पटना, 01 अगस्त (हि.स.)। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पूरे चुनावी मोड में चल रहे हैं। इसी कड़ी में शुक्रवार उन्होंने शिक्षा विभाग के अंतर्गत मध्याह्न भोजन में कार्यरत रसोइयों के मानदेय में दोगुनी वृद्धि करते हुए 1650 रूपये से 3300 रूपये किए जाने की घोषणा की।

अपने एक्स हैंडिल से उन्होंने पोस्ट कर बताया है कि शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने में रसोइयों, रात्रि प्रहरियों तथा शारीरिक शिक्षा एवं स्वास्थ्य अनुदेशकों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इसे ध्यान में रखते हुए इन कर्मियों की मानदेय राशि में सम्मानजनक वृद्धि करते हुए इसे दोगुना करने का निर्णय लिया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा विभाग के अंतर्गत मध्याह्न भोजन में कार्यरत रसोइयों के मानदेय में दोगुनी वृद्धि करते हुए 1650 रूपये से 3300 रूपये करने का निर्णय लिया गया है। वहीं माध्यमिक/उच्च शिक्षा विद्यालय में कार्यरत रात्रि प्रहरी का मानदेय 5000 रूपये से दोगुना करते हुए इसे अब 10000 रूपये करने का निर्णय लिया गया है। साथ ही शारीरिक शिक्षा एवं स्वास्थ्य अनुदेशकों का मानदेय 8 हजार रूपये से दोगुना करते हुए अब 16 हजार रूपये करने का निर्णय लिया गया है। इनकी वार्षिक वेतन वृद्धि 200 रूपये के स्थान पर 400 रूपये करने का निर्णय लिया गया है।

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पटना, 31 जुलाई (हि.स.)। बिहार की राजधानी पटना के लाेगाें काे मेट्राें सेवा का लाभ उठाने के लिए अब और थाेड़ा इंतजार करना पड़ेगा,क्याेंकि बहुप्रतीक्षित मेट्रो रेल सेवा के शुभारंभ की तिथि अब आगे बढ़ गयी है। अब 15 अगस्त की जगह पर 23 अगस्त को इसके शुभारंभ हाेने की संभावना जताई जा रही है।

शुरुआती चरण में मेट्रो सेवा पांच की जगह तीन स्टेशनों से ही शुरू होगी, क्योंकि तकनीकी और परिचालन तैयारियों को अंतिम रूप देने में अतिरिक्त समय लग रहा है। बैरिया मेट्रो स्टेशन से रामचक बैरिया डिपो तक 6.49 किमी के प्राथमिक कॉरिडोर पर ट्रायल रन सफल रहा है।

नगर विकास मंत्री जीवेश मिश्रा ने गुरुवार काे बताया कि अब तक 15 अगस्त को उद्घाटन की तैयारी की बात चल रही थी, लेकिन 23 अगस्त पर भी विचार किया जा रहा है। अंतिम फैसला मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की समय-सुविधा के आधार पर लिया जाएगा।

पटना मेट्रो के पहले फेज में कुल पांच स्टेशन बनाए जा रहे हैं, जिसके अंतर्गत न्यू पाटलिपुत्र बस टर्मिनल, जीरो माइल, भूतनाथ, खेमनीचक और मलाही पकड़ी शामिल है लेकिन, शुरुआत में मेट्रो सेवा न्यू पाटलिपुत्र बस टर्मिनल, जीरो माइल, भूतनाथ के बीच शुरू होगी. जबकि खेमनीचक और मलाही पकड़ी पर अभी काम अंतिम चरण में है।

जीवेश मिश्रा ने बताया कि यह प्रोजेक्ट चरणबद्ध तरीके से पूरा होगा, यानी जैसे-जैसे नए स्टेशन तैयार होंगे, वैसे-वैसे मेट्रो सेवा चालू कर दी जाएगी। जीवेश मिश्रा ने यह भी स्पष्ट किया कि शुरूआती कॉरिडोर पर पटना मेट्रो का संचालन शुरू किया जायेगा, जिसकी लंबाई करीब 32 किलोमीटर है।

पटना मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (पीएमआरसीएल) के अधिकारियों के अनुसार, शुरुआती प्रायोरिटी कॉरिडोर के संचालन की दिशा में तैयारी ज़ोरों पर है। इस कॉरिडोर की कुल लंबाई लगभग 32 किलोमीटर है, लेकिन पहले चरण में न्यू पाटलिपुत्र बस टर्मिनल, जीरो माइल और भूतनाथ स्टेशन के बीच मेट्रो सेवा शुरू की जाएगी।

