Patna, 15 जुलाई (हि.स.)। बिहार में मानसून की सक्रियता के साथ गंगा नदी का जलस्तर भी अब तेजी से बढ़ रहा है, जिससे पटना, बक्सर और भागलपुर में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। आज केंद्रीय जल आयोग और मौसम विज्ञान केंद्र, पटना की रिपोर्ट के अनुसार गंगा नदी पटना के दीघा घाट पर खतरे के निशान (50.45 मीटर) से 2.36 मीटर नीचे (48.09 मीटर) और गांधी घाट पर खतरे के निशान (50.52 मीटर) से 1.51 मीटर नीचे (47.09 मीटर) बह रही है। बक्सर में गंगा चेतावनी स्तर (59.32 मीटर) से 2.87 मीटर नीचे (57.43 मीटर) है। भागलपुर में यह खतरे के निशान (33.68 मीटर) से 3.16 मीटर नीचे (30.52 मीटर) दर्ज की गई।

दानापुर, पंडारक और फतुहा में मंगलवार सुबह से ही पानी प्रवेश करने लगा है

पटना के निचले इलाकों में दानापुर, पंडारक और फतुहा में मंगलवार सुबह से ही पानी प्रवेश करने लगा है, जिससे स्थानीय लोगों में चिंता बढ़ गई है। दीघा नहर के रास्ते पानी को गंगा में डायवर्ट करने के लिए मोटर पंपों का उपयोग किया जा रहा है। बक्सर में गंगा घाटों की सीढ़ियां डूब चुकी हैं और सहायक नदी कर्मनाशा का जलस्तर भी बढ़ रहा है। भागलपुर में गंगा हर घंटे 1 सेंटीमीटर की रफ्तार से बढ़ रही है। जिससे सुल्तानगंज, नाथनगर और नवगछिया जैसे क्षेत्रों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है।

उत्तर प्रदेश के पहाड़ी क्षेत्रों में बारिश ने भी गंगा के जलस्तर को बढ़ाया है

जल संसाधन विभाग ने गंगा की सहायक नदियों सोन, गंडक और कोसी, में जलस्तर बढ़ने के कारण अलर्ट जारी किया है। मध्य प्रदेश के बाणसागर बांध से 1.25 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। जो सोन नदी के जरिए गंगा में पहुंच रहा है। उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के पहाड़ी क्षेत्रों में बारिश ने भी गंगा के जलस्तर को बढ़ाया है। विभाग के अनुसार अगले 2-3 दिनों तक जलस्तर में और वृद्धि हो सकती है।

गया-जहानाबाद और जमुई में अति भारी बारिश का अलर्ट

दक्षिण बिहार के गया, नवादा और जमुई में आज आति भारी बारिश का अलर्ट है। जबकि पटना, बेगूसराय, मुंगेर और भागलपुर में भारी बारिश और वज्रपात की चेतावनी है। पिछले 48 घंटों में वज्रपात से 8 से अधिक मौतें हुई हैं, जिसके चलते लोगों को खुले मैदानों और पेड़ों के नीचे न रुकने की सलाह दी गई है। बिहार सरकार ने जिला प्रशासनों को अलर्ट रहने और राहत सामग्री, नाव और सामुदायिक रसोई की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं।

Patna,05 जुलाई (हि.स.)। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य में लगातार हो रहे अपराधों को लेकर शनिवार को अपने आवास पर पुलिस महानिदेशक और अन्य वरीय पुलिस पदाधिकारियों के साथ विधि व्यवस्था की उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की। एक तरफ प्रदेश में विधापसभा चुनाव कर सरगर्मियां तेज हो गई हैं वहीं बढ़ते अपराधों को लेकरराजनीतिक दल नीतीश कुमार पर हमलावर हैं और उनसे कानून व्यवस्था के बाबत सवाल खड़े कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने उद्योगपति गोपाल खेमका की हुई हत्या के संबंध में पुलिस महानिदेशक से विस्तृत जानकारी ली

