पटना: मणिपुर में हिंसा के बीच फंसे 163 छात्र मंगलवार को सुरक्षित अपने राज्य बिहार पहुंच गये। वे आज पूर्वाह्न 11 बजे विमान सेवा से पटना एयरपोर्ट पहुंचे। यहां अधिकारियों ने गुलाब देकर छात्रों का स्वागत किया। छात्रों को लेने के लिए उनके परिवार के लोग भी एयरपोर्ट पर पहुंचे हुए थे। बच्चों को आंखों के सामने देख कई अभिभावकों की आंखें डबडबा गयीं।

मणिपुर से लौटे छात्रों ने आप बीती साझा करते हुए कहा कि मणिपुर में हालात बहुत खराब थे। जहां हम रुके थे वहां से थोड़ी दूर पर बमबारी हो रही थी। हम बहुत डरे हुए थे। उम्मीद नहीं थी कि हम घर वापस आ पायेंगे लेकिन बिहार सरकार की मदद से हम अपने घर वापस आ सके। सुबह 8 बजकर 40 मिनट पर इंफाल से हमलोगों को लेकर फ्लाइट पटना एयरपोर्ट के लिए रवाना हुई। इसमें से 21 स्टूडेंट्स झारखंड के थे, जिन्हें बस से रांची भेजा गया है। छात्रों ने इसके लिए बिहार सरकार को धन्यवाद दिया।

उल्लेखनीय है कि मणिपुर में तीन मई से हिंसा भड़की हुई है। इससे वहां का माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है। बिहार के करीब 300 स्टूडेंट्स मणिपुर के विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों में फंसे थे। राज्य सरकार ने वहां फंसे बिहार के स्टूडेंट्स को वापस लाने के लिए मणिपुर सरकार से बात की थी।

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पटना: भाजपा के खिलाफ देशव्यापी विपक्षी एकजुटता को लेकर मंगलवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ओडिशा के मुख्यमंत्री और बीजद सुप्रीमो नवीन पटनायक से मुलाकात करेंगे। इसके लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मंगलवार को ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर जायेंगे।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह भी रहेंगे। सभी सुबह साढ़े 10 बजे पटना से रवाना होंगे। दोपहर में उनकी नवीन पटनायक से मुलाकात होगी। 2024 के आम चुनाव में भाजपा के खिलाफ विपक्षी एकता को लेकर दोनों नेताओं के बीच विस्तृत चर्चा होगी। जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह और सरकार के सूचना-जनसम्पर्क विभाग के मंत्री संजय कुमार झा ने इसकी जानकारी दी है।

उल्लेखनीय है कि ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक से मिलने के लिए नीतीश कुमार 5 मई को ही भुवनेश्वर जाने वाले थे लेकिन, दोनों नेताओं के बीच मुलाकात का समय बाद में 9 मई तय किया गया।

बताया जा रहा है कि नवीन पटनायक से मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मुंबई जायेंगे। जहां 11 मई को वह एनसीपी प्रमुख शरद पवार और शिवसेना (उद्धव बाला साहब ठाकरे) प्रमुख उद्धव ठाकरे से मुलाकात करेंगे। खुद शरद पवार ने नीतीश कुमार के मुंबई आने की जानकारी मीडिया को दी थी।

वहीं, नीतीश कुमार की भुवनेश्वर और मुंबई यात्रा की पुष्टि सोमवार को जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह और सरकार के सूचना- जनसम्पर्क विभाग के मंत्री संजय कुमार झा ने भी पत्रकारों से बातचीत में की।

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पटना: पंडित धीरेन्द्र शास्त्री उर्फ बाबा बागेश्वर के हनुमत कथा में शामिल होने के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को निमंत्रण भेजा गया है।

 

पटना से सटे नौबतपुर के तरेत पाली में 13 से 17 मई तक धीरेंद्र शास्त्री की हनुमान कथा होगी। इसको लेकर बिहार में जमकर राजनीति भी हो रही है। बाबा बागेश्वर के इस कथा वाचन कार्यक्रम का राजद एकसुर में विरोध कर रहा है। राजद के कई मंत्री और नेता कह रहे हैं कि वे किसी बाबा को नहीं जानते हैं।

इन सबके बीच बाबा बागेश्वर कार्यक्रम के आयोजक ने मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री को निमंत्रण दिया है। साथ ही 15 मई को धीरेंद्र शास्त्री लोगों के मन के सवालों के जवाब देंगे। भीड़ में से किसी को भी बुलाकर वे उसके मन में चल रही समस्या और उसके समाधान पर बात करेंगे।

