LOCKDOWN में प्रधानमंत्री के सात वचन

पहली बात

अपने घर के बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें
– विशेषकर ऐसे व्यक्ति जिन्हें पुरानी बीमारी हो,
उनकी हमें Extra Care करनी है, उन्हें कोरोना से बहुत बचाकर रखना है.

दूसरी बात

लॉकडाउन और Social Distancing की लक्ष्मण रेखा का पूरी तरह पालन करें, घर में बने फेसकवर या मास्क का अनिवार्य रूप से उपयोग करें

तीसरी बात

अपनी इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए, आयुष मंत्रालय द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करें, गर्म पानी, काढ़ा इनका निरंतर सेवन करें.

चौथी बात

कोरोना संक्रमण का फैलाव रोकने में मदद करने के लिए आरोग्य सेतु मोबाइल App जरूर डाउनलोड करें।
दूसरों को भी इस App को डाउनलोड करने के लिए प्रेरित करें.

पांचवी बात

जितना हो सके उतने गरीब परिवार की देखरेख करें,
उनके भोजन की आवश्यकता पूरी करें.

छठी बात

आप अपने व्यवसाय, अपने उद्योग में अपने साथ काम करे लोगों के प्रति संवेदना रखें,
किसी को नौकरी से न निकालें

सातवीं बात

देश के कोरोना योद्धाओं,
हमारे डॉक्टर- नर्सेस,
सफाई कर्मी-पुलिसकर्मी का पूरा सम्मान करें

#IndiaFightsCorona

Lockdown में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 7 बातों पर मांगा देशवासियों का साथ

पहली बात-
अपने घर के बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें
– विशेषकर ऐसे व्यक्ति जिन्हें पुरानी बीमारी हो,
उनकी हमें Extra Care करनी है, उन्हें कोरोना से बहुत बचाकर रखना है

दूसरी बात-
लॉकडाउन और Social Distancing की लक्ष्मण रेखा का पूरी तरह पालन करें ,
घर में बने फेसकवर या मास्क का अनिवार्य रूप से उपयोग करें

देश में 3 मई तक बढाया गया LOCKDOWN, प्रधानमंत्री ने की घोषणा

तीसरी बात-
अपनी इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए, आयुष मंत्रालय द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करें,
गर्म पानी,
काढ़ा,
इनका निरंतर सेवन करें.

चौथी बात-
कोरोना संक्रमण का फैलाव रोकने में मदद करने के लिए आरोग्य सेतु मोबाइल App जरूर डाउनलोड करें।
दूसरों को भी इस App को डाउनलोड करने के लिए प्रेरित करें.

पांचवी बात-
जितना हो सके उतने गरीब परिवार की देखरेख करें,
उनके भोजन की आवश्यकता पूरी करें.

छठी बात-
आप अपने व्यवसाय, अपने उद्योग में अपने साथ काम करे लोगों के प्रति संवेदना रखें,
किसी को नौकरी से न निकालें

सातवीं बात-
देश के कोरोना योद्धाओं,
हमारे डॉक्टर- नर्सेस,
सफाई कर्मी-पुलिसकर्मी का पूरा सम्मान करें

#IndiaFightsCorona

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश को संबोधित करते हुए lockdown को 3 मई तक बढाने की घोषणा की है.

Lockdown में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुझाए सात वचन

Lockdown में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुझाए सात बात

पहली बात-
अपने घर के बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें
– विशेषकर ऐसे व्यक्ति जिन्हें पुरानी बीमारी हो,
उनकी हमें Extra Care करनी है, उन्हें कोरोना से बहुत बचाकर रखना है

दूसरी बात-
लॉकडाउन और Social Distancing की लक्ष्मण रेखा का पूरी तरह पालन करें ,
घर में बने फेसकवर या मास्क का अनिवार्य रूप से उपयोग करें

तीसरी बात-
अपनी इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए, आयुष मंत्रालय द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करें,
गर्म पानी,
काढ़ा,
इनका निरंतर सेवन करें.

