– स्वदेशी रेडियो फ्रीक्वेंसी सीकर से लैस मिसाइल ने दोनों हवाई लक्ष्यों पर सटीक निशाना साधा

नई दिल्ली, 11 जुलाई (हि.स.)। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) और भारतीय वायु सेना ने शुक्रवार को ओडिशा के तट पर सुखोई लड़ाकू विमान से दृश्य सीमा से परे हवा से हवा में मार करने वाली स्वदेशी मिसाइल ‘अस्त्र’ के दो सफल उड़ान परीक्षण किए। स्वदेशी रेडियो फ्रीक्वेंसी सीकर से लैस मिसाइल ने परीक्षणों के दौरान विभिन्न दूरी के उच्च गति वाले मानव रहित दोनों हवाई लक्ष्यों पर सटीक निशाना साधा।

डीआरडीओ​ के अनुसार परीक्षणों के दौरान​ रेडियो फ्रीक्वेंसी सहित सभी उप-प्रणालियों ने अपेक्षा के अनुरूप प्रदर्शन ​किये।​ इसे डीआरडीओ ने स्वदेशी रूप से डिजाइन और विकसित किया है। चांदीपुर​ के एकीकृत परीक्षण रेंज​ में तैनात रेंज ट्रैकिंग उपकरणों ​ने उड़ान डेटा के माध्यम से अस्त्र हथियार प्रणाली के प्रदर्शन की पुष्टि की। इन सफल उड़ान परीक्षणों ने स्वदेशी सीकर के साथ अस्त्र हथियार प्रणाली की सटीकता और विश्वसनीय प्रदर्शन को पुनः स्थापित किया है।​ ​

हवा से हवा में मार करने वाली अस्त्र मिसाइल की मारक क्षमता 100 किलोमीटर से अधिक है और यह अत्याधुनिक मार्गदर्शन एवं नेविगेशन प्रणाली से सुसज्जित है।

डीआरडीओ की विभिन्न प्रयोगशालाओं के अलावा हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड सहित 50 से अधिक सार्वजनिक और निजी उद्योगों ने इस हथियार प्रणाली के सफल निर्माण में योगदान दिया है।​

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रेडियो फ्रीक्वेंसी​ सीकर के डिजाइन और विकास में शामिल डीआरडीओ, भारतीय वायु​ सेना और उद्योग जगत की सराहना की और कहा कि स्वदेशी सीकर युक्त मिसाइल का सफल परीक्षण महत्वपूर्ण रक्षा प्रौद्योगिकी में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।​ रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग के सचिव और डीआरडीओ के अध्यक्ष डॉ. समीर वी. कामत ने सफल उड़ान परीक्षण के दौरान शामिल सभी टीमों को बधाई दी।

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New Delhi, 11 जुलाई (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से विभिन्न सरकारी विभागों और संगठनों में नियुक्त हुए युवाओं को 51 हजार से अधिक नियुक्ति पत्र वितरित करेंगे। इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी इन युवाओं को संबोधित भी करेंगे।

16वां रोजगार मेला देशभर के 47 स्थानों पर आयोजित किया जाएगा

प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने आज एक बयान में कहा कि इस बार 16वां रोजगार मेला देशभर के 47 स्थानों पर आयोजित किया जाएगा। इन मेलों के माध्यम से चयनित युवा देश के विभिन्न हिस्सों से आए हैं और वे जल्द ही अपने-अपने मंत्रालयों और विभागों में कार्यभार संभालेंगे।

अब तक देशभर में आयोजित रोजगार मेलों के माध्यम से 10 लाख से अधिक नियुक्ति पत्र वितरित किए जा चुके हैं

