Shillong, 25 जून (हि.स.)। मेघालय पुलिस ने राजा रघुवंशी हत्याकांड की जांच में बड़ी कार्रवाई करते हुए इंदौर निवासी लोकेंद्र सिंह तोमर को तीन दिन की ट्रांजिट रिमांड पर लिया है। तोमर वही व्यक्ति हैं जिनके इंदौर स्थित फ्लैट में राजा की पत्नी सोनम रघुवंशी ने हत्या के बाद शरण ली थी।

तोमर को जिला न्यायालय में पेश किया गया

सोमवार को ग्वालियर के गांधी नगर इलाके से गिरफ्तार किए गए तोमर को मोहनापुर थाने में रातभर रखा गया। इसके बाद मंगलवार सुबह उन्हें मेघालय पुलिस को सौंप दिया गया। मोहनापुर थाना प्रभारी राशिद खान ने बताया कि तोमर को जिला न्यायालय में पेश किया गया, जहां से आज उन्हें 72 घंटे की पुलिस रिमांड में भेज दिया गया।

सिएम पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि तोमर की इस मामले में तलाश थी

पुलिस के अनुसार, तोमर पर हत्या से जुड़े अहम सबूतों को छिपाने और नष्ट करने में मदद करने का आरोप है। ईस्ट खासी हिल्स के पुलिस अधीक्षक वी. सिएम पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि तोमर की इस मामले में तलाश थी।

“मैं इन आरोपों से वाकिफ हूं, लेकिन मैंने सिर्फ अपना फ्लैट किराए पर दिया था” – तोमर

हालांकि, तोमर ने सभी आरोपों से इनकार किया है। पुलिस के साथ जाते समय उन्होंने मीडिया से कहा, “मैं इन आरोपों से वाकिफ हूं, लेकिन मैंने सिर्फ अपना फ्लैट किराए पर दिया था। मेरा इस मामले से कोई संबंध नहीं है। जिस बैग की बात हो रही है, वह मेरे पास नहीं था। मुझसे सिर्फ जेम्स बात करता था।”

जांच एजेंसियों का मानना है कि सोनम ने हत्या के बाद एक संदिग्ध बॉक्स तोमर के फ्लैट में छिपाया था

जांच एजेंसियों का मानना है कि सोनम ने हत्या के बाद एक संदिग्ध बॉक्स तोमर के फ्लैट में छिपाया था। इससे पहले विशेष जांच दल (एसआईटी) ने देवास से प्रॉपर्टी डीलर सिलोम जेम्स और अशोक नगर से सुरक्षा गार्ड बल्ला अहिरवार को गिरफ्तार किया था। दोनों पर सोनम की फरारी में मदद करने का संदेह है।

उल्लेखनीय है कि राजा रघुवंशी और सोनम की शादी 11 मई को इंदौर में हुई थी। दोनों 20 मई को हनीमून मनाने मेघालय पहुंचे थे और 23 मई को सोहरा में लापता हो गए। राजा का सड़ा-गला शव 2 जून को एक जलप्रपात के पास खाई में मिला था। पुलिस की जांच में यह खुलासा हुआ कि सोनम ने अपने प्रेमी राज कुशवाहा के साथ मिलकर राजा की हत्या की साजिश रची थी। हत्या के बाद वह असम, पश्चिम बंगाल, बिहार होते हुए उत्तर प्रदेश पहुंची और अंततः 8 जून को गाज़ीपुर में आत्मसमर्पण किया। अब तक इस केस में सोनम, राज कुशवाहा, तीन शूटर सहित कुल आठ लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। तोमर की गिरफ्तारी के साथ पुलिस अब साजिश की पूरी परतें खोलने की कोशिश कर रही है।

