Nawada, 1 अक्टूबर (हि.स.)। बिहार में नवादा जिले के मेसकौर थाना क्षेत्र के नवडीहा गांव की एक महिला की हत्या के मामले का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। हत्या में शामिल महिला की बहु और उसके दो सहयोगियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।

सास की हत्या कर शव को पहाड़ से फेंका 

पुलिस के मुताबिक पारिवारिक कलह के चलते बहू अपने दो सहयोगियों के साथ मिलकर षडयंत्र के तहत सास की हत्या कर शव को ठिकाने लगाने के लिए शव को गांव से दूर पहाड़ पर फेंक दिया था । पुलिस ने कचो देवी सहित दो और लोगों को भी गिरफ्तार किया है।

सूचना 23 जून को दर्ज कराई गई थी

बताया जाता है कि पारिवारिक कलह से नाराज होकर बहू ने हत्या की खौफनाक साजिश रची थी । नवादा के एसपी ने बताया कि एक महिला के गायब होने की सूचना 23 जून को दर्ज कराई गई थी। सूचना में कहा गया था कि 8 जून से ही महिला गायब है।

उन्होंने बताया कि पुलिस ने गया के पहाड़ पर बरामद लाश की पहचान गायब किरण देवी के रूप में कराई थी। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी ने विशेष टास्क फोर्स का गठन किया था। तब से वैज्ञानिक जांच शुरू हो गई थी। वैज्ञानिक जांच में स्पष्ट हो गया कि मृतक की बहू कंचों देवी ने ही घरेलू विवाद के कारण किरण देवी को गया में ले जाकर उसकी हत्या अपने दो सहयोगियों की मदद से कर दी थी। इसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।

भागलपुर, 24 सितंबर (हि.स.)। जिले के पीरपैंती थाना क्षेत्र अंतर्गत अकबरपुर हाई स्कूल के समीप स्थित बगीचे में बुधवार सुबह एक युवक का शव पेड़ से लटका हुआ मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई।

स्थानीय लोगों ने तुरंत कहलगांव थाना पुलिस को इसकी सूचना दी। सूचना पाकर कहलगांव थाना पुलिस मौके पर पहुंची और घटनास्थल को घेराबंदी कर जांच शुरू की। आसपास के ग्रामीणों की भीड़ मौके पर इकट्ठा हो गई, जिससे क्षेत्र में दहशत और चर्चा का माहौल बन गया।

मृतक की पहचान अब तक नहीं हो पाई है। कहलगांव एसडीपीओ वन कल्याण आनंद भी घटनास्थल पर पहुंचे और पूरे मामले की जानकारी ली। उन्होंने बताया कि अबतक शव को पेड़ से नीचे नहीं उतारा गया है। एफएसएल (फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी) टीम को सूचना दी गई है।

टीम के पहुंचने के बाद साक्ष्यों का वैज्ञानिक तरीके से परीक्षण किया जाएगा। एसडीपीओ ने कहा कि जांच के बाद ही यह स्पष्ट हो पाएगा कि मामला आत्महत्या का है या हत्या का। स्थानीय लोगों के अनुसार, सुबह टहलने निकले कुछ लोगों ने सबसे पहले पेड़ से लटका शव देखा। इसके बाद उन्होंने शोर मचाकर गांव के अन्य लोगों को बुलाया और फिर पुलिस को जानकारी दी।

ग्रामीणों में घटना को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं हैं। पुलिस ने स्पष्ट किया है कि एफएसएल टीम के आने के बाद ही शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जाएगा। अधिकारी मामले की गहन जांच में जुटे हैं, जबकि स्थानीय लोग मृतक की शिनाख्त और घटना के पीछे के कारणों को जानने के लिए उत्सुक हैं। इस घटना ने पूरे क्षेत्र में भय और असमंजस का माहौल पैदा कर दिया है।

Patna: पटना में बुधवार देर शाम सनसनीखेज वारदात हुई। आरजेडी से जुड़े नेता और प्रॉपर्टी कारोबारी राजकुमार राय उर्फ़ आला राय की अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी। घटना चित्रगुप्त नगर थाना क्षेत्र की बताई जा रही है।

घटनास्थल से पुलिस ने छह खोखे बरामद किए हैं

जानकारी के मुताबिक, जैसे ही राजकुमार राय अपनी गाड़ी से घर पहुंचे, पहले से घात लगाए बदमाशों ने उन पर फायरिंग शुरू कर दी। जान बचाने के लिए वह पास के एक होटल में भागे, लेकिन हमलावर पीछे-पीछे अंदर घुस आए और वहां भी लगातार गोलियां बरसाईं।

