नई दिल्ली, 27 अक्टूबर (हि.स.)। चुनाव आयोग बिहार के बाद 12 राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों में मतदाता सूची को अपडेट करेगा। इससे जुड़ी विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) प्रक्रिया आज रात से शुरु हो जाएगी। इनमें अंडमान-निकोबार द्वीप समूह, पुडुचेरी, लक्षद्वीप, छत्तीसगढ़, गोवा, गुजरात, मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, केरल और तमिलनाडु शामिल हैं। इन राज्यों की कुल आबादी 51 करोड़ है। एसआईआर की प्रक्रिया कल से शुरु होगी और 7 फरवरी तक अंतिम मतदाता सूची जारी की जाएगी। आज रात से इन राज्यों की मतदाता सूची फ्रीज हो जाएगी।

मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने सोमवार को यहां के विज्ञान भवन में इस संबंध में एक पत्रकार वार्ता की। इस दौरान चुनाव आयुक्त सुखबीर सिंह संधु और विवेक जोशी भी उपस्थित रहे। ज्ञानेश कुमार ने कहा कि कानून के तहत जरूरत पड़ने और चुनावों से पूर्व चुनाव आयोग मतदाता सूची को अपडेट कर सकता है। राजनीतिक दल भी मतदाता सूची को लेकर अलग-अलग तरह से मुद्दे उठाते रहते हैं।

चुनाव आयोग एसआईआर के लिए कल से 3 नवंबर तक प्रिटिंग और प्रशिक्षण की प्रक्रिया पूरी कर लेगा। इसके बाद 4 नवंबर से अगले एक महीने तक सभी घरों में जाकर चुनावकर्मी फार्म वितरित करेंगे। नौ दिंसबर को चुनाव आयोग इन राज्यों की मसौदा सूची जारी करेगा। इसके बाद 1 महीने तक इस मौसूदा सूची से जुड़े दावे और आपत्तियां दर्ज करा सकते हैं। इसके बाद 9 जनवरी से एक महीने तक दावे सुने जाएंगे और जांच होगी। सात फरवरी 2026 को अंतिम मतदाता सूची जारी होने के बाद पूरी प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।

उन्होंने कहा कि संविधान के अनुच्छेद 326 के अनुसार देश में मतदाता बनने के लिए भारत का नागरिक होना, 18 साल से अधिक आयु का होना, किसी क्षेत्र का सामान्य रिहायशी होना और किसी अन्य कानून के तहत अयोग्य न घोषित व्यक्ति ही मतदाता बनने के लायक होता है।

उन्होंने कहा कि इतने सालों में मतदाता सूची में काफी बदलाव आए हैं। लोगों ने बहुत बड़ी संख्या में पलायन किया है। इसके चलते मतदाता एक से अधिक स्थान पर पंजीकृत हैं। कई मृत मतदाता भी मतदाता सूची में शामिल हैं और कई स्थानों पर गलत तरीके से विदेशियों को भी मतदाता सूची में शामिल किया गया है। एसआईआर की प्रक्रिया 1951 से 2004 तक आठ बार की जा चुकी है। आखरी बार फिर 2002 और 04 के बीच 21 साल पहले कराया गया था।

एसआईआर प्रक्रिया में शामिल किए गए राज्यों में कुल मिलाकर लगभग 51 करोड़ मतदाता हैं। इस अभियान में 5.33 लाख बूथ स्तरीय अधिकारी (बीएलओ) और राजनीतिक दलों द्वारा नामित लगभग 7.64 लाख बूथ स्तरीय एजेंट (बीएलए) शामिल होंगे। तमिलनाडु, पुडुचेरी, केरल और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में 2026 में चुनाव होने हैं। हालांकि, असम में जहां उच्चतम न्यायालय की निगरानी में एक अलग नागरिकता सत्यापन प्रक्रिया पूरी होने वाली है, संशोधन के लिए एक अलग आदेश बाद में जारी किया जाएगा।

गणना शुरू होने से पहले, मौजूदा मतदाता सूचियां आज रात 12 बजे फ्रीज कर दी जाएंगी और प्रत्येक मतदाता के लिए अलग से गणना प्रपत्र छापे जाएंंगे। बीएलओ ये प्रपत्र व्यक्तिगत रूप से प्रत्येक घर तक पहुंचाएंगे। गणना प्रपत्र में पहले से छपा विवरण जैसे मतदाता का आधार नंबर (वैकल्पिक), ईपीआईसी नंबर और परिवार का विवरण शामिल होगा। यदि किसी मतदाता या उसके माता-पिता का नाम 2003-04 की मतदाता सूची में है, तो किसी अतिरिक्त दस्तावेज़ की आवश्यकता नहीं होगी। 2002-04 की मतदाता सूची स्व-सत्यापन के लिए- http://voters.eci.gov.in पर सार्वजनिक रूप से उपलब्ध होगी।

