पटना:  जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता और एमएलसी नीरज कुमार की तबीयत एक बार फिर से बिगड़ गई है। उनकी हालत को देखते हुए एयर एंबुलेंस से उन्हें हैदराबाद ले जाया जाएगा। हैदराबाद ले जाए जाने की तैयारी हो रही है। वहां के एआइजी हास्पिटल में उनका इलाज होगा।

मंगलवार देर रात अचानक उनकी तबीयत बिगड़ी गई।उनका इलाज पहले से ही पटना के मेदांता अस्पताल में चल रहा था। जिसके बाद डॉक्टरों की टीम ने उन्हें बेहतर इलाज के लिए हैदराबाद ले जाने का निर्देश दिया है।

उल्लेखनीय है कि नीरज कुमार की पिछले दिनों पटना के मेदांता हॉस्पिटल में ही सर्जरी हुई थी। उन्हें पेस मेकर लगाया गया था।अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद नीरज कुमार अपने मोकामा स्थित गांव छठ पूजा में गए थे और यहीं पर उन्हें कई बार स्ट्रोक आया। किसी तरह आनन-फानन में उन्हें पटना लाया गया।

पटना के मेदांता हॉस्पिटल में फिलहाल वह एडमिट है और डॉक्टरों की सलाह के मुताबिक उन्हें बेहतर इलाज के लिए हैदराबाद ले जाया जाएगा।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने स्वास्थ्य के बारे में उनसे फोन पर बात की। मुख्यमंत्री के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने हैदराबाद के एआइजी हास्पिटल से संपर्क किया। पारिवारिक सूत्रों के मुताबिक नीरज बुधवार की सुबह एयर एंबुलेंस से हैदराबाद जाएंगे।जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने भी उनकी सेहत के बारे में जानकारी ली है।

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गोपालगंज:  विधानसभा के उप चुनाव को शांतिपूर्ण,भयमुक्त वातावरण में संपन्न कराने के लिए जिला प्रशासन द्वारा व्यापक स्तर पर इंतजाम किए गए हैं।

सभी मतदान केंद्र पर 6 कर्मियों की प्रतिनियुक्ति के साथ भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है ताकि मतदान को शांतिपूर्ण संपन्न कराया जा सकें। 3 नवंबर को होने वाले मतदान के लिए चप्पे चप्पे पर पुलिस बल को तैनात किया गया है। हर 5 से 10 मिनट के अंतराल पर जोनल सुपर जोनल मजिस्ट्रेट्स की गाड़ी प्रत्येक मतदान केंद्र से होकर गुजरेगी।

मतदाताओं काे निर्भिक मतदान करने को लेकर जिला प्रशासन कृतसंकल्प है। इसके लिए 9 ड्रोन कैमरा से निगरानी की जाएगी। इस दौरान गड़बडी करने वाले की पहचान कर तुरंत कार्रवाई की जा सकें। डीएम सह जिला निर्वाचन पदाधिकारी डॉ नवल किशाेर चौधरी,उप निर्वाचन पदाधिकारी डॉ शशि कुमार राय, वरीय उप समाहर्ता राहुल कुमार सिंह ने प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि 16 कंपनी अर्द्वसैनिक बल के साथ बड़ी संख्या में पुलिस जवानों काे चुनाव कराने में लगाया गया है।

डीएम ने कहा शांतिपूर्ण व निष्पक्ष मतदान कराने के लिए थाना क्षेत्रों में असामाजिक तत्वों, बदमाशों, हुड़दंग मचाने वालों को चिन्हित कर कार्रवाई की गई है। मतदान कार्य में जुटे अधिकारी व पुलिस अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि ऐसे लोग जो चुनाव बाधित कर सकते हैं या हंगामा करते पाए जाते है तो उन पर कार्रवाई करें। हर हाल में चुनाव निष्पक्ष व शांतिपूर्ण कराना है। सभी संवेदनशील व अतिसंवेदनशील बूथों पर बड़ी संख्या में पुलिस जवान तैनात किए गए है।