पुलिस मामलें की जांच कर रही है 

गंभीर रूप से घायल राय को पुलिस की मदद से पीएमसीएच ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। घटनास्थल से पुलिस ने छह खोखे बरामद किए हैं। मौके पर पटना पूर्वी के एसपी परिचय कुमार ने पहुंचकर जांच-पड़ताल की।

पुलिस ने आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की डीवीआर जब्त कर ली है और एफएसएल टीम को भी जांच के लिए बुलाया गया है। फिलहाल पुलिस का कहना है कि हत्या की वजह राजनीतिक दुश्मनी है या फिर प्रॉपर्टी विवाद, यह जांच पूरी होने के बाद ही स्पष्ट होगा।

Nalanda, Bihar Sharif, 2 सितंबर (हि.स.)। नालंदा जिला अंतर्गत हिलसा अनुमंडल के चिकसौरा बाजार में हिलसा थाना पुलिस ने एक मिनी गन फैक्ट्री के उद्भेदन के साथ दो संचालक को गिरफ्तार किया है।

निर्मित हथियारों का जकिया बरामद किया गया

इस संबंध में हिलसा के डीएसपी शैलजा कुमारी ने बताया कि गुप्त सूचना मिली कि चिकसौरा बाजार में मिनी गन फैक्ट्री संचालित है, जहां से अवैैध हथियार का निर्माण के साथ बिक्री की जाती है। सूचना पाकर डीएसपी ने थानाध्यक्षों की एक टीम गठित कर आज मंगलवार की अहले सुबह छापामारी की गई, जिसमें हथियार बनाने के उपकरण के साथ निर्मित हथियारों का जकिया बरामद किया गया वहीं मौके पर से फैक्ट्री संचालित कर रहे दो संचालक को भी गिरफ्तार किया गया है।

गिरफ्तार आरोपिताें में चिकसौरा गांव निवासी विजय कुमार और प्रदीप कुमार शामिल है। दोनों आरोपित पर शस्त्र अधिनियम 27के तहत एक प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस अग्रतर कारवाई में जुट गई है।

Araria, 30 अगस्त(हि.स.)। बिहार में अररिया जिले के भरगामा थाना क्षेत्र के धनेश्वरी गांव में जमीन विवाद में जहां एक की सोया हुआ अवस्था में अहले सुबह गोली मारकर हत्या कर दी गई।वहीं एक अन्य को जिंदा जलाकर मार डाला गया।मामला भरगामा थाना क्षेत्र के धनेश्वरी पंचायत के वार्ड संख्या 13 की है।

सूचना के बाद मौके पर फारबिसगंज एसडीपीओ मुकेश कुमार साहा समेत भरगामा थाना सहित अन्य थाना की पुलिस मौके पर पहुंची है और मामले की छानबीन में जुट गई है।फोरेंसिक साइंटिफिक लैब (एफएसएल) की टीम भी मौके पर पहुंचकर घटनास्थल से सैंपल कलेक्ट कर रहे हैं।

विष्णुदेव यादव को अज्ञात बदमाशों ने मारी गोली

घटना को लेकर मिली जानकारी के अनुसार,धनेश्वरी पंचायत के वार्ड संख्या 13 में वर्तमान पंचायत समिति सदस्य गुड्डू यादव के डिपो के अंदर सो रहे डिपोकर्मी 40 वर्षीय जयकुमार यादव पिता विष्णुदेव यादव को अज्ञात बदमाशों ने गोली मार दी।जबकि घर के अंदर सो रहे नयन यादव को जिंदा जलाकर हत्या कर दी गई।

प्राप्त जानकारी के अनुसार,पंचायत समिति सदस्य गुड्डू यादव के चचेरे बहनोई को साढू से पौने दो एकड़ जमीन गुड्डू यादव ने जबरन लिखवा लिया था।लेकिन जबरन गुड्डू यादव के द्वारा लिखवाए गए जमीन पर उनका बड़ा साढू नयन यादव उन्हें कब्जा करने नहीं दे रहा था।जिस कारण से शुक्रवार के देर शाम खेत जुताई को लेकर दोनों पक्षों में विवाद भी हुआ था।शनिवार की अहले सुबह तीन बजे के करीब डिपो के अंदर सो रहे जय किशोर यादव की गोली मारकर हत्या कर दी गई।जबकि घर के अंदर सोए नयन यादव को जिंदा जलाकर हत्या कर दिया गया।

शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भिजवाया है

सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भिजवाया है।मौके पर फारबिसगंज एसडीपीओ मुकेश कुमार साहा के साथ भरगामा और अन्य थाना पुलिस कैंप कर रही है।

मामले को लेकर फारबिसगंज एसडीपीओ मुकेश कुमार साहा ने जमीन विवाद में हत्या किए जाने की बात कही।उन्होंने कहा कि मामले की बारीकी से जांच की जा रही है। एफएसएल की टीम को बुलाया गया है।वैज्ञानिक और तकनीकी अनुसंधान का भी सहारा लेने के साथ अन्य बिंदुओं पर भी पुलिस की तफ्तीश हो रही है।जल्द ही आरोपितों को गिरफ्तार कर लिए जाने की बात एसडीपीओ ने कही।

Saran: जिले के अमनौर थाना क्षेत्र से एक बड़ी खबर सामने आई है। पुलिस ने 31 वर्षों से फरार चल रहे आर्म्स एक्ट के लाल वारंटी ब्रज किशोर सिंह को गिरफ्तार कर लिया है।

गुप्त सूचना पर हुई कार्रवाई

21 अगस्त की रात गश्ती के दौरान पुलिस को सूचना मिली थी कि वांछित आरोपी ब्रज किशोर सिंह (पिता–स्व. टुकड़ सिंह, निवासी–गोरौल, थाना अमनौर, जिला सारण) को परसा थाना क्षेत्र के ग्राम चनपुरा में देखा गया है। सूचना मिलते ही अमनौर पुलिस टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए छापेमारी की और आरोपी को पकड़ लिया।

लंबे समय से फरार था आरोपी 

गिरफ्तार आरोपी पर आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज है और वह पिछले 31 साल से फरार चल रहा था। आखिरकार पुलिस की सक्रियता से उसे दबोच लिया गया।

छापेमारी दल शामिल सदस्य

गिरफ्तारी की इस कार्रवाई में अमनौर थानाध्यक्ष और थाना के अन्य पुलिसकर्मी शामिल थे। पुलिस ने बताया कि आरोपी के खिलाफ आगे की कानूनी कार्रवाई जारी है।

Siwan: जिले के बसंतपुर थाना इलाके में मंगलवार की सुबह उस समय हड़कंप मच गया, जब खोरी पाकर गंडक नहर के बांध पर एक युवक का अधजला शव मिला। शव की पहचान मलमलिया गांव निवासी स्वर्गीय रवींद्र सिंह के छोटे बेटे 25 वर्षीय पीयूष कुमार के रूप में हुई।

जांच में जुटी पुलिस, लोगों में आक्रोश

घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस अधीक्षक, एसडीपीओ महाराजगंज, बसंतपुर और भगवानपुर हाट थाने की टीम मौके पर पहुंची। जांच के लिए फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (एफएसएल) और डॉग स्क्वायड को बुलाया गया। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजने की तैयारी की गई है।

पुलिस ने प्रारंभिक जांच शुरू कर दी है और आसपास के लोगों से पूछताछ की जा रही है। हालांकि हत्या की वजह और आरोपियों के बारे में अब तक कोई सुराग नहीं मिल पाया है। इधर परिवार वालों का रो-रोकर बुरा हाल है। वहीं इस वारदात से इलाके में दहशत और गुस्से का माहौल है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच तेज कर दी है।

शाम से था गायब, सुबह मिला शव

पुलिस ने बताया कि पीयूष की बेरहमी से धारदार हथियार से गला रेतकर हत्या की गई। इसके बाद सबूत मिटाने के लिए शव को सुनसान जगह पर पेट्रोल डालकर जला दिया गया। पीयूष सोमवार की शाम से ही घर से लापता था। वह हाल ही में हिमाचल प्रदेश से घर लौटा था। वहां वह पढ़ाई करने के साथ-साथ टैटू बनाने का काम भी सीख और सिखा रहा था। पिता के निधन के बाद उसकी परवरिश दादा चंद्रमा सिंह और दादी ने की थी। दो भाइयों में वह छोटा था।

Crime: पटना जिले के फुलवारी शरीफ थाना इलाके में आने वाले जानीपुर ओपी के मुरादपुर गांव में एक महिला की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। महिला का नाम शोभा देवी था, जो अब दिवंगत हो चुके शंभू पासवान की पत्नी थीं। जैसे ही यह खबर फैली, परिवार में कोहराम मच गया।