धीरेंद्र शास्त्री के कार्यक्रम की भव्य तैयारी भी की जा रही है। 30 एकड़ में एक नगर बसाया गया है। इस प्रोग्राम में 14 मई को इस कार्यक्रम में भाजपा सांसद मनोज तिवारी भी शामिल होंगे। अमरेंद्र कुमार ने बताया कि मनोज तिवारी भजन गाने आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमने बिहार के तकरीबन हर नेता को निमंत्रण दिया है चाहे वह किसी दल का हो।

 

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पटना: बांग्लादेश से नेपाल के काठमांडू जा रहे विमान की इमरजेंसी लैंडिंग पटना एयरपोर्ट पर कराई गई। विमान में तकनीकी खराबी आने के बाद पटना एयरपोर्ट पर उसे सुरक्षित लैंड कराया गया। विमान में पायलट और क्रूमेंबर सहित 77 यात्री सवार थे।

दरअसल, बांग्लादेश एयरलाइंस के विमान ने नेपाल के काठमांडू के लिए उड़ान भरी थी लेकिन बीच में ही विमान में तकनीकी खराबी आ गई। एटीसी से अनुमति मिलने के बाद शुक्रवार दोपहर बांग्लादेशी विमान की पटना एयरपोर्ट पर इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई। सूचना मिलते ही मौके पर फायर ब्रिगेड और एयरपोर्ट के अधिकारी पहुंच गए। इंजीनियर को भी तत्काल मौके पर बुलाया गया।

पटना एयरपोर्ट के एक अधिकारी के मुताबिक विदेशी विमान के पटना एयरपोर्ट पर इमरजेंसी लैंडिंग को लेकर एहतियात के तौर पर सीआईएसएफ के जवानों ने सुरक्षा कड़ी कर दी। सख्त सुरक्षा व्यवस्था के बीच विमान की इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई। विमान में क्या खराबी आई है, फिलहाल इसकी जांच की जा रही है।

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पटना: वैशाख महीने के बुद्ध पूर्णिमा को लेकर शुक्रवार सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ पटना के विभिन्न नदियों पर उमड़ी।

गंगा स्नान करने के पटना के गांधी घाट पर सुबह से ही महिलाओं, पुरुषों और बच्चों की भीड़ पहुंचने लगी। श्रद्धालुओं ने गंगा में डुबकी लगाकर सुख,शांति और समृद्धि की कामना की। इसके बाद दान पुण्य किया। गंगा घाट, कलेक्टरियेट घाट, लॉ कॉलेज घाट, कंगन घाट और कृष्णा घाट पर गंगा स्नान करने वालों की भीड़ ज्यादा देखी गयी। वहीं पटना के विभिन्न मंदिरों में भी श्रद्धालुओं की भीड़ पूजा अर्चना के लिए देखी गयी।

बुद्ध पूर्णिमा को वैशाख पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन को भगवान गौतम बुद्ध की जयंती और उनके निर्वाण दिवस दोनों के ही तौर पर मनाया जाता है। इसी दिन भगवान बुद्ध को ज्ञान की प्राप्ति हुई थी। इस दिन का काफी महत्व है। कहते हैं कि बुद्ध पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान करने से पापों से मुक्ति मिलती है और ज्ञान प्राप्ति के अलावा सर्व कार्यों की प्राप्ति होती है। बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर आज बोधगया में जिले में आयोजन रखा गया है जिसमें मुख्य अतिथि के तौर पर बिहार के राज्यपाल श्री राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर शामिल होंगे।

बुद्ध पूर्णिमा पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ट्वीट कर लोगों को शुभकामनाएं दी है। उन्होंने लिखा है- बुद्ध पूर्णिमा के पावन अवसर पर प्रदेश एवं देशवासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं।भगवान बुद्ध के जीवन दर्शन से हमें प्रेम, शांति, सद्भाव, त्याग, अहिंसा एवं संयम जैसे गुणों को अपनाने की प्रेरणा मिलती है। उनका जीवन हम सभी के लिए आदर्श है। भगवान बुद्ध के बताए हुए अष्टांगिक मार्ग पर चलकर मनुष्य सम्यक और संतुलित जीवन यापन करने में सक्षम हो सकता है। भगवान बुद्ध की शिक्षा को आत्मसात कर हम आपसी प्रेम और सद्भाव की भावना को और मजबूत करें।

