Chhapra: कोरोना के संक्रमण को देखते हुए सभी शैक्षणिक संस्थानों में 33% कर्मियों के साथ शिक्षक कार्य करेंगे. इस आशय से संबंधित पत्र शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय कुमार द्वारा बुधवार को जारी किया गया.

जारी पत्र के आलोक में जिला शिक्षा पदाधिकारी अजय कुमार सिंह द्वारा भी सारण जिले में सभी अवस्थित सरकारी एवं निजी शैक्षणिक संस्थानों को दिनांक 18 अप्रैल तक बंद रखने के साथ-साथ उसमें कार्यरत शिक्षकेतर कर्मी, शिक्षक की उपस्थिति को लेकर दिशा निर्देश जारी किया गया है.

जारी पत्र के आलोक में कहा गया है कि बिहार राज्य अंतर्गत स्थित सभी सरकारी एवं निजी विद्यालय, महाविद्यालय, कोचिंग संस्थान को 18 अप्रैल तक बंद रखने का निर्णय संसूचित किया गया था.

इस संदर्भ में स्पष्ट दिशानिर्देश देते हुए प्रारंभिक विद्यालयों में 2 शिक्षक होने पर बारी बारी से शिक्षकों के विद्यालय में उपस्थित रहने तथा 2 से अधिक शिक्षक पदस्थापित होने पर वहां प्रतिदिन बारी-बारी से 33% शिक्षक के उपस्थित रहने तथा मध्य विद्यालय, माध्यमिक विद्यालय, उच्च माध्यमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक एवं प्रभारी प्रधानाध्यापक प्रतिदिन उपस्थित रहने तथा शेष शिक्षक शिक्षकेतर कर्मी को प्रतिदिन बारी बारी से 33% उपस्थित रहने का दिशानिर्देश जारी किया गया है.

वही विश्वविद्यालय, महाविद्यालय के संदर्भ में सह प्राध्यापक, प्राध्यापक एवं उनके समकक्ष स्तर एवं ऊपर के सभी पदाधिकारी की प्रतिदिन उपस्थिति तथा सहायक प्राध्यापक एवं उनके समकक्ष पदाधिकारी एवं उनसे न्यून सभी पदाधिकारी एवं कर्मी बारी-बारी से प्रतिदिन 33% उपस्थित रहने का निर्देश जारी करते हुए इसके अनुपालन सुनिश्चित करने का आदेश दिया गया है.

Chhapra: सरकार से प्राइवेट स्कूलों को खोलवाने की मांग को लेकर प्राइवेट स्कूल एंड वेलफेयर एसोसिएशन के बैनर तले प्राइवेट स्कूल के संचालकों ने शहर के नगरपालिका चौक पर धरना दिया.


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इस दौरान एसोसिएशन की अध्यक्ष सीमा सिंह ने कहा कि हर क्षेत्र को सरकार ने अब लगभग खोल दिया है पर स्कूलों को बंद रखा है. जिससे छात्रों की पढ़ाई पर असर पड़ रहा है. साथ ही प्राइवेट स्कूलों के संचालक और शिक्षक आर्थिक तंगी के दौर से गुजर रहे है. जिसको लेकर सरकार से जल्द से जल्द प्राइवेट स्कूलों को खोलवाने का आग्रह किया गया है.

वही सचिव डॉ हरेंद्र सिंह ने कहा कि सरकार के द्वारा जारी कोविड दिशानिर्देशों का पालन करते हुए सभी क्षेत्रों को जैसे अनुमति मिली है वैसे ही विद्यालयों को खोलने की भी अनुमति दी जाय. अगर ऐसा नही किया जाता है तो 2 जनवरी से राष्ट्रव्यापी आंदोलन करने पर शिक्षक मजबूर होंगे.

RDS स्कूल के निदेशक जगदीश सिंह ने कहा कि सरकार शिक्षा को लेकर गंभीर नहीं है. जब सभी संस्थान covid दिशानिर्देशों को पालन कर चल सकती है तो विद्यालयों को ना खोलना कहा तक उचित है. इससे ऐसा प्रतीत होता है की सरकार के पास शिक्षा को लेकर कोई नीति नहीं है. उन्होंने सरकार से इस ओर सार्थक कदम उठाने की मांग की. 

