नई दिल्ली/छपरा: देश में जब रोजगार कौशल और विकास का अभाव होता है तब जनसंख्या समाज और सरकार पर भार महसूस होता है. लेकिन रफ्तार में विकास हो और युवाओं को कौशल बनाया जा रहा हो तथा रोजगार के नित्य नए अवसर उभर रहे हो ऐसी स्थिति में जनसंख्या विकास में सहयोगी हो जाती है और वह संख्या बल के रूप में कार्य करने लगता है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार गठित होने के बाद पिछली सरकार पर बोझ बनने वाली जनसंख्या अब कार्यकुशल हो रही है और देश के विकास में सहभागी हो रही है. उक्त बातें केंद्रीय कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्री स्वतंत्र प्रभार सारण सांसद राजीव प्रताप रूडी ने विज्ञान भवन में आयोजित केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल CISF के साथ राष्ट्रीय कौशल विकास निगम और नेशनल स्किल डेवलपमेंट फंड के बीच हुए 1 करार हस्ताक्षर कार्यक्रम के दौरान कही.
श्री रूड़ी ने कहा कि पूर्व में नीति-निर्धारकों अपने देश में शिक्षा को कौशल से नहीं जोड़ा इस वजह से देश में दक्ष श्रम शक्ति का काफी अभाव है. चीन, जापान सहित अन्य देशों में शिक्षा के साथ कौशल को जोड़ने से वहां कौशल कामगारों की कोई कमी नहीं है. भारत में भी हर वर्ष करीब 21 लाख युवा ITI से प्रशिक्षण प्राप्त करते हैं. लेकिन इसके बाद भी समतुल्य वर्ग का सर्टिफिकेट तक नहीं दिया जाता. उन्होंने कहा कि CISF और राष्ट्रीय कौशल विकास निगम के बीच हुए इस महत्वपूर्ण करार के तहत CISF युवाओं को विभिन्न क्षेत्रों में हुनरमंद बनने के लिए कार्यक्रम चलाएगी.