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पटना: बिहार में नीतीश सरकार की जाति आधारित गणना पर गुरुवार को पटना हाई कोर्ट ने रोक लगा दी है। चीफ जस्टिस विनोद चंद्रन की बेंच ने आदेश दिया है कि गणना को तत्काल प्रभाव से रोक दिया जाए। इसके पहले हाई कोर्ट में मामले को लेकर दो दिन तक सुनवाई हुई थी। इसके बाद चीफ जस्टिस विनोद चंद्रन की बेंच ने फैसला सुरक्षित रख लिया था। इस फैसले के बाद नीतीश सरकार को बड़ा झटका लगा है।

दूसरी ओर जातीय गणना पर मुख्यमंत्री ने गुरुवार को कहा कि जाति आधारित गणना सर्वसम्मति से कराई जा रही है। हम लोगों ने केंद्र सरकार से इसकी अनुमति ली है। हम पहले चाहते थे कि पूरे देश में जाति आधारित जनगणना हो लेकिन जब केंद्र सरकार नहीं मानी तो हम लोगों ने जाति आधारित गणना सह आर्थिक सर्वे कराने का फैसला लिया।

बीते 24 अप्रैल को ये मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा था। सुप्रीम कोर्ट ने याचिकाकर्ता को पटना हाई कोर्ट जाने को कहा था। इसके बाद 2 और 3 मई को हाई कोर्ट में इस मामले में सुनवाई हुई थी। मामले में बीते सोमवार को पहली सुनवाई होनी थी लेकिन सरकार की ओर से किए गए काउंटर एफिडेविट रिकॉर्ड में नहीं होने के कारण हाई कोर्ट ने सुनवाई को मंगलवार के लिए टाल दिया।

मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता अपराजिता सिंह और हाई कोर्ट के अधिवक्ता दीनू कुमार को जातीय गणना को असंवैधानिक करार देने के लिए हाई कोर्ट में दलीलें पेश करनी थीं। एडवोकेट जनरल (महाधिवक्ता) पीके शाही ने सरकार की ओर से अपना पक्ष रखा। कोर्ट ने एडवोकेट जनरल से पूछा कि जाति आधारित गणना कराने का उद्देश्य क्या है? इसको लेकर क्या कोई कानून बनाया गया है? जवाब में पीके शाही ने कहा कि दोनों सदन में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर जातीय गणना कराने का निर्णय लिया गया था। कैबिनेट ने उसी के मद्देनजर गणना कराने पर अपनी मुहर लगाई। यह राज्य सरकार का नीतिगत फैसला है। इसके लिए बजट में प्रावधान किया गया है।

याचिकाकर्ता के वकील दीनू कुमार ने कहा कि आखिर इस जाति आधारित गणना का उद्देश्य क्या है? इसमें 500 करोड़ रुपये खर्च करने की बात कही जा रही है लेकिन इसका परिणाम क्या होगा और किसे फायदा होगा। सरकार यह बताए कि समाज में जाति प्रथा को खत्म करने की बात लगातार कही जा रही है लेकिन जातीय गणना कराकर किसे फायदा पहुंचाया जा रहा है? इसका जवाब सरकार दे।

संविधान के अनुच्छेद-37 का हवाला देकर सरकार का पक्ष रखते हुए कहा कि राज्य सरकार का यह संवैधानिक दायित्व है कि वह अपने नागरिकों के बारे में जानकारी प्राप्त करे ताकि कल्याणकारी योजनाओं का लाभ उन तक पहुंचाया जा सके। उन्होंने कहा कि जाति से कोई भी राज्य अछूता नहीं है। जातियों की जानकारी के लिए पहले भी मुंगेरीलाल कमीशन का गठन हुआ था। बिहार सरकार की ओर से गणना असंवैधानिक है।

सरकार के पास डेटा नहीं

पीके शाही ने यह भी कहा कि सरकार के पास वंचित समाज और आर्थिक रूप से कमजोर लोगों का कोई डाटा नहीं है। लिहाजा जातिगत आंकड़े जरूरी हैं। उन्होंने यह भी दलील दी है कि यह कास्ट सेंसस नहीं है। यह जातीय गणना सह आर्थिक सर्वेक्षण हैं। महाधिवक्ता से याचिकाकर्ता के अधिवक्ता ने कहा कि आपका निर्णय राजनीति से प्रेरित है। राजनीतिक फायदे के लिए यह सब हो रहा है।

