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समाजवाद के सबसे बड़े पुरोधा थे डॉo राममनोहर लोहिया: संतोष महतो

Chhapra: सारण के तरैया विधानसभा के अंतर्गत बेलहरी वैश्व चेतना मंच द्वारा समाजवाद के जनक डॉ0 राममनोहर लोहिया के जयंती समारोह का आयोजन ओमप्रकाश गुप्ता की अध्यक्षता में हुआ.

जयंती समारोह में बतौर मुख्य अतिथि जदयू के मुख्य प्रवक्ता संतोष कुमार महतो ने कार्यक्रम के उद्धघाटन के साथ अपने संबोधन में संतोष कहा कि डॉ0 राममनोहर लोहिया देश के समाजवाद के सबसे बड़े पुरोधा थे. डॉ0 लोहिया ने अपना समस्त जीवन मानव सेवा में लगा दिया. वह एक महान राजनीतिक यौद्धा, देशभक्त, स्वंतत्र चिन्तक तथा निडर नेता थे.  वह अपने पुरे जीवन काल में 18 बार जेल गए. उनके पिता हिरालाल स्वंतत्रता संग्राम के सिपाही थे. इसलिए डॉ0 लोहिया को बचपन से ही स्वंतत्रता की ललक थी. बनारस हिन्दू विश्विद्यालय के छात्र रहे. जिसमें सांस्कृतिक वातावरण से प्रतिभाशाली विद्वान और कुशल वक्ता के रूप में उनमें नेतृत्व गुण उत्पन हुआ.

डॉ0 लोहिया ने वर्लिन में जर्मन भाषा में कार्ल मार्क्स का साहित्य पढ़ा. वे आजीवन मार्क्स वाद से प्रभावित हुए. डॉ0 लोहिया गांधी के अहिंसा, सत्याग्रह, आंदोलन, भाषा, धर्म, जाति जैसे नीतियों पर कॉफी प्रभावित थे. डॉ0 लोहिया कि नज़र में भारत को सुधारने और एक राह पर लाने का एकमात्र रास्ता समाजवाद था डॉ0 लोहिया हमेशा जाति प्रथा के विरोधी थे. उनके अनुसार जाति प्रथा समाजवाद के मार्ग का मुख्य अवरोधक है जाति समाज में असमानता उत्पन करती हैं.

उन्होंने कहा कि डॉ0 लोहिया ने सदैव हिन्दू मुस्लिम एकता पर बल दिया और कहा करते थे कि सरकारें चाहें लड़ती रहे मगर हिन्दुओं और मुस्लिमों को एक हो जाना चाहिए. डॉ0 लोहिया ने स्त्री और पुरूष को समानता के पक्षधर रहे. उनका मानना था कि वास्तविक समाजवाद तब ही कायम होगा जब उसमे नारी कि सहभागिता होगी.

श्री महतो ने कहा कि मौजूदा बिहार सरकार कि मुखिया तथा बिहार के माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार में लोहिया के विचारों को बिहार के धरती पर उतारने में सफल साबित हुए हैं. जनता दल (यू0) के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामचन्द्र प्रसाद सिंह ने पार्टी की नीतियों को समाहित करने का कार्य किए. हमसबों को भी डॉ0 लोहिया के विचारों को आत्मसात करने की जरूरत है सभा को संबोधित करने वालों में मुख्य रूप से कार्यक्रम को संचालनकर्ता अर्जुन राज, मासूम अली, मुन्ना यादव, मुन्ना महतो मास्टर साहब, अखिलेश यादव, योद्धा महतो, अवधेश गुप्ता, बबन बिन्द, गंगा महतो, सुरेन्द्र चौहाण, अवधेश सिंह कुशवाहा, अरविन्द यादव सहित अन्य व्यक्ति कार्यक्रम में उपस्थित रहे.

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