हैजलवुड स्कूल के निदेशक बीo सिद्धार्थ ने कहा कि शिक्षण संस्थानों और बच्चों के भविष्य को देखते हुए प्रोटोकॉल बनाकर शिक्षण संस्थानों को खोलने की अनुमति सरकार को देनी चाहिए.

इस दौरान एसोसिएशन से जुड़े विभिन्न विद्यालयों के संचालक और शिक्षक उपस्थित थे.

ये हैं मांग  

1. केंद्र सरकार ने अपने आदेश संख्या 40-3/2020-DM-I(A) दिनांक 30 सितम्बर 2020 के कंडिका संख्या 1(a), 1(b), 1(c),1(d) एवं 1(f) के माध्यम से विद्यालयों को खोलने हेतु एवं उससे सम्बंधित नियमावली का वर्णन करते हुए कंडिका 1(e) के तहत सभी राज्य सरकारों को दिशानिर्देश देते हुए हर राज्य में दिशानिर्देश जारी करने का आग्रह किया है। उपरोक्त पत्रांक के आलोक में राज्य सरकार के द्वारा इस विषय में अभी तक कोई भी दिशानिर्देश पारित नहीं किया गया है। अतः आपसे विनम्र निवेदन है की जल्द से जल्द विद्यालयों को भौतिक रूप से संचालित करने की घोषणा की जाये।

2. वेतन के अतिरिक्त हर विद्यालय के अन्य आवश्यक मासिक खर्चों में बिल्डिंग का लोन / किराया, बैंक के लोन की मासिक किस्त, मेंटेनेंस आधारित खर्चे, गाड़ियों की ईएमआई, बिजली का बिल के अलावा सभी व्यवसायिक टैक्स जिसमें कोई छूट नहीं दी गई है, वे सभी शामिल हैं। जिससे प्राइवेट स्कूलों के प्रबंधक,शिक्षक एवं कर्मचारी अत्यंत मानसिक तनाव में हैं। जो अब बेहद जानलेवा लगने लगा है। पिछले नौ महीने क़ेअंदर सभी शैक्षणिक कार्यो से जुड़े लाख़ों लोग बेरोजगार हो गये हैं। जो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है अतः आपसे विनम्र निवेदन है की इस कोरोना अवधि में उपरोक्त वर्णित टैक्स की राशि को माफ़ करने हेतु उचित दिशानिर्देश पारित करें।

3. बिजली का बिल , ट्रांसपोर्ट में लगने वाले विभिन्न प्रकार के टैक्स को माफ किया जाए एवं बैंक के ईएमआई पर लगने वाले ब्याज को नहीं लिया जाए। सरकार की ओर से कोई दिशानिर्देश न होने की वजह से अभिभावकों एवं विद्यालय के बीच तनाव उत्पन्न हो रहा हैं। क्यूँ की मार्च महीने से किसी भी निजी विद्यालय ने अभिभावकों से वाहन शुल्क नहीं लिया है परन्तु बिहार सरकार की तरफ से ट्रांसपोर्ट टैक्स , बिजली का बिल , इन्शुरेन्स शुल्क निरंतर लिया जा रहा है । उक्त परिस्थिति देखते हुए सभी निजी विद्यालय संचालकों में असंतोष की स्थिति उत्पन्न हो चुकी है। अतः आपसे विनम्र निवेदन है की ट्रांसपोर्ट टैक्स एवं वाहनों के इन्शुरेन्स को माफ़ करने हेतु दिशानिर्देश पारित करें।

4. गत कई वर्षों से शिक्षा के अधिकार की राशि आज तक निजी विद्यालयों को नहीं दी गयी है। जबकि वर्ष दर वर्ष सभी निजी विद्यालयों ने सरकार के शिक्षा निति के अनुसार अपने अपने विद्यालयों में शिक्षा के अधिकार के तहत विद्यार्थियों को निरंतर शिक्षा प्रदान की है परन्तु अनेको पत्रांक भेजने के बावजूद आज तक शिक्षा के अधिकार का पैसा सरकार के द्वारा निजी विद्यालयों को मुहैया नहीं करवाया गया है। अतः आपसे विनम्र निवेदन है की जल्द से जल्द शिक्षा के अधिकार की राशि सभी निजी विद्यालयों को निर्गत करने हेतु उचित दिशानिर्देश बिहार राज्य के शिक्षा विभाग को देने की कृपा करें।