चौथी बात-
कोरोना संक्रमण का फैलाव रोकने में मदद करने के लिए आरोग्य सेतु मोबाइल App जरूर डाउनलोड करें।
दूसरों को भी इस App को डाउनलोड करने के लिए प्रेरित करें.

पांचवी बात-
जितना हो सके उतने गरीब परिवार की देखरेख करें,
उनके भोजन की आवश्यकता पूरी करें.

छठी बात-
आप अपने व्यवसाय, अपने उद्योग में अपने साथ काम करे लोगों के प्रति संवेदना रखें,
किसी को नौकरी से न निकालें

सातवीं बात-
देश के कोरोना योद्धाओं,
हमारे डॉक्टर- नर्सेस,
सफाई कर्मी-पुलिसकर्मी का पूरा सम्मान करें

#IndiaFightsCorona

Chhapra: कोरोना वायरस को लेकर जिले में 21 दिनों का Lockdown जारी है. इस लंबी अवधि में प्रतिदिन कमाकर खाने वालो के समक्ष गंभीर समस्या उत्पन्न हो गयी है. छपरा शहर में ऐसे लोगों की संख्या ज्यादा है जो रोजाना कमाकर अपने परिवार का भरण पोषण करते है. ऐसे में सामर्थ्यवान लोगों ने इस Lockdown में उन परिवारों को ना सिर्फ अनाज उपलब्ध कराया जिससे कि वह परिवार जीवन को जी सकें बल्कि समाज को एक प्रेरणा दी कि सभी अपने सामर्थ्य के अनुसार अपने आसपास के लोगों की सेवा करें.

दैनिक मजदूरी कर अपने परिवार का भरण पोषण करने वालो के समक्ष जारी इस समस्या को लेकर शहर के प्रतिष्ठित श्रीप्रकाश ऑर्नामेंट्स के प्रोपराइटर वरुण प्रकाश विगत 24 मार्च से ही अपने सहयोगियों के साथ गरीब, असहाय, कमज़ोर लोगों के घर घर जाकर चावल, दाल, सरसों, तेल, माचिस एवम अन्य जरूरी समानों का वितरण कर रहे है.छपरा टुडे से हुई बातचीत में वरुण प्रकाश ने बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव को लेकर पूरे देश को 21 दिनों की लंबी अवधि के लिए Lockdown किया गया. इस लंबी अवधि में दैनिक मजदूरी करने वालो के समक्ष जीवकोपार्जन की समस्या उत्पन्न हो गयी. समाज के इस वर्ग की ख़ातिर कुछ सामर्थ्यवान लोगों से वार्ता हुई. सभी के सहयोग से 20 वे दिन भी गरीबों के बीच राशन का वितरण किया जा रहा है.

वरुण प्रकाश ने बताया कि प्रतिदिन 400 लोगों के बीच जिला प्रशासन की उपस्थिति में राशन का वितरण शहर से लेकर सुदूर गांव तक किया जाता रहा है. जिससे कि विपदा की इस घड़ी में सभी सुरक्षित अपने घरों में रहकर अपने परिवार के सदस्यों का भरण पोषण कर सकें.वरुण प्रकाश ने मुख्य रूप से पुलिस अधीक्षक हर किशोर राय का आभार व्यक्त किया. जिन्होंने प्रतिदिन जरूरतमंदों की सेवा में अपना बहुमूल्य समय एवं सहयोग दिया.

Chhapra: जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन के द्वारा निर्देश दिया गया है कि जन वितरण प्रणाली के दुकान कोरोना से उत्पन्न संकट की स्थिति में प्रत्येक दिन प्रातः 7 बजे से अपराह्न 4 बजे तक खुला रखकर लाभुकों को खाद्यान्न का वितरण किया जाय.

लॉक डाउन की अवधि में जन वितरण प्रणाली विक्रेता सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन करते हुए टोकन के माध्यम से उपस्थित राशन
कार्डधारियों को खाद्यान्न उपलब्ध करायेंगे. इस अवधि में दुकानों के आस-पास प्रॉपर हाईजीन एवं सैनिटेशन का ध्यान भी रखा जाएगा.

