पटना: बिहार में पहली बार स्टेट रैंकिंग टेबल टेनिस टूर्नामेंट 19 से 22 जून के बीच पटना के पाटलिपुत्र स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के इनडोर स्टेडियम में आयोजित किया जाएगा। बिहार राज्य खेल प्राधिकरण (बीएसएसए) के महानिदेशक सह मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) रवींद्र शंकरन ने शनिवार को इसकी जानकारी दी।

उन्होंने कहा कि बिहार में पहली बार आयोजित होने वाले इस टूर्नामेंट का आयोजन खेल विभाग, बिहार राज्य खेल प्राधिकरण (बीएसएसए) और बिहार टेबल टेनिस एसोसिएशन के संयुक्त तत्वावधान में किया जाएगा। राज्यस्तरीय रैंकिंग टेबल टेनिस टूर्नामेंट का आयोजन प्रत्येक राज्य में शीर्ष खिलाड़ियों को निर्धारित (चयनित) करने के लिए किया जाता है। राज्य सरकार उन खेलों को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है, जिनमें राज्य के खिलाड़ी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक जीतने की क्षमता रखते हैं।

पद्मश्री शरद कमल के मार्गदर्शन में आयाेजनटूर्नामेंट का आयोजन अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त टेबल टेनिस खिलाड़ी और पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित शरद कमल के मार्गदर्शन में किया जा रहा है। इससे यह आयोजन राज्य के खिलाड़ियों के लिए और भी महत्वपूर्ण हो जाता है, क्योंकि उन्हें शरद कमल के मार्गदर्शन और उनके सामने अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर मिलेगा। कुशल और अनुभवी चयनकर्ताओं द्वारा सभी आयु वर्ग से सफल और सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों का चयन किया जाएगा।

पंजीकरण की अंतिम तिथि 12 जून 2025

रवींद्र शंकरन ने कहा कि खिलाड़ियों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के लिए अर्हता प्राप्त करने में टूर्नामेंट महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। टूर्नामेंट में पुरुष और महिला एकल के लिए अंडर 11, 13, 15, 17 और 19 के विभिन्न आयु समूहों के लिए टेबल टेनिस प्रतियोगिताएं होंगी। पूरे राज्य के खिलाड़ी टूर्नामेंट में भाग ले सकते हैं। टूर्नामेंट में भाग लेने के लिए प्रतिभागी गूगल फॉर्म भरकर अपना पंजीकरण करा सकते हैं। पंजीकरण की अंतिम तिथि 12 जून 2025 है। प्रतिभागियों को 18 जून को खेल प्राधिकरण में रिपोर्ट करना होगा। प्रतिभागियों के लिए पंजीकरण निःशुल्क होगा। बिहार सरकार और बीएसएसए खिलाड़ियों के आवास, भोजन और अन्य व्यवस्थाओं का ध्यान रखेंगे।

बिहार के खिलाड़ी जीतेंगे पदक

चयनित खिलाड़ियों को उच्च स्तरीय प्रशिक्षण देकर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी के रूप में विकसित किया जाएगा। खेल और खिलाड़ियों के सर्वांगीण विकास के लिए बिहार सरकार की प्रतिबद्धता और निरंतर प्रयासों ने राज्य को खेल के क्षेत्र में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नई ऊंचाइयों को हासिल करने में मदद की है।

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अहमदाबाद, 04 जून (हि.स.)। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2025 के फाइनल में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू (आरसीबी) से 6 रन से हारने के बावजूद पंजाब किंग्स के मुख्य कोच रिकी पोंटिंग ने टीम के समग्र प्रदर्शन की सराहना की। अहमदाबाद के नरेन्द्र मोदी स्टेडियम में खेले गए फाइनल मुकाबले में पंजाब की टीम ने पहले गेंदबाजी करते हुए आरसीबी को नौ विकेट पर 190 पर रोक दिया था। टीम के लिए अर्शदीप सिंह और काइल जैमीसन ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 3-3 विकेट चटकाए। 

पंजाब किंग्स को प्रियांश आर्य और प्रभसिमरन सिंह ने तेज शुरुआत दिलाई

लक्ष्य का पीछा करते हुए पंजाब किंग्स को प्रियांश आर्य और प्रभसिमरन सिंह ने तेज शुरुआत दिलाई, लेकिन मध्यक्रम उस लय को बरकरार नहीं रख सका और टीम लक्ष्य से महज 6 रन पीछे रह गई। आखिरी ओवरों में शशांक सिंह ने शानदार प्रयास करते हुए 30 गेंदों में नाबाद 61 रन बनाए, लेकिन टीम को जीत नहीं दिला सके मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में रिकी पोंटिंग ने कहा कि जिस अंदाज में हमने इस पूरे सीजन में क्रिकेट खेला है, वह काफी मनोरंजक रहा है। एक कोच के तौर पर जब आप अपनी टीम के बारे में ऐसा कह सकते हैं, तो ये गर्व की बात है। हो सकता है कि आज हमारी युवा मिडिल ऑर्डर की थोड़ी अनुभवहीनता हार का कारण बनी हो, लेकिन मैं जानता हूं कि प्रियांश आर्य, प्रभसिमरन सिंह और नेहाल वढेरा जैसे खिलाड़ी भविष्य में हमें कई मैच जिताएंगे।”पोंटिंग ने हार का ठीकरा पिच या हालात पर नहीं फोड़ा। 

