काठमांडू, 08 मई (हि.स.)। नेपाल से रक्सौल बॉर्डर के रास्ते भारत में अवैध रूप से घुसपैठ करते चीन के संदिग्ध चार नागरिक को एसएसबी ने नेपाल- भारत मैत्री ब्रिज से गिरफ्तार कर लिया। इममें एक महिला भी है। वह बार- बार अपना बयान बदल रही है।

एसएसबी के अनुसार, चीन की महिला खुद को कभी नेपाल तो कभी चीन का नागरिक बता रही है। वह हिंदी , नेपाली , अंग्रेजी और चीनी भाषा फर्राटेदार बोल रही है। जांच अधिकारियों ने बताया कि इस महिला के पास मिले कागजों में पाकिस्तान के मोबाइल नंबर मिले हैं। इस महिला का सबंध पाकिस्तान भी हो सकता है। वह वहां के किसी व्यक्ति के संपर्क में है।

एसएसबी के अनुसार, तीनों पुरुष चीनी नागरिक पिछले एक हफ्ते से काठमाडू में रह रहे थे और रक्सौल बॉर्डर से भारत में घुसपैठ करना चाहते थे। इस काम में उनकी मदद यह चीनी महिला कर रही थी। चारों से पूछताछ जारी है।

ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत-नेपाल के रक्सौल बॉर्डर पर एसएसबी को हाई अलर्ट पर रखा गया है। यहां से गुजरने वाले सभी लोगों की गहन जांच की जा रही है। भारत मे प्रवेश करने वाले लोगो का पहचान पत्र देख कर ही प्रवेश की अनुमति दी जा रही है।

– लाहौर से रावलपिंडी तक 15 शहरों को इजराइली ड्रोनों से निशाना बनाया

नई दिल्ली, 08 मई (हि.स.)। ऑपरेशन ‘सिंदूर’ में नौ आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किये जाने के बावजूद पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। नियंत्रण रेखा पर गोलाबारी करके सीमावर्ती भारतीय इलाकों को निशाना बनाए जाने के साथ पाकिस्तानी सेना ने बुधवार की रात भारतीय ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की, जिसे सतर्क भारतीय बलों ने नाकाम कर दिया। जवाब में भारत ने आज सुबह लाहौर से रावलपिंडी तक 15 पाकिस्तानी शहरों को इजराइली ड्रोनों से निशाना बनाया। इस दौरान भारत ने कई स्थानों पर एयर डिफेंस रडार और सिस्टम को लक्ष्य पर रखकर लाहौर में एयर डिफेंस सिस्टम को तबाह कर दिया।

भारत ने पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए 26 सैलानियों में विधवा हुई महिलाओं की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए मंगलवार की आधी रात को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया। भारत ने बिना सीमा पार किए हैमर, स्कल्प मिसाइलों से पाकिस्तान और पीओके के नौ आतंकी शिविरों पर हमला करके जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिद्दीन के ठिकानों को तबाह कर दिया। इसके बाद पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर भारी गोलाबारी शुरू कर दी है। भारतीय सेना ने एलओसी पर पाकिस्तानी गोलीबारी का सटीक जवाब दिया है। इसके बावजूद पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है।

पाकिस्तानी गोलीबारी के कारण पुंछ सेक्टर में सीमावर्ती गांवों के सोलह भारतीय निर्दोष लोगों की जान चली गई है, जिनमें तीन महिलाएं और पांच बच्चे शामिल हैं। यहां भी भारत को पाकिस्तान की ओर से मोर्टार और आर्टिलरी की गोलीबारी को रोकने के लिए जवाबी कार्रवाई करनी पड़ी। इसके बावजूद पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा, बारामूला, उरी, पुंछ, मेंढर और राजौरी सेक्टरों में मोर्टार और भारी कैलिबर आर्टिलरी का इस्तेमाल करते हुए नियंत्रण रेखा पर अपनी अकारण गोलीबारी की तीव्रता बढ़ा दी है। भारत ने भी पाकिस्तान की ही तरह उसी तीव्रता से जवाब दिया है।

