Dhar (Madhya Pradesh), 17 सितंबर (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नारी शक्ति को भारत के विकास की असली नींव बताते हुए देशभर की माताओं-बहनों से संकोच छोड़ कर स्वास्थ्य शिविरों में जाकर नि:शुल्क जांच कराने की अपील की। उन्होंने कहा कि आपके उत्तम स्वास्थ्य से ज्यादा मूल्यवान कोई सरकारी तिजोरी नहीं है।

यदि मां स्वस्थ है तो पूरा परिवार स्वस्थ रहता है : प्रधानमंत्री मोदी

प्रधानमंत्री बुधवार को मध्य प्रदेश के धार में ‘स्वस्थ नारी सशक्त परिवार’ अभियान और ‘राष्ट्रीय पोषण माह’ का शुभारंभ करने के बाद विशाल जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि यदि मां स्वस्थ है तो पूरा परिवार स्वस्थ रहता है और यदि मां बीमार हो जाए तो घर की पूरी व्यवस्था चरमरा जाती है। उन्होंने कहा कि आज शुरू की गई पहलें केवल वर्तमान पीढ़ी के लिए नहीं, बल्कि उन बच्चों और भावी नागरिकों के लिए भी हैं, जो अभी पैदा होने वाले हैं। उन्होंने कहा, “यह सुनिश्चित करना कि बच्चे स्वस्थ पैदा हों, उनकी भविष्य की भलाई और समृद्धि की नींव रखता है। यह कार्य केवल एक पीढ़ी का नहीं बल्कि अनगिनत पीढ़ियों का आशीर्वाद है।”

 

प्रधानमंत्री ने मातृ वंदना योजना का उल्लेख किया

मोदी ने मातृ मृत्यु दर और शिशु मृत्यु दर को कम करने के लिए 2017 में शुरू की गई प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना का उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि पहली संतान पर पांच हजार रुपये और दूसरी बेटी के जन्म पर छह हजार रुपये सीधे लाभार्थी माताओं के बैंक खातों में जमा किए जाते हैं। अब तक 4.5 करोड़ से अधिक गर्भवती माताओं को इस योजना का लाभ मिला है और लगभग 19 हजार करोड़ रुपये सीधे उनके खातों तक पहुंचाए गए हैं।

प्रधानमंत्री ने देशभर की माताओं-बहनों से संकोच छोड़कर स्वास्थ्य शिविरों में जाकर नि:शुल्क जांच कराने की अपील की। उन्होंने कहा, “इन शिविरों में कितनी भी महंगी जांच क्यों न हो, सब मुफ्त होंगी। आपके उत्तम स्वास्थ्य से ज्यादा मूल्यवान कोई सरकारी तिजोरी नहीं है। आयुष्मान कार्ड आपके लिए सुरक्षा कवच है। लाखों कैंप लगने वाले हैं और मैं अपने भाइयों से भी आग्रह करता हूं कि वे अपनी माताओं, बहनों और बेटियों का स्वास्थ्य परीक्षण अवश्य कराएं।

2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाना है: प्रधानमंत्री

प्रधानमंत्री ने कहा कि विकसित भारत यात्रा के लिए भारत की नारी शक्ति, युवा शक्ति, गरीब और किसान चार प्रमुख स्तंभ हैं। उन्होंने ‘लखपति दीदी’, ‘बैंक सखी’, ‘ड्रोन दीदी’, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना और मुद्रा योजना जैसी पहलों का उल्लेख करते हुए कहा कि ये योजनाएं गरीबों, महिलाओं और किसानों को आत्मनिर्भर बनाने का काम कर रही हैं।

उन्होंने कहा कि 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाना है और इसमें हमारी नारी शक्ति सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। मातृ-शिशु स्वास्थ्य पर ध्यान देना, शिक्षा, रोजगार और आत्मनिर्भरता—यही विकसित भारत की ठोस नींव है।

प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर भगवान विश्वकर्मा की जयंती का स्मरण किया और उन्हें कौशल निर्माण का देवता बताते हुए नमन किया। उन्होंने महाराजा भोज की वीरता और मां वाग्देवी की कृपा का उल्लेख करते हुए कहा कि भारत की सांस्कृतिक विरासत हमें राष्ट्र रक्षा और आत्मबल का संदेश देती है।

उन्होंने कहा कि विश्वकर्मा जयंती के दिन धार की धरती से देश के सबसे बड़े इंटीग्रेटेड टेक्सटाइल पार्क का शिलान्यास होना ऐतिहासिक है। उन्होंने कहा कि यह पार्क भारत की टेक्सटाइल इंडस्ट्री को नई ऊर्जा देगा, किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य दिलाएगा और युवाओं को बड़े पैमाने पर रोजगार उपलब्ध कराएगा।

यह नया भारत है, जो धमकियों से डरता: प्रधानमंत्री

प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में ऑपरेशन सिंदूर का उल्लेख करते हुए कहा कि पाकिस्तान से आए आतंकवादियों ने भारतीय बहनों-बेटियों का सिंदूर उजाड़ने का दुस्साहस किया था। उन्होंने दृढ़ स्वर में कहा, “हमारे वीर जवानों ने आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया और पाकिस्तान को पलक झपकते ही घुटनों पर ला दिया। यह नया भारत है, जो धमकियों से डरता नहीं बल्कि घर में घुसकर जवाब देता है।”

साथ ही हैदराबाद मुक्ति दिवस की ऐतिहासिक घटना को याद करते हुए उन्होंने कहा कि सरदार पटेल की फौलादी इच्छाशक्ति और भारतीय सेना के साहस से हैदराबाद को अत्याचारों से मुक्त कराया गया था। प्रधानमंत्री ने कहा, “कई दशकों तक इस गौरवशाली घटना को भुला दिया गया था लेकिन हमारी सरकार ने इसे ‘हैदराबाद लिबरेशन डे’ के रूप में अमर कर दिया है।”

