Chhapra: छपरा के खलपुरा निवासी अवनीश कुमार सिंह ने क्लैट पीजी 2026 परीक्षा में सफलता हासिल कर न केवल अपने परिवार, बल्कि पूरे सारण जिले का नाम रोशन किया है। 16 दिसंबर को प्रकाशित क्लैट पीजी 2026 के परीक्षा परिणाम में अवनीश ने ऑल इंडिया रैंक 494 प्राप्त की है। परीक्षा परिणाम सामने आते ही उनके घर में खुशी का माहौल है और रिश्तेदारों एवं शुभचिंतकों द्वारा बधाइयों का तांता लगा हुआ है।
निरंतर परिश्रम, अनुशासन और शांत स्वभाव का परिणाम
अवनीश की इस उपलब्धि पर उनके पिता अनिल कुमार सिंह और माता अनिता सिंह ने हर्ष व्यक्त करते हुए इसे उनके निरंतर परिश्रम, अनुशासन और शांत स्वभाव का परिणाम बताया। परिजनों का कहना है कि अवनीश शुरू से ही पढ़ाई के प्रति गंभीर रहे हैं और लक्ष्य को लेकर हमेशा स्पष्ट दृष्टिकोण अपनाते रहे हैं।
आचार्य नरेंद्र पब्लिक स्कूल, खलपुरा का संचालन
प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं की तैयारी के साथ-साथ अवनीश सामाजिक और शैक्षणिक गतिविधियों में भी सक्रिय भूमिका निभाते हैं। वे आचार्य नरेंद्र पब्लिक स्कूल, खलपुरा के संचालन में अपने स्तर से सहयोग करते हैं। विद्यालय में शैक्षणिक गतिविधियों के साथ-साथ खेलकूद और बच्चों के सर्वांगीण विकास से जुड़े कार्यों में उनकी विशेष रुचि रही है। बच्चों के साथ समय बिताना और उन्हें मार्गदर्शन देना उन्हें विशेष रूप से पसंद है।
अवनीश की शैक्षणिक उपलब्धियों का सिलसिला यहीं नहीं रुकता। इससे पूर्व वर्ष 2016 में उन्होंने क्लैट यूजी परीक्षा में ऑल इंडिया रैंक 87 हासिल कर प्रतिष्ठित नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ ज्यूडिशियल साइंसेज (एनयूजेएस), कोलकाता से विधि की पढ़ाई की थी। वहां से स्नातक स्तर की शिक्षा पूरी करने के बाद अब उन्होंने स्नातकोत्तर स्तर पर भी सफलता का परचम लहराया है।
भविष्य की योजनाओं को लेकर अवनीश का लक्ष्य स्पष्ट है। वे एलएलएम की पढ़ाई चाणक्य नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, पटना से करना चाहते हैं। उनकी विशेष रुचि संवैधानिक कानून में है और वे इसी क्षेत्र में गहन अध्ययन एवं शोध कर विधि के क्षेत्र में योगदान देना चाहते हैं।
अवनीश की इस सफलता से न केवल उनके परिवार में बल्कि स्थानीय स्तर पर भी उत्साह का माहौल है। शिक्षकों, मित्रों और शुभचिंतकों ने उनकी मेहनत और लगन की सराहना करते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है। उनकी यह उपलब्धि युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत मानी जा रही है, जो यह संदेश देती है कि निरंतर प्रयास, अनुशासन और स्पष्ट लक्ष्य के साथ किसी भी प्रतियोगी परीक्षा में सफलता हासिल की जा सकती है।