इसके जवाब में महाधिवक्ता ने कहा कि हर सरकार राजनीति के तहत कार्य करती है। वोट बैंक के लिए होती है। हर राज्य और केंद्र की सरकार वोट बैंक के लिए ही योजना बनाती है। किसी भी सरकार के कार्यों को वोट बैंक से दूर नहीं कहा जा सकता है। पटना हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस बेंच ने दोनों पक्षों की दलील सुनने के बाद फैसला सुरक्षित रख लिया था।

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पटना (एजेंसी): बिहार स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की टीम ने प्रदेश में 40 से अधिक नक्सल कांडों का वांछित एवं बिहार सरकार का पांच लाख रुपये का इनामी माओवादी रामबाबु राम उर्फ राजन (रीजनल कमेटी सदस्य) एवं उसके दस्ता का जोनल कमांडर रामबाबु पासवान उर्फ धीरज को गिरफ्तार किया है।

बिहार सरकार ने रामबाबू राम पर पांच लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा है। एसटीएफ की टीम ने सारण और मुजफ्फरपुर जिले के बीच गंडक नदी के दियारा इलाके में बड़ा ऑपरेशन चलाकर उसको और संगठन के जोनल कमांडर रामबाबू पासवान उर्फ धीरज को गिरफ्तार किया। दोनों नक्सलियों के पकड़े जाने की पुष्टि गुरुवार को बिहार एसटीएफ ने की है। दियारा इलाके में अब भी सर्च ऑपरेशन जारी है।

उल्लेखनीय है कि रामबाबू राम प्रतिबंधित नक्सल संगठन भाकपा का सक्रिय सदस्य है और पश्चिमी जोनल कमेटी का सचिव है। नक्सली रामबाबू राम पूर्वी चंपारण के मधुबन में एक्टिव रहा है। रामबाबू राम का आपराधिक इतिहास 22 साल से अधिक पुराना है। साल 2019 में इसने चकरबंधा में सीआरपीएफ के कोबरा बटालियन के एक सब इंस्पेक्टर की हत्या कर दी थी। इस कुख्यात नक्सली के ऊपर 40 से अधिक केस दर्ज है। अब इससे पूछताछ होगी। पकड़ने के बाद उसके संगठन और उससे जुड़े नक्सलियों के बारे में जानकारी हासिल करने की कोशिश की जा रही है।

Input Hindusthan Samachar News Agency

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पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में मंगलवार दोपहर संपन्न हुई मंत्रिमंडल की बैठक में 1.78 लाख से ऊपर शिक्षक बहाली समेत कुल 18 एजेंडों पर मुहर लगी। कैबिनेट ने शिक्षक नियमावली 2023 पर अपनी मुहर लगाई। इसके बाद बीपीएससी के माध्यम से बिहार में शिक्षकों की बहाली का रास्ता साफ हो गया है।

इसके अलावा बिहार कैबिनेट ने गया और मुजफ्फरपुर नगर निगम क्षेत्र में 15 साल पुरानी कॉमर्शियल गाड़ियों के परिचालन पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया। बढ़ते प्रदूषण के मद्देनजर यह निर्णय लिया गया।एक अक्टूबर से इन दोनों नगर निगम क्षेत्र में पंद्रह साल पुरानी व्यवसायिक गाड़ियां भी नहीं चलेंगी। साथ ही गया और मुजफ्फरपुर नगर निगम क्षेत्र में सभी प्रकार के डीजल चालित तिपहिया वाहनों के परिचालन पर 30 सितम्बर से प्रतिबंध लगा दिया गया है। बिहार सरकार ने स्वच्छ ईंधन योजना 2019 का 31 मार्च, 2024 तक अवधि विस्तार कर दिया है। इसका क्षेत्र अब पटना के साथ गया और मुजफ्फरपुर भी होगा। तिपहिया मालवाहक वाहनों के लिए अनुदान का प्रावधान किया गया है।

सरकार ने एक बड़ा निर्णय लेते हुए एक साथ दो हजार पंचायतों में पंचायत सरकार भवन बनाने की प्रशासनिक स्वीकृति दी है। दो हजार पंचायत सरकार भवनों के लिए सरकार ने 41 अरब 71 करोड़ 16 लाख रुपये की प्रशासनिक स्वीकृति कैबिनेट ने दी।

