा कि बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय-सह-स्मृति स्तूप बिहार की सांस्कृतिक धरोहर और वैश्विक बौद्ध विरासत का भव्य प्रतीक है। यह स्मारक वैशाली को विश्व बौद्ध मानचित्र पर स्थापित करेगा और पर्यटन, संस्कृति व स्थानीय रोजगार को नई दिशा देगा।

0Shares

Patna, 27 जुलाई, (हि.स.)।बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को पटना संग्रहालय के नवनिर्मित गंगा गैलरी, पाटली गैलरी एवं प्रेक्षा गृह का उद्घाटन किया। उद्घाटन के बाद मुख्यमंत्री ने नवनिर्मित भवन का निरीक्षण किया और वहां लगाये गये प्रदर्शों का अवलोकन किया

अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार सुविधाएं विकसित करने के उद्देश्य से इस संग्रहालय का विस्तार किया गया है: नीतीश कुमार 

उद्घाटन सके बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि पटना संग्रहालय का उन्नयन एवं विस्तारीकरण कार्य बेहतर ढंग से किया जा रहा है। यह पुराना संग्रहालय है। यहां पर कई महत्वपूर्ण पुरातात्विक एवं ऐतिहासिक प्रदर्श रखे गए हैं, उनका रखरखाव और बेहतर ढंग से हो इसलिए भवन का विस्तारीकरण किया गया है।

उन्होंने कहा कि संग्रह को बेहतर ढंग से प्रदर्शित करने और अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार सुविधाएं विकसित करने के उद्देश्य से इस संग्रहालय का विस्तार किया गया है। गंगा गैलरी, पाटली गैलरी एवं प्रेक्षा गृह अच्छा बना है। लोग यहां आकर प्रदर्शों को देख सकेंगे और उन्हें कई विशिष्ट जानकारियां प्राप्त होंगी। मुख्यमंत्री ने पटना संग्रहालय के पूरे परिसर का निरीक्षण किया और अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिया।

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्माण कार्य बेहतर ढंग से जल्द पूर्ण करने का निर्देश दिया

पटना संग्रहालय के नव निर्मित भवन के उद्घाटन के बाद मुख्यमंत्री बिहार संग्रहालय पहुंचे और वहां संग्रहालय के विभिन्न भागों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने विभिन्न प्रदर्शों को भी देखा। मुख्यमंत्री ने बिहार संग्रहालय तथा पटना संग्रहालय को जोड़नेवाली निर्माणाधीन टनल का निरीक्षण कर कार्य की प्रगति की जानकारी ली। उन्होंने संबंधित विभाग के अधिकारियों को निर्माण कार्य बेहतर ढंग से जल्द पूर्ण करने का निर्देश दिया। इस दौरान मुख्यमंत्री को बिहार संग्रहालय के महानिदेशक अंजनी कुमार सिंह ने टनल से बिहार संग्रहालय में प्रवेश की व्यवस्था, पार्किंग, पर्यटकों को मिलनेवाली अन्य सुविधाओं आदि के संबंध में विस्तृत जानकारी दी।

निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि टनल निर्माण का कार्य जल्द पूरा करें, जिससे कि बिहार संग्रहालय और पटना संग्रहालय के दर्शक आसानी से एक जगह से दूसरी जगह जाकर प्रदर्शों का अवलोकन कर सकें। उन्होंने कहा कि टनल का बेहतर ढंग से निर्माण कराएं, ताकि इलेक्ट्रिक वाहन के साथ-साथ पैदल पर्यटक आसानी से पटना संग्रहालय और बिहार संग्रहालय में आवागमन कर सकें। उन्होंने कहा कि बिहार संग्रहालय को अंतर्राष्ट्रीय स्तर का बनाया गया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पटना संग्रहालय और बिहार संग्रहालय में बड़ी संख्या में पर्यटक आते रहते हैं। इन दोनों संग्रहालयों के बीच टनल का निर्माण कार्य पूर्ण होने से पर्यटकों की संख्या और बढ़ेगी। यहां पार्किंग और अन्य सुविधाओं की समुचित व्यवस्था करें। उन्होंने कहा कि इस निर्माणाधीन टनल के पास से नेहरू पथ के उस तरफ जाने के लिये जो ऊपरी पुल बनाया जाना है, उसका निर्माण कार्य जल्द शुरू करें। साथ ही नेहरू पथ के दूसरी तरफ एक पार्क का भी निर्माण कराएंं, ताकि यहां आनेवाले पर्यटक उसका आनंद उठा सकें।