उन्होंने बताया कि विधानसभा उपचुनाव के दौरान मतदान केंद्रों पर सुरक्षा व्यवस्था लेकर अधिकारियों व पुलिसकर्मियों की तैनाती के अलावा मतदान कर्मियों की तैनाती कर ली गई है। जिसमें महिला मतदान केन्द्र और दिव्यांग मतदान केन्द्र भी बनाए गए है। विभागीय स्तर पर चुनाव में शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए जोन व सुपर जोन बनाए गए हैं। चुनाव को लेकर 330 मतदान केंद्रों की निगरानी रखने को लेकर 42 सेक्टर,20 सुपर जोनल, 4 अतिरिक्त सुपर जोनल, 10 त्वरित कार्रवाई दल के साथ डीएम-एसपी, डीएसपी-एसडीओ की टीम काम करेगी। उन्होंने बताया कि 6 लेयर में सुरक्षा व्यवस्था की गई है। चुनाव के दौरान जोन, सुपर जोन व सेक्टर के अलावा पेट्रोलिंग पार्टी सभी मतदान केंद्रों की निगरानी रखेगी। मतदान के दौरान संबंधित पदाधिकारी अपने इलाके के मतदान की स्थिति तथा वहां होने वाली तमाम गतिविधियों की जानकारी वरीय अधिकारियों को उपलब्ध कराएंगे। अलावा इसके जिला स्तर पर स्थापित किया गया नियंत्रण कक्ष लगातार कार्य करेगा। जहां से पूरे जिले की स्थिति पर नजर रखी जाएगी।

उन्होंने बताया कि दियारा इलाके की निगरानी के लिए गंडक नदी में नाव पर पुलिस बल को भी तैनात किया जाएगा। इसके लिए एक कंपनी पुलिस बल जिले में है। जिसे चुनाव के पहले नदी के किनारे फ्लैग मार्च किया जाएगा। साथ ही वैसे मतदान केंद्र जो गंडक नदी के आसपास के इलाके में मौजूद हैं, वहां की सुरक्षा व्यवस्था के लिए गंडक नदी के इलाके में नाव से लगातार पेट्रोलिंग की जाएगी।

सभी मतदान केंद्रों पर कड़ी निगरानी रखने के लिए गश्ती दल टीम के साथ ही फ्लाइंग स्क्वायड की टीम की भी तैनाती की गई है। निर्वाचन विभाग ने सेक्टर पदाधिकारियों की तैनाती के साथ ही कम्यूनिकेशन प्लान बनाने का निर्देश जारी किया है। सेक्टर क्षेत्र के सभी आंगनबाड़ी सेविका व सहायिका, बीएलओ, विकास मित्र, पंचायत सचिव, पंचायत रोजगार सेवक, ग्राम कचहरी सचिव को सेक्टर टीम में शामिल किया गया है। जिसका डेटाबेस बनाया गया है। वहीं सुरक्षा को लेकर अर्द्धसैनिक बल के जवानों को लगाया गया है। जिसकी भी तैनाती किया जा रहा है। इसके अलावा सेक्टर पदाधिकारी व फ्लाइंग स्क्वायड की टीमें भी लगातार मतदान के दिन भ्रमणशील रहेगी। चुनाव में शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए जोन तथा सुपर जोन गठित किया गया है।

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पटना: बिहार में तीन नवम्बर को होने वाले मोकामा और गोपालगंज विधानसभा क्षेत्र उप चुनाव के प्रचार का शोर मंगलवार शाम थम गया। इन दोनों जगहों पर महागठबंधन और भाजपा में सीधी टक्कर है।

उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने दोनों जगह मोकामा और गोपालगंज में चुनावी सभाएं की। उनके साथ जदयू राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह, जदयू संसदीय बोर्ड के चेयरमैन उपेन्द्र कुशवाहा सहित राजद के वरिष्ठ नेता अब्दुलबारी सिद्दीकी समेत कई नेता रहे।

तेजस्वी यादव मोकामा में मकेर और घोसवारी की जनसभाओं को संबोधित किया। मोकामा में जनसभाओं को संबोधित करने के बाद तेजस्वी गोपालगंज के लिए रवाना हुए। गोपालगंज के उचका गांव के मेला मैदान में उनकी जनसभा हुई। उन्होंने पटना में कहा कि हम लोगों के साथ अब्दुल बारी सिद्दीकी, उपेंद्र कुशवाहा और जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह रहे हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का संदेश भी दोनों क्षेत्रों में गया है । हम लोगों को पूरी उम्मीद है कि दोनों सीटों पर राष्ट्रीय जनता दल के उम्मीदवार को जनता जीत दिलाएगी।

लोजपा (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष व जमुई सांसद की भी एंट्री इस उप चुनाव में हो गई। दोनों ही जगहों पर उन्होंने भाजपा उम्मीदवार के पक्ष में जमकर चुनाव प्रचार किया। सोमवार को चिराग ने मोकामा विधानसभा इलाके में एक बड़ा रोड शो किया था। इनके साथ पूर्व विधानसभा अध्यक्ष व नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा भी थे। मंगलवार को चिराग ने गोपालगंज चुनावी सभा को संबोधित किया।

