10 से 12 अक्टूबर को सेपक टकरा सब जूनियर, जूनियर और सीनियर स्टेट चैंपियनशिप का होगा आयोजन

Chhapra: सारण जिला सेपक टकरा संघ के तत्वावधान में सब जूनियर, जूनियर और सीनियर स्टेट चैंपियनशिप का आयोजन किया जाना है।

राज्य संघ के निर्दश के आलोक में यह राज्य प्रतियोगिता शहर के प्रसिद्ध विद्यालय भागवत विद्यापीठ ‘के परिसर में 10 से 12 अक्टूबर के

बीच आयोजित की जायेगी। तीन दिवसीय प्रतियोगिता के आयोजन की तैयारी पूरे जोर शोर से की जा रही है।

आयोजन मंडल के स्तर पर विभिन्न समितियों और उप समितियों का गठन किया गया है जो प्रतियोगिता के संचालन में अपना योगदान देंगे।

जिला सेपक टकरा संध के अध्यक्ष विकास तनुजा सिंह ने बताया कि जिले के विभिन्न वर्गों के लोगों का सहयोग इस प्रतियोगिता के संचालन में मिल रहा है।

उन्होंने बताया कि प्रतियोगिता में राज्य के सभी 38 जिलों की टीम हिस्सा लेगी। बालक और बालिका वर्ग में आयोजित होने वाली इस प्रतियोगिता को लेकर शहर में काफी रोमांच और उत्साह है।

प्रतियोगिता के आयोजन को मुख्य संरक्षक गोविंद कृष्ण शाही बनाए गए हैं। जानकारी देते हुए संरक्षक डॉ अमरेंद्र सिंह ने बताया कि विभिन्न समितियों का गठन किया गया है।

प्रतिभागियों के आने पर उनका पंजीकरण किया जाएगा। विकास कुमार सिंह को आयोजन अध्यक्ष बनाया गया है।

संघ के अध्यक्ष तनुजा सिंह, सचिव तरूण कुमार सिंह और संयुक्त सचिव शक्ति सिंह और हिमांशु सिंह हैं। कोषाध्यक्ष राजेश कुमार और मीडिया प्रभारी राकेश कुमार पांडे को बनाया गया है। विभिन्न उप समितियों के तहत

भोजन समिति बर्डिंग और लॉजिंग समिति तकनीकी समिति, प्रमाण पत्रक मेडल समिति, प्राथमिक उपचार, मैदान व्यवस्था, उद्धोषक, प्रचार और रिसेप्शन कमेटी भी बनाई गई है।

सुरक्षा की भी जिम्मेदारी अलग-अलग लोगों को दी गई है। इस बीच प्रतियोगिता स्थल का निरीक्षण करने के लिए राज्य संघ के अधिकारी भी भागवत विद्यापीठ परिसर में पहुंचे।

बिहार सेपक टकरा संघ के सचिव विजय शर्मा ने शहर के भागवत विद्यापीठ स्थित खेल परिसर में निरीक्षण के दौरान कहा कि सेपक टकरा संघ द्वारा बिहार के सारण जिला मुख्यालय स्थित छपरा शहर

में राज्य स्तरीय सेपक टकरा प्रतियोगिता का आयोजन आगामी 10 से 12 अक्टूबर के बीच किया जा रहा है।

इस तीन दिवसीय आयोजन को लेकर पूरे बिहार के खेल प्रेमियों और खिलाड़ियों में उत्साह का माहौल है। सेपक टकरा, जिसे ‘किक वॉलीबॉल” के नाम से भी जाना जाता है. एक अनूठा और तेजी से

‘लोकप्रिय हो रहा खेल है, जिसमें खिलाड़ियों को अपनी चपलता, फुर्ती और संतुलन का उक्कृष्ट प्रदर्शन

करना होता है। भारत में यह खेल धीरे-धीर ग्रामीण और शहरी दोनोंक्ष्रं ें अपनी पहचान बना रहा है और बिहार में भी इसके प्रति युवाओं में बढ़ती रुचि देखी जा रही है।

