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घमंडिया गठबंधन ने अनिच्छा से किया महिला विधेयक का समर्थन: प्रधानमंत्री

नई दिल्ली, 25 सितंबर (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विपक्षी गठबंधन को महिला विरोधी करार देते हुए सोमवार को कहा कि घमंडिया (अहंकारी) गठबंधन ने अनिच्छा से संसद में महिला विधेयक का समर्थन किया।

प्रधानमंत्री ने पंडित दीनदयाल की जयंती पर मध्य प्रदेश के भोपाल में भाजपा के कार्यकर्ता महाकुंभ को संबोधित किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज हमारे प्रेरणापुंज, पंडित दीनदयाल उपाध्याय का जन्म दिवस है। पंडित जी ने सुशासन को अंत्योदय से जोड़कर देखा, समाज के अंतिम व्यक्ति के विकास को प्राथमिकता दी। अंत्योदय की यही प्रेरणा, सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के रूप में हमें प्रेरित करती है। बीते 9 वर्षों में हमने जो योजनाएं बनाईं, उनके मूल में यही भावना थी।

मप्र विधानसभा चुनावों में भाजपा के सत्ता में लौटने पर पार्टी के सभी वादों को पूरा करने की गारंटी देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, “जब मोदी गारंटी देता है, जब भाजपा गारंटी देती है, तो वो जमीन पर उतरती है। हर लाभार्थी तक पहुंचती है। मोदी, यानी हर गारंटी पूरी होने की गारंटी।”

संसद और राज्य विधानसभाओं में महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत सीटें आरक्षित करने वाले नए कानून का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि नारीशक्ति वंदन अधिनियम ने देश में नया इतिहास रच दिया है। उन्होंने कहा कि घमंडिया गठबंधन ने अनिच्छा से महिला आरक्षण विधेयक का समर्थन किया। ये वही लोग हैं, जिन्होंने देश की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति बनने से रोकने का भरसक प्रयास किया। ये वही लोग हैं, जिन्होंने देश की सेनाओं में अग्रिम मोर्चे में बेटियों के प्रवेश को रोक कर रखा था।

मोदी ने कहा कि हमारी कोशिश यही थी कि बहनों की समृद्धि का रास्ता खुले, बेटियां अपने पैरों पर खड़ी हो सकें, इसलिए मैं देश की हर माता और बेटी से कहूंगा कि कोई कितनी भी कोशिश कर ले, आपको भ्रमित नहीं होना है। ये महिलाओं की भागीदारी के विस्तार की शुरुआत है। एक सार्थक बदलाव का शुभारंभ है।

प्रधानमंत्री ने नए संसद भवन के निर्माण और गुणवत्तापूर्ण सड़कों और स्टेशनों के निर्माण पर भाजपा की आलोचना करने के लिए कांग्रेस पर निशाना साधा।

प्रधानमंत्री ने अपने वादे पूरे नहीं करने के लिए राज्य की पिछली कांग्रेस सरकारों पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद अपने लंबे शासन के दौरान कांग्रेस ने समृद्ध मध्य प्रदेश को बीमारू राज्य में बदल दिया। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार और तुष्टिकरण के इतिहास वाली कांग्रेस परिवारवादी पार्टी है। यह जंग लगे लोहे की तरह है, जो बारिश में रखा तो खत्म हो जाएगा। मौका मिला तो कांग्रेस मप्र को बीमारू बना देगी। मध्य प्रदेश में कांग्रेस के शासन की पहचान कुनीति, कुशासन और करोड़ों का करप्शन था।

प्रधानमंत्री ने कहा कि पहली बार मतदान करने वाले मतदाता भाग्यशाली हैं कि उन्होंने मध्य प्रदेश में केवल भाजपा सरकार देखी है, जो भारत के विकास दृष्टिकोण का प्रमुख केंद्र है। उन्होंने कहा, “मध्य प्रदेश में भाजपा की सरकार को लगभग 20 साल पूरे हो चुके हैं, यानी जो युवा इस बार के चुनावों में पहली बार वोट डालेंगे, उन्होंने भाजपा की सरकार को ही देखा है। ये युवा सौभाग्यशाली हैं कि इन्होंने मध्य प्रदेश में कांग्रेस का बुरा शासन और बुराइयां देखी नहीं हैं।”

मोदी ने मप्र की जनता को कांग्रेस से सतर्क रहने की सलाह देते हुए कहा कि आजादी के बाद मध्य प्रदेश में लंबे समय तक कांग्रेस का ही शासन रहा लेकिन कांग्रेस ने साधन संपन्न मध्य प्रदेश को बीमारू बना दिया। कांग्रेस ने डिजिटल पेमेंट का विरोध किया लेकिन दुनिया यूपीआई मोड से प्रभावित हुई। उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस जैसी परिवारवादी पार्टी, हजारों करोड़ों के घोटाले का इतिहास रचने वाली पार्टी, वोट बैंक व तुष्टीकरण की राजनीति करने वाली पार्टी को जरा भी मौका मिल गया तो मध्य प्रदेश को बहुत बड़ा नुकसान होगा। कांग्रेस एक बार फिर मध्य प्रदेश को बीमारू बना देगी।

प्रधानमंत्री ने कांग्रेस की तुलना जंग लगे लोहे से करते हुए कहा कि कांग्रेस जंग लगा हुआ वो लोहा है, जो बारिश में रखे-रखे खत्म हो जाता है। अब कांग्रेस में न देखने का सामर्थ्य बचा है और न ही देशहित को समझने का। कांग्रेस सिर्फ एक परिवार का गौरवगान करने में जुटी रही है। कांग्रेस, भारत में भ्रष्ट व्यवस्था को पोषित करने में ही जुटी रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अपने हित में लोगों को गरीब बनाये रखा। भाजपा शासन में 5 वर्षों में 13.5 करोड़ से अधिक लोग गरीबी से बाहर आये।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस न खुद बदलना चाहती है और न ही देश को बदलने देना चाहती है। देश समृद्धि की तरफ बढ़ने के लिए घोर परिश्रम कर रहा है लेकिन कांग्रेस देश को 20वीं शताब्दी में ले जाना चाहती है।

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