महाराष्ट्र के पुणे से आया हुआ पहला मेट्रो रैक 20 जुलाई को पटना पहुंच चुका है और इस पर ट्रायल रन भी जारी है। हालांकि, लगातार हो रही बारिश के कारण ट्रायल प्रभावित हो रहा है, फिर भी तकनीकी टीमें सुबह-शाम मेट्रो को बैटरी से चलने वाले छोटे इंजन की मदद से दौड़ा रही हैं। जल्द ही इसे विद्युत लाइन से जोड़कर असली ट्रायल रन शुरू किया जाएगा।

अधिकारियों का कहना है कि यात्रियों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसलिए हर पहलू की बारीकी से जांच की जा रही है ताकि उद्घाटन के साथ कोई तकनीकी या परिचालन संकट सामने न आए।

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पटना 31 जुलाई (हि.स.)। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को मुजफ्फरपुर के भगवानपुर चौक के पास आयोजित कार्यक्रम में 574.16 करोड़ रुपये की विभिन्न विकास योजनाओं का शिलान्यास किया।

इसके अंतर्गत 167.68 करोड़ रुपये की लागत से रामदयालु नगर-मुजफ्फरपुर रेलवे स्टेशन के बीच माड़ीपुर पावर हाऊस चौक पथ पर आरओबी सह पहुंच पथ का निर्माण कार्य तथा 120.93 करोड़ रुपये की लागत से सिपहापुर से चकमुहब्बत तथा जेल चौक, मुजफ्फरपुर-पूसा रोड से चंदवारा पुल पहुंच पथ तक सड़क का निर्माण कार्य (जगन्नाथ मिश्रा कॉलेज पुल परियोजना फेज-2) शामिल है।

इसके अलावे 44.76 करोड़ रुपये की लागत से चांदनी चौक से रामदयालु नगर तक पथ के चौड़ीकरण एवं उन्नयन कार्य तथा 89.77 करोड़ की लागत से चांदनी चौक से बखरी पथ के 7 किमी. में चौड़ीकरण एवं मजबूतीकरण कार्य का आज शिलान्यास किया गया है। उन्हाेंने 52.56 करोड़ की लागत से शिवहर-मीनापुर-कांटी पथ के 20.43 किमी से 29.80 किमी में चौड़ीकरण एवं मजबूतीकरण कार्य तथा 74.18 करोड़ रुपये लागत की शिवहर-मीनापुर-कांटी पथ के कांटी (एनएच- 28) से रघई घाट पथ के किमी शून्य से 9.7 किमी में चौड़ीकरण एवं मजबूतीकरण कार्य तथा 24.28 करोड़ की लागत से गायघाट प्रखंड अंतर्गत भट्टगामा मधुरपट्टी घाट पर उच्चस्तरीय आरसीसी पुल (लंबाई 174.24 मी.) का निर्माण कार्य शामिल है।

शिलान्यास कार्य के पश्चात् मुख्यमंत्री ने टीचर ट्रेनिंग कॉलेज, पताही में सामाजिक सुरक्षा पेंशनधारियों से संवाद किया। लाभार्थियों ने मुख्यमंत्री को पेंशन की राशि हर महीने 400 रुपये से बढ़ाकर 1100 रुपये किए जाने के लिए धन्यवाद देते हुए कहा कि हमलोग के खाते में 1100 रुपये की राशि आ गई है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने दिव्यांगजनों को ट्राई साइकिल प्रदान किया। साथ ही अंतर्जातीय विवाह प्रोत्साहन योजना के लाभुकों को एक-एक लाख रुपये का चेक प्रदान किया।

इसके पश्चात् मुख्यमंत्री ने मुजफ्फरपुर-बाईपास के निर्माणाधीन आरओबी का निरीक्षण किया। मुजफ्फरपुर बाईपास का निर्माण 250 करोड़ रुपये की लागत से कुल 16.87 किलोमीटर की लंबाई में किया जा रहा है। इस परियोजना में आरओबी को छोड़कर शेष सड़क का निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया है। निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि बचे हुए कार्य को शीघ्र पूर्ण करें। इसके पूरा होने से मुजफ्फरपुर शहर में यातायात और सुगम होगा।