बिहार सेपक टकरा संघ के कोच पंकज रंजन ने कहा कि भारत में सेपक टकरा को वर्ष 2000 में भारतीय ओलंपिक संघ और खेल मंत्रालय द्वारा मान्यता मिलने के बाद सेपक टकरा फेडरेशन ऑफ

इंडिया (STFI) की स्थापना 10 सितंबर 1982 को नागपुर, महाराष्ट में हुईं थीं। लेकिन भारत ने वर्ष 2006 में पहली बार एशियाई खेलों में अपनी टीम भेजी थी। वर्ष 2018 में जकार्ता एशियाई खेलों मेंभारत ने

पुरुष रेगु इेंट में कांस्य पदक जीता था, जिसके बाद देश में इस खेल की चर्चा शुरू हुई। वहीं इसी वर्ष

2025 में पटना के पाटलिपुत्र इंडोर स्टेडियम में आयोजित सेपक टकरा विश्व कप में भारत ने ऐतिहासिक प्रदर्शन किया है। जिसमें भारतीय पुरुष टीम ने जापान को 21 से हराकर पहला स्वर्ण पदक जीता।

वहीं भारत ने कुल सात पदक हासिल किया था। जिनमें एक स्वर्ण, एक रजत और पांच कांस्य शामिल था। इस उपलब्धि की प्रशंसा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी की है। हालांकि देश के मणिपुर में यह खेल विशेष रूप से लोकप्रिय है, और वहां से कई उत्लृष्ट खिलाड़ी उभरे हैं।

सेपक टकरा संघ के जिला सचिव तरुण कुमार सिंह ने बताया कि प्रतियोगिता के सफल आयोजन के लिए जिला प्रशासन, स्थानीय खेल संघ, स्क्ल प्रबंधन और स्वयं सेवकों की टीम मिलकर तैयारियों में जुटी हुई है। स्थानीय निवासियों में भी इस आयोजन को लेकर उत्साह देखा जा रहा है क्योंकि इस तरह के खेल आयोजनों से छपरा जैसे शहर को राज्य व रा्ट्रीय स्तर पर एक नई पहचान मिलेगी, जिससे भविष्य में और भी बड़े खेल आयोजनों के लिए मार्ग प्रशस्त होगा।

आगामी 10, 11 और 12 अक्टूबर को होने वाली इस प्रतियोगिता से उम्मीद की जा रही है कि यह आयोजन न केवल सफल होगा, बल्कि सेपक टकरा खेल को बिहार में नई उड़ान देने का काम करेगा। साथ ही यह प्रतियोगिता राज्य के प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को मंच प्रदान करने का कार्य करेगी, जो भविष्य में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बिहार का नाम रोशन कर सकते हैं।

बिहार सेपक टकरा संघ के संचिव विजय शर्मं, कोच पंकज रंजन, राष्ट्रीय रेफरी अरुण कुमार, खेलों इंडिया के कोच अजीत कुमार, सारण जिला इकाई के सचिव तरुण कुमार सिंह, कोषाध्यक्ष राजेश कुमार, सारण जिला कबड्डीसंघ के सचिव पंकज कश्यप, भागवत विद्यापीठ के प्राचार्य डॉ अमरेंद्र सिंह, सारण जिला योगासन स्पोर्टस एसोसिएशन के उपाध्यक्ष धर्मेंद्र रस्तोगी, सौरभ कुमार “ट्विंकल” सारण जिला भरोत्तोलन संघ, वी. एन. उपाध्याय, रेडियो मयूर के मुख्य प्रबंधक अभिषेक अरूण, एंजल द हेलपिंग हैंड के संयोजक भंवर किशोर, सुप्रशांत सिंह मोहित, निर्भय तिवारी, राकेश पांडेय सहित कई अन्य खेल से जुड़े अधिकारी और कर्मी मौजूद रहे।