मतदाता संपर्क सुनिश्चित करने के लिए बीएलओ प्रत्येक घर का अधिकतम तीन बार दौरा करेंगे। यदि मतदाता अनुपस्थित है, मृत है, या स्थायी रूप से प्रवास कर गया है, तो बीएलओ इस स्थिति को दर्ज करेगा। लौटाए गए, हस्ताक्षरित गणना प्रपत्र मसौदा मतदाता सूची का आधार बनेंगे। प्रवासी और शहरी मतदाताओं के सामने आने वाली चुनौतियों का समाधान करने के लिए, गणना प्रपत्रों को ऑनलाइन जमा करने की सुविधा शुरू की गई है। अस्थायी रूप से अपने गृह राज्यों से बाहर रहने वाले प्रवासी और व्यस्त कार्यालयीन समय वाले शहरी मतदाता अब अपनी औपचारिकताएं डिजिटल रूप से पूरी कर सकते हैं। बीएलओ यह सुनिश्चित करने के लिए उत्तरदायी रहेंगे कि प्रपत्र हस्ताक्षरित और वापस कर दिए जाएं।

अनुपस्थित, मृत या डुप्लिकेट मतदाताओं की सूची सार्वजनिक रूप से प्रदर्शित की जाएगी और राज्य सीईओ वेबसाइटों पर अपलोड की जाएगी। आयोग ने स्पष्ट किया कि आधार केवल एक पहचान प्रमाण है, नागरिकता, निवास या जन्मतिथि का प्रमाण नहीं, जैसा कि उच्चतम न्यायालय और आधार अधिनियम की धारा 9 द्वारा पुष्टि की गई है। आधार का उपयोग ई-हस्ताक्षर के लिए किया जा सकता है, लेकिन राष्ट्रीयता या निवास साबित करने के लिए नहीं। पहचान सत्यापन के लिए 12 दस्तावेजों की एक सूची को मंजूरी दी गई है, जिसमें आधार एक विकल्प के रूप में शामिल है। सुनवाई के दौरान मतदाता द्वारा प्रस्तुत किसी भी अतिरिक्त वैध दस्तावेज पर ईआरओ द्वारा विचार किया जाएगा।

मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि दोहराव को रोकने के लिए प्रत्येक गणना फॉर्म पर एक विशिष्ट संख्या होगी। मतदाता फॉर्म पर हस्ताक्षर करने के बाद उसे बीएलओ द्वारा सत्यापित किया जाता है और ड्राफ्ट सूची में शामिल किया जाता है। डुप्लीकेशन केवल तभी हो सकता है जब कोई व्यक्ति कई फॉर्म जमा करता है। ऐसे मामलों में डुप्लीकेशन हटाने के उपाय यह सुनिश्चित करते हैं कि प्रत्येक मतदाता के पास एक ही वैध प्रविष्टि हो।

इसके अलावा इन राज्यों में लगभग 1,200 नए मतदान केंद्रों को युक्तिसंगत बनाया जाएगा या स्थापित किया जाएगा, खासकर ऊंची इमारतों, गेट वाली कॉलोनियों और झुग्गी बस्तियों में, जिन्हें पहले शामिल नहीं किया गया था। प्रकाशन से पहले फीडबैक के लिए ड्राफ्ट सूचियां राजनीतिक दलों और जिला निर्वाचन अधिकारियों (डीईओ) के साथ साझा की जाएंगी।

चुनाव आयोग ने सभी मुख्य निर्वाचन अधिकारियों, डीईओ और ईआरओ को एसआईआर प्रक्रिया के दौरान राजनीतिक दलों के साथ परामर्श बैठकें आयोजित करने का निर्देश दिया है। प्रत्येक बीएलए को प्रतिदिन 50 हस्ताक्षरित गणना फॉर्म एकत्र करने की अनुमति होगी। ज्ञानेश कुमार ने इस बात पर ज़ोर दिया कि बिहार में राजनीतिक दलों ने पहले चरण के दौरान पूरा सहयोग किया था, जिसमें ज़िला अध्यक्ष और बीएलए बीएलओ के साथ मिलकर काम कर रहे थे। आयोग राजनीतिक बयानों को इस प्रक्रिया के विरोध के रूप में नहीं देखता है।

बीएलओ की सुरक्षा संबंधी चिंताओं पर उन्होंने आश्वासन दिया कि सभी सहभागी राज्यों में कानून-व्यवस्था सुचारू रूप से बनाए रखी जाएगी। आयोग ने चुनाव कार्य के लिए सुरक्षित वातावरण प्रदान करने के लिए राज्य प्रशासन पर पूर्ण विश्वास व्यक्त किया। बिहार के अनुभव से सीखते हुए आयोग यह सुनिश्चित करेगा कि वृद्ध, विकलांग या बीमार मतदाताओं के साथ-साथ तकनीक तक पहुंच से वंचित मतदाताओं को भी सहायता मिले। सरकारी कर्मचारी और एनसीसी/एनएसएस के स्वयंसेवक उन्हें फॉर्म भरने, अभिलेखों को जोड़ने और दस्तावेज़ जमा करने में मदद करेंगे।

पश्चिम बंगाल सरकार के साथ तनाव की खबरों को खारिज करते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि कोई टकराव नहीं है। चुनाव आयोग और राज्य प्रशासन, दोनों ही संवैधानिक प्रावधानों के तहत अपने कर्तव्यों का पालन करेंगे। राज्य मतदाता सूची तैयार करने और चुनाव कराने के लिए आवश्यक कार्मिक उपलब्ध कराने के लिए बाध्य हैं। मुख्य चुनाव आयुक्त ने स्पष्ट किया कि उच्चतम न्यायालय की निगरानी में चल रहे नागरिकता सत्यापन के कारण असम को 24 जून के एसआईआर आदेश से बाहर रखा गया था। राज्य के लिए एक अलग मतदाता सूची संशोधन प्रक्रिया की घोषणा की जाएगी।