त्योहारों के मौसम का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने नागरिकों से स्वदेशी उत्पाद अपनाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, “आप जो भी खरीदें, उसमें किसी न किसी हिंदुस्तानी का पसीना होना चाहिए। उसमें हमारे देश की मिट्टी की महक होनी चाहिए। यही आत्मनिर्भर भारत का सही रास्ता है।”

उन्होंने एक नया मंत्र देते हुए कहा कि हर दुकान पर एक बोर्ड लगना चाहिए- “गर्व से कहो, ये स्वदेशी है।”

मोदी ने बताया कि 22 सितंबर से कम जीएसटी दरें लागू होने जा रही हैं। नवरात्रि के पहले दिन से जब नई दरें लागू होंगी तो हमें स्वदेशी वस्तुएं खरीदकर इसका लाभ उठाना चाहिए।

Araria, 15 सितम्बर(हि.स.)। बिहार में पूर्णिया के शीशाबाड़ी एसएसबी मैदान में आयोजित जनसभा से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 36 हजार करोड़ रूपये मूल्य की सौगात सीमांचल को दी।

35 हजार ग्रामीण और 5 हजार 920 शहरी लाभार्थियों को घरों में गृह प्रवेश कराया गया

पीएम ने पूर्णिया एयरपोर्ट को शुरुआत करने की साथ ही अररिया गलगलिया नई रेल लाइन,जोगबनी से पटना तक की लिए वंदे भारत एक्सप्रेस एक्सप्रेस ट्रेन,जोगबनी से दक्षिण भारत इरोड के लिया अमृत भारत एक्सप्रेस ट्रेन,कटिहार सिलीगुड़ी एक्सप्रेस वाया अररिया गलगलिया नई रेल लाइन,सहरसा छेहरदा (अमृतसर) अमृत भारत एक्सप्रेस ट्रेन की सौगात दी।पीएम नरेन्द्र मोदी ने करीब 36 हजार करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं को हरी झंडी दिखाई।पूर्णिया एयरपोर्ट का नया टर्मिनल बिल्डिंग, नेशनल मखाना बोर्ड, कोसी-मेची इंट्रा-स्टेट रिवर लिंक प्रोजेक्ट सहित कई रेल परियोजनाएं शामिल रही।इसके अलावा पीएम आवास योजना के तहत 35 हजार ग्रामीण और 5 हजार 920 शहरी लाभार्थियों को घरों में गृह प्रवेश कराया गया।

प्रधानमंत्री ने अमृत भारत एक्सप्रेस ट्रेन को रवाना किया गया

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कार्यक्रम का लाइव प्रसारण अररिया सहित फारबिसगंज और जोगबनी स्टेशन पर भी किया गया। रेलवे की ओर से आयोजित कार्यक्रम में जोगबनी से जोगबनी इरोड अमृत भारत एक्सप्रेस ट्रेन,फारबिसगंज स्टेशन से वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। वहीं अररिया से कटिहार सिलीगुड़ी एक्सप्रेस ट्रेन का अररिया के रहमतपुर स्टेशन तक परिचालन शुरु किया गया। फारबिसगंज स्टेशन पर आयोजित कार्यक्रम में पूर्णिया से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ट्रेनों को हरी झंडी दिखाने के बाद वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को फारबिसगंज से और जोगबनी से इरोड के लिए अमृत भारत एक्सप्रेस ट्रेन को रवाना किया गया।

मौके पर भाजपा प्रदेश कार्य समिति सदस्य पंडित अजय कुमार झा ने अपने संबोधन में कहा कि वंदे भारत एक्सप्रेस की शुरुआत की घोषणा पूर्णिया से पटना के लिए की थी,लेकिन अररिया सांसद प्रदीप कुमार सिंह के अथक प्रयास के बाद वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन का परिचालन की स्वीकृति रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से कराया। अररिया,फारबिसगंज,जोगबनी स्टेशन पर आयोजित कार्यक्रम में मौके पर बड़ी संख्या में रेलवे के अधिकारी समेत स्थानीय लोग और एनडीए के कार्यकर्ता मौजूद रहे।सांसद के प्रतिनिधि के रूप में मौजूद भाजपा के प्रदेश कार्य समिति सदस्य एवं राष्ट्रीय परशुराम परिषद के अध्यक्ष पंडित अजय कुमार झा, मुख्य पार्षद वीणा देवी,उप मुख्य पार्षद नूतन भारती,पूर्व विधायक लक्ष्मी नारायण मेहता,एनडीए के लोकसभा संयोजक समरनाथ सिंह,बिमल सिंह,रानी यादव,जयरानी देवी,पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे मालीगांव के एजीएम वीरभद्र विश्वकर्मा,कटिहार डीआरएम किरेंद्र नारहा, पीसीएमई अजय नंदन,एडीआरएम मनोज कुमार सिंह, सीपीटीएम अतुल राणे,सीनियर डीसीएम ए.के.सिंह,सीनियर डीओएम अजितेश राय,सीनियर डीएसओ अमित सिंह,सीनियर डीईएन सुजय साहा,सीनियर डीएमई आशीष कुमार,भाजपा महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष चांदनी सिंह,प्रेम मिश्रा,दिलीप पटेल,नागरिक संघर्ष समिति के अध्यक्ष शाहजहां शाद,सुभाष अग्रवाल,बछराज राखेचा,विनोद सरावगी सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।