Patna, 21 सितंबर (हि.स.)। बिहार में राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने रविवार को उन खबरों का खंडन किया है, जिसमें यह दावा किया गया है कि मुख्य सचिव से मुलाकात के बाद बर्खास्त विशेष सर्वेक्षण संविदा कर्मियों की हड़ताल समाप्त हो गई है और मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत द्वारा उनकी कुछ मांगों को जायज बताते हुये कार्रवाई का आश्वासन दिया गया है।

विभाग द्वारा जो निर्णय लिया गया है, वही मान्य होगा: मुख्य सचिव 

राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने इस संबंध में स्पष्ट करते हुए कहा कि यह समाचार तथ्यहीन, भ्रामक एवं असत्य है। विभाग को यह जानकारी प्राप्त हुई है कि उपरोक्त तथाकथित ‘भेंट’ किसी भी आधिकारिक बैठक का हिस्सा नहीं थी।

दरअसल,बीते दिन मुख्य सचिव कुछ विधायकों से मुलाकात कर रहे थे,जिसमें एक विधायक के साथ बर्खास्त विशेष सर्वेक्षण संविदा कर्मियों के संघ का एक सदस्य भी गया था। उस सदस्य ने व्यक्तिगत रूप से संविदा कर्मियों की हड़ताल का मुद्दा उठाने का प्रयास किया,परंतु मुख्य सचिव ने स्पष्ट रूप से उन्हें बताया कि विभाग द्वारा जो निर्णय लिया गया है, वही मान्य होगा और किसी भी प्रकार का व्यक्तिगत आश्वासन नहीं दिया गया।

मुख्य सचिव द्वारा आश्वासन दिया गया है

विभाग की ओर से कहा गया कि यह पुनः स्पष्ट किया जाता है कि मुख्य सचिव या विभाग की ओर से इस विषय पर किसी प्रकार का आश्वासन नहीं दिया गया है। उक्त समाचार पूर्णतः भ्रामक हैं और संघ द्वारा स्वयं को लाभ में प्रस्तुत करने का एक प्रयास मात्र है। विभाग सभी संबंधित पक्षों से आग्रह करता है कि वे केवल अधिकृत एवं प्रमाणिक स्रोतों से प्राप्त सूचना पर ही विश्वास करें एवं इस प्रकार के भ्रामक प्रचार से बचें।

उल्लेखनीय है कि राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के संज्ञान में यह बात आई है कि हाल ही में कुछ समाचार पत्रों एवं डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर ऐसी खबरें प्रकाशित की गई हैं, जिसमें यह दावा किया गया है कि मुख्य सचिव से मुलाकात के बाद बर्खास्त विशेष सर्वेक्षण संविदा कर्मियों की हड़ताल समाप्त हो गई है और मुख्य सचिव द्वारा उनकी कुछ मांगों को जायज बताते हुये कार्रवाई का आश्वासन दिया गया है।

Bhagalpur, 21 सितंबर (हि.स.)। जिले के‌ सुल्तानगंज थाना क्षेत्र के कसमाबाद में एक मजदूर द्वारा गांव के दबंगों को एक लाख रुपए की रंगदारी नहीं देने पर गरीब मजदूर के जमीन पर अवैध कब्जा करने का मामला प्रकाश में आया है।

दबंगों ने मांगी एक लाख रुपए की रंगदारी

इस मामले में ग़रीब मजदूर बबलु मंडल ने बताया कि दो साल पूर्व गांव के दबंग श्याम मंडल, खीरो मंडल, संजीव मंडल सभी साकिन कसमाबाद ने एक लाख रुपए की रंगदारी मांगी थी। नहीं देने पर हमारे गांव कसमाबाद में तीन कट्टा जमीन पर अवैध कब्जा कर लिया है।

इस मामले को लेकर सुल्तानगंज थाना एवं वरिय पुलिस अधीक्षक भागलपुर लिखित आवेदन देकर पर कोई भी कार्यवाही नहीं होने पर अब वह सभी दबंग तीन लाख रुपए की रंगदारी मांग रहे हैं। नहीं देने पर जान मारने की धमकी दिया है।