उल्लेखनीय है कि प्रगति यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री ने 5 जनवरी, 2025 को मुजफ्फरपुर जिले के विकास कार्यों को देखा था तथा कई विकास योजनाओं की घोषणाएं की थी। इनमें से कुल सात योजनाओं जिनकी कुल प्राक्कलित राशि 574.16 करोड़ रुपये है, का आज शिलान्यास मुख्यमंत्री द्वारा किया गया।

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पटना, 31 जुलाई (हि.स.)। बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव 2025 के पहले 01 अगस्त को चुनाव आयोग द्वारा मतदाता सूची का प्रारूप (ड्राफ्ट) प्रकाशित किया जाएगा। इस ड्राफ्ट के प्रकाशित करने का मूल उद्देश्य, अगर किसी मृत व्यक्ति का नाम सूची में हो, या एक व्यक्ति के नाम एक से ज़्यादा स्थानों पर दिख रहे हों, तो उसे सही किया जा सके।

मतदाता सूची का यह प्रारूप अस्थायी होता है और इसमें दावा और आपत्ति की प्रक्रिया के जरिए सुधार की अनुमति होती है। दो अगस्त से एक सितम्बर तक यह प्रक्रिया चलेगी। चुनाव आयोग द्वारा किए गए विशेष गहन पुनरीक्षण में कुछ प्रमुख बातें सामने आईं। उसके अनुसार कुल 7.89 करोड़ मतदाताओं में से 7.24 करोड़ ने अपने गणना फॉर्म जमा किए। इनमें से 5.7 करोड़ मतदाताओं ने अपने मोबाइल नम्बर रजिस्टर कराए, जिन पर पुष्टिकरण मैसेज भेजा गया। 22 लाख मृत मतदाताओं, 7 लाख डुप्लिकेट वोटर्स, और 35 लाख प्रवासी या अज्ञात पते वाले मतदाताओं के नाम हटाए गए।

आयोग ने 12 राजनीतिक दलों के साथ इस सूची को 20 जुलाई को साझा किया। 01 अगस्त को जब सूची प्रकाशित होगी, तब लोग मतदाता सेवा पोर्टल पर जाकर अपने नाम की जांच कर सकते हैं। अगर ड्राफ्ट में नाम नहीं दिखता है या गलत जानकारी है, तो 2 अगस्त से एक सितम्बर तक दावा या आपत्ति दर्ज कर सकते हैं। इसके लिए प्रखंड-सह-अंचल कार्यालय, नगर परिषद/नगर पंचायत कार्यालय, नगर निगम अंचल कार्यालय, निर्वाचन आयोग द्वारा लगाए गए स्पेशल कैम्प्स सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक, हर दिन (रविवार और छुट्टियों सहित) खुले रहेंगे।

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पूर्वी चंपारण,31 जुलाई (हि.स.)। जिले के सुगौली थाना क्षेत्र के सरहरी चौक के समीप भूमि विवाद ने उग्र रूप ले लिया, जब दो पक्षों के बीच जमकर मारपीट हो गई। इस घटना में दोनों ओर से करीब आधा दर्जन लोग घायल हो गए। जानकारी के अनुसार, उत्तरी सुगांव पंचायत के लमौनिया निवासी अमीर भगत और सरहरी निवासी जगदीश भगत एक ही जमीन पर अपना-अपना दावा कर रहे हैं।

दोनों पक्ष जमीन के कागजात अपने पक्ष में होने की बात कह रहे हैं। मंगलवार की रात जगदीश भगत के परिजनों द्वारा विवादित जमीन पर कब्जा करने का प्रयास किया गया, जिसकी जानकारी गुरूवार की सुबह अमीर भगत के पक्ष को मिली। इसके बाद दोनों पक्ष मौके पर पहुंचे और देखते ही देखते कहा सुनी मारपीट में बदल गई। लाठी-डंडों से हुई इस झड़प में छह लोग घायल हो गए।

मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने 112 नंबर पर पुलिस को सूचना दी और एम्बुलेंस मंगवाई। पुलिस ने तत्काल पहुंच कर स्थिति को नियंत्रित किया और घायलों को इलाज के लिए अस्पताल भेजा। थानाध्यक्ष अनीश कुमार सिंह ने बताया कि घटना की जांच की जा रही है, और आवेदन मिलने के बाद उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