बेटी नेहा कुमारी ने बताया कि पैसों के झगड़े में ही उसकी मां की हत्या की गई 

शोभा देवी के घरवालों ने इस मौत को हत्या बताया है। उनका कहना है कि शोभा देवी के जीजा पर पैसों के लेन-देन को लेकर हत्या करने का शक है। शोभा देवी की बेटी नेहा कुमारी ने बताया कि उसके मौसा अक्सर उनके घर आते-जाते रहते थे और घटना वाली रात भी वो घर आए थे। नेहा का कहना है कि पैसों के झगड़े में ही उसकी मां की हत्या की गई और फिर मौसा वहां से भाग निकले। हालांकि, वो कब और कैसे फरार हुए, ये किसी को पता नहीं है।

पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया है

जैसे ही पुलिस को इस घटना की जानकारी मिली, स्थानीय पुलिस और फॉरेंसिक टीम (एफएसएल) मौके पर पहुंच गई और पूरे मामले की जांच में जुट गई। पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया है। गांव में इस घटना को लेकर तरह-तरह की बातें हो रही हैं और हर कोई यही जानना चाह रहा है कि असली वजह क्या थी।

फुलवारी शरीफ के डीएसपी टू दीपक कुमार भी घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि पहली नजर में ये मामला हत्या का लग रहा है, लेकिन असली कारण तो पोस्टमार्टम रिपोर्ट और फॉरेंसिक जांच के बाद ही साफ होगा। फिलहाल आरोपी को पकड़ने के लिए संभावित जगहों पर छापेमारी की जा रही है।

Patna, 19 जुलाई (हि.स.)। पटना के बेली रोड स्थित पारस एमआरआई अस्पताल में बीते गुरुवार 17 जुलाई की सुबह हुई कुख्यात चंदन मिश्रा हत्या मामले में पुलिस ने कारवाई करते हुए क्षेत्र भ्रमण के दौरान विधि-व्यवस्था ड्यूटी में लापरवाही बरतने के आरोप में 5 पुलिस कर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।

कार्रवाई के तहत गश्ती वाहन चेकिंग,रोको-टोको अभियान को बढ़ाया जा रहा है

पटना पुलिस के द्वारा अपराध एवं विधि-व्यवस्था संधारण हेतु निरोधात्मक कार्रवाई के तहत गश्ती वाहन चेकिंग,रोको-टोको अभियान को बढ़ाया जा रहा है,जिसके क्रम में विभिन्न वरीय पदाधिकारी द्वारा गश्ती एवं चेकिंग प्वाइंट्स में प्रतिनियुक्त पुलिस पदाधिकारी/कर्मियों की लगातार चेकिंग और समीक्षा की जा रही है। इसी क्रम में स्थलों पर निम्न पदाधिकारी,कर्मी की लापरवाही और सर्तकता में कमी पाई गई,जिस कारण इन पर कार्रवाई की गयी है।

अपराध नियंत्रण में लापरवाही बरतने के आरोप में पांच पुलिस कर्मी निलंबित

पारस अस्पताल में घटित घटना के मद्देनजर अपराध नियंत्रण में लापरवाही बरतने के आरोप में शास्त्रीनगर थानान्तर्गत एक पुलिस अवर निरीक्षक स्तर के पदाधिकारी एवं दाे सअनि स्तर के पदाधिकरी तथा दाे सिपाही को निलंबित किया गया है। सचिवालय थानान्तर्गत चितकोहरा गोलम्बर के पास ईआरवी में प्रतिनयुक्त पदाधिकारी द्वारा यत्र तत्र की स्थिति एवं सर्तक नहीं रहना पाये जाने के आरोप में 01 सअनि के पदाधिकारी को निलंबित किया गया है। वही गर्दनीबाग थानान्तर्गत पाटलीपुत्रा होटल के सामने गश्ती में प्रतिनियुक्त पदाधिकारी द्वारा यत्र तत्र की स्थिति एवं सर्तक नहीं रहना पाये जाने के आरोप में 01 सअनि के पदाधिकारी को निलंबित किया गया है।

गुरुवार 17 जुलाई की सुबह पटना के पारस हॉस्पिटल में घुसकर चंदन नामक एक अपराधी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस शूटआउट का लाइव वीडियो सामने आया है। हॉस्पिटल के सीसीटीवी में 5 शूटरों की तस्वीरें कैद हुई थी। सीसीटीवी फुटेज में 5 बदमाश बड़े ही आराम से पारस अस्पताल में घुसे और वार्ड में घुसकर चंदन की गोली मारकर हत्या कर दी। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर इस मामले में पटना पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है।

