पटना: कर्नाटक विधानसभा का चुनाव परिणाम बढ़ती हुई मँहगाई, बेरोजगार होते लोग, भ्रष्टाचार और नफरती माहौल के खिलाफ़ सख्त जनादेश है। उक्त बातें जदयू अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ की प्रदेश महासचिव शफ़क बानो ने कहीं।

उन्होंने कहा कि यह केंद्रीय सत्ता को सीधी चुनौती भी है। चुनाव परिणाम यह संकेत करता है कि झूठे प्रचार और अहंकारी एवं दमनकारी नीतियों के बल पर देश की आवाम को ज्यादा दिनों तक उलझाया और बरगलाया नहीं जा सकता।

‘मिशन 24’ के निमित्त विपक्षी एकता के लिए  मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सियासी पार्टियों को एकजुट कर रहे हैं, कर्नाटक का यह चुनाव परिणाम उस दिशा को एक नई धार देगा। नीतीश कुमार समग्र विकास की अवधारणा और निःस्वार्थ सेवा भाव के साथ एक विकसित राष्ट्र की संकल्पनाओं को धरातल पर उतारना चाहते हैं।

कर्नाटक का यह जनादेश विपक्षी एकता के लिए एक बड़ी ताकत है और केंद्रीय सत्ता को यह संदेश भी कि देश की सियासी फ़िजा अब बदल रही है और लोगों की सोच भी। आनेवाले दिनों में ऐसा ही सियासी मंजर अन्य चुनावों में भी दिखेगा। जनता अब जाग चुकी है।

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पटना: बिहार की राजधानी पटना आते ही बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने तमाम विरोधियों को तगड़ा जवाब दिया है। बागेश्वर बाबा ने पटना पहुंचते ही कहा कि बिहार आकर आनंद आ गया। बिहार जैसा हृदय कहीं नहीं दिखा। सच कहें तो बिहार हमारी आत्मा है। उन्होंने बार-बार आभार जताया। साथ ही खास अंदाज में कहा कि बिहार तो हमार है हो, का हाल बा रहुआ सबके। इस पर बाबा के जयकारे लगने लगे।

उन्होंने हिंदू राष्ट्र बनाने को लेकर भी बड़ा बयान दिया है। बाबा ने कहा कि हम यहां हिंदू मुस्लिम करने के लिए नहीं आए हैं, बल्कि सिर्फ हिंदू-हिंदू करते हैं और वही करने आए हैं। उन्होंने कहा कि बिहार में बहार आएगी। बाबा के कार्यक्रम को लेकर बिहार में चल रही राजनीति पर बाबा बागेश्वर ने साफ कहा कि वह कोई राजनेता नहीं है।

उल्लेखनीय है कि पं. धीरेन्द्र आज तीन बजे कथा कहने के लिए नौबतपुर प्रस्थान करेंगे। वहां भी श्रद्धालुओं और दर्शनार्थियों की भारी भीड़ लगी है। बाबा की एक झलकी के लिए लाखों लोग सुबह से सड़क पर खड़े हैं। इनकी कथा सुनने के लिए बिहार के अलावा झारखंड, बंगाल, उड़ीसा, असम उत्तर प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश समेत कई राज्यों से श्रद्धालु पटना पहुंचे हैं। नेपाल से भी बड़ी संख्या में भक्तगण पटना पहुंचे हैं। बड़ी संख्या में लोग समस्याओं के समाधान के लिए भी आए हैं।

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पटना: मध्य प्रदेश के बागेश्वरधाम के संत धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पांच दिवसीय हनुमंत कथा आयोजन के लिए आज (शनिवार) सुबह पटना पहुंच गए । पटना एयरपोर्ट पर उनका स्वागत सांसद मनोज तिवारी ने किया। धीरेंद्र शास्त्री पटना एयरपोर्ट से तिवारी की गाड़ी से गांधी मैदान स्थित होटल पनाश के लिए रवाना हुए।

पटना एयरपोर्ट पर आचार्य धीरेंद्र शास्त्री के पहुंचते ही जय श्रीराम के नारे लगाए गए। एयरपोर्ट के बाहर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को मशक्कत करनी पड़ी। धीरेंद्र शास्त्री होटल पनाश से दोपहर तीन बजे नौबतपुर के लिए रवाना होंगे। नौबतपुर के तरेत पाली गांव स्थित कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने के बाद शाम चार बजे से आयोजित हनुमत कथा में शामिल होंगे और कथा वाचन करेंगे। जिला प्रशासन ने उनकी सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए हैं।