उन्होंने कहा कि हम कोई बहाना नहीं बना रहे हैं। शशांक सिंह ने खुद कहा कि यह पिच पूरे सीजन की सबसे बेहतरीन पिच थी। बस हमने पावरप्ले के आखिरी ओवरों में थोड़ी रफ्तार खो दी और कुछ अहम विकेट गंवा दिए।11 साल बाद फाइनल खेली पंजाब की टीम, अगला सीजन होगा और बेहतरपंजाब किंग्स ने 11 साल के लंबे इंतजार के बाद आईपीएल फाइनल में जगह बनाई थी।

हम अगले सीजन में और भी मजबूत होकर लौटेंगे

इस उपलब्धि को लेकर पोंटिंग ने कहा, “कुछ दिन पहले ही हम इस मैदान पर अपनी एक शानदार जीत का जश्न मना रहे थे, जिसने हमें फाइनल में पहुंचाया। आज हम थोड़ा मायूस हैं। लेकिन ये टीम काफी युवा है और हम अगले सीजन में और भी मजबूत होकर लौटेंगे।”‘टीम में लाया गया है नया कल्चर’पोंटिंग ने टीम की मानसिकता और कार्यशैली में बदलाव लाने को भी अपनी उपलब्धि बताया।

उन्होंने कहा, “जब मुझे कोच नियुक्त किया गया था, तभी मैंने साफ कर दिया था कि मैं टीम का माहौल बदलना चाहता हूं। चीजों को एक नई दिशा में ले जाना चाहता हूं और मुझे लगता है कि हम उसमें सफल रहे हैं।”

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अहमदाबाद, 4 जून (हि.स.)। 18 साल का लंबा इंतज़ार, अनगिनत कोशिशें और अंततः विराट कोहली को वह पल मिला जिसका वह हर सीजन में इंतज़ार करते थे। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल 2025) के फाइनल में पंजाब किंग्स को 6 रन से हराकर रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (आरसीबी) ने पहली बार आईपीएल ट्रॉफी जीत ली। मैच के बाद विराट कोहली ने कहा कि ये खिताबी जीत उनकी आत्मा को सुकून दे रही है।

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विराट कोहली ने मैच के बाद कहा, “मैंने इस टीम को अपनी जवानी दी है, अपना प्राइम टाइम और अपना अनुभव दिया। हर साल यही सपना देखा कि ट्रॉफी जीतूं। आज ये सपना पूरा हुआ, यकीन नहीं हो रहा। जैसे ही आखिरी गेंद डाली गई, मैं भावुक हो गया। ये जीत मेरी आत्मा को सुकून देती है। मैं आईपीएल में आखिरी दिन तक इसी टीम के लिए खेलूंगा। ये खिताब मेरे करियर के सबसे ऊपर है।”

टेस्ट क्रिकेट को लेकर भी विराट ने अपनी भावना जताते हुए कहा, “ये जीत मेरे दिल के बहुत करीब है, लेकिन टेस्ट क्रिकेट की अहमियत इससे कहीं ज्यादा है। जो युवा खिलाड़ी हैं, उन्हें मैं कहूंगा कि टेस्ट को सम्मान दो। अगर टेस्ट में परफॉर्म करोगे, तो दुनिया भर में इज्जत मिलेगी।”

विराट के अलावा खिताबी जीत पर क्रुणाल पांड्या, भुवनेश्वर कुमार समेत टीम के कई सितारों की भावनाएं छलक पड़ीं।

मैन ऑफ द मैच रहे क्रुणाल पांड्या ने फाइनल में धीमी गेंदों से कमाल कर दिया। उन्होंने कहा, “पहली पारी में ही अंदाजा लग गया था कि स्लो बॉल ही कारगर रहेगी। हिम्मत चाहिए इस फॉर्मेट में ऐसा करने की, लेकिन मैंने हालात को पढ़ा और खुद पर भरोसा किया। मैंने पहले दिन ही कहा था कि इस बार जीतना है और पांड्या परिवार के पास अब 11 में 9 ट्रॉफी हो गई हैं!”

“सबने मिलकर बनाया ये सपना हकीकत” – दिनेश कार्तिक

टीम के बल्लेबाजी कोच दिनेश कार्तिक ने कहा,”ये टीम 18 साल से इस दिन का इंतजार कर रही थी। एबी डिविलियर्स, कोहली – सबने दिल से कोशिश की थी। हमारे पास सभी ज़रूरी स्किल थे और विश्वास था कि हम जीत सकते हैं। एंडी फ्लावर और मो बोबट की योजना और मेहनत ने इस टीम को आकार दिया।”

“हर खिलाड़ी ने दिया योगदान” – भुवनेश्वर और हेज़लवुड

भुवनेश्वर कुमार ने कहा कि क्रुणाल की गेंदबाज़ी ने पूरा मैच बदल दिया। उन्होंने कहा, “हम जानते थे कि 190 रन आसान नहीं होंगे, लेकिन क्रुणाल की स्पेल ने सब कुछ पलट दिया।”

जॉश हेज़लवुड ने विराट की भावना को लेकर कहा, “ये जीत विराट के लिए सब कुछ है। उन्होंने सालों इस टीम के लिए खेला है और आज का परिणाम उन्हें बहुत सुकून देगा।”