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पटना: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के बीच सत्तारूढ़ जनता दल (यूनाइटेड) ने अनुशासनहीनता और पार्टी विरोधी गतिविधियों को लेकर बड़ी कार्रवाई की है। पार्टी ने ऐसे 11 नेताओं को प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया है, जिन पर संगठन विरोधी आचरण का आरोप था।

निष्कासित नेताओं में कई पूर्व मंत्री, विधायक और वरिष्ठ कार्यकर्ता शामिल हैं। जदयू के प्रदेश महासचिव एवं मुख्यालय प्रभारी (स्थापना) चंदन कुमार सिंह ने आदेश जारी किया है। बताया जा रहा है कि विधानसभा चुनाव के दौरान कुछ नेताओं पर निर्दलीय या विपक्षी उम्मीदवारों का समर्थन करने का आरोप था। पार्टी ने जांच के बाद यह कार्रवाई की है।

पार्टी ने पूर्व मंत्री शैलेश कुमार, पूर्व विधान पार्षद संजय प्रसाद, पूर्व विधायक श्याम बहादुर सिंह, पूर्व विधान पार्षद रणविजय सिंह, पूर्व विधायक सुदर्शन कुमार, अमर कुमार सिंह, सोहबेपुर कमाल, बेगूसराय, डॉ. आसमा परवीन, महुआ, वैशाली, लब कुमार, नवीनगर, औरंगाबाद, आशा सुमन, कदवा, कटिहार, दिव्यांशु भारद्वाज, मोतिहारी, पूर्वी चम्पारण और विवेक शुक्ला, जीरादेई, सीवान को निष्कासित किया है।

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पटना, 23 अक्टूबर (हि.स.)। बिहार विधानसभा चुनाव-2025 को लेकर गुरुवार को महागठबंधन की संयुक्त प्रेसवार्ता में बिहार की राजनीति का सबसे बड़ा ऐलान हुआ। कांग्रेस समेत गठबंधन के सभी दलों ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री और विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) प्रमुख मुकेश सहनी काे उपमुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित किया।

पटना में आयोजित महागठबंधन की साझा पत्रकार वार्ता में बिहार कांग्रेस के प्रभारी व राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि “राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे की राजामंदी के बाद तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाने का निर्णय लिया गया है। तेजस्वी युवा नेता हैं और बिहार को नई दिशा देंगे।

पत्रकार वार्ता में भाजपा पर तंज कसते हुए अशोक गहलोत ने कहा कि अमित शाह समेत भाजपा के नेता बिहार आते हैं लेकिन यह नहीं बता पाते कि उनका मुख्यमंत्री चेहरा कौन होगा। लोकतंत्र खतरे में है, बिहार के लोग बदलाव चाहते हैं। उन्होंने विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) प्रमुख मुकेश सहनी की भूमिका पर भी भरोसा जताते हुए कहा कि “उन्होंने मेहनत से अपनी जगह बनाई है और वह महागठबंधन के उपमुख्यमंत्री पद के चेहरे होंगे।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत ने कहा कि देश के हालात गंभीर हैं। लोग चिंतित हैं। किसी को नहीं पता कि देश किस दिशा जाएगा। हम सबकी जिम्मेदारी बनती है कि देश कहां जाएगा। बिहार के चुनाव पर देशभर की नजर है। बेरोजगारी हो या अन्य कई मुद्दे हों, जैसा कि सब साथियों ने बताया, छात्र, युवा, किसान, चिंता रोजगार की है। लोग बदलाव चाहते हैं।

गहलोत ने कहा- हमारे सामने बहुत बड़ी चुनौती है। डेमोक्रेसी एक मुखौटा रह गया है। मैं क्या कहूं, आप लोग सब जानते हैं। भाजपा को लोकसभा चुनाव में 240 पर समेट दिया। तेजस्वी जी ने उस वक्त भी कमाल किया था।

मौके पर तेजस्वी यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के चेहरे का इस्तेमाल करके तीन-चार नेता जो भाजपा के लिए काम कर रहे हैं। जदयू को खत्म करने में लगे हैं चुनाव के बाद जदयू को भी खत्म कर देंगे। भाजपा के लोग नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री नहीं बनाएंगे। अमित शाह ने कई बार बोला है.. विधायक दल की संख्या होगी वो तय करेगी। 20 साल से राजग की सरकार बिहार में है। हमेशा मुख्यमंत्री के चेहरा घोषित किया गया है, क्या कारण है कि नीतीश कुमार को चेहरा घोषित नहीं किए। नीतीश का आखिरी चुनाव है.. ये स्पष्ट अमित शाह ने कर दिया हैं।

तेजस्वी यादव ने कहा, हम सभी का दिल से धन्यवाद देते हैं कि मुझ पर पुन: भरोसा जताया है। सबसे कहना चाहता हूं कि जो विश्वास जताया है, उस पर खरा उतरेंगे। 20 साल पुरानी निकम्मी सरकार को उखाड़कर फेंकेंगे।

तेजस्वी ने कहा कि राजग की नकलची सरकार है। इसका कोई विजन नहीं है। हम लोगों ने माई बहन योजना लाया तो 10000 का रिश्वत महिलाओं को दिया। बिहार के लोग 20 महीने का मौका दें.. तो जो 20 साल में नहीं हुआ.. 20 महीने में करेंगे। तेजस्वी सीएम बनेगा तो बिहार के सभी लोग सीएम बनेंगे। गैंस सिलेंडर 500 रुपये किया जाएगा।