यह नियुक्तियां केंद्र सरकार के विभिन्न मंत्रालयों और विभागों में की जा रही हैं, जिनमें रेल मंत्रालय, गृह मंत्रालय, डाक विभाग, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, वित्तीय सेवाएं विभाग, श्रम एवं रोजगार मंत्रालय सहित अन्य विभाग शामिल हैं। रोजगार मेला प्रधानमंत्री मोदी की युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने की प्रतिबद्धता का हिस्सा है। यह पहल युवाओं को सशक्त बनाने और राष्ट्र निर्माण में उनकी भागीदारी सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। अब तक देशभर में आयोजित रोजगार मेलों के माध्यम से 10 लाख से अधिक नियुक्ति पत्र वितरित किए जा चुके हैं।

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-सीमांचल जिलों में आधार सेचुरेशन का आंकड़ा 126 प्रतिशत पहुंचा

पटना, 10 जुलाई (हि.स.)। बिहार में जारी मतदाता सूची पुनरीक्षण (एसआईआर) कार्य के बाद इसके साथ जरुरी कागजात लगाने और इसे जमा करने की होड़ सी मची हुई है। चुनाव आयोग ने इसके लिए 25 जुलाई की समय सीमा भी तय कर दी है। इस एसआईआर कार्य के दौरान बिहार के मुस्लिम बाहुल सीमांचल के जिलों में चौकाने वाले आधार संतृप्ति (आधार सेचुरेशन) के आंकड़े सामने आये हैं। यहां पर सेचुरेशन का यह आंकड़ा 120 से 126 फीसदी तक पहुंच गया है।इस बाबत चुनाव आयोग ने कहा है कि आधार कार्ड को नागरिकता का सबूत नहीं माना जाएगा। यही नही बीते सप्ताह मुख्य चुनाव आयोग ने विपक्षी दलों को इस संबंध में निर्देश भी दिया था।

बिहार के किशनगंज, अररिया, कटिहार और पूर्णिया में आधार सेचुरेशन के ताजा आंकड़ों ने राजनीतिक गलियारों और सुरक्षा एजेंसियों को सोचने पर मजबूर कर दिया है। जहां राज्य में इन चार जिलों को छोड़कर औसत सेचुरेशन लगभग 94 प्रतिशत है, वहीं मुस्लिम बहुल सीमांचल जिलों में यह आंकड़ा 126 प्रतिशत तक पहुंच गया है। यह स्थिति न केवल विसंगति की ओर इशारा करती है, बल्कि संभावित डुप्लिकेट या फर्जी पहचान पत्रों की आशंका भी खड़ी करती है।

किशनगंज में मुस्लिम आबादी 68 प्रतिशत है, जबकि आधार सेचुरेशन 126 प्रतिशत, कटिहार में मुस्लिम आबादी 44 प्रतिशत आधार सेचुरेशन 123 प्रतिशत, अररिया मुस्लिम आबादी 43 प्रतिशत आधार सेचुरेशन 123 प्रतिशत और पूर्णिया में मुस्लिम आबादी 38 प्रतिशत तथा आधार सेचुरेशन 121 प्रतिशत है।

विश्वस्त सूत्रों ने बताया कि इन आंकड़ों के अनुसार हर 100 व्यक्तियों पर 120 से अधिक आधार कार्ड दर्ज हैं। यह स्थिति आधार की मूलभूत नीति-एक व्यक्ति, एक पहचान-पर सवाल खड़े करती है।

इसका सीधा मतलब यह है कि इन जिलों में वास्तविक जनसंख्या से कहीं अधिक आधार कार्ड बनाए गए हैं। आधार सेचुरेशन का तात्पर्य यह है कि किसी क्षेत्र की कुल जनसंख्या की तुलना में कितने प्रतिशत लोगों ने आधार बनवा लिया है। सामान्यतः यह आंकड़ा 100 प्रतिशत के आसपास होना चाहिए, लेकिन जब यह 100 फीसदी से अधिक हो जाता है, तो सवाल उठना स्वाभाविक है।