“ये टीम नहीं, एक जुनून है” – फिल सॉल्ट

आरसीबी के विस्फोटक बल्लेबाज फिल सॉल्ट ने कहा, “अभी भी समझ नहीं आ रहा कि हम जीत गए हैं। हर जगह हमारी टीम को सबसे ज़्यादा सपोर्ट मिला। एबीडी और क्रिस गेल जैसे दिग्गज स्टेडियम में मौजूद थे – ये पल अविश्वसनीय है।”

आरसीबी की यह जीत सिर्फ एक ट्रॉफी नहीं, बल्कि एक पीढ़ी की उम्मीदों और एक दिग्गज की तपस्या का फल है। विराट कोहली की आंखों से छलकते आंसू इस बात का प्रमाण हैं कि सपने सच होते हैं — जब आप उन्हें पाने के लिए सब कुछ दांव पर लगा देते हैं।

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अहमदाबाद, 03 जून (हि.स.)। रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) ने पंजाब किंग्स (पीबीकेएस) को 6 रनों से हराकर इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2025 की ट्रॉफी जीत ली है। इस जीत के साथ आरसीबी ने 17 साल के सूखे को समाप्त किया है। अहमदाबाद में खेले गए फाइनल मुकाबले में आरसीबी ने पहले बैटिंग करते हुए 190 रन बनाए, जिसके जवाब में पंजाब की टीम 184 रन ही बना सकी।

191 रनों के लक्ष्य की पीछा करने उतरी पंजाब किंग्स को दो अनकैप्ड ओपनर प्रियांश आर्या और प्रभसिमरन सिंह ने तेज शुरुआत दिलाई। लेकिन प्रियांश 24 रन बनाकर आउट हो गए। फिर जोश इंग्लिश ने प्रभसिमरन के साथ पारी को आगे बढ़ाया। एक समय पंजाब का स्कोर एक विकेट के नुकसान पर 72 रन था। उसके बाद 26 रन और बनते-बनते तीन विकेट गिर गए। कप्तान श्रेयस अय्यर सिर्फ एक रन बना सके। जबकि नेहल वढ़ेरा ने 15 और मार्कस स्टायनिश ने 6 रन का योगदान दिया। हालांकि दूसरे छोर पर शशांक सिंह मोर्चा संभाले रहे और टीम को लक्ष्य की ओर बढ़ाते रहे। आखिरी ओवर में टीम को जीत के लिए 29 रन की जरूरत थी और शशांक तमाम कोशिशों के बाद भी मात्र 22 रन ही बना सके। इस तरह पंजाब लक्ष्य से 6 रन पीछे रह गई।

आरसीबी की ओर से क्रुणाल पांड्या ने शानदार गेंदबाजी करते हुए 4 ओवर में मात्र 17 रन खर्च कर दो अहम विकेट चटकाए। वहीं, भुवनेश्वर कुमार ने भी दो विकेट अपने नाम किए। जबकि यश दयाल, जोश हैजलवुड और रोमारियो शेपर्ड को एक-एक सफलता मिली।

इससे पहले, टॉस हारकर बल्लेबाजी करते हुए बेंगलुरु की शुरुआत तेज रही लेकिन फिल सॉल्ट जल्दी आउट हो गए। सॉल्ट ने 9 गेंदो में 16 रन बनाए। फिर विराट कोहली ने मयंक अग्रवाल के साथ मिलकर दूसरे विकेट के लिए 38 रन जोड़े। मयंक ने 24 रन बनाए। इसी प्रकार छोटी-छोटी साझेदारी बनती रही और टीम आगे बढ़ती गई। कप्तान रजत पाटीदार ने 26, कोहली ने 43, लियाम लिविंगस्टन ने 25. रोमारियो शेपर्ड ने 17 और जितेश शर्मा ने 24 रन का योगदान किया।

पंजाब की ओर से अर्शदीप सिंह और काइल जेमिंसन ने तीन-तीन विकेट चटकाए, जबकि अजमतुल्लाह उमरजाई, विजय कुमार और यजुवेंद्र चहल को एक-एक सफलता मिली।

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New delhi , 02 जून (हि.स.)। ऑस्ट्रेलिया के स्टार ऑलराउंडर ग्लेन मैक्सवेल ने वनडे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से तत्काल प्रभाव से संन्यास ले लिया है। हालांकि वे टी20 फॉर्मेट में उपलब्ध रहेंगे और 2026 में होने वाले अगले टी20 वर्ल्ड कप तक खेलते रहने की उम्मीद है।

 मैक्सवेल ने यह ऐलान एक लंबे इंटरव्यू के दौरान किया

36 वर्षीय मैक्सवेल ने यह ऐलान ‘द फाइनल वर्ड पॉडकास्ट’ में एक लंबे इंटरव्यू के दौरान किया। उन्होंने बताया कि 2022 में पैर टूटने के बाद वनडे क्रिकेट उनके शरीर पर भारी पड़ रहा था। इसी साल चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान भी उन्हें काफी थकान महसूस हुई।