Kolkata, 15 सितम्बर (हि.स.) । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कोलकाता स्थित भारतीय थलसेना के ईस्टर्न कमांड मुख्यालय विजय दुर्ग (पूर्ववर्ती फोर्ट विलियम) में तीन दिवसीय संयुक्त कमांडरों के सम्मेलन का उद्घाटन किया। इस अवसर पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी मौजूद रहे। यह सम्मेलन ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद का पहला उच्चस्तरीय आयोजन है।

इस वर्ष सम्मेलन का विषय है – सुधारों का वर्ष

रक्षा अधिकारियों के अनुसार, ऑपरेशन सिंदूर सीमापार आतंक ढांचे को ध्वस्त करने के लिए की गई एक दंडात्मक और लक्षित सैन्य कार्रवाई थी। इस अभियान ने त्रि-सेनाओं की सटीकता, पेशेवर क्षमता और सुनियोजित रणनीति का प्रदर्शन किया।

सम्मेलन में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान और थल, वायु और नौसेना प्रमुख भी शामिल हुए। इस मंच को सशस्त्र बलों का सर्वोच्च मंथन स्थल माना जाता है, जहां सैन्य और राजनीतिक नेतृत्व सामरिक, संस्थागत और परिचालन प्राथमिकताओं पर विचार-विमर्श करता है।

इस वर्ष सम्मेलन का विषय है – ‘सुधारों का वर्ष: भविष्य के लिए रूपांतरण’। 16वें संस्करण का मुख्य फोकस सशस्त्र बलों में सुधार, परिवर्तन, तकनीकी आधुनिकीकरण और बहु-क्षेत्रीय तैयारियों को सुदृढ़ करना है। रक्षा अधिकारियों का कहना है कि यह बैठक सेनाओं की गहरी एकीकरण प्रक्रिया और उच्चस्तरीय ऑपरेशनल तत्परता के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाती है।

प्रधानमंत्री मोदी कल शाम असम से कोलकाता पहुंचे और राजभवन में रात बिताने के बाद सोमवार सुबह करीब 9:30 बजे विजय दुर्ग पहुंचे। वह दोपहर बाद बिहार के पूर्णिया रवाना होंगे। यह पिछले पांच महीनों में प्रधानमंत्री का चौथा बंगाल दौरा है और एक माह के भीतर दूसरा। संयुक्त कमांडरों का पिछला सम्मेलन वर्ष 2023 में भोपाल में आयोजित हुआ था।

Darrang, 14 सितंबर (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को कांग्रेस नेतृत्व और नेहरू पर निशाना साधते हुए कहा कि भूपेन हजारिका का अपमान और 1962 के असम के घाव आज तक हरे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा था कि मोदी नाचने-गाने वालों को भारत रत्न दे रहा है।

प्रधानमंत्री ने असम में 6,300 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया

प्रधानमंत्री ने असम के दरांग जिले के मंगलदोई में स्वास्थ्य एवं अवसंरचना क्षेत्र से जुड़ी 6,300 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया। इस अवसर पर आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कांग्रेस नेतृत्व पर तीखा हमला बोला। मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने भारत रत्न से सम्मानित असम के गौरव भूपेन हजारिका का अपमान किया और पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की 1962 के भारत-चीन युद्ध के दौरान की गई टिप्पणी से असम के लोगों के घाव आज भी नहीं भरे हैं।

1962 के घाव अब तक हरेः प्रधानमंत्री मोदी

प्रधानमंत्री ने कहा, “जब भारत सरकार ने असम के महान सपूत और संगीत जगत के पुरोधा भूपेन दा हजारिका जी को भारत रत्न से सम्मानित किया तो कांग्रेस पार्टी के तत्कालीन अध्यक्ष ने बयान दिया कि मोदी नाचने-गाने वालों को भारत रत्न दे रहा है। यह बयान केवल मेरा ही नहीं बल्कि असम की धरती और भारत की संस्कृति का भी गहरा अपमान है।”

मोदी ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत विस्वा सरमा ने उन्हें यह बयान कल बताया और आज सुबह वीडियो दिखाया। प्रधानमंत्री ने कहा, “यह देखकर मुझे गहरी चोट पहुंची।”

उन्होंने कहा, “1962 में जब भारत-चीन युद्ध हुआ था, तब पंडित जवाहरलाल नेहरू ने चीन के हमले के दौरान जो टिप्पणी की थी, उसके घाव आज भी असम और पूर्वोत्तर के लोगों के दिलों में हरे हैं। कांग्रेस की वर्तमान पीढ़ी भी इन्हीं घावों पर नमक छिड़कने का काम कर रही है।”

किसी का अपमान होता है तो मैं उसे बर्दाश्त नहीं कर सकता: प्रधानमंत्री मोदी

प्रधानमंत्री ने कहा, “मैं भगवान शिव का भक्त हूं। चाहे मुझे कितनी भी गालियां क्यों न दी जाएं, मैं सारा जहर निकाल देता हूं लेकिन जब किसी और का अपमान होता है तो मैं उसे बर्दाश्त नहीं कर सकता।”

उन्होंने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा, “इनका अहंकार इतना है कि वे समझते हैं मेरा कोई और रिमोट कंट्रोल है। लेकिन मेरा केवल एक ही रिमोट कंट्रोल है और वह हैं देश के 140 करोड़ नागरिक। मेरी आत्मा की आवाज जनता जनार्दन ही है।”

प्रधानमंत्री मोदी ने इस अवसर पर असम को स्वास्थ्य और परिवहन क्षेत्र से जुड़ी बड़ी परियोजनाओं की सौगात दी। इसमें दरांग मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, जीएनएम स्कूल, बी.एससी. नर्सिंग कॉलेज, गुवाहाटी रिंग रोड परियोजना और कुरुवा-नारेंगी पुल शामिल हैं। उन्होंने कहा कि डबल इंजन सरकार असम को स्वास्थ्य हब के रूप में विकसित करने के लिए पूरी निष्ठा से कार्य कर रही है।