इस दाैरान मुकेश सहनी ने कहा कि भाजपा ने जिस तरह हमारी पार्टी को तोड़ा, हमारे विधायक को खरीदा उस समय से हमने संकल्प लिया था कि जब तक भाजपा को तोड़ेंगे नहीं तब तक छोड़ेंगे नहीं। वो समय आ चुका है। हम मजबूती के साथ महागठबंधन के साथ रहकर बिहार में सरकार बनाएंगे और भाजपा को बिहार से बाहर करेंगे। महागठबंधन मजबूत और एकजुट है।

वहीं, वाम दलों के नेता दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा कि यह लड़ाई देश की एकता और गंगा-जमुनी तहजीब काे बचाने की है। कांग्रेस बिहार अध्यक्ष ने कहा कि बिहार बदलाव की राह पर है और महागठबंधन पूरी तरह एकजुट है।

पत्रकार वार्ता में सभी साताें घटक दलों के नेता एक मंच पर मौजूद रहे और एक स्वर में कहा कि इस बार बिहार में बदलाव तय है।

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पथानामथिट्टा (केरल), 22 अक्टूबर (हि.स.)। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपनी चार दिवसीय केरल यात्रा के दूसरे दिन बुधवार को सबरीमाला स्थित भगवान अयप्पा मंदिर के दर्शन किये। उन्होंने यहां संपूर्ण विधा-विधान के साथ पूजा-अर्चना कर भगवान अयप्पा से देशवासियों की सुख-शांति के लिए कामना कीं। हालांकि, इससे पहले उनका हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त होने से बच गया। हेलीकॉप्टर के टायर हेलीपैड में मामूली रूप से धंस गए। इस घटना में किसी को कुछ नहीं हुआ।

राष्ट्रपति सुबह-सुबह पंपाा पहुंचीं, पवित्र नदी में स्नान किया और पंपा गणपति मंदिर में पूजा-अर्चना की, जहां उन्होंने पारंपरिक केट्टुनिरा (इरुमुदिकेट्टू भरना) की रस्म निभाई। सबरीमाला मंदिर जाने से पहले उन्होंने इरुमुडी बांधने सहित अन्य पारंपरिक अनुष्ठान पूरे किए। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने आज केरल के सबरीमाला मंदिर में पूजा-अर्चना की और समस्त देशवासियों की सुख-शांति एवं समृद्धि कीं। पारंपरिक काले परिधान पहने और इरुमुदिकेट्टू को हाथ में लिए राष्ट्रपति ने पवित्र 18 सीढ़ियां (पथिनेट्टमपदी) चढ़ीं और कड़ी सुरक्षा के बीच भगवान अयप्पा के दर्शन किए।

केरल की चार दिवसीय दौरे के तहत उनकी इस ऐतिहासिक यात्रा को प्राचीन परंपराओं के प्रति श्रद्धा और महिला सशक्तिकरण एवं सामाजिक समानता के एक सशक्त संदेश के रूप में देखा जा रहा है। भगवान अयप्पा के पवित्र पहाड़ी मंदिर की राष्ट्रपति की तीर्थयात्रा की योजना सुरक्षा प्रोटोकॉल और मंदिर की परंपराओं को ध्यान में रखते हुए सावधानीपूर्वक बनाई गई थी।

राष्ट्रपति की यात्रा के लिए सबरीमाला और उसके आसपास के इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था काफी कड़ी कर दी गई थी। विशेष सुरक्षा समूह (एसपीजी) और केरल पुलिस ने अन्य एजेंसियों के साथ मिलकर सुरक्षा की कमान संभाली। सुरक्षा के लिए भीड़ प्रबंधन पर विशेष ध्यान दिया गया।

उधर, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु को ले जा रहे हेलीकॉप्टर को पथानामथिट्टा के कोन्नी के प्रमदम स्थित राजीव गांधी इंडोर स्टेडियम में उतरते समय एक छोटी सी दुर्घटना का सामना करना पड़ा। लैंडिंग के बाद हेलीकॉप्टर के टायर हेलीपैड की ताजा बिछाई गई कंक्रीट की सतह में मामूली रूप से धंस गए। हेलीकॉप्टर को निलक्कल में उतरना था, लेकिन मौसम अनुकूल नहीं होने के कारण लैंडिंग स्थल को प्रमदम के इनडोर स्टेडियम में स्थानांतरित कर दिया गया। नए स्थल पर हेलीपैड का निर्माण आज ही सुबह किया गया था और कंक्रीट पूरी तरह से जम नहीं पाया था, जिसके कारण विमान के भार से नरम सतह धंस गई।

पुलिस और अग्निशमन विभाग के कर्मियों ने त्वरित कार्रवाई की और हेलीकॉप्टर की मैन्युअल रूप से स्थिति बदली। राष्ट्रपति मुर्मु के कार्यक्रम पर कोई असर नहीं पड़ा और उन्होंने बिना किसी रुकावट के अपना कार्यक्रम जारी रखा। अधिकारियों की ओर से बताया गया है कि इस घटना की संभावित सुरक्षा चूक के रूप में समीक्षा की जा सकती है।