अब अगली पीढ़ी को मौका देने का समय : मैक्सवेल

मैक्सवेल ने कहा, “मुझे लगने लगा था कि मैं टीम को थोड़ा पीछे खींच रहा हूं। मैंने चयनकर्ता जॉर्ज बेली से बात की और कहा कि मैं 2027 वर्ल्ड कप तक नहीं खेल पाऊंगा। अब समय है कि मेरी जगह किसी और को तैयार किया जाए।” उन्होंने आगे कहा, “मैं कभी भी ऐसे नहीं खेलना चाहता था कि बस रिकॉर्ड या निजी संतोष के लिए टीम में बना रहूं। जब मुझे लगे कि मैं टीम के भविष्य का हिस्सा नहीं हूं, तब विदा लेना ही बेहतर है।”

रिकॉर्ड्स भले ही सामान्य लगें, लेकिन स्ट्राइक रेट में सब पर भारी

मैक्सवेल ने 149 वनडे मैचों में 33.81 की औसत से 3990 रन बनाए और 77 विकेट लिए। हालांकि उनकी सबसे बड़ी खासियत थी उनका विस्फोटक अंदाज – 126.70 का स्ट्राइक रेट, जो एंड्रे रसेल के बाद ODI इतिहास का दूसरा सर्वश्रेष्ठ है। 2000 से अधिक रन बनाने वाले बल्लेबाजों में यह सर्वश्रेष्ठ स्ट्राइक रेट है। 2023 विश्व कप में अफगानिस्तान के खिलाफ 201* रन की पारी ने उन्हें अमर बना दिया। यह न केवल ऑस्ट्रेलिया की ओर से पहला दोहरा शतक था, बल्कि किसी भी बल्लेबाज द्वारा रन चेज़ में बनाया गया पहला दोहरा शतक भी था – और वो भी नंबर 6 पर आकर, जब ऑस्ट्रेलिया 91/7 के संकट में था।

करियर की कुछ और शानदार पारियां

2023 वर्ल्ड कप में नीदरलैंड्स के खिलाफ मात्र 40 गेंदों में शतक – वर्ल्ड कप इतिहास का सबसे तेज़ शतक।

2015 वर्ल्ड कप में श्रीलंका के खिलाफ 51 गेंदों में शतक – वर्ल्ड कप का चौथा सबसे तेज़ शतक।

2020 इंग्लैंड दौरा – मैनचेस्टर में इंग्लैंड के खिलाफ 73/5 से पीछा करते हुए एलेक्स कैरी के साथ 212 रनों की साझेदारी कर मैच जिताया।

2015 वर्ल्ड कप क्वार्टर फाइनल में पाकिस्तान के खिलाफ नाबाद 44 रन और दो विकेट।

2023 वर्ल्ड कप फाइनल में रोहित शर्मा का अहम विकेट लेकर ऑस्ट्रेलिया की जीत की नींव रखी।

2014 पाकिस्तान के खिलाफ मैच में अंतिम ओवर में डबल विकेट मेडन कर सिर्फ दो रन डिफेंड किए।

ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट ने जताया आभार

ऑस्ट्रेलिया के मुख्य चयनकर्ता जॉर्ज बेली ने कहा, “ग्लेन वनडे इतिहास के सबसे डाइनामिक खिलाड़ियों में से एक रहे हैं। उनका बैटिंग टैलेंट, गेंदबाज़ी में योगदान और फील्डिंग में ऊर्जा अतुलनीय रही है।”

क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के सीईओ टॉड ग्रीनबर्ग ने कहा, “ग्लेन की विस्फोटक बल्लेबाज़ी ने दुनिया भर के दर्शकों का दिल जीता। कई बच्चों ने उन्हें देखकर बल्ला उठाया। ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट उनके योगदान के लिए हमेशा आभारी रहेगा।”

अब टी20 में नजरें और यूएसए की लीग पर फोकस

मैक्सवेल फिलहाल आईपीएल में चोटिल होकर बाहर हुए थे, लेकिन जल्द ही अमेरिका में होने वाली मेजर लीग क्रिकेट के लिए फिट हो सकते हैं। ऑस्ट्रेलिया की टी20 टीम भी जुलाई में कैरेबियाई दौरे पर जाएगी, जिसमें उनके शामिल होने की संभावना है।

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अब आईपीएल 2025 को मिलेगा नया चैंपियन, आरसीबी से होगा खिताबी मुकाबला

अहमदाबाद, 2 जून (हि.स.)। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल 2025) को एक नया विजेता मिलने जा रहा है। दूसरे क्वालिफायर में पंजाब किंग्स ने मुंबई इंडियंस को 5 विकेट से हराकर 11 साल बाद फाइनल में जगह बना ली है। बारिश से प्रभावित इस मुकाबले में कप्तान श्रेयस अय्यर ने नाबाद 87 रन की विस्फोटक पारी खेलते हुए टीम को 201 से ज्यादा रन के लक्ष्य तक पहुंचाया। इसके साथ ही अय्यर तीन अलग-अलग फ्रेंचाइज़ियों को आईपीएल फाइनल में पहुंचाने वाले पहले कप्तान बन गए हैं।

मुंबई ने रखा था 204 रनों का विशाल लक्ष्य

बारिश की वजह से थोड़ी देर से शुरू हुए इस मुकाबले में मुंबई इंडियंस ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 203/6 रन बनाए। सुर्यकुमार यादव (44), तिलक वर्मा (44) और नामन धीर (37) ने अहम पारियां खेलीं। मुंबई ने पावरप्ले में 65 रन बनाए, लेकिन मिडल ओवर्स में सुर्यकुमार और तिलक वर्मा ने पारी को संभाला। आखिरी पांच ओवरों में कोई छक्का नहीं लगा, फिर भी टीम ने 200 का आंकड़ा पार कर लिया।