बिहार के सीमांचल जिलों का यह यह डेटा गंभीर सवालों को खड़ा कर रहा है।

सूत्रों का कहना है कि क्या यह अवैध घुसपैठ का संकेत है? पूर्वोत्तर सीमाओं से सटे इन जिलों में बांग्लादेशी नागरिकों की घुसपैठ की आशंकाएं पहले से ही जताई जाती रही हैं। इतनी अधिक संख्या में अतिरिक्त आधार कार्डों का जारी होना इन संदेहों को मजबूत करता है। बिना दस्तावेजों के विदेशी नागरिकों को यदि अवैध रूप से आधार कार्ड दिए गए हैं, तो यह न सिर्फ चुनावी प्रक्रिया बल्कि सरकारी योजनाओं के दुरुपयोग का भी बड़ा खतरा है। सरकार और एजेंसियां इस विसंगति के पीछे संभावित कारणों की जांच कर रही हैं। हालांकि अभी तक इन आरोपों के लिए कोई ठोस सरकारी प्रमाण नहीं आया है, लेकिन संदेह की सुई सीमांचल की भौगोलिक स्थिति की ओर भी इशारा करती है।

बिहार में इस मुद्दे को लेकर राजनीतिक उबाल चरम पर है। राजद और कांग्रेस ने आधार कार्ड को मतदाता सूची से जोड़ने की प्रक्रिया का विरोध किया है। तेजस्वी यादव ने चुनाव आयोग की विशेष गहन पुनरीक्षण प्रक्रिया के खिलाफ बिहार बंद भी बीते बुधवार को बुलाया था। आज सुप्रीम कोर्ट में इस मुद्दे पर सुनवाई भी है। विपक्ष का तर्क है कि आधार नागरिकता का प्रमाण नहीं है, इसलिए इसके आधार पर किसी को मतदाता सूची से बाहर करना संवैधानिक उल्लंघन है।

भाजपा का आरोप-

भाजपा कोटे से बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने इस बाबत बातचीत में कहा कि विपक्ष अवैध घुसपैठियों को मतदाता बनाने की योजना पर काम कर रहा है। सीमांचल में बढ़ा हुआ आधार सेचुरेशन चुनावी हेरफेर का संकेत है। उन्होंने कहा कि यह बिहार सहित पूरे सीमांचल क्षेत्र की डेमोग्राफी बदलने की साजिश है।

आधार कार्ड नागरिकता का सबूत नहीं : चुनाव आयोग

दूसरी ओर चुनाव आयोग ने साफ किया है कि आधार कार्ड को नागरिकता का सबूत नहीं माना जाएगा। बिहार में चल रहे एसआईआर अभियान के तहत आधार, जन्म प्रमाणपत्र या डोमिसाइल सर्टिफिकेट मांगे जा रहे हैं। यह मुद्दा केवल डेटा का नहीं, राष्ट्रीय सुरक्षा, चुनाव की पारदर्शिता और नागरिक अधिकारों से जुड़ा है। एक ओर, सरकार को फर्जी पहचान को रोकना जरूरी है। दूसरी ओर, असली नागरिकों को अधिकार से वंचित न किया जाए, इसकी भी गारंटी जरूरी है।

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झज्जर, 10 जुलाई (हि.स.)। जिले में गुरुवार को भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। भूकंप आया तो तमाम लोग अलर्ट हो गए। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 4.1 रही। भूकंप का केंद्र झज्जर से करीब 10 किलोमीटर दूर गांव गिरावड़ के पास रहा।

झज्जर, बहादुरगढ़, बेरी, साहलावास और बादली समेत जिले के तमाम क्षेत्रों में गुरुवार सुबह नौ बजकर चार मिनट पर भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (एनसीएस) के अनुसार, भूकंप का केंद्र झज्जर से 10 किलोमीटर उत्तर में गांव गिरावड़ से 4 किलोमीटर दूर था।भूकंप के झटके आए तो तमाम लोगों को महसूस हुए। सुमन विलाज, झज्जर की निवासी भारती खुराना ने बताया कि जिस भूकंप आया उसे वक्त वह अपने राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय झज्जर में क्लासरूम में थी। उनकी कुर्सी एकदम से हिलने लगी। क्लास में बैठे स्कूल के वरिष्ठ विद्यार्थियों ने भी भूकंप महसूस किया और शोर मचाने लगे सभी ने एक साथ कहा हालन आ गया। कुछ विद्यार्थियों ने अचानक उठकर बाहर जाने की भी सोची, लेकिन कमरे से बाहर कोई नहीं निकला।