कोरोना वायरस फैलने से रोकथाम के लिए सुरक्षात्मक उपाय ’’क्या करें और क्या नहीं करे’’ संबंधी फ्लैक्स, पोस्टर, बैनर, पम्पलेट सभी जन वितरण प्रणाली के दुकानों पर सहज दृष्टिगोचर वाले स्थानों पर प्रदर्शित कराने का निर्देश दिया गया है ताकि लाभुक स्पष्ट रुप से देख सकें और उसका पालन कर सकें.

जिला एवं अनुमंडल स्तर पर खाद्यान्न वितरण से संबंधित शिकायत के निवारण के लिए नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गयी है.

जिला नियंत्रण कक्ष, सारण 06152-242444,

जिला आपातकालीन संचालन केन्द्र 06152-245023,

मढ़ौरा अनुमंडल नियंत्रण कक्ष 06152-231108 एवं

सोनपुर अनुमंडल नियंत्रण कक्ष 06158-221016 पर स्थापित किया गया है.

छपरा: कोरोना संक्रमण के मद्देनजर संदिग्ध मरीजों को उनके घर से अस्पताल लाने ले जाने की सुविधा मुहैया कराने के उद्देश्य से बड़ी संख्या में एंबुलेंस को लगाया गया है. इस वजह से गर्भवती महिलाओं को अस्पताल लाने में काफी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है. राज्य में एंबुलेंस को लेकर हो रही असुविधा के मद्देनजर राज्य स्वास्थ्य समिति ने जरूरी फैसला लिया है. इस फैसले के तहत एंबुलेंस की सुविधा नहीं उपलब्ध होने पर अब गर्भवती महिला को उसके परिजन किसी अन्य वाहन से अस्पताल ला सकते हैं. इसके लिए तत्काल 500 रुपये का भुगतान स्वास्थ्य विभाग की ओर से किया जायेगा.

डीबीटी के माध्यम से होगा 500 रुपये का भुगतान

राज्य स्वास्थ्य समिति ने इस निर्देश के आलोक में पत्र जारी किया है. पत्र के माध्यम से कहा गया है कि कोरोना वायरस संक्रमण को देखते हुए 102 एंबुलेंस का उपयोग संदिग्ध या संक्रमित मरीजों के लिए बड़े पैमाने पर किया जा रहा है. इस वजह से राज्य में गर्भवती महिलाओं को प्रसव के लिए सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में आने जाने के लिए 102 एंबुलेंस की सेवा प्राप्त करने में कठिनाई हो रही है. इस स्थिति को देखते हुए राज्य स्वास्थ्य समिति ने यह निर्णय लिया है कि 31 मई तक 102 एंबुलेंस की अनुपलब्धता के कारण यदि कोई गर्भवती महिला संस्थागत प्रसव के भाड़े के वाहन से सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में आती हैं तो उसे तत्काल आने जाने के लिए 500 रुपये का भुगतान किया जायेगा. रशि का भुगतान नेशनल हेल्थ मिशन के फ्री रेफरल ट्रांसपोर्ट से उसके बैंक खाते में डीबीटी के माध्यम से किया जायेगा.

भाड़े पर वाहन रखने का भी लिया गया है निर्णय

वहीं पत्र के माध्यम से राज्य स्वास्थ्य समिति की ओर से कोरोना वायरस संक्रमण के संदिग्ध या संपुष्ट मरीजों के परिवहन के लिए एक पूर्ण रूप से सेनेटाइज्ड एंबुलेंस को चिन्हित कर उसी विशेष चिन्हित एंबुलेंस से कोविड 19 के संदिग्ध या संपुष्ट मरीजों का परिवहन करने हेतु सभी संबंधित को आवश्यक निर्देश दिये गये हैं ताकि साधारण मरीज एवं गर्भवती महिलाओं में संक्रमण फैलने की संभावना नहीं रहे. इसके साथ ही 102 एंबुलेंस सेवा के तहत चिन्हित एंबुलेंस के अतिरि​क्त कोविड 19 से संबंधित कार्यों के लिए जिलों व मेडिकल कॉलेजों द्वारा आवश्यकतानुसार भाड़े पर वाहन रखने का निर्णय लिया गया है जिसका भुगतान कोविड 19 से संबंधित नेशनल हेल्थ मिशन के खाते से किया जायेगा.