पुलिस मामले को देखते हुए घटना की छानबीन में जुट गई है

ग्रामीण राज कुमार ने भी बताया कि यह जमीन बबलू मंडल का ही है। लेकिन गांव के दबंग श्याम मंडल एवं इनके सहयोगी के द्वारा जमीन पर कब्जा कर लिया गया है। जमीन पर कब्जा करने का सीसीटीवी फ़ुटेज भी उपलब्ध है।‌ उधर पुलिस मामले को देखते हुए घटना की छानबीन में जुट गई है।

New Delhi, 21 सितंबर (हि.स.)। भारतीय महिला क्रिकेट टीम की खिलाड़ी यास्तिका भाटिया ने अपने घुटने की चोट को लेकर अपडेट दिया है। उन्होंने बताया है कि उनके घुटने की सर्जरी सफलतापूर्वक हो गई है। अब उनका ध्यान जल्द ठीक होकर मैदान पर वापसी पर है।

महिला विश्व कप 2025 की शुरुआत 30 सितंबर से 

यास्तिका को इस महीने की शुरुआत में बाएं घुटने में चोट लगने के बाद ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन मैचों की घरेलू एकदिवसीय सीरीज के साथ-साथ आईसीसी महिला विश्व कप 2025 से भी बाहर कर दिया गया था। आईसीसी महिला विश्व कप 2025 की शुरुआत 30 सितंबर को भारत और श्रीलंका के बीच मुकाबले से होगी।

यास्तिका ने रविवार को सोशल मीडिया  पर एक तस्वीर साझा करते हुए लिखा

यास्तिका ने रविवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर एक तस्वीर साझा करते हुए लिखा, “पिछले कुछ दिनों में घुटने की चोट के बाद मुझे कुछ कठिन परिस्थितियों का सामना करना पड़ा है। मैं अभी भी इन सब से उबर रही हूं, लेकिन मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि सर्जरी अच्छी तरह से हुई। मैं अपने डॉक्टरों और उन सभी लोगों की शुक्रगुजार हूं, जिन्होंने मुझे इतना प्यार और समर्थन दिया। मेरा ध्यान अब ठीक होने, मज़बूत बने रहने और जल्द से जल्द मैदान पर वापसी पर है। इस खेल के प्रति मेरा प्रेम और अपने देश का प्रतिनिधित्व करने का सम्मान मुझे आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करेगा।

भारतीय महिला टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन मैचों की एकदिवसीय सीरीज 1-2 से हार गई। अब टीम का ध्यान 30 सितंबर से शुरू होने वाले विश्व कप पर होगा।

Purvi Champaran,21 सितंबर(हि.स.)। भारत-नेपाल सीमा से सटे जिले के महुआवा थाना क्षेत्र के पचपोखरिया गांव में शनिवार की देर रात नकाबपोश हथियारबंद बदमाशों ने भीषण डकैती की घटना को अंजाम दिया है।

एसएसबी के डाॅग स्क्वायड की टीम भी मौके पर पहुंची

घटना की सूचना पर मौके पर रक्सौल डीएसपी के नेतृत्व पहुंची पुलिस की टीम जांच में जुटी है। प्रारंभिक जांच के अनुसार डकैतो ने शिक्षक जयप्रकाश राम और उनके भाई विकास मित्र विनोद राम के घरों को निशाना बनाते हुए नकद व आभूषण लूट ले गये है।

स्थानीय लोगो के अनुसार घटना के कुछ ही दूरी पर ही एसएसबी 71वीं वाहिनी का महुआवा पोस्ट स्थित है। घटना को लेकर पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात ने तत्काल तकनीकी विशेषज्ञ और एफएसएल की टीम को मौके पर भेजा है।जो घटना की तकनीकी जांच में जुटे है। इसके साथ ही एसएसबी के डाॅग स्क्वायड की टीम भी मौके पर पहुंची है।