मुख्यमंत्री नीतीश ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि अपराध नियंत्रण में किसी प्रकार की कोताही नहीं बरतें। उन्होंने कहा कि लापरवाही बरतने वाले पदाधिकारियों और पुलिस कर्मियों पर कड़ी कार्रवाई होगी। बैठक में मुख्यमंत्री को पुलिस महानिदेशक ने अपराध नियंत्रण को लेकर किए जा रहे कार्यों की अद्यतन स्थिति की जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने उद्योगपति गोपाल खेमका की हुई हत्या के संबंध में पुलिस महानिदेशक से विस्तृत जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने कहा कि अपराध के कारणों की पूरी तहकीकात कर दोषी की पहचान करें और बिना किसी भेदभाव के उन पर सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करें। यदि आपराधिक घटना के पीछे किसी प्रकार की साजिश है तो उसकी भी जांच की जाय और जांचोपरांत कठोर कार्रवाई सुनिश्चित की जाय।

अपराध करनेवाले कोई भी हों, उन्हें किसी कीमत पर बख्शा नहीं जाय: मुख्यमंत्री नीतीश

मुख्यमंत्री ने कहा कि विधि व्यवस्था सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। अपराध करनेवाले कोई भी हों, उन्हें किसी कीमत पर बख्शा नहीं जाय। उन्होंने कहा कि घटित आपराधिक घटनाओं के अनुसंधान कार्यों में तेजी लाये और इसे ससमय पूर्ण करें ताकि दोषियों पर त्वरित कार्रवाई हो सके। कानून व्यवस्था को बनाये रखने के लिये पुलिस और प्रशासन पूरी मुश्तैदी से कार्य करें।

उल्लेखनीय है कि बीते शुक्रवार को सीवान में तीन लोगों की तलवार और फरसा से काटकर हत्या कर दी गई, जबकि पटना के प्रसिद्ध व्यवसायी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। 

05 जुलाई(हि.स.)। एसएसबी 56वीं बटालियन की फुलकाहा कंपनी ने बीती देर रात भारत नेपाल सीमा क्षेत्र के मानिकपुर ब्राउन सुगर और भारतीय एवं नेपाली करेंसी के साथ तस्कर पिता पुत्र को गिरफ्तार किया। एसएसबी ने इसके पास से 136.38 ग्राम ब्राउन सुगर,80 हजार 570 रूपये भारतीय करेंसी,64 हजार 25 रूपये नेपाली करेंसी,तीन एंड्रॉयड फोन और सीसीटीवी के एक हार्ड डिस्क के साथ गिरफ्तार किया।

अररिया के रहने वाले पिता-पुत्र को एसएसबी गिरफ्तार किया

मामले में एसएसबी ने अररिया के मानिकपुर वार्ड संख्या दस के रहने वाले पवन कुमार यादव और उसके पुत्र मोनू कुमार को गिरफ्तार किया।एसएसबी ने यह कार्रवाई गुप्त सूचना पर इंस्पेक्टर प्रवीण प्रभाकर के नेतृत्व में चौदह सदस्यीय एसएसबी की विशेष टीम के साथ भारतीय सीमा क्षेत्र में बोर्डर से आठ सौ मीटर की दूरी पर की।

एसएसबी ने गिरफ्तार पिता पुत्र से मामले में पूछताछ करने के बाद दोनों गिरफ्तार पिता पुत्र तस्करों के साथ जब्त समानों को फुलकाहा थाना पुलिस के सुपुर्द कर दिया है।जिनसे पुलिस पूछताछ कर एनडीपीएस मामले में बैकवर्ड और फॉरवर्ड लिंकेज को खंगालने में जुटी है।

Patna, 03 जुलाई (हि.स.)। बिहार में भोजपुर जिले के आरा की रहने वाली और सीमा सुरक्षा बल में कार्यरत सपना कुमारी ने 21वें विश्व पुलिस गेम्स में पदक जीतकर राज्य और देश का नाम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्थापित किया है। यह प्रतियोगिता 27 जून से 6 जुलाई 2025 तक बर्मिंघम, अलबामा (संयुक्त राज्य अमेरिका) में आयोजित की जा रही है।

सपना को तीरंदाजी की तीन श्रेणियों में पदक प्राप्त हुए हैं

सपना कुमारी को तीरंदाजी की तीन श्रेणियों में पदक प्राप्त हुए हैं। उन्होंने फील्ड आर्चरी में स्वर्ण पदक, 3डी आर्चरी में स्वर्ण पदक और टारगेट आर्चरी में रजत पदक जीता है। तीरंदाजी में यह प्रदर्शन भारत और बिहार के खेल क्षेत्र के लिए उल्लेखनीय उपलब्धि माना जा रहा है। विश्व पुलिस खेलों में हिस्सा लेने के लिए सपना कुमारी का चयन सीमा सुरक्षा बल का प्रतिनिधित्व करते हुए हुआ था।