लोजपा (रामविलास) के प्रदेश प्रवक्ता प्रो. विनीत सिंह ने फोन पर बातचीत में कहा कि मोकामा में 12 हजार पासवान मतदाता हैं। इनके अलावा चार हजार रविदास वोटर्स भी हैं, जो महादलित में आते हैं। दावा किया जा रहा है कि मोकामा में रोड शो करने के बाद इनके वोट भाजपा उम्मीदवार को ही जाएंगे। चिराग पासवान की एंट्री के बाद वहां का समीकरण ही बदल गया है। इसी तरह गोपालगंज में भी दलितों की संख्या 35 हजार के करीब है।इनके वोट भी भाजपा उम्मीदवार को ही जाएंगे। प्रदेश प्रवक्ता के अनुसार अब दोनों ही सीटों पर मुकाबला कड़ा हो गया है। बावजूद इसके जीत का अंतर बड़ा होगा। दोनों ही जगहों पर भाजपा के ही उम्मीदवार अपनी जीत दर्ज करेंगे।

नीतीश कुमार दोनों में से किसी जगह पर चुनाव प्रचार के लिए नहीं गए हैं और उन्होंने पटना से ही संदेश जारी कर दोनों जगह के महागठबंधन के उम्मीदवार को जीताने की अपील जरूर की है। इसलिए इस उपचुनाव में महागठबंधन की ओर से स्टार प्रचारक तेजस्वी यादव ही हैं।

मोकामा के बाहुबली अनंत सिंह जेल में रहकर ही पत्नी नीलम देवी के लिए रणनीति बना रहे हैं। गोपालगंज की लड़ाई इसलिए दिलचस्प हो गई है कि वहां तेजस्वी यादव की सगी मामा यानी साधु यादव की पत्नी इंदिरा यादव मैदान में हैं।

प्रतिपक्ष के नेता विजय कुमार सिन्हा ने नीतीश कुमार के चुनाव प्रचार में नहीं जाने पर कटाक्ष किया है। कहा है कि दोनों जगह से महागठबंधन के उम्मीदवार हार रहे हैं। इसलिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार चुनाव प्रचार करने नहीं जा रहे हैं। विजय सिन्हा ने कहा कि सरकार हर मोर्चे पर फेल है। अब बिहार की जनता नीतीश कुमार को पसंद नहीं कर रही है। दोनों जगहों से बीजेपी के उम्मीदवार जीतेंगे।

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पटना: बिहार में छठ पूजा के दौरान डूबने से दस लोगों की मौत हो गई जबकि एक युवक लापता है। सबसे ज्यादा समस्तीपुर में छह, मुजफ्फरपुर में तीन और मधुबनी में एक की डूबने से मौत हुई है। सीतामढ़ी में बागमती की उपधारा में डूबकर एक युवक लापता है।

समस्तीपुर जिले के मोरवा में वरुणा पुल के निकट नून नदी में डूबने से बलबीरा निवासी वीरेंद्र कुमार शर्मा के पुत्र विशाल कुमार (18) व स्वर्गीय सुरेंद्र कुमार शर्मा के पुत्र मंतोष कुमार (16) की मौत हो गई जबकि इसी जिले के मोरवा दक्षिणी पंचायत में तालाब में नहाने के दौरान सरायरंजन के जितवारपुर कुम्मिरा निवासी विश्वनाथ पासवान का पुत्र उदित कुमार (16) की मौत हो गई। इधर, विभूतिपुर के केराई में छठ घाट बना नहाने के दौरान बैंती नदी में डूबने से अमित कुमार(19) की मौत हो गई। विद्यापतिनगर की कांचा पंचायत में पोखर में डूबने से संजय साह (50) और रोसड़ा के महुली में छठ घाट पोखर में डूबने से अमित कुमार (14) की मौत हो गई।

मुजफ्फरपुर जिले में सकरा के गन्नीपुर बेझा के रामबाबू सिंह के पुत्र राहुल कुमार (19), गायघाट के बेनीबाद में पागा लक्ष्मी गांव के नरेश पंडित के पुत्र प्रिंस कुमार (24) और ब्रह्मपुरा झिटकहियां के उपेद्रं साह के पुत्र अभिषेक कुमार (21) की डूबने से मौत हो गई।