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पटना, 31 जुलाई (हि.स.)। राज्य में सिम बॉक्स से जुड़ा एक और साइबर फ्रॉड का मामला सामने आया है। इस बार भोजपुर जिले के नारायणपुर गांव में छापेमारी करके 4 सिम बॉक्स उपकरण बरामद किए गए हैं। साथ ही इस मामले में एक आरोपित मुकेश कुमार को भी गिरफ्तार किया गया है।

आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) के स्तर से डीएसपी पंकज कुमार के नेतृत्व में गठित एसआईटी ने गिरफ्तार आरोपित से पूछताछ के बाद गुरुवार को भी कई स्थानों पर निरंतर छापेमारी की थी। एसआईटी ने भोजपुर जिले के नारायणपुर गांव में छापेमारी करके 4 सिम बॉक्स उपकरण बरामद कर एक और आरोपित

मुकेश को गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में जुड़े कई अन्य आरोपितों की भी तलाश जारी है। इससे पहले मोतिहारी से तीन सिम बॉक्स उपकरण के साथ शातिर साइबर फ्रॉड हर्षित को गिरफ्तार किया गया था। इस मामले की सघन तफ्तीश में भोजपुर से जुड़ा लिंक मिला था, जिसके बाद यह कार्रवाई की गई है।

भोजपुर से गिरफ्तार मुकेश कुमार से पूछताछ में यह बात सामने आई है कि सिम बॉक्स के माध्यम से एक समानांतर एक्सचेंज का संचालन किया जा रहा था। इसमें अंतरराष्ट्रीय साइबर स्कैम के अड्डों से आने वाली अंतरराष्ट्रीय कॉल को लोकस कॉल में परिवर्तित करके स्थानीय स्तर पर ठगी की जुगत की जाती थी। साइबर ठगों के इस गैंग से स्थानीय स्तर पर कई लोगों से निरंतर ठगी की घटनाओं को अंजाम दिया गया था। जिन देशों से कॉल आती थी, उसमें कंबोडिया, थाईलैंड समेत अन्य शामिल हैं। जांच में यह भी पता चला कि रोजाना हजारों की संख्या में फर्जी कॉल किए जा रहे थे, जिनका उपयोग विभिन्न प्रकार के साइबर अपराधों को अंजाम देने के लिए किया जा रहा था।

तनिष्क छपरा- डाकबंगला रोड,
फोन-7644849600 , 8235892335

इस तरह से समानांतर एक्सचेंज चलाकर दूर संचार विभाग को राजस्व का काफी नुकसान हुआ था।

अब तक पूरे मामले की तफ्तीश में कॉमन सर्विस सेंटर के संचालकों, सिम डिस्ट्रीब्यूटर्स समेत ऐसे अन्य लोगों की गतिविधि संदिग्ध पाई गई है। जांच में कुछ अन्य स्थानों पर संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी मिली हैं, जिसके आधार पर कार्रवाई की जा रही है।

इस गिरोह के खुलासे से राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड पोर्टल पर देश के विभिन्न हिस्सों में दर्ज कई मामलों में संलिप्तता सामने आई है। जांच पूरी होने के बाद इसमें कई और लोगों या गैंगों की संलिप्तता सामने आ सकती है।

इस बॉयोमेट्रिक डाटा का टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर के पंजीकृत डिस्ट्रीब्यूटर एवं रिटेलर्स की मिलीभगत कर आम व्यक्तियों की बॉयोमेट्रिक डेटा का टेलीकॉम सर्सिव प्रोवाइडर की मिली भगत करके इसका बड़ी संख्या में गलत प्रयोग किया जाता था। आम लोगों की आधार संख्या पर गलत तरीके से सिम कार्ड हासिल किए गए थे। इन्हीं सिम कार्ड का उपयोग सिम बॉक्स में धोखाधड़ी के लिए किया जाता था।

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Chhapra: विश्व मानव व्यापार निषेध दिवस के अवसर पर पुलिस महानिदेशक बिहार द्वारा पिछले 01 वर्ष में बेहतरीन कार्य हेतु एसएसपी सारण डॉ कुमार आशीष को पुरस्कृत किया गया।