मोदी ने कहा, “ऑपरेशन सिंदूर के बाद असम का यह मेरा पहला दौरा है। मां कामाख्या के आशीर्वाद से ऑपरेशन सिंदूर को सफलता मिली। जन्माष्टमी के पावन पर्व पर यहां आकर मुझे दोगुना सौभाग्य प्राप्त हुआ है। यह धरती संस्कृति, इतिहास और भविष्य की आशाओं का संगम है।”

त्योहारों के दौरान स्वदेशी सामान खरीदने को लेकर मोदी ने जनता से आग्रह किया

उन्होंने हाल ही में मनाए गए भारत रत्न भूपेन हजारिका के जन्मदिवस को याद करते हुए कहा कि भाजपा की डबल इंजन सरकार असम के महान पूर्वजों के सपनों को पूरा करने में लगातार जुटी हुई है। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश आज सबसे तेज़ गति से बढ़ती अर्थव्यवस्था है और असम 13 प्रतिशत की विकास दर के साथ सबसे तेजी से प्रगति करने वाले राज्यों में है। उन्होंने कहा, “कभी विकास की दौड़ में पिछड़ रहा असम आज तेजी से आगे बढ़ रहा है। यह असम के लोगों की मेहनत और डबल इंजन सरकार के प्रयासों का परिणाम है।”

मोदी ने कांग्रेस सरकारों पर हमला बोलते हुए कहा, “कांग्रेस ने दशकों तक असम पर राज किया लेकिन ब्रह्मपुत्र पर केवल तीन पुल बनाए। जबकि भाजपा की सरकार ने पिछले 10 वर्षों में छह पुल बनाकर दिखाए। यह है काम करने का अंतर।” उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर में कनेक्टिविटी बढ़ने से कारोबार के अवसर बढ़े हैं और युवाओं के लिए रोजगार के नए दरवाजे खुले हैं।

प्रधानमंत्री मोदी ने सीमा सुरक्षा और घुसपैठ के मुद्दे को भी उठाया। उन्होंने कहा, “घुसपैठियों के माध्यम से बॉर्डर इलाकों की डेमोग्राफी बदलने की साजिशें चल रही हैं। घुसपैठियों को संरक्षण देने वालों को देश माफ नहीं करेगा। यह राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए बहुत बड़ा खतरा है। इसलिए अब देश में डेमोग्राफी मिशन शुरू किया जा रहा है।”

मोदी ने जनता से आग्रह किया कि वे त्योहारों के दौरान खरीदारी करते समय केवल स्वदेशी सामान ही खरीदें। उन्होंने कहा, “आपके बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए स्वदेशी वस्तुएं खरीदें। यह संकल्प विकसित भारत की ओर एक कदम है।”

कांग्रेस सेना का मनोबल बढ़ाने के बजाय पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों का साथ देती है: प्रधानमंत्री मोदी

प्रधानमंत्री ने कहा, “कांग्रेस सेना का मनोबल बढ़ाने के बजाय पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों का साथ देती है। यह असम और पूरे देश के लिए घातक है।”

उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार का लक्ष्य पूर्वोत्तर को राष्ट्रीय विकास की धारा में अग्रणी भूमिका देना है। डबल इंजन सरकार असम को स्वास्थ्य हब के रूप में विकसित कर रही है। विकसित भारत के सपने को साकार करने में पूर्वोत्तर की बड़ी भूमिका होगी।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “अब जीएसटी में नेक्स्ट-जेनरेशन सुधार होंगे। मैं आपके लिए एक बड़ी खुशखबरी लेकर आया हूं। आज से ठीक नौ दिन बाद, नवरात्रि के पहले दिन जीएसटी दरों में बड़ी कमी की जाएगी। इससे देश के हर परिवार को फायदा होगा और रोजमर्रा की वस्तुएं सस्ती होंगी।”

प्रधानमंत्री ने कहा कि पूरा देश विकसित भारत के निर्माण के लिए एकजुट होकर आगे बढ़ रहा है। खासकर हमारे युवा साथियों के लिए विकसित भारत केवल सपना ही नहीं, बल्कि संकल्प भी है। आप सभी मिलकर इसे साकार करेंगे।

Imphal, 13 सितंबर (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को मणिपुर की राजधानी इम्फाल में 1,200 करोड़ रुपये से अधिक की 17 विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया। इन परियोजनाओं में मंत्रिपुखरी स्थित सिविल सचिवालय, आईटी एसईजेड बिल्डिंग, नया पुलिस मुख्यालय, दिल्ली और कोलकाता में मणिपुर भवन तथा चार जिलों में महिलाओं के लिए विशेष इमा मार्केट शामिल हैं।

ये योजनाएं इम्फाल समेत पूरे राज्य को नई ऊर्जा देंगी: प्रधानमंत्री

प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि मणिपुर में हो रहे इन विकास कार्यों से आमजन के जीवन में सुगमता आएगी, राज्य का इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत होगा और युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। जिन परियोजनाओं का काम शुरू हुआ है, उनमें मणिपुर शहरी सड़क परियोजना (3,600 करोड़ रुपये) और मणिपुर इन्फोटेक विकास परियोजना (500 करोड़ रुपये) अहम हैं। ये योजनाएं इम्फाल समेत पूरे राज्य को नई ऊर्जा देंगी।