मधुबनी के मधवापुर में छठ घाट बनाने के दौरान त्रिमुहान धौंस नदी में डूबने से रौशन कुमार यादव (18) की मौत होग गई। इधर, सीतामढ़ी के रुन्नीसैदपुर थाना के इब्राहीमपुर में बागमती की उपधारा के समीप स्थित छठ घाट पर सोमवार को नहाने के दौरान एक युवक डूब गया। देर शाम तब उसका पता नहीं चल सका था।

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पटना:  बिहार, झारखंड, पूर्वी उत्तर प्रदेश सहित देश के करीब 30 करोड़ की आबादी के श्रद्धा और स्वच्छता के महापर्व छठ का सोमवार सुबह उदयीमान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ समापन हो गया ।

बिहार में गंगा घाट सहित कोसी गंडक बागमती और छोटी नदियों पर आज सुबह उदीयमान सूर्य को अर्घ्य दिया गया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज मुख्यमंत्री आवास में अपने परिवार के निकटतम सदस्यों के साथ उदयीमान भगवान भास्कर को अर्घ्य अर्पित किया तथा राज्यवासियों की सुख, शांति एवं समृद्धि के लिये ईश्वर से प्रार्थना की।

पटना के दीघा घाट के आसपास रहने वाली महिला व्रती पैदल ही परिवार के अन्य सदस्यों के साथ नदी के तट पर पहुंची। इस दौरान वे छठी माई की गीत गा रही थीं। गंगा तट पर पहुंचने पर सबसे पहले व्रतियों ने आम की दातुन से मुंह धोया। उसके बाद नदी के पानी में स्नान करने का सिलसिला शुरू हुआ। स्नान करने के बाद व्रतियों ने भगवान भास्कर को जल अर्पित किया।

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बेगूसराय: गांव की गलियों में गूंजते छठ के गीत और परदेसियों की बढ़ती संख्या ने लोगों को पर्व के समरसता भाव का एहसास कराना शुरू कर दिया है। छठ मतलब एक ऐसा पर्व जिसमें सभी सामाजिक भेदभाव समाप्त हो जाते हैं, हर घर से एक समान खुशबू और गीतों की आवाज आनी शुरू हो जाती है।

लोक आस्था का बिहारी पर्व छठ ग्लोबल हो चुका है, हर ओर छठ की धूम मच रही है। ऐसे में छठ जब ग्लोबल हुआ तो पूजा के प्रसाद भी बदलते चले गए। अब अमेरिका में लोग हल्दी का पत्ता कहां से लाएंगे, ऑस्ट्रेलिया में सुथनी कैसे मिलेगा, ब्रिटेन में लोग गन्ना कहां से लाएंगे, बोस्टन में बांस का सूप मिलना तो मुश्किल ही है। जिसके कारण विदेशों में रह रहे भारतीय वहां उपलब्ध फल और धातु से बने सूप में सूर्यदेव को अर्घ्य देने की तैयारी कर चुके हैं लेकिन बिहार का कोई सुदूरवर्ती गांव हो या वॉशिंगटन का जैसा आधुनिक विदेशी शहर, तमाम जगहों पर एक प्रसाद आज भी कॉमन है, जिसके बिना छठ पूजा संपन्न नहीं मानी जाती है, वह प्रसाद है गेहूं के आटे से तैयार किया जाने वाला ठेकुआ। लेकिन, कई ऐसी बातें हैं, चीजें हैं जिनका छठ पर्व के साथ चोली दामन का साथ बन गया है। बिहार का सुप्रसिद्ध व्यंजन छठ के बहाने दुनिया में छा गया है। छठ की पूजा संपन्न हो गई और प्रसाद में यदि आपने ठेकुआ नहीं दिया तो लोग जरूर सवाल उठाएंगे की ठेकुआ के बगैर प्रसाद अधूरा है

ऐसी मान्यता है कि भगवान सूर्य को भी ठेकुआ बहुत प्यारा है, इसीलिए इस दौरान बना ठेकुआ सबसे स्वादिष्ट बनाया जाता है। शुद्ध घी का बना ठेकुआ स्वाद अनोखा हो जाता है। लोकगीत के मधुर धुनों पर झूमती महिलाएं जब ठेकुआ बनाती हैं तो इसमें ना सिर्फ चीनी और गुड़, बल्कि महिलाओं के सुमधुर गीत की मिठास भी घुल जाती है। ठेकुआ बनाने के लिए गेहूं सुखाने जब तमाम छतों पर महिलाएं जुटी तो लोकगीतों के लय ने अमीर-गरीब और ऊंच-नीच के तमाम भेदभाव मिट जाते हैं।