Chhapra: वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए कई तरह उपाय अपनाए जा रहें है. इससे निबटने के लिए पूरे देश मे लॉक डाउन लागू किया गया है. साथ हीं लोगों से सामाजिक दूरियां अपनाने की सलाह दी जा रही है. स्वास्थ्य विभाग, विश्व स्वास्थ्य संगठन, सेंटर फॉर डिज़ीज़ कंट्रोल यही सलाह दे रहे हैं कि आप भीड़ भाड़ से दूर रहें. लेकिन कई ऐसे लोग है जो अभी भी इन बातों को नहीं समझ पा रहें है. इस बारे में अगर लोगो से पूछिये तो सभी यही सलाह देते है कि सामाजिक दूरियां बनाकर रखें. हाथों को धोते रहें. हाथ नहीं मिलाए, घरों में रहे.

खुद बचें और अपने परिवार को बचाएं

आपकी गलतियों का खामियाजा आपके पूरे परिवार के साथ साथ समाज के लोगों को भुगतना पड़ सकता है. संक्रमण लेकर घर आए तो आपके बीवी-बच्चे इसके शिकार हो सकते हैं. आपकी ग़लती से परिवार के लिए संकट खड़ा हो सकता है. इसलिए लॉक डाउन के नियमों का पालन करें. घरों रहें, सुरक्षित रहें. अपने व अपने परिवार को भी सुरक्षित रखें. सामाजिक दूरियां ही इस संक्रमण से बचाव का बेहतर उपाय है.

बेवजह घरों से निकलने से करें परहेज

सिविल सर्जन डॉ माधवेश्वर झा ने बताया कि बेवजह लोगों को घर से नही निकलना चाहिए. जब घर से निकलें तो मास्क पहनकर निकलें. अगर आपको खांसी या छिंक आती हो तो जरूर मास्क लगाएं. इससे आपके इर्द- गिर्द रहने वाले लोग संक्रमित होने से बचेंगे. अपने हाथों को चेहरे पर नहीं जाने दें. नाक, आंख और मुंह पर हाथ रखने से बचें.

इन बातों का रखें ख्याल

• यदि घर से बाहर निकलना पड़े तब लोगों से 1 मीटर की दूरी जरुर बनायें

• घर आने के बाद हाथों को 20 सेकंड तक पानी एवं साबुन से धोएं

• बाहर में किसी भी चीज को छूने से परहेज करें
• लॉकडाउन के नियमों के सख्ती से पालन करें

Chhapra: सारण पुलिस द्वारा छपरा के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के मंगाईडीह बगीचा के समीप अवैध आग्नेयास्त्र एवं गोली के साथ चार अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया गया. सारण एसपी हर किशोर राय ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि चारों अपराधियों के खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है.

गिरफ्तार अपराधियों से सघन पूछताछ पुलिस द्वारा की जा रही है साथ ही इनका अपराधिक इतिहास भी खंगाला जा रहा है. इन सभी अपराधियों के खिलाफ मुफस्सिल थाना में धारा 25ए , 26 के तहत आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है.

गिरफ्तार अपराधी मढ़ौरा थाना क्षेत्र का संतोष कुमार उपाध्याय, दाउदपुर थाना क्षेत्र के मनसार ग्राम का मनीष कुमार सिंह, भगवान बाजार थाना क्षेत्र के गुदरी का प्रिंस कुमार और श्यामचक का सरोज कुमार उर्फ नकु है.

पुलिस द्वारा संतोष कुमार के पास से एक कट्टा एवं एक गोली, प्रिंस कुमार के पास से एक चाकू व सरोज कुमार राम के पास से एक मोबाइल, मनीष कुमार के पास से एक मोबाइल पुलिस द्वारा बरामद की गई है.