खेल विभाग ने उनके प्रदर्शन को प्रेरणादायक बताया है

राज्य के खेल जगत और प्रशासनिक हलकों में इस उपलब्धि को सकारात्मक संकेत के रूप में देखा जा रहा है। खेल विभाग ने उनके प्रदर्शन को प्रेरणादायक बताया है और इसे सुरक्षा बलों में कार्यरत खिलाड़ियों के लिए एक उदाहरण के रूप में रेखांकित किया है। सपना कुमारी की इस उपलब्धि के बाद राज्य सरकार और खेल संस्थानों द्वारा उनके योगदान और प्रदर्शन की सराहना की जा रही है।

Patna, 28 जून (हि.स.)। राज्य सरकार के सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा मिशन कर्मयोगी आईजीओटी के अंतर्गत नामित नोडल पदाधिकारियों के लिए एक दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन शनिवार को किया गया। इस महत्वपूर्ण अवसर पर मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा ने कहा कि मिशन कर्मयोगी और आईजीओटी प्लेटफॉर्म न केवल प्रशासनिक क्षमता को मजबूत करते हैं, बल्कि यह सुनिश्चित करते हैं कि प्रत्येक सरकारी कर्मचारी बदलती जरूरतों के अनुसार खुद को लगातार अपडेट करता रहे। उन्होंने कहा कि यह पहल बिहार के प्रशासन को उत्तरदायी, पारदर्शी और नवाचारी बनाने की दिशा में एक ठोस कदम है।”

कार्यशालाएं केवल जानकारी देने का माध्यम नहीं हैं, बल्कि यह सहभागिता और नेतृत्व निर्माण की प्रक्रिया को भी गति देती हैं: मुख्य सचिव 

मुख्य सचिव मीना ने कहा कि इस प्रकार की कार्यशालाएं केवल जानकारी देने का माध्यम नहीं हैं, बल्कि यह सहभागिता और नेतृत्व निर्माण की प्रक्रिया को भी गति देती हैं। उन्होंने सभी उपस्थित प्रोत्साहकों से अपेक्षा जताई कि वे इस प्रशिक्षण को गंभीरता से लेते हुए अन्य कर्मचारियों को प्रेरित करें और मिशन कर्मयोगी की भावना को ज़मीनी स्तर तक पहुंचाएं।

अपर मुख्य सचिव डॉबी राजेन्दर ने आईजीओटी प्लेटफॉर्म की तकनीकी क्षमताओं की सराहना की

मौके पर अपर मुख्य सचिव डॉबी राजेन्दर ने आईजीओटी प्लेटफॉर्म की तकनीकी क्षमताओं की सराहना की और कहा कि यह प्रणाली प्रशिक्षण को व्यक्ति-केंद्रित बनाकर प्रशासनिक सेवा को अधिक दक्ष और प्रभावी बनाएगी।कार्यशाला के अंत में सहभागियों ने भी अपनी प्रतिक्रिया साझा की और बताया कि यह कार्यक्रम उन्हें आईजीओटी पोर्टल के उपयोग, पाठ्यक्रमों की संरचना और सीखने की रणनीतियों को बेहतर ढंग से समझने में अत्यंत सहायक रहा।

एकीकृत सरकारी ऑनलाइन प्रशिक्षण (आईजीओटी) प्लेटफॉर्म केंद्र सरकार की एक प्रमुख पहल है

उल्लेखनीय है कि एकीकृत सरकारी ऑनलाइन प्रशिक्षण (आईजीओटी) प्लेटफॉर्म केंद्र सरकार की एक प्रमुख पहल है, जिसका उद्देश्य सरकारी कर्मचारियों को आधुनिक प्रशासनिक दक्षताओं से लैस करना है। यह प्लेटफॉर्म सरकारी सेवा में कार्यरत अधिकारियों और कर्मचारियों को समय-समय पर डिजिटल माध्यम से विषयवस्तु-आधारित प्रशिक्षण उपलब्ध कराता है, जिससे वे अपनी भूमिका में और अधिक प्रभावी बन सकें।