पटना संग्रहालय को लोग जादूघर के नाम से भी जानते हैं

उल्लेखनीय है कि पटना संग्रहालय को लोग जादूघर के नाम से भी जानते हैं। यह संग्रहालय बिहार राज्य के सांस्कृतिक इतिहास को दर्शाता है। सर्वप्रथम इसकी स्थापना सन 1915 में ऐतिहासिक संग्रहीत वस्तुओ को प्रदर्शित करने के लिए आयुक्त के बंगले में किया गया था। बाद में इसे पटना उच्च न्यायालय भवन में स्थानांतरित कर दिया गया। बढ़ते हुए संग्रह को ध्यान में रखते हुए संग्रहालय के लिए एक नई इमारत बनाने का प्रस्ताव पारित हुआ। राय बहादुर विष्णुस्वरूप ने इस इमारत को इंडो-सारसेनिक शैली में डिजाइन किया, जो राजपुताना और मुगल वास्तुकला का मिश्रण है। यह नया भवन सन 1928 में बनकर तैयार हुआ और सन 1929 में जनता के लिए खोल दिया गया। सन 1960 में इसके पिछले भाग को विस्तारित किया गया।

कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, जल संसाधन सह संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, भवन निर्माण मंत्री जयंत राज, बिहार विधानसभा के उपाध्यक्ष नरेन्द्र नारायण यादव, बिहार संग्रहालय के महानिदेशक अंजनी कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, विकास आयुक्त प्रत्यय सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

0Shares

Patna: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लगातार कोई घोषणाएं कर रहें हैं। इसी क्रम में रविवार को उन्होंने बिहार राज्य में सफाई कर्मचारियों के अधिकारों एवं हितों की सुरक्षा, कल्याण, पुनर्वास, सामाजिक उत्थान, शिकायतों के निवारण तथा विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की निगरानी सुनिश्चित करने के लिए बिहार राज्य सफाई कर्मचारी आयोग के गठन की घोषणा की है। उन्होंने इसके लिए विभाग को निर्देश दिया है।   
सोशल मीडिया पर जानकारी साझा करते हुए उन्होंने लिखा कि 
“मुझे यह बताते हुए प्रसन्नता हो रही है कि बिहार राज्य में सफाई कर्मचारियों के अधिकारों एवं हितों की सुरक्षा, कल्याण, पुनर्वास, सामाजिक उत्थान, शिकायतों के निवारण तथा विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की निगरानी सुनिश्चित करने के लिए मैंने बिहार राज्य सफाई कर्मचारी आयोग के गठन का विभाग को निर्देश दिया है। यह आयोग सफाई कर्मियों के हितों से संबंधित सुझाव, उनके अधिकारों की सुरक्षा के संबंध में सरकार को सुझाव देगा तथा सफाई कार्यों में लगे लोगों से संबंधित कल्याणकारी योजनाओं की समीक्षा कर उसे लागू करवाने हेतु समुचित कार्रवाई करेगा।
बिहार राज्य सफाई कर्मचारी आयोग में एक अध्यक्ष, एक उपाध्यक्ष एवं पांच सदस्य होंगे, जिनमें एक महिला/ट्रांसजेंडर होंगे। यह आयोग राज्य में सफाई कार्यों से जुड़े समाज के वंचित वर्ग के लोगों को मुख्य धारा में जोड़ने तथा उनके सामाजिक एवं आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।”
0Shares

Patna, 26 जुलाई (हि.स.)। केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास (एलजेपी-आर) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने बिहार में लगातार हो रही आपराधिक घटनाओं को लेकर राज्य सरकार पर एक भार फिर से सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने राज्य सरकार और पुलिस प्रशासन से ऐसी घटनाओं पर त्वरित कार्रवाई करते हुए लगाम लगाने की अपील की है।

राज्य में कानून व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है: चिराग पासवान

केंद्रीय मंंत्री और बिहार में सरकार को समर्थन दे रही लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने शनिवार को पटना में पत्रकाराें से बात करते हुए कहा कि उन्हें दुख है कि बिहार में उन्हें ऐसी सरकार का समर्थन करना पड़ रहा है, जो अपराध पर अंकुश लगाने में विफल साबित हो रही है। उन्होंने कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है और पुलिस एवं प्रशासन अपराधियों के सामने नतमस्तक हो चुकी है।