ऑपरेशन ‘सिंदूर’ पर प्रेस ब्रीफिंग के दौरान 07 मई को भारत ने अपनी प्रतिक्रिया में विशेष रूप से उल्लेख किया था कि पाकिस्तानी सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना नहीं बनाया गया था। यह भी दोहराया गया कि भारत में सैन्य ठिकानों पर किसी भी हमले का उचित जवाब दिया जाएगा। इसके बावजूद पाकिस्तान ने 07-08 मई की रात को ड्रोन और मिसाइलों का उपयोग करके अवंतीपुरा, श्रीनगर, जम्मू, पठानकोट, अमृतसर, कपूरथला, जालंधर, लुधियाना, आदमपुर, भठिंडा, चंडीगढ़, नल, फलोदी, उत्तरलाई और भुज सहित उत्तरी और पश्चिमी भारत में कई सैन्य ठिकानों पर हमला करने की कोशिश की।

भारत के रक्षा मंत्रालय ने पाकिस्तान की ओर से की गई इस हिमाकत की पुष्टि की गई है। साथ ही एक बयान में बताया गया है कि इन हमलों को एकीकृत काउंटर यूएएस ग्रिड और एयर डिफेंस सिस्टम के जरिए बेअसर कर दिया गया। इन हमलों के मलबे अब कई स्थानों से बरामद किए जा रहे हैं, जो पाकिस्तानी हमलों को साबित करते हैं। इसी के जवाब में भारत ने आज सुबह लाहौर से रावलपिंडी तक 15 पाकिस्तानी शहरों को इजराइली ड्रोनों से निशाना बनाया।

बयान में कहा गया है कि इस दौरान भारत ने कई स्थानों पर एयर डिफेंस रडार और सिस्टम को लक्ष्य पर रखकर लाहौर में एयर डिफेंस सिस्टम को तबाह कर दिया। पाकिस्तान वायु रक्षा इकाई के एचक्यू-9 मिसाइल लांचरों को भारी क्षति पहुंची है। एचक्यू-9 लाहौर के वाल्टन बेस पर तैनात है। बयान में यह भी कहा गया है कि भारतीय सशस्त्र बल संघर्ष को आगे न बढ़ाने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हैं, बशर्ते कि पाकिस्तानी सेना इसका सम्मान करे।

Chhapra:  छपरा जंक्शन पर RPF और GRP के द्वारा संयुक्त रूप से मॉक ड्रील किया गया।  जिस दौरान प्लेटफॉर्म नं 01, 02 व 03 पर संयुक्त गश्त की गई। पार्सल कार्यालय में चेकिंग किया गया।

सर्कुलेटिंग एरिया, वेटिंग हॉल आदि की चैकिंग की गयी। यात्रियों को जागरूक किया गया। संदिग्ध सामानों की चेकिंग की गयी तथा इसी दौरान गाड़ी संख्या 14650 शहीद एक्सप्रेस को चेक किया गया।

पटना, 8 मई (हि.स.)। ऑपरेशन सिंदूर के बाद पटना का जयप्रकाश नारायाण एयरपोर्ट भी हाई अलर्ट पर है। सुरक्षा के मद्देनजर इस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा से गुरुवार को उड़ान भरने वाली सात उड़ानों को रद्द कर दिया गया है। जिन उड़ानों को रद्द किया गया है, उनमें पटना से भुवनेश्वर, मुंबई, और चंडीगढ़ जाने वाली उड़ानों के साथ-साथ इन शहरों से पटना आने वाली उड़ानें शामिल हैं। उड़ाने के रद्द होने से यात्रियों को असुविधा का सामना करना पड़ा है। एयरलाइंस ने यात्रियों को सूचित कर वैकल्पिक व्यवस्था की जानकारी दी गयी।

ऑपरेशन सिंदूर के बाद उत्तरी और पश्चिमी भारत के 18 से अधिक हवाई अड्डों को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है। हालांकि, पटना एयरपोर्ट को बंद नहीं किया गया, लेकिन सुरक्षा कारणों और हवाई क्षेत्र में बदलावों के चलते उड़ानें प्रभावित हुईं हैं। इंडिगो और एयर इंडिया जैसी प्रमुख एयरलाइंस ने अपने शेड्यूल में बदलाव की घोषणा की है। यात्रियों को सलाह दी गई है कि वे एयरपोर्ट जाने से पहले अपनी उड़ान की स्थिति जांच लें।