सारण जिला पुलिस द्वारा विभिन्न संगठनों के सहयोग से पिछले एक वर्ष में मानव तस्करी के विरुद्ध बेहतरीन कार्य किए जाने एवं “आवाज दो” मुहिम के माध्यम से बाल/महिला अपराधों पर लगाम लगाने एवं जागरूक किए जाने हेतु सारण एसएसपी डॉ० कुमा आशीष को पुलिस महानिदेशक विनय कुमार द्वारा पुरस्कृत किया गया। इस मौके पर कई अन्य वरीय पुलिस पदाधिकारी एवं जिलों, प्रभाग,  संगठनों के पदाधिकारी मौजूद रहे।

पिछले 01 वर्ष में सारण पुलिस ने मानव तस्करी, बालिकाओं / महिलाओं के विरुद्ध हिंसा, यौन उत्पीड़न, मानसिक-शारीरिक उत्पीड़न, साइबर ब्लैकमेलिंग / बुलींग, अपहरण जैसे गंभीर अपराधों के खिलाफ एक अभूतपूर्व और सफल अभियान चलाया गया है।

महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान सुनिश्चित करने के लिए NHRC/NCW से मिली सूचनाओं, जिला पुलिस द्वारा शुरू की गई “आवाज़ दो” हेल्पलाइन नं0-9031600191 के साथ-साथ NGOs के सहयोग से सारण पुलिस के दृढ़ प्रयासों ने आज ऐतिहासिक परिणाम दिए हैं।

सारण पुलिस द्वारा मई-2024 से अब तक कुल 191 नाबालिग बालिकाओं को विभिन्न नृत्य मंडलों (ऑर्केस्ट्रा) / मानव तस्करी गिरोहों के चंगुल से सुरक्षित मुक्त कराया गया है और 24 प्राथमिकी (FIR) दर्ज करते हुए 69 कुख्यात तस्करों व शोषकों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा गया है।

उपलब्धियाँ एक नज़र में (मई 2024 जुलाई 2025) :-

1. कुल मुक्त कराई गई बालिकाएं :- 191

2. कुल दर्ज प्राथमिकी (FIR):- 24

3. कुल गिरफ्तार अभियुक्त (तस्कर / शोषक) :- 69

4. 50 से अधिक बालिकाओं को सफलतापूर्वक पुनर्वास कराया गया।

बाल/महिला हिंसा, उत्पीड़न और साइबर ब्लैकमेलिंग / बुलीइंग जैसे आधुनिक अपराधों से बचाने के लिए तथा नागरिकों में पुलिस के प्रति विश्वास एवं सुरक्षा की भावना जागृत करने हेतु सारण पुलिस द्वारा अक्टूबर-2024 से अपना महत्वाकांक्षी “आवाज़ दो” मुहिम शुरू किया गया है तथा हेल्पलाइन नंबर 9031600191 जारी किया गया है। जिसके माध्यम से पीड़ित बालिकाओं एवं महिलाओं द्वारा अपनी समस्याओं को 24X7 साझा किया जाता है। इस हेल्पलाइन नंबर के जरिए समस्या दर्ज करने वाली पीड़िताओं की पहचान गुप्त रखी जाती है।

“आवाज दो” मुहिम के तहत अबतक कुल 305 पीड़िताओं को सहायता प्रदान की गई है, 10 सोशल मीडिया अकाउंट्स रिकवर किए गए हैं, 25 फर्जी अकाउंट्स ब्लॉक कराए गए हैं और 354 अपहृताओं को भी सकुशल बरामद किया गया है।

“आवाज दो” मुहिम के माध्यम से जिला पुलिस के महिला पुलिस पदाधिकारियों द्वारा कॉलेजों, स्कूलों और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर जागरूकता कार्यक्रम निरंतर चलाई जा रही हैं एवं उन्हें हेल्पलाइन नंबर के बारे में सूचित किया जाता है ताकि वे किसी भी समस्या में हेल्पलाइन नंबर- 9031600191 पर 24X7 बिना संकोच के संपर्क कर सके।

तनिष्क छपरा- डाकबंगला रोड,
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पटना, 30 जुलाई (हि.स.)। राजधानी वासियों के वर्षों के इंतजार के बाद 15 अगस्त पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पटना मेट्रो सेवा का शुभारंभ करेंगे। यह पटना वासियों के न सिर्फ़ सफर में सहूलियत लाएगी बल्कि शहर की रफ़्तार को नई गति देगी।

पटना मेट्रो सेवा का पहला रूट मलाही पकड़ी से पाटलिपुत्र बस टर्मिनल तक होगा, जिसकी लंबाई तीन किलोमीटर से अधिक है। तीन कोच वाली इस आधुनिक मेट्रो में एक बार में लगभग 150 यात्री सफ़र कर सकेंगे। भविष्य में यात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए कोचों की संख्या आठ तक बढ़ाई जाएगी।