5. कोरोना महामारी अवधि में बजट निजी विद्यालय जो किराये के भवनों में संचालित है मार्च महीने से विद्यालय बंद हो जाने के कारण उन सभी निजी विद्यालयों का भवन का किराया बकाया है जिसे निजी विद्यालय संचालक चुकता करने में असमर्थ है। अत: विनम्र निवेदन है की सभी निजी विद्यालयों के भवनों का किराया माफ़ करने हेतु उचित दिशानिर्देश जारी करने की कृपा करे।

6. राज्य सरकार एवं केंद्र सरकार के आदेशानुसार मार्च महीने से ही निजी विद्यालय बंद है एवं ऑनलाइन कक्षाओं का संचालन एवं शिक्षक , शिक्षिकाओं एवं कर्मचारियों का वेतन निरंतर दिया जा रहा है। परन्तु मार्च महीने से निजी विद्यालयों में विद्यालय शुल्क लगभग ना के बराबर अभिभवकों के द्वारा दिया जा रहा है जिसके फलस्वरूप करीब करीब सभी निजी विद्यालय दिवालिया हो चुके है। अतः आपसे विनम्र निवेदन है की निजी विद्यालयों को पुनर्स्थापना हेतु उचित पैकेज की घोषणा की जाये ताकि लाखों शिक्षक , शिक्षिकाओं एवं कर्मचारियों का भविष्य अंधकार में जाने से बच सके साथ ही विद्यार्थियों को भी ऑनलाइन शिक्षा का लाभ निरंतर मिल सके।

7. वही राज्य के सभी सरकारी एवं गैरसरकारी संस्थान पूर्णतः कार्यरत हुए काफ़ी समय हो चुका है। ऑनलाइन कक्षाओं में विद्यार्थियों को मोबाइल के द्वारा ऑनलाइन कक्षा में पढ़ाई करने में भी अनेको चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है जिसके फलस्वरूप निजी विद्यालयों में तनाव का माहौल बना रह रहा है। हम सभी को पूर्ण विश्वास है की आपके द्वारा केंद्र सरकार के पत्रांक के आलोक में निजी विद्यालयों को संचालित करने हेतु समुचित मार्गदर्शन जल्द ही आपके कार्यालय द्वारा पारित किया जाएगा।

8. हमारे निवेदन की इस भयावह परिस्थिति पर शीघ्र संज्ञान लेते हुए आप सरकारी स्कूलों में प्रति बच्चा प्रतिमाह खर्च के आधार पर प्रत्येक प्राइवेट स्कूलों को उसके बच्चों की संख्या अनुसार विद्यालय अकाउंट में एक वर्ष का विशेष आर्थिक सहायता राशि उपलब्ध कराने का प्रावधान बनाकर अतिशीघ्र सहायता राशि सभी निजी विद्यालयों को उपलब्ध कराने का कष्ट करें ताकि विद्यालय के सभी शिक्षक एवं गैर शैक्षणिक कार्यो से जुड़े सभी कर्मचारियों का वेतन दिया जा सके। हम सबों को आप पर पूर्ण विश्वास है कि आप प्राइवेट स्कूलों के प्रबंधकों, शिक्षकों एवं विद्यालय से जुड़े कर्मचारियों का कष्ट निवारण अति शीघ्र कर उन्हें एवं उनके परिजनों को मानसिक तनाव और भुखमरी से बाहर निकालेंगे।

Chhapra: शिक्षक दिवस की पूर्व संध्या पर चार सितंबर को प्राईवेट स्कूल्स एंड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन से जुड़े हुये शहरी क्षेत्र के सभी निजी विद्यालयों के संचालकों द्वारा कैंडिल मार्च निकाला गया. इस मौके पर स्कूल के शिक्षक और कर्मी भी मौजूद थे.

नगरपालिका चौक से प्रारंभ इस कैंडिल मार्च में शामिल शिक्षक एवं संचालक द्वारा शांति पूर्ण मार्च करते हुए अपना विरोध दर्ज किया गया.

प्राइवेट स्कूल्स एंड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन के महासचिव डा हरेन्द्र प्रसाद तथा अध्यक्ष सीमा सिंह ने बताया कि समाज में अभिभावकों को संदेश देना लाज़मी हो गया है. कोरोना महामारी काल में भी निजी विद्यालयों के संचालक एवं उनके शिक्षक खुद को दीप की तरह जलकर अभिभावक के घर में शिक्षा का अलख जलाने का कार्य कर रहे है.