बुमराह के खिलाफ 20 रन लेकर पंजाब ने पकड़ी लय

पंजाब की शुरुआत भी तेज रही। जोश इंग्लिस ने जसप्रीत बुमराह के एक ओवर में 20 रन ठोक दिए और पावरप्ले में टीम ने 64 रन बना लिए। मिडल ओवर्स में नेहाल वढेरा (48) और श्रेयस अय्यर ने पारी को संभाला। श्रेयस ने रीस टॉप्ली और ट्रेंट बोल्ट के ओवरों में ताबड़तोड़ रन बटोरे, जिससे मैच पंजाब के पक्ष में झुक गया।

श्रेयस अय्यर की कप्तानी और बल्लेबाज़ी ने किया कमाल

अंत के ओवर्स में अय्यर ने अपना गियर बदला और चार छक्के जड़कर 19वें ओवर में ही मैच खत्म कर दिया। उन्होंने 41 गेंदों में 87 रनों की नाबाद पारी खेली, जिसमें 6 छक्के और 4 चौके शामिल रहे। इस शानदार जीत के साथ पंजाब ने पहली बार 200 से ज्यादा रन के लक्ष्य का पीछा कर मुंबई को हराया।

क्या है आगे?

अब मंगलवार को आईपीएल 2025 का फाइनल खेला जाएगा, जिसमें रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर और पंजाब किंग्स की टीमें आमने-सामने होंगी। दोनों टीमों ने आज तक एक भी खिताब नहीं जीता है, ऐसे में इस बार लीग को एक नया विजेता मिलेगा।

संक्षिप्त स्कोरकार्ड

मुंबई इंडियंस – 203/6 (20 ओवर)

तिलक वर्मा 44, सुर्यकुमार यादव 44, नामन धीर 37

आजमतुल्लाह ओमरजई 2/43..।

पंजाब किंग्स – 207/5 (19 ओवर)

श्रेयस अय्यर 87*, नेहाल वढेरा 48

हार्दिक पांड्या 1/19…।

नतीजा: पंजाब किंग्स ने 5 विकेट से जीत दर्ज की

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नई दिल्ली, 30 मई (हि.स.)। डिफरेंटली एबल्ड क्रिकेट काउंसिल ऑफ इंडिया (डीसीसीआई) ने इंग्लैंड में जून और जुलाई 2025 में होने वाली सात मैचों की टी20 श्रृंखला के लिए भारतीय पुरुष मिक्स्ड डिसएबिलिटी टीम की घोषणा कर दी है।

पहला मुकाबला 21 जून 2025 को टॉनटन में खेला जाएगा

मिक्स्ड डिसएबिलिटी वाइटैलिटी टी20 सीरीज़ का पहला मुकाबला 21 जून 2025 को टॉनटन में खेला जाएगा। इसके बाद दूसरा मुकाबला 23 जून को वॉर्म्सली में शुरू होगा। सीरीज़ का समापन 3 जुलाई को ब्रिस्टल में सातवें टी20 मैच के साथ होगा। टीम की कप्तानी अपने क्रिकेट अनुभव, अनुशासन और कुशल नेतृत्व क्षमता के लिए प्रख्यात रविंद्र गोपीनाथ शांते को दी गई है।

रविकांत चौहान ने कहा,“यह सीरीज़ संभावनाओं की नई परिभाषा है

टीम की घोषणा पर खुशी जाहिर करते हुए डीसीसीआई के महासचिव रविकांत चौहान ने कहा,“यह सीरीज़ संभावनाओं की नई परिभाषा है, जो डिसएबिलिटी क्रिकेट में नए आयाम स्थापित करेगी। लॉर्ड्स को क्रिकेट का मक्का कहा जाता है और हर क्रिकेटर यहां खेलने के सपने देखता है। हमारे खिलाड़ियों के लिए भी यह इतिहास और गर्व का प्रतीक है। हमें उम्मीद है कि बीसीसीआई हमारी टीम को भी उसी तरह समर्थन देगा जैसे ईसीबी अपनी पैन डिसएबिलिटी टीम को देता आया है।”

संयुक्त सचिव अभय प्रताप सिंह ने कहा, “यह सिर्फ एक टीम या प्रतियोगिता नहीं है, बल्कि खुद को साबित करने का महामंच है।यह डिसेबल खिलाड़ियों का सीधा संदेश है कि समावेशन, दृढ़ संकल्प और एकता क्या हासिल कर सकती है।”

पूर्व राजस्थान रणजी कप्तान व टीम के मुख्य कोच रोहित झलानी ने कहा, “यह टीम किसी भी एलीट स्क्वॉड की तरह प्रतिस्पर्धा करती है। इनका समर्पण और जुनून देखने लायक है, मुझे विश्वास है कि यह टीम अंतरराष्ट्रीय स्तर के लिए पूरी तरह से तैयार है।”

7 से 14 जून तक जयपुर में एक राष्ट्रीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन भी किया जा रहा है