ठेकुआ के डिजाइन भले ही अलग-अलग होने लगे हैं, लेकिन इसका स्वाद आज भी वही है जो दशकों पूर्व था। अंतर बस इतना है कि पहले यह ठेकुआ प्रातः कालीन पूजा के बाद गांव-गाव में रिश्तेदारों तक पहुंचाए जाते थे और अब देश के कोने-कोने ही नहीं, विदेश तक भेजे जा रहे हैं। जिनके भी परिजन विदेश में रह रहे हैं, वहां कुरियर से यह भेजा जा रहा है। जबकि विदेश में छठ करने वाले परिवार कम ही सही लेकिन ठेकुआ जरूर चढ़ाते हैं। बिहार से बाहर किसी अन्य राज्य या विदेश में जाना हो अथवा भेजना हो ठेकुआ ज्यों-का-त्यों रहेगा, जबकि दूसरे प्रसाद खराब हो सकते हैं।

उल्लेखनीय है कि बिहार में स्वादिष्ट व्यंजन निर्माण की समृद्ध परंपरा है। हमारे बुजुर्गों का मानना था कि बरसात आने से पहले घर में पर्याप्त चीजें बनाकर रख कर ली जानी चाहिए, जिससे बरसात के फीके मौसम में भी खाने का स्वाद बना रहे। पहले इतने होटल, परिवहन के साधन और खाने को लेकर अन्य तमाम विकल्प नहीं मौजूद होते थे। यदि कोई कहीं जा रहा है, तो ठेकुआ लेकर निकल गया, उस समय के सप्ताह भर की यात्रा हो अथवा आज के जमाने में कहा जाने वाला टूर, ठेकुआ भूख मिटाने का सबसे बेहतर साधन होता था और आज भी गांव वासियों के लिए सर्वोत्तम है। कहीं जाना होता मां ठेकुआ की पोटली बांध कर दे देते थे।

रास्ते भर खाने के लिए नहीं सोचना पड़ता, उसी तरह जब लौटना होता तो उधर से भी ठेकुआ ही दिया जाता। ठेकुआ खाने के लिए कहीं रुकना नहीं पड़ता है, खाते-खाते भी दो-चार किलोमीटर तय कर लेते थे। इसे कहीं रख दीजिए खराब नहीं होगा, स्वाद और अंदाज वही होगा। इसलिए इसकी बादशाहत आज भी कायम है। फिलहाल हर ओर छठ की धूम मची हुई है और घर-घर में ठेकुआ पकवान बनाने की तैयारी हो गई है। गेहूं सूख गया, चीनी और सुखा मेवा के साथ ही घी एवं रिफाइन भी आज आ गया है, चार दिवसीय महापर्व के उमंग में चप्पा-चप्पा डूब गया है।

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औरंगाबाद/पटना: बिहार में औरंगाबाद शहर के नगर थाना इलाके के शाहगंज मोहल्ले में शनिवार तड़के एक घर में हुए सिलेंडर ब्लास्ट में सात पुलिसकर्मी सहित करीब दो दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए। यह धमाका अनिल गोस्वामी के घर पर हुआ।

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पुलिस के मुताबिक अनिल के घर खरना की तैयारी हो रही थी। इस दौरान रसोई सिलेंडर से गैस लीक कर गई और आग फैल गई। इस दौरान सिलेंडर में विस्फोट हो गया। स्थानीय लोगों ने किसी तरह आग पर काबू पाने का प्रयास किया लेकिन इसमें सफलता नहीं मिली। आशंका जताई जा रही है कि शार्ट सर्किट के कारण सिलेंडर से लीक हो रही गैस ने आग पकड़ी।

इस हादसे में 25 से 30 लोग घायल हो गए। इसमें से करीब 10 लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है। सदर अस्पताल में भर्ती लोगों का उपचार किया गया। इसके बाद लोग स्थिति अनुसार अपने मरीज को आसपास के निजी अस्पताल एवं गंभीर हालत देखते हुए बाहर ले गए। सदर अस्पताल से 10 घायलों को गंभीर अवस्था में रेफर कर दिया गया।