बिहार सरकार की नई शिक्षक बहाली नियमावली के तहत पंचायत प्रारंभिक शिक्षक/नगर प्रारंभिक शिक्षक के मूल कोटि के 39,758 पद, जिला संवर्ग के मूल कोटि के 40,185 पद, विशेष शिक्षक के लिए पंचायत प्रारंभिक शिक्षक/नगर प्रारंभिक शिक्षक के मूल कोटि और स्नातक कोटि के 5,534 एवं 1,745 सृजित पद को प्रत्यर्पित करते हुए कक्षा 1 से 5 वीं तक के लिए शिक्षा विभाग के नियंत्रणाधीन विद्यालय अध्यापक के मूल कोटि के 85,477 पद एवं वर्ग 6 से 8 वीं तक के लिए विशेष अध्यापक के स्नातक कोटि के लिए 1,745 पदों के सृजन के साथ 9वीं, 10वीं, 11वीं और 12वीं के लिए कुल 90,804 पदों के सृजन की स्वीकृति मिली है।

बीपीएससी की परीक्षा पास कर बहाल हुए शिक्षकों का सरकार ने वेतन निर्धारण कर दिया है। सरकार कक्षा 1-5 तक के शिक्षकों को 25 हजार, कक्षा 6-8 तक के शिक्षकों को 28 हजार, कक्षा 9-10 के शिक्षकों को 31 हजार और कक्षा 11 से 12 के शिक्षकों को 32 हजार रुपये मूल वेतन देगी। इसके अलावा राज्यकर्मियों को मिलने वाले अन्य वेतन भत्ते भी शिक्षकों को मिलेंगे।

शिक्षक बहाली की नई नियमावली के मुताबिक अब टीईटी, एसटीईटी पास अभ्यर्थियों को बीपीएससी द्वारा आयोजित परीक्षा को पास करना होगा। शिक्षक संगठनों और अभ्यर्थियों के लाख विरोध के बावजूद सरकार ने इसपर कोई ध्यान नहीं दिया है। अब बीपीएससी जल्द ही शिक्षकों की बहाली प्रक्रिया शुरू कर देगा। हालांकि, शिक्षक संघ ने इसे शिक्षकों के साथ छलावा बताया है और सरकार के फैसले का विरोध जताने का ऐलान कर दिया है।

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पटना: राजधानी सहित राज्य के कई जिलों में पिछले चार दिनों से रुक-रुक कर बारिश हो रही है। कई जिलों में तेज हवा के साथ ओले भी गिरे हैं। इस बीच मौसम विभाग ने मंगलवार को भी पटना समेत अन्य जिलों में बादल छाए रहने और हल्की बारिश का अलर्ट जारी किया है।

मौसम विज्ञान केंद्र ने राज्य के 38 जिलों के लिए यलो अलर्ट जारी किया है। आज दोपहर में औरंगाबाद, पटना, रोहतास, वैशाली आदि जिलों के कुछ भागों में हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश का अनुमान है। इस दौरान मेघ गर्जन के साथ ही वज्रपात की प्रबल संभावना जताई गई है। पिछले 24 घंटों के दौरान भी पटना सहित कई जिलों में बारिश होने से मौसम सुहाना बना हुआ है।

विभाग के अनुसार बिहार में बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी के कारण राज्य के सभी हिस्सों में 3 मई तक आंधी और हल्की बारिश की संभावना बनी रहेगी। विभाग ने पटना समेत बक्सर, कैमूर, रोहतास, भोजपुर, औरंगाबाद, अरवल, जहानाबाद, पटना, नालंदा, शेखपुरा, लखीसराय, बेगूसराय, जमुई, मुंगेर, खगड़िया, बांका, भागलपुर, सहरसा, मधेपुरा, सुपौल, कटिहार, पूर्णिया, अररिया, किशनगंज समेत अन्य जिलों के लिए अलर्ट जारी किया है। साथ ही लोगों से सतर्क रहने की अपील की है।

मौसम में हुए बदलाव की वजह से बिहार में तापमान में करीब 10 डिग्री सेल्सियस तक की कमी आई है। पिछले पखवाड़े जहां तापमान 44 से 45 डिग्री सेल्सियस बना हुआ था। पिछले 72 घंटों के दौरान इसमें बड़ा बदलाव देखने को मिला है। पटना सहित अधिकांश जिलों का तापमान 32 से 35 डिग्री सेल्सियस के बीच बना हुआ है। इससे तेज गर्मी और लू के थपेड़ों को झेलते बिहारवासियों को बड़ी राहत मिली है।