उल्लेखनीय है कि सत्ताधारी राजद के नेता उनके दौरे का लगातार विरोध कर रहे हैं। भाजपा, बजरंग दल समेत अन्य हिन्दू संगठन धीरेंद्र शास्त्री के समर्थन में मजबूती के साथ खड़े हैं।

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मुंबई: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पार्टी के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे से मुलाकात की। माना जा रहा है कि नीतीश की यह मुलाकात विपक्षी दलों को एकता के प्रयास का एक हिस्सा है।

इस मौके पर नीतीश कुमार ने कहा कि हम चाहते हैं कि सभी विपक्षी पार्टियां देश हित को ध्यान में रखते हुए एकसाथ मिलकर लड़ें। देश किस तरह आजाद हुआ था, इस पर विचार होना चाहिए। इस समय देश के लिए कोई काम नहीं हो रहा है। इसके बाद भी विपक्षी पक्षों के साथ बैठक जारी रहने वाली है।

पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि इस देश में प्रजातंत्र की रक्षा करना हमारा काम है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि अगर मैं इस्तीफा नहीं देता तो शायद मैं फिर मुख्यमंत्री बन जाता। मैं मेरे लिए नहीं लड़ रहा, मेरी लड़ाई जनता के लिए, देश के लिए है। राजनीति में मतभेद होते रहते हैं, लेकिन हमारा एक मत यह है कि इस देश को बचाना है।

इस मौके पर बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष लल्लन सिंह, शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे और संजय राऊत मौजूद थे।

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हेमंत सोरेन से नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव ने की मुलाकात
बिहार और झारखंड के मुख्यमंत्रियों ने की संयुक्त पत्रकार वार्ता

रांची: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव विपक्षी दलों को एकजुट करने के उद्देश्य से बुधवार की शाम रांची पहुंचे। बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। बिहार के मुख्यमंत्री और डिप्टी सीएम का स्वागत करने झारखंड के मंत्री मिथिलेश ठाकुर और मंत्री सत्यानंद भोक्ता एयरपोर्ट पर पहुंचे। जदयू के प्रदेश अध्यक्ष खीरू महतो भी मौजूद थे।

इसके बाद नीतीश कुमार ने हेमंत सोरेन से मुलाकात की। मुलाकात के बाद दोनों ने संयुक्त रूप से कांके स्थित सीएमओ कार्यालय में पत्रकार वार्ता किया। हेमंत सोरेन ने कहा कि जो राजनीतिक विचार है उसे एक करने के लिए फिर से एकजुट होकर बैठना पड़ेगा। सभी लोगों के विचारों को कैसे एक समान बनाएं इस विषय को आगे बढ़ाएंगे। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार हमारे अभिभावक जैसे हैं। साथ ही नई पीढ़ी के राजनीतिक सिपाही हैं। इनसे हमें बहुत कुछ सीखना है।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि हम सभी एकजुट हैं और एक साथ चलेंगे। देश में विपक्ष के अधिकांश लोग साथ हो जाएं यही प्रयास हो रहा है। लोकसभा का परिणाम देखिएगा, देश का इतिहास बदलेगा। देश में एकतरफा काम हो रहा है, केवल अपनी कही जा रही है, विपक्ष की नहीं सुनी जा रही है। दोनों राज्य एक हैं। हम सभी को एक होकर झारखंड और बिहार का विकास करना है। देश के विकास के लिए काम करना है।

उन्होंने कहा कि शिबू सोरेन से उनका पुराना संबंध रहा है। पहली बार वे मुख्यमंत्री बने थे तो गुरु जी का भी सहयोग था। हमारा संबंध पहले से ही ठीक रहा है। नीतीश ने कहा कि हमारा पूरा विश्वास है कि पूरे देश में विपक्ष के अधिकांश लोगों की एकजुटता हो जायेगी। मिशन 2024 के लिए मिलकर चलेंगे। हम लोग एकजुट होकर देश में भाईचारे का संदेश दे रहे हैं। सबको मिलकर एकजुट होकर चलना पड़ेगा तभी देश आगे बढ़ेगा।

इस मौके पर बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, जदयू के प्रदेश अध्यक्ष ललन सिंह, मंत्री संजय झा, मंत्री सत्यानंद भोक्ता, प्रदेश जेडीयू अध्यक्ष खीरू महतो, महासचिव श्रवण कुमार सहित जदयू के कई नेता मौजूद थे।