Patna, 19 जुलाई (हि.स.)। पटना के बेली रोड पर स्थित पारस एमआरआई अस्पताल में बीते गुरुवार को चंदन मिश्रा हत्या मामले में पटना पुलिस और बंगाल एसटीएफ ने शनिवार को कोलकाता के सैटेलाइट टाउनशिप में एक आवासीय परिसर से पांच आरोपितों को गिरफ्तार किया है।

पटना पुलिस और पश्चिम बंगाल एसटीएफ की संयुक्त रूप से की गई छापेमारी के बाद गिरफ्तार

बंगाल एसटीएफ के सूत्रों के मुताबिक इन आरोपितों को शनिवार तड़के पटना पुलिस और पश्चिम बंगाल एसटीएफ की संयुक्त रूप से की गई छापेमारी के बाद महानगर के सैटेलाइट टाउनशिप स्थित एक आवासीय परिसर से गिरफ्तार किया गया।

चार आरोपित घटना के बाद वे पटना से भागकर कोलकाता आ गए थे

गिरफ्तार पांच में से चार आरोपित चंदन मिश्रा हत्या में सीधे तौर पर शामिल थे। घटना के बाद वे पटना से भागकर कोलकाता आ गए थे। उनके मोबाइल फोन टावर लोकेशन से हमें उनका पता लगाने में मदद मिली। अभी इन आरोपितों के नाम सामने नहीं आए हैं। बिहार पुलिस उन्हें स्थानीय अदालत में पेश कर ट्रांजिट रिमांड की मांग करेगी। हालांकि पटना के वरीय पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) कार्तिकेय शर्मा से संपर्क किया गया तो उन्होंने कार्रवाई से जुड़ी अहम जानकारी दी। पटना एसएसपी ने इस दावे को खारिज करते हुए कहा कि अभी ऐसी कोई भी गिरफ्तारी नहीं हुई है।

चंदन मिश्रा को 2014 में कोलकाता में एसटीएफ ने गिरफ्तार किया था और बक्सर सेंट्रल जेल भेज दिया था। जहां से उसे भागलपुर सेंट्रल जेल भेज दिया गया था। बक्सर जिले के निवासी चंदन पर हत्या, बैंक और आभूषण की दुकान में डकैती सहित 20 से ज़्यादा आपराधिक मामले दर्ज हैं। उसे हाल ही में इलाज के लिए बेउर सेंट्रल जेल से 15 दिनों की पैरोल पर रिहा किया गया था, जो 18 जुलाई को समाप्त होने वाली थी।

Nawada, 17 जुलाई (हि.स.)।नवादा में ई-रिक्शा से अपने घर जा रही एक युवती के साथ ई रिक्शा चालक और तीन अन्य ने अपनी दरिंदगी का शिकार बनाया । नवादा के एसपी अभिनव धीमान ने गुरुवार को बताया कि घटना में शामिल सभी चार बलात्कारियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि युवती लखनऊ से इलाज करा कर अपने घर रह जा रही थी ।नवादा में बस से उतरी इसके बाद ऑटो रिक्शा चालक ने उसे अपने ऑटो पर बैठाकर रोह बस स्टैंड पहुंचाने के लिए चला ।रास्ते में ही ऑटो चालकों ने युवती को एक घर में ले गया।

दुष्कर्म पीड़िता अपना इलाज कराने उत्तर प्रदेश के लखनऊ गई थी

पुलिस के मुताबिक दुष्कर्म पीड़िता अपना इलाज कराने उत्तर प्रदेश के लखनऊ गई थी । वह लखनऊ से गयाजी लौटी थी ।उस दिन रात में वह अपने रिश्तेदार के यहां गयाजी में ठहरी अगले दिन उसके परिजन ने उसे गयाजी में नवादा जाने वाली बस पर बैठा दिया। युवती नवादा के सद्भावना चौक पर पहुंची और एक ई-रिक्शा पर अपने घर जाने के लिए बैठी। ई-रिक्शा चालक ने इसी बीच अपने दो अन्य साथियों को बुलाकर बैठा लिया । वे लोग युवती को झांसा देकर रसूलनगर स्थित एक सुनसान घर में ले गए ।जहां उसका एक अन्य साथी भी मौजूद था ।चारों अपराधियों ने युवती को बंधक बनाकर बारी-बारी से दुष्कर्म किया और बाद में उसका मोबाइल छीन कर वहां से भगा दिया। जिसके बाद युवती स्थानीय लोगों से पूछ कर गोंदापुर टीओपी पहुंची ।जहां तैनात पुलिसकर्मियों को अपनी आपबीती सुनाई। टीओपी में तैनात पुलिस कर्मियों ने इस घटना की सूचना नगर थाना को दी।

