पटना, 03 अक्टूबर (हि.स.)। केंद्र से लेकर राज्य सरकार तक तेजी से वैश्विक हुए सुपर फूड मखाना के विकास के लिए निरंतर प्रयास कर रही है। इसी कड़ी में बिहार सरकार का कृषि विभाग वर्ष 2025-26 के लिए मखाना अवयवों की योजना लेकर आया है।
कृषि विभाग की इस योजना के तहत किसान मखाना उत्पादन के क्षेत्र विस्तार, उन्नत बीज उत्पादन, टूल्स किट आदि पर अनुदान पा सकते हैं। अनुदान प्राप्त करने के लिए किसानों को 10 अक्टूबर तक बिहार कृषि ऐप या उद्यान निदेशालय की वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन करना होगा।
इस योजना के तहत एक किसान को न्यूनतम 0.25 एकड़ (0.1 हेक्टेयर) तथा अधिकतम 5 एकड़ (2 हेक्टेयर) का लाभ दिया जा रहा है। मखाना का क्षेत्र विस्तार योजना का लाभ पहली बार खेत प्रणाली से मखाना की खेती करने वाले इच्छुक किसानों को मिलेगा। इस घटक के तहत बीज सहित अन्य इनपुट तथा हार्वेस्टिंग तक की राशि शामिल है।
प्रथम वर्ष के लिए स्वीकृत राशि 36,375 रुपये प्रति हेक्टेयर में से बीज की राशि संबंधित आपूर्तिकर्ता को बीज प्राप्त करने के बाद एवं शेष राशि कृषक को पौध रोपण के बाद दी जायेगी। इसमें मखाना की खेती के लिए निर्धारित इकाई लागत 0.97 लाख रुपये/हेक्टेयर है। वहीं, मखाना बीज उत्पादन के तहत मखाना के क्षेत्र में कार्य कर रहे संस्थानों के स्तर से अनुदान पर मखाना के उन्नत प्रभेद स्वर्ण वैदेही एवं सबौर मखाना-1 के बीज का उत्पादन कराया जायेगा।
मखाना बीज वितरण योजना के तहत वितरित अनुशंसित प्रभेद का बीज के मूल्य की राशि अधिकतम 225.00 रुपये प्रति किलोग्राम अनुदान के रूप में दी जायेगी। बीज का मूल्य बढ़ने पर अतिरिक्त राशि का वहन किसान स्वयं करेंगे। मखाना की खेती कर रहे सभी रैयत/गैर-रैयत किसानों को उत्पादन में इस्तेमाल होने वाली टूल्स किट अनुदानित दर पर उपलब्ध कराई जाएगी।
राज्य के 16 जिलों कटिहार, पूर्णिया, दरभंगा, मधुबनी, किशनगंज, सुपौल, अररिया, मधेपुरा, सहरसा, खगड़िया, समस्तीपुर, भागलपुर, सीतामढ़ी, पूर्वी चम्पारण, पश्चिम चम्पारण एवं मुजफ्फरपुर के किसानों को इस योजना का लाभ दिया जायेगा।
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