Patna, 10 जून (हि.स.)। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में मंगलवार को राज्य कैबिनेट की बैठक हुयी। सचिवालय के कैबिनेट हॉल में आयोजित बैठक में विभिन्न विभागों से जुड़े कुल 22 प्रस्तावों पर मुहर लगी है। बैठक में पंचायत सचिवालय को सशक्त बनाने के लिए 8093 लिपिक पदों को स्वीकृति दी गई। साथ ही जयप्रकाश नारायण अस्पताल, वायुयान संगठन और कृषि विपणन निदेशालय में भी कई नए पद सृजित किए गए हैं। कैबिनेट की बैठक में तमाम विभागों के मंत्री मौजूद रहे।

आठ हजार से अधिक लिपिक के पदों को मिली स्वीकृति

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में मंगलवार को हुई कैबिनेट की बैठक में नई नियुक्ति से लेकर कई बड़ी परियोजनाओं और सड़क निर्माण योजनाओं को मंजूरी दी गई है। बैठक में राज्य में रिक्तियाें से संबंधित अहम निर्णय लिये गये है। पंचायत सचिवालय को सुदृढ करने के लिए ग्राम पंचायत कार्यालयों में आठ हजार से अधिक लिपिक के पदों को सृजित करने का फैसला लिया गया है। पंचायत स्तर पर ग्राम पंचायत कार्यालय में निम्न वर्गीय लिपिक के 8093 पदों के सृजन की स्वीकृति दी गई है।

वायुयान संगठन निदेशालय में विभिन्न श्रेणी के चार नियोजन आधारित पद सृजित

मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग के अंतर्गत वायुयान संगठन निदेशालय में विभिन्न श्रेणी के चार (4)नियोजन आधारित पदों को सृजित किया गया है। पटना के जयप्रकाश नारायण अस्पताल में स्पोर्ट्स इंजरी इकाई की स्थापना एवं संचालन के लिए छत्तीस (36) नए पदों को सृजित किया गया है। कृषि विपणन निदेशालय में विभिन्न कोटि के चौदह (14) पदों को सृजित किया गया है। बिहार सरकार की महिला सरकारी सैनिकों को उनके पदस्थापना स्थल के निकट आवास सुविधा उपलब्ध कराने की नीति का निर्धारण प्रस्ताव को भी मंजूरी दी गयी है।

सात लापरवाह चिकित्सा पदाधिकारियों काे किया गया बर्खास्त

सात लापरवाह चिकित्सा पदाधिकारियों काे किया गया बर्खास्त नीतीश कैबिनेट ने स्वास्थ्य विभाग के प्रस्ताव पर अपनी मुहर लगाते हुए सात (7 )लापरवाह चिकित्सा पदाधिकारियों को सेवा से बर्खास्त कर दिया है। ये डॉक्टर बिना सूचना के लंबे समय से ड्यूटी से गायब थे। अपने इस फैसले से सरकार ने बता दिया है कि राज्य के लोगों की जान से खिलवाड़ किसी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इनको किया गया बर्खास्त

राज्य सरकार ने जिन डॉक्टरों के खिलाफ बर्खास्तगी की कार्रवाई की है उनमें खगड़िया सदर अस्पताल के सामान्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. आशीष कुमार, खगड़िया के महेशखुंड अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के सामान्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. मोहम्मद फिरदौस आलम, खगड़िया सदर अस्पताल की सामान्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. जागृति सोनम, लखीसराय सदर अस्पताल के एसएनसीयू में तैनात सामान्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. अनामिका कुमारी शामिल हैं।

Patna, 10 जून (हि.स.)। बिहार निर्वाचन आयोग ने बिहार में होने वाले पंचायत उपचुनाव की तिथियों की घोषणा कर दी। राज्य के 38 जिलाें में त्रिस्तरीय पंचायतों और ग्राम कचहरी के कुल 2,634 रिक्त पदों के लिए 9 जुलाई को मतदान होगा, जबकि 11 जुलाई को मतगणना कर चुनाव परिणाम जारी किए जाएंगे। चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के साथ ही संबंधित निर्वाचन क्षेत्रों में आदर्श आचार संहिता प्रभावी हो गई है।