नगर थाना के एसआई विनय कुमार सिंह में बताया कि सूचना मिलते ही पुलिस पहुंची। आग बुझाने का प्रयास किया गया। इस दौरान तेज धमाका हुआ। छानबीन की जा रही है। गृहस्वामी अनिल गोस्वामी का कहना है कि सिलेंडर में गैस लीकेज से आग लगी है। सिंह ने बताया कि हादसे में सात पुलिसकर्मी भी घायल हैं। घायलों में प्रभात कुमार, आर एन गोस्वामी, अनिल कुमार, राज किशोर, मो नाजिर, मो मेराज, मो बिट्टू, अशगर ,शाहनवाज, सोनू, मोनू, महेंद्र साव, आदित्य राय, सुधांशु कुमार, छोटू आलम, अरबाज, शाबिर, पंकज वर्मा, अभय कुमार ठाकुर, राजीव कुमार, दिलीप कुमार, आदित्य कुमार, अखिलेश कुमार, मो मोज्ज्म, छोटू आलम, प्रीति कुमारी, जगलाल प्रसाद आदि हैं।

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पटना/बेगूसराय:  बिहार की लोक संस्कृति, सुचिता से आस्था और सूर्योपासना का चार दिवसीय महापर्व छठ शुक्रवार को नहाय-खाय के साथ शुरू हो गया है। ग्लोबल हो चुका छठ बिहार से निकलकर देश के विभिन्न राज्यों से होते हुए दुनिया के 25 से भी अधिक देशों में पहुंच गया है।

भारतीय समय के अनुसार विभिन्न देशों में अर्ध्य का समय जो हो, लेकिन आज पड़ोसी देश नेपाल से लेकर मलेशिया, अमेरिका, ब्रिटेन, बोस्टन, फ्रांस से लेकर ऑस्ट्रेलिया के सिडनी और मेलबर्न तक इसकी धूम मच गई है। मेलबर्न में दो सौ से अधिक लोग छठ कर रहे हैं। वहां ना केवल तैयारी शुरू हो गई है, बल्कि बिहार में बजने वाले छठ के गीत भी बजने लगे हैं। इस वर्ष भी बिहार झारखंड सभा के बैनर तले मेलबर्न में छठ मनाया जाएगा। जिसमें ना केवल वहां रहने बिहार और भारत वासी उपस्थित होंगे, बल्कि मेलबर्न के सरकार के कई मंत्री भी शामिल होंगे।

कार्यक्रम की मुख्य आकर्षण होगी पद्मश्री से सम्मानित गायिका मालिनी अवस्थी। मालिनी अवस्थी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए ऑस्ट्रेलिया पहुंच गई है, वे सिडनी एवं मेलबर्न में आयोजित छठ में शामिल होंगी। बिहार झारखंड सभा एवं हिंदू फेडरेशन ऑफ आस्ट्रेलिया के इस कार्यक्रम में बेगूसराय का तनिष्क डायमंड वेबसाइट भी प्रायोजक की भूमिका में है।

बिहार झारखंड सभा के अध्यक्ष बेगूसराय निवासी नीरज कुमार दास ने बताया कि ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न में हम लोगों ने बिहार झारखंड सभा करके ग्रुप बना रखा है। अध्यक्ष होने के नाते अधिक जिम्मेवारी होती है, हम लोग यहां अपने देश की संस्कृति से जुड़े तमाम पर्व त्योहार हर्षोल्लास के साथ मनाते हैं। अपने बिहार के लोक आस्था के महापर्व छठ के अवसर पर शनिवार को अपनी परंपरा के अनुसार खरना करेंगे, उसके बाद रविवार को भगवान भास्कर को अर्घ्य दिया।

नीरज कुमार ने बताया कि रविवार को ही देर रात जब भारत में रात का समय होगा तो मेलबर्न में सूर्योदय की बेला होगी और उस समय प्रातः कालीन अर्घ्य देने के साथ चार दिवसीय महापर्व का समापन होगा। इस अवसर पर बिहार झारखंड के सैकड़ों परिवार एकत्रित होकर जब छठ मनाते हैं तो ऑस्ट्रेलिया वासी भी हमारे महापर्व में सहभागी बनते हैं। हिंदी गीत वे लोग भले ही नहीं गा पाते हैं, लेकिन हम लोगों के साथ-साथ वे सब भी शारदा सिन्हा के गाए छठ गीत गुनगुनाते हैं, समझते हैं और आस्था में शरीक होते हैं।