बहादुरगढ़ के आर्य नगर की गली नंबर-6 में रहने वाली संतोष ने बताया कि वह अपने घर के ड्राइंग रूम में सोफा पर बैठकर टीवी पर बारिश की खबरें देख रही थी कि तेज भूकंप आया। भूकंप के झटके महसूस होते-होते उन्होंने घर में शोर मचाया। उसे समय उनके घर के आगे से एक ट्रैक्टर ट्राली जा रहा था इसलिए उनके पति को एक बार तो भूकंप आने का भरोसा नहीं हुआ लेकिन कुछ ही सेकंड के बाद टीवी चैनलों पर भूकंप आने की खबर ब्रेक होने लगी। तब जाकर उनके पति ने भूकंप आने की बात स्वीकार की। संतोष ने बताया कि वह सोफा पर बैठी थी तो भूकंप आते ही पूरा सोफा गड़गड़ की आवाज करते हुए हिलने लगा।

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New Delhi, 05 जुलाई (हि.स)। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने शनिवार को कहा कि भारत किसी समय-सीमा के दबाव में नहीं रहता और हमेशा मजबूती से अपनी बात रखता है। उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) सरकार के कार्यकाल में कांग्रेस ने ऐसे समझौतों पर बातचीत की और उन्हें मंजूरी दी जो देशहित में नहीं थे।

”भारत समय सीमा के तहत बातचीत नहीं करता: पीयूष गोयल 

पीयूष गोयल ने यहां संवाददाताओं से बातचीत के दौरान कहा, ”भारत समय सीमा के तहत बातचीत नहीं करता। हम राष्ट्रीय हित को ध्यान में रखते हुए वार्ता करते हैं। दुनिया भर में हमारे सभी जुड़ावों में राष्ट्रीय हित सर्वोपरि है।” केंद्रीय वाणिज्य मंत्री ने कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी की ओर से भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता पर दिए गए बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए यह बात कही।

यह यूपीए शासन वाला भारत नहीं है, जो राष्ट्र हित के बिना वार्ता के लिए भीख मांगता था: पीयूष गोयल 

गोयल ने संवाददाताओं के पूछे गए सवाल पर कहा कि यह यूपीए शासन वाला भारत नहीं है, जो राष्ट्र हित के बिना वार्ता के लिए भीख मांगता था। उन्होंने दावा किया कि राहुल गांधी को कोई गंभीरता से नहीं लेता। उन्होंने भारत के लोगों का विश्वास खो दिया है, लोगों ने बार-बार कांग्रेस को नकार दिया। आज तक वे देश के विकास के लिए सकारात्मक एजेंडा नहीं बना पाए हैं। उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी की सरकार में भारत ने मॉरिशस, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), ऑस्ट्रेलिया और चार देशों के ईएफटीए समूह (स्विट्जरलैंड, नॉर्वे, आइसलैंड और लिकटेंस्टीन) और हाल ही में ब्रिटेन के साथ मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) पर हस्ताक्षर किए हैं।

इससे पहले पीयूष गोयल ने शुक्रवार को कहा कि भारत और चार देशों के यूरोपीय ब्लॉक ईएफटीए के बीच मुक्त व्यापार समझौता अगले कुछ महीनों में लागू होने की संभावना है।

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New Delhi, 05 जुलाई (हि.स)। भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी के छोटे भाई नेहल मोदी को अमेरिका में गिरफ्तार किया गया है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने उसके प्रत्यर्पण का अनुरोध किया था। इन अनुरोध के बाद उसे अमेरिका में गिरफ्तार किया गया। नेहल मोदी पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) धोखाधड़ी मामले में वांछित है।