पांच सौ ग्राम सोना का आभूषण बदमाशों ने लूटा

एसपी स्वर्ण प्रभात ने कहा है,कि जल्द ही बदमाशों की पहचान कर ली जायेगी।ऐसी आशंका जतायी जा रही है,यह घटना नेपाली बदमाशो ने अंजाम दी है।घटना को लेकर पीड़ित शिक्षक जयप्रकाश राम व विकास मित्र विनोद राम ने पुलिस को बताया है कि शनिवार की रात करीब 20 की संख्या में नकाबपोश बदमाश हाथो में हथियार लेकर घर में घुस आये और परिवार के सदस्यो के साथ बेरहमी से मारपीट करने लगे।इनलोगो ने महिलाओ को भी नही बख्शा। मारपीट में शिक्षक जयप्रकाश राम की पत्नी संगीता देवी, मां दुखिया देवी, चाचा रामचंद्र राम और पड़ोसी शत्रुघ्न राम समेत आठ लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।सभी घायल इलाजरत है।पीड़ित ने बताया कि घर से करीब दो लाख नकदी और चार किलो चांदी व पांच सौ ग्राम सोना का आभूषण बदमाशों ने लूटा है।

Patna: पटना हाईकोर्ट के स्थायी मुख्य न्यायाधीश के रूप में रविवार को जस्टिस पवनकुमार भीमप्पा बाजंथरी ने पदभार ग्रहण किया। राजभवन में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में बिहार के राज्यपाल अरिफ मोहम्मद खान ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। इस मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी समेत कई वरिष्ठ नेता और अधिकारी मौजूद थे।

न्याय मंत्रालय ने शनिवार को उनकी नियुक्ति संबंधी अधिसूचना जारी की थी

बता दें कि केंद्र सरकार के कानून और न्याय मंत्रालय ने शनिवार को उनकी नियुक्ति संबंधी अधिसूचना जारी की थी। इससे पहले सुप्रीम कोर्ट कोलिजियम, जिसकी अध्यक्षता मुख्य न्यायाधीश बी. आर. गवई कर रहे हैं, ने गुरुवार को बाजंथरी के नाम की सिफारिश की थी। वे कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश की भूमिका निभा रहे थे और अब स्थायी रूप से इस पद की जिम्मेदारी संभालेंगे।

जस्टिस पवनकुमार भीमप्पा बाजंथरी का जन्म 23 अक्टूबर 1963 को हुआ था। उन्होंने शुरुआती शिक्षा विद्या वर्धक संघ और के.एल.ई. सोसाइटी से प्राप्त की। इसके बाद बेंगलुरु के एस.जे.आर.सी. लॉ कॉलेज से कानून की डिग्री हासिल की।

New Delhi, 21 सितंबर (हि.स.)। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने अंतरराष्ट्रीय शांति दिवस पर कहा कि भारत की विविधता और संवाद की परंपरा आज की अशांत दुनिया के लिए उम्मीद की किरण है। यह दिवस हर साल संयुक्त राष्ट्र द्वारा मनाया जाता है।

शांति आत्मा से आती है: खरगे

खरगे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि महात्मा गांधी की अहिंसा की सीख नफरत और हिंसा को कम करने में मददगार साबित हो सकती है। उन्होंने लोगों से युद्ध और असमानता के खिलाफ एकजुट होकर खड़े होने की अपील की।

कांग्रेस अध्यक्ष ने इस अवसर पर देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू को भी याद किया। उन्होंने नेहरू का कथन याद करते हुए कहा कि शांति मन की वह स्थिति है जो आत्मा से आती है। खरगे ने कहा कि यह विचार इस साल के शांति दिवस के थीम शांतिपूर्ण विश्व के लिए कदम उठाओ से मेल खाता है, जो सबको एक करने का संदेश देता है।

Purvi Champaran, 21 सितंबर(हि.स.)। बिहार के पूर्वी चंपारण जिले के घोड़ासहन इलाके से पुलिस और सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए पांच संदिग्ध विदेशी नागरिकों को पकड़ा है। पकड़े गए विदेशी नागरिकों से पूछताछ की जा रही है।