राष्ट्रपति के चार दिवसीय केरल यात्रा के कार्यक्रम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु का केरल दौरा सांस्कृतिक और राजनीतिक महत्व के कार्यक्रमों से भरपूर है। सबरीमाला से लौटने पर वह तिरुवनंतपुरम स्थित राजभवन में राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर द्वारा आयोजित एक विशेष रात्रिभोज में शामिल होंगी। 23 अक्टूबर को राष्ट्रपति सुबह 10:30 बजे राजभवन में पूर्व राष्ट्रपति के.आर. नारायणन और केरल के पहले राष्ट्रपति की प्रतिमा का अनावरण करेंगी। इस कार्यक्रम में राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्रों के प्रमुख नेता शामिल होंगे। इसके बाद वह दोपहर 12:50 बजे मुख्य अतिथि के रूप में शिवगिरी में श्री नारायण गुरु महासमाधि शताब्दी समारोह में भाग लेने के लिए वर्कला जाएंगी। इस दिन का समापन शाम 4:15 बजे सेंट थॉमस कॉलेज, पाला के प्लेटिनम जुबली समारोह के उद्घाटन के साथ होगा, जिसके बाद वह कुमारकोम के एक रिसॉर्ट में रात्रि विश्राम करेंगी।

राष्ट्रपति का यह दौरा 24 अक्टूबर को समाप्त होगा। इस दिन वह कोच्चि स्थित सेंट टेरेसा कॉलेज के शताब्दी समारोह में मुख्य अतिथि होंगी। बोलगट्टी पैलेस में दोपहर के भोजन के बाद वह कोच्चि नौसेना बेस से नेदुम्बस्सेरी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के लिए प्रस्थान करेंगी और शाम 4:05 बजे नई दिल्ली वापस लौट जाएंगी। इस प्रकार उनकी चार दिवसीय आधिकारिक यात्रा संपन्न होगी। 

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चंडीगढ़, 20 अक्टूबर (हि.स.)। देश की सीमाओं की रक्षा करने के साथ-साथ अपने घरों से हजारों किलोमीटर दूर रहकर सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों ने अपने कार्य क्षेत्र पर ही दीपावली का पर्व मनाया। सीमावर्ती जिला गुरदासपुर सेक्टर की सीमा पर बीएसएफ कर्मियों के साथ दिवाली मनाई। इस समारोह में बीएसएफ के आईजी अतुल फुलजले बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए।

इस अवसर पर डीआईजी एवं कमांडेंट ऑफ बटालियन जसविंदर कुमार विरदी विशेष रूप से उपस्थित रहे।

समारोह में दीप प्रज्वलन, मिठाइयां बांटना, आतिशबाजी और एक जीवंत सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसके बाद सीमा पर तैनात जवानों के साथ रात्रि भोज का आयोजन किया गया। महानिरीक्षक ने त्योहारों के दौरान अपने परिवारों से दूर रहकर राष्ट्र की रक्षा में उनके समर्पण की सराहना की।

उनके इस दौरे ने बीएसएफ पंजाब के अधिकारियों और जवानों में उच्च मनोबल और उत्सवी भावना का संचार किया, जो अंतरर्राष्ट्रीय सीमा पर कर्तव्य, परंपरा और सौहार्द के प्रति बल की दृढ़ प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

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नई दिल्ली, 20 अक्टूबर (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को भारतीय नौसेना को हिंद महासागर के ‘गार्जियन’ की संज्ञा दी और आईएनएस विक्रांत से कहा कि हमारा लक्ष्य भारत को दुनिया के सबसे बड़े रक्षा निर्यातक देशों में शामिल करना है।

प्रधानमंत्री मोदी दीपावली के अवसर पर गोवा में आईएनएस विक्रांत पर नौ सैनिकों का साहस बढ़ाने पहुंचे। इस अवसर पर उन्हें संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले एक दशक में हमारी सेनाएं तेजी से आत्मनिर्भरता की ओर कदम बढ़ा रही हैं। हमारी सेना ने हजारों ऐसे सामानों की सूची बनाई है जिन्हें अब बाहर से नहीं मंगाया जाएगा ।

प्रधानमंत्री मोदी ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का उल्लेख करते हुए तीनों सेनाओं के जबरदस्त समन्वय की प्रशंसा की और कहा कि इसके चलते पाकिस्तान को घुटने टेकने पड़े। प्रधानमंत्री ने कहा भारतीय नौसेना के पैदा किए भय, भारती वायु सेवा के अद्भुत कौशल और भारतीय सेना की जाबाजी के समन्वय जबरदस्त समन्वय ने ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान को इतनी जल्दी घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया।

प्रधानमंत्री ने आईएनएस विक्रांत को आत्मनिर्भर भारत का शीर्ष स्तंभ बताया और कहा कि महासागर को जीता हुआ स्वदेशी आईएनएस विक्रांत भारत की सैन्य क्षमता का प्रतिबिंब है । उन्होंने कहा, “विक्रांत विशाल है, विराट है, विहंगम, विशिष्ट है, विशेष है। यह 21वीं सदी में भारत के परिश्रम, प्रतिभा, प्रभाव और प्रतिबद्धता का प्रमाण है।”