इंडिगो ने कहा , “हवाई क्षेत्र की स्थिति के कारण उड़ानें रद्द की गई हैं। यात्री हमारी वेबसाइट पर रिफंड या रीशेड्यूलिंग का विकल्प चुन सकते हैं।” एयर इंडिया ने भी यात्रियों के लिए हेल्पलाइन नंबर 011-69329333 जारी किया है। एयरपोर्ट प्रबंधन ने यात्रियों से धैर्य रखने की अपील की है।

रद्द की गई उड़ानें इस प्रकार से हैं।

पटना-भुवनेश्वर, पटना-मुंबई, और पटना-चंडीगढ़ रूट की उड़ानें रद्द की गई है। साथ ही, इन शहरों से पटना आने वाली उड़ानें भी प्रभावित हुईं है।

नई दिल्ली, 8 मई (हि.स.)। केंद्र सरकार ने गुरुवार को सर्वदलीय बैठक में पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर भारत की सैन्य कार्रवाई के लिए चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर की सफलता और उसके बाद की स्थिति की जानकारी दी। बैठक में राजनीतिक दलों ने ऑपरेशन सिंदूर को लेकर एकजुटता दिखाई।

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में यह बैठक संसद भवन परिसर में करीब डेढ़ घंटे तक चली। इसमें विभिन्न दलों के नेताओं ने हिस्सा लिया। बैठक में सभी राजनीतिक दलों ने सेना की कार्रवाई की सराहना की और सरकार को पूरा समर्थन देने का आश्वासन दिया।

बैठक के बाद संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने बताया कि बैठक की शुरुआत में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर के बारे में सभी नेताओं को विस्तृत जानकारी दी। सैन्य कार्रवाई होने के कारण तकनीकी विवरण साझा नहीं किया गया। उन्होंने मौजूदा हालात और सरकार की मंशा से अवगत कराया। इसके बाद सभी नेताओं ने अपना और पार्टी का मत रखा और सुझाव भी दिए।

रिजिजू ने कहा कि सभी दलों ने गंभीरता और ज़िम्मेदारी से बात रखी। सभी ने माना कि ऐसे समय राजनीति से ऊपर उठकर राष्ट्रीय हित में सोचने की ज़रूरत है। नेताओं की एकता ही हमारी लोकतांत्रिक ताकत है। सभी ने सेना की सफलता पर गर्व जताया। बैठक में कई नेताओं की ओर से उपयोगी सुझाव भी आए। उन्होंने कहा कि चुनौतीपूर्ण समय में सभी राजनीतिक दलों ने परिपक्वता दिखाई है। सभी नेताओं ने एकमत होकर सेना के ऑपरेशन सिंदूर की कार्रवाई पर बधाई दी। सभी ने एकजुट होकर कहा है कि वे हर निर्णय में सरकार का साथ देंगे।

रिजिजू के मुताबिक, रक्षा मंत्री ने आज की बैठक में कहा कि आज की बैठक यह दर्शाती है कि हम केवल सरकार बनाने के लिए नहीं बल्कि देश बनाने के लिए राजनीति करते हैं। उन्होंने कहा कि यह एक परिपक्व लोकतंत्र है। यह झलकता है।

उल्लेखनीय है कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को आंतकवादियों ने 26 पर्यटकों कर हत्या कर दी थी। इस पर भारतीय सशस्त्र बलों ने पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए ऑपरेशन सिंदूर चलाकर पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर में नौ आतंकी शिविरों को नष्ट कर दिया।

पुंछ, 07 मई (हि.स.)। पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद भारत के कूटनीतिक दंडात्मक उपायों के बाद जम्मू -कश्मीर की सीमाओं पर पाकिस्तान लगातार संधर्ष विराम का उल्लंघन कर रहा है।

पहलगाम हमले के दूसरे दिन से पाकिस्तान की यह हरकत जारी है। जम्मू-कश्मीर की नियंत्रण रेखा के साथ सटे कईं इलाकों में पाकिस्तान की सेना ने रात को बिना उकसावे के अंधाधुंध गोलाबारी की। इसकी चपेट में आने से सात नागरिकों की मौत हो गई है, जबकि 50 से अधिक घायल हो गए।