राज्य सरकार फेयर फिक्सेशन कमेटी की सिफारिशों के आधार पर अंतिम किराया तय करेगी। अनुमान है कि न्यूनतम किराया 15 रुपये और अधिकतम किराया 60 रुपये होगा। 3-6 किलोमीटर के लिए किराया लगभग 30 रुपये, 6-8 किलोमीटर के लिए 45 रुपये तक हो सकता है।

शुरुआती 15 रुपये का न्यूनतम किराया
दिल्ली और पुणे मेट्रो की तुलना में यह लंबी दूरी के लिहाज़ से किफायती माना जा सकता है। हालांकि, शुरुआती 15 रुपये का न्यूनतम किराया दिल्ली और पुणे (10 रुपये) की तुलना में थोड़ा महंगा जरुर है।

सुबह 5 बजे से रात 11 बजे तक चलेगी मेट्रो सेवा
मेट्रो सेवा सुबह 5 बजे से रात 11 बजे तक चलेगी, ठीक उसी तरह जैसे दिल्ली मेट्रो का शेड्यूल है। इससे यात्रियों को पूरे दिन आने-जाने की सुविधा मिलेगी। मेट्रो का ट्रायल रन पूरा हो चुका है। उद्घाटन से पहले सुरक्षा और तकनीकी मानकों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।

उल्लेखनीय है कि पटना मेट्रो का निर्माण कार्य पांच चरणों में पूरा होगा और इस परिवहन प्रणाली का स्वामित्व और संचालन राज्य द्वारा संचालित पटना मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन के पास होगा। पहले चरण में, पटना मेट्रो के पांच स्टेशन अगस्त 2025 तक चालू हो जाएगे। सार्वजनिक-निजी भागीदारी मॉडल के तहत निर्मित पटना एमआरटीएस की अनुमानित लागत 13,365.77 करोड़ (1.6 अरब अमेरिकी डॉलर) है। इस लागत में भूमि अधिग्रहण लागत शामिल नहीं है, जिसका भुगतान बिहार सरकार करेगी।

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पहले चरण में 15.36 किमी का एलिवेटेड ट्रैक और 16.30 किमी का भूमिगत ट्रैक
पहले चरण (जिसमें पूर्व-पश्चिम और उत्तर-दक्षिण गलियारे शामिल हैं) में 15.36 किमी (9.54 मील) का एलिवेटेड ट्रैक और 16.30 किमी (10.13 मील) का भूमिगत ट्रैक शामिल होगा। जनवरी 2022 में, लार्सन एंड टुब्रो (एलएंडटी) ने पटना मेट्रो के फेज-1 के कॉरिडोर-2 के डिजाइन और निर्माण के लिए मेट्रो ऑपरेटर दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (डीएमआरसी) से ऑर्डर हासिल किया था । एलएंडटी ने 1,989 करोड़ (240 मिलियन अमेरिकी डॉलर) के इस अनुबंध को एक महत्वपूर्ण ऑर्डर के रूप में वर्गीकृत किया है। परियोजना के कार्यक्षेत्र में छह भूमिगत मेट्रो स्टेशन शामिल हैं। राजेंद्र नगर, मोइन-उल-हक स्टेडियम, पटना साइंस कॉलेज, पटना मेडिकल कॉलेज और अस्पताल, गांधी मैदान और कॉरिडोर-2 का आकाशवाणी।

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पटना, 30 जुलाई (हि.स.)। बिहार की नीतीश कुमार की सरकार लगातार जन सरोकार के काम को आगे बढ़ा रही है। इसी कड़ी में बुधवार सुबह मुख्यमंत्री ने आशा कार्यकर्ताओं का मानदेय 3000 रुपये करने की घोषणा की है।

आज सुबह मुख्यमंत्री ने एक्स पोस्ट कर लिखा कि आशा कार्यकर्ताओं को अब 1 हजार रुपये की जगह 3 हजार रुपये प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाएगी। साथ ही ममता कार्यकर्ताओं को प्रति प्रसव 300 रुपये की जगह 600 रुपये की प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाएगी, इससे उनका मनोबल और बढ़ेगा तथा ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाएं और मजबूत होंगी।

