Dighwara: दिघवारा प्रखंड में पंचायत चुनाव का परिणाम आ चुका है. परिणाम के साथ ही आरोप प्रत्यारोप का दौड़ शुरू हो चुका है.
शपथ ग्रहण के पूर्व ही दो मतदान केंद्रों पर नाम दर्ज रहने का ताजा मामला प्रकाश में आया है. दो जगहों पर मतदाता सूची में नाम दर्ज होने पर दोहरी लाभ लेने का आरोप भी लगाया जा रहा है.
यह मामला प्रखंड के अकिलपुर पंचायत का है. अकिलपुर से मिन्ता देवी मुखिया पद से निर्वाचित हुई है. विपक्षियों का आरोप है कि निर्वाचित मुखिया का नाम सारण व पटना जिला दोनो जगहों के मतदाता सूची में नाम अंकित है. साथ ही मिन्ता देवी के प्रस्तावक का नाम सारण व पटना जिला दोनो के मतदाता सूची में अंकित है. इसको लेकर मुखिया प्रत्याशी रही संगीता देवी ने सारण डीएम, सोनपुर एसडीओ व बीडीओ सह निर्वाची पदाधिकारी एवं राज्य निर्वाचन आयोग पटना को आवेदन देकर सभी कागजातों की छाया प्रति उपलब्ध कराया है.
दिये गए आवेदन मे संगीता देवी ने बताया है कि मिंता देवी के शपथ पत्र फर्जी है. निर्वाचित मुखिया मिन्ता देवी की यह मंशा थी कि अगर सारण जिला के अकिलपुर से पंचायत चुनाव हारती हूं तो पटना जिला में पंचायत चुनाव में मुखिया प्रत्याशी के रूप मे नामांकन करूंगी.
इस कारण फर्जी शपथ पत्र बनाकर अपना एवं प्रस्तावक का विवरण दिया. राशन कार्ड भी पटना व सारण जिला मे है. मामले की जांच होने तक इनका शपथ ग्रहण रोकते हुए कार्रवाई की जाए. इस संबंध में बीडीओ सह निर्वाची पदाधिकारी अजीत कुमार ने बताया कि आवेदन मिला है, जिसकी जांच की जाएगी.