अधिकारियों ने कहा कि बीती देर रात और आज सुबह पुंछ और मेंढर सेक्टरों में नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान ने भारी गोलाबारी की जिसकी चपेट में आने से सात लोगों की मौत हो गई और 38 लोग घायल हो गए। पाकिस्तानी गोलाबारी में मारे गए सात लोगों में से तीन लोगों की पहचान शाहीन नूर के बेटे मोहम्मद आदिल, अल्ताफ हुसैन के बेटे सलीम हुसैन और शालू सिंह की पत्नी रूबी कौर के रूप में हुई है।उन्होंने कहा कि उरी के सलामाबाद के नौपोरा और कलगे इलाकों में सीमा पार से की गई गोलाबारी में दस नागरिक घायल हो गए जबकि राजौरी में तीन नागरिक घायल हो गए हैं। घायलों को नजदीकी स्वास्थ्य सुविधाओं में ले जाया गया है। इस गोलाबारी में आवासीय संरचनाओं को नुकसान पहुंचा है और सीमावर्ती निवासियों में दहशत फैल गई है।

अधिकारियों ने बताया कि पाकिस्तान की सेना ने लगातार 13वें दिन नियंत्रण रेखा पर भारी मोर्टार दागे और गोलाबारी की। भारत और पाकिस्तान के बीच फरवरी 2021 के संघर्ष विराम समझौते के बाद से जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर यह पहली बड़ी नागरिक हताहत संख्या है। इस बीच लगातार गोलाबारी के कारण कई सीमावर्ती गांवों के निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित कर दिया गया है। 

भारतीय सेना के प्रवक्ता ने पुष्टि की कि सेना संघर्ष विराम उल्लंघन का आनुपातिक और संतुलित तरीके से जवाब दे रही है। अधिकारी ने कहा कि हमारे बल नागरिकों की सुरक्षा के लिए सभी आवश्यक कदम उठा रहे हैं और सीमा पार से होने वाली आक्रामकता का मुंहतोड़ जवाब दे रहे हैं।

पुंछ सेक्टर में नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है और सुरक्षा बल हाई अलर्ट पर हैं तथा स्थानीय प्रशासन प्रभावित लोगों की सहायता के लिए आपातकालीन सेवाएं जुटा रहा है।

नई दिल्ली, 07 मई (हि.स.)। पहलगाम आतंकी हमले के खिलाफ देश में उपजा गम और गुस्सा आज सुबह नए जज्बे के रूप में दिखा। पहलगाम हमले का बदला लेने के लिए पाकिस्तान के खिलाफ आधीरात बाद किए गए वायुसेना के ऑपरेशन सिंदूर को सुनकर लोगों के कलेजे को कुछ ठंडक पहुंचीं। हमले में अपने परिजनों को गंवानों वालों ने बदला लेने के लिए भारतीय सेना को सलाम करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार जताया।

इस हमले में जान गंवाने वाले करनाल (हरियाणा) के विनय नरवाल की मां आशा ने आंसू पोछते हुए कहा, ” प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने वादे को निभाया है। उन्होंने बदला ले लिया है। मैं उनके साथ हूं, जनता और हमारा पूरा परिवार उनके साथ है। सेना के जवानों को मैं संदेश देना चाहती हूं कि वो आगे बढ़ते रहें और ऐसे ही बदला लेते रहें, जिससे ऐसी घटना दोबारा न घटे।” पुणे की प्रगति जगदाले ने पहलगाम में अपने पति संतोष जगदाले को गंवाया है। उन्होंने कहा कि वह इसके लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार व्यक्त करती हैं। उन्होंने पाकिस्तान को यह दिखा दिया कि वह चुप बैठने वालों में से नहीं है। संतोष की बेटी असावरी जगदाले ने कहा, ”ऑपरेशन सिंदूर को सुनकर मैं बहुत रोई। मेरे आंसू आतंकी हमले में मारे गए लोगों के लिए सच्ची श्रद्धांजलि हैं।”

पहलगाम में पुणे के कौस्तुभ गणबोटे की भी कायर आतंकवादियों ने जान ली है। उनकी पत्नी संगीता गणबोटे ने ने कहा, ”भारत ने जो कार्रवाई की है वो एकदम सही है और ऑपरेशन का नाम सिंदूर देकर महिलाओं को सम्मान भी दिया है।” कौस्तुभ गणबोटे के बेटे कुणाल गणबोटे ने कहा, ” हमने जो बदला लिया है, वहएकदम सही है और यही होना चाहिए था। हम सभी इसी चीज की प्रतीक्षा कर रहे थे हम भारत सरकार से बहुत उम्मीद लगकर बैठे थे। सरकार के इस कदम से खुशी में आंखें नम हैं।”