अपने घर के सभी पूँजी को समाज हित में न्योछावर कर के विद्यालय का पठन पाठन निरंतर जारी रखा है.

इस मौके पर देवकुमार सिंह, हरेंद्र सिंह, सीमा सिंह के साथ कई प्राइवेट स्कूल के संचालक एवं शिक्षक शिक्षिकाएं मौजूद थी.

Chhapra: कोविड-19 कोरोना वायरस को लेकर संपूर्ण ने देश में लॉक डाउन है. लॉकडाउन की वजह से हर चीज पर गहरा असर पड़ा है. लेकिन पढ़ाई पर कोई असर ना पड़े इसके लिए ऑनलाइन पढ़ाई शुरू की गई है. एसडीएस सीनियर सेकेंडरी स्कूल में ऑनलाइन पढ़ाई शुरू की गई है.

प्राचार्य राकेश कुमार सिंह ने बताया कि बच्चों के पढ़ाई पर कोई असर न पड़े और घर बैठे सुरक्षित तरीके से बच्चे शिक्षा ग्रहण करें, इसके लिए ऑनलाइन पढ़ाई शुरू की गई है. ऑनलाइन के जरिए ही असाइनमेंट, प्रोजेक्ट, होम वर्क दिया जा रहा है. ऑनलाइन पढ़ाई को लेकर बच्चों में काफी उत्सुकता देखी जा रही है और बच्चे रुचि भी ले रहे हैं. जब तक करोना की जंग जारी रहेगी तब तक घर रहकर बच्चे सुरक्षित वातावरण में ऑनलाइन पढ़ाई के जरिए शिक्षा ग्रहण करते रहेंगे.

वही आरएन सिंह कॉलेज के प्राचार्य अरुण कुमार सिंह ने बताया कि कॉलेज के सभी शिक्षकों के द्वारा अपने घर से ही बच्चों को ऑनलाइन शिक्षा दी जा रही है. ऑनलाइन शिक्षा के जरिए बच्चों को यह भी बताया जा रहा है कि घर से बाहर ना निकले, घर से बाहर ना निकलने की वजह से ही आप लोगों को ऑनलाइन के जरिए शिक्षा दी जा रही है. बच्चों को कोविड-19 कोरोना वायरस को लेकर भी जागरूक किया जा रहा है.

फोटो: फ़ाइल

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Chhapra: RDS School के सभागार में विद्यालय प्रबंधन की अभिनव पहल के अन्तर्गत विद्यार्थियों के व्यवहारिक पक्ष को मजबूती प्रदान करने हेतु आयोजित प्रतियोगिता परीक्षा के आयोजन के बाद चयनित छात्र–छात्राओं को पुरस्कृत किया गया. इस अवसर पर वर्ग सप्तम एवं अष्ठम के छात्र–छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर अभिभावकों एवं दर्शकों का मन मोह लिया.

इस अवसर पर विद्यालय के निदेशक जगदीश सिंह ने छात्र–छात्राओं को अपने आशीर्वचनो से प्रेरित किया. प्राचार्य अखिलेश्वर तिवारी ने विद्यालय के सभी छात्र छात्राओं को उनको परिश्रम करने का सुझाव दिया ताकि वे जीवन के उच्चाईयों को छू सके.

उप प्राचार्य अशोक ठाकुर ने ऐसे आयोजनों के उद्देश्य पर प्रकाश डाला. इस अवसर पर विद्यालय के शिक्षक चन्दन कुमार सिंह ने उदघोषण का कार्य को सँभालते हुए बच्चों को उनके सहभागिता प्रमाण पत्र वितरित किये. इस अवसर पर विद्यालय के अन्य शिक्षक ने राजीव सिंह, ओम प्रकाश सिंह, मुनमुन कुमार भक्ता, पुनीता वर्मा, आरती सिंह एवं विकाश कुमार यादव ने बच्चों का मार्गदर्शन किया एवं इनके योगदान सराहनीय थे.

 

Chhapra: शहर के प्रभुनाथ नगर स्थित टांड़ी रोड में फर्स्ट स्टेप प्री स्कूल का उद्घाटन किया गया. छपरा नगर निगम की मेयर प्रिया सिंह व एडीएम अरुण कुमार ने फीता काटकर स्कूल का उद्घाटन किया.