उन्होंने कहा, ” मुझे दुख है कि मैं ऐसी सरकार का समर्थन कर रहा हूं, जहां अपराध बेकाबू हो गए हैं।” अगर जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो बिहार की जनता को इसके गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं।

बिहार में हत्या, दुष्कर्म और लूट जैसी घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रहीं: चिराग पासवान

गयाजी में एक महिला होमगार्ड अभ्यर्थी के साथ एंबुलेंस में हुए दुष्कर्म की घटना पर भी चिराग पासवान ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाएं यह साबित करती हैं कि प्रशासन पूरी तरह नाकाम हो चुका है। एक के बाद एक घटनाएं हो रही हैं और बिहार में अपराध की एक श्रृंखला बनती जा रही है। उन्होंने कहा कि बिहार में हत्या, दुष्कर्म और लूट जैसी घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रहीं। यह बेहद चिंताजनक स्थिति है। अगर हालात ऐसे ही रहे, तो आने वाले दिनों में और भी भयावह स्थिति उत्पन्न हो सकती है।

चिराग ने कहा कि कुछ लोग इसे चुनावी साजिश बता रहे हैं। सरकार को बदनाम करने के लिए ऐसी घटनाओं को अंजान दिया जा रहा है, लेकिन आखिरकार जिम्मेदारी तो राज्य सरकार और प्रशासन की ही बनती है। उन्होंने कहा कि या तो पुलिस अपराध रोकने में पूरी तरह विफल हो चुकी है, या फिर सब कुछ लीपापोती करके ढकने की कोशिश हो रही है। अब ऐसा लग रहा है कि बिहार और बिहारी की सुरक्षा इस सरकार के बस की बात नहीं रही। राज्य सरकार से उन्होंने समय रहते जरूरी कदम उठाने की अपील की।

0Shares

Patna, 26 जुलाई (हि.स.)। बिहार में सीतामढ़ी जिले के पुनौरा गांव में स्थित मां सीता की जन्मस्थली पुनौराधाम का मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को निरीक्षण किया।

 

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पुनौरा धाम पहुंचकर स्थल का निरीक्षण किया

आगामी 08 अगस्त को केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह द्वारा प्रस्तावित माता जानकी मंदिर के शिलान्यास कार्यक्रम की तैयारियों का जायज़ा लेने हेतु मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी एवं अन्य मंत्रियों के साथ पुनौरा धाम पहुंचकर स्थल का निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री सबसे पहले माता सीता के गर्भगृह में पहुंचे, जहां उन्होंने श्रद्धा से पूजा-अर्चना की तथा धूप-दीप जलाकर मां जानकी को नमन किया। पूजन के उपरांत उन्होंने शिलान्यास स्थल की तैयारियों की विस्तृत समीक्षा की।

मुख्यमंत्री ने विशेष रूप से पंडाल की मजबूती, वीआईपी मंच की व्यवस्था, सुरक्षा प्रबंधन, भीड़ नियंत्रण, पार्किंग, तथा श्रद्धालुओं के आवागमन जैसे सभी बिंदुओं पर जिला प्रशासन, पर्यटन विभाग और अन्य संबद्ध एजेंसियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि कोई भी व्यवस्था अधूरी न रहे। उन्होंने कहा कि “यह केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि हमारे सांस्कृतिक गौरव से जुड़ा एक ऐतिहासिक अवसर है। इसकी भव्यता में कोई भी कोताही स्वीकार नहीं होगी।”

11 प्रमुख नदियों के पवित्र जल से सीता मंदिर की आधारशिला रखी जाएगी

मौके पर मुख्यमंत्री ने सुरक्षा व्यवस्था को सर्वोच्च प्राथमिकता पर रखते हुए यह निर्देश दिया कि वीआईपी आगंतुकों और आम श्रद्धालुओं दोनों के लिए समुचित व्यवस्था सुनिश्चित हो। उन्होंने यह भी कहा कि पुनौरा धाम के विकास को लेकर राज्य सरकार प्रतिबद्ध है, और यह मंदिर निर्माण आने वाली पीढ़ियों के लिए धार्मिक चेतना और सांस्कृतिक अस्मिता का केंद्र बनेगा।