इस आतंकी हमले में कानपुर के शुभम द्विवेदी के प्राण पखेरू भी उड़े हैं। उन्होंने अपना नाम न छापने का आग्रह करते हुए कहा कि वह प्रधानमंत्री मोदी का धन्यवाद करना चाहती हैं। उन्होंने मेरे पति की मौत का बदला लिया है। जिस तरह से उन्होंने पाकिस्तान को जवाब दिया, उसने हमारा भरोसा कायम रखा है। यह उनके पति को सच्ची श्रद्धांजलि है। शुभम द्विवेदी के पिता संजय द्विवेदी ने कहा कि वह लगातार खबरें देख रहे हैं। वह भारतीय सेना को सलाम करते हैं। उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार जताया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री और सेना ने देश की जनता का दर्द समझा। जब से हमने यह खबर सुनी है, पूरा परिवार कुछ हल्का महसूस कर रहा है।

– किसी भी पाकिस्तानी नागरिक, आर्थिक या सैन्य ठिकानों को निशाना नहीं बनाया गया

नई दिल्ली, 07 मई (हि.स.)। भारत ने पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए 26 सैलानियों में विधवा हुई महिलाओं की मांग से उजड़े सिंदूर को ध्यान में रखते हुए मंगलवार की आधी रात को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया। भारत ने बिना सीमा पार किए हैमर, स्कल्प और मिसाइलों से पाकिस्तान और पीओके के नौ आतंकी शिविरों पर हमला करके जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिद्दीन के ठिकानों को तबाह कर दिया। इसके बाद पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर भारी गोलाबारी शुरू कर दी है। भारतीय सेना ने एलओसी पर पाकिस्तानी गोलीबारी का सटीक जवाब दिया है।

भारत ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का मुंहतोड़ जवाब देते हुए मंगलवार को आधी रात के बाद पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में स्थित नौ आतंकी ठिकानों पर सटीक मिसाइल हमले किए हैं। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में नौ आतंकी ठिकानों पर भारतीय सेना और वायु सेना ने सटीक हमला करने वाले हथियारों का उपयोग करके एक संयुक्त अभियान चलाया। भारत ने बिना सीमा पार किए लड़ाकू विमान राफेल और सुखोई से हैमर, स्कल्प मिसाइलों से मुजफ्फराबाद, सियालकोट, कोटली, गुलपुर, भिन्वेर, मुरीदके, बहावलपुर में आतंकी शिविरों पर हमले किए।

जम्मू-कश्मीर में भारतीय सशस्त्र बलों ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी बुनियादी ढांचे पर हमला किया, जहां भारत के खिलाफ आतंकवादी हमलों की योजना बनाकर उन्हें अंजाम दिया जा रहा था। भारतीय सेना ने भारत में आतंकवादी गतिविधियों को प्रायोजित करने में भूमिका के लिए जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर के शीर्ष नेतृत्व को निशाना बनाने के इरादे से हमलों के लिए स्थान का चयन किया था। हमलों में तीनों सेनाओं, भारतीय सेना, नौसेना और वायु सेना की सटीक हमला करने वाली हथियार प्रणालियों का इस्तेमाल किया गया, जिसमें लोइटरिंग हथियार भी शामिल थे। यह हमले केवल भारतीय धरती से किए गए थे।

भारत की कार्रवाई केंद्रित और सटीक रही है। किसी भी पाकिस्तानी नागरिक, आर्थिक या सैन्य ठिकानों को निशाना नहीं बनाया गया। केवल ज्ञात आतंकी शिविरों को ही निशाना बनाया गया। हमलों के तुरंत बाद एनएसए अजीत डोभाल ने अमेरिकी एनएसए और विदेश मंत्री मार्को रुबियो से बात की और उन्हें की गई कार्रवाई के बारे में जानकारी दी। भारत के पास विश्वसनीय सुराग, तकनीकी जानकारी, जीवित बचे लोगों की गवाही और अन्य सबूत हैं, जो इस हमले में पाकिस्तान स्थित आतंकवादियों की स्पष्ट संलिप्तता की ओर इशारा करते हैं।