पुलिस ने युवती के लिखित शिकायत पर जांच शुरू कर दी

नगर थाना की पुलिस ने युवती के लिखित शिकायत पर अज्ञात लोगों के विरुद्ध दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी ।नवादा पुलिस की एसआईटी ने तकनीकी सर्विलांस एवं मानवीय इंटेलिजेंस की मदद से महिला से छीनी गई मोबाइल के लोकेशन के आधार पर शहर के विभिन्न इलाकों में छापेमारी कर ई रिक्शा चालक समेत 4 युवकों को गिरफ्तार किया है।दुष्कर्म के सभी आरोपी नगर थाना क्षेत्र के सुलेमान नगर मोहल्ले का मोहम्मद रसूल का पुत्र मोहम्मद समीर,रसूल नगर मोहल्ले का असलम मंसूरी का पुत्र मुमताज मंसूरी , गोंदापुर मोहल्ले का मोहम्मद टेन का पुत्र मोहम्मद अरमान और मोहम्मद इल्यास का पुत्र मोहम्मद साबिर शामिल है।

एसपी ने बताया कि एक युवती को झांसा देकर ई रिक्शा चालक समेत चार युवकों ने दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया। फॉरेंसिक टीम एवं मेडिकल टीम द्वारा जांच कराई गई है ।आरोपियों को जेल भेजा जा रहा है।

Patna, 16 जुलाई (हि.स.)। पटना के गांधी मैदान थाना के प्रभारी राजेश कुमार को निलंबित कर दिया गया है। थाना प्रभारी का निलंबन

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कार्तिकेय शर्मा की सिफारिश पर पटना के पुलिस महानिरीक्षक जितेंद्र राणा ने किया है। यह कार्रवाई विधि-व्यवस्था को नियंत्रित करने में राजेश कुमार की लगातार असफलता और प्रमुख उद्योगपति गोपाल खेमका हत्याकांड में उनकी लापरवाही के कारण की गई है। एसएसपी कार्तिकेय शर्मा ने अपनी समीक्षा के दौरान कई बिंदुओं पर राजेश कुमार को कर्तव्यों में लापरवाह पाया, जिसके बाद यह कठोर कदम उठाया गया है।

एसएसपी कार्तिकेय शर्मा ने अपनी समीक्षा में पाया कि एसएचओ राजेश कुमार ने हत्याकांड की प्रारंभिक जांच में लापरवाही बरती। इसके अलावा गांधी मैदान क्षेत्र में बढ़ते अपराध और हाल के महीनों में हुई अन्य आपराधिक घटनाओं को नियंत्रित करने में भी राजेश कुमार की भूमिका अपर्याप्त थी।

एसएसपी शर्मा ने अपनी रिपोर्ट में उल्लेख किया है कि थाना क्षेत्र में रात्रि गश्त और अपराध रोकथाम के लिए प्रभावी कदम नहीं उठाए गए, जिससे अपराधियों का मनोबल बढ़ा है। आईजी जितेंद्र राणा ने इस रिपोर्ट के आधार पर तत्काल कार्रवाई करते हुए राजेश कुमार को निलंबित कर दिया।

गोपाल खेमका मगध हॉस्पिटल के मालिक और भाजपा से जुड़े एक प्रमुख व्यवसायी थे, उनकी हत्या गांधी मैदान थाना क्षेत्र के रामगुलाम चौक के पास उनके आवास के बाहर रात 11:40 बजे एक बाइक सवार हमलावर ने गोली मारकर की थी। घटना के बाद पुलिस की प्रतिक्रिया में देरी की शिकायतें सामने आईं क्योंकि, गांधी मैदान थाना घटनास्थल से मात्र 300 मीटर दूर है फिर भी पुलिस को मौके पर पहुंचने में दो घंटे से अधिक समय लगा।

खेमका के भाई शंकर खेमका ने आरोप भी लगाया था कि पुलिस 2:30 बजे सुबह तक मौके पर नहीं पहुंची थी। इस हत्याकांड ने बिहार में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर सवाल उठाए थे और विपक्षी दलों ने इसे “अपराध की राजधानी” करार देते हुए नीतीश कुमार सरकार की कड़ी आलोचना की थी।