इस मौके पर विद्यालय में रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें बच्चों ने अपनी प्रस्तुति पेश की. इस मौके पर मेयर व एडीएम को अंग वस्त्र देकर विद्यालय परिवार द्वारा सम्मानित किया गया. इस दौरान बीजेपी जिलाध्यक्ष रामदयाल शर्मा भी मौजूद रहे.

बच्चों को मिलेगी क्वालिटी एडुकेशन

विद्यालय को लेकर जानकारी देते हुए मोहित सिंह ने बताया कि यह विद्यालय जी ए वी स्कूल का ही एक हिस्सा है. यह विद्यालय प्ले से यूकेजी तक है. जिसमें तमाम तरह की सुविधाएं बच्चों को दी जाएंगी. विद्यालय में एसी क्लासरूम, स्मार्ट क्लास, डिजिटल टीचिंग मेथड, बायोमैट्रिक अटेंडेंस के साथ बच्चों को घर से लाने वाली ट्रांसपोर्ट वेहीकल में सीपीएस ट्रैकिंग सिस्टम लगाई गई है. वहीं प्रिंसिपल नीलम सिंह ने बताया कि आज की शिक्षा व्यवस्था है उससे बिल्कुल हटकर हम काम कर रहे हैं. इसमें बच्चों को लर्निंग फैसिलिटी उपलब्ध कराई जाएगी. बच्चों को बेहतर शिक्षा दिया जाएगा. हमारे यहां के सारे शिक्षक क्वालिफाइड हैं इतना ही नहीं सभी बच्चों को क्वालिटी एजुकेशन दी जाएगी.

Chhapra: जिले में ठंड के सितम और चल रही तेज हवाओं को देखते हुए जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने सोमवार को आदेश जारी करते हुए कहा कि 15 जनवरी तक आठवीं कक्षा का पठन-पाठन स्थगित रहेगा. यह आदेश सरकारी और गैर सरकारी स्कूलों पर लागू होगा.

बताते चलें कि लगातार चौथी बार ठंड के मद्देनजर स्कूलों को बंद करने का निर्णय जिला प्रशासन ने लिया है. इससे पहले तीन बार स्कूलों की छुट्टी की गई थी. छुट्टी होने के बाद बच्चों में काफी खुशी का माहौल है.

Chhapra: शीतलहर और ठंड के कारण सारण जिला प्रशासन ने बच्चों के स्वास्थ्य के मद्देनज़र अगले दो दिन 27 और 28 दिसंबर को वर्ग 5 तक की पढ़ाई स्थगित करने के आदेश दिए गए है.

सभी निजी और सरकारी विद्यालयों को जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने आदेश जारी किया है. वही वर्ग 5 से ऊपर की कक्षाएं सुबह 9 बजे के पहले नही चले इसको लेकर भी आदेश जारी किया गया है. इस आशय की जानकारी DPRO ज्ञानेश्वर प्रकाश ने दी.

आपको बता दें कि जिले में शीतलहर और ठंड से जनजीवन प्रभावित हुआ है. ऐसे मेन लोग घरों से बाहर निकलने से बचते दिख रहे है.

Chhapra: जिला स्तरीय विकास समन्वय एवं अनुश्रवण समिति (दिशा) की बैठक की अध्यक्षता करते हुए सांसद राजीव प्रताप रुडी ने कहा कि सारण जिला के किसी एक प्रखण्ड का चयन कर पायलट प्रोजेक्ट के तहत् उस प्रखण्ड के सभी विद्यालयों में वायोमेट्रिक व्यवस्था लगायी जाय और छात्रों की उपस्थिति वायोमेट्रिक से लिया जाय. इस पर जो राशि खर्च होगी उसे मेरे सांसद निधि से दिया जाएगा. यह व्यवस्था अगर सफल रहेगी तो उसका विस्तार जिले के सभी विद्यालयों में किया जायेगा.