मुख्यमंत्री ने लिखा कि नवम्बर 2005 में सरकार बनने के बाद से हमलोगों ने स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए बड़े पैमाने पर काम किया है। ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने में आशा तथा ममता कार्यकर्ताओं ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इसे ध्यान में रखते हुए तथा ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं के सुदृढ़ीकरण में आशा एवं ममता कार्यकर्ताओं के अहम योगदान को सम्मान देते हुए उनकी मानदेय राशि में वृद्धि करने का निर्णय लिया गया है।

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पटना, 29 जुलाई (हि.स.)। बिहार में मानसून पूरी तरह एक्टिव हो गया है, जिसकी वजह से राजधानी पटना सहित कई जिलों में भारी बारिश का दौर जारी है। सोमवार देर रात हुई बारिश ने पटना को पानी-पानी कर दिया, जिससे कई इलाके, जैसे राजेंद्र नगर और कंकड़बाग, तालाब और झील में तब्दील हो गए।

सड़कों पर जलभराव से यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ और स्थानीय लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।

अगले 1-2 दिनों तक पटना में रुक-रुक कर बारिश होने की संभावना
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग, पटना और पूसा के ग्रामीण मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार अगले 1-2 दिनों तक पटना में रुक-रुक कर बारिश होने की संभावना है। दक्षिण बिहार में मानसून की मजबूत स्थिति के कारण भारी बारिश हो रही है, जबकि उत्तर बिहार में यह कमजोर पड़ रहा है।

आईएमडी ने 29 जुलाई यानि आज बिहार के कई जिलों के लिए भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। जमुई, बांका, भागलपुर, और अररिया में कई स्थानों पर बहुत भारी बारिश को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।

इसके अलावा नवादा और मुंगेर जैसे जिलों में भी एक-दो स्थानों पर भारी बारिश की संभावना के साथ येलो अलर्ट जारी है।

दक्षिण बिहार के जिलों में 30-40 किमी/घंटा की रफ्तार से हवाएं चलने और वज्रपात की आशंका को देखते हुए भी येलो अलर्ट लागू है। अगले 3-5 दिनों तक बिहार के विभिन्न हिस्सों में मध्यम से भारी बारिश का अनुमान है

पटना में सोमवार को 106 मिमी बारिश दर्ज की गई
पटना में सोमवार को 106 मिमी बारिश दर्ज की गई, जिसने शहर के निचले इलाकों को जलमग्न कर दिया। पटना जंक्शन पर रेलवे ट्रैक पर पानी जमा होने और नवादा के सदर अस्पताल में वार्डों में पानी घुसने से मरीजों और यात्रियों को भारी दिक्कत हुई।

स्थानीय प्रशासन ने जल निकासी के लिए पंप लगाए हैं, लेकिन कंकड़बाग और राजेंद्र नगर जैसे क्षेत्रों में जलभराव की समस्या बरकरार है। देर रात शहरी विकास मंत्री जीवेश मिश्रा ने जलभराव वाले इलाके में स्वयं दौरा कर अधिकारियों को अविलंब कार्रवाई करने का निर्देश दिया।

भागलपुर में सोमवार को 62 मिमी बारिश दर्ज की गई, जिससे मौसम सुहावना हो गया और अधिकतम तापमान में कमी आई। बीएयू के ग्रामीण कृषि मौसम सेवा के नोडल अधिकारी ने बताया है कि 30 जुलाई तक बादल ऐसे ही छाए रहेंगे और एक-दो स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।

तनिष्क छपरा- डाकबंगला रोड,
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Patna, 29 जुलाई (हि.स.)। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) से निष्कासित पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव ने राजद विधायक भाई वीरेंद्र की ओर से अनुसूचित जाति-जनजाति (एससी/एसटी) समाज के खिलाफ कथित आपत्तिजनक टिप्पणी और धमकी को लेकर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

क्या राजद अपने विधायक भाई वीरेंद्र पर भी कार्रवाई करेगी: तेज प्रताप यादव

तेजप्रताप यादव ने अपने एक्स अकाउंट पर मंगलवार सुबह एक पोस्ट साझा करते हुए लिखा “क्या राजद अपने विधायक भाई वीरेंद्र पर भी कार्रवाई करेगी, जिन्होंने बाबा साहेब आंबेडकर के आदर्शों के उलट एससी-एसटी समाज के खिलाफ शर्मनाक टिप्पणी की, जान से मारने की धमकी दी?