उल्लेखनीय है कि वर्ष 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी दलों को एक मंच पर लाने की पहल की जा रही है। बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने इसकी पहल शुरू कर दी है। इसको लेकर उन्होंने कांग्रेस के शीर्ष नेताओं के साथ गैर भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों से भी मुलाकात की है। इसी सिलसिले में बुधवार को नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव रांची पहुंचे।

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Chhapra: बिहार सरकार के भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी ने बड़ा बयान दिया है। कर्नाटक विधान सभा चुनाव में कांग्रेस के घोषणा पत्र में बजरंग दल को बैन किए जाने के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि धर्म के नाम पर समाज को बांटने और उन्माद फैलाने वालों के खिलाफ करवाई होगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने केवल बजरंग दल ही नही बल्कि पीएफआई पर भी बैन लगाने की बातें कही है। उन्होंने कहा कि हालाकि कर्नाटक में जैसे हालात होंगे उसी आधार पर वहां के नेताओं ने अपने घोषणा पत्र में इसे शामिल किया होगा। बिहार के सवाल पर उन्होंने कहा कि धर्म के आधार पर लोगों की भावना से खेलकर राजनीति करने वालों के खिलाफ कानून संगत कार्रवाई होगी।

साथ ही उन्होंने कहा कि भाजपा को हराने के लिए वोटों के बिखराव को रोकने के लिए नीतीश कुमार विपक्षी नेताओं से मुलाकात कर भाजपा के विरुद्ध मोर्चा बनाने में जुटे हैं.

मंत्री अशोक चौधरी एक निजी कार्यक्रम में शामिल होने कांग्रेस जिलाध्यक्ष डॉ कामेश्वर प्रसाद सिंह के आवास पर पहुंचे थे।

इस दौरान जदयू के नेता दिनेश सिंह, बैद्यनाथ सिंह विकल आदि उपस्थित थे।

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भुवनेश्वर: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को भुवनेश्वर पहुंचकर ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से मुलाकात की । इस मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री तथा बीजू जनता दल के मुखिया नवीन पटनायक ने स्पष्ट किया कि नीतीश कुमार के साथ उनकी मुलाकात के दौरान दोनों के बीच गठबंधन को लेकर किसी प्रकार की बातचीच नहीं हुई।

नवीन निवास में दोनों नेताओं की वार्ता के बाद नवीन पटनायक व नीतीश कुमार ने पत्रकाराें से बातचीत की । इस दौरान पटनायक ने कहा कि बिहार भवन निर्माण के लिए ओडिशा सरकार बिहार सरकार को डेढ़ एकड़ जमीन देगी। इस भवन में पुरी में भगवान जगन्नाथ के दर्शन के लिए आने वाले बिहार के श्रद्धालु ठहर सकेंगे ।

पत्रकारों ने भाजपा के खिलाफ गठबंधन तैयार करने के प्रयास करने के सवाल के जवाब में नीतीश कुमार ने कहा कि इस बारे में नवीन पटनायक स्पष्ट कर चुके हैं । उन्होंने कहा कि हमारा संबंध काफी पुराना व घनिष्ठ रहा है । नवीन के पिता बीजू पटनायक के साथ भी और उनके काफी पुराने संबंध हैं, लेकिन कोरोना व अन्य कारणों से वह मिल नहीं पा रहे थे । दोनों के बीच के संबंध अन्य नेताओं के साथ संबंध जैसे न समझा जाए ।

इससे पूर्व दोपहर को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भुवनेश्वर हवाई अड्डे पर पहुंचे । राज्य सरकार के मंत्री अशोक पंडा और बीजद के वरिष्ठ नेता देवी प्रसाद मिश्र ने हवाई अड्डे पर उनका स्वागत किया । इसके बाद वह सीधे इसके नवीन निवास पहुंचे और बीजद मुखिया तथा राज्य के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से बातचीत की । दोनों नेताओं ने एक साथ मध्याह्न भोजन किया ।

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पटना: केरल की सच्ची घटनाओं पर बनी बहुचर्चित फिल्म द केरल स्टोरी को बिहार में भी टैक्स फ्री करने की मांग उठने लगी है। प्रखर राष्ट्रवादी केंद्रीय ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह ने बिहार में इस फिल्म को टैक्स फ्री करने की मांग की है।