भारत की कार्रवाई में निशाना बनाए गए आतंकी ठिकानों में बहावलपुर स्थित जैश का मुख्यालय है, जो अंतरराष्ट्रीय सीमा से 100 किमी दूर है। इसी तरह मुरीदके में स्थित लश्कर का अड्डा है, जहां से मुंबई के 26/11 के आतंकी हमलों की योजना बनाकर अंजाम दिया गया था।भारत के हमले में तबाह हुए गुलपुर के आतंकी शिविर से पुंछ-राजौरी हमलों और जून, 2024 की बस पर हमले को अंजाम दिया गया था। पाकिस्तान अधिकृत जम्मू-कश्मीर के सवाई कैंप को सोनमर्ग, गुलमर्ग, पहलगाम हमलों की जड़ माना जा रहा था।

इसी तरह नष्ट किया गया बिलाल कैंप जैश का लॉन्चिंग पैड रहा है। कोटली कैंप में 50 आतंकियों की क्षमता थी, जो लश्कर बमर्स का अड्डा रहा है। तबाह हुआ बर्नाला कैंप राजौरी के सामने 10 किमी की दूरी पर था। सांबा-कठुआ के सामने जैश ठिकाना सरजल कैंप अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास था। नष्ट किया गया नवां आतंकी ठिकाना महमूना शिविर हिजबुल मुजाहिद्दीन का आतंकी कैंप है, जो अंतरराष्ट्रीय सीमा से 15 किमी. दूरी पर सियालकोट के पास स्थित है।

2,730 रुपये तक महंगा हुआ सोना, चांदी की कीमत में मामूली गिरावट

नई दिल्ली:  घरेलू सर्राफा बाजार में आज सोने की कीमत में जबरदस्त तेजी का रुख नजर आ रहा है। दूसरी ओर चांदी की कीमत में आज मामूली गिरावट दर्ज की गई है। सर्राफा बाजारों में सोना आज 2,500 रुपये से लेकर 2,730 रुपये प्रति 10 ग्राम तक महंगा हो गया है। कीमत में आई तेजी के कारण देश के ज्यादातर सर्राफा बाजारों में आज 24 कैरेट सोना 98,460 रुपये से लेकर 98,610 रुपये प्रति 10 ग्राम के दायरे में कारोबार कर रहा है। इसी तरह 22 कैरेट सोना आज 90,250 रुपये से लेकर 90,400 रुपये प्रति 10 ग्राम के बीच बिक रहा है। चांदी के भाव में आज गिरावट आने के कारण ये चमकीली धातु दिल्ली सर्राफा बाजार में 96,900 रुपये प्रति किलोग्राम के स्तर पर कारोबार कर रही है।

दिल्ली में 24 कैरेट सोना आज 98,610 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर कारोबार कर रहा है, जबकि 22 कैरेट सोने की कीमत 90,400 रुपये प्रति 10 ग्राम दर्ज की गई है। वहीं देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में 24 कैरेट सोना 98,460 रुपये प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट सोना 90,250 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बिक रहा है। इसी तरह अहमदाबाद में 24 कैरेट सोने की रिटेल कीमत 98,510 रुपये प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट सोने की कीमत 90,300 रुपये प्रति 10 ग्राम दर्ज की गई है। इन प्रमुख शहरों के अलावा चेन्नई में 24 कैरेट सोना आज 98,460 रुपये प्रति 10 ग्राम की कीमत पर और 22 कैरेट सोना 90,250 रुपये प्रति 10 ग्राम की कीमत पर बिक रहा है। कोलकाता में भी 24 कैरेट सोना 98,460 रुपये प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट सोना 90,250 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर कारोबार कर रहा है।

लखनऊ के सर्राफा बाजार में 24 कैरेट सोना आज 98,610 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर और 22 कैरेट सोना 90,400 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बिक रहा है। पटना में 24 कैरेट सोने की कीमत 98,510 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर है, जबकि 22 कैरेट सोना 90,300 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बिक रहा है। जयपुर में 24 कैरेट सोना 98,610 रुपये प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट सोना 90,400 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बिक रहा है।