चार सूडानी और एक बोल्विया का नागरिक

सुरक्षा बलों की पकड़ में आए विदेशी नागरिक नेपाल के रास्ते बिहार पहुंचे थे। सभी अंधेरे में एक यात्री बस में सवार थे। गिरफ्त में लिए गए विदेशियों में चार सूडानी और एक बोल्विया का नागरिक है। इनके पास से उर्दू में लिखे नोट्स, कुछ पुस्तकें और दस्तावेज बरामद हुए हैं।

 सभी विदेशी नागरिक हिरासत में 

सुरक्षा बलों के अनुसार, शनिवार की देर रात एसएसबी को सूचना मिली थी कि कुछ संदिग्ध विदेशी पटना जाने की फिराक में हैं और सीमा पर स्थित अगरवा गांव से निकले हैं। एसएसबी के अधिकारियों ने तत्काल इसकी सूचना पुलिस को दी, जिसके बाद एसएसबी और पुलिस की एक संयुक्त टीम ने घोड़ासहन बस स्टैंड पहुंचकर तलाशी शुरू की और एक निजी बस में सवार सभी विदेशी नागरिक को हिरासत में ले लिया।

पुलिस जांच कर रही है

पुलिस ने बताया कि सुरक्षा एजेंसी की टीम सभी लोगों से पूछताछ कर रही है। पकड़े गए लोगों की उम्र 30 से 40 वर्ष के बीच है। पुलिस उनके पास से मिले कागजातों की जांच कर रही है।

पूर्वी चंपारण के पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात ने बताया कि पकड़े गए लोगों की पहचान सूडान निवासी अब्दुल फितह (44), रमा सिद्दीकी (38), अली अब्दुल गफ्फार (27), अहमद डफआला (37) तथा बोलिविया निवासी मिगुएल सोलानो चावेज के रूप में हुई है।

उन्होंने बताया कि पूछताछ में सूडानी नागरिकों ने पढ़ाई करने की बात स्वीकार की है। हालांकि, सभी नेपाल के रास्ते बिहार आने की बात को लेकर कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दे सके हैं। इनसे आईबी के अधिकारी ने भी पूछताछ की है।

वाराणसी, 21 सितम्बर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश की धार्मिक नगरी काशी (वाराणसी)में शारदीय नवरात्र की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। पितृ पक्ष की समाप्ति के साथ ही देवी उपासना का महापर्व सोमवार से आरंभ हो रहा है। देवी मंदिरों में रंग-रोगन, साफ-सफाई और सुरक्षा की दृष्टि से बैरिकेडिंग का कार्य पूर्ण हो गया है। बाजारों में रविवार को पूजन सामग्री की खरीदारी के लिए भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी, जिससे नवरात्र की आहट स्पष्ट महसूस की जा रही है। इस बार शारदीय नवरात्र पूरे दस दिनों तक मनाया जाएगा।

ज्योतिषाचार्य पंडित रविंद्र तिवारी के अनुसार, पंचांग की गणना के आधार पर इस बार कोई भी तिथि क्षय नहीं हो रही है, इसलिए पर्व की अवधि दस दिन की होगी। इस बार नवरात्र के दिनों में अंतर का मुख्य कारण हिंदू पंचांग पर आधारित है। पंचांग में तिथि की गणना सूर्योदय और सूर्यास्त के आधार पर की जाती है। कभी-कभी एक ही दिन में दो तिथियां पड़ जाती हैं या कोई तिथि पूरे दिन नहीं रहती।

खास बात यह है कि इस बार नवरात्र की शुरुआत सोमवार को हो रही है, जिससे देवी का आगमन गज (हाथी) पर हो रहा है। देवी पुराण के अनुसार, “शशि सूर्य गजरूढ़ा शनिभौमै तुरंगमे” — यानी यदि नवरात्र रविवार या सोमवार को शुरू हो तो देवी गजराज पर सवार होकर पधारती हैं। यह योग देश और समाज के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है। मान्यता है कि गज पर आगमन से वर्षा समुचित होती है, कृषि समृद्ध होती है और समाज में स्थिरता आती है।