नेहल मोदी पर न्यूयॉर्क में 2.6 मिलियन डॉलर से अधिक की धोखाधड़ी का भी आरोप है

यूनाइटेड स्टेट्स डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी के भाई नेहल मोदी को 4 जुलाई को अमेरिकी अधिकारियों ने गिरफ्तार किया था। अमेरिकी न्याय विभाग ने उसकी गिरफ्तारी की पुष्टि की है। नेहल मोदी पर न्यूयॉर्क में 2.6 मिलियन डॉलर से अधिक की धोखाधड़ी का भी आरोप है। उसके प्रत्यर्पण कार्यवाही के लिए अगली सुनवाई की तारीख 17 जुलाई निर्धारित की गई है। अमेरिकी अभियोजन पक्ष की ओर से दर्ज शिकायत के मुताबिक नेहल मोदी की प्रत्यर्पण की कार्यवाही दो मामलों में की जा रही है। पहला मामला धनशोधन निवारण अधिनियम, 2002 (पीएमएलए) की धारा 3 के तहत मनी लॉन्ड्रिंग का है, जबकि दूसरा मामला भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 120-बी और 201 के तहत आपराधिक साजिश का है।

उल्‍लेखनीय है कि भगोड़े नीरव मोदी का छोटा भाई नेहल मोदी पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) धोखाधड़ी मामले में वांछित है। ईडी और सीबीआई की ओर से की गई जांच में नेहल मोदी को नीरव मोदी की आपराधिक आय को वैध बनाने के लिए काम करने वाला अहम शख्स पाया गया था, जो ब्रिटेन से प्रत्यर्पण का भी सामना कर रहा है।

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रामबन, 5 जुलाई (हि.स.)। शनिवार को रामबन जिले में तीन बसों की टक्कर में कम से कम छह अमरनाथ तीर्थयात्री मामूली रूप से घायल हो गए। ये बसें जम्मू के भगवती नगर से दक्षिण कश्मीर के पहलगाम बेस कैंप की ओर जा रहे काफिले का हिस्सा थीं।

अधिकारियों ने बताया कि दुर्घटना जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर चंद्रकूट के पास हुई। उन्होंने बताया कि दुर्घटना एक बस के ब्रेक फेल होने के कारण हुई जिसने बाद में दो अन्य वाहनों को टक्कर मार दी। घायलों को तुरंत चिकित्सा सहायता दी गई। अधिकारियों ने बताया कि क्षतिग्रस्त बसों को बदलने के बाद काफिला अपने गंतव्य के लिए रवाना हो गया। इसी बीच आज सुबह 6,979 तीर्थयात्रियों का चौथा जत्था भगवती नगर बेस कैंप से कश्मीर घाटी की ओर रवाना हुआ था।

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New Delhi, 5 जुलाई (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अर्जेंटीना की राजधानी ब्यूनस आयर्स पहुंचे हैं, जहां उनका भव्य स्वागत किया गया। यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री की 57 वर्षों में अर्जेंटीना की पहली द्विपक्षीय यात्रा है, जो दोनों देशों के संबंधों में एक नए युग की शुरुआत मानी जा रही है।

अर्जेंटीना के साथ संबंधों को और मजबूत करने के उद्देश्य से ब्यूनस आयर्स पहुंचा हूं: प्रधानमंत्री मोदी

प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स पर जानकारी देते हुए लिखा, “अर्जेंटीना के साथ संबंधों को और मजबूत करने के उद्देश्य से ब्यूनस आयर्स पहुंचा हूं। राष्ट्रपति जेवियर मिलेई से मुलाकात और विस्तृत चर्चा का इंतजार है। सांस्कृतिक जुड़ाव में दूरी कभी बाधा नहीं बनती!”