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मुजफ्फरपुर: मुजफ्फरपुर जिले के सदर थाना क्षेत्र के रामदयालु में रात करीब 1:30 बजे झुग्गीनुमा घर में लगी आग में चार बहनों की जलकर मौत हो गई। चारों गहरी नींद में थी।

स्थानीय पुलिस के मुताबिक आग तीन घरों तक फैल गई। इस दौरान नरेश राम की चार बेटियां 12 वर्षीय सोनी, आठ वर्षीय शिवानी ,पांच वर्षीय अमृता और तीन वर्षीय रीता की जलकर मौत हो गई। इसके अलावा राजेश राम और मुकेश राम के घर पर सो रहे करीब आधा दर्जन लोग झुलस गए। उनका इलाज एसकेएमसीएच में चल रहा है। फिलहाल आग लगने का कारण स्पष्ट नहीं हुआ है।

सदर थाना अध्यक्ष सतेंद्र मिश्रा ने आग लगने और चार बच्चियों की मौत की पुष्टि की है। उन्होंने कहा है चार-पांच लोग झुलस भी गए हैं। उनका इलाज चल रहा है।

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पटना, 01 मई (एजेंसी)। बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की मुश्किलें बढ़ गयी हैं। बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में उनके खिलाफ परिवाद दर्ज कराया गया है। यह परिवाद जिले के कांटी थाना क्षेत्र सरमस्तपुर निवासी अधिवक्ता सूरज कुमार ने दर्ज कराया है। अधिवक्ता सूरज कुमार ने सोमवार को एसीजेएम सब जज पश्चिमी की अदालत में धीरेंद्र शास्त्री के खिलाफ परिवाद दायर किया है। इस मामले पर 10 मई को सुनवाई होगी।

दायर परिवाद में धीरेंद्र शास्त्री पर आरोप लगाया गया है कि उन्होंने धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाई है और प्रवचनों के जरिए अंधविश्वास को बढ़ावा देने का काम किया है। वकील सूरज कुमार ने कहा कि राजस्थान के उदयपुर में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने खुद को भगवान हनुमान का अवतार बताया था। उनके इस बयान से हिंदू समाज के करोड़ों लोगों की भावना को ठेस पहुंची है। इस विवादित बयान को लेकर ही आईपीसी की धारा 295 A, 298, 505 के तहत धीरेंद्र शास्त्री के खिलाफ परिवाद दायर कराया गया है। कोर्ट ने इस परिवाद को सुनवाई के लिए स्वीकार कर लिया है। इस मामले पर सुनवाई की तिथि 10 मई निर्धारित की गई है।

उल्लेखनीय है कि बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पांच दिनों के दौरे पर पटना आ रहे हैं। 13 से 17 मई तक पटना के नौबतपुर स्थित तरेर गांव में भगवान राघवेन्द्र की धरती पर उनका कार्यक्रम होना है, जिसमें वे प्रवचन करेंगे। इससे पूर्व पटना के गांधी मैदान में उनका प्रवचन होना था लेकिन राजनीति विरोध के कारण उनके कार्यक्रम स्थल को बदल दिया गया है।

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मुख्यमंत्री राहत कोष से दो-दो लाख रुपये का मुआवजा की घोषणा
पंजाब से शव लाने की व्यवस्था करने के लिए अधिकारियाें को दिए निर्देश

पटना: पंजाब के लुधियाना में जहरीली गैस से मरने वालों में पांच लोग बिहार के हैं। राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लुधियाना के ग्यासपुरा जहरीली गैस से लोगों के मरने की घटना पर दुखद जताया।मुख्यमंत्री ने मृतकों में बिहार के लोगों के परिवार को मुआवजा देने की घोषणा के साथ ही पंजाब से उनके शव लाने की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को लुधियान में बिहार के गया जिले के रहने वाले एक ही परिवार के पांच लोगों की मौत पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ने लुधियाना के जहरीली गैस लीक घटना में बिहार के मृतकों के परिजनों को मुख्यमंत्री राहत कोष से दो-दो लाख रुपये अनुदान देने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने स्थानिक आयुक्त, नई दिल्ली को निर्देश दिया है कि पंजाब सरकार से आवश्यक समन्वय स्थापित कर मृतकों के पार्थिव शरीर को उनके घर तक लाने की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करें।

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