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बाढ़ और बारिश को लेकर सांसद रुडी ने अधिकारियों के साथ की बैठक

Chhapra: तीन दिन से लगातार भारी वर्षा के कारण राज्य की सभी नदियों में जलस्तर बढ़ गया है. भारी वर्षा में गंडक और गंगा नदी से सारण को अधिक खतरा रहता है. ये दोनों नदियां भी कई स्थानों पर खतरे के निशान से उपर बह रही है. सारण के दियारा क्षेत्र में और नदी के तट पर बसे गांवों में स्थिति ज्यादा भयावह है.

शहरी क्षेत्रों में भी लगातार वर्षा काफी अधिक जल जमाव की समस्या उत्पन्न हो गई है. भारी वर्षा के कारण हरे-भरे खेत, लहलहाती फसलें पानी में विलीन हो गई है.

सारण जिले के पीडितों को राहत सामग्री व चिकित्सा सुविधा की कमी नहीं होने दी जायेगी. उक्त बातें सारण लोकसभा क्षेत्र के सांसद सह भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव प्रताप रुडी ने जिले में भारी वर्षा के कारण संभावित बाढ़ की स्थिति का जायजा लेते हुए सारण के उप विकास आयुक्त आदित्य प्रकाश, सिविल सर्जन मधेश्वर झा, नगर निगम के अधिकारियों समेत जिले के अन्य वरीय प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक करते हुए कही.

बैठक में श्री रूडी ने अधिकारियों के बचाव और चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध कराने संबंधी कई दिशा निर्देश दिये.

श्री रुडी ने बैठक में अधिकारियों को 24 घंटे निगरानी के लिए कहा और बताया कि, डोरीगंज, दिघवारा, रिविलगंज आदि स्थानों पर स्थिति भयावह हो रही है. इन स्थानों पर प्रशासन को निगरानी रखते हुए राहत कार्यों को सुदृढ़ रखना चाहिए.

सांसद ने कार्यकर्ताओं के साथ ही स्थानीय लोगों का भी आह्वान किया कि ऐसी स्थिति में वे बढ़ चढ़कर लोगों प्रशासन व लोगों की मदद करें. श्री रुडी ने अधिकारियों से बताया कि गड़खा प्रखंड के मौजमपुर, नरांव व कोठियां पंचायत के नये इलाकों में भी पानी तेजी से फैल रहा है. जिन इलाकों में पहले से पानी फैला हुआ था वहां पानी का स्तर ऊंचा होता जा रहा है, जिसे लेकर बाढ़ पीड़ित परिवारों की मुश्किलें लगातार गंभीर होती जा रही है. पानी की सफेद चादरों के बीच जलमग्न पूरी तरह टापू में तबदील होकर रह गया है.

लोगों के घरों में पानी प्रवेश करना लगभग शुरू हो गया है. लोग पक्के मकानों की छत पर शरण लिए हुए है. जिसके आसपास चारों तरफ पानी ही पानी का मंजर दिखाई पड़ रहा है.सांसद ने सभी अधिकारियों को मुस्तैद रहने को कहा है.

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