तेज प्रताप यादव ने कहा कि मुझे तो जयचंदों की साज़िश के तहत पार्टी से बाहर कर दिया गया… अब देखना है कि बवाल करने वालों पर भी पार्टी उतनी ही सख्ती दिखाएगी या नहीं? संविधान का सम्मान भाषणों में नहीं, आचरण में दिखना चाहिए।”

जयचंदों” की साज़िश के चलते मुझे बाहर कर दिया गया: तेज प्रताप यादव

तेजप्रताप यादव का यह बयान उस समय आया है जब पार्टी में संगठनात्मक अनुशासन और जातीय समरसता को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं। उन्होंने इस पूरे विवाद को केवल भाई वीरेंद्र तक सीमित नहीं रखा, बल्कि यह भी इशारा किया कि पार्टी में कुछ “जयचंदों” की साज़िश के चलते उन्हें ही बाहर कर दिया गया, जबकि अन्य विवादास्पद नेताओं के खिलाफ चुप्पी साधी गई।

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Patna, 28 जुलाई (हि.स.)। बिहार के वैशाली जिले में विकसित बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय-सह-स्मृति स्तूप का उद्घाटन मंगलवार 29 जुलाई को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार करेंगे। यह ऐतिहासिक स्मारक वैश्विक बौद्ध समुदाय के लिए श्रद्धा और आकर्षण का केंद्र बनेगा। स्तूप का निर्माण भवन निर्माण विभाग द्वारा किया गया है।

तनिष्क छपरा- डाकबंगला रोड,
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उद्घाटन समारोह में 15 बौद्ध देशों के भिक्षुओं की सहभागिता संभावित है

बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय-सह-स्मृति स्तूप के उद्घाटन समारोह में चीन, जापान, श्रीलंका, थाईलैंड, नेपाल, तिब्बत, म्यांमार, भूटान, वियतनाम, मलेशिया, लाओस, कंबोडिया, मंगोलिया, बांग्लादेश और इंडोनेशिया जैसे 15 बौद्ध देशों के भिक्षुओं की सहभागिता संभावित है।

इस भव्य परिसर को 550.48 करोड़ रुपये की लागत से विकसित किया गया है

दरअसल, 72 एकड़ भूमि में फैले इस भव्य परिसर को 550.48 करोड़ रुपये की लागत से विकसित किया गया है। यह स्थल ऐतिहासिक पुष्करणी तालाब और मड स्तूप के समीप स्थित है। संग्रहालय के प्रथम तल पर भगवान बुद्ध का पावन अस्थि कलश स्थापित किया जाएगा, जो 1958-62 की खुदाई में प्राप्त हुआ था और स्मारक का प्रमुख केंद्र बिंदु होगा। पूरी तरह पत्थरों से निर्मित यह स्तूप वंशी पहाड़पुर (राजस्थान) से लाए गए 42,373 बलुआ पत्थरों से टंग एंड ग्रूव तकनीक के माध्यम से जोड़ा गया है। यह संरचना आधुनिक भूकंपरोधी तकनीकों से तैयार की गयी है। परिसर में ध्यान केंद्र, पुस्तकालय, आगंतुक केंद्र, संग्रहालय ब्लॉक, एम्फीथियेटर, कैफेटेरिया, 500 किलोवाट सौर ऊर्जा संयंत्र, पार्किंग तथा अन्य सुविधाएं भी विकसित की गई हैं।

यह स्तूप न केवल वैशाली को वैश्विक बौद्ध मानचित्र पर प्रतिष्ठित करेगा

ओडिशा के कलाकारों द्वारा निर्मित भगवान बुद्ध की प्रतिमा इस स्थल की विशिष्ट पहचान होगी। यह स्तूप न केवल वैशाली को वैश्विक बौद्ध मानचित्र पर प्रतिष्ठित करेगा, बल्कि स्थानीय पर्यटन, संस्कृति और रोजगार को भी नई दिशा देगा।

विभाग के सचिव कुमार रवि ने कहा कि बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय-सह-स्मृति स्तूप बिहार की सांस्कृतिक धरोहर और वैश्विक बौद्ध विरासत का भव्य प्रतीक है। यह स्मारक वैशाली को विश्व बौद्ध मानचित्र पर स्थापित करेगा और पर्यटन, संस्कृति व स्थानीय रोजगार को नई दिशा देगा।

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