हवाई अड्डे पर उन्हें औपचारिक स्वागत दिया गया। उनके होटल पहुंचने पर अर्जेंटीना में बसे भारतीय समुदाय ने प्रधानमंत्री का जोरदार अभिनंदन किया। इस पर उन्होंने कहा, “हजारों किलोमीटर दूर, यहां भारतीय समुदाय के माध्यम से भारत की आत्मा को महसूस करना अत्यंत भावुक कर देने वाला अनुभव है।”

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने इसे दोनों देशों के बीच “स्थायी मित्रता का उत्सव” मनाने का अवसर बताया। प्रधानमंत्री की इस यात्रा के दौरान व्यापार, निवेश, ऊर्जा सहयोग, संस्कृति, विज्ञान और तकनीक जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने को लेकर उच्चस्तरीय वार्ताएं होने की संभावना है।

उल्लेखनीय है कि भारत और अर्जेंटीना के संबंध ऐतिहासिक और बहुआयामी रहे हैं, लेकिन यह यात्रा द्विपक्षीय संवाद को एक नई गति देने वाली मानी जा रही है। दोनों देशों के नेताओं के बीच प्रस्तावित बातचीत से रणनीतिक साझेदारी को नई दिशा मिलने की उम्मीद जताई जा रही है।

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जम्मू, 5 जुलाई (हि.स.)। भारी बारिश के बावजूद 6,979 तीर्थयात्रियों का एक नया जत्था श्री अमरनाथ यात्रा के लिए शनिवार तड़के जम्मू के भगवती नगर आधार शिविर से रवाना हुआ।

अधिकारियों ने जानकारी दी कि अनंतनाग जिले के पहलगाम और गांदरबल जिले के बालटाल में दोहरे रास्तों से 38 दिवसीय वार्षिक यात्रा शुरू होने के बाद से लगभग 30,000 तीर्थयात्री श्री अमरनाथ की पवित्र गुफा में प्राकृतिक रूप से बर्फ से बने भगवान शिव के दर्शन कर चुके हैं।

अधिकारियों ने बताया कि 6,979 तीर्थयात्रियों का चौथा जत्था जिसमें 5,196 पुरुष, 1,427 महिलाएं, 24 बच्चे, 331 साधु और साध्वी तथा एक ट्रांसजेंडर शामिल हैं, कड़ी सुरक्षा के बीच दो अलग-अलग काफिलों में तड़के 3.30 बजे से 4.05 बजे के बीच भगवती नगर आधार शिविर से रवाना हुआ। उन्होंने बताया कि 4,226 तीर्थयात्री 161 वाहनों में सवार होकर 48 किलोमीटर लंबे पारंपरिक पहलगाम मार्ग से नुनवान आधार शिविर के लिए रवाना हुए, जबकि 2,753 तीर्थयात्री 151 वाहनों में सवार होकर 14 किलोमीटर लंबे-छोटे, लेकिन अधिक ढलान वाले बालटाल मार्ग की ओर गए।

बुधवार को जब उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने जम्मू से यात्रा को हरी झंडी दिखाई थी तब से अब तक कुल 24,528 तीर्थयात्री जम्मू आधार शिविर से घाटी के लिए रवाना हो चुके हैं।

यात्रा कड़ी सुरक्षा के बीच सामान्य रूप से जारी है। भगवती नगर आधार शिविर को बहुस्तरीय सुरक्षा घेरे में रखा गया है। अब तक 3.5 लाख से अधिक लोगों ने तीर्थयात्रा के लिए ऑनलाइन पंजीकरण कराया है। जम्मू भर में 34 आवास केंद्र स्थापित किए गए हैं और तीर्थयात्रियों को रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (आरएफआईडी) टैग जारी किए जा रहे हैं। तीर्थयात्रियों के मौके पर पंजीकरण के लिए बारह काउंटर स्थापित किए गए हैं।