उन्होंने कहा कि अतीत में, पश्चिमी और दक्षिणी भारत के प्रमुख शहरों का विकास हुआ, वहां सपने आकार लेते थे और युवाओं को अवसर मिलते थे, लेकिन 21वीं सदी पूर्व और पूर्वोत्तर की है। इसीलिए भारत सरकार ने मणिपुर के विकास को प्राथमिकता दी है। परिणामस्वरूप, मणिपुर की विकास दर लगातार बढ़ रही है। 2014 से पहले, राज्य की विकास दर एक प्रतिशत से भी कम थी। आज मणिपुर पहले से कई गुना तेज़ी से प्रगति कर रहा है। हमारी सरकार पूरी संवेदनशीलता से मणिपुर की लोगों के जीवन की मुश्किलों को कम करने का पूरा प्रयास कर रही है। मणिपुर के कई हिस्सों में बाढ़ से भी बहुत परेशानी होती है। इस समस्या को कम करने के लिए भी सरकार कई प्रोजेक्ट्स पर काम कर रही है।

इससे पहले प्रधानमंत्री ने मणिपुर में  7,300 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का शिलान्यास किया था

कार्यक्रम में मणिपुर के राज्यपाल अजय कुमार भल्ला ने कहा कि बीते दो वर्षों में राज्य ने कई चुनौतियों का सामना किया है, लेकिन राज्य और केंद्र सरकार के प्रयासों से शांति और सद्भाव काफी हद तक बहाल हुआ है। उन्होंने नागरिकों से अपील की कि वे मतभेदों से ऊपर उठकर राज्य की शांति और समृद्धि के लिए मिलकर काम करें। भल्ला ने बताया कि कानून-व्यवस्था में सुधार हुआ है, स्वास्थ्य सुविधाएं फिर से शुरू की गई हैं और विस्थापित लोगों के पुनर्वास के लिए कार्ययोजना पर तेजी से काम हो रहा है।

प्रधानमंत्री ने इससे पहले मणिपुर के चूड़ाचांदपुर में 7,300 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का शिलान्यास किया था, जिनमें शहरी सड़क, ड्रेनेज व एसेट मैनेजमेंट प्रोजेक्ट, पांच राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाएं और मणिपुर इन्फोटेक डेवलपमेंट परियोजना शामिल हैं। प्रधानमंत्री ने इम्फाल की अपनी यात्रा के दौरान स्थानीय लोगों से भी बातचीत की।

Patna, 13 सितंबर (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी  15 सितम्बर को बिहार के पूर्णिया आयेंगे। प्रधानमंत्री नवनिर्मित पूर्णिया एयरपोर्ट के उद्घाटन के साथ-साथ कोसी-मेंची लिंक परियोजना, पटना मेट्रो सहित कई अन्य परियोजनाओं की सौगात बिहार को देंगे।

बिहार सरकार ने पूर्णिया में 30 अधिकारियों की तैनाती की है

प्रधानमंत्री के दौरे को लेकर प्रशासनिक तैयारियां अंतिम चरण में है। बिहार सरकार ने पूर्णिया में 30 अधिकारियों की तैनाती की है। ये सभी अधिकारी 14 से 15 सितंबर यानी दो दिनों तक पूर्णिया में तैनात रहेंगे। सामान्य प्रशासन विभाग की तरफ से जारी आदेश में कहा गया कि प्रधानमंत्री के पूर्णिया दौरे के दौरान सुरक्षा एवं विधि व्यवस्था संधारण के लिए इन अधिकारियों को पूर्णिया समाहरणालय में तैनात किया जाता है।

15 सितम्बर को पूर्णिया एयरपोर्ट का उद्घाटन करेंगे प्रधानमंत्री 

प्रधानमंत्री मोदी आगामी 15 सितम्बर को पूर्णिया एयरपोर्ट का उद्घाटन करेंगे और एक जनसभा को संबोधित करेंगे। पूर्णिया राज्य का चौथा वाणिज्यिक एयरपोर्ट होगा, जहां से यात्री विमान सेवा शुरू हो सकेगी। एयरपोर्ट उद्घाटन के दौरान केवल विशिष्ट एवं गणमान्य व्यक्तियों को ही प्रवेश मिलेगा। जबकि शीशाबाड़ी की जनसभा में आम जनता बड़ी संख्या में शामिल होगी। पांच हैंगर का निर्माण भी जनसभा के लिए किया गया है।

16-17 स्थानों पर वाहन पार्किंग के लिए जगह चिन्हित की गई है

प्रधानमंत्री के दौरे को लेकर पुलिस-प्रशासन अलर्ट मोड में है। ट्रैफिक पुलिस आम लोगों के लिए रूट चार्ट और पार्किंग स्थलों को अंतिम रूप देने में लगी हुई है। कसबा, डगरूआ लेन, गुलाबबाग मार्केटिंग यार्ड, शीशाबाड़ी चौक और जीरोमाइल सहित 16-17 स्थानों पर वाहन पार्किंग के लिए जगह चिन्हित की गई है। जनसभा में भाग लेने के लिए जिले सहित सीमावर्ती इलाकों से बसों द्वारा लोगों के आने की संभावना है।

Varanasi, 11 सितम्बर (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गुरुवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के एक दिवसीय दौरे पर पहुंचे। बाबतपुर स्थित लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उनके विशेष विमान के उतरते ही प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुष्पगुच्छ भेंट कर गर्मजोशी से उनका स्वागत किया।

बाबतपुर एयरपोर्ट से नदेसर तक भव्य स्वागत, मुख्यमंत्री योगी ने की अगवानी

एयरपोर्ट से कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच प्रधानमंत्री मोदी वायुसेना के विशेष हेलीकॉप्टर से रिजर्व पुलिस लाइन पहुंचे। वहां से सड़क मार्ग से उनका काफिला नदेसर स्थित ताज होटल की ओर रवाना हुआ। पूरे मार्ग में जनप्रतिनिधियों, भाजपा कार्यकर्ताओं और आम जनता ने ढोल-नगाड़े की थाप और शंखवादन के बीच पुष्पवर्षा कर प्रधानमंत्री का भव्य स्वागत किया। यह प्रधानमंत्री मोदी का काशी का 52वां दौरा है, जिसे लेकर शहर में भारी उत्साह और तैयारियां देखने को मिलीं।