मंगलवार को उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा इस फिल्म को टैक्स फ्री करने की घोषणा के बाद गिरिराज सिंह ने सोशल मीडिया के माध्यम से यह मांग उठाई है। जिसका बड़ी संख्या में लोग समर्थन कर रहे हैं। इसके साथ ही फिल्म को यू-ट्यूब पर भी रिलीज कराने की मांग कर रहे हैं।

मंगलवार को सबसे पहले गिरिराज सिंह ने महाराणा प्रताप की जयंती पर उन्हें नमन किया। गिरिराज सिंह ने लिखा कि शौर्य, स्वाभिमान और स्वतंत्रता की रक्षा के लिए ”महा-रण” लड़ने वाले शक्ति और वीरता के परिचायक महाराणा प्रताप की जयंती पर शत-शत नमन। इसके बाद द केरल स्टोरी को टैक्स फ्री करने की मांग की।

उल्लेखनीय है कि सुदीप्तो सेन द्वारा निर्देशित द केरल स्टोरी केरल की सच्ची घटना पर आधारित है। इस फिल्म के रिलीज होने के बाद देश भर में चर्चा का बाजार गर्म है। पश्चिम बंगाल और केरल सरकार ने अपने यहां प्रदर्शित करने पर रोक लगा दी। वहीं, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश ने समर्थन करते हुए टैक्स फ्री करने की घोषणा किया। इसके बाद अब गिरिराज सिंह ने यह मांग उठाई है।

सोशल मीडिया पर गिरिराज सिंह द्वारा बिहार में द केरल स्टोरी को टैक्स फ्री करने की मांग उठाते ही बड़ी संख्या में लोग इसका समर्थन कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि सच्ची घटना हर लोगों तक जाने के लिए टैक्स फ्री किया जाना चाहिए।

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पटना: महान शूरवीर महाराणा प्रताप की जयंती पर मंगलवार को पटना के फ्रेजर रोड में रेडियो स्टेशन के पूरब-पश्चिम कोने पर राजकीय समारोह का आयोजन किया गया। यहां स्थित महाराणा प्रताप की आदमकद प्रतिमा पर राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया और भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।

पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा कि महाराणा प्रताप का देश में बहुत बड़ा योगदान रहा है। हमलोग चाहते हैं कि नई पीढ़ी के लोगों को भी महाराणा प्रताप के बारे में सबकुछ मालूम हो। उन्होंने लोगों के हित में काम किया था। जब महाराणा प्रताप का शासन था और एक महिला को गिरफ्तार किया गया था तो उन्होंने कहा था कि महिला को क्यों गिरफ्तार किया गया है, उसे छोड़ दो, यह बहुत बड़ी चीज है। हमलोग हमेशा से कहते रहे हैं कि महिलाओं के हित में काम होना चाहिए। अपने समय में महाराणा प्रताप ने जो काम किये वह सब नई पीढ़ी को मालूम होना चाहिए। बड़े-बड़े कार्यक्रम उनकी याद में आयोजित किये जाते हैं।

उन्होंने कहा कि काफी समय से हमलोगों के मन में था कि महाराणा प्रताप की प्रतिमा यहां पर स्थापित करें। आज वो काम हो गया है। यहां पर जिस तरफ से भी लोग आयेंगे इनकी प्रतिमा को देखेंगे। इसी कारण हमलोगों ने इस जगह का चुनाव किया है। नई पीढ़ी से लेकर पुरानी पीढ़ी के लोग भी इनसे प्रेरणा लेंगे।

समारोह में उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव, वित्त, वाणिज्य कर और संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, खाद्य और उपभोक्ता संरक्षण मंत्री लेशी सिंह, सूचना प्रावैधिकी मंत्री इसराईल मंसूरी, बिहार विधानसभा के उपाध्यक्ष महेश्वर हजारी, विधान पार्षद संजय सिंह, विधान पार्षद कुमुद वर्मा सहित अन्य नेता और अधिकारी मौजूद रहे।

इस मौके पर कई सामाजिक एवं राजनीतिक कार्यकर्ताओं ने भी महान शूरवीर महाराणा प्रताप की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। सूचना और जन-सम्पर्क विभाग द्वारा आरती पूजन, भजन-कीर्तन, बिहार गीत और देशभक्ति गीतों का गायन किया गया।