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पहलगाम, 4 जुलाई (हि.स.)। अमरनाथ यात्रा के लिए शुक्रवार सुबह पहलगाम से श्रद्धालुओं का दूसरा जत्था रवाना हुआ। श्रद्धालुओं ने इंतजामों की सराहना की और कहा कि डरने की कोई बात नहीं है। तीर्थयात्री मनोज सिंह ने कहा कि मैं नोएडा से हूं और हम 13 लोगों का समूह हैं। यह मेरा पहला मौका है। मैं बहुत उत्साहित हूं। इंतजाम बहुत अच्छे हैं। डरने की कोई बात नहीं है। श्रद्धालु दिशा चावड़ा ने कहा कि वह देश में शांति के लिए प्रार्थना करेंगी।

इस बीच तीर्थयात्रियों के पहले जत्थे ने पवित्र अमरनाथ गुफा में पहुंचकर भजन गाए और भगवान शिव की आरती की। पहले जत्थे ने गुरुवार सुबह बालटाल बेस कैंप से अमरनाथ की पवित्र गुफा की ओर अपनी यात्रा शुरू की थी। केंद्रीय मंत्री शोभा करंदलाजे भी तीर्थयात्रियों के इस जत्थे का हिस्सा थीं। अप्रैल 2025 में पहलगाम आतंकी हमले के बाद अमरनाथ यात्रा के लिए पूरे जम्मू क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था बेहद कड़ी कर दी गई है।

सीआरपीएफ, सेना और पुलिस समेत 50,000 से अधिक जवानों को तैनात किया गया है, साथ ही मार्ग पर सीसीटीवी, ड्रोन, जैमर और चेहरे की पहचान तकनीक के जरिए लगातार निगरानी की जा रही है। तीर्थयात्रा के दौरान अधिकतम सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मेडिकल टीमों, एयर एंबुलेंस और आपातकालीन निकासी योजनाओं के लिए उचित व्यवस्था की गई है। गुरुवार को शुरू हुई अमरनाथ यात्रा बालटाल और पहलगाम मार्गों से संचालित की जा रही है। जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग अमरनाथ की पवित्र गुफा की ओर जाने वाले हजारों तीर्थयात्रियों के लिए एक प्रमुख मार्ग है।

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गुवाहाटी, 3 जुलाई (हि.स.)। गुवाहाटी पुलिस ने कामाख्या मंदिर को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणियों के मामले में मृतक राजा रघुवंशी की बहन श्रृष्टि रघुवंशी और एक टीवी एंकर को नया समन जारी किया है। पहले जारी नोटिस के बावजूद दोनों आरोपित पूछताछ के लिए पुलिस के समक्ष उपस्थित नहीं हुए थे।

यह मामला क्राइम ब्रांच में केस संख्या 04/2025 के तहत दर्ज किया गया है, जिसमें भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) 2023 की धारा 196(2)/299/302 के अंतर्गत कार्रवाई की जा रही है। आरोप है कि एक टीवी इंटरव्यू के दौरान श्रृष्टि रघुवंशी की ओर से कामाख्या देवी मंदिर के संबंध में भ्रामक और अपमानजनक बयान दिए गए थे।

संयुक्त पुलिस आयुक्त अंकुर जैन के अनुसार, जांच अधिकारी ने 13 जून को बीएनएसएस की धारा 35(3) के तहत नोटिस भेजा था, जिसमें 23 और 24 जून को क्राइम ब्रांच थाना में उपस्थित होने को कहा गया था। लेकिन एफआईआर में नामित न्यूज़ चैनल की एंकर और इंदौर निवासी श्रृष्टि रघुवंशी अब तक जांच अधिकारी के समक्ष उपस्थित नहीं हुए हैं।

दरअसल, यह विवाद तब शुरू हुआ जब प्रसारित इंटरव्यू में एंकर ने कथित रूप से मां कामाख्या मंदिर को लेकर “असत्यापित और अत्यधिक आपत्तिजनक” बयान दिए। जबकि श्रृष्टि रघुवंशी ने एंकर के इन बयानों का समर्थन किया। इन टिप्पणियों से धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं और समाज में शांति व सांप्रदायिक सौहार्द बिगड़ने की आशंका है। दोनों के बयान असम के हिंदू समुदाय की आस्था के प्रतीक मां कामाख्या मंदिर के खिलाफ हैं, जिससे लोगों की धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं।