देश के अन्य राज्यों की तरह कर्नाटक, तेलंगाना और ओडिशा के सर्राफा बाजार में भी आज सोना महंगा हुआ है। इन तीनों राज्यों की राजधानियों बेंगलुरु, हैदराबाद और भुवनेश्वर में 24 कैरेट सोना आज 98,460 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर कारोबार कर रहा है। इसी तरह इन तीनों शहरों के सर्राफा बाजारों में 22 कैरेट सोना 90,250 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बिक रहा है।

विश्व अस्थमा दिवस पर निकली जनजागरूकता रैली, गंगा घाट पर बताया बचाव का उपाय

वाराणसी:  विश्व अस्थमा दिवस पर मंगलवार को वाराणसी के अस्सी क्षेत्र में एक निजी अस्पताल की ओर से जनजागरूकता रैली का आयोजन किया गया। रैली की शुरुआत वरिष्ठ चिकित्सा विशेषज्ञ डॉ. एस.के. पाठक एवं सुनीता पाठक द्वारा हरी झंडी दिखाकर की गई। रैली अस्सी चौराहे से गंगाघाट तक निकाली गई, जिसमें बड़ी संख्या में नागरिकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। इस जागरूकता मार्च के दौरान ब्रेथ ईज़ी टीम ने लोगों को अस्थमा (दमा) के लक्षणों, कारणों और बचाव के उपायों से अवगत कराया। बचाव के लिए सूचनात्मक पुस्तिकाएं वितरित की गईं।

पुस्तिकाओं में बताया गया कि बार-बार खांसी, छींक, सांस फूलना आदि अस्थमा के प्रमुख लक्षण हैं और समय रहते इसकी पहचान व इलाज जरूरी है। डॉ. एस.के. पाठक ने बताया कि “एलर्जी, वायु प्रदूषण, धूल, धुआं और वायरस संक्रमण जैसे कारक श्वसन तंत्र को प्रभावित करते हैं, जिससे अस्थमा की समस्या उत्पन्न हो सकती है।” उन्होंने यह भी कहा कि करीब 80 प्रतिशत एलर्जी के रोगी आगे चलकर अस्थमा से ग्रसित हो जाते हैं। उन्होंने फास्ट फूड, अति ठंडे पेय पदार्थों से बचाव की सलाह दी और बताया कि नवजात बच्चों को दी गई लंबी अवधि की स्तनपान प्रणाली उन्हें अस्थमा से बचाने में सहायक हो सकती है।

रैली के समापन के बाद अस्सी घाट पर डॉ. एस.के. पाठक के नेतृत्व में एक नि:शुल्क चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में उपस्थित नागरिकों को फेफड़ों की जांच, रक्त में ऑक्सीजन की मात्रा, ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर की नि:शुल्क जांच व परामर्श प्रदान किया गया।

विदेश राज्यमंत्री पबित्रा 08-12 मई तक न्यूजीलैंड और फिजी के दौरे पर

नई दिल्ली:  विदेश राज्यमंत्री पबित्रा मार्गेरिटा 8 से 12 मई तक न्यूजीलैंड और फिजी का दौरा करेंगे। इस यात्रा का उद्देश्य दोनों देशों के साथ द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करना है।

विदेश मंत्रालय ने आज यह जानकारी दी। कार्यक्रम के अनुसार, न्यूजीलैंड में पबित्रा मार्गेरिटा 08 और 09 मई को राजनीतिक नेतृत्व के साथ द्विपक्षीय बैठकें करेंगे। इन बैठकों में व्यापारिक समुदाय के प्रमुख नेताओं और ऑकलैंड में भारतीय प्रवासियों के सदस्यों के साथ संवाद भी शामिल होगा। यह बातचीत भारत-न्यूजीलैंड संबंधों को और गहरा करने में सहायक होगी।

फिजी में वह तीसरे गिरमिट दिवस (भारतीय आगमन दिवस) समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लेंगे। यह समारोह भारतीय संस्कृति और धरोहर का प्रतीक है। इसके अलावा वह फिजी के राजनीतिक नेताओं के साथ भी बैठकें करेंगे। यह फिजी के साथ भारत के संबंधों को और मजबूत करने का एक महत्वपूर्ण अवसर होगा।

नीट पेपर लीक के नाम पर साइबर ठगी करने वाला बांग्लादेश मेडिकल कॉलेज का छात्र गिरफ्तार