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सांसद ने कहा कि फेज टू और फेज थ्री के तहत् बनने वाली ग्रामीण सड़कों को चिन्हित कर सूची बना ली जाय और उससे संबंधित प्रस्ताव तैयार किया जाय जिसके आधार पर भारत सरकार के ग्रामीण विकास मंत्रालय से वार्ता कर उसके लिए राशि की व्यवस्था करायी जाएगी. सरकारी जमीन की उपलब्धता पर उन्होने कहा कि जिले के हर प्रखण्ड में कहाँ-कहाँ सरकारी जमीन है उसका सर्वे करा लिया जाय और एक सूची बन जाय कि कितने का उपयोग हो रहा है और कितना खाली है.

जिला स्तरीय विकास समन्वय समिति की बैठक में जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन के द्वारा पावर प्वाइंट प्रेजेन्टेशन के माध्यम से जिले में किये जा रहे विकास कार्यों और प्राप्त उपलब्धियांे के बारे विस्तार से उपस्थित सभी सदस्य गण को बताया गया. यह बैठक दो सत्रों में सम्पन्न हुयी. पहली सत्र में कुल 41 एजेण्डा थे जबकि दूसरे सत्र में 16 एजेण्डा रखा गया.

जिलाधिकारी के द्वारा सबसे पहले मनरेगा से शुरूआत की गयी. जिलाधिकारी ने बताया कि मनरेगा के तहत् इस वित्तीय वर्ष में कुल 64734 योजना को प्रारम्भ किया गया जिसमें 41082 को पूर्ण कर लिया गया जिसकी उपलब्धि 63 प्रतिशत रही है. मनरेगा के 84 प्रतिशत कर्मियांे का आधार सीडिंग कर दिया यगा है. सघन वृक्षरोपण के तहत प्रति पंयाचत में तीन यूनिट वृक्ष लगाना था. कुल 969 युनिट का लक्ष रखा गया था जिसके विरूद्ध 298 यूनिट वृक्षारोपण किया गया है. सघन वृक्षारोपण के तहत 124750 पौधे वन विभाग के माध्यम से भी लगाये गये हंै. मनरेगा के तहत् कुल 242 नए पोखरा का निमार्ण कार्य प्रारम्भ किया गया था जिसमें 161 को पूण करा लिया गया है.

जिलाधिकारी ने बताया कि गा्रमीण कार्य विभाग के द्वारा प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत् कुल 46 सड़कों का लक्ष्य रखा गया था जिसमें 44 सड़कों का निर्माण कार्य पूर्ण करा लिया गया है. धान अधिप्राप्ति पर जिलाधिकारी ने बताया कि कुल 1706 किसानों का निबंधन किया गया है जिसमें 1214 का सत्यापन कर लिया गया है और अभी तक 3 हजार क्वीटंल धान की खरीददारी की गयी है. बिहार राज्य फसल सहायता योजना के तहत 2018 में खरीफ फसल के लिए 18.31 करोड़ तथा रबी फसल के लिए 2.37 करोड़ की राशि का वितरण प्रभावित किसानांे के बीच किया गया है. जिलाधिकारी ने बताया कि पीएम-किसान के तहत् 176 करोड़ की राशि का वितरण कराया गया है और इस मामले में सारण जिला बिहार में पहले स्थान पर है.
जिलाधिकारी ने बताया कि जिला में कुल 2228 सार्वजनिक वितरण की दुकाने हैं जिसमें 2169 में पाॅस मशीन लगा दिया गया है. सभी जन वितरण प्रणाली विक्रेताओं को प्रशिक्षण दे दिया गया है. मुख्यमंत्री ग्रामीण पेयजल निश्चिय योजना के तहत् जिला के कुल 4580 वार्डों में 2039 में यह कार्य पूर्ण करा लिया गया है और अन्य सभी वार्डों यह कार्य प्रारम्भ करा दिया गया है सभी वार्डों में इसी वितीय वर्ष में यह कार्य पूर्ण करा लिया जाएगा. कराये गये कार्य की गुणवत्ता की जाँच भी जिला से टीम भेजकर करायी जा रही है और जहाँ से शिकायत मिली है उसके विरूद्ध कार्रवायी की गयी है.