बहरहाल, पहले समन की अवहेलना के बाद पुलिस अब कानूनी रूप से और सख्त विकल्पों पर विचार कर रही है। फिलहाल मामले की जांच जारी है।

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नई दिल्ली, 3 जुलाई (हि.स.)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की वार्षिक अखिल भारतीय प्रांत प्रचारक बैठक 4 से 6 जुलाई तक दिल्ली के केशवकुंज स्थित संघ कार्यालय में आयोजित की जाएगी। इस बैठक में संघ के कुल 233 पदाधिकारी शामिल होंगे। इसमें प्रांत प्रचारक, सह प्रांत प्रचारक, क्षेत्र प्रचारक और विविध संगठनों के अखिल भारतीय संगठन मंत्री भाग लेंगे।

संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने गुरुवार को केशवकुंज में पत्रकार वार्ता में बताया कि इस बैठक में संगठनात्मक समीक्षा, आगामी योजनाओं तथा संघ के शताब्दी वर्ष (2025-26) की व्यापक तैयारियों पर विशेष चर्चा की जाएगी। यह शताब्दी वर्ष आगामी विजयादशमी (2 अक्टूबर 2025) से प्रारंभ होकर विजयादशमी 2026 तक चलेगा। बैठक में सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत, सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले, सह सरकार्यवाह डॉ. कृष्णगोपाल, सी.आर. मुकुंद, अरुण कुमार, रामदत्त, आलोक कुमार और अतुल लिमये सहित सभी विभाग प्रमुख एवं कार्यकारिणी सदस्य उपस्थित रहेंगे। साथ ही संघ प्रेरित 32 संगठनों के अखिल भारतीय संगठन मंत्री भी भाग लेंगे।

आंबेकर ने बताया कि इस वर्ष मार्च से जून के बीच “ज्वाइन आरएसएस” के माध्यम से 28,571 नए लोग संपर्क में आए हैं। इसके अतिरिक्त देशभर में 100 प्रशिक्षण वर्ग आयोजित किए गए, जिनमें अधिकतर युवा स्वयंसेवक शामिल थे।

संघ के शताब्दी वर्ष के तहत देशभर में खंड, बस्ती और मंडल स्तर पर हिंदू सम्मेलन, सामाजिक सद्भाव बैठकें, नागरिक गोष्ठियां और विशेष संवाद कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। विजयादशमी 2025 को नागपुर में मुख्य कार्यक्रम होगा, जिसमें सरसंघचालक स्वयं उपस्थित रहेंगे।

संघ स्वयंसेवकों द्वारा 20 दिन का गृह संपर्क अभियान भी चलाया जाएगा, जिसमें वे घर-घर जाकर साहित्य सामग्री के माध्यम से संवाद करेंगे। यह अभियान नवंबर के बाद शुरू होगा। वहीं शताब्दी वर्ष में सरसंघचालक के प्रवास को लेकर उन्होंने कहा कि 2018 में दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित कार्यक्रम की तर्ज पर सरसंघचालक का 4 महानगरों में विशेष संवाद कार्यक्रम होगा। इसमें दिल्ली, बेंगलुरु, मुंबई और कोलकाता शामिल हैं। इसमें समाज के प्रमुख लोगों को भी आमंत्रित किया जाएगा।

संघ की इस बैठक को संगठनात्मक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि इसमें अगले वर्ष की दिशा, कार्यक्रम और समाज में प्रभावी पहुंच सुनिश्चित करने की रणनीति तय की जाएगी। संवाददाता सम्मेलन में अखिल भारतीय सह प्रचार प्रमुख नरेन्द्र ठाकुर और प्रदीप जोशी भी उपस्थित थे।

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