9 जून (हि.स.)। मध्य प्रदेश के इंदौर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी की हनीमून यात्रा के दाैरान मेघालय के शिलांग में हुई हत्या मामले में उसकी लापता पत्नी साेनम काे गाजीपुर पुलिस ने हिरासत में लिया है। पुलिस ने साेनम काे वनस्टाॅप सेंटर में रखा गया है। स्थानीय पुलिस साेनम काे मेघालय पुलिस काे साैंपने के मेघालय पुलिस का इंतजार कर रही है।

शिलांग में पति राजा रघुवंशी की हत्या के बाद उसकी लापता पत्नी सोनम रघुवंशी

इस मामले में यूपी के कानून एवं व्यवस्था अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) अमिताभ यश ने साेमवार काे एक बयान जारी कर बताया कि शिलांग में पति राजा रघुवंशी की हत्या के बाद उसकी लापता पत्नी सोनम रघुवंशी बीती रात गाजीपुर जनपद के नंदगंज थाना क्षेत्र स्थित एक ढाबे से बदहवास स्थिति में मिली है। उन्हाेंने बताया कि उक्त ढाबे से सुबह तीन बजे साेनम ने अपने परिजनाें को फोन कर बताया कि वह वाराणसी-गाजीपुर मुख्य मार्ग पर स्थानीय काशी ढाबा पर मौजूद है। इसके बाद ​परिजनाें ने मध्य प्रदेश पुलिस को इसकी जानकारी दी। मध्य प्रदेश पुलिस ने गाजीपुर पुलिस से सम्पर्क किया। गाजीपुर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर सोनम को हिरासत में लिया और अस्पताल ले जाकर उसक शारीरिक परीक्षण कराया। इसके बाद साेनम काे वन स्टॉप सेंटर भेजा दिया। एडीजी ने बताया कि जांच के लिए मेघालय पुलिस इंदौर में थी। वह सोनम को लेने के लिए गाजीपुर पहुंची रही है। कानूनी प्रक्रिया के तहत साेमन काे मेघालय पुलिस के सुपुर्द कर दिया जाएगा। यूपी पुलिस ने कोई भी पूछताछ सोनम से नहीं की है। क्याेंकि यह काम मेघालय पुलिस का है।

साेनम को अस्पताल ले जाकर मेडिकल कराने के बाद उसे वन स्टॉप सेंटर भेज दिया है

इसी बीच गाजीपुर के पुलिस अधीक्षक ई रजा ने बताया है कि मध्य प्रदेश पुलिस की सूचना के बाद गाजीपुर जिले के नंदगंज थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर सोनम को हिरासम में लिया है। साेनम का अस्पताल ले जाकर मेडिकल कराने के बाद उसे वन स्टॉप सेंटर भेज दिया है। इस संबंध में जो भी कार्रवाई होगी। वह मेघालय पुलिस करेगी। सोनम को लेने के लिए मेघालय की पुलिस आ रही है।

रघुवंशी की हनीमून यात्रा के बाद मेघालय के शिलांग में हुई थी हत्या

दरअसल, गाजीपुर पुलिस के मुताबिक इंदौर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी की हनीमून यात्रा के बाद मेघालय के शिलांग में हुई हत्या के बाद से पत्नी सोनम रघुवंशी लापता चल रही थी। ​रविवार रात गाजीपुर जनपद के नंदगंज थाना क्षेत्र स्थित काशी ढाबे से सोनम ने स्वयं सूचना अपने घरवालाें को दी थी। ​

शिलांग, 9 जून (हि.स.)। इंदौर के राजा रघुवंशी की रहस्यमय मौत के मामले में नया मोड़ आया है, जिसमें पांच व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है। इसमें राजा की पत्नी सोनम भी शामिल है, जो घटना के बाद से लापता थी। उल्लेखनीय है कि राजा रघुवंशी और सोनम के हनीमून के दौरान गायब हो जाने और फिर राजा रघुवंशी की लाश मिलने की घटना की देश भर में चर्चा है।