इंग्लैंड दौरे की तैयारी के लिए 7 से 14 जून तक जयपुर में एक राष्ट्रीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन भी किया जा रहा है, जिसमें शारीरिक फिटनेस, रणनीति और टीम तालमेल पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। यह श्रृंखला भारत की पैन-डिसएबिलिटी क्रिकेट टीम का अंतरराष्ट्रीय मंच पर ऐतिहासिक डेब्यू है। इसमें शारीरिक, बधिर और बौद्धिक अक्षमता वाले खिलाड़ी एक साथ शामिल हैं, जो भारत की समावेशी खेल भावना को दर्शाते हैं। यह दौरा इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) के सहयोग से आयोजित किया गया है और वैश्विक खेल जगत में उपस्थित दर्ज कराने का एक महत्वपूर्ण कदम है।

 

1 जुलाई को ब्रिस्टल में छठा टी20 मुकाबला

खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए कुछ मैच इंग्लैंड के मुख्य क्रिकेट कैलेंडर के प्रमुख मुकाबलों के साथ डबल हेडर के रूप में भी खेले जाएंगे। 1 जुलाई को ब्रिस्टल में छठा टी20 मुकाबला इंग्लैंड महिला बनाम भारत महिला अंतरराष्ट्रीय मैच के साथ खेला जाएगा, जिसका सीधा प्रसारण स्काई स्पोर्ट्स पर किया जाएगा।

भारतीय टीम-रविंद्र गोपीनाथ साने (कप्तान) (पीडी), वीरेंद्र सिंह (उप-कप्तान)(बधिर), राधिका प्रसाद (पीडी), राजेश इरप्पा कन्नूर (पीडी), योगेन्द्र सिंह (विकेटकीपर), नरेंद्र मंगोरे (पीडी), विक्रांत रविंद्र केनी (पीडी)
साई आकाश (बधिर), उमर अशरफ (बधिर), संजू शर्मा (बधिर), अभिषेक सिंह (बधिर), विवेक कुमार (बधिर), विकास गणेशकुमार (आईडी), प्रवीण नैलवाल (आईडी), ऋषभ जैन (आईडी), तरुण (आईडी)

रिज़र्व खिलाड़ी: माजिद मैगर (पीडी), कुलदीप सिंह (बधिर), कृष्णा गौड़ा (बधिर), जितेंद्र नागराजू (पीडी)।

मिक्स्ड डिसएबिलिटी वाइटैलिटी टी20 सीरीज़ का कार्यक्रम

पहला मुकाबला शनिवार, 21 जून, टॉनटन, शाम 6:30 बजे

दूसरा मुकाबला सोमवार, 23 जून, वॉर्म्सली, शाम 5:00 बजे

तीसरा मुकाबला बुधवार, 25 जून, लॉर्ड्स, दोपहर 3:30 बजे

चौथा मुकाबला शुक्रवार, 27 जून, वॉर्सेस्टर, शाम 5:00 बजे

पांचवां मुकाबला रविवार, 29 जून, वॉर्सेस्टर, दोपहर 2:30 बजे

छठा मुकाबला मंगलवार, 1 जुलाई, ब्रिस्टल, दोपहर 2:00 बजे (डबल हेडर)

सातवां मुकाबला गुरुवार, 3 जुलाई, ब्रिस्टल, शाम 6:30 बजे

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Sports: गुमी (दक्षिण कोरिया), 30 मई (हि.स.)। एशियन एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2025 में भारत ने तीसरे दिन गुरुवार को दमदार प्रदर्शन करते हुए पदक तालिका में दूसरा स्थान हासिल कर लिया। अविनाश साबले, ज्योति याराजी और महिलाओं की 4×400 मीटर रिले टीम की स्वर्णिम जीत ने भारत को यह बड़ी उपलब्धि दिलाई।

तीन गोल्ड से बदली तस्वीर, जापान को छोड़ा पीछे

तीसरे दिन भारत ने तीन गोल्ड मेडल जीतकर पदक तालिका में बड़ा उलटफेर कर दिया। अविनाश साबले ने पुरुषों की 3000 मीटर स्टीपलचेज़ में अपनी श्रेष्ठता साबित की, वहीं ज्योति याराजी ने महिलाओं की 100 मीटर बाधा दौड़ में शानदार फिनिश करते हुए गोल्ड अपने नाम किया। इसके अलावा, महिलाओं की 4×400 मीटर रिले टीम ने देश को तीसरा स्वर्ण पदक दिलाकर सभी को गर्व से भर दिया।

चीन शीर्ष पर, भारत ने बनाई कड़ी चुनौती

अब तक के आंकड़ों के अनुसार चीन 21 पदकों (12 स्वर्ण, 6 रजत, 3 कांस्य) के साथ पदक तालिका में पहले स्थान पर बना हुआ है। भारत 5 स्वर्ण, 6 रजत और 3 कांस्य पदकों के साथ कुल 14 मेडल जीतकर दूसरे स्थान पर पहुंच गया है। जापान भी चीन जितने ही (21) पदक जीत चुका है, लेकिन उसके पास केवल 4 स्वर्ण हैं, इसी वजह से वह तीसरे स्थान पर है।

कतर और ईरान भी दौड़ में शामिल

चौथे स्थान पर कतर है, जिसने अब तक 2 स्वर्ण और 1 कांस्य पदक अपने नाम किए हैं। ईरान 2 स्वर्ण पदकों के साथ पांचवें स्थान पर है, हालांकि उसके खाते में अभी तक कोई रजत या कांस्य पदक नहीं आया।

 