उल्लेखनीय है कि 8 अगस्त को होने वाले शिलान्यास में देश की 11 प्रमुख नदियों के पवित्र जल से सीता मंदिर की आधारशिला रखी जाएगी। यह आयोजन राष्ट्रीय स्तर पर धार्मिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक एकता का प्रतीक बनेगा। इस पावन अवसर पर न केवल केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, बल्कि कई प्रमुख राष्ट्रीय हस्तियां भी सम्मिलित होंगी।

 

0Shares

Chhapra: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार विधानसभा चुनाव के पूर्व लगातार कई घोषणाएं कर चुके हैं। अब उन्होंने पत्रकारों के लिए घोषणा की है। उन्होंने बिहार पत्रकार सम्मान पेंशन योजना के तहत अब सभी पात्र पत्रकारों को हर महीने 6 हजार रू॰ की जगह 15 हजार रू॰ पेंशन की राशि प्रदान करने का विभाग को निर्देश दिया है।

शनिवार को उन्होंने अपने सोशल मीडिया हैन्डल पर साझा करते हुए लिखा कि मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि बिहार पत्रकार सम्मान पेंशन योजना के तहत अब सभी पात्र पत्रकारों को हर महीने 6 हजार रू॰ की जगह 15 हजार रू॰ पेंशन की राशि प्रदान करने का विभाग को निर्देश दिया है। साथ ही बिहार पत्रकार सम्मान पेंशन योजना के अंतर्गत पेंशन प्राप्त कर रहे पत्रकारों की मृत्यु होने की स्थिति में उनके आश्रित पति/ पत्नी को जीवनपर्यन्त प्रतिमाह 3 हजार रू॰ की जगह 10 हजार रू॰ की पेंशन राशि दिए जाने का निर्देश दिया है।

लोकतंत्र में पत्रकारों की महत्वपूर्ण भूमिका है। वे लोकतंत्र के चौथे स्तंभ हैं और सामाजिक विकास में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका है। पत्रकारों की सुविधाओं का हमलोग शुरू से ख्याल रख रहे हैं ताकि वे निष्पक्ष होकर अपनी पत्रकारिता कर सकें और सेवानिवृत्ति के उपरांत सम्मानजनक तरीके से अपना जीवन-यापन कर सकें।

0Shares

भागलपुर। देश के वेब पत्रकारों के सबसे बड़े संगठन वेब जर्नलिस्ट एसोसिएशन ऑफ इंडिया की भागलपुर इकाई का गठन आज एक महत्वपूर्ण बैठक में संपन्न हुआ। यह बैठक स्थानीय V गार्डन मैरिज हॉल में आयोजित की गई, जिसमें बड़ी संख्या में वेब पत्रकारों ने भाग लिया।

बैठक की अध्यक्षता संगठन के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य विजय कुमार सिन्हा ने की, जबकि संचालन का दायित्व पूर्व राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य कुमार आदित्य ने निभाया।

इस अवसर पर प्रतिष्ठित वेब पोर्टल ApnaBiharJharkhand.com ने संगठन की सदस्यता ग्रहण की। साथ ही, विभिन्न मीडिया संस्थानों से जुड़े कई पत्रकारों ने संगठन से जुड़कर वेब पत्रकारिता को और अधिक संगठित एवं सशक्त बनाने की प्रतिबद्धता जताई।

बैठक में श्यामानंद सिंह को सर्वसम्मति से जिला अध्यक्ष चुना गया। अध्यक्ष पद ग्रहण करने के बाद उन्होंने कहा कि वे संगठन के सिद्धांतों और मूल्यों के प्रति पूर्ण निष्ठा के साथ कार्य करेंगे तथा जिले में वेब पत्रकारिता को संगठित रूप से आगे बढ़ाएंगे।

उन्होंने संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष आनंद कौशल, महासचिव अमित रंजन, अमिताभ ओझा, सचिव सह बिहार प्रभारी मधुप मणि “पिक्कू”, कार्यालय सचिव अकबर इमाम, कोषाध्यक्ष मंजेश कुमार, संयोजक मनोकामना सिंह समेत तमाम राष्ट्रीय पदाधिकारियों के प्रति विशेष आभार प्रकट करते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में देशभर के वेब पत्रकारों को एक मजबूत मंच मिला है, जो पत्रकारों के अधिकारों एवं हितों की प्रभावी रूप से रक्षा कर रहा है।

0Shares