उन्होंने बताया कि पिछले चार वर्षों से मेलबर्न में छठ का नेतृत्व कर रहे उद्योगपति नीरज ने बताया कि प्रकृति के अंतिम स्वरूप और उर्जा का अक्षुण्ण स्रोत सूर्य की आराधना का महापर्व छठ पूजा है। उगते सूर्य की उपासना तो संसार का विधान है, लेकिन हम भारतीय ही अस्ताचल सूर्य की भी आराधना करते हैं और वो भी उगते सूर्य से पहले। अगर उदय का अस्त भौगोलिक नियम है तो अस्त का उदय प्राकृतिक और आध्यात्मिक सत्य। हम बिहार के लोग दुनिया के चाहे जिस भी हिस्से में चले जाएं, अपनी संस्कृति को नहीं भूल सकते हैं।

नीरज के पिता और बेगूसराय भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष जयराम दास भी इस वर्ष छठ में शामिल होने मेलबर्न पहुंचे हुए हैं। उन्होंने बताया कि यूं तो बिहार के इस महापर्व की देश-दुनिया में धूम मची है, चार वर्ष से नीरज मेलबर्न में बिहार की संस्कृति की पताका लहरा रहे हैं। मौके पर वहां सिर्फ बेगूसराय नहीं, बिहार के विभिन्न हिस्सों के लोगों के अलावा बड़ी संख्या में झारखंड, उत्तर प्रदेश समेत अन्य राज्यों के रहने वाले भी वहां छठ मनाते हैं। छठ हमें अपनी संस्कृति और परंपरा को अक्षुण्ण में रखने का संदेश देती है, तभी तो बिहार के लोग जहां कहीं जाते हैं, वहीं पर छठ मनाते हैं।

उल्लेखनीय है कि 2021 में तात्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी बेगूसराय के छठ की चर्चा किया था। बिहार विधानसभा के शताब्दी वर्ष समारोह में शामिल होने आए राष्ट्रपति ने ट्वीट कर कहा था कि छठ-पूजा अब एक ग्लोबल फेस्टिवल बन चुका है। बेगूसराय से बोस्टन तक छठी मैया की पूजा बड़े पैमाने पर की जाती है। यह इस बात का प्रमाण है कि बिहार की संस्कृति ने विश्व स्तर पर अपना स्थान बनाया है।

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पटना/वैशाली: बिहार में वैशाली जिले के हाजीपुर दिग्गी ओवरब्रिज पर बस और ट्रक में देर रात हुई जोरदार टक्कर में दो की घटनास्थल पर मौत हो गई, वहीं करीब 18 लोग घायल हो गए।

पटना के राइस मिल से छुट्टी मिलने पर मजदूरों से भरी बस पश्चिम चंपारण जिले के बगहा के लिए जा रहा थी तभी यह हादसा हुआ।

मौके पर सदर थाना पुलिस ने पहुंचकर सभी को सदर अस्पताल में भर्ती कराया। सदर अस्पताल के स्वास्थ्य कर्मी पिंटू कुमार सिंह ने बताया कि यहां आठ घायलों का इलाज चल रहा है।

सदर थाना प्रभारी ने बताया कि बस में 50 से ज्यादा लोग सवार थे। बस पटना से बगहा जा रहा थी। बस पटना राइस मिल में काम करने वाले मजदूरों को छठ पर्व की छुट्टी में घर लेकर लौट रहा थी।

कई लोगों की नाजुक स्थिति को देखते हुए उन्हें सदर अस्पताल से पटना रेफर कर दिया गया है। वहीं, दो की मौत घटनास्थल पर ही हो गई।

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गोपालगंज: गोपालगंज में पुलिसकर्मियों से भरी नाव गंडक नदी में पलट गई. नाव हादसे में डूबने से एक पुलिस जवान की दर्दनाक मौत हो गई है. जादवपुर के राजवा गांव में शराब तस्करों को पकड़ने के लिए पुलिस की टीम नाव पर सवार होकर गई थी. इसी दौरान गंडक नदी में यह हादसा हो गया. नाव पलटने के बाद कुछ पुलिसकर्मी तो तैरकर बाहर आ गए लेकिन एक जवान की डूबने से मौत हो गई. हादसे के बाद लोगों की भारी भीड़ नदी के पास जमा हो गई है.

घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पुलिस और प्रशासन के बड़े अधिकारी पहुंचे और गोताखोरों की मदद से जवान के शव को बरामद कर लिया. नाव पर सवार अन्य पुलिसकर्मियों ने तैरकर अपनी जान बचा ली जबकि एक जवान गहरे पानी में डूब गया. हादसे के शिकार हुए जवान की पहचान राजेश कुमार के रूप में हुई है. 36 वर्षीय राजेश कुमार डीएपी पुलिस बल का जवान था. वह गया के डोभी निवासी मोहन ठाकुर का बेटा था. उसकी तैनाती यादोपुर थाना में हुई थी. गंडक नदी में हुए नाव हादसे पर सीएम नीतीश ने शोक जताया है. मुख्यमंत्री ने अपनी शोक संवेदना में हादसे के शिकार हुए सिपाही राजेश कुमार के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है. मुख्यमंत्री ने इस घटना को काफी दुखद बताया है.