अब सबकी निगाहें 31 मई पर

एशियन एथलेटिक्स चैंपियनशिप का समापन 31 मई को होगा और उम्मीद की जा रही है कि भारत अपनी पदकों की संख्या में और इज़ाफा कर सकेगा। मौजूदा प्रदर्शन ने यह साबित कर दिया है कि भारतीय एथलीट अब एशिया में शीर्ष स्थान के लिए सशक्त दावेदार बन चुके हैं।

 

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बिहार खेल विश्वविद्यालय का राजगीर में शैक्षणिक सत्र प्रारम्भ

नालंदा,बिहारशरीफ:  नालंदा जिलान्तर्गत पयर्टक स्थल राजगीर में आज मंगलवार को बिहार खेल विश्वविद्यालय के कुलपति ने राजगीर में विश्वविद्यालय की प्रथम विवरणिका का लोकार्पण किया । इस विवरणिका के माध्यम से विद्यार्थियों अभिभावकों एवं प्रशिक्षकों को आगामी शैक्षणिक सत्र 2025-26 में उपलब्ध पाठ्यक्रमों, खेल प्रशिक्षण कार्यक्रमों, प्रवेश प्रक्रियाओं एवं छात्र सुविधाओं की विस्तृत जानकारी प्रदान की गई है।

विदित हो कि जुलाई 2025 से प्रारम्भ होने वाले अकादमिक सत्र के दौरान विश्वविद्यालय द्वारा दो पाठ्यक्रम प्रारम्भ किया जाना है जिसमें मुख्यत:खेल प्रशिक्षण में स्नातकोत्तर डिप्लोमा : 20 सीट, (एथलेटिक्स)खेल प्रशिक्षण में स्नातकोत्तर डिप्लोमा : 20 सीट (क्रिकेट), बिहार सरकार के नियमानुसार नामांकन में आरक्षण भी देय होगा। प्रवेश के लिए मेरिट सूची अर्हक परीक्षा में प्राप्त अंक और खेल उपलब्धियों के आधार पर तैयार की जाएगी, जिसका अनुपात विश्वविद्यालय की नामांकन कमेटी द्वारा तय किया जाएगा।

विस्तृत नामांकन कार्यक्रम की तिथी प्रारम्भ कर दी गयी है, जिसमें पंजीकरण प्रारंभ एवं ऑनलाइन आवेदन पत्र जमा करना :- 28 मई 202 ऑनलाइन आवेदन पत्र जमा करने की अंतिम तिथि:-15 जून 2025 शारीरिक फिटनेस परीक्षण के लिए इंटीमेशन स्लिप जारी करना:-03 जुलाई 2025 तक है। वहीं शारीरिक फिटनेस और खेल दक्षता परीक्षण:-10-11 जुलाई 2025परिणाम घोषणा और प्रथम चयन सूची का प्रकाशन:-17 जुलाई 2025 को की जायेगी।साथ ही दस्तावेज़ सत्यापन और मेडिकल फिटनेस टेस्ट के लिए उपस्थित होने की तिथि:-24 जुलाई 2025 रखा गया है। वहीं नामांकन और शुल्क भुगतान की तिथि:-26-27 जुलाई 2025 तक जारी की गयी है। बिहार खेल विश्वविद्यालय में नामांकित विद्यार्थियों के लिए उन्मुखीकरण कार्यक्रम:-28 जुलाई ।नियमित कक्षाओं का प्रारंभ:-28 जुलाई द्वितीय चयन सूची का प्रकाशन:-29 जुलाई का तिथी जारी की गयी है

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नई दिल्ली, 26 मई (हि.स.)। अर्जेंटीना के रोसारियो में खेले जा रहे चार देशों के फ्रेंडली हॉकी टूर्नामेंट में भारतीय जूनियर महिला हॉकी टीम ने अपने दूसरे मुकाबले में उरुग्वे को 3-2 से हराकर शानदार जीत दर्ज की। भारत के लिए सोनम (21वें मिनट) और कनिका सिवाच (46वें मिनट, 50वें मिनट) ने अहम गोल किए, जबकि उरुग्वे की ओर से मिलाग्रोस सिगल (3वें मिनट) और अगस्टिना मारी (24वें मिनट) ने गोल दागे।

मैच की शुरुआत में ही उरुग्वे ने आक्रामक खेल दिखाया

मैच की शुरुआत में ही उरुग्वे ने आक्रामक खेल दिखाया और तीसरे मिनट में मिलाग्रोस सिगल ने पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदलकर अपनी टीम को शुरुआती बढ़त दिला दी। दूसरे क्वार्टर में भारत ने वापसी की और 21वें मिनट में सोनम ने पेनल्टी कॉर्नर के जरिए बराबरी का गोल किया। हालांकि, महज तीन मिनट बाद उरुग्वे ने एक बार फिर बढ़त हासिल कर ली जब अगस्टिना मारी ने भी पेनल्टी कॉर्नर से गोल दागा।

कनिका सिवाच ने जोरदार प्रदर्शन करते हुए भारत की वापसी कराई

तीसरे क्वार्टर तक स्कोर 2-1 रहा, लेकिन अंतिम चरण में कनिका सिवाच ने जोरदार प्रदर्शन करते हुए भारत की वापसी कराई। उन्होंने पहले 46वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर से गोल किया, और फिर 50वें मिनट में एक शानदार फील्ड गोल के जरिए भारत को निर्णायक बढ़त दिला दी।