अररिया:  नीट परीक्षा प्रश्न पत्र लीक के नाम पर टेलीग्राम के माध्यम से साइबर ठगी को अंजाम देने वाला मेडिकल का छात्र को अररिया पुलिस ने सोमवार को गिरफ्तार किया।आर्थिक अपराध इकाई पटना के निर्देश पर साइबर पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया।गिरफ्तार मेडिकल छात्र एस.के.फैज उर्फ शेख फैज पिता एस .के.रौशन अली उर्फ शेख रौशन अररिया इस्लामनगर वार्ड संख्या 27 का रहने वाला है।उसके पिता शेख रौशन पैथोलॉजिस्ट हैं और इस्लामनगर में ही अला पैथोलॉजिस्ट के नाम से पैथोलॉजी सेंटर चलाते हैं,जबकि गिरफ्तार 22 वर्षीय एस.के.फैज उर्फ शेख फैज बांग्लादेश के सिलहट के नॉर्थ ईस्ट मेडिकल कॉलेज का चतुर्थ वर्ष का छात्र है।माता पिता के दो भाई बहन एकमात्र बेटा है,जिसे अररिया पुलिस ने गिरफ्तार किया।

गिरफ्तार एस.के.फैज उर्फ शेख फैज ने अपने स्वीकारोक्ति बयान में साइबर थाना के पुलिस पदाधिकारी के समक्ष बताया कि 2020 में अररिया से इंटरमीडिएट करने के बाद वर्ष 2021 में उन्होंने अपना नामांकन बांग्लादेश के सिलहट नॉर्थ ईस्ट मेडिकल कॉलेज में कराया और वर्तमान समय में वह चतुर्थ वर्ष में है।उन्होंने पुलिस को बताया कि निजी खर्चे की भरपाई करने के लिए उन्हें पैसों की आवश्यकता थी।इसी क्रम में उन्होंने बिहार में नीट परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक होने की जानकारी मिली।प्लान के तहत 2022 में टेलीग्राम पर @MeBldur नाम से अपना अकाउंट खोलकर एक चैनल बनाकर नीट परीक्षा प्रश्न पत्र लीक का मैसेज को सर्कुलेट करने लगा।उन्होंने बताया कि इस मैसेज के बाद बड़ी संख्या में उनसे लोगों ने संपर्क किया।जिसके बाद उन्होंने पंजाब नेशनल बैंक खाता संख्या 4933000100091284 पर फोन पे के माध्यम से बार कोड भेजकर अवैध पैसे मंगाना शुरू कर दिया।एक बार पैसे खाता में आने के बाद पैसे भेजने वाले का अकाउंट को ब्लॉक कर देता।फलस्वरूप पैसे भेजने वाले दुबारा संपर्क स्थापित नहीं कर पाते थे।

उन्होंने बताया कि इस काम में उन्हें काफी मुनाफा हुआ।उन्होंने बताया कि चार वर्षों से वह इस काम को इसी तरह अंजाम दे रहा था।नीट पेपर लीक के नाम पर सैकड़ों लोगों से पैसे लेने की बात उन्होंने स्वीकार की।हालांकि अपने बयान में उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि भले ही नीट प्रश्न पत्र लीक मामले में उन्होंने पैसों की ठगी की,लेकिन किसी को भी कोई प्रश्नपत्र उपलब्ध नहीं कराया।अचानक अररिया पुलिस के घर पर आने के बाद हिरासत में उन्हें लिया और पूछताछ के लिए थाना लाया,जहां पूछताछ के क्रम में उन्होंने पुलिस को यह स्वीकारोक्ति बयान दिया है।

मामले की पुष्टि एसपी अंजनी कुमार ने भी की है और कहा कि प्राप्त सूचना के आलोक में साइबर टीम वैज्ञानिक और तकनीकी तथ्यों के आधार पर एस.के.फैज उर्फ शेख फैज को गिरफ्तार किया है,जिन्होंने अपने स्वीकारोक्ति बयान में नीट प्रश्न पत्र लीक मामले में टेलीग्राम के माध्यम से मैसेज कन्वे कर पैसों की ठगी में शामिल था।एसपी ने मामले में हर पहलू पर जांच किए जाने की बात कही।