उन्होंने कहा कि जिस दिन देश को स्वदेशी आईएनएस विक्रांत मिला था, उसी दिन भारतीय नौसेना ने गुलामी के एक बड़े प्रतीक चिन्ह का त्याग कर दिया था। हमारी नेवी ने छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रेरणा से नया ध्वज अपनाया था। देश की सेना को अपना परिवार बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि वह हर बार की तरह इस बार भी अपने परिजनों के साथ दीपावली मनाने आए हैं। उन्होंने कहा, “मुझे भी अपने परिवारजनों के बीच दिवाली मनाने की आदत पड़ गई है। इसलिए मैं आप सब परिजनों के बीच दिवाली मनाने चला आता हूं।”

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नई दिल्ली, 20 अक्टूबर (हि.स.)। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय गृह एवं सहकारितामंत्री अमित शाह और ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज ने आज सुबह भारत और विदेश में रह रहे सभी भारतीयों को दीपावली की शुभकामनाएं दी हैं। सभी ने अपने बधाई संदेश एक्स पर पोस्ट किए हैं।

देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के आधिकारिक एक्स अकाउंट के अनुसार, उन्होंने दीपपर्व के इस शुभ अवसर पर भारत और विदेश में रहने वाले सभी भारतीयों को बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक्स पर लिखा ”सभी देशवासियों को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं। प्रकाश का यह पावन पर्व हर किसी के जीवन को सुख-समृद्धि और सौहार्द से आलोकित करे। यही कामना है।”

केंद्रीय गृह एवं सहकारितामंत्री अमित शाह ने एक्स पर लिखा, ”प्रकाश और उल्लास के पर्व दीपावली की सभी को हार्दिक शुभकामनाएं। प्रभु श्रीराम से सभी के आरोग्य और धन-धान्य की प्रार्थना करता हूं।”

विदेश से भी बधाई संदेश आने शुरू हो गए हैं। ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज ने भी एक्स पर दिवाली की शुभकामनाएं दी हैं।

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मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने ग्रीन पटाखों का ही प्रयोग करने का किया आग्रह

नई दिल्ली:  दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने नरक चतुर्दशी एवं छोटी दीपावली की शुभकामनाएं देते हुए केवल प्रमाणित ग्रीन पटाखों का ही प्रयोग करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि सालों बाद दिल्ली में दिवाली का उत्सव फिर से अपने पूरे रंग और रोशनी के साथ मनाया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने रविवार को एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि यह शुभ पर्व हमारे जीवन से अज्ञान, नकारात्मकता और अहंकार रूपी अंधकार को दूर कर सत्य, सद्भाव और प्रकाश की दिशा में अग्रसर होने की प्रेरणा देता है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि दीपों की यह पावन ज्योति सभी के जीवन में नई ऊर्जा, उत्साह और अपार खुशियां लेकर आए। प्रभु श्रीराम से प्रार्थना है कि वे हम सबके जीवन में शांति, समृद्धि और मंगल का प्रकाश सदा बनाए रखें।

दिल्ली के शिक्षा मंत्री आशीष सूद ने नरक चतुर्दशी व छोटी दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने जैसे नरकासुर का विनाश किया, वैसे ही आपके जीवन से सभी दु:खों का नाश हो। उन्होंने एक्स पर पोस्ट करते हुए समस्त देशवासियों के जीवन में सुख-समृद्धि और खुशहाली बढ़े, जीवन का हर क्षण आनंदमय हो, यही कामना है।

शिक्षा मंत्री ने कि इस दिवाली स्वदेशी की भावना को सशक्त बनाकर प्रकाश के इस उत्सव का जश्न मनाएं।

उन्होंने कहा कि हर बार जब हम स्थानीय रूप से निर्मित उत्पाद चुनते हैं, तो हम भारत के कारीगरों, उद्यमियों और छोटे व्यवसायों को मजबूत करते हैं – जो हमारी अर्थव्यवस्था की असली रीढ़ हैं।

आशीष सूद ने कहा कि आइए स्वदेशी उत्पादों का उपयोग करने और उन्हें उपहार में देने में गर्व महसूस करें, और यह सुनिश्चित करें कि समृद्धि का प्रकाश हमारे देश के हर घर तक पहुंचे।

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मुंबई, 19 अक्टूबर (हि.स.)। महाराष्ट्र के नासिक रोड स्टेशन के पास बीती रात मुंबई लोकमान्य तिलक टर्मिनस से बिहार के रक्सौल जा रही कर्मभूमि एक्सप्रेस से गिरकर दो युवकों की मौत हो गई और एक घायल हो गया । इस घटना में घायल युवक का जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है। घटना की छानबीन नासिक रोड पुलिस स्टेशन की टीम कर रही है।

नासिक रोड पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ निरीक्षक जितेंद्र सपकाले ने रविवार को बताया कि कर्मभूमि एक्सप्रेस से तीन युवकों के गिरने की जानकारी मिलते ही वे पुलिस उपनिरीक्षक माली और कांस्टेबल भोले एक दल के साथ घटनास्थल पर पहुँचे। भुसावल जाने वाली पटरी पर किलोमीटर 190/1 और 190/3 के बीच दो युवकों के शव और एक युवक गंभीर रूप से घायल पाया गया। घायल युवक को तुरंत जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।