जिलाधिकारी ने कहा कि बाला के तहत् 97 आॅगनबाड़ी केन्द्रांे को उत्क्रमित किया जा रहा है जिसमें 78 का कार्य पूर्ण हो गया है और शेष जनवरी में पूर्ण हो जाएगा. आयुष्मान भारत का 97062 कार्ड अभी तक बनाया गया है. प्रतिदिन लगभग 600 कार्ड बनाया जा रहा है परन्तु इसकी गति को बढ़ाकर 3000 प्रति दिन कराना है. जिला में तेरह लाख कार्ड बनाया जाना है. प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत् कुल 18163 पंजीकरण हुआ है जिसमें 17395 स्वीकृत किया गया है और इसमें जिला की प्रगति अच्छी है. इन्दिरा आवास में 91 प्रतिशत उपलब्धि हाँसिल है. जिले में आॅन-लाइन म्यूटेशन का कार्य प्रारम्भ है और समय सीमा के अंदर प्राप्त आवेदनांे का निष्पादन किया जा रहा है.

बैठक में सांसद महराजगंज-सह-उपाध्यक्ष ‘दिशा’ जनार्दन सिंह सिग्रीवाल, विधायक मुन्द्रिका प्रसाद राय, मुनेश्वर चैधरी, विधान पार्षद वीरेन्द्र नारायण यादव, जिला परिषद कार्यकारी अध्यक्ष सुनील राय, सभी प्रखण्ड प्रमुख सहितपुलिस अधीक्षक, उपविकास आयुक्त, अपर समाहर्ता, सभी जिला स्तरीय पदाधिकारी, प्रखण्ड विकास पदाधिकारी, सभी तकनीकी पदाधिकारी उपस्थित थे.

  • उच्च विद्यालय में भवन निर्माण कार्य का हुआ शिलान्यास

इसुआपुर: वर्षो से भवन की कमी का दंश झेल रहे खोभारी साह उच्च विद्यालय में एक ओर जहां उच्चतर माध्यमिक की पढ़ाई शुरू होगी वही इसके लिए भवन निर्माण कार्य भी जल्द से जल्द प्रारम्भ होगा.

बुधवार को उच्च विद्यालय में भवन निर्माण को लेकर स्थानीय विधायक मुद्रिका प्रसाद राय द्वारा शिलान्यास किया गया. इस अवसर पर उपस्थित जान समूह को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि तरैया विधानसभा क्षेत्र के चहुमुखी विकास को लेकर वह कृत संकल्पित है. क्षेत्र के विकास में सबसे अमूल्य योगदान शिक्षा का है जबतक शैक्षणिक संस्थान का विकास नही होगा तब तक क्षेत्र के पूर्ण विकास की परिकल्पना अधूरी है.

श्री राय ने कहा कि खोभारी साह उच्च विद्यालय स्थापना काल से भवन, पुस्तकालय, शौचालय सहित मूलभूत सुविधाओं का दंश झेल रहा था लेकिन अब यह समाप्त हो चुका है. विद्यालय में उच्चतर माध्यमिक की शिक्षा शुरू होने से जहाँ एक ओर यहाँ के छात्र छात्राओं को दूर नही जाना होगा साथ ही साथ यहाँ भवन निर्माण का कार्य भी जल्द से जल्द प्रारम्भ होगा.

श्री राय ने कहा कि इस विद्यालय के छात्र और छात्राएं दो शिफ्ट में शिक्षा लेते है. जिसके कारण ना सिर्फ उनको पढ़ाई बाधित होती है बल्कि उनका सिलेबस भी पूर्ण नही हो पाता है. एक कार्यक्रम के दौरान जब मैं यहां आया उसी दिन मैंने प्रण किया कि अगली बार मैं तब ही यहां आऊँगा जब इस विद्यालय में भवन की समस्या दूर करूंगा. सदन में प्रश्नकाल, आवेदन और सीएम से वार्ता कर इस विद्यालय के विकास तथा शैक्षणिक विकास की पहल की गई. जिसका लाभ हुआ कि पूरे राज्य में 10 उच्च विद्यालय को उच्चतर विद्यालय में प्रोन्नत किया गया जिसमें 4 विद्यालय सिर्फ तरैया विधानसभा क्षेत्र के है.

उन्होंने कहा कि जीवन रूपी नाव को चलाने के लिए शिक्षा जरूरी है. यहाँ भविष्य का निर्माण होता है. एक जनप्रतिनिधि के नाते क्षेत्र के बच्चो के भविष्य की चिंता मेरी है. शिक्षा, विद्यालय और उसके उपस्कर के लिए मेरा प्रयास हमेशा है और रहेगा. लेकिन मेरा प्रयास तभी सफल होगा जब इस विद्यालय का नया भवन निर्माण पूर्ण होगा और बच्चे उसमे बैठकर पढ़ने लगें. उनको पुस्तकालय मिले, शिक्षको को बैठने की जगह मिले.