पांच लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया

सोमवार को संवाददाता सम्मेलन में मेघालय के ईस्ट खासी हिल्स जिले के पुलिस अधीक्षक विवेक स्येम ने पुष्टि की है कि पहले आरोपित के रूप में 19 वर्षीय आकाश राजपूत, जो ललितपुर का निवासी है, को गिरफ्तार किया गया। इसके बाद 22 वर्षीय विशाल सिंह चौहान और 21 वर्षीय राज सिंह कुशवाहा को भी हिरासत में लिया गया, ये दोनों इंदौर के ही निवासी हैं। इस बीच रविवार-सोमवार की आधी रात को सोनम रघुवंशी भी उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले के एक ढाबे से बदहवास अवस्था में हिरासत में ली गई। ढाबे के मालिक ने बताया कि सोनम की मानसिक अवस्था ठीक नहीं लग रही थी। उसने वहां बैठे एक परिवार से मदद मांगी, न मिलने पर वह मेरे पास आई और मुझसे फोन मांग कर अपने भाई को फोन किया। उधर से आवाज आने के बाद वह रोने लगी तब मुझे माजरा समझ और और मैंने ही पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद पुलिस करीब तीन बजे उसे मेरे ढाबे से ले गई। ढाबे के मालिक के अनुसार सोनम ने रोते हुए अपने भाई से फोन पर कहा था कि वह और उसके पति शिलांग घूमने गए थे, जहां हमारे साथ लूट हुई और राजा रघुवंशी को मार दिया गया। मेरा सोना लूट लिया। मैं बेहोश हो गई और यहां कैसे पहुंची पता नहीं।

पिता का कहना है कि शिलांग पुलिस कुछ छिपा रही है

वहीं इंदौर में सोनम रघुवंशी के पिता का भी कहना है कि शिलांग पुलिस कुछ छिपा रही है और जांच की दिशा भटका रही है। वे बार बार सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि शिलांग पुलिस उनके राज्य में हुई लूट और हत्या की वारदात को सोनम के राज कुशवाहा से दोस्ती से जोड़कर गलत दिशा में जांच ले जा रही है।

प्रारंभिक जांच में पता चला है कि हत्या में राज कुशवाहा का हाथ था

जबकि शिलांग के एसपी स्येम के अनुसार, यह अपराध 23 मई को हुआ था, जिसके बाद इंदौर से पकड़े गए आरोपित शिलांग से फरार हो गए थे। प्रारंभ में पुलिस इसे लापता होने का मामला मान रही थी, लेकिन 2 जून को राजा की लाश मिलने के बाद इसे हत्या का मामला समझा गया। इसके बाद विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया, जिसने सात दिनों के भीतर महत्वपूर्ण साक्ष्य जुटाए और संदिग्धों की पहचान की। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि हत्या में राज कुशवाहा का हाथ था और सोनम भी इसमें शामिल थी। एसपी स्येम ने बताया कि सोनम और अन्य आरोपित पुलिस की कार्रवाई बढ़ने के बाद भूमिगत हो गए थे, जिसके बाद ही उसकी अचानक उपस्थिति सामने आई। पुलिस का मानना है कि सभी आरोपितों की गिरफ्तारी के बाद हत्या के पीछे के कारण और घटनाओं की पूरी श्रृंखला स्पष्ट हो जाएगी।

दो सवालों के जवाब अभी भी लोगों के सामने आने हैं। पहला तो यही कि अगर राजा रघुवंशी को सोनम पसंद नहीं था तो वह शादी से इंकार कर सकती थी या शादी के बाद भी रिश्ता तोड़ सकती थी। शादी के समय बेहद खुश दिख रही सोनम आखिर अपने पति की हत्या क्यो करवाएगी। और दूसरा सवाल कि यदि उसे इंदौर के अपने दोस्त से मिलकर ही हत्या की साजिश रचनी थी तो वह उसे करीब 2200 किलोमीटर दूर शिलांग लेकर क्यों गई?