नामांकन पत्रों की जांच 21 से 23 जून के बीच होगी

आयोग के अनुसार उपचुनाव के लिए आधिकारिक अधिसूचना 13 जून को जारी की जाएगी। नामांकन प्रक्रिया 14 जून से प्रारंभ होकर 20 जून तक चलेगी। नामांकन पत्रों की जांच 21 से 23 जून के बीच होगी, जबकि उम्मीदवार 24 और 25 जून को नाम वापस ले सकेंगे। प्रत्याशियों को चुनाव चिह्न का आवंटन 26 जून को किया जाएगा।

इन पदों पर होंगे उपचुनाव

राज्य निर्वाचन आयोग के मुताबिक उपचुनाव के तहत जिला परिषद सदस्य, मुखिया, सरपंच, पंचायत समिति सदस्य, ग्राम पंचायत सदस्य और ग्राम कचहरी पंच के पदों के लिए मतदान कराया जाएगा। जिला परिषद सदस्य के लिए 8 सीट, मुखिया के लिए 63 सीट, सरपंच के लिए 83 सीट, पंचायत समिति सदस्य के लिए 72 सीट, ग्राम पंचायत सदस्य के लिए 840 सीट और ग्राम कचहरी पंच के लिए 1569 सीटों पर वोटिंग होगी। आयोग ने बताया कि मतदान सभी सीटों पर ईवीएम के माध्यम से कराया जाएगा।

उपचुनाव वाले क्षेत्रों में कुल 33,58,767 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे

आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक, उपचुनाव वाले क्षेत्रों में कुल 33,58,767 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे, जिनमें 17,58,892 पुरुष, 15,99,785 महिला और 89 थर्ड जेंडर मतदाता शामिल हैं। मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन पहले ही किया जा चुका है। इच्छुक मतदाता आयोग की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर ‘सर्च इलेक्टोरल रोल’ सेक्शन के माध्यम से अपना नाम सूची में देख सकते हैं। राज्य निर्वाचन आयोग ने सभी जिलों के प्रशासनिक अधिकारियों को चुनाव प्रक्रिया को शांतिपूर्ण, निष्पक्ष और पारदर्शी ढंग से संपन्न कराने के निर्देश दिए हैं।

Chhapra: नगर थाना क्षेत्र के सीढ़ी घाट के पास अज्ञात अपराधियों ने चाकू मारकर 15 वर्षीय किशोर की हत्या कर दी।

मृतक किशोर की पहचान शहर के मिशन रोड निवासी राजू कुमार श्रीवास्तव के पुत्र अभित श्रीवास्तव के रूप में हुई है।

परिजनों के अनुसार अभित श्रीवास्तव अपने घर से सब्जी लेने निकला था, जिसके बाद स्थानीय लोगों ने चाकू लगने की जानकारी दी। स्थानीय लोगों और पुलिस ने उसे अस्पताल पहुंचाया, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। अस्पताल पहुंचे परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल था।

घटना के बाद परिजनों ने जिले की कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाए हैं। वहीं पुलिस हत्याकांड की जांच में जुट गई है।

घटना की सूचना पर नगर थानाध्यक्ष संजीव कुमार ने अस्पताल पहुंच परिजनों से जानकारी ली। फिलहाल पुलिस हत्याकांड की जांच में जुटी है।

घटना के बाद वरीय पुलिस अधीक्षक डॉ कुमार आशीष ने भी घटनास्थल पर पहुंच हत्याकांड की जांच की।

देखें Video 

नगर थानान्तर्गत घटित हत्याकांड के घटनास्थल का एसएसपी सारण द्वारा निरीक्षण किया गया।  मृतक के शव को पोस्टमार्टम हेतु सदर अस्पताल, छपरा भेजा गया है। घटनास्थल की जाँच हेतु FSL टीम को बुलायी गयी है।

Patna, 30 मई (हि.स.)। ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बाद बिहार के बिक्रमगंज में जनसभा को सम्बोधित करने पहुंचे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जोरदार स्वागत किया। सभा को संबोधित करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में बीते 20 साल के राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की सरकार में बहुत काम हुआ है। नीतीश कुमार ने कहा कि जब 24 नवम्बर 2005 को राजग की सरकार बनी, जिसमें भाजपा और जदयू शामिल रही, उसके पहले जो सरकारें थी, उन्होंने राज्य में कोई काम नहीं किया था।