काशी में मां शैलपुत्री का दरबार सजेगा पहले दिन

नवरात्र के पहले दिन देवी के प्रथम स्वरूप मां शैलपुत्री की पूजा का विधान है। वाराणसी के अलईपुर स्थित वरुणा नदी के तट पर स्थित मां शैलपुत्री मंदिर में भक्तों की भीड़ जुटेगी। यहां मान्यता है कि केवल दर्शन मात्र से जीवन के समस्त कष्ट दूर हो जाते हैं। मां शैलपुत्री वृषभ (बैल) पर सवार होती हैं, उनके दाहिने हाथ में त्रिशूल और बाएं हाथ में कमल का पुष्प रहता है। वे अध्यात्मिक ऊर्जा और साधना के आरंभ की प्रतीक मानी जाती हैं। मंदिर की एक विशेष बात यह है कि यह देश का एकमात्र ऐसा देवी मंदिर है, जहां शिवलिंग के ऊपर देवी मां विराजमान हैं। मंदिर का रंग गहरा लाल है, जो देवी का प्रिय रंग माना जाता है।

काशी में क्यों विराजती हैं मां शैलपुत्री?

लोक मान्यता के अनुसार, एक बार माता पार्वती महादेव से नाराज होकर कैलाश छोड़कर काशी आ गई थीं और वरुणा नदी के तट पर तपस्या करने लगीं। भोलेनाथ उन्हें मनाने आए, लेकिन मां को काशी इतनी प्रिय लगी कि उन्होंने कैलाश वापस जाने से इनकार कर दिया। तब महादेव अकेले ही लौट गए और माता यहीं स्थायी रूप से विराजमान हो गईं।

नई दिल्ली, 21 सितंबर (हि.स.)। पितृ अमावस्या आज रविवार को है, इसके साथ ही पितृ पक्ष का आज अंतिम दिन है। अश्विन मास की अमावस्या को पितृ पक्ष का अंतिम दिन होता है। इस दिन अंतिम श्राद्ध और तर्पण के बाद पितृ विदा होते हैं।

सनातन धर्म में पितृ पक्ष का विशेष महत्व है। इन 15 दिनों में पितरों की आत्मा की शांति के लिए श्राद्ध, तर्पण और पिंडदान किया जाता है। मान्यता है कि पितृ पक्ष के दौरान हमारे पूर्वज धरती पर आते हैं और दुखों को दूर कर लौट जाते हैं।

पितृ पक्ष की शुरुआत भाद्रपद पूर्णिमा से होती है और आश्विन अमावस्या के दिन इसका समापन होता है। इस बार 7 सितंबर से शुरू हुआ पितृ पक्ष आज 21 सितंबर को समाप्त हो रहा है। इस दिन महालया अमावस्या है जो पितृ पक्ष का आखिरी दिन होता है। अमावस्या श्राद्ध को सर्वपितृ मोक्ष अमावस्या भी कहते हैं। इस दिन श्राद्ध करने से पूर्वजों को मोक्ष की प्राप्ति होती है।

Navratri 2025: शारदीय नवरात्र का सोमवार से शुभारंभ हो रहा है। मां दुर्गा की आराधना के इन नौ दिनों को लेकर शहर से लेकर गांव तक श्रद्धा और भक्ति का माहौल देखने को मिल रहा है। शहर के श्यामचौक, नगरपालिका चौक, तेलपा टेंपू स्टैन्ड और पंकज सिनेमा के पास समेत कई स्थानों पर पूजा पंडालों का निर्माण जारी है और पूजा की भव्य तैयारियां की जा रही है।