गिरफ्तारी में शामिल पुलिसकर्मियों में मुफस्सिल थानाध्यक्ष कर्मवीर सिंह, अरुण कुमार सिंह, अमान अशरफ व प्रमोद कुमार सिंह शामिल थे.

जलालपुर से एक गिरफ्तार

वहीं जलालपुर थाना क्षेत्र के भुरन छपरा बगीचा से एक अपराधी को अवैध आग्नेयास्त्र एवं गोली के साथ पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार अपराधी से भी पूछताछ चल रही है. वह इसका अपराधी का इतिहास पता किया जा रहा है. वही एक अन्य अपराधी की गिरफ्तारी हेतु छापेमारी पुलिस द्वारा की जा रही है गिरफ्तार अपराधी जलालपुर के किशनपुर निवासी चिंटू है.

Chhapra: 14 अप्रैल कई मायनों में ख़ास होता है. देश के अलग अलग राज्यों में इस तिथि को अलग अलग त्यौहार और आयोजन के रूप में मनाया जाता है. कही वैशाखी मनाई जाती है तो कही बाबा साहब की जयंती. सभी अपने अनुसार इस तिथि को मानते है. लेकिन हमारे यहां ख़ासकर बिहार के उत्तर बिहार में इसे सतुआन या फिर सतुआनी कहा जाता है. मतलब सतुआ (मक्के और चने का आटा) खाने का दिन.

नहान और सतुआन दोनों का ग़जब तालमेल है लेकिन इस बार कुछ ऐसा नही दिखेगा. कारण है Lockdown. भले नहान यानी स्नान घरों में ही होगा लेकिन सतुआन का लुफ़्त लोग जरूर उठाएंगे. लंबे अर्से बाद इस सतुआन को परिवार संग मनाने का मौका जो लोगों को मिला है.

सतुआन को लेकर सोमवार को लगभग लोगों ने खरीददारी की. विशेष रूप से सतुआ यानी मक्के का आटा, सतुई यानी भुने हुए चने का आटा, मूली, प्याज, आम की टिकोला, हरा धनिया पत्ता, लहसून पत्ता और भी बहुत कुछ.

शुद्ध रूप से देशी और सुपाच्य इस भोजन में वास्तव में 56 भोग वाले स्वाद मिलते है. वैसे तो यह सिर्फ सतुआ और सतुई, नमक तथा पानी के साथ भी खाया जा सकता है, लेकिन कहते है न जबतक दाल में घी का तड़का नही लगे तबतक दाल दाल नही बनती. वैसे ही है हमारा सतुआ.

सतुआ के साथ, चने का सत्तू ( सतुई), जौ का सत्तू, नमक, पानी के साथ साथ, जीरा पाऊडर, हरी मिर्च, मूली, प्याज, चटनी, 5- 6 तरह का आचार तब जाकर इसका स्वाद आता है.गर्मी के दिनों में लोग बड़े ही चाव के साथ इसे खाते है जिसका कारण यह है कि यह प्यास को जगाता है. गर्मी में शरीर को पानी की आवश्यकता ज्यादा होती है.

इस बार आप घर मे है इस सतुआन उत्तर बिहार के इस सबसे सस्ते और शुद्ध भोजन का स्वाद जरूर ले.

अपने अनुभव भी हमें जरूर बताएं.

Patna: बिहार राज्य शिक्षक समन्वय समिति के अध्यक्ष मंडल सदस्य केशव कुमार ने शिक्षकों की चट्टानी एकता को सलाम करते हुए बिना सरकार के सम्मानजनक वार्ता के हड़ताल समाप्त नही करने का संदेश दिया है.

उन्होंने कहा कि राज्य के 4 लाख शिक्षकों की अस्मिता पर बन आयी है. एक तरफ शिक्षा मंत्री शिक्षकों से वार्ता की पहल करते है. शिक्षकों को आश्वासन देते है कि सरकार उनके प्रति संवेदनशील है और एक रात में ही वह अपने बयानों से पलट जाते है.