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पटना:  बंगाल की खाड़ी में सितरंग चक्रवात के सक्रिय होने से बिहार के कुछ जिलों में भी बारिश होने की उम्मीद है। मौसम विभाग ने सोमवार और मंगलवार को पश्चिम बंगाल और झारखंड से सटे बिहार के 12 जिलों में बूंदाबांदी का अलर्ट जारी किया है। दिवाली की रात यानी सोमवार से ही सितरंग चक्रवात का असर बिहार में दिखने लगेगा।

सितरंग चक्रवात का असर राज्य के पूर्वी भाग में देखा जा सकता है। बिहार के सीमावर्ती इलाकों में कुछ जगहों पर हल्की वर्षा हो सकती है। हालांकि, पटना सहित राज्य के ज्यादातर शहरों में आकाश साफ रहेगा। इसके प्रभाव से बिहार के सुपौल, अररिया, किशनगंज, पूर्णिया, भागलपुर, बांका, मुंगेर, जमुई सहित 12 जिलों में रुक-रुककर 48 घंटे तक लगातार बारिश होने का अनुमान है। मौसम का असर तापमान पर भी दिखेगा। हालांकि राजधानी पटना समेत आसपास के इलाकों में दिवाली पर मौसम साफ रहेगा।

पटना मौसम विज्ञान केंद्र के विज्ञानी संजय कुमार का कहना है कि वर्तमान में अंडमान सागर में बना कम दबाव का क्षेत्र धीरे-धीरे उत्तर-पूर्व की ओर बढ़कर चक्रवात में तब्दील हो गया है। अब उसके धीरे-धीरे बंग्लादेश की ओर से आगे बढ़ने की उम्मीद है।

मौसम विज्ञानियों का कहना है कि चक्रवात का असर राज्य में 25 को होने की संभावना है। जिससे ठंड बढ़ेगी, तो छठ में भी व्रतियों को सावधानी बरतने की आवश्यकता पड़ेगी। पश्चिम बंगाल और झारखंड में चक्रवात का असर तय करेगा कि यह बिहार में किस रूप में दिखेगा।

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पटना: बिहार के कद्दावर वामपंथी नेता,बिहार विधान परिषद के एमएलसी और बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष केदार पांडेय का निधन हो गया।

केदार पांडेय के निधन पर सीएम नीतीश कुमार ने शोक संवेदना व्यक्त की है।मुख्यमंत्री ने अपने शोक संदेश में कहा कि स्व केदारनाथ पांडेय एक कुशल राजनेता एवं समाजसेवी थे। केदारनाथ पांडेय को बिहार में शिक्षकों के हित के लिए काम करने वालों में सबसे बड़ी आवाज माना जाता था। उनके निधन से शैक्षणिक, राजनीतिक एवं सामाजिक क्षेत्र में अपूरणीय क्षति हुई है।

मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा की चिर शान्ति तथा उनके परिजनों को दुःख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है।एमएलसी केदार पांडेय हार्ड अटैक आने के बाद से गुड़गांव के मेदांता अस्पताल में भर्ती थे जहां उनका इलाज चल रहा था। इलाज के दौरान ही उन्होंने सोमवार को अंतिम सांस ली।

केदार पांडेय माध्यमिक शिक्षक संघ के बिहार के अध्यक्ष थे। ये सारण शिक्षक निर्वाचन सीट से चौथी बार एमएलसी बने थे। इनके निधन पर राजनीतिक और शिक्षा गलियारे में शोक है। केदार पांडेय मूल रूप से उत्तर प्रदेश के बलिया के रहने वाले थे और शुरू से ही बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ से जुड़े थे।केदार पांडेय बिहार में वाम दल के एक स्तंभ माने जाते थे। उनके निधन को बिहार के शिक्षा जगत के लिए अपूरणीय क्षति माना जा रहा है।

पूर्व मंत्री और जदयू एमएलसी नीरज कुमार ने भी एमएलसी केदार पांडेय के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है।उन्होंने कहा कि इनके निधन से शिक्षा और राजनीति को बड़ा नुकसान हुआ है।

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