अब भारत का अगला मुकाबला 28 मई (भारतीय समयानुसार) को मेजबान अर्जेंटीना से होगा।

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गुवाहाटी, 26 मई (हि.स.)। भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच एवं पूर्व भारतीय क्रिकेटर गौतम गंभीर ने आज सुबह गुवाहाटी में मां कामाख्या से आशीर्वाद लिया। पूर्व भारतीय क्रिकेटर कड़ी सुरक्षा के बीच कामाख्या मंदिर पहुंचे।

 

गौतम गंभीर ने कड़ी सुरक्षा के बीच मां कामाख्या का आशीर्वाद लिया

उल्लेखनीय है कि गौतम गंभीर एक दिवसीय दौरे के तहत आज गुवाहाटी पहुंचे। गौतम गंभीर ने कड़ी सुरक्षा के बीच मां कामाख्या का आशीर्वाद लिया। गौतम गंभीर लोकप्रिय गोपीनाथ बोरदोलोई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से सीधे कामाख्या मंदिर पहुंचे। भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच ने पूजा-अर्चना करने के बाद मां कामाख्या धाम से गुवाहाटी के होटल रेडिसन ब्लू के लिए रवाना हुए। मिली जानकारी के अनुसार गौतम गंभीर आज दोपहर 1 बजे दिल्ली के लिए उड़ान भरेंगे। बताया गया है कि उनका अन्य कोई कार्यक्रम गुवाहाटी में नहीं है। सिर्फ मां कामाख्या का आशीर्वाद लेने के लिए ही वे यहां पहुंचे थे।

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पेरिस, 26 मई (हि.स.)। 14 बार के फ्रेंच ओपन चैंपियन और पूर्व स्पेनिश टेनिस स्टार राफेल नडाल को रविवार को रोलां गैरोस कॉम्प्लेक्स के कोर्ट फिलिप शात्रिए पर आयोजित एक विशेष समारोह में भावभीनी विदाई दी गई। 38 वर्षीय नडाल ने पिछले साल नवंबर में टेनिस से संन्यास लिया था और इस अवसर पर हजारों दर्शकों ने खड़े होकर उन्हें सम्मान दिया।


20 साल के सफर पर नडाल हुए भावुक

समारोह के दौरान नडाल ने जब अपने करियर की झलकियों का वीडियो देखा तो वे बेहद भावुक हो गए।

उन्होंने कहा,“मुझे नहीं पता कहां से शुरू करूं… मैं पिछले 20 सालों से इस कोर्ट पर खेलता आया हूं। मैंने यहां दर्द भी सहा है, जीत का स्वाद भी चखा है, और हार भी देखी है। इस कोर्ट पर मेरे जीवन की सबसे गहरी भावनाएं जुड़ी हैं।”

दर्शकों ने अलग-अलग रंग की टी-शर्ट पहनकर ‘14 RG, Rafa’ का अद्भुत नजारा पेश किया, जो नडाल को उनके 14 फ्रेंच ओपन खिताबों के लिए सम्मान देने का तरीका था। पूरा स्टेडियम तालियों और जयकारों से गूंज उठा।

परिवार और दिग्गज खिलाड़ियों की मौजूदगी में हुआ सम्मान

समारोह में नडाल के परिवार के सभी सदस्य मौजूद थे—उनके चाचा और पूर्व कोच टोनी नडाल, पिता सेबास्टियन नडाल, मां एना मारिया परेरा, पत्नी मारिया फ्रांसिस्का पेरेलो, बहन मारिया इसाबेल और बेटे राफा जूनियर ने इस ऐतिहासिक पल को साझा किया।

इसके अलावा मौजूदा फ्रेंच ओपन महिला चैंपियन पोलैंड की इगा स्विएतेक, पुरुष चैंपियन स्पेन के कार्लोस अल्कराज और उनके कोच जुआन कार्लोस फेरेरो भी समारोह में शामिल हुए। ये दोनों खिलाड़ी सोमवार से अपने खिताब की रक्षा शुरू करेंगे।

‘बिग फोर’ ने एक बार फिर मंच साझा किया

नडाल के सबसे बड़े प्रतिद्वंद्वी रहे रोजर फेडरर, नोवाक जोकोविच और एंडी मरे भी इस समारोह में विशेष रूप से शामिल हुए। चारों दिग्गजों को एक साथ देखकर दर्शकों की आंखें नम हो गईं। नडाल ने कहा, “इतने सालों की लड़ाई के बाद आज यह सब देखना बहुत भावुक कर देने वाला है। वक्त सब कुछ बदल देता है।”

फेडरर और जोकोविच दोनों ने नडाल को गले लगाया। खास बात यह रही कि तीन साल पहले नडाल ने फेडरर के विदाई मैच में उनके साथ जोड़ी बनाकर खेला था, जिसकी एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी जिसमें दोनों दिग्गज हाथ पकड़े भावुक नजर आए थे।

एक युग का अंत

नडाल, जोकोविच, फेडरर और मरे—इन ‘बिग फोर’ ने पिछले दो दशकों में टेनिस को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया। नडाल 22 बार, फेडरर 20 बार, जोकोविच 24 बार और मरे 3 बार ग्रैंड स्लैम जीत चुके हैं।

रोलां गैरोस की यह विदाई सिर्फ एक खिलाड़ी के लिए नहीं, बल्कि एक स्वर्णिम युग को अलविदा कहने जैसा रहा।

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