दोनों देशों के बीच आयोजित द्विपक्षीय वार्ता में शामिल होंगे प्रधानमंत्री

नदेसर स्थित ताज होटल में प्रधानमंत्री मोदी और मॉरीशस के प्रधानमंत्री डॉ. नवीनचंद्र रामगुलाम दोनों देशों के बीच आयोजित द्विपक्षीय वार्ता में शामिल होंगे। इस बैठक में भारत और मॉरीशस के बीच व्यापार, सांस्कृतिक सहयोग, विरासत संरक्षण और वैश्विक मुद्दों पर गहन चर्चा होगी। बैठक के उपरांत दोनों राष्ट्र प्रमुख संयुक्त रूप से दोपहर का भोजन भी करेंगे। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी अपराह्न देहरादून रवाना होंगे, जहां वे उत्तराखंड के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण करेंगे।

New Delhi, 7 सितंबर (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 9 सितंबर को बाढ़ प्रभावित पंजाब का दौरा करेंगे।इस दौरान वे बाढ़ प्रभावित इलाके के लोगों से बातचीत कर हालात के बारे में जानेंगे।भाजपा की पंजाब इकाई की तरफ से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इसकी जानकारी दी गई है।

बाढ़ प्रभावित लोगों और किसानों से सीधे मुलाकात कर उनका दुख साझा करेंगे प्रधानमंत्री

पार्टी की तरफ से एक्स पोस्ट में बताया गया है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 9 सिंतबर को पंजाब के गुरुदासपुर आ रहे हैं। वे बाढ़ प्रभावित लोगों और किसानों से सीधे मुलाकात कर उनका दुख साझा करेंगे और पीड़ितों की मदद के लिए कदम उठाएंगे।

इससे पहले गुरुवार को केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज चौहान ने अमृतसर जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया था। उन्होंने यह भी कहा था कि बाढ़ प्रभावित इलाकों के आकलन के लिए दो केंद्रीय दल भी पंजाब दौरे हैं जो केंद्र को अपनी रिपोर्ट सौंपेंगे।
उल्लेखनीय है कि पंजाब के ज्यादातर जिले इन दिनों बाढ़ की चपेट में हैं। इससे राज्य के लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इससे हो रहे व्यापक नुकसान को देखते हुए केंद्रीय आर्थिक मदद की मांग लगातार हो रही है।

Patna: बिहार में चुनावी माहौल के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष पर तीखा हमला बोला है। विगत दिनों वोटर अधिकार यात्रा के दौरान दरभंगा की एक सभा में मंच से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी माँ को कहे गए अपशब्द पर प्रधानमंत्री ने अपनी चुप्पी तोड़ी है। बिहार सरकार के एक कार्यक्रम के दौरान अपने सम्बोधन में  उन्होंने अपनी मां के संघर्षों का ज़िक्र करते हुए कहा कि अगर उनकी मां एक दिन भी आराम कर लेतीं, तो बच्चों को दुख झेलना पड़ता। मोदी ने कहा कि उनकी मां ने कभी अपने लिए नई साड़ी तक नहीं खरीदी और एक-एक पैसा जोड़कर अपने बच्चों की पढ़ाई और कपड़ों का इंतज़ाम किया।

मां का स्थान देवी-देवताओं से भी ऊपर: नरेंद्र मोदी

प्रधानमंत्री ने कहा कि “मैं अपनी मां की बात कर रहा हूं, लेकिन देश की करोड़ों मांएं ऐसी ही तपस्या करती हैं। एक गरीब मां जीवनभर अपने बच्चों को शिक्षा और ऊंचे संस्कार देती है। इसी वजह से मां का स्थान देवी-देवताओं से भी ऊपर माना जाता है।”

मोदी ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि नामदार कभी गरीब मां की तपस्या और उसके बेटे की पीड़ा को नहीं समझ सकते। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को यह कभी बर्दाश्त नहीं हुआ कि कोई पिछड़ा या अति पिछड़ा आगे बढ़े। मोदी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस नेताओं की गालियों की सूची बहुत लंबी है।

गरीब मां की तपस्या को शाही खानदान नहीं समझ सकता

उन्होंने आगे कहा कि केवल मेरी मां को नहीं गाली दी गई है साथियों, एक गरीब मां की तपस्या और उसके बेटे की पीड़ा को शाही खानदानों में पैदा हुए युवराज कभी समझ ही नहीं सकते।

प्रधानमंत्री ने कहा, “मुझे कभी कीड़ा कहा जाता है, कभी जहर वाला सांप बोला जाता है। अब तो मेरी मां, जिनका राजनीति से कोई लेना-देना नहीं था, उन्हें भी मंच से गाली दी गई। यह मानसिकता सिर्फ मां को नहीं, बहनों और महिलाओं को भी गाली देती है। यह सोच महिलाओं को कमजोरी मानती है और शोषण की वस्तु समझती है।”

प्रधानमंत्री मोदी ने जनता का आभार जताते हुए कहा कि देश ने नामदारों को नहीं, बल्कि एक गरीब मां के बेटे को आशीर्वाद देकर प्रधान सेवक बनाया।

 

New Delhi, 1 सितंबर (हि.स.)। अफगानिस्तान में रविवार देर रात आए भूकंप में 800 से ज्यादा लोगों की जान चले जाने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दुख जताया है। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में आई इस आपदा में जान-माल की हानि से अत्यंत दुखी हूं।