नवरात्र को लेकर बाजारों में भी रौनक बढ़ गई है। पूजा सामग्री, वस्त्र और सजावटी सामान की खरीदारी जोरों पर है। भक्तिमय वातावरण के बीच पूरा शहर नवरात्रि के उत्साह में सराबोर नजर आ रहा है।

नवरात्रि कलश स्थापना के शुभ मुहूर्त

22 सितंबर को शारदीय नवरात्रि की शुरुआत हो रही है। इस दिन मां दुर्गा के आह्वान के लिए कलश स्थापना की जाएगी।
शास्त्रों के अनुसार, कलश स्थापना का प्रमुख शुभ मुहूर्त सुबह 6 बजकर 10 मिनट से 8 बजकर 6 मिनट तक रहेगा। यह अवधि लगभग 1 घंटा 56 मिनट की है और इसे सर्वश्रेष्ठ माना गया है।

इसके अलावा, कलश स्थापना का दूसरा शुभ समय अभिजीत मुहूर्त में रहेगा, जो सुबह 11 बजकर 50 मिनट से दोपहर 12 बजकर 39 मिनट तक होगा।

धार्मिक मान्यता है कि इन पावन क्षणों में कलश स्थापना करने से पूरे नवरात्रि पर्व में शुभ फल की प्राप्ति होती है।

नवरात्रि का पर्व देशभर में श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया जाता है। इस पावन अवसर पर मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की साधना और आराधना की जाती है, जिनका प्रत्येक दिन विशेष महत्व रखता है। इस वर्ष शारदीय नवरात्रि का प्रारंभ 22 सितंबर, सोमवार से हो रहा है। खास बात यह है कि इस बार चतुर्थी तिथि दो दिन पड़ने के कारण यह पर्व नौ नहीं, बल्कि पूरे दस दिनों तक चलेगा।

इस बार देवी मां गजवाहन (हाथी) पर विराजमान होकर अपने भक्तों के बीच पधारेंगी। हाथी की सवारी को सुख, समृद्धि और शुभता का द्योतक माना गया है। वहीं, विदाई के समय मां दुर्गा नरवाहन अर्थात भक्तों के कंधों पर सवार होकर प्रस्थान करेंगी, जो एक विशेष संदेश समेटे हुए है।

Chhapra: सारण होम्योपैथिक चिकित्सा महाविद्यालय एवं चिकित्सालय में रविवार को लायंस क्लब के बैनर तले पौधारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस मौके पर पूर्व आईएएस अधिकारी प्रवीर कृष्ण, डॉ एस.के. पांडेय और लायंस क्लब के कई सदस्य मौजूद रहे।

अप्रैल से नामांकन शुरू होने की पूरी संभावना

कार्यक्रम के दौरान पूर्व आईएएस अधिकारी प्रवीर कृष्ण ने कहा कि कॉलेज को उसके पुराने गौरव को दिलाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि कॉलेज के विकास को लेकर बिहार सरकार से लेकर भारत सरकार तक बातचीत चल रही है। आगे उन्होंने ने कहा कि अगले सेशन यानी अप्रैल से यहां नामांकन शुरू होने की पूरी संभावना है।

नवंबर में बड़े स्तर का लगेगा मेगा हेल्थ चेकअप कैंप

डॉ एस.के पांडेय ने कहा कि अगर यह कॉलेज पूरी तरह सक्रिय हो जाता है तो छपरा और आसपास के लोगों को नई सुविधा मिलेगी। उन्होंने यह भी बताया कि नवंबर में एक तारीख तय कर एक बड़े स्तर का मेगा हेल्थ चेकअप कैंप आयोजित किया जाएगा। इस कैंप में लायंस क्लब के सभी डॉक्टर शामिल होकर मरीजों की जांच करेंगे।

गौरतलब है कि इसी साल जून में जिलाधिकारी अमन समीर ने कॉलेज का उद्घाटन किया था। उसके बाद से कॉलेज में तरह-तरह के स्वास्थ्य कैंप और होम्योपैथिक चिकित्सा से जुड़ी गतिविधियां लगातार चल रही हैं।