उन्होंने विद्यालय के भूमिदाता रामचंद्र प्रसाद, राजेश प्रसाद, अमरनाथ प्रसाद के प्रति आभार व्यक्त करते हुए उन्हें के हाथों वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच शिलान्यास कराया गया.

इस मौके पर प्रमुख प्रतिनिधि अजय राय, पूर्व मुखिया भगवान बैठा, राजकिशोर सिंह, छविनाथ सिंह, विजय राय, धर्मेंद्र राय, श्याम तिवारी, दुलारचंद राय सहित सैकड़ों लोग उपस्थित थे.

Chhapra: छपरा के विधायक डॉ सी एन गुप्ता ने शनिवार को आदर्श हाई स्कूल, नैनी के नवनिर्मित प्रवेश द्वार का उद्घाटन किया. नवनिर्मित गेट का फीता काटकर विधायक डॉ सी एन गुप्ता ने उद्घाटन किया.

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लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि कई वर्षों के बाद इस उच्च विद्यालय को प्रवेश द्वार अब नसीब हुआ है. अब बच्चों को पढ़ने में कोई बाधा नहीं आएगी. ग्रेनाइट युक्त व लोहे के गेट से बने इस विद्यालय के मुख्य गेट के बनने के बाद इसका लूक ही बदल गया है. उन्होंने कहा कि पढ़ाई लिखाई के दौरान किसी तरह की समस्या बच्चों के आड़े आने नहीं दी जाएगी.

विद्यालय के प्राचार्य डॉ विनोद कुमार सिंह ने कहा कि मुझसे पहले के प्राचार्य ने केवल गेट की आवश्यकता बताई थी लेकिन किसी ने निर्माण कार्य शुरु नही किया. किन्तु मैंने 15 अगस्त को कहा था कि हर हाल में गेट निर्माण कराऊँगा आज वह पूरा हुआ है.

इस दौरान विद्यालय के प्राचार्य डॉ विनोद कुमार सिंह, सुमित कुमार सिंह, विद्यालय प्रबंध कार्यकारिणी सदस्य राजीव कुमार सिंह सहित सभी शिक्षक व छात्र मौजूद थे.

बता दें कि विद्यालय स्थापना के बाद से ही गेट का अभाव था. गेट के नहीं होने से छात्रों और शिक्षकों को काफी परेशानी होती थी. विद्यालय के दौरान ही आवारा पशु इसमें प्रवेश कर जाते थे. जिससे पठन-पाठन का कार्य प्रभावित होता था. लेकिन अब ये समस्या दूर हो गई.

 

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इसके बाद विधायक डॉ सी एन गुप्ता ने मौना पंचायत में तीन मुहानी से लेकर फुल मोहम्मद के घर तक बने नवनिर्मित सड़क एवं नाले के निर्माण कार्य का उद्घाटन किया. इस दौरान विधायक ने कहा की आनेवाले दिनों में लगभग क्षेत्र की सड़कों का निर्माण हो जाएगा.

लहलादपुर: प्रखंड विकास पदाधिकारी ने शनिवार को कई विद्यालय का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान कई विद्यालय बंद पाए गए जिनमे कार्यरत शिक्षकों की हाजरी काटने के निर्देश दिया गया.

बीडीओ के निरीक्षण के क्रम में नवसृजित प्राथमिक विद्यालय खिचड़ी दास का टोला, प्राथमिक विद्यालय पुरुषोत्तमपुर विद्यालय बंद पाए गए.

वही प्राथमिक विद्यालय तरवारा हिंदी में बच्चों के लिए एमडीएम नहीं बनाया गया था. साथ ही दो शिक्षक भी अनुपस्थित थे. इसके अलावे प्राथमिक विद्यालय बगौछिया, प्राथमिक विद्यालय मुगौली में निरीक्षण के दौरान विद्यालय में बच्चे अनुपस्थित थे और विधालय में एमडीएम भी बंद था. मध्य विद्यालय पंडीतपुर में चार शिक्षक अनुपस्थित पाए गए. निरीक्षण के दौरान विद्यालय से अनुपस्थित पाए गए सभी शिक्षकों की बीडीओ ने हाजरी काट दी.