इस कठिन समय में भारत शोक संतप्त परिवारों के साथ खड़ा है: प्रधानमंत्री मोदी

प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पोस्ट में कहा कि इस कठिन समय में भारत शोक संतप्त परिवारों के साथ खड़ा है और घायलो के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता है। भारत अफगानिस्तान के प्रभावित लोगों को हर संभव मानवीय सहायता और राहत प्रदान करने के लिए तत्पर है। भारत पहले भी प्राकृतिक आपदाओं के समय अंतरराष्ट्रीय सहयोग में आगे रहा है और इस बार भी वह पीछे नहीं रहेगा।

रविवार देर रात 6.0 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया

उल्लेखनीय है कि अफगानिस्तान के पूर्वी हिस्से में पाकिस्तान सीमा के पास रविवार देर रात 6.0 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया। इसने भारी तबाही मचाई। तालिबान सरकार के अनुसार 800 से अधिक लोग मारे गए हैं, ज्यादातर सुदूर कुनार प्रांत में हैं। अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के मुताबिक, भूकंप का केंद्र जलालाबाद से 27 किमी पूर्व और जमीन से 8 किमी गहराई पर था। लगभग 20 मिनट बाद उसी प्रांत में 4.5 तीव्रता का दूसरा भूकंप भी आया।

New Delhi, 1 सितंबर (हि.स.)। चीन के तियानजिन में शंघाई सहयोग संगठन शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने मुलाकात की। इस दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत और रूस कठिन से कठिन परिस्थितियों में हमेशा कंधे से कंधे मिलाकर चले हैं। दोनों नेताओं ने यूक्रेन संघर्ष और वैश्विक परिस्थितियों पर चर्चा की तथा ऊर्जा, वित्त और आर्थिक क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को और मजबूत करने पर सहमति जताई।

दोनों नेताओं ने अपने समर्थन की पुष्टि की

प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर भारत-रूस संबंधों की गहराई और व्यापकता का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि कठिन परिस्थितियों में भी दोनों देश हमेशा एक-दूसरे के साथ खड़े रहे हैं। यह करीबी सहयोग न केवल दोनों देशों के लिए, बल्कि वैश्विक शांति, स्थिरता और समृद्धि के लिए भी महत्वपूर्ण है। दोनों नेताओं ने दोनों देशों के बीच विशेष एवं विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के लिए अपने समर्थन की पुष्टि की।

विदेश मंत्रालय के अनुसार दोनों नेताओं ने इस अवसर पर द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विचार-विमर्श किया। विशेष रूप से, यूक्रेन में जारी संघर्ष और उससे जुड़े नवीनतम घटनाक्रमों पर भी गंभीर चर्चा की गई। प्रधानमंत्री मोदी ने रूसी राष्ट्रपति से कहा, “यूक्रेन में चल रहे संघर्ष के विषय में हम लगातार चर्चा करते रहे हैं। हाल में किए गए शांति के सभी प्रयासों का हम स्वागत करते हैं। हम आशा करते हैं कि सभी पक्ष सकारात्मक ढंग से आगे बढ़ेंगे। संघर्ष को जल्द से जल्द खत्म करने और स्थाई शांति स्थापित करने का रास्ता खोजना होगा। यह पूरी मानवता की पुकार है।”

भारत, रूस के साथ सभी क्षेत्रों में सहयोग को और आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है : प्रधानमंत्री

मुलाकात के दौरान दोनों नेताओं ने आर्थिक, वित्तीय और ऊर्जा क्षेत्रों में सहयोग की समीक्षा की। उन्होंने इन क्षेत्रों में निरंतर प्रगति पर संतोष व्यक्त किया और आगे भी साझेदारी को नई ऊंचाइयों तक ले जाने की प्रतिबद्धता जताई। दोनों पक्षों ने विशेष एवं विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी को और गहरा करने की आवश्यकता को दोहराया।

प्रधानमंत्री ने अपने वार्ता के दौरान अपने शुरुआती वक्तव्य में कहा कि दिसंबर में भारत में होने वाले 23वें वार्षिक शिखर सम्मेलन में राष्ट्रपति पुतिन का स्वागत करने के लिए भारत उत्सुक है। उन्होंने अपने संबोधन में राष्ट्रपति पुतिन का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनके सहयोग और मित्रता ने भारत-रूस संबंधों को नई दिशा दी है। उन्होंने यह भी दोहराया कि भारत, रूस के साथ सभी क्षेत्रों में सहयोग को और आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है।

वहीं दोनों नेताओं की बैठक से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां भी सामने आईं। राष्ट्रपति पुतिन प्रधानमंत्री मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठक स्थल तक कार से यात्रा करना चाहते थे। इसके लिए उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी का लगभग दस मिनट तक इंतजार किया। उसके बाद दोनों नेता एक ही कार में यात्रा करते हुए आपसी मुद्दों पर चर्चा करते रहे।

दोनों नेताओं ने कार में लगभग 45 मिनट तक बातचीत जारी रखी

द्विपक्षीय बैठक स्थल पर पहुंचने के बाद भी दोनों नेताओं ने कार में लगभग 45 मिनट तक बातचीत जारी रखी। इसके बाद उनकी द्विपक्षीय बैठक हुई, जो एक घंटे से अधिक समय तक चली। इस बैठक में भारत-रूस संबंधों को और बेहतर बनाने पर गहन विचार-विमर्श किया गया।

कार में हुई मुलाकात की प्रधानमंत्री ने तस्वीर भी साझा की। उन्होंने एक्स पर कहा, “एससीओ शिखर सम्मेलन स्थल पर कार्यवाही में भाग लेने के बाद, राष्ट्रपति पुतिन और मैं द्विपक्षीय बैठक स्थल पर साथ-साथ गए। उनके साथ बातचीत हमेशा ज्ञानवर्धक होती है।”