हम लोग पूरे तौर से बिहार के विकास में लगे हैं- नीतीश कुमार 

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज कितनी बड़ी संख्या में महिलाएं दिख रही हैं। इसके पहले वालों ने कोई काम किया था क्या ? जब से हम लोग सरकार में आए तब से हमने सबके लिए काम किया है । हम लोग पूरे तौर से बिहार के विकास में लगे हैं और अच्छे से काम हो रहा है। शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में विशेष कार्य किया गया। सड़क, पुल, पुलिया का बड़े पैमाने पर निर्माण कराया गया। पंचायत और नगरीय निकाय चुनावों में 50 प्रतिशत आरक्षण महिलाओं को दिया गया। गांवों को पक्की सड़कों से जोड़ने का काम किया। अभी हाल में, कुछ नई बसावटें और कुछ नये घर बन रहे हैं। इस साल जून तक हर घर बिजली, हर घर शौचालय और हर घर नल का काम पूरा कर लिया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने केंद्र द्वारा जातीय जनगणना कराने के फैसले पर खुशी जाहीर की 

मुख्यमंत्री नीतीश ने कहा कि सात निश्चय-2 के तहत सभी योजनाओं में तेजी से काम चल रहा है। युवक और युवतियों को सरकारी नौकरी उपलब्ध करवायी जी रही है। पिछले साल भी हम घूमे और इस साल भी जनवरी से फरवरी के दौरान पूरे राज्य में घूमे हैं । तमाम मंत्री और अधिकारी भी मौजूद रहे। इस दौरान हमने 50 हजार करोड़ रुपये के 430 नई योजनाएं शुरू की। प्रधानमंत्री मोदी ने इस बार के बजट में बिहार को काफी कुछ दिया, जिसमें एयरपोर्ट, एक्सप्रेस-वे खास है। जो कुछ भी बिहार को मिला है वह गौरव की बात है। केंद्र सरकार ने जातीय जनगणना कराने की घोषणा की है, यह बहुत खुशी की बात है।

इससे पहले

मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री मोदी का बिक्रमगंज में जोरदार स्वागत किया। मंच से नीतीश ने कहा कि बहुत खुशी की बात है कि रोहतास जिले के बिक्रमगंज में प्रधानमंत्री पधारे हैं। इस अवसर पर प्रधानमंत्री की ओर से जो कार्य होने वाला है, जिसमें दो सड़क परियोजनाओं का उद्घाटन, तीन रेल परियोजनाओं का लोकार्पण और चार योजनाओं, जिसमें सुपर पॉवर पलांट का निर्माण तथा पथों और पुलों के निर्माण शामिल हैं। इन सबका शिलान्यास किया जा रहा है। इन सबकी लागत करीब 48,500 करोड़ रुपये से भी ज्यादा है। इन योजनाओं से बिहार को काफी फायदा होगा, इसके लिए मैं उनका नमन करता हूं और हृदय से धन्यवाद करता हूं।

  • प्रधानमंत्री ने किया इन विकास परियोजनाओं का शिलान्यास-लोकार्पण-पटना-गया-डोभी फोरलेन सड़क।

    – गोपालगंज में चार लेन एलिवेटेड, लागत 249 करोड़ रुपये।

    – सासाराम से अनुग्रह नारायण रोड तक ऑटोमेटिक ब्लॉक सिग्नलिंग।

    – सोन नगर-मुहम्मद गंज के बीच तीसरी रेल लाइन।

    – जहानाबाद में छात्रावास और स्टाफ क्वार्टर का निर्माण।

    – कजरट नवाडीह से सोननगर के बीच तीसरी लाइन।

    – नवीनगर में फेज-दो के तहत 800 मेगावाट की तीन बिजली इकाई।

    – एनएच-922 पर बक्सर और भरौली के बीच गंगा पुल।

    – रामनगर-कच्ची दरगाह एनएच 119 डी, लागत 1083 करोड़ रुपये।

    – हार्डिंग पार्क, पटना में 5 टर्मिनल का रेलवे प्लेटफॉर्म।

    – एनएच-119 ए के पटना-आरा-सासाराम खंड चार लेन।

    – एनएच-319 बी के वाराणसी-रांची-कोलकाता छह लेन।

Patna, 30 मई (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दो दिवसीय बिहार दौरे के दूसरे दिन आज रोहतास जिले के बिक्रमगंज में जनसभा कर रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी, नीतीश कुमार और सम्राट चौधरी के साथ खुली जीप में सवार होकर मंच तक पहुंचे। मंच पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का मधुबनी चित्रकला से बनाई गई शॉल ओढ़ाकर अभिनंदन किया गया। मंच पर राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समेत भाजपा एवं राजग के कई नेता मौजूद हैं।

ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की बिहार में यह पहली जनसभा है

भारतीय सेना के आतंकियों के खिलाफ चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की बिहार में यह पहली जनसभा है। ऑपरेशन के सफल होने पर प्रधानमंत्री का भव्य स्वागत किया गया । कल पटना में भी प्रधानमंत्री मोदी ने रोड शो किया था। आज बिक्रमगंज की जनसभा में प्रधानमंत्री के भाषण पर सबकी नजर है। प्रधानमंत्री यहीं से औरंगाबाद के नवीनगर में 29 हजार 948 करोड़ की लागत से बनने वाले एनटीपीसी के पावर प्लांट का शिलान्यास करेंगे। यह बिहार का पहला अत्याधुनिक बिजली घर होगा। इसमें अल्ट्रा-सुपरक्रिटिकल तकनीक से बिजली का उत्पादन किया जाएगा।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बिक्रमगंज रैली से शाहाबाद क्षेत्र की 22 विधानसभा सीटों को साध रहे हैं

प्रधानमंत्री मोदी को बिक्रमगंज में सुनने के लोग उमड़े हुए हैं। सुबह 6 बजे से पंडाल में प्रवेश शुरू कर दिया गया था। इस पंडाल में कुल चार लाख लोगों के बैठने की व्यवस्था की गई है। भाजपा नेता जनसभा में 5 लाख लोगों की भीड़ जुटने का दाव भी कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बिक्रमगंज रैली से शाहाबाद क्षेत्र की 22 विधानसभा सीटों को साध रहे हैं। इस रैली में कैमूर, रोहतास, भोजपुर और बक्सर जिले से लोग पहुंचे हैं। यह चारों जिले शाहाबाद में आते हैं, जहां पिछले लोकसभा और विधानसभा चुनावों में राजग को करारी हार का सामना करना पड़ा था।

प्रधानमंत्री बिहार को देंगे सौगात

विकास कार्यों का विवरण, प्रधानमंत्री देंगे सौगात- पटना-गया-डोभी फोरलेन सड़क।- गोपालगंज में चार लेन एलिवेटेड, लागत 249 करोड़ रुपये।- सासाराम से अनुग्रह नारायण रोड तक ऑटोमेटिक ब्लॉक सिग्नलिंग।- सोन नगर-मुहम्मद गंज के बीच तीसरी रेल लाइन।- जहानाबाद में छात्रावास और स्टाफ क्वार्टर का निर्माण।- कजरट नवाडीह से सोननगर के बीच तीसरी लाइन।- नवीनगर में फेज-दो के तहत 800 मेगावाट की तीन बिजली इकाई।- एनएच-922 पर बक्सर और भरौली के बीच गंगा पुल।- रामनगर-कच्ची दरगाह एनएच 119 डी, लागत 1083 करोड़ रुपये।- हार्डिंग पार्क, पटना में 5 टर्मिनल का रेलवे प्लेटफॉर्म।- एनएच-119 ए के पटना-आरा-सासाराम खंड चार लेन।- एनएच-319 बी के वाराणसी-रांची-कोलकाता छह लेन।

Patna, 29 मई (हि.स.)। राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव और ऐश्वर्या राय के बीच चल रहे तलाक मामले में गुरुवार को पटना सिविल कोर्ट के फैमिली कोर्ट में सुनवाई हुई। दोनों पक्षों तेज प्रताप यादव और ऐश्वर्या राय में से कोई भी व्यक्तिगत रूप से कोर्ट में पेश नहीं हुआ। इस कारण मामले की अगली सुनवाई की तारीख 21 जून तय की गई है। गुरुवार की सुनवाई में तेज प्रताप यादव के वकील जगन्नाथ सिंह कोर्ट में उपस्थित रहे, जबकि ऐश्वर्या राय की ओर से उनके मुख्य वकील पेश नहीं हुए। उनकी तरफ से जूनियर वकील राज कुमार श्रीवास्तव ने अदालत में पैरवी की।