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पटना: बिहार में जातीय गणना पर सरकार की ओर से जल्द सुनवाई की मांग को पटना हाई कोर्ट ने खारिज कर दिया है। सरकार ने मामले में जल्द सुनवाई की मांग की थी। अब तीन जुलाई को ही इस मामले में सुनवाई होगी।

पटना हाई कोर्ट ने राज्य सरकार द्वारा राज्य में जातियों की गणना एवं आर्थिक सर्वेक्षण को चुनौती देने वाले याचिकाओं पर तीन जुलाई के पूर्व ही कोर्ट से सुनवाई करने की मांग की थी, जिसे आज कोर्ट ने खारिज कर दिया। चीफ जस्टिस केवी चन्द्रन की खंडपीठ ने इन मामलों पर सुनवाई की तिथि पूर्व में निर्धारित तीन जुलाई ही रखा।

उल्लेखनीय है कि चार मई को हाई कोर्ट ने अंतरिम आदेश देते हुए जातीय गणना पर रोक लगा दी थी।

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पटना: मणिपुर में हिंसा के बीच फंसे 163 छात्र मंगलवार को सुरक्षित अपने राज्य बिहार पहुंच गये। वे आज पूर्वाह्न 11 बजे विमान सेवा से पटना एयरपोर्ट पहुंचे। यहां अधिकारियों ने गुलाब देकर छात्रों का स्वागत किया। छात्रों को लेने के लिए उनके परिवार के लोग भी एयरपोर्ट पर पहुंचे हुए थे। बच्चों को आंखों के सामने देख कई अभिभावकों की आंखें डबडबा गयीं।

मणिपुर से लौटे छात्रों ने आप बीती साझा करते हुए कहा कि मणिपुर में हालात बहुत खराब थे। जहां हम रुके थे वहां से थोड़ी दूर पर बमबारी हो रही थी। हम बहुत डरे हुए थे। उम्मीद नहीं थी कि हम घर वापस आ पायेंगे लेकिन बिहार सरकार की मदद से हम अपने घर वापस आ सके। सुबह 8 बजकर 40 मिनट पर इंफाल से हमलोगों को लेकर फ्लाइट पटना एयरपोर्ट के लिए रवाना हुई। इसमें से 21 स्टूडेंट्स झारखंड के थे, जिन्हें बस से रांची भेजा गया है। छात्रों ने इसके लिए बिहार सरकार को धन्यवाद दिया।

उल्लेखनीय है कि मणिपुर में तीन मई से हिंसा भड़की हुई है। इससे वहां का माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है। बिहार के करीब 300 स्टूडेंट्स मणिपुर के विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों में फंसे थे। राज्य सरकार ने वहां फंसे बिहार के स्टूडेंट्स को वापस लाने के लिए मणिपुर सरकार से बात की थी।

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पटना: भाजपा के खिलाफ देशव्यापी विपक्षी एकजुटता को लेकर मंगलवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ओडिशा के मुख्यमंत्री और बीजद सुप्रीमो नवीन पटनायक से मुलाकात करेंगे। इसके लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मंगलवार को ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर जायेंगे।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह भी रहेंगे। सभी सुबह साढ़े 10 बजे पटना से रवाना होंगे। दोपहर में उनकी नवीन पटनायक से मुलाकात होगी। 2024 के आम चुनाव में भाजपा के खिलाफ विपक्षी एकता को लेकर दोनों नेताओं के बीच विस्तृत चर्चा होगी। जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह और सरकार के सूचना-जनसम्पर्क विभाग के मंत्री संजय कुमार झा ने इसकी जानकारी दी है।

उल्लेखनीय है कि ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक से मिलने के लिए नीतीश कुमार 5 मई को ही भुवनेश्वर जाने वाले थे लेकिन, दोनों नेताओं के बीच मुलाकात का समय बाद में 9 मई तय किया गया।

बताया जा रहा है कि नवीन पटनायक से मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मुंबई जायेंगे। जहां 11 मई को वह एनसीपी प्रमुख शरद पवार और शिवसेना (उद्धव बाला साहब ठाकरे) प्रमुख उद्धव ठाकरे से मुलाकात करेंगे। खुद शरद पवार ने नीतीश कुमार के मुंबई आने की जानकारी मीडिया को दी थी।

वहीं, नीतीश कुमार की भुवनेश्वर और मुंबई यात्रा की पुष्टि सोमवार को जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह और सरकार के सूचना- जनसम्पर्क विभाग के मंत्री संजय कुमार झा ने भी पत्रकारों से बातचीत में की।

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