वहीं शिखर सम्मेलन में भाग लेने से पहले भी प्रधानमंत्री मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच गर्मजोशी से मुलाकात हुई। दोनों नेताओं ने गले मिलकर मित्रता का परिचय दिया। इस अवसर पर चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग भी मौजूद थे। यह मुलाकात भारत-रूस संबंधों की मजबूती दर्शाती है।

New Delhi, 01 सितंबर (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को कहा कि भारत की एससीओ नीति तीन स्तंभों सुरक्षा, संपर्क और अवसर पर आधारित है। उन्होंने कहा कि आतंकवाद मानवता की साझा चुनौती है और इस पर दोहरे मानदंड अस्वीकार्य हैं। वहीं मजबूत संपर्क से विश्वास और विकास बढ़ता है, किंतु इसमें संप्रभुता का सम्मान होना चाहिए। उन्होंने कहा कि एससीओ बहुपक्षवाद और समावेशी विश्व व्यवस्था का मार्गदर्शक बन सकता है। प्रधानमंत्री ने वैश्विक संस्थानों में सुधार की आवश्यकता पर भी बल दिया।

सुरक्षा, शांति और स्थिरता किसी भी देश के विकास का आधार हैं: प्रधानमंत्री मोदी

प्रधानमंत्री मोदी ने उक्त बातें तियानजिन (चीन) में आयोजित 25वें शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन के पूर्ण सत्र को संबोधित करते हुए कहीं। प्रधानमंत्री ने कहा कि सुरक्षा, शांति और स्थिरता किसी भी देश के विकास का आधार हैं, लेकिन आतंकवाद, अलगाववाद और अतिवाद इसके बड़े अवरोध हैं। उन्होंने कहा कि आतंकवाद केवल किसी देश की सुरक्षा के लिए ही नहीं बल्कि पूरी मानवता के लिए साझा चुनौती है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत चार दशकों से आतंकवाद का दंश झेल रहा है। कितनी ही माताओं ने अपने बच्चे खोए हैं और कितने बच्चे अनाथ हुए हैं। उन्होंने हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकी हमले का उल्लेख करते हुए कहा कि यह घटना केवल भारत की आत्मा पर आघात नहीं थी बल्कि मानवता में विश्वास रखने वाले हर देश और हर व्यक्ति को चुनौती थी।

उन्होंने सवाल उठाया कि क्या कुछ देशों द्वारा आतंकवाद का खुलेआम समर्थन स्वीकार्य हो सकता है? उन्होंने स्पष्ट कहा कि आतंकवाद पर किसी भी प्रकार के दोहरे मानदंड स्वीकार्य नहीं होंगे। मानवता के हित में सभी को एक स्वर में आतंकवाद का हर रूप और हर रंग में विरोध करना होगा।

मजबूत संपर्क से केवल व्यापार ही नहीं बल्कि विश्वास और विकास के द्वार भी खुलते हैं: प्रधानमंत्री मोदी

प्रधानमंत्री ने वैश्विक संस्थानों में सुधार की आवश्यकता पर भी बल दिया। उन्होंने कहा कि एससीओ सदस्य इस दिशा में आपसी सहयोग बढ़ा सकते हैं। सुझाव देते हुए उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र की अस्सीवीं वर्षगांठ पर सभी सदस्य देश मिलकर सुधार का आह्वान कर सकते हैं। इसी संदर्भ में प्रधानमंत्री ने कहा कि वैश्विक दक्षिण की आकांक्षाओं को पुराने ढांचों में कैद रखना आने वाली पीढ़ियों के साथ अन्याय होगा।

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत का मत है कि मजबूत संपर्क से केवल व्यापार ही नहीं बल्कि विश्वास और विकास के द्वार भी खुलते हैं। इसी सोच के साथ भारत चाबहार बंदरगाह और अंतरराष्ट्रीय उत्तर-दक्षिण परिवहन गलियारे जैसे उपक्रमों पर काम कर रहा है, जिससे अफगानिस्तान और मध्य एशिया के साथ संपर्क बढ़ सके।

हर संपर्क प्रयास में संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान होना चाहिए: प्रधानमंत्री मोदी

उन्होंने इस संदर्भ में इस बात पर बल दिया कि हर संपर्क प्रयास में संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान होना चाहिए, जो एससीओ चार्टर के मूल सिद्धांतों में भी निहित है।

प्रधानमंत्री ने अवसर को सहयोग और सुधार की संभावना बताया। उन्होंने जन संबंधों को सुदृढ़ बनाने के लिए सुझाव दिया कि एससीओ के अंतर्गत एक सभ्यतागत संवाद मंच बनाया जाए, जिससे प्राचीन सभ्यताओं, कला, साहित्य और परंपराओं को वैश्विक मंच पर साझा किया जा सके।

भारत का विकास मंत्र देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि देश ‘सुधार, प्रदर्शन और रूपांतरण’ के मूलमंत्र पर आगे बढ़ रहा है। कोविड-19 हो या वैश्विक आर्थिक अस्थिरता, भारत ने हर चुनौती को अवसर में बदलने का प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि भारत लगातार व्यापक सुधारों पर काम कर रहा है, जिससे विकास और अंतरराष्ट्रीय सहयोग के नए अवसर खुल रहे हैं। उन्होंने सभी को भारत की विकास यात्रा से जुड़ने का आमंत्रण दिया।

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत सभी साझेदारों के साथ समन्वय और सहयोग से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने एससीओ के अगले अध्यक्ष, किर्गिज़स्तान के राष्ट्रपति और अपने मित्र राष्ट्रपति जापारोव को शुभकामनाएं दीं।