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भारत ने की म्यांमार में सुरक्षाबलों की कार्रवाई की निंदा और लोकतंत्र बहाली का किया आग्रह

नई दिल्ली: भारत ने पड़ोसी देश म्यांमार में लोकतंत्र समर्थक प्रदर्शनकारियों के खिलाफ सुरक्षाबलों की कार्रवाई की निंदा की है। भारत ने म्यांमार में सभी राजनीतिक बंदियों की रिहाई और देश में लोकतंत्र की बहाली का आग्रह भी किया है।

 विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची से उनकी नियमित बातचीत के दौरान म्यांमार में सुरक्षाबलों की कार्रवाई के दौरान बड़ी संख्या में लोगों के हताहत होने के बारे में पूछा गया था। उन्होंने कहा कि भारत किसी भी प्रकार की हिंसा के खिलाफ है। हमारा मानना है कि म्यांमार में कानून का शासन लागू होना चाहिए। भारत म्यांमार में लोकतंत्र की बहाली के पक्ष में है। भारत म्यांमार में सभी राजनीतिक बंदियों की रिहाई का आग्रह करता है।

प्रवक्ता ने म्यांमार के वर्तमान संकट के समाधान के प्रयासों के प्रति भारत का समर्थन प्रकट किया। इस संबंध में भारत ने दक्षिण-पूर्व एशिया देशों के संगठन आसियान की भूमिका पर जोर दिया।

प्रवक्ता ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सदस्य के रूप में भारत पड़ोसी देश के घटनाक्रम के संबंध में अन्य देशों के प्रतिनिधियों के संपर्क में है। भारत चाहता है कि पड़ोसी देश के घटनाक्रम के संबंध में संतुलित और सकारात्मक रवैया अपनाया जाए।

म्यांमार में सैनिक सत्ता द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में भारतीय दूतावास के सैन्य अधिकारी  की मौजूदगी के बारे में पूछे जाने पर प्रवक्ता ने कहा कि म्यांमार में भारत का दूतावास कार्यरत है और राजनयिक अपनी नियमित जिम्मेदारी निभा रहे हैं। कार्यक्रम में भारतीय अधिकारी की मौजूदगी का कोई अन्य अर्थ नहीं निकाला जाना चाहिए।

प्रवक्ता ने यह भी स्पष्ट किया कि हाल में सम्पन्न बिम्सटेक देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक में म्यांमार के घटनाक्रम पर चर्चा नहीं हुई। उन्होंने कहा कि बिम्सटेक एक बहुराष्ट्रीय मंच है।

उल्लेखनीय है कि बंगाल की खाड़ी के आस-पास के देशों के बीच तकनीकी और आर्थिक सहयोग संबंधी संगठन बिम्सटेक की गुरुवार को बैठक हुई थी। इसमें सात सदस्य देशों के सदस्यों ने भाग लिया था। संगठन के देश के रूम में म्यांमार का प्रतिनिधित्व वहां के अंतरराष्ट्रीय सहयोग मंत्री ने किया था।

हिन्दुस्थान समाचार

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