तेज प्रताप यादव और ऐश्वर्या राय की शादी 12 मई 2018 को हुई थी

उल्लेखनीय है कि तेज प्रताप यादव और ऐश्वर्या राय की शादी 12 मई 2018 को हुई थी। ऐश्वर्या बिहार के पूर्व मंत्री चंद्रिका राय की बेटी हैं। शादी के कुछ महीनों बाद ही आपसी रिश्तों में खटास आनी शुरू हो गई। साल 2019 में ऐश्वर्या राय ने राबड़ी देवी और घर के अन्य सदस्यों पर उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने यहां तक कहा था कि राबड़ी देवी ने उनका फोन छीन लिया और बाल खींचकर पीटा। इसके बाद मामला सार्वजनिक हुआ और बात तलाक की अर्जी तक पहुंच गई। अब इस तलाक केस की सुनवाई लंबे समय से कोर्ट में चल रही है। लेकिन तेज प्रताप और अनुष्का के बीच के ताजा घटनाक्रमों के चलते यह मामला फिर से सुर्खियों में आ गया है।


अनुष्का यादव से रिश्ते पर मचा बवाल

दरअसल, 24 मई 2025 को तेज प्रताप यादव के सोशल मीडिया अकाउंट से एक पोस्ट वायरल हुई, जिसमें दावा किया गया कि तेज प्रताप और अनुष्का पिछले 12 सालों से रिलेशनशिप में हैं। यानी उनका रिश्ता साल 2013 से चल रहा है। हालांकि, तेज प्रताप ने बाद में इस पोस्ट को फर्जी बताते हुए कहा कि उनकी आईडी हैक कर ली गई थी। जबकि इस पूरे घटनाक्रम पर तेज प्रताप की पत्नी ऐश्वर्या राय का भी बयान सामने आया। उन्होंने कहा कि, “मुझे अफेयर की जानकारी नहीं थी। अगर सबको पहले से पता था, तो मेरी शादी क्यों कराई गई?” उन्होंने लालू परिवार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा “पूरा परिवार चुनाव से पहले ड्रामा कर रहा है। जब मुझे प्रताड़ित किया गया, तब सामाजिक न्याय कहां था?”

Patna , 24 मई (हि.स.)। बिहार सरकार द्वारा संचालित सिविल सेवा प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की 70 वीं संयुक्त (प्रारंभिक) प्रतियोगिता परीक्षा में सफल महिला अभ्यर्थियों को एकमुश्त 50,000 की प्रोत्साहन राशि प्रदान की जा रही है । अब तक इस योजना का लाभ 2,955 महिला अभ्यर्थियों को दिया जा चुका है, जिनमें से इस साल 1,340 अभ्यर्थियों 50,000 की दर से कुल 6 करोड़ 70 लाख का भुगतान किया गया है।

सूचना के मुताबिक राज्य भर से 423 आवेदन ऐसे पाए गए

इस बाबत विभाग की ओर से दी गई सूचना के मुताबिक राज्य भर से 423 आवेदन ऐसे पाए गए, जिनमें आवश्यक दस्तावेज अपूर्ण हैं। ऐसे अभ्यर्थियों को दिनांक 20 मई तक दस्तावेज़ अपलोड करने के लिए अवसर दिया गया था। उनके आवेदनों पर नियमानुसार कार्रवाई की जा रही है। 51 आवेदन ऐसे प्राप्त हुए हैं, जिनमें अभ्यर्थी अनुसूचित जाति (एससी) एवं अत्यंत पिछड़ा वर्ग (ईबीसी) से संबंधित हैं। ऐसे प्रकरणों को यथोचित कार्रवाई के लिए संबंधित विभागों को अग्रसारित कर दिया गया है।

बंदना प्रेयषी ने कहा कि बिहार सरकार का उद्देश्य राज्य के सभी प्रतिभाशाली एवं मेधावी महिलाओं को और सशक्त बनाना है

इस बारे में बातचीत में समाज कल्याण विभाग की सचिव बंदना प्रेयषी ने कहा कि बिहार सरकार का उद्देश्य राज्य के सभी प्रतिभाशाली एवं मेधावी महिलाओं को और सशक्त बनाना है। सिविल सेवा प्रोत्साहन योजना इसी दिशा में एक सशक्त प्रयास है। इस वर्ष बड़ी संख्या में आवेदन प्राप्त होना यह दर्शाता है कि योजना जन-सरोकार से जुड़ी हुई है। हमारा यह सतत प्रयास रहेगा कि अधिक से अधिक योग्य अभ्यर्थी इस योजना से लाभान्वित हो सकें।