कोरोना की वजह से लाॅक डाउन के बावजूद भीं शिक्षकों से वार्ता न कर कोरोना जैसे महामारी मे भी इस सरकार ने शिक्षको की सुधी लेना उचित नहीं समझा. आज तक कोरोना से बिहार मे महज एक व्यक्ति की मृत्यु हुई है जबकी बिहार मे हड़ताली शिक्षकों के बीच से वेतन के अभाव मे 45 शिक्षको ने दम तोड दिया. सरकार यदि आज भी संवेदनशील नहीं हुई तो न जाने आगे कितने शिक्षको पर सामत आएगी. उन्होंने कहा कि हर एक शिक्षको के मृत्यु का जवाब सरकार को देना होगा. केशव कुमार ने आगे कहा की आर्थिक रूप से कमजोर हमारे शिक्षक को यदि विशेष परिस्थिति आ जाए तो वह संघ को जरूर सूचित करे शिक्षक समाज उसका हर संभव मदद करेगा. इसके अलावे 45 मृत शिक्षको के परिजनो को उन्होंने संघ व चार लाख शिक्षक समाज के तरफ से संत्वना देते हुए लाॅक डाउन के बाद सरकार व संघ के तरफ से हर संभव मदद का आश्वासन दिया.

Chhapra: बाबा साहेब भीमराव अंबेदकर की जयंती सभी शक्ति केंद्रों पर मनाई जाएगी. संगठन के कार्यकर्ता घरों में रहकर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए बाबा साहेब की जयंती मनाएंगे.

इस आशाय की जानकारी देते हुए भाजपा जिलाध्यक्ष राम दयाल शर्मा ने कहा कि सभी मंडलों में भारत रत्न बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर की जयंती मनाई जाएगी. सभी कार्यकर्ता, सभी मंडल अध्यक्ष, बूथ अध्यक्ष, सभी शक्ति केंद्रों पर जिले के सभी पदाधिकारी, वरीय कार्यकर्तागण एवं वरिष्ठ भाजपा नेताओं को अपने अपने घरों में सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करते हुए भारत रत्न बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव आंबेडकर की जयंती मनाया जाना है.

इस अवसर पर शक्ति केंद्रों द्वारा अपने आसपास के दलित बस्तियों में खाद्य सामग्री का वितरण सोशल डिस्टेंसिंग नियमों का पालन करते हुए किया जाएगा. वही जिलाध्यक्ष रामदयाल शर्मा, शान्तनु सिंह, विवेक सिंह ने पटना में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश मीडिया प्रभारी को पुलिस द्वारा बेरहमी से पिटाई की घोर भर्त्सना करते हुए छपरा जिला पुलिस प्रशासन से आग्रह किया गया कि जो लोग आवश्यक सामग्री के लिए लॉकडाउन के नियमों का पालन करते हुए बाहर जा रहे हैं, उनके साथ पुलिस प्रशासन अभद्र रूप से व्यवहार ना करें साथ ही जनता से भी लॉक डाउन में प्रशासन का सहयोग करने और प्रशासनिक निर्देशों का पालन करने का आह्वान किया गया.

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल सुबह 10 बजे राष्ट्र को संबोधित करेंगे. पीएमओ ने ट्वीट करके इस बात की जानकारी दी है.

इससे पहले प्रधानमंत्री ने 21 दिनों के लॉकडाउन का एलान किया था. 14 अप्रैल को इस लॉकडाउन का आखिरी दिन है.

 

11 अप्रैल को पीएम मोदी ने देश के सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की थी. इस बैठक में कई मुख्यमंत्रियों ने लॉकडाउन बढ़ाने का समर्थन किया था. महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे पहले ही 30 अप्रैल तक लॉकडाउन बढ़ाने का एलान कर चुके हैं. महारष्ट्र के अलावा तेलंगाना, पंजाब और ओडिशा ने भी 30 अप्रैल तक लॉकडाउन बढ़ा दिया है.

स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, अभी देश में संक्रमण के 9152 मामले हैं. वहीं 308 लोगों की मौत हुई है. हालांकि 856 लोग ठीक भी हुए हैं.