मृतकों और घायल युवकों की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है। दीपोत्सव के मद्देनजर उत्तर भारत जाने वाली ट्रेनों में भारी भीड़ होती है, इसलिए प्राथमिक अनुमान है कि दरवाजे के पास खड़े युवक भीड़ के कारण अपना संतुलन खो बैठे और गिर गए। यह पता लगाने के लिए जाँच चल रही है कि युवक त्योहार मनाने बिहार अपने गाँव जा रहे थे या विधानसभा चुनाव में मतदान करने जा रहे थे।

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New Delhi, 9 अक्टूबर (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की गाजा शांति योजना के पहले चरण पर हुए समझौते का स्वागत करते हुए कहा कि इससे क्षेत्र में स्थायी शांति का मार्ग प्रशस्त होगा। यह समझौता इजरायल और हमास के बीच दो साल से चल रहे संघर्ष के बाद हुआ है।

हम राष्ट्रपति ट्रंप की शांति योजना के पहले चरण पर हुए समझौते का स्वागत करते हैं: प्रधानमंत्री

प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर साझा किए गए पोस्ट में कहा कि “हम राष्ट्रपति ट्रंप की शांति योजना के पहले चरण पर हुए समझौते का स्वागत करते हैं। यह प्रधानमंत्री नेतन्याहू के सशक्त नेतृत्व का भी प्रतीक है। हमें उम्मीद है कि बंधकों की रिहाई और गाजा के लोगों को मानवीय सहायता में वृद्धि से उन्हें राहत मिलेगी और स्थायी शांति का मार्ग प्रशस्त होगा।”

उल्लेखनीय है कि राष्ट्रपति ट्रम्प ने ट्रुथ सोशल पर गाजा शांति समझौते के पहले चरण की घोषणा करते हुए लिखा, “मुझे यह घोषणा करते हुए बहुत गर्व हो रहा है कि इज़राइल और हमास दोनों ने हमारी शांति योजना के पहले चरण पर हस्ताक्षर कर दिए हैं।”

उन्होंने कहा कि इसका मतलब है कि सभी बंधकों को बहुत जल्द रिहा कर दिया जाएगा और इज़राइल एक मजबूत, टिकाऊ और चिरस्थायी शांति की ओर पहला कदम उठाते हुए एक सहमत रेखा पर अपने सैनिकों को वापस बुला लेगा। सभी पक्षों के साथ निष्पक्ष व्यवहार किया जाएगा। यह अरब और मुस्लिम जगत, इज़राइल, सभी आसपास के देशों और संयुक्त राज्य अमेरिका के लिए एक महान दिन है और हम कतर, मिस्र और तुर्की के मध्यस्थों का धन्यवाद करते हैं, जिन्होंने इस ऐतिहासिक और अभूतपूर्व घटना को संभव बनाने के लिए हमारे साथ काम किया।

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नई दिल्ली, 08 अक्टूबर (हि.स.)। भारतीय वायु सेना ने बुधवार को अपने 93वें स्थापना दिवस पर हिंडन एयरबेस पर फ्लाईपास्ट के जरिये भारत की हवाई ताकत का प्रदर्शन किया। हाल ही में सेवानिवृत्त हुए मिग-21 बाइसन को भी छह दशकों से अधिक दी गई सेवा के सम्मान में फ्लाईपास्ट का हिस्सा बनाया गया। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान ने समारोह की शोभा बढ़ाई, जबकि औपचारिक परेड की समीक्षा वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने की।

परेड की सलामी लेने के बाद एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने वायु योद्धाओं को संबोधित करते हुए कहा कि स्वदेशी रूप से विकसित हथियारों ने दुश्मन के इलाके में अंदर तक सटीक और विनाशकारी हमले किए, जिससे घरेलू क्षमताओं में हमारा विश्वास पुष्ट हुआ है। ऑपरेशन सिंदूर इस बात का एक शानदार उदाहरण है कि सावधानीपूर्वक योजना, अनुशासित प्रशिक्षण और दृढ़ निष्पादन के माध्यम से क्या हासिल किया जा सकता है। पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर हमला करने में गर्व महसूस करते हुए वायु सेना प्रमुख ने कहा कि यह ऑपरेशन साबित करता है कि कैसे कुछ ही दिनों में सैन्य परिणामों को आकार देने में वायु शक्ति का प्रभावी ढंग से उपयोग किया जा सकता है।

भारत के साहसिक और सटीक हमलों ने राष्ट्रीय चेतना में आक्रामक हवाई कार्रवाई के सही स्थान को बहाल किया। भारत के सबसे बड़े और सबसे रणनीतिक एयरबेस में से एक हिंडन एयरबेस पर हुई परेड में उन्होंने वायु योद्धाओं की प्रशंसा करते हुए कहा कि किस प्रकार उन्होंने 1948, 1971 और 1999 के युद्धों में इतिहास रचा तथा बालाकोट में आतंकवादियों का विनाश और ऑपरेशन सिंदूर में पराक्रम दिखाया है। उन्होंने कहा कि हम न केवल आसमान के रक्षक हैं, बल्कि राष्ट्र के सम्मान के भी संरक्षक हैं।

एयर चीफ मार्शल सिंह ने कहा कि वायु योद्धाओं के बीच जवाबदेही, सुरक्षा और संरक्षा की संस्कृति में भी वृद्धि हुई है। उन्होंने ईरान और इजरायल के संघर्ष क्षेत्रों से भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए 18 जून को चलाए गए ऑपरेशन सिंधु के दौरान वायु सेना की भूमिका को सराहा। उन्होंने कहा कि इसके अलावा भारतीय वायु सेना ने अन्य देशों में अंतरराष्ट्रीय संकट का जवाब देते हुए राहत सामग्री और कर्मियों को हवाई मार्ग से पहुंचाया।

भारतीय वायु सेना दिवस का जश्न मनाने के लिए हिंडन एयरबेस पर भारत की हवाई शक्ति का प्रदर्शन किया गया। परेड में राफेल, सुखोई एसयू-30 एमकेआई और मिग-29 जैसे लड़ाकू विमानों के साथ-साथ भारत के स्वदेशी नेत्रा एईडब्ल्यूएंडसी, सी-17 ग्लोबमास्टर III, स्वदेशी आकाश सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणाली, सी-130जे हरक्यूलिस, लॉन्गबो रडार से लैस अपाचे अटैक हेलीकॉप्टर और एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टर शामिल थे। हाल ही में सेवानिवृत्त हुए मिग-21 बाइसन को भी छह दशकों से अधिक दी गई सेवा के सम्मान में फ्लाईपास्ट का हिस्सा बनाया गया। भारतीय विमानों ने अपने चिर-परिचित अंदाज में कई फॉरमेशन में उड़ान भरकर पूरे माहौल को देशभक्ति से भर दिया।

चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान ने वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह, सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी और नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी के साथ आज सुबह राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की।

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Guwahati, 8 अक्टूबर (हि.स.)। असम के प्रसिद्ध गायक जुबीन गर्ग की सिंगापुर में हुई मौत के सिलसिले में विशेष जांच दल (एसआईटी) द्वारा पूछताछ के बाद पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) संदीपन गर्ग को गिरफ्तार कर लिया गया है।

मुख्य न्यायिक दंडाधीश की अदालत में पेश किया गया

संदीपन के पूछताछ के लिए बुधवार काे सीआईडी कार्यालय पहुंचने के कुछ ही मिनट बाद उनकी गिरफ्तारी हुई। इसके बाद, उन्हें कामरूप महानगर मुख्य न्यायिक दंडाधीश की अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें सात दिनों की एसआईटी के जिम्मे आगे की पूछताछ के लिए भेज दिया गया।

संदीपन गर्ग, जो दिवंगत गायक जुबीन गर्ग के चचेरे भाई हैं, घटना के दौरान सिंगापुर में नौका पर वे भी मौजूद थे। वह उन लोगों में शामिल थे जिनसे इस सप्ताह की शुरुआत में एसआईटी ने पूछताछ की थी। अपने आधिकारिक फेसबुक पेज पर एक पोस्ट के अनुसार, लंबी पूछताछ के बाद गर्ग ने कहा, “मैंने एसआईटी के साथ पूरा सहयोग किया है।”

एसआईटी ने अदालत को सूचित किया कि कई मामलों में पूछताछ करनी होगी

संदीपन को न्यायालय में पेशी के दौरान एसआईटी ने दो दलील पेश की, उसके अनुसार दोनों (संदीपन एवं जुबीन) पैसिफिक होटल में एक साथ थे। जुबिन के स्वास्थ्य के बारे में संदीपन को पूरी जानकारी थी। इसलिए जांच के लिए पूछताछ की जाएगी। ‘लास्ट सीन टुगेदर’ नीति के आधार पर गिरफ्तारी की आवश्यकता। व्यक्तिगत रूप से और अन्य आरोपितों के साथ पूछताछ की आवश्यकता, इसलिए गिरफ्तार किया गया। संदीपन के घर विभिन्न दस्तावेजों की जांच की अनुमति। चूंकि संदीपन जुबिन का भाई है, इसलिए एसआईटी ने अदालत को सूचित किया कि कई मामलों में पूछताछ करनी होगी।

उल्लेखनीय है कि, असम से जाते समय संदीपन जुबिन के साथ गया था। इस मामले में विभिन्न पूछताछ भी करनी हैं, यह भी अदालत को सूचित किया। इन सभी पहलुओं को देखते हुए अदालत ने संदीपन को सात दिनों के लिए एसआईटी की हिरासत में देने का आदेश दिया। साथ ही एक पुलिस अधिकारी के रूप में गवाह को प्रभावित कर सकता है, इसलिए भी गिरफ्तारी की आवश्यकता थी।

दोनों पर गैर-इरादतन हत्या का आरोप

जुबीन गर्ग की मौत की जांच में हाल के दिनों में कई घटनाक्रम हुए हैं। गत एक अक्टूबर को, एसआईटी ने दो प्रमुख व्यक्तियों को गिरफ्तार किया, जिसमें गायक के प्रबंधक सिद्धार्थ शर्मा और सिंगापुर कार्यक्रम का आयोजन करने वाले महोत्सव के आयोजक श्यामकानु महंत। दोनों पर गैर-इरादतन हत्या का आरोप लगाया गया है।

इसके अलावा, संगीतकार शेखर ज्योति गोस्वामी और गायिका अमृतप्रभा महंत को गिरफ्तार कर 14 दिन की एसआईटी हिरासत में भेज दिया गया।

एसआईटी की जांच जारी है और अधिकारी मामले के विभिन्न पहलुओं, जिनमें संभावित गड़बड़ी भी शामिल है, की जांच कर रहे हैं। जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही है, इसमें नये-